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आप केसी सेक्स स्टोरी पढना चाहते है. ??

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junglecouple1984

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मौसी के साथ टॉयलेट में डर्टी सेक्स



मेरा नाम यश है और यह मेरी पहली सेक्स स्टोरी है।
अगर कोई गलती हो जाए तो आप माफ कीजिएगा।

मेरी सेक्स स्टोरी आपको बहुत अच्छी भी लग सकती है और बहुत गंदी भी … क्योंकि मैं टॉयलेट में सेक्स की कहानी आपको बताने जा रहा हूं।

अब मैं Xxx Xxx सेक्स विद मौसी कहानी पर आता हूं।

यह बात 6 महीने पहले की है।
मेरे मामा के यहां शादी थी तो हम पहले से गए हुए थे।

हम उनके यहां घर में रुके हुए थे।
उसी दिन दूर के रिश्ते की एक मौसी आई।
उनसे मेरी मुलाक़ात पारिवारिक समारोहों में होती रहती थी तो अच्छी जान पहचान थी.

उनकी उम्र 30 साल की है। देखने में वो 25-26 की ही लगती हैं।

मौसी गांव की रहने वाली है और फिगर 32-28-34 का, भरे बदन वाला है।
उनकी गांड भी गजब शेप में है, जिसे कोई भी देखे तो चोदने का मन करेगा।

दोस्तो, बता दूं कि मौसी की शादी नहीं हुई है।
लेकिन चुदाई से पहले मुझे पता नहीं था कि उनकी चूत एकदम सीलपैक है।
मौसी ने जिंदगी में शादी नहीं करने का फैसला किया था।

मौसी को मैं बहुत पहले से पसंद करता था और उनके बारे में सोच सोचकर कई बार मुठ मार चुका था।
मेरा मन था कि मौसी के साथ कुछ हो जाए तो मजा आ जाए।

खैर अगले दिन शादी की तैयारियां करनी थीं।
तो दिन शुरू होते ही काम भी शुरू हो गया।

मैं भैया के साथ भवन में सामान ले जाने लगा।
पूरा दिन ऐसे ही निकल गया।

फिर रात हुई तो संयोग ऐसा हुआ कि मुझे मौसी के साथ ही सोने का मौका मिला।

हम दोनों एक ही कमरे में सो रहे थे।
मेरा लंड खड़ा हो रहा था बार-बार!

मैं चाह रहा था कि मौसी की चूचियों को दबाऊं, उनकी चूत की जगह पर हाथ से सहलाऊं।
पास में कोई भी नहीं था।
लेकिन मैं डर रहा था कि कहीं वे गुस्सा न हो जायें।

रात में तो मेरी कुछ करने की हिम्मत नहीं हुई मौसी के साथ … तो मैं मुठ मारने लगा।
मैंने माल निकाल दिया और फिर नींद आने लगी तो मैं सो गया।

सुबह फिर मैं उठकर बाथरूम में घुस गया और नहाने लगा।
थोड़ी देर बाद मौसी दरवाजा खटखटाने लगी।

मैंने पूछा- क्या हुआ मौसी?
वो बोली- तुझे कितना टाइम और लगेगा नहाने में?

मैं- अभी तो शुरू किया है नहाना! क्या हुआ?
मौसी- मुझे जोर से टॉयलेट लगी है।

घर में एक ही बाथरूम था जो टॉयलेट अटैच था।
इसलिए मौसी के लिए मजबूरी हो गई थी।

मैं भी सोच ही रहा था कि क्या करूं, नंगा और गीले बदन के साथ एकदम से कैसे बाहर निकलूं।

तभी मौसी बोली- अरे मैं नहीं रोक पाऊंगी, अंदर आने दे … तू नहाते रहना।
मैं- ठीक है, लेकिन आपको प्रॉब्लम तो नहीं? मैं नंगा नहा रहा हूं!
मौसी- ठीक है, लेकिन किसी को बताना मत!
मैं- ठीक है।

मौसी ने बाथरूम का दरवाजा खोला मैं नंगा ही था।

तभी मौसी ने एक नजर मुझे देखा और फिर जल्दी से अंदर आकर टॉयलेट सीट पर बैठकर मलत्याग करने लगी।

मैं एक तरफ मुंह करके नहाने लगा और मौसी सामने ही बैठी टॉयलेट कर रही थी।
मेरे सपनों की चूत मेरे सामने नंगी थी तो मैं कैसे कंट्रोल कर पाता दोस्तो!

मैं नीचे ही नीचे नजर किए हुए मौसी की तरफ देखने लगा।

मौसी की चूत मुझे नजर नहीं आ रही थी लेकिन उनकी नंगी जांघें जरूर दिख रही थीं।

सामने मौसी के नंगी होने के ख्याल से ही वासना उठने लगी।

देखते ही देखते मेरे लौड़ा खड़ा होकर 6 इंच का हो गया, लंड झटके मारने लगा।

मैं कुछ कर भी नहीं सकता था क्योंकि मौसी की चूत देखने के ख्याल से मैं उत्तेजित होता जा रहा था।

मौसी की ध्यान मेरी तरफ गया तो उन्होंने मेरा खड़ा लंड देख लिया।
और मौसी के देखते ही लंड में और जोर से झटके लगने लगे।
मैंने सोचा कि आज तो मौका है, काश मौसी की चूत चोदने को मिल जाए!

वे मेरे लंड को लगातार देख रही थी।

मैं बोला- क्या हुआ मौसी?
मौसी थोड़े गुस्से में बोली- ये क्या है?

मैंने हिम्मत करके बोल ही दिया- आपको देख कर ही हुआ है।
मौसी ने मुझे अपने पास बुलाया और बोली- अच्छा, तो ये मुझे देखकर हुआ है?
मैं- हां!

मौसी- तो फिर इसे शांत कौन करेगा?
कहकर मौसी मुस्करा दी।

मैं बोला- आप ही कुछ करो मौसी, आपकी (चूत) देखने के चक्कर में ही हुआ है और अब आपसे ही शांत होगा।
मौसी- ठीक है, मैं हेल्प कर दूंगी। लेकिन किसी को बतायेगा नहीं!
मैं बोला- नहीं, मैं क्यों बताऊंगा।

फिर मौसी ने मेरे लंड को हाथ में ले लिया और सहलाने लगी।

मौसी के हाथ में जाते ही लंड में करंट सा दौड़ने लगा; एकदम से मेरे लंड की नसें जैसे फटने को हो गईं।

मौसी ने फिर लंड को मुंह में भर लिया और टॉयलेट सीट पर बैठी हुई ही चूसने लगी।

वे मस्ती से मेरे लंड को चूस रही थी।
मैं भी खुद को रोक नहीं पा रहा था।

मैंने मौसी का सिर पकड़ लिया और मेरी तरफ दबाते हुए लंड चुसवाने लगा।
अब मेरा चूत मारने का मन कर रहा था।

मैं बोला- मौसी दे दो ना!
वो बोली- क्या?

मौसी की चूची दबाते हुए मैंने कहा- चूत दे दो ना मौसी!
वो बोली- कमीने, शर्म नहीं आती है तुझे?
मैं- शर्म कैसी, जब मुंह में ले लिया तो चूत में लेने में क्या हर्ज है, प्लीज मौसी, बहुत मन कर रहा है … आह्ह … प्लीज दे दो।

फिर मौसी ने अपनी गांड साफ की और खड़ी होकर कपड़े उतारने लगी।
वे भी मेरे सामने नंगी हो गई और मैंने उसे बांहों में कस लिया।
हम दोनों एक दूसरे के होंठों को पीने लगे।

नीचे से मेरा हाथ मौसी की चूत को सहलाने लगा।
वे भी चुदासी होकर चूत को हाथ पर रगड़वाने लगी।
मौसी की चूत से अब गीलापन बाहर महसूस हो रहा था।

मैंने चूत में उंगली दे दी.
तो वो उचक गई- आअह्ह … आराम से!
मैंने कहा- इतनी टाइट कैसे है? चुदवायी नहीं हो क्या अभी?
वो बोली- नहीं, मुझे किसी पर भरोसा नहीं होता है आसानी से! तुम घर के हो तो इसलिए मन कर गया।
मैं बोला- ठीक है, बात आपके मेरे बीच ही रहेगी।

फिर मैं मौसी की चूत में उंगली करने लगा।
मौसी की गीली चूत के अंदर उंगली अंदर बाहर करते हुए पच-पच की आवाज हो रही थी।

मौसी की चूत में उंगली करते हुए बड़ा मजा आ रहा था।
चूत अंदर से गीली और नर्म होने के साथ-साथ बहुत गर्म भी थी।

मौसी को भी अब सेक्स चढ़ने लगा था।
वे आह्ह … आह्ह करती हुई चूत में उंगली का मजा ले रही थी।

मौसी चुदासी होकर बोली- कर ले अब जल्दी, नहीं तो तेरे मामा लोग आ जाएंगे।
मैं बोला- वो तो दोपहर तक आने वाले हैं, तब तक तो हमारा काम हो जाएगा।

वो बोली- लेकिन जल्दी कर ले।

फिर मैंने मौसी को दीवार के साथ सटा लिया और आगे से चूत में लंड डालने लगा।

मैंने धक्का दिया तो मौसी कराह गई।
वे चिल्लाना चाहती थी लेकिन आवाज को दबा लिया।

मौसी बोली- क्या कर रहा है! आराम से, दर्द हो रहा है … आइह्ह!
मैं बोला- ओके, आराम से करता हूं।

फिर मैं धीरे-धीरे मौसी की चूत में लंड घुसाने लगा।

जब पूरा लंड चला गया तो मैं मौसी के होंठों से होंठ लगाकर चूत में धक्के लगाने लगा।

मौसी ने एक टांग उठाकर मेरी गांड पर लपेट ली और मेरी पीठ पर हाथों से सहलाते हुए चुदने लगी।
मैं भी धक्कम-पेल करने लगा।

कुछ ही देर में मौसी की चूत ने पानी फेंक दिया।
वे शांत हो गई।
मैं बोला- मौसी मेरा नहीं हुआ है अभी!
वे बोली- जल्द कर तो!

मैंने कहा- सीट पर बैठता हूं, मेरे ऊपर बैठ जाओ।
फिर मैं टॉयलेट सीट पर बैठ गया और मौसी मेरे लंड पर जा बैठी।
मैं मौसी को उछालते हुए चोदने लगा।

मौसी की भारी गांड देखकर मेरा मन हुआ कि मैं गांड भी चोद दूं।
मैंने चूत से लंड निकाला और गांड के छेद में देने लगा।
वो बोली- कमीने, क्या कर रहा है?

मैं बोला- मौसी गांड मारने दो बस एक बार … प्लीज! तुम्हारी सेक्सी गांड देखकर रहा नहीं जाता है, प्लीज चोदने दो।
वो बोली- नहीं, वहां नहीं, दर्द होगा। और अभी मैंने पूरी लेटरिन भी नहीं की है।

मैं बोला- कोई नहीं, मुझे गांड चोदनी है।
फिर मैंने दोबारा से मौसी की गांड के छेद पर लंड लगा दिया।
वो हटा रही थी लेकिन मैंने मौसी को पकड़ लिया।

मैं उसे लंड की ओर धकेलने हुए बिठाने लगा।

मौसी की टाइट गांड में पच से लंड घुस गया जिससे उसकी जोर की चीख निकल गई।
मैंने मौसी के मुंह पर हाथ रखा और लंड का धक्का दे दिया।

मौसी छटपटा रही थी लेकिन मुझे गांड चोदने का भूत सवार था।
Xxx Xxx सेक्स करते हुए मैंने लंड के धक्के लगाने शुरू कर दिए।

कुछ देर में मौसी भी साथ देने लगी।
चोदते हुए मैंने मौसी की गांड में माल छोड़ दिया।

फिर लंड बाहर निकाला तो उस पर वीर्य के साथ मौसी का मल भी लग गया था।
मैंने लंड को वहीं पर पानी से धोकर साफ कर दिया।

फिर मैं और मौसी साथ में नहाने लगे।

नहाते हुए एक बार फिर से मेरा लौड़ा खड़ा हो गया।
मैंने फिर से मौसी के हाथ में लंड पकड़ा दिया।
वे नीचे बैठकर लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी।

अबकी बार मैं चुसवाने का मजा लेता रहा।
कुछ देर बाद मेरा निकलने को हुआ तो मैंने मौसी को बताया।
वो बोली- मुंह पर ही गिरा दे।

फिर मैंने मौसी के मुंह पर अपना माल गिरा दिया।

मौसी का पूरा चेहरा माल में सन गया।
जिसके बाद मौसी ने अपना मुंह साफ किया।

मुझे मौसी के साथ कुछ और भी डर्टी करना था।
मैंने मौसी से कहा- मौसी, मेरे बदन पर मूत दो।
वो बोली- फिर तुझे भी करना पड़ेगा!
मैं बोला- ठीक है।

वे बोली- ठीक है तो फिर लेट जा!
मैं मौसी के सामने लेट गया और वे मेरे ऊपर बैठकर पेशाब करने लगी।

मौसी की चूत से निकलती मूत की धार मेरी छाती और मुंह तक आ रही थी।
मेरा पूरा मुंह मौसी के मूत में भीग रहा था और मुझे बहुत मजा आ रहा था।
मौसी के गर्म-गर्म मूत से नहाकर मुझे बहुत मजा मिला।
फिर मौसी ने कहा- अब मेरी बारी!

वे नीचे लेट गई और मैंने खड़े होकर मौसी के ऊपर मूत की धार बरसानी शुरू कर दी।

मौसी के चूचों, पेट और चूत पर मूत की धार मारने लगा।
वो बोली- मुंह पर भी!

मैंने मौसी के मुंह पर मूत गिराना शुरू किया तो उसने मुंह खोल लिया।

वो मेरे मूत को पी गई।
हम दोनों को इस मूता मूती में खूब मजा आया।

फिर हम उठे और अच्छी तरह साबुन से रगड़ कर नहाए।

नहाते हुए एक बार फिर से मैंने मौसी को लौड़ा चुसाया और आधे घंटे तक उनकी चूत मारी।
फिर आखिर में मौसी के मुंह में पानी छोड़ दिया।

वो बोली- आह्ह मजा गया! तेरे साथ फिर से कभी टॉयलेट सेक्स करूंगी।
उसके बाद हम दोनों बाहर आ गए।

अभी मामा लोगों के आने में वक्त था।
मौसी के साथ कुछ देर बैठकर मैं बातें करता रहा।

बातों-बातों में मौसी ने मेरा लंड फिर से पकड़ कर सहलाना शुरू कर दिया।

मैं बोला- मौसी, मामा लोग जब तक नहीं आते तब तक मुंह में रख लो ना मेरे लंड को! आपके गर्म गर्म मुंह में इसे बहुत राहत मिलेगी। चूत चोदकर थक गया है बेचारा!

फिर कहने पर मौसी ने मुंह में लंड ले लिया और चूसने लगी।
वे प्यार से मेरे लंड को मुंह में लेकर पपोलती रही।

आधे घंटे तक मौसी ने लौड़ा चूसा और फिर मैं मौसी के मुंह में खाली हो गया।

फिर 2 बजे के करीब मामा आ गए।
फिर हम दोनों भवन के लिए निकल गए।

शादी के बाद मुझे फिर से मौसी को चोदने का मौका नहीं मिला है।
मौसी की चुदाई करने का मुझे बेसब्री से इंतजार है।
पता नहीं फिर कब मैं मौसी के साथ डर्टी सेक्स कर पाऊंगा, उसकी चूत का मूत और रस पी सकूंगा।
 

Enjoywuth

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Itni kinki story ...sayad mere taste ki nahi hai
 

junglecouple1984

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Itni kinki story ...sayad mere taste ki nahi hai
Aap ka taste kya hai ?
 

junglecouple1984

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मामी को लंड चुसवा कर चुदाई का मजा लिया




हाय दोस्तो, कैसे हो आप सब?

आज मैं आपको एक जबर्दस्त मामी की चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ।

तो दोस्तो, हुआ यूं कि मेरे कजिन की शादी थी ग्वालियर में.

मेरी फॅमिली, मामा की फॅमिली सब शादी में जाने वाले थे.
सारी फॅमिली ग्वालियर आयी हुई थी.

मैं शादी में पहुंचा तो मामा और उनकी बेटी से मुलाक़ात हुई।
लेकिन मामी नहीं दिखी।
मामी का नाम संगीता था.

मैं मामी के साथ बहुत फ्रैंक था और उनको अक्सर पकड़ लेता था; यहाँ तक कि मैं उनके बूब्स भी दबा दिया करता था।
मामी कभी बुरा नहीं मानती थी।
वे तो बस मौका चाहती थी मेरे साथ चुदवाने का।
मैं भी मौके की तलाश में था.

मैंने मामा से पूछा– मामी कहाँ है?
तो उन्होंने बोला- उन्हें पिक करने जाना है अभी!

फिर मामा को कुछ काम आ गया और उन्होंने मुझे बोल– मैं काम से जा रहा हूँ कुछ अर्जेंट! तू मामी को पिक कर ले घर से!
और उन्होने कार की चाबी मुझे दे दी।

मामा ने कहा था- जब तेरी मामी की कॉल आएगी तो तुझे मैं तुझे इन्फॉर्म कर दूंगा! तब निकलना यहाँ से उन्हें पिक करने!

मैंने हां कहा और मामा के जाते ही मैं निकल गया मामी के घर की तरफ.

घर पहुँच कर मैंने डोर बेल बजायी तो मामी आयी दरवाज़ा खोलने.
मामी ने जैसे ही दरवाज़ा खोला मैं तो उन्हें देखता ही रह गया.

मामी ने लाल रंग की लॉन्ग ड्रेस पहने हुए थी और उसके नीचे प्लाज़ो था.
मेरी मामी तारक मेहता की बबीता की कॉपी है.
उनके गोरे रंग पर वो रेड ड्रेस बहुत हॉट लग रही थी.

मामी भी मुझे देख कर शॉक हो गयी और मुझे अंदर बुलाया.
मैंने दरवाज़ा बंद किया और मामी जाने लगी.

फिर मैंने उन्हें पकड़ कर बाहों में ले लिया.

मामी ने कहा- राहुल, शादी में जाना है, सब इंतजार कर रहे होंगे.
और उन्होंने अपने आप को मुझसे छुड़ा लिया.

मामी किचन में मेरे लिए पानी लेने चली गयी.

मैं मामी के पीछे-पीछे किचन में चला गया और उन्हें पीछे से हग कर लिया.
फिर मैं मामी की गर्दन पर किस करने लगा.

धीरे-धीरे मैंने मेरे दोनों हाथों में मामी को जकड़ लिया और मैं उन्हें गर्दन पर किस किये जा रहा था.

अब मामी भी गर्म हो गयी और मामी मेरी तरफ मुड़ गयी और किचन टेबल से सट गयी.

अब मैंने मामी को हग कर लिया टाइट वाला … मामी ने भी मुझे हग कर लिया.

हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे.

मैं उनके होंठों को अपने होंठों में लेकर किस करने लगा.

अब मामी और मैं एक दूसरे को फ्रेंच किस दे रहे थे.
मामी कह रही थी- राहुल चलते हैं न … लेट हो जायेगा.
मैंने कहा- अभी नहीं!

और मैं उनको फिर से किस करने लगा.
मैं मामी की ज़ुबान को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा और अपने दोनों हाथों से मामी की कमर को सहला रहा था.

फिर मैंने मामी के बालों को एक तरफ किया और अब उनके कन्धे पर किस करने लगा.
मामी की सांसें तेज़ हो रही थी और वे मज़े ले रही थी.

मैंने मामी की इयररिंग्स निकाल दिए और ईयर लोब्स को मुँह में लेकर चुसाई करने लगा.
मामी को बड़ा मज़ा आ रहा था.

ईयरलोब को चुसाई करते-करते मैंने अपना हाथ मामी के बूब्स पर रख दिया। मैं उनके बूब्स को दबाने लगा.
मामी की सांस तेज़ हो गयी … वे भी मेरे कंधे पर किस करने लगी.

अब मामी ने मुझे किचन टेबल से सटाया और खुद मेरे जगह पर आ गयी.
फिर उन्होंने मेरी शर्ट के बटन को खोलना शुरू किया और फिर मेरी छाती पर किस करने लगी.
मामी मेरे पूरे शरीर को चाट कर रही थी.
कभी मामी मेरी गर्दन पर किस कर रही थी.

फिर मामी नीचे मेरी छाती पर आयी और अपने दोनों हाथों से छाती पर हाथ दबा कर फेरने लगी.
मैं मामी के बालों को पकड़ कर उन्हें अपनी छाती में दबा रहा था और मामी मेरी छाती को काट रही थी और कभी चाट रही थी.

छाती को चाटते चाटते मामी नीचे गयी और मेरी पैंट को भी निकाल दिया.
अब मैं सिर्फ अंडरवियर में था.

मामी ने मेरा अंडरवियर निकाला और मेरे लंड को हाथ में लेकर सहलाने लगी.

फिर उन्होंने मेरे लंड को मुँह में ले लिया और उसको चूसने लगी.
मामी लंड को पूरा मुँह में भर कर चूस रही थी.

तभी मैंने मामी के बालों को पकड़ा और लंड अंदर तक डालने लगा.

मामी बहुत मज़ा दे रही थी.

अब मामी ने मेरी बॉल्स को चूसना शुरू कर दिया.
कभी मामी बॉल्स को चाटती और कभी लंड मुँह में लेती पूरा अंदर तक.

मामी लंड को बहुत अच्छे से चूस रही थी.

अब मेरा लंड पूरा गीला हो गया था और मैं पूरा का पूरा लंड मामी के मुँह में देने लगा था.

तभी मैंने मामी को उठाया और उन्हें किचन टेबल पर बिठा दिया.
मैं नीचे बैठा और उनके पैर को मेरे कन्धों पर रखा.

मामी ने प्लाज़ो पहना था, मैंने उसको मैंने ऊपर किया और मामी के गोरे गोरे पैरों को किस करने लगा.

मैं मामी की जाँघों को सहला रहा था जिससे मामी मचल जा रही थी.

अब मैंने टाइम वेस्ट नहीं किया और मामी का प्लाज़ो निकाल दिया. मामी सिर्फ ऊपर की लॉन्ग ड्रेस में थी.

मैंने अपना लंड मामी की चूत पर सेट किया और धीरे से अंदर डालने लगा.
मामी कांप गयी और मेरे होंठों को अपने होंठों से चूसने लगी.

मैंने लंड को धीरे से अंदर डाला और आधा लंड मामी की चूत में चला गया.
मामी मेरे होंठों को काटने लगी.
मैंने एक झटका दिया और पूरा लंड मामी की चूत में घुस गया.

अब मैंने मामी के दोनों पैरों को अपने हाथों में ले लिया और जाँघों से पकड़ कर मामी को चोदने लगा
मेरा लंड अंदर-बाहर कर रहा था और मैं मामी को किस कर रहा था होंठों पर.

जैसे ही मेरा लंड पूरा अंदर जा कर मामी के पेट को लगता, मामी मेरे होंठों को कस के पकड़ लेती.
मेरा लंड मामी की चूत में अंदर-बाहर हो रहा था और हम दोनों की सांसें बहुत तेज़ थी.

मामी अब नीचे से कमर उठा-उठा कर साथ दे रही थी.
उन्होंने अब दोनों पैरों को ऊपर उठा लिया और घुटनों को ऊपर मोड़ लिया जिसकी वजह से मेरी बॉडी और मामी की बॉडी एक-दूसरे से टच हो गयी.

अब मैंने दोनों हाथ मामी की पीठ पर डाले और उन्हें कास के पकड़ कर चोदने लगा.
मैं बहुत स्पीड में मामी को चोद रहा था और मामी की आवाज़ अब तेज़ निकलने लगी थी.

तब मामी ने मुझे कहा- रुको राहुल!
मैंने कहा- क्या हुआ मामी?
मामी ने कहा- रूम में चलते हैं!
मैं बोला- मामी यही ठीक है.

मामी ने कहा- नहीं, किचन से आवाज़ बाहर जाती है क्यूंकि घर में एंटर करते ही पहले किचन था.
मैंने कहा- ठीक है मामी.

फिर हम दोनों बैडरूम में आ गए.

रूम में आते ही मैंने मामी को बेड पर लिटाया और मामी के ऊपर आ गया.

हम दोनों किस करने लगे एक-दूसरे को.
किस करते-करते मैंने मामी के हाथों की चूड़ियों को निकालना शुरू किया और सारी चूड़ियां निकाल दी.

अब मैं मामी की ड्रेस भी निकालने लगा.
वो लॉन्ग ड्रेस थी तो मैं निकाल नहीं पाया.

फिर मामी उठी और ड्रेस को निकाला और फिर लेट कर मुझे अपने ऊपर ले लिया.

अब मैं मामी को फिरसे लिप किस करने लगा और मामी मुझे!
हम दोनों बहुत गर्म थे.

मामी बार-बार मेरे होंठों को दांतों से काट रही थी.

मैंने मामी के बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही दबाना शुरू कर दिया और मामी को किस कर रहा था.

अब मैं नीचे आया और मामी के बूब्स को ब्रा पर से ही चूसने लगा.
इससे मामी की सांसें बहुत तेज़ हो गयी और उन्होंने खुद ही अपने हाथों से ब्रा को ऊपर किया और उनका निप्पल मेरे मुँह में लगा दिया.

अब मैं उनके एक बूब को चूस रहा था और दूसरे को दबा रहा था.

मामी मेरे सर को पकड़ कर बूब्स पर दबाये जा रही थी और कह रही थी- चूसो … आ हह ई! सक इट राहुल! ज़ोर से चूसो आआह्ह्ह!

मामी की बात सुन कर मैं और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा और निप्पल को काटने लगा.

मैं जैसे ही निप्पल को बाईट करता मामी मेरा सर ज़ोर से निप्पल्स पर दबा देती.

मामी एक हाथ से मेरे सर को दबा रही थी बूब्स में और दूसरे हाथ से मामी मेरे लंड सहला रही थी.
मैं जब-जब बूब्स को काटता, मामी मेरे लंड को ज़ोर से दबाती.

ऐसा लग रहा था कि मैं जन्नत की सैर कर रहा हूँ.

अब मैं बूब्स से नीचे आया कमर पर किस करते हुए.
मैं मामी की चूत पर आ गया और मामी की चूत को चाटने लगा.

मामी की चूत में मैं अपनी ज़ुबान डाल कर अंदर-बाहर करने लगा.
अब मामी भी नीचे से कमर उठा-उठा कर मेरा साथ दे रही थी.

मैं और ज़्यादा अंदर तक जाने लगा.
फिर मैंने मामी के दाने को चाटना शुरू किया तो मामी ने मेरे सर को अपनी चूत पर दबाना शुरू कर दिया.
मेरा हाल बेहाल था और मैं चूत को चाटे जा रहा था.

फिर मामी ने कहा- प्लीज, अब डाल दो.

मैं उठा और मामी के ऊपर आया और ऊपर आ कर अपना लंड मामी की चूत पर लगाया.

मामी ने लंड हाथ में लिया, चूत के छेद पर लगाया और मुझे बोली- मारो धक्का!

मैंने लंड मामी की चूत में डाल दिया पूरा … और मामी को किस करने लगा.

थोड़ी देर किस करने के बाद मामी शांत हुई और अपनी कमर नीचे से उठाने लगी.

मैं समझ गया था कि मामी अब जोर से चुदना चाहती है.

मैंने धक्के मारना शुरू कर दिया.
मैं मामी को धक्के मार रहा था और मामी नीचे से कमर उठा रही थी.
वे मुझे कह रही थी- फ़क मी … पुश आह पुश इट हार्डर.

और वे अपनी कमर नीचे से उठा कर मेरा साथ दे रही थी.
मैं भी मामी की बातें सुन कर उन्हें फुल चोद रहा था- आअह्ह्ह आह … यस मामी, चोद रहा हूँ.

मेरी भी आवाज़ निकल रही थी.

10 मिनट ऐसे ही चोदने के बाद मामी ने कहा- राहुल, आई वांट टू राइड यू बेबी.

इतना सुनकर मैं मामी के ऊपर से उठा और मामी के बेड पर लेट गया.
लेकिन मामी ने मुझे वहाँ से उठाया और बेड के नीचे बिठाया बेड से मेरी पीठ को लगा कर … और फिर वे मेरे ऊपर आ गयी.
मामी ने मेरे लंड को अपनी चूत में डालना शुरू किया और धीरे-धीरे पूरा डाल दिया.

तब मामी ने पैरों को नीचे बिछाया और मुझे लिप किस करने लगी.
अब मामी ने अपनी गांड आगे-पीछे करना शुरू किया और हम किस कर रहे थे.

धीरे-धीरे मामी अपनी गांड आगे-पीछे कर रही थी.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

अब मामी ने थोड़ी स्पीड बढ़ा दी और अपने बूब्स को मेरे मुँह में डाल दिया.
मैं उनके बूब्स को मुँह में लेकर चूसने लगा.

मामी गांड आगे-पीछे करके चुदे जा रही थी और अपने दोनों हाथों से मेरे सर को पकड़ कर अपने बूब्स को दबा रही थी.

मेरी भी आवाज़ निकल गयी- ओह्ह मामी, सच में बहुत मज़ा आ रहा है. मामी यू आर टू हॉट!

अब मैंने अपने दोनों हाथ मामी की गांड पर रखे और उनकी गांड को आगे-पीछे करने में उनकी हेल्प करने लगा.
मामी मेरे लंड को अच्छे से अपनी चूत में घुमा रही थी.

अब मैंने मामी के कान में कहा- मामी, डोगी पोजीशन में करना है?
मामी ने अपनी स्पीड बढ़ायी और कहा- थोड़ा रुको एन्जॉय करने दो. इट इस माय बेस्ट पोजीशन.

उनकी आवाज़ बहुत तेज़ हो गयी … मेरे होंठों को अपने होंठों में लेके बहुत ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी वो.

मैं समझ गया था कि मामी अपना पानी इसी पोजीशन में निकालेंगी.

मैं भी मामी का साथ दे रहा था.
उनको मैं बोलने लगा- मामी फ़क मी हार्डर. मामी यू आर टू गुड. फ़क मी लाइक इट मामी. यू आर टू गुड!

मामी भी बोल रही थी- राहुल, मेरा पानी निकलने वाला है.

मैं भी उनकी गांड को आगे-पीछे स्पीड में करने के लिए उनकी हेल्प करने लगा.
नीचे से जितना हो सकता था मैं भी उनका साथ देने लगा.

मामी फुल जोश में थी और मुझे बोल रही थी- राहुल … आई ऍम कमिंग.
ये बोल कर मामी मेरे होंठों को काटने लगी.

उनकी सांसें बहुत तेज़ चल रही थी और वे आह आअ ह्ह्ह आह्ह आह कर रही थी.
वे ज़ोर-ज़ोर से गांड आगे-पीछे कर रही थी.

फिर मामी की स्पीड बहुत बढ़ी और सांसें एक-दम तेज़ हो गयी.
और आखिरकार X सेक्स विद हॉट मामी करते हुए उनका पूरा पानी निकल गया.

आहें भरती हुई मामी बेहाल होकर मेरे ऊपर गिर गयी और मुझे किस करने लगी बॉडी पर.

अब मैंने मामी को बेड पर बेड के कोने में खींचा और मैं नीचे खड़ा हुआ बेड के.
मैंने मामी के दोनों पैरों को अपने कन्धों पर लिया और मामी की चूत में मेरा लंड डाल कर मामी को चोदने लगा.

थोड़ी देर में ही मामी मूड में आ गयी और बोलने लगी- कितना चोदेगा और?
मैंने कहा- मामी, इतनी हॉट हो ही तुम!
ये बोल कर मैं चुदाई करने लगा.

अब मैं मामी के पैरों की उँगलियों को चूसने लगा चोदते-चोदते.
मामी की जब-जब पैरों की उंगलियां मैं मुँह में डालता तब तब मामी आह उफ्फ की आवाज़ निकालती.

मामी कह रही थी- राहुल, बहुत मज़ा आ रहा है. कहाँ से सीखा ये सब?
मैंने कहा- मामी, बस मन किया और मैं करने लगा.

मामी बोली- करते रहो बेबी. बहुत हॉट हो यार कसम से तुम.
अब मामी भी नीचे से कमर उठा-उठा कर चुदने लगी.

मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी मैंने मामी को कहा- मामी, अब मेरा निकलने वाला है.
मामी ने कहा- रुको.

फिर मामी बेड से उठी और बेड पर ही डोगी पोजीशन में आ गयी.
मैं वैसे ही नीचे खड़ा रहा और पीछे से मामी की चूत में अपना लंड डाल दिया.

फिर मामी ने कहा- चोदो, तुम डोगी पोजीशन पसंद करते हो.

मैंने मामी को चूत में लंड डाल कर चोदना शुरू किया.
मामी और मेरी आवाज़ से कमरा गूँज रहा था.

मैंने मामी के बालों को पकड़ा और अंदर तक चूत में लंड पेलने लगा.
मामी भी पीछे से गांड हिला-हिला कर साथ दे रही थी और मैं पूरे ज़ोर-ज़ोर से अपना लंड अंदर-बाहर कर रहा था.

मैंने मामी से पूछा- मज़ा आ रहा है ना मामी?
वे बोली- यू आर टू गुड इन डोगी राहुल. मुझे चोदो राहुल … चोदो मुझे!

मामी की आवाजों से मेरा जोश और बढ़ रहा था और मैं और ज़ोर से मामी को चोद रहा था.
फच फच की आवाज़ भी इसी में आ रही थी.

मैंने फिर से मामी से कहा- मामी, मेरा निकलने वाला है.
तो मामी ने कहा- रुको!

उन्होंने मुझे हटाया और खुद बेड पर लेटकर मुझे अपने ऊपर आने का इशारा किया.
मैं मामी के ऊपर आया और मामी को चोदने लगा.

अब मामी मुझे किस कर रही थी और मैं मामी को चोद रहा था बहुत स्पीड से.
मामी अपने दोनों हाथों को मेरी गांड पर ले गयी और पूरा मेरा लंड अंदर तक रही थी.

वो बोल रही थी- फ़क मी हार्डर. यस राहुल गिव इट टू मी राहुल. पुश इट हार्डर!
यह सुन कर मैंने अपनी पूरी स्पीड बढ़ा दी.

मैंने मामी से कहा- आई ऍम कमिंग मामी. मामी आई ऍम कमिंग.
मामी ने कहा- कम इनसाइड मी … आई वांट टू फील योर स्पर्म इन माय वजाइना!

तो मैंने कहा- आई ऍम कमिंग मामी.
मामी ने भी नीचे से स्पीड बढ़ाई और मैंने भी.

अब मैंने मामी को बोला- फाइनली आई ऍम कमिंग मामी!
और मेरा सारा स्पर्म मामी की चूत में निकलने लगा.

मामी को जैसे ही मेरा स्पर्म फील हुआ उन्होंने मेरी गांड पर रखा हुआ हाथ और दबाया.
इससे मेरा पूरा लंड और अंदर तक गया और पूरा स्पर्म मामी ने अंदर ले लिया.

मैं अब मामी के ऊपर गिर गया और लेट गया.

मामी मुझे किस करने लगी होंठों पर गालों पर माथे पर और मेरे बालों को सहलाने लगी.

10 मिनट बाद मामी बोली- अब हम चलते हैं. वरना उन लोगों को शक हो जायेगा कि कहाँ हैं हम दोनों.

फिर हम दोनों तैयार हुए और शादी में चले गए.
 
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प्यासी मॉम की चुदाई का मजा- 1




मेरा नाम अमित है.

मेरे पापा दक्षिण भारत के शहर में जॉब करते हैं और वे 6 महीने में एक बार घर आते हैं.

मेरी स्टेप मॉम की उम्र 41 साल है और वह गृहिणी हैं.
वे गोरी हैं, थोड़ी मोटी हैं पर अच्छी दिखती हैं. उनके बूब्स भी काफी बड़े बड़े हैं और वे साड़ी पहनती हैं.

मेरी दो बहनें हैं.
पहली सायली 21 साल की है और संध्या 19 साल की है.

वे दोनों पढ़ाई करती हैं.
दोनों की गांड बहुत बड़ी है और उनके बूब्स जरा सा ही चलने पर बहुत हिलते हैं.

एक रात को अचानक से मेरी नींद खुली.
मुझे प्यास लगी थी तो मैं पानी पीने के लिए बाहर निकला.

उस वक्त मुझे मॉम कमरे से कुछ आवाजें आती सुनाई दे रही थीं.
उनके कमरे की खिड़की खुली थी.

मैंने अन्दर झांक कर देखा तो देखता ही रह गया.
मॉम ने अपनी नाइटी पूरी ऊपर कर रखी थी, वे अपनी चूत में उंगली कर रही थीं.

वे अपनी आंखें बंद करके उंगली चला रही थीं और बुदबुदा रही थीं- आह कोई तो ये आग बुझा दे … आह 6 महीने में एक बार में क्या होता है?

वह दृश्य देखते ही मैं हिल गया और हड़बड़ाहट में पास रखी टेबल पर सजा हुआ पॉट गिर गया.
मैं घबरा गया और अपने कमरे में भाग आया.

मॉम भी उस आवाज से एकदम से डर गयी थीं कि कौन है.
वे बाहर देखने निकलीं और देखते देखते मेरे कमरे में आ गईं.

मैं आंख बंद करके सोने का ड्रामा कर रहा था.
वे मुझे सोता देख कर हल्के स्वर में बोल रही थीं- ये तो सो रहा है, तो आवाज किस की आयी?

फिर वे अचानक से मेरे एकदम पास आकर देखने लगीं कि मैं सच में सो रहा हूँ या नहीं!
उन्होंने मुझे हिला कर चैक किया और वापस चली गईं.

उनके जाने के बाद मैंने सबसे पहले आंखें खोलीं और कुछ देर आस पास देखा.

जब पाया कि सब कुछ सामान्य है तो मैंने Antarvasna3.com साइट खोली और उस पर मॉम सन की चुदाई की कहानी निकाल कर उसे पढ़ना शुरू किया.

दो-तीन कहानियां पढ़कर मैंने अपने लंड को सहलाया तो जल्द ही मेरे लौड़े से पानी निकल गया.
वीर्य निकल जाने से मेरी हालत खराब हो गई और मैं सो गया.

जब मैं सुबह उठा तो बाहर आया.
मॉम मुझे देख कर बोलीं- पहले नहा लो.

थोड़ी देर बाद मॉम मेरे पास आईं और बोलीं- नहीं नहाया?

मैंने मॉम की ओर देखा.
उनके गाल और दूध बहुत मस्त लग रहे थे.

मैंने कहा- पानी डाल दो.
मॉम बाथरूम में मुझे पानी डाल रही थीं.
मैं भी पीछे पीछे घुस गया.

मॉम बार बार ऊपर नीचे हो रही थीं, तो मुझे समझ आया कि इसी तरह बैठे रहने से उनके दूध दिखने लगेंगे.
फिर उनकी गांड मेरी तरफ हो गई.

उनकी गांड देखते हुए मैं सोचता रहा था कि मॉम को पीछे से चोदूँगा.
मैं अभी यह सब सोच ही रहा था कि वे खड़ी हो गईं और बाहर चली गईं.

लंड सहलाते हुए मैं सोचने लगा- ओह यार, आज तो मॉम बहुत मस्त माल लग रही थीं. थोड़ी देर और रुक जातीं, तो पकड़ ही लेता.
मैं मॉम को फिर से बाथरूम में बुलाना चाहता था.

तो मैं बोला- मॉम, मेरे कपड़े तो ला दो!
मॉम- लाती हूँ.

वे थोड़ी देर में आईं और कपड़े देकर चली गईं.
मैंने दरवाजा बंद किया और कपड़े खोल कर मोबाईल पर सेक्स स्टोरी पढ़ने लगा.

मॉम को चोदने की मैंने कई सेक्स कहानियां पढ़ीं.
मुझे मज़ा आ रहा था.

फिर मैंने मॉम को याद करते हुए मुठ मारी.
मुझे सच में बहुत मज़ा आया.

मैं नहा के वापस कमरे में आ गया.
सारे दिन मॉम मेरी आंखों के सामने ही घूम रही थीं.

मैं मॉम को ही देख रहा था.
मॉम फ़र्श पर पौंछा लगाना शुरू कर चुकी थीं.
वे खूब झुक झुक कर फर्श को साफ कर रही थीं.

जब वे जोर से हाथ घुमातीं तो उनके मम्मों के एकदम खुल कर दीदार होने लगे.
मुझे अब अपनी ही मॉम को चोदने के लिए मूड बनता जा रहा था.

मैं मॉम के दूध देख देख कर पागल हो गया था.
अब मैं समझ गया था कि अगर चूत चाहिए तो मॉम ही बेहतर आइटम रहेंगी.

रात को मॉम सोई हुई थीं, तब उन्हें देख कर जी कर रहा था कि आज उन्हें पकड़ कर चोद ही दूं.

बहनें अपने कमरे में टीवी देख रही थीं.
मॉम को अकेली सोती देख कर मजा आ रहा था.

मैं सोच रहा था कि अगर बहनें सो जाएं तो मॉम को चोदने का चांस बन जाएगा.

कुछ देर बाद मैंने हिम्मत करके मॉम के कंधे पर हाथ रखा, वे सो गई थीं.
अंधेरे की वजह से कुछ दिख नहीं रहा था.
कुछ देर बाद मैं भी मॉम के पास ही सो गया.

मैंने सोचा था कि रात को मॉम को जब गहरी नींद आ जाएगी तो मैं उनके दूध दबा लूंगा.
यही सब सोचते हुए मैं सो गया.

रात को मैं मॉम के पास सो गया था, पर कुछ नहीं कर पाया था.
मेरी नींद भी गहरी लग गई थी.

सुबह मैं जरा देर से उठा क्योंकि कल शाम को दो बार मुठ मारी थी तो थकान ज्यादा आ गई थी.

सुबह मॉम मेरे लिए चाय ले आईं.
वे चाय देकर मेरे सामने बैठ गयी.

मॉम को सामने देख कर लंड खड़ा होने लगा.

मैंने चाय पी ली और मोबाईल पर चैट करने लगा.

मॉम के दूध मस्त दिख रहे थे.
सुबह सुबह से उनके मम्मों की दरार एकदम स्पष्ट दिख रही थी और वे भी लापरवाही से अपने मम्मों की झांकी दिखाने में कोई परहेज नहीं कर रही थीं.

मैं मोबाईल में आंखें गड़ाए होने का नाटक करते हुए मॉम के दूध ही देख रहा था.
अब मैं सोच रहा था कि कब मॉम नहाने जाएं और उनकी नहाते हुए में फिल्म बनाऊं.

करीब 11 बजे मॉम नहाने जाने वाली थीं, मैं उनके जाने से पहले बाथरूम के अन्दर चला गया.

सामने वाली दीवार पर लगे हैंगर पर मैंने अपनी शर्ट और पैंट टांग दी और फोन का कैमरा सैट पर दिया.
फोन और शर्ट दोनों एक ही रंग के थे तो कोई भी आसनी से फोन को नहीं पकड़ सकता था.

थोड़ी देर में मॉम अन्दर चली गईं.
मैं दरवाजे के पास खड़ा रहा.

थोड़ी देर बाद पानी की आवाज आने लगी तो मैं समझ गया कि मॉम नहाने लगी हैं.

मॉम करीब आधे घंटे बाद बाहर आ गईं.
मैं बस अपने फोन को लेना चाहता था.

उनके बाहर निकलते ही मैंने झट से अन्दर जाकर अपना फोन लिया और अपने कमरे में चला गया.
सबसे पहले मैंने वीडियो को सेव किया.

मैंने वीडियो को चालू किया तो देखा कि मॉम बाथरूम में घुस गईं और उन्होंने गेट बंद कर लिया.
मॉम ने साड़ी ब्लाउज पेटीकोट खोल दिया. वे पैंटी और ब्रा में मस्त लग रही थीं.

आज फोन सामने वाली दीवार पर होने के कारण मॉम की पूरी बॉडी मस्त दिख रही थी.
मॉम ने अब ब्रा खोली और दूध पर हाथ फेरा, फिर पैंटी भी खोल दी और मॉम ने चूत पर भी हाथ फेरा.

अब वे नहाने लगीं.
मॉम को नंगी देख कर बहुत मजा आ रहा था.
उनके नग्न दूध और चूत देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो गया.

आह … मॉम तो बहुत हॉट हैं … कितनी गोरी हैं.
इन्हें चोद कर तो मजा आ जाएगा.
आह मॉम के दूध भी खूब मस्त हैं … आआह साली के ऊपर चढ़ कर चूत चोदूंगा .. ओह यार …
बस यही कहते हुए मैं झड़ गया.

मैंने आगे देखा कि मॉम ने अपने अंगों में साबुन को लगाना शुरू कर दिया था.
वे अपने दूध और कांख को खूब धो रही थीं.

थोड़ी देर मलने के बाद वे पानी से नहा ली.

उसके बाद उन्होंने अपने दोनों दूध दबाए, अपनी आंख बंद कर ली और चूत पर हाथ फेरने लगीं.
फिर मॉम ने चूत में उंगली करनी शुरू कर दी.

मॉम बहुत मस्त तरीके से अपनी चूत में उंगली कर रही थीं … कुछ देर बाद वे झड़ गईं और ढीली पड़ गईं.

मैं समझ गया कि मॉम को रोज लंड चाहिए.
मैंने पूरा वीडियो बार बार देखा.

जब वे मुड़ीं तो उनकी गांड देख कर बहुत ही अच्छा लगा.

अब रात हुई.

मैं उनके बिस्तर पर लेट कर सोने का नाटक करने लगा.
जब वे कमरे में आईं, तो उन्हें मेरा खड़ा हुआ लौड़ा दिखा.

मॉम मेरे लंड के साथ कुछ करेंगी और उनमें या बहनों में से कोई आया तो उनके साथ सेक्स कर लूँगा.
यही सोच कर मैं सोने का नाटक करने लगा.
नींद में यह सब करूंगा तो कोई कुछ नहीं बोलेगा.

मैं एक पतली सी चादर ओढ़ कर सो गया था.
मैंने कच्छा पहन रखा था और मैंने सोने का ड्रामा किया.

पर ड्रामा करते हुए ही कुछ ही देर बाद मुझे नींद आ गई.
जब जागा, तो 4 बज गए थे.

मॉम शायद किचन में थीं.
मैंने अपने लंड को सहला कर खड़ा किया और उसे अपने कच्छे से बाहर निकाल कर सो गया.

थोड़ी ही देर में मॉम आईं.
जब वे चाय रखने लगीं तो उनका ध्यान लंड की ओर गया.

उन्होंने खड़े लंड को देखा, फिर इधर उधर देख कर फिर से लंड को देखा.
फिर वे बाहर चली गईं.

कुछ देर में वापस आकर लंड देखने लगीं.
जब वे जाने लगीं तो उन्होंने मेरे पास पड़ी चादर लंड पर डाल दी और बोलीं- बेटे चाय रख दी है, पी लो!

मैंने उनकी आवाज सुनकर जागने का अभिनय किया और चाय पी ली.
मॉम को लंड अच्छा तो लगा था, वे कई बार देख चुकी थीं.

अब रात को मैं मॉम को चोदने का प्लान बनाने लगा.

रात को मैं फिर से मॉम के पास गया, मॉम के दूध दबाना चाहता था पर कुछ भी नहीं कर पाया.
उस रात को बस चैट करते हुए सो गया.

मैं 2-3 दिन तक रोज ट्राई करता रहा था मगर कुछ भी नहीं पाया.
उस दिन मैं नहाकर तौलिया लपेट कर मॉम के सामने बैठ गया.

वे सामने बैठी थीं.
मेरा तौलिया छोटा था, तो लंड दिख रहा था … सेक्स क्रेज़ी मॅाम मेरे लंड को घूरने लगीं.

मैं भी ढीठ बना उन्हें अपना लंड दिखाता रहा.
अब मैं समझ चुका था कि उन्हें मेरा लंड देखना अच्छा लग रहा है, यदि अच्छा न लगता तो वे मुझे डांट भी सकती थीं.

ऐसे करते हुए करीब 3 दिन और निकल गए.
मेरी बहनें भी वहीं घूमती रहती थीं, उनका घूमना भी एक बड़ी समस्या बन गई थी.

अगर मॉम अकेली मिल जातीं, तो पकड़ कर चोद देता.

2 दिन बाद मुझे मौका मिल ही गया, सायली और संध्या को लेने के लिए मामा जी आ गए.

मामा जी ने अपना नया घर बनाया था इसलिए वे मॉम लेने के लिए आए थे.
मॉम ने कहा- यहां घर पर बच्चों के पापा नहीं हैं. इसलिए तुम अमित की दोनों बहनों को ले जाओ. अमित मेरे पास बना रहेगा.

मामा दोनों बहनों को लेकर चले गए.
अब मैं बहुत ही ज्यादा खुश हो गया था लेकिन इस खुशी में यह नहीं समझ पाया था कि यह भी मॉम के कारण ही हुआ है.

अगले दिन सुबह सुबह मामा जल्दी ही बहनों को लेकर चले गए.

मॉम मुझे चाय देने के लिए आईं तो मैं लेटा हुआ था और मेरा लंड खड़ा हुआ था.
मॉम चाय देकर वहीं बैठ गईं.

मैं- मॉम, मामा जी कहां हैं?
मॉम- वे तो चले गए, उनका ऑफिस जाना जरूरी था तो वे सुबह जल्दी ही निकल गए, तुम तो सो रहे थे!

मैं- बहनें भी गईं क्या साथ में?
मॉम- हां, दोनों गईं. वे दोनों दस दिन के लिए गई हैं. वे दोनों बहुत दिन से नहीं गई थीं न, तो ननिहाल में सबसे मिल लेंगी.
मैं- ओह, चलो ठीक है.

मॉम- दस दिन तो बस हम दोनों ही रहेंगे.
वे मुस्कुराकर बोलीं.
उनकी मुस्कान में गहराई थी … जिसे मैंने समझने का प्रयास किया.

मॉम- चलो तुम चाय पी लो, फिर फ्रेश होकर नहा लो. आज 10 बजे तक काम पूरा कर लेंगे, चाय पीकर अपने इस कमरे को बंद कर आना, हम दोनों नीचे ही सोएंगे!
मैं- हां ठीक है.

अब मैं सोचने लगा कि बहनों के जाने का कुछ फायदा तो हो गया; अब मैं मॉम को आराम से चोद सकता हूं.

मैंने चाय पी ली और आराम करने लगा.
मेरा लौड़ा खड़ा था.

जब मैं फ्रेश होकर निकला तो उस समय मॉम किचन में काम कर रही थीं.
वे अभी भी रात वाली ड्रेस में ही थीं.

मॉम की उठी हुई गांड मस्त दिख रही थी और उनके गहरे गले वाले ब्लाउज में से उनके दूध भी आधे से ज्यादा दिख रहे थे क्योंकि मॉम ने साड़ी का पल्ला यूं ही डाल रखा था.

मैं उनके और नजदीक गया तो वे मुझे देखने लगीं.
उनके दूध देख कर मैं खुश हो गया.

उस वक्त मॉम की गांड मस्त लग रही थी और मैं मॉम की गांड में अपना लंड डालना चाहता था.

मॉम ने मेरे कड़क लंड को देख लिया मगर उन्होंने नजरें घुमा ली और वे अपना काम करने लगीं.

कुछ देर बाद मैं बाहर आ गया और नाश्ता का इंतजार करने लगा.
मॉम कुछ देर बाद नाश्ता बाहर ले आईं. मॉम और मैंने नाश्ता कर लिया.

कुछ देर बाद मॉम ने मुझसे नहाने के लिए कहा.
वे मेरे लिए बाल्टी में पानी ले आईं.

मॉम- जल्दी से कपड़े मुझे दे दे, अभी धोने हैं.

मैं मॉम को देखता ही रह गया.
वे बाथरूम में थीं और मैं अन्दर घुसने लगा तो उनकी गांड से मेरा लंड टच हो गया.

वे लंड लगने से कुछ नहीं बोलीं और चुपचाप बाहर आ गईं.

मैंने कपड़े खोल कर उनको दे दिए … फिर गेट बंद करके अंडरवियर खोला और हाथ बाहर निकाल कर मॉम को पकड़ा दिया.

उन्होंने मेरा अंडरवियर ले लिया.
मेरे अंडरवियर में मेरे लंड का पानी लग गया था.

अन्दर मेरा लंड खड़ा ही था.
मैंने वैसे ही तौलिया लपेटा और बाहर आकर कमरे में हवा लेने लगा.

मॉम मेरे सामने बैठी थीं.
वे नजर बचा कर मेरा लंड देख रही थीं.
 

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प्यासी मॉम की चुदाई का मजा- 2




अब तक आपने पढ़ लिया था कि मैं मॉम को अपना खड़ा लंड दिखाने लगा था और वे भी किसी प्यासी रांड की नजरों से बड़ी गौर से मेरे लौड़े को देख रही थीं.

अब आगे :

मैं खुश था कि आज तो मॉम अकेली हैं. मैं इन्हें कभी भी पकड़ सकता हूं.
मैंने मॉम के सामने ही अंडरवियर पहन लिया.

कुछ देर के बाद मॉम और मैंने खाना खाया.
अब मॉम अपने कपड़े लेकर नहाने गईं.
मैं उन्हें याद करता हुआ लंड सहलाने लगा.

कुछ देर बाद मॉम नहा कर बाहर आ गईं.

उन्होंने आज पिंक साड़ी पहनी थी.
उसमें वे बड़ी मस्त माल लग रही थीं.

दोपहर को हम दोनों एक ही बेड पर सो गए.

मॉम ने मेन गेट का लॉक लगा दिया था.
मैं मॉम के बाजू में लेटा था बाद में मैं उनसे चिपक भी गया.

मेरा लंड खड़ा था जो मॉम को महसूस हो रहा था.

मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी कि मैं मॉम के दूध दबा सकूँ.
काफी देर तक हम दोनों बात करते रहे.
फिर हम दोनों को नींद आ गई.

उस नींद में मैं मॉम को चोदने के सपने देख रहा था.
मेरा लंड एकदम कड़क ही था.

जब मैं जागा तो मैंने मॉम को आवाज लगाई.
कुछ देर बाद मॉम चाय ले आईं- चल चाय पी ले, बेटे आज रात तू कहां सोएगा?
मैं- क्यों?

मॉम- आज हम दोनों ऊपर ही सोने जाएंगे. मुझे अकेले नींद नहीं आती. ऊपर वाले कमरे में ठंडी हवा भी खूब आती है, मुझे रात को बाहर की ठंडी हवा अच्छी लगती है.
मैं- हां ठीक है.

मॉम भी आज काफी खुश लग रही थीं.
शायद उन्हें भी मेरा लंड चाहिए था.

हम दोनों ने थोड़ी देर बात की.

फिर शाम को मॉम नहाने चली गईं.

हम दोनों ने खाना खा लिया.

मॉम ने नाइटी पहन रखी थी और वे लॉन में झूले पर बैठी थीं.

मॉम- अमित, तेरा लैपटॉप ठीक होने में कितने पैसे लगेंगे?
मैं- यही कोई 3000-3500 रुपये, क्यों?

मॉम- मेरे पास पड़े हैं, ले लेना … और ज्यादा तो नहीं लगेंगे न?
मैं- नहीं, शायद 3000 में ही काम चल जाएगा.

मॉम- तो कल बाजार से ठीक करवा लेना. मैं सुबह पैसे दे दूंगी, तू भी घर में अकेला बोर नहीं होगा.
मैं- ओह मॉम, तुम कितनी अच्छी हो.

मैंने ऐसे कहते हुए मॉम को बांहों में भर लिया और उनके एक गाल पर किस कर दिया.
मॉम- हां सब तेरे लिए ही तो है, तुझे खुश रहना चाहिए.

मॉम को पकड़ कर मुझे मजा आ गया.
मैंने किस लेने के बाद मॉम को देखा.

मॉम- बस बेटे, पैसे मिलते ही मॉम को एक तरफ ही चूम कर छोड़ दिया! इस तरफ़ और कर … तू तो ड्रामेबाज़ है … झूठा ही प्यार दिखा रहा है.
मैं- नहीं मॉम, ऐसी बात नहीं है … इतने पैसे में तो मैं आपको बहुत किस कर सकता हूँ.

मैंने दूसरी तरफ के गाल पर किस किया और एक साथ दो किस कर दिए, पहले गाल पर भी दुबारा से किस कर दिया.

मुझे मॉम को किस करते हुए मजा आ रहा था.
मैंने मॉम को अभी भी अपनी बांहों में पकड़ा हुआ था.

मैं- बस एक किस और रह गया मॉम!
मॉम- वह भी कर दे, इतने पैसे फिर कब मिलेंगे तुझे!

मैंने मॉम को जोर से पकड़ लिया और उनके होंठों को चूम लिया.
वे भी होंठों पर किस करते देख कर चौंक गईं, पर कुछ कहा नहीं.

उनकी तरफ से कोई आपत्ति नहीं देखते हुए मैंने उनके नीचे वाले होंठ को अपने होंठों में दबा लिया और जोर जोर से चूसने लगा.

वे कुछ बोलतीं, उससे पहले मैं उनकी पीठ पर हाथ घुमाने लगा और उनके गर्म होंठों को चूस भी रहा था.
अब मॉम भी चुपचाप होंठ चुसवा रही थीं.

मैं- मॉम, मॉम!
मॉम- हुन, हां!

मैंने अपना एक हाथ मॉम की नाइटी में घुसेड़ दिया और उनका एक दूध पकड़ लिया.
मॉम ने गहरी आह भरी.
मैं उनके होंठों को चूस ही रहा था और अब दूध को भी मसलने लगा.

कुछ देर तक वे हिली ही नहीं.
उनको मजा आ रहा था- ओह्ह बेटा!
मैं- हिलो मत, मॉम!

मॉम- उंह बेटे … अन्दर चल, कोई देख लेगा, हम लोग ऊपर छत पर हैं!
मैं- हां चलो.

मैंने मॉम को छोड़ दिया.
अंधेरा हो गया था.
मॉम मेरे आगे चल रही थीं.

मैं मॉम का हाथ पकड़ कर उन्हें जल्दी से ऊपर ले जाना चाहता था.
हम दोनों ऊपर की छत पर पहुंच गए जहां अंधेरा ही अंधेरा था.

वहां पहले से ही एक चारपाई लगी हुई थी, मॉम वहां पहुंची तो मैंने मॉम को पकड़ लिया और उन्हें किस करने लगा.

मैंने मॉम को पकड़ा हुआ था और उन्हें लगातार किस कर रहा था.

मैं उनके होंठों को बेदर्दी से चूस रहा था जिसमें मुझे मजा आने लगा था.

छत पर घुप्प अंधेरा था तो किसी के देख लेने का खतरा भी नहीं था.

वैसे भी हमारे घर के आस-पास कोई घर नहीं था तो पकड़े जाने का एक प्रतिशत भी भी डर नहीं था.

मॉम ने अपने होंठों को किसी तरह से मुझसे छुड़ाया और लंबी लंबी सांसें लेने लगीं. उनके होंठों से मेरे होंठ छूटे तो मैं उनके गालों को चूमने लगा.
मॉम के गाल भी मस्त थे, तो अब मैं उनके गालों पर और गर्दन पर किस कर रहा था.

मॉम- ओह्ह बेटे आआह्ह्ह अपनी मॉम को ऐसे ही आआह रगड़ दे … आआह … बहुत मस्त किस करता है तू … आआह बेटे तुझे भी मज़ा आ रहा है क्या?

मैं- ओह्ह मॉम … आप पूछो मत … मुझे बहुत मजा आ रहा है … ओह्ह उन्नह्ह … आई लव यू मॉम.
मॉम- मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ बेटा … आह.

मैं मॉम की पीठ पर हाथ भी फेर रहा था.
उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी तो मेरा हाथ उनकी पूरी पीठ को सहला रहा था.

फिर मेरा हाथ उनकी गांड की तरफ गया.
उन्होंने नीचे भी कुछ नहीं पहना था.

वे मुझसे लता की भांति चिपकी हुई थीं और वे भी मेरी पीठ पर हाथ घुमा रही थीं.

मॉम- ओह अमित, कपड़े खोल कर करो न!

मैंने मॉम की नाइटी उतार दी और खुद भी नंगा हो गया.
मॉम को जब मैंने नंगी पकड़ा तो मुझे झटका सा लगा और मेरा लंड एकदम से सख्त हो गया.

मैंने उन्हें फिर से किस करने लगा.
अब मॉम की नंगी पीठ पर मेरे हाथ घूम रहे थे.

मैंने हाथ नीचे ले जाकर उनके चूतड़ों को सहलाया और एक को अपने हाथ में भर कर दबा दिया.
इससे मॉम के दूध मेरे सीने से लग गए.

वे गर्म आहें भर रही थीं.

मॉम- अब मज़ा आ रहा है न बेटे?

मैं- हां मॉम, आपके दूध मस्त हैं, पर इधर अँधेरा है. अन्दर कमरे में चलो, उधर आपको देख कर चोदूँगा तो बहुत मजा आएगा.

मॉम मान गईं और वे छत पर बने कमरे में चली गईं.
उनके साथ मैं भी अन्दर चला गया.

मॉम ने लाइट ऑन कर दी तो कमरे में रोशनी हो गई.
आह मानो दिन ही उग गया था.

मैंने मॉम की ओर देखा, मॉम को नंगी देख कर अजीब सा महसूस हुआ.

तब मैंने अपनी नजर उनके दूध और चूत पर डाली तो मेरा लंड फुफकार उठा.
मॉम मेरे लंड को देख कर खुश हो गईं और वे मुस्कुरा दीं.

मॉम- आह बेटे चल आ जा, तेरा तो बहुत बड़ा है, आज तू अपनी Xxx माँ को बहुत मज़ा देगा.
मैं- हां मॉम, आप तो बहुत मस्त माल हो चलो बिस्तर पर आ जाओ, आज आपको पूरा मजा देता हूँ.

मैंने मॉम को बिस्तर पर लिटा दिया.
अब मैं मॉम की ओर देख रहा था, वे भी कंटीली मुस्कान दे रही थीं.

मॉम ने मेरे लंड को सहलाया और कहा- ओह्ह बेटे, तेरे पापा तो बाहर रहते हैं. मैं उनके साथ सेक्स नहीं कर पाती हूँ … मैं तो बस यही ढूंढ रही थी आह्ह्ह अपने ही घर में इतना बड़ा लंड है और मैं देख ही नहीं पाई … ओह बेटे अब तू मेरी रोज सेवा करेगा न … आह हम दोनों आज से पति पत्नी की तरह रहेंगे … अगर मैं किसी और से ये सब करती तो इज्जत खराब हो जाती … घर में अब किसी को पता ही नहीं चलेगा!

मैं- मॉम जब मैंने आपको पकड़ा, तो आपको बुरा तो नहीं लगा था?
मॉम- नहीं मेरे बेटे तुमसे चुद कर मुझे बहुत अच्छा लगेगा. अब तू ही मुझे रोज मजा देगा.

मैं मॉम के मम्मों पर हाथ घुमा रहा था. वे लेटी हुई मजा ले रही थीं.
मैं- मॉम आपके दूध बहुत मस्त हैं, आपके दूध देखते ही लंड खड़ा हो जाता है.

मॉम- अब तू चुदाई कर मेरे साथ … डर मत … तेरी बहन को बाहर भेज कर मैंने अच्छा किया, अब तो दस दिन तक तेरे आगे नंगी ही रहूंगी. तुझसे चुद चुद कर मुझे बहुत मजा आएगा … इन दस दिनों में तू मुझे जी भर कर चोद दे.
मैं- आआह मॉम … बहन वापस आ जाएगी, तब?

मॉम- फिर रात को उनके सोने के बाद सेक्स करेंगे. वैसे भी वे दोनों ऊपर सोती हैं, तू मेरे साथ नीचे सो जाया कर … अब प्लीज चोद दे न … आह.
मैं- मॉम आपको कैसे पता लगा कि मैं आपको चोद सकता हूं?

मॉम- बेटा, मैंने तेरा लंड देखा था कई बार … फिर मैंने खुद ही तुझको अपने दूध दिखाने शुरू किए. आज तू नहीं पकड़ता तो रात को मैं तुझे नींद में चोद देती. पर थैंक गॉड कि तूने मुझे पकड़ लिया.

मैंने मॉम के एक दूध को मुँह में भर लिया और चूसने लगा.
मैं उसके निप्पल को होंठों से दबा कर खींचता हुआ चूस रहा था.

उन्हें भी मेरे द्वारा दूध चूसे जाने से बड़ा मजा आ रहा था और वे मुझे अपने हाथ से पकड़ पकड़ कर अपने दोनों दूध बारी बारी से चुसवा रही थीं.

मैं उनके दोनों मम्मों को आम की तरह निचोड़ने लगा.

मॉम- ओह्ह आह्ह्ह … बहुत मस्ती से चूस रहा है तू, तेरे पापा तो बस सीधा ऊपर ही चढ़ जाते हैं, मेरे दूध को चूसते ही नहीं हैं … आआह्ह्ह तू तो ऊपर से नीचे सब करेगा … आआह … तुझे मजा आ रहा है न!
मैं- हां मॉम बहुत मजा आ रहा है!

मॉम- ओह्ह बेटा तू तो एकदम जवान लौंडा है आज मुझे खूब मजा देगा … जवान लड़के बहुत एनर्जी से चोदते हैं … तू तो अपने पापा से भी ज्यादा अच्छी तरह से मेरी सेवा कर रहा है आआह … आज तो मैं बहुत खुश हूं, ओह्ह्ह अपने ही घर में नंगी होकर बेटे से चुद रही हूँ, आआह किसी का डर भी नहीं.

मैंने मॉम हर जगह किस किया और अब मैं उनकी नंगी चूत पर हाथ फेरने लगा.
वे टांगें चौड़ी करके अपनी चूत सहलवाने का मजा ले रही थीं.

मॉम- आह तू अपनी मॉम को रंडी की तरह चोद दे … आह अब रहा नहीं जा रहा … तू मुझे अपनी रंडी बना कर चोद दे … आह तू अपना लंड चुसवा मुझे … फिर मेरे ऊपर चढ़ कर चोद दे मुझे!
मैं 69 में हो गया.

मॉम ने मेरे लंड को पकड़ लिया और वे उसे अपने मुँह में लेकर चूसने लगीं.
थोड़ी ही देर में मेरा लंड खूब तन गया.
मैं गर्दन घुमा कर उन्हें देखने लगा.

वे मेरा लंड चूसती हुई मुझे देख कर मुस्कुरा रही थीं.
कुछ देर बाद उन्होंने मेरे लंड को छोड़ दिया.

मैंने सीधे होकर मॉम की टांगों को चौड़ी किया और अपना लंड उनकी चूत पर रख कर शॉट दे मारा.
मेरा लंड थोड़ा फिसल कर उनकी गांड की ओर जाने लगा.

मैंने दुबारा से लंड चूत पर लगा कर शॉट मारा, तो अन्दर घुस गया.

माँ चिल्लाई- आह मर गई … आह अपनी मॉम को चोद दे … आआहह चुदाई कर अपनी मॉम की … आआह्ह मेरे बेटे मैं तुझे बहुत प्यार करती हूँ आआह.

मैं- ओह मॉम … तू एक वेश्या है मेरी कुतिया … ओह मुझे मज़ा आ रहा है आह्ह्ह ओह मेरी रंडी बहन की लौड़ी … साली को लौड़ा चाहिए न … ले कुतिया लंड ले साली. अब रोज़ रात को तुझे नंगी करके चोदूंगा हरजाई साली चूत मरवा.

मॉम- ओह्ह मार मेरी चूत … अपनी मॉम को चोद ले … आह आह्ह … ये राज हम दोनों के बीच ही रहना चाहिए मेरे लाल … किसी को भी पता नहीं होना चाहिए, आआह्ह … तेरी बहन सो जाया करेगी तो तू मुझे चोद लिया कर आआह्ह … अब तो रोज तू ही चोदेगा मुझे … यह बात तेरे पापा को पता नहीं चलना चाहिए … नहीं तो वे हम दोनों को घर से निकाल देंगे आ आह्ह्ह … तेरा लौड़ा तो मस्त है … आआह्ह अब तो मेरी लॉटरी लग गई आआह.

मैं- ओह्ह्ह मॉम आआह्ह्ह साली बहन की लौड़ी आह्ह्ह … आआ … मॉम साली आज तुझको सारी रात चोदूंगा.
मॉम- हां मेरे मादरचोद बेटे, मैं तुझसे सारी रात चुदने के लिए तैयार हूँ, चोद अपनी मॉम की चूत … आआह्ह्ह … आआह्ह दस दिन तक तो तुझे खुली छूट है … बहनें आ गईं, फिर कोई रंडी भी तुझे यूं नहीं चोदने देगी!

मैं- ओह्ह तुझे तो सायली और संध्या दोनों के सामने ही चोद दूंगा, बहन की लौड़ी … उनको भी एक साथ में चोदूँगा, दोनों के दूध भी खूब बड़े बड़े हो गए हैं.
मॉम- वह तेरी बहनें हैं!

मैं- वे बहनें हैं, तू मॉम है, पर मैं तुम तीनों को नंगी करके रखूंगा, पापा के जाने के बाद रंडियों की तरह चोदूंगा, तीनों को … सायली और संध्या को तो सारे दिन नंगी ही रखूंगा, सायली तो मुझे बहुत ही अच्छी लगती है!
मॉम- ओह ये बात है, कोई देख लेगा तो?

मैं- अपने घर कौन आता है यहां, रात को तो नंगी कर मारूंगा तीनों की!
मॉम- ओह फिर तो बहुत मज़ा आएगा, मॉम और बेटियों को तू अकेला ही चोदेगा क्या … चल ठीक है यार आने दे तेरी बहनों को … आह अगर वे मना कर देंगी तो?

मैं- उनके सामने तुझे चोदूँगा तो वे अपने आप चुदने के लिए आ जाएंगी … आआह्ह रंडी की तरह तीनों की चूत में लंड डालूंगा और जब जी करेगा तीनों की चूत को डॉगी स्टाइल में चोदूंगा आह आ जा मॉम अब तू भी कुतिया बन जा … ऐसे बहुत देर से मरवा रही है आह.
मॉम- ओह्ह डॉगी में … आआह ओके तू पेल जल्दी से आआह्ह्ह!

मैंने मॉम को डॉगी स्टाइल में किया और लंड चूत पर रख कर जोर से शॉट मारा.
अब मैं उनके कंधे पकड़ कर शॉट मार रहा था और फट फचक फचक की आवाज आ रही थी.

मॉम- आह उउउइइ मर गई … ऐसे ही चोद … बहुत मज़ा आ रहा है ओह अमित आआह्ह्ह तेरा लौड़ा तो बहुत काम का है आह्ह उउइइ आआह्ह्ह अमित ओह!

मैं जोर जोर से मॉम की चूत मार रहा था, थोड़ी देर में मॉम की चूत झड़ कर पूरी ढीली पड़ गई और चूत चिकनी हो गई.
वे झड़ती हुई जोर जोर से आवाजें कर रही थीं.

मैंने उन्हें जोर जोर से चोदना जारी रखा.

दोस्तो, मैंने अपनी प्यासी मॉम चोद दिया था,
 
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प्यासी मॉम की चुदाई का मजा- 3



में बता रहा था कि अपनी प्यासी मॉम की चुदाई किस तरह से की.

अब आगे :

कुछ देर में मॉम की चूत में मैंने अपना रस भर दिया.
झड़ने के बाद भी मेरे लंड कड़क था तो मैं उनको शॉट मारे ही जा रहा था.

फिर कुछ देर तक मैं मॉम पर चढ़ा ही रहा और लंड सिकुड़ कर चूत से बाहर निकल आया तो मैंने मॉम को छोड़ दिया.

मॉम खड़ी हुईं तो मैंने उनको जोर से किस कर दिया.

मैं- ऊह्ह्ह मॉम … आज अपने बेटे से तू चुद गई मज़ा आया न!
मॉम- बहुत मजा आया अमित तुम बहुत अच्छे मर्द हो … तुमने आज अपनी मॉम को नहीं, एक प्यासी औरत को चोदा है.

मैं- मॉम सॉरी, मैं आपको चोदना नहीं चाहता था … आह … सच में मैं बहक गया था.
मॉम- आआह अमित, अब तेरी मॉम तेरी रंडी बन गई है. तू मेरा घरवाला है आज से … मेरी चूत में तेरा ही लंड होगा … आ अब चल तेरा लौड़ा साफ़ कर देती हूँ. बेटा बस इतना याद रखना कि यह बात सिर्फ अपने दोनों के बीच ही रहना चाहिए. तेरा जब जी करे, तब मुझे नंगी कर चोद लिया कर. मैं किसी से कुछ नहीं कहूंगी.

मैं- सच मॉम आआह मेरी जान तेरी चूत बहुत मस्त है, तू मेरी रंडी है!

मैं- आ आहह मेरी रंडी मॉम, तू बहुत अच्छी है … चलो लंड साफ कर दे अपने यार का … इसे चूस कर साफ कर!
मॉम मेरे लंड को चूसने लगीं.

मॉम मेरे लंड को साफ कर रही थीं, मैं मॉम को चोद कर आज बहुत खुश था.

अब मेरा लंड साफ हो गया था.

मैंने मॉम को अपनी बांहों में भर लिया और उन्हें चूमते हुए पुनः पूछा- मॉम आपको बुरा तो नहीं लगा न?
मॉम- नहीं बेटा, मुझे बहुत अच्छा लग रहा है … पर बेटा ये बात किसी और को बिल्कुल पता नहीं लगनी चाहिए, अगर ये पता चल गया तो अपना घर बर्बाद हो जाएगा. तू कहीं अपने दोस्तों को भूल से भी मत बता देना … तू चाहता है कि हम दोनों रोज ये खेल खेलें, तो ये बात सीक्रेट ही रहना चाहिए.

मैं- ठीक है मॉम, मैं किसी को भी नहीं बताऊंगा ये सब, पर मॉम सिस्टर्स आ जाएंगी तब आपको कैसे चोदूँगा?
मॉम- वह सब मेरे ऊपर छोड़ दे, वे दोनों तो ऊपर अपने कमरे में सोती हैं. जब वे चली जाएं, तो तुम मेरे साथ नीचे ही सो जाया करना. मैं उनके सामने ही कह दूँगी कि बेटे मुझे अकेले डर लगता है, मेरे पास ही सो जाओ.

मैं- उसके बाद भी अगर किसी तरह से बहनों को पता चल गया तो?
मॉम- कैसे पता चल जाएगा यार! जब वे सो जाएंगी, तब करेंगे न … वैसे भी मैं सीढ़ियों को लॉक करके कमरे में आऊंगी और उसके बाद ही हम दोनों यह सब करेंगे … वे चाह कर भी नीचे नहीं आ पाएंगी.

मैं- हां ये ठीक है … मॉम क्या सच में आपने पापा के अलावा कभी किसी और नहीं चुदाया है?
मॉम- नहीं, तेरे पापा ही चोदते हैं, पर बेटा एक जवान और बड़ी उम्र के आदमी में फ़र्क होता है. तेरे पापा बस सीधे चूत ही चोदते हैं. वे मुझे फटाफट चोद कर सो जाते हैं. पर तुमने तो आज मेरी खूब चुदाई की है बेटा, औरत को बस मर्द से यही प्यार चाहिए होता है.

मैं- ओह मॉम, मैं आपको बहुत प्यार करूँगा … मुझे आज आपको चोद कर सच में बहुत मज़ा आया.
तब मैं मॉम के गाल को किस करने लगा. फिर मॉम के होंठ चूमने लगा.

मैं मॉम के ऊपर लेट गया.
मॉम और मैं दोनों नंगे ही सोये हुए थे.
मुझे मॉम के ऊपर लेट कर मजा आ रहा था.

मॉम मुझे सहलाती हुई प्यार कर रही थीं- आआह्ह … बेटे आज मैं बहुत खुश हूँ अब मुझे प्यासी नहीं रहना पड़ेगा. तू तो हर समय मेरे पास ही रहेगा. तुझे अब मैं रोज़ अपना दूध पिला कर और जवान बना दूंगा ताकि तू अपनी मॉम को खूब जोर से चोद सके!

मैं- हां मॉम, अब अपने ही घर में बस एक ही काम होगा और वह काम है आपकी दिन रात चुदाई … मॉम, मैंने आपकी गांड तो मारी ही नहीं!
मॉम- वह सब सुबह कर लेना. अब सो जाओ, बहुत रात हो गई है … चलो कपड़े पहन लो!

मैं- नहीं मॉम, ऐसे ही सो जाओ … मज़ा आएगा. चलो उस तरफ़ हो जाओ … मैं आपकी गांड में लंड डाल कर सोऊंगा.
मॉम- नहीं अब सो जाओ … सुबह जल्दी उठना है.

मॉम मेरी तरफ गांड करके सो गईं. मैंने मॉम की गांड की दरार में आराम से लंड डाल दिया और उनसे चिपक कर सो गया.

मैं अपने एक हाथ में मॉम का एक दूध पकड़ कर मजा लेते हुए सोने लगा.

मुझे नींद नहीं आ रही थी और मैं उन्हें वापस गर्म करने लगा था.

मैं- आआह … ऐसे तो बहुत मजा आएगा, मॉम अपना फेस मेरी तरफ करो न … मुझे गाल भी चूमने हैं … आआह आ जा न मेरी रंडी.

मॉम ने मेरी तरफ चेहरा किया तो मैं उनके गाल चूसने लगा.
मैं मॉम के जवान जिस्म का मजा लूट रहा था.

मॉम- आह … सारी रात ही चुदाई करेगा क्या मेरी … मैं तो तुझे सीधा समझती थी, तू तो पूरा मादरचोद निकला!
मैं- ओह्ह … तू भी कोई कम नहीं है आह मॉम अब तो बस मुझे दिन रात तेरी चुदाई ही करनी है. मॉम एक बात बोलूँ क्या?

मॉम- बोल!
मैं- यार अगर सायली और संध्या की चूत मिल जाए तो!

मॉम- हम दोनों फंस सकते हैं. तू बस मुझे ही चोद लिया कर, सायली को तो तू जानता है ना!
मैं- यार ट्राई तो करना ही पड़ेगा, अगर उन दोनों की चूत चोदने को मिल जाए तो हम चारों एक साथ सेक्स करेंगे! तुम तीनों को मैं बहुत मजा दूंगा, सायली के दूध बहुत मस्त हैं, टी-शर्ट में निप्पल देख कर मजा आ जाता है. आह उन दोनों की गांड भी मस्त है.

मॉम- तेरे ट्राय करने में कहीं सारा काम बिगड़ न जाए … आह बेटे धीरे से चूम न काट क्यों रहा है … आह मजा आ रहा है.
मैं- ओह्ह्ह मॉम मुझे भी.

मॉम- बेटे तुमने मुझे चोदने की सोची कैसे?
मैं- आहहह मॉम … मैं सेक्स स्टोरीज पढ़ता था … मुझे वे सब सेक्स कहानी बहुत अच्छी लगती हैं. मैंने एक स्टोरी में पढ़ा था कि एक लड़का अपनी भाभी को चोद रहा है.

मॉम- अच्छा फिर?
मैं- पहले मैंने देखा कि आस-पास कोई भाभी है क्या? मगर कोई नहीं मिली!

मॉम- फिर क्या हुआ?
मैं- फिर क्या होना था … अपने घर के आस पास कोई नहीं थी और फिर बस मैंने आपको ही चोदने की योजना बनाई.

मॉम- ओह्ह … तो ये सब तेरा प्लान था, तेरे मन में MILF सेक्स की बात आई, तूने इसलिए मुझे अपना लंड दिखाया था. पर तेरा लंड देख कर ही तो मेरा जी करने लगा कि तुझ से चूत मरवाऊं!

मॉम आज काफी खुश थीं.

मुझे अब नींद आ रही थी. मैं मॉम की गांड में से लंड निकाल कर सीधा लेट गया. मॉम भी अब सोने वाली थीं.
हम दोनों सो गए.

मॉम सुबह जल्दी उठ गई थीं, पर मैं तो करीब 10 बजे उठा था.
मॉम मेरे लिए चाय ले आईं, उन्होंने ही मुझे जगाया.

मैं नंगा ही सो रहा था.

मॉम को देख कर मुझे शर्म आने लगी और मैंने चादर ओढ़ ली.

तब मॉम हंस कर बोलीं- हां साले मादरचोद … अब शर्म आ रही है, रात को तेरी शर्म कहां चली गई थी, जब अपनी मॉम की रंडी बना कर चोद रहा था, बोल!
मैं- ओह मॉम, सब टाइम टाइम की बात होती है … पानी दो पहले!

मॉम नाइटी में थीं, वे मेरे पास ही बैठी थीं.
मैंने चाय पी ली.

मैं- ओह मॉम, अभी भी रात की नाइटी में ही घूम रही हो … इरादा क्या है?
मॉम- हट बदमाश, सारे दिन ही चोदने की मत सोचा कर. अब जल्दी से नहा ले, मुझे और भी बहुत से काम हैं.

मैं- हां आप चलो, मैं आता हूं. वैसे मस्त लग रही हो!

कुछ देर बाद मैं नहा कर बाहर आया, तो उस वक्त मॉम किचन में खड़ी थीं और खाना बना रही थीं.

मैं चुपचाप मॉम के पीछे चला गया और उनको पीछे से पकड़ लिया.
मॉम एकदम से चौंक गईं.
मैं सिर्फ अंडरवियर में ही था.

मॉम- ये क्या कर रहे हो, दिन में ये सब नहीं करना … दूर हटो.
मैं- ऊह मॉम, अपनी मॉम को प्यार कर रहा हूँ आआहहह हिलो मत!

मैंने मॉम की नाइटी ऊपर कर दी और लंड उनकी गांड में डाल दिया.
मैं शॉट मारने लगा.

मॉम- ओह … कोई देख लेगा ओह तुम मरवाओगे अमित!
मैं- मरवाओगी तो तुम … आह हिल मत रण्डी साली!

मॉम- छोड़ो, कोई आ गया तो सब गड़बड़ हो जाएगी!
मैं- आह आहहह … कोई नहीं आएगा, मेन गेट लॉक किया हुआ है.

मॉम- आआह यही जगह मिली है तुझे आआह!
मैं- आह, अब ये लबादा भी उतार दो यार!

मैंने नाइटी उतार दी और मॉम को पकड़ लिया.
मैं उनकी गांड में शॉट मारने लगा और उनके बड़े बड़े दूध को मसल कर छोड़ दिया.

मॉम- आअह … ऐसे तो मुझे रंडी बना देगा … साला दिन में भी नहीं मानता आआह.
मैं- मॉम ये अपना घर है और तू मेरी रंडी है … सब हमको मां बेटा समझते हैं, उनको क्या पता कि दोनों चोदा चोदी करते हैं … आआहह मैं तो चाहता हूँ कि हम इस घर में दोनों ही रहें … कोई भी रोकने टोकने वाला हो ही नहीं … मॉम यार बहनों को किसी हॉस्टल में सैट कर दो न आआहह!

मॉम- ओह्ह बेटा … अब तो मैं भी यही चाहती हूं कि हम दोनों के अलावा यहां कोई ना हो ताकि तू मुझे दिन में भी नंगी करके चोद सके. पर बेटा, सायली और संध्या के कॉलेज जाने के बाद भी तुम मुझे चोद सकते हो. आआह हह, आआहह … थोड़ा तेल लगा लिया कर साला सूखी गांड मारने लगा!

मैं- आआह हह यार … तुम इस स्लैब पर झुक जाओ और मजा लो आह हां ऐसे.

मैंने मॉम को पूरा झुका लिया और लंड उनकी गांड की जड़ में जाने लगा था.

मॉम- ओअ कितना अन्दर तक पेल रहे हो यार!
मैं- आह्ह रंडी, हिल मत आआह बड़ी मस्त है तेरी गांड … मज़ा आ रहा है आह्ह्ह … आअ आह्ह!

मॉम- ओह्ह साले … मुझे दर्द हो रहा है आआह, आराम से कर ले कहीं भागी नहीं जा रही मैं, तू ही चोदेगा मुझे … भोसड़ी के … रण्डी की औलाद … धीरे पेल आआह दर्द हो रहा है तेल लगा कर मार ले न!
मैं- ले साली … निकल गया बाहर आह अब चूस मेरा लौड़ा और चूस कर इसे चिकना कर ले!

मैंने लौड़ा उनके मुँह में डाल दिया और उनके बाल पकड़ कर आगे पीछे करने लगा.
वे मेरे कदमों में कुतिया बन कर लंड चूस रही थीं.

मैं- ओह मॉम, बहुत मज़ा आ रहा है आह्ह, चूस ले ऊओहह आ ऊआहह साली, चूस आआह्ह … ओओह आआह चल साली बेड पर चल.
मॉम- आह यार यहीं करो न आह्ह्ह … मजा आ रहा है.

मैं- आहह नहीं साली तू ऐसे नहीं मानेगी चल कमरे में आ जा मेरी रंडी मॉम.

मैंने मॉम को गोदी में उठा लिया और बेडरूम में ले जाकर बेड पर पटक दिया.

मॉम- आआह हह … ऐसे उठाकर बेड पर ले आया मानो मैं तेरी नई नवेली बीवी हूँ. ओह!
मैं- तू मेरी घर वाली है, आज रात तेरी मांग भरूंगा और तुझको माला पहना कर तुझसे शादी करूंगा, फिर सुहागरात मनाऊंगा!
मॉम- ओह्ह्ह सच में, ओह्ह्ह तुम कितने अच्छे हो!

मैंने मॉम को घोड़ी बना लिया और जोर जोर से गांड मारने लगा.
मुझे गांड का मजा आने लगा.

तभी बाहर गेट पर डोर बेल बजी.

मॉम- ओह्ह्ह अब कौन भैन का लौड़ा आ गया … चल छोड़ … देखती हूँ.
मैं- कहीं नहीं जाएगी तू, मुझे मजा आने वाला है साली!

मैंने मॉम के दूध पकड़ लिए और जोर जोर से शॉट मारने लगा.
बाहर डोर बेल बज रही थी.

मैं मॉम को चोद कर ही छोड़ने वाला था, तभी फोन की घंटी बजी.

मॉम- ओह तू फोन तो उठा लेने दे, पता नहीं कौन है, तू बस शॉट मारता रह, मैं बात कर लूंगी.

मैंने अलमारी पर पड़े फोन को उठा कर मॉम को दे दिया, मॉम ने चुप होने का इशारा किया.

मॉम- हैलो कौन?

अनीता- अरे यार मैं अनीता हूं, तेरे घर के सामने खड़ी हूं, तू कहां है?
मॉम- वह वह मैं नहा रही हूँ, तू रुक, मैं आती हूँ 5 मिनट में.

अनीता- क्या बात है, तेरी सांस क्यों फूली हुई है, नहा रही हो या दौड़ रही हो या कुछ और कर रही हो!
मॉम- तुम रुको, अभी आकर सब बताती हूँ आह!
और मॉम ने फोन काट दिया.

मॉम- आह अमित, जल्दी करो … आज फंस जाएंगे, तू गेट खोल देना, मैं नहाने जाती हूँ.

मैंने जोर जोर से शॉट मारे और मॉम की गांड में झड़ गया.

मॉम- ऊहह साले ने मार ही दिया! अब जल्दी निकल न!
मैं- ऊह्ह्ह, मज़ा आ रहा है आआहह, ऊह्ह … मज़ा आ रहा है, बस दो मिनट आआह … बहुत देर से मेहनत कर रहा हूँ.

मैंने सारा रस मॉम की गांड में ही छोड़ दिया.
मॉम खड़ी हुईं और बाथरूम की तरफ चली गईं.

मैंने बस तौलिया लपेटा और गेट खोलने चला गया.
गेट खोला तो अनीता आंटी खड़ी थीं.

मैं- नमस्ते आंटी!

अनीता मेरी तरफ देख कर मुस्कुराई.
वह मेरी बॉडी की तरफ देखती हुई बोली- और हीरो … क्या कर रहे हो?
मैं- आप अन्दर आएं, वह मैं … कुछ काम ही कर रहा था.

अनीता आंटी अन्दर आ गई.

आप मुझे जरूर बताएं कि आपको हॉट स्टोरी कैसी लगी.
 
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Enjoywuth

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Nice one... Ek sayad repeat ho gayi hai jo aaj posy ke hai.

J
Keep rocking
 
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