तेईसवाँ अध्याय: अभिलाषित प्रेम बन्धन
भाग - 17
अब तक आपने पढ़ा:
मैं: 10K यानी 10 Kisses!
Kisses सुन कर भौजी की जान में जान आई और उनके दोनों गाल गुलाबी हो गए!
भौजी: सब एक साथ दूँ की किश्तों में?
भौजी शर्माते हुए बोलीं!
मैं: Madam जी हमारे पास तो सारे plans हैं!
मैंने किसी दुकानदार की तरह बात की, मेरी बात सुन भौजी मुस्कुराने लगीं|
मैं: चाहो तो One-time payment कर दो या फिर घंटों के हिसाब से EMI बाँध लो!
मैंने अपने होठों पर जीभ फिराते हुए कहा|
मैं: लेकिन एक बात बता दूँ, दोनों ही सूरतों में हम 'ब्याज' तगड़ा लेते हैं!
मैंने 'ब्याज; शब्द पर जोर देते हुए कहा! भौजी मेरी बात समझ चुकी थीं और मोल चुकाने के लिए तैयार थीं लेकिन बच्चों की मौजूदगी थी तो इस वक़्त मैंने अपनी 'दूकान' का shutter down कर दिया! भौजी का दिल अब फिर से ख़ुशी से भर चूका था, मगर मैं जानता था की चन्दर जर्रूर फ़ोन को ले कर भौजी को तंग करेगा इसलिए मैंने अपनी आवाज सख्त करते हुए कहा;
मैं: अगर वो (चन्दर) कुछ बोले तो मुझे बताना!
मेरी बात सुन भौजी ने हाँ में सर हिलाया और आयुष को अपने सोने को कहा| अपनी मम्मी के पास सोने पर उसे आज रातभर नए फ़ोन के साथ खेलने को मिलता इसलिए आयुष ख़ुशी-ख़ुशी अपनी मम्मी के साथ चला गया| आयुष के जाते ही नेहा मेरे फ़ोन से खेलने लगी, फिर मैंने उसे कहानी सुनाई और दोनों बाप-बेटी लिपट कर सो गए|
अब आगे:
अगले दो दिन मैं काम में काफी व्यस्त रहा, मगर मेरी और भौजी की बातें whats's app पर होती रहीं| तीसरे दिन मुझे नए project के लिए budget बनाना था, इसलिए मैं अपने कमरे में काम कर रहा था जब भौजी मेरे लिए चाय ले कर आईं;
भौजी: जानू आपको पता है मैंने फ़ोन में search कर के अंग्रेजी के नए नए शब्द सिखने शुरू कर दिए!
भौजी इठलाते हुए बोलीं|
मैं: अच्छा जी? मेरी जानेमन तो बहुत smart है?
मैंने भौजी की तारीफ करते हुए कहा| अपनी तारीफ सुन भौजी अपनी शेखी बघारने लगीं;
भौजी: और न मैंने है न माँ को internet से बहुत सारी recipe पढ़ कर सुनाईं! फिर न मैंने माँ को खाना बनाने वाली वीडियो भी दिखाई, फिर न मैंने google पर words के meaning ढूँढे! गाँव में तो मुझे dictionary में शब्द ढूँढना पड़ता था, मगर यहाँ तो सब फ़ट से मिल जाता है!
भौजी बच्चों की तरह अपनी बातें बताने में लगी थीं और मैं प्यारभरी नजरों से उनका ये बचपना देख कर आनंद ले रहा था|
कुछ पल बाद भौजी ने अपना फ़ोन का बखान करना बंद किया और बड़ा दिलचस्प सवाल पुछा;
भौजी: जानू....आपको याद है......आपने गाँव में मुझे porn देखने के बारे में बताया था?
भौजी ने जिस तरह अपनी बात खींच कर कही थी उससे मैं भौजी के दिमाग में उठ रही खुराफात समझ गया था|
मैं: हाँ तो?
मैंने जानबूझ कर अपना ध्यान काम में लगाते हुए कहा| भौजी ने मेरी ठुड्डी पकड़ी और अपनी तरफ घुमाते हुए बड़े ही शरारती ढंग से बोलीं;
भौजी: मुझे भी देखना है!
भौजी की बात सुन मैं दंग रह गया और आँखें बड़ी कर के उन्हें देखने लगा!
मैं: अच्छे बच्चे ये सब नहीं देखते!
कुछ देर पहले जो भौजी बच्ची बनी मुझसे बात कर रहीं थीं, मैंने उसी बात को मद्दे नजर रखते हुए कहा| मेरा खुद को बच्चा कहने से भौजी ने अपना मुँह डब्बे जैसा फुला लिया!
भौजी: मुझे देखना है....मुझे देखना है....मुझे देखना है!
भौजी ने नाराज होते हुए बच्चों की तरह अपनी बात दोहरानी शुरू कर दी! भौजी का इस तरह जिद्द करता देख मुझे बहुत मजा आ रहा था और मैं अपने हाथ बाँधे धीमे-धीमे मुस्कुराये जा रहा था|
भौजी: जानू....pleaseeeeeee.....बस एक बार! अब पहले ही आप मुझे 'उस तरह' प्यार नहीं करते, कम से कम एक बार 'वो' (porn) दिखा तो दो?!
भौजी विनती करते हुए बोलीं| मैं भौजी की भोली-भाली बातों में आ गया और उन्हें porn दिखाने के लिए तैयार हो गया| जब से भौजी ने गाँव में मुझे ये सब देखने से मना किया था तब से मैंने आज तक porn नहीं देखा था, इसलिए porn देखने की चुल्ल तो मुझे भी थी! मैंने desktop चालु किया, उसमें headphones attach किये और सीधा एक porn website खोलने लगा| उस समय हमारी माननीय सरकार ने porn websites पर ban लगा दिया था इसलिए किसी भी website का link नहीं खुला| अब मैंने Google पर VPN search करना शुरू किया, इस दौरान भौजी थोड़ी बेसब्र हो चली थीं इसलिए वो बीच में बोलीं;
भौजी: और कितना टाइम लगेगा?
मैं: जान, सरकार ने porn website ban कर रखीं हैं, इसलिए मैं VPN ढूँढ रहा हूँ!
जैसे ही मैंने उन्हीं सरकार द्वारा ban की बात बताई भौजी घबरा गईं और बोलीं;
भौजी: तब रहने दो, कहीं पुलिस-वुलिस का चक्कर पड़ गया तो बहुत बदनामी होगी!
भौजी को घबराते देख मैं हँसने लगा|
मैं: ओ मेरी प्यारी मेहबूबा! ऐसा कुछ नहीं होगा, मैं इसीलिए VPN use कर रहा हूँ|
मेरा भौजी को मेहबूबा कहना बहुत अच्छा लगा था इसलिए वो शर्म से दोहरी हो गईं!
भौजी: ये VPN क्या होता है 'जी'?
भौजी ने किसी नई-नवेली दुल्हन की तरह अपने पति के लिए 'जी' लगा कर कहा|
मैं: जब हम internet पर browsing करते हैं तो हमारा IP address दिखता है, अगर किसी को हमें पकड़ना होता है तो वो इस IP address के बदौलत पकड़ सकता है! कोई हमें न पकड़ सके इसके लिए मैं VPN use करता हूँ, VPN हमारा IP address छुपा लेता है और उसकी जगह एक नक़ली जगह का नकली IP address देता है! तो VPN इस्तेमाल करते हुए हम आराम से porn देख सकते हैं!
अब जिसने कभी इस तरह का तिगड़म वाला काम न किया हो उसका डरना स्वाभाविक है, यही कारन था की भौजी अब भी घबरा रहीं थीं| लेकिन जब मैंने porn website खोली और पहली video भौजी को चला कर दिखाई तो भौजी का डर भाग गाया तथा उसकी जगह कामोत्तेजना ने ले ली!
Computer पर sex scene देख कर भौजी का मुँह खुला का खुला रह गया, वो ये तक भूल गईं की घर पर हमारे इलावा माँ भी मौजूद हैं और वो कभी भी यहाँ आ सकती हैं! अब मैं पहले भी इस तरह छुप कर porn देख चूका था इसलिए मेरी नजर दरवाजे तथा screen दोनों पर थी| इधर भौजी से खड़े हो कर porn देखना मुश्किल हो रहा था इसलिए उन्होंने कुर्सी खींची और मेरी बगल में बैठ कर दिल लगा कर porn video देखने लगीं! दो मिनट बाद video खतम हुई तो भौजी किसी लालची इंसान की तरह बोलीं;
भौजी: दूसरी वाली लगाओ!
भौजी का इस तरह बेसब्र होना देख कर मैं फिर मुस्कुराने लगा! मैंने अगली video चलाई तो वो पहली वाली से भी जबरदस्त थी! भरे-पूरे शरीर वाली एक लड़की एक लड़के के साथ जम कर sex कर रही थी! ये वीडियो देख हम दोनों की उत्तेजना बढ़ने लगी थी, मेरा कामदण्ड अपना प्रगाढ़ रूप ले रहा था और भौजी के मुँह से; "सससस...ससस...ससस" की सिसकारियाँ फूटने लगीं थीं! अगले ही पल भौजी ने मेरा बायाँ हाथ पकड़ कर अपनी जाँघ पर रख दिया और मुझे साडी के ऊपर से अपनी योनि सहलाने का मूक निमंत्रण दिया! मेरा दिमाग उस समय वैसे ही काम नहीं कर रहा था इसलिए मैंने धीरे-धीरे अपनी उँगलियों से साडी के ऊपर से भौजी की योनि की टोह लेना शुरू कर दिया| उधर भौजी ने अपना हाथ मेरे कामदण्ड पर रख दिया और उसे दबाने लगीं! पाजामे के ऊपर से ही सही, 5 साल बाद ये हमारा पहला स्पर्श था! भौजी की उँगलियों ने अपना जादू चलाना शुरू कर दिया था और उनके बस दबाने भर से मैं लगभग अपने चरमोत्कर्ष तक पहुँचने वाला था! मुझे अपनी हद्द पता थी इसलिए मैंने अपने दाहिने हाथ को भौजी के हाथ पर रख कर अपने कामदण्ड पर से हटा दिया! मेरा ऐसा करने से भौजी अवाक हो कर मुझे देखने लगीं, मैंने न में सर हिलाया और गर्दन के इशारे से उन्हें video देखने को कहा| भौजी के चेहरे पर एक नक़ली मुस्कान आई और वो वीडियो देखने लगीं| कुछ पल बाद मैंने अपना बायाँ हाथ भौजी की योनि पर से हटा लिया, मैं जानता था की मेरा उन्हें रोकना बुरा लगा है मगर मैं भी अपने कारणों के आगे मजबूर था!
खैर कुछ देर बाद बच्चों के school से आने का समय हुआ तो भौजी उठ कर खाना बनाने चली गईं| मुझे लगा की आज के बाद भौजी फिर कभी porn नहीं देखना चाहेंगी मगर ऐसा नहीं था, भौजी को porn देखने का चस्का लग चूका था! दोपहर को खाना खाने के बाद बच्चे माँ के पास सो गए, मैं अपना काम ले कर बैठक में बैठा था जब भौजी मेरे पास आ कर बैठीं और हमारे बीच खुसर-फुसर शुरू हुई;
भौजी: जानू आज जो हमने porn देखा आपको उसमें 'मज़ा' आया?
भौजी ने अपनी आँखें गोल घुमाते हुए पुछा| मैं भौजी के सवाल में मौजूद शरारत भाँप गया और मुस्कुराते हुए बोला;
मैं: मज़ा तो आपको आया!
मैंने भौजी को आँख मारते हुए कहा|
भौजी: मुझे तो मज़ा आया ही, लेकिन ये video देख कर मेरे मन में एक सवाल पैदा हो गया!
किसी भी नारी के मन में हमेशा ये जानने की ललक होती है की उसके प्रियतम के मन को क्या भाता है और जब बात sex की आती है तो नारी की जिज्ञासा और बढ़ जाती है! उसे जनना होता है की मर्द को sex में क्या लुभाता है, जैसे जिस्म की बनावट (मोटा-पतला), स्तनों का आकार, पिछाड़ी (गाँड़) का आकार (बड़ी या छोटी), कमर का कटाव आदि! मर्द को कौन सा आसन, कौन सी क्रिया पसंद होती है और क्या वो मर्द की ये इच्छा पूरी कर सकती है या नहीं? कुछ ऐसे ही सवाल भौजी के मन में पैदा हो गए थे और उन्हें मुझसे ये सवाल सीधा-सीधा पूछने में संकोच हो रहा था, आखिर हम बँधे ही ऐसे रिश्तों से थे!
कुछ सेकंड सोचने के बाद भौजी ने बड़ी हिम्मत कर के मुझसे अपना सवाल पूछ ही लिया;
भौजी: जानू आपको video वाली लड़की में क्या अच्छा लगा?
अब अगर हम दोनों की शादी हुई होती तो ये मेरे लिए ‘trick question’ होता, अगर मैं भावना में बहकर उन्हें अपनी पसंद बताने की गलती करता तो मरते दम तक मुझे इसके ताने मारे जाते! लेकिन हमारी शादी नहीं हुई थी और मैं जानता था की अगर मैं भौजी को अपनी पसंद बताने लगा तो वो खुद की तुलना उस लड़की से करने लगेंगी और मेरे उनसे जिस्मानी रिश्ते न बनाने को जोड़ देंगी! बेकार में वो खुद कम आकर्षक आंकेंगी और inferiority complex महसूस करेंगी| मुझे भौजी को आराम से समझना था ताकि वो कभी ये ख्याल अपने मन में न लाएँ की वो किसी भी लड़की से कम हैं;
मैं: मेरी सजनी जी! मैं सिर्फ आपसे प्यार करता हूँ, मेरे मन-मंदिर में केवल आपकी सूरत बसी है! मेरे लिए आप दुनिया की सबसे खूबसूरत नारी हो, आपके आगे किसी दूसरी का क्या मोल? खुद को यूँ किसी दूसरी से मत तौलो, क्योंकि जो आप में है वो उसमें कभी हो ही नहीं सकता और वो है आपका प्यारा सा दिल जो सिर्फ मेरे लिए धड़कता है! मेरे लिए बाहरी खूबसूरती नहीं बल्कि मन की सुंदरता मायने रखती है, इसलिए कभी ऐसा कुछ भी उल्टा-पुल्टा मत सोचना!
मैंने बड़े इत्मीनान से अपनी बात रखी जो भौजी के दिल में उतर गई और वो खुश हो कर मुझे प्यार भरी नजरों से देखने लगीं| अब चूँकि भौजी खुश थीं तो समय था उनसे video देखते समय किये मेरे व्यवहार के लिए माफ़ी माँगने का;
मैं: मैंने उस समय आपके साथ जो व्यवहार किया उसके लिए I'm sorry जान!
भौजी ने मेरे कँधे पर हाथ रख कर मुझे ग्लानि महसूस करने से रोका और सीधा सवाल पूछ डाला;
भौजी: जानू आपको sorry कहने की कोई जर्रूरत नहीं है! मेरा बस आपसे एक सवाल है, आपका 'उसके' (sex के) लिए मना करने का तर्क मैंने मान लिया मगर आपने उस समय मुझे आपके उसको (कामदण्ड को) कपडे के ऊपर से स्पर्श करने से क्यों रोका?
भौजी का सवाल सुन मैंने उन्हें सब सच बताया;
मैं: जान आपके छूने भर से मेरा सब्र जवाब दे जाता और फिर वो हो जाता जिसके लिए मैं आपको मना कर रहा हूँ! हम दोनों का रिश्ता बस इस एक नियम से बँधा है तो प्लीज इस नियम को मत तोड़ो!
मैंने भौजी से विनती की जो उन्होंने 'मेरा मन रखने के लिए मान ली!'
भौजी: ठीक है जानू! हम साथ कुछ करें न करें पर कम से कम साथ porn तो देख ही सकते हैं न? अब please इसके लिए मना मत करना!
भौजी ने हाथ जोड़ते हुए कहा| अब मैं इतना निर्दई तो था नहीं की भौजी को इतनी सी बात के लिए तरसाऊँ इसलिए मैं मुस्कुरा कर हाँ में सर हिला दिया|
हम अभी बात ही कर रहे थे की आयुष उठ कर आ गया और मेरी गोदी में चढ़ गया| अब बच्चों की मौजूदगी में न तो हम porn देख सकते थे न खुसफुसा कर बात कर सकते थे इसलिए भौजी टी.वी. देखने बैठ गईं और मैंने आयुष को लाड करना शुरू कर दिया| शाम को नेहा उठी तो उसने बताया की कल उसकी पहली computer class है, नेहा को computer operate करना नहीं आता था, पहले दिन नेहा की किरकिरी न हो इसलिये मैं दोनों बच्चों को computer सिखाने बैठ गया, मैंने दोनों बच्चों को Computer start करना, turn off करना, Notepad, Wordpad, Microsoft Word की थोड़ी-थोड़ी जानकारी दी| बाकी सब तो नेहा सीख गई मगर नेहा को केवल माउस चलाने में दिक्कत आ रही थी, laser mouse की sensitive होने के कारन नेहा जब क्लिक करती तो click की जगह mouse drag हो जाता| मैंने नेहा को गोद में बिठा कर उसका हाथ पकड़ कर mouse चलाना सिखाया जिससे नेहा का आत्मविश्वास बढ़ने लगा| उधर आयुष का हाथ इतना छोटा था की वो मेरा बड़ा सा mouse चला ही नहीं पाता था| बच्चों को computer चलाना देख भौजी की भी computer सीखने की इच्छा जाग गई और उन्होंने भी बच्चों के साथ computer सीखने की इच्छा जाहिर की;
भौजी: मुझे भी छिखाओ (सिखाओ न?
भौजी ने तुतलाते हुए कहा|
मैं: Computer सीखने की fees लगती है! बच्चे तो मीठी-मीठी fees देते हैं, आप दे पाओगे?
मैंने भौजी को छेड़ते हुए कहा| भौजी ने आयुष की नकल करते हुए मुस्कुरा कर अपना सर हाँ (
) में हिलाना शुरू कर दिया|
मैं: फ़ोन वाली किश्त (EMI) तो अभी तक दी नहीं, computer class की fees कब दोगे?!
मैंने भौजी को उल्हाना दिया तो भौजी हँस पड़ीं और बड़े ही नटखट अंदाज में बोलीं;
भौजी: मैंने तो कभी मना नहीं किया, लेकिन आपके पास मेरे लिए टाइम ही कहाँ हैं!
भौजी ने ठंडी आह भरते हुए मुझे दोषी बना दिया!
मैं: अच्छा जी? वक़्त आने दो, असल ब्याज सब वसूल कर लूँगा!
मैंने साहूकार की तरह कहा|
भौजी: हम इंतज़ार करेंगे,
हम इंतज़ार करेंगे,
क़यामत तक
खुदा करे कि क़यामत हो, और तू आए
खुदा करे कि क़यामत हो, और तू आए
हम इंतज़ार करेंगे!
भौजी का गाना गुनगुनाने लगीं| भौजी के गाने में छिपे उनके मन के भाव पढ़ कर मैं मुस्कुराने लगा, वहीं दोनों बच्चों ने तालियाँ बजानी शुरू कर दी!
अगले कुछ दिनों तक मैं समय मिलने पर भौजी और बच्चों को computer चलाना सिखाने लगा, मगर मेरी गैरमजूदगी में computer खराब होने के डर से कोई भी उसे नहीं छूता था, अब भले ही मैं रात को आऊँ पर computer चलता तभी था जब मैं घर पर मौजूद होता था|
वहीं तीन दिनों तक तो भौजी ने porn देखने की अपनी इच्छा को जैसे-तैसे दबा लिया, मगर चौथे दिन उनका सब्र जवाब दे गया| बच्चे स्कूल जा चुके थे और मैं साइट पर निकलने वाला था जब भौजी मेरे कमरे में आईं;
भौजी: जानू, आज 'वो' (porn) देखने का बहुत मन कर रहा है!
भौजी लजाते हुए बोलीं|
मैं: जान अभी काम पर जाना है, ऐसा करते हैं आज lunch करने के लिए मैं थोड़ा जल्दी आ जाऊँगा!
मैंने भौजी को आँख मारते हुए कहा| भौजी मेरा मतलब समझ गईं और शर्माने लगीं| मैं करीब बारह बजे घर पहुँच गया और हम दोनों ने आधा घंटा porn देखा| अब जब कभी हमें समय मिलता हम दोनों साथ बैठ कर porn देखने लगे|
एक दिन तो गजब हो गया, मैं साइट पर architect के साथ काम के बारे में चर्चा कर रहा था जब भौजी ने मुझे अचानक फ़ोन खड़का दिया! मैंने उनका फ़ोन काटा तो भौजी ने फिर फ़ोन खड़का दिया, मैंने दूसरी बार उनका फ़ोन काटा मगर भौजी ने तीसरी बार फिर फ़ोन खड़का दिया! मैंने architect को "excuse me" कहा और एक तरफ जा कर भौजी का फ़ोन उठाया;
भौजी: जानू, जल्दी से घर आ जाओ! माँ पड़ोस में गईं हैं और घर में कोई नहीं है तो हम आराम से 'वो' (porn) देख सकते हैं!
भौजी ख़ुशी से चहकते हुए बोलीं| मैंने अपना सर पीट लिया, एक बार को तो मन किया की उन्हें झाड़ दूँ पर उनकी इस हरकत पर मुझे प्यार आने लगा था!
मैं: मैं अभी एक meeting में हूँ, बाद में बात करता हूँ!
इतना कह मैंने फोन काट दिया|
शाम को जब मैं घर पहुँचा तो भौजी मुँह फुलाये घूम रहीं थीं, मैंने चुपके से उन्हें मेरे कमरे में आने का इशारा किया और अपने कमरे में आ गया| भौजी गिलास में पानी ले कर मेरे पास आईं, उनका मुँह अब भी फूला हुआ था| मैंने गिलास टेबल पर रखा और भौजी को अपने सीने से लगा लिया, भौजी अपना झूठ-मूठ का गुस्सा दिखाते हुए मुझसे अलग हो कर बाहर जाने लगीं| मैंने भौजी का हाथ पकड़ा और झटका दे कर उन्हें अपनी ओर खींचा| भौजी आ कर मेरे सीने से आ लगीं, मैंने उनके सर को चूमा और बोला;
मैं: जान porn देखने के लिए मैं इस तरह काम छोड़ कर नहीं आ सकता न?!
ये सुन भौजी अपना नीचला होंठ फुलाते हुए बोलीं;
भौजी: एक तो शौक है मेरा और वो भी आप......
भौजी आगे कुछ कहतीं उससे पहले ही मैंने गप्प से उनके निचले होंठ को अपने मुख में भर लिया और उसका रस पीने लगा| जैसे ही मैंने भौजी के निचले होंठ को अपने मुख में लिया भौजी निढाल हो गईं और उनके जिस्म का सारा बोझ मेरे शरीर पर आ गया!
बच्चे और माँ घर पर थे इसलिए मैंने ये चुंबन कुछ पलों में ही तोड़ दिया, लेकिन इन कुछ पलों में ही भौजी का जिस्म थरथरा गया था! उनकी सांसें तेज हो चली थीं और उत्तेजना उन पर लगभग सवार हो ही चुकी थी!
मैं: चलो आज आपसे पहली किश्त ले ही ली मैंने!
मैंने अपनी होठों पर जीभ फिराते हुए कहा|
भौजी: ठीक से कहाँ ली?
भौजी शिकायत करते हुए बोलीं!
मैं: किश्त ली न, 'ब्याज' थोड़े ही लिया?!
मैंने भौजी को आँख मारते हुए कहा| इससे पहले की भौजी हम इंतजार करेंगे कह कर उल्हाना देतीं मैंने बात आगे बढ़ाते हुए कहा;
मैं: अपना फ़ोन लाओ!
भौजी अपना फ़ोन ले आईं| मैंने उन्हें अपने बराबर बिठाया और फ़ोन में VPN चलाते हुए porn देखना सीखा दिया|
मैं: जब मैं घर पर न हूँ और आपका मन हो porn देखने का तो ऐसे देख लेना!
फ़ोन में porn देखने से भौजी खुश तो हुईं मगर मेरा बिना देखने का उनका मन नहीं था!
भौजी: आपके बिना मन नहीं करेगा?
भौजी उदास होते हुए बोलीं|
मैं: जान मैंने कहा की ‘जब मैं घर पर न हूँ और आपका मन हो तब’, वरना तो हम साथ ही देखेंगे! लेकिन ध्यान रखना की कोई आपको porn देखते हुए देख न ले!
भौजी मेरी बात मन गईं और जब कभी मैं घर नहीं होता और उनका मन porn देखने का होता था तो वो छुपके porn देखने लगीं!
जारी रहेगा भाग - 19 में...