धन्यवाद भाईNice update.
शुक्रिया भाईNice
करते है प्रबंध बस थोड़ा इंतजार करिए।Please update soon
हां भाई थोड़ा इंतज़ार करो फिर आप खुद ही कहोगे। कमाल है।Nyc update bro.... next update jaldi dijiye plzz.... bass Beta ko pehle starting karne do Maa ko nhi
बताएंगे भाई समय से पहले कुछ नहीGood one bhai...par nidhi ke mann main kya hai yeh bhi thoda batana ...viccy ka bigdna sayad nidhi le liye bahut problematics hoga
2 ,3 update padhke hamko pata lag chuka hai ki aggg laga degaa apka storyहां भाई थोड़ा इंतज़ार करो फिर आप खुद ही कहोगे। कमाल है।
Shandaar shuruwaat––>अपडेट -1<––
परिचय,
ये कहानी एक छोटे से परिवार की है जो राजस्थान के कोटा शहर के पास में गांव में रहता है।एक मध्यम वर्गीय परिवार की कहानी है।
हमारा गांव से शहर की दूरी मात्र 10-15 मिनट की थी।
परिवार में कुल 4 सदस्य है।
1.पापा- राजेंद्र (राजन)
उम्र:45 साल के, जो एक प्राइवेट टीचर है। गांव से 5 किमी दूर उनका स्कूल है। नियामो के शक्त और बहुत ही खुश मिजाज के।
2. मम्मी- निधि
उम्र: 40 साल की, एक हाउस वाइफ के साथ माँ प्राइवेट टीचर है। पापा और मम्मी दोनों की लव मैरिज हुई है। दोनों लोग आ पास में बहुत खुश रहते हैं।
3.सबसे छोटी बहन- तानिया
उम्र नहीं बताऊंगा आप लोग अंदाजा लगाइये। 12वीं कक्षा में पढ़ती है मेरे साथ ही स्कूल जाती है।
4. यानि कि मेरी कहानी का मुख्य हीरो विशाल (विक्की) है।
मैं और तानिया एक ही क्लास में पढ़ते हैं। लेकिन दोनो के सेक्शन अलग हैं मेरे और तान्या के बीच में पढ़ाई को लेकर हमेशा कॉम्पिटिशन रहता है। और हर बार की तरह मैं ही तानिया से आगे ही रहता हूं।
5. मेरा दोस्त अनूप जो मेरा सबसे अच्छा दोस्त है। हम दोनों बहुत अच्छी बनाते हैं। गांव का सबसे बिगड़ैल लड़का यह इस उमर से सारे काम करता है। गांव में इनकी खेती बहुत ज्यादा है। गांव के शुरू बात में इसका एक बड़ा सा घर है। अनूप के 4 भाई 2 बहन है। और मम्मी गांव में रहती है।पापा शहर में रहते है। बाकी और लोगो का परिचय बाद में करवाते हैं जरुरत पड़ने पर।
अब बारी आती है मेरे घर की तो मेरा घर 2 मंजिल का बना हुआ है। नीचे पूरा है,जबकी ऊपर 2 कमरे और बाथरूम बना हुआ है।
नीचे,
बीच में एंट्री गेट उसके लेफ्ट ओर बाथरूम है,
फिर उसके आगे बड़ा सा हॉल जहां एक टीवी और सोफा सेट और किनारे किचन के साइड डाइनिंग टेबल रखी है,
और हॉल खत्म होने के बाद किचन, उसके राइट ओर सीढ़ियां हैं।
फिर स्टोर रूम या तहेकन कहो फिर तानिया का रूम उसके बगल में मम्मी पापा का रूम (उनके रूम में बाथरूम अटैच है) फ़िर गार्डन बस इतना ही बड़ा मेरा घर है। और ऊपर की तरफ 2 कमरे और 1 बाथरूम
जल्दी आगे के अपडेट देता हुं।
Awesome update bhaiअपडेट - 3
शाम के 6 बजे विक्की अपना घर पहुंचत है और अपने कमरे में जाके कपड़े चेंज कर के नीचे आता है।
निधि किचन में रात के खाने की तैयारी कर रही है और तान्या अपने कमरे में पढ़ाई कर रही है।
विक्की के पापा रात में देर आते हैं क्यों वो थोड़ा पीते हैं।
विक्की किचन में जाता है।
निधि- कहा था इतनी देर तक
विक्की - वो मम्मी में अनूप के साथ थोडा था उसका कुछ काम था इसलिए देर हो गई।
निधि- अच्छा ठीक है लेकिन टाइम से घर आया कर देख बाहर कितना अँधेरा हो गया है।
विक्की- ठीक माँ आगे से ध्यान रखूँगा।
निधि- और तेरे स्कूल कैसे चल रहे हैं वो फिजिक्स वाले सर बोल रहे थे कि तू क्लास में ध्यान नहीं देता।
विक्की- माँ आप मेरी पढ़ाई की चिंता मत किया करो मैं हर बार की तरह हमेशा क्लास में पहला ही स्थान लाऊंगा और रही बात क्लास की मेरा ध्यान क्लास में ही रहता है।
निधि- अच्छा चल ठीक है नहीं ध्यान देती पर बेटा तेरी चिंता तो होती है ना ,
विक्की- मां आप बहुत अच्छी हो, प्यारी हो, आप के जैसा कोई नही मां,
निधि- ज्यादा मस्का मत मार काम क्या है बोल जल्दी नही तो मुझे काम करने दे।
मेरी माँ आधुनिक और खुले बिचार बाली है।
विक्की- माँ वो दोस्त लोग होली की पार्टी रख रहे हैं।
निधि- हा तो अच्छी बात है मुझे क्यू बता रहा है।
विक्की- माँ मुझे जाने के लिए इजाजत चाहिए थी इसलिए बता रहा हूँ आप को,
निधि- चुप चाप घर पर रहना कहीं पार्टी जाने की जरूरत नहीं है। अभी बारहवीं हुई भी नहीऔर हवा में उड़ान चालू।
विक्की- प्लीज़ मॉम वैसे भी मैं कभी ज़िद नहीं करता और सिंपल सी पार्टी है 4 दोस्त लोग थोड़ा बहुत डांस। रात तक घर आ जाऊंगा।
निधि- और पापा से क्या बहाना बताओ गा
विक्की- माँ प्लीज पापा का आप देख लेना ना,
निधि- अच्छा ठीक है लेकिन एक शर्त पर अभी तो होली पर 3-4 दिन है तब तक तू घर में साफ सफाई करा और उसमें तू परफेक्ट निकला तो तुझे पार्टी की परमिशन दे दूंगी।
विक्की- थैंक यू मॉम, थैंक यू सो मच, आप दुनिया की बेस्ट मॉम हो।
विक्की ने जाके अपनी मम्मी को गले लगा लिया और उनके गालों को चूमने लगा।
विक्की को आज पहेली बार अपनी माँ के बूब्स अपने सीने पर मेहसूस हुए थे।
जिससे उसका लंड खड़ा हो गया वो सीधे नीचे निधि के बुर के ऊपर से दस्तक देने लगा।
इस बात का एहसास शायद दोनो लोगो को हो गया था।
निधि विक्की को दूर करते हुए चल अब खाना बनाने दे बहुत देर हो रही है।
अब माहोल शांत था थोड़ी देर सभी लोगों ने डिनर किया और डिनर करके तानिया और निधि किचन का काम करने लगी
विक्की डिनर कर के सीधे अपने रूम में चला गया।
रूम अंदर जाते ही विकी ने रूम लॉक किया और बेड पर लेट गया।
और विक्की मन ही मन सोचने लगा की,
कि मैं दुनिया का कितना घटिया इंसान हूं।
जो अपनी मां के लिए इतनी गंदी फीलिंग लाने लगा।(और अपने हाथ से लंड को दबाने लगा)
अपनी माँ का जिक्र आते ही विक्की का लंड फिर से खड़ा हो गया।
विक्की ने अपना फोन निकाल कर उसमे पोर्न देखने लगा लेकिन उसके होश तो तब उड़े जब फैमिली पोर्न पे उसने बहुत से माँ-बेटे, भाई-बहन और भी बहुत सी परिवार से जुड़ी पोर्न देखी।
और विक्की अपने लंड को लेकर मूठ मारने लगा।आज तक विक्की ने बहुत बार मूठ मारी थी लेकिन आज अपनी माँ का नाम लेकर लंड रगड़ने लगा।आज विक्की को मूठ मरने में एक अलग ही आनंद आ रहा था।
थोड़ी देर ऐसे ही हिलाने के बाद विक्की का माल निकल गया और वो उसकी हालत में सो गया।
दूसरे दिन सुबह,
आज स्कूल की छुट्टी होती है।
निधि- तानिया जा विक्की को जगा दे,
देख 9 बज रहा है।
तान्या - अरे मम्मी सोने दो ना भैया को वैसे भी इतने दिनों के बाद तो छुट्टी ही मिली।
निधि- ज्यादा पछपत मत कर अपने भाई का कितना कहा गया है उतना कर,
तानिया विक्की को उतने जाती है।
तानिया पहले तो गेट नॉक करती है फिर कोई रिस्पॉन्स ना मिलने पर आवाज लगती है, भैया ओह भैया उठ मम्मी बुला रही है बहुत देर आवाज दे रही जल्दी नीचे आ।
विक्की जो बिल्कुल गहरी नींद में सोया हुआ है उसे कोई आवाज एक दम से डिस्टर्ब कर रही है।
विकी नींद में- कौन है
तानिया - भैया मैं जल्दी उठ गई मम्मी बुल रही है नीचे।
विक्की को जैसा ही एहसास होता है कि ये आवाज तो तानिया की है वो एक दम से हदबड़ी में उठता है।
विक्की- हा तानिया बोल
तान्या- भाई कितनी देर से आवाज दे रही हूं जल्दी गेट और नीचे आ मम्मी बुला रही है।
विक्की- तू चल मैं अभी आता हूं
तानिया- ठीक है भैया जल्दी आना इतना काहे कर तानिया वहां से चली जाती है।
विक्की - अपने आप नंगा देख कर फिर उसे ध्यान आता है कि उसने कल रात को क्या किया और वह अपने आप में बहुत शर्मिंदगी महसूस करने लगता है।
थोड़ी देर बाद विक्की नहाकर नीचे जाता है।
निधि- उठ गये लाड साहब,
विकी- हां जी मम्मी (लेकिन आज विकी अपनी मां को एक अलग नजरिए से देख रहा था)
निधि- कल बहुत बड़ी-बड़ी बातें हो रही थी कि मैं परफेक्ट रहूँगा। हर बात मानुगा बस बन गया परफेक्ट।
विक्की- वो मम्मी कल देर रात पढ़ाई करता रहा इसलिए देर हो गई
।
निधि- अच्छा चल बहाने मत बना मैं स्कूल जा रही हूं कुछ काम से अभी हम लोगों की छुट्टी नहीं हुई है।
तुम नास्ता कर के फिर उसके बाद मैंने और तानिया ने अपना कमरा साफ कर लिया है अब तुम सुनो स्टोर रूम, गार्डन और ऊपर बाले दोनों कमरे साफ कर लेना बाकी किचन तानिया साफ कर देगी।
विक्की- पर मम्मी मैं अकेले कैसे इतना सब कर पाऊंगा।
निधि- अब तू बड़ा हो गया है ना और फिर तुझे परमिशन भी चाहिए. अब सब तेरे हाथ में है कि आराम करना है या मजा करना है।
विक्की- ठीक है मम्मी,
थोड़ी देर बाद निधि अपने स्कूल चली जाती है और विक्की अपने काम में लग जाता है क्यों कि उसकी पार्टी में जो जाना है।
शाम के 5 बजे,
निधि- तानिया विक्की कह गया।
तान्या- वो माँ भैया ने आज दिन-भर काम किया है तो थक कर अपने कमरे में सो रहा है।
निधि- सही में,
तानिया- हा मम्मी आज तो भैया ने कमाल ही कर दिया। मैं उठा दू जाके भैया को,
निधि- नहीं सोने दो जब डिनर टाइम हो तब उठा देना जाके।
रात के समय,
रात में डिनर करने के बाद तानिया और निधि दोनों लोग किचन का काम निपटाने के बाद,तानिया तब तक अपने कमरे में चली गई।
निधि किचन से विक्की जरा यहां आना,
विक्की- हा मम्मी आया
निधि- क्या हुआ विक्की सोया अभी तक
विक्की- हां मम्मी काम करने के बाद दिन में सो लिया अब नींद नहीं आ रही तो टीवी देखने आ गया।
निधि- अच्छा तेरे लिए एक खुश खबरी है.
विक्की- हा माँ जल्दी बोलो, क्या आपने पार्टी में जाने की इजाजत दे दी।
निधि हां में सर हिलाती हुई,
अपनी माँ की बात सुनते ही विक्की ख़ुशी से झूमने लगा और बोला आप दुनिया की बेस्ट मम्मी हो थैंक्स यू मम्मी,
और ख़ुशी ख़ुशी ने अपनी माँ को कस कर गले लगा लिया और अपनी माँ के बूब्स को महसूस करने के बाद विक्की ने और माँ का सर पकड़ कर गालों पर चुंबन कर दिया।
लेकिन हद तब हो गई जब विक्की ने आज जोश जोश में अपनी मां के होठों पर भी किस कर दिया।
जो विक्की के लिए अलग एहसास था,और निधि को भी झटका सा लगा।
और विक्की के लंड खड़ा होकर सीधे निधि के बुर में दस्तक देने लग गया..
दोनो लोग एक दूसरे से अलग हुए।
विक्की- वो सॉरी मम्मी गलती से हो गया।(लेकिन कहीं ना कहीं विक्की को अपना मजा आ रहा था।यही हाल शायद निधि का भी था कुछ सोच वो वहा से चली गई)
निधि- कुछ बोली और चुप चाप अपने रूम में चली गयी.
विक्की भी वहां से अपने रूम में चला गया।
आगे देखते है क्या विक्की और निधि की नजदीकियां बढ़ती है या फिर दोनों के बीच में दरार आती है।
मिलते है अगले अपडेट में जल्दी🫨🫨
Jabardast updateअपडेट –4
जब से राजेंद्र पी के आने लगा है वो ज्यादा निधि पर ध्यान नहीं देता है और निधि भी दिन भर की भाग दौड़ में थक जाती थी।
इस बीच वो अपनी वासना को दवा देती है लेकिन निधि भी बहुत दिनों की प्यासी थी।
पर आज अपने बेटे के लंड का अहसास दोबारा पाके उसके अंदर की वासना बाहर आने को तड़पाने लगी।
निधि रूम में जाते ही बिस्तर पर लेट कर अपनी साड़ी उतर अपनी चूत को पैंटी के ऊपर से ही रगड़ने लगी।
निधि ने जैसी पैंटी को किनारे करके जैसे अपनी उंगली डाली के अंदर डाला उसकी आह निकल गई वो एक दम से होश में आई।( क्योंकि निधि की चूत काफी दिन से न चुदाने के कारण टाइट हो गई थी और उसने शादी के बाद से उंगली करना भी छोड़ दिया था)
मन ही मन निधि सोचने लगी कि ये मैं क्या कर रही हूं अपने ही बेटे के नाम से छी। अपने आप में शर्मिंदगी महेसुस करने लगी और जल्दी से अपनी साड़ी सही कर के सो गई।
इधर विक्की भी अपने कमरे को अंदर से बंद कर के नंगा हो गया और मोबाइल निकल इंसेस्ट कहानी पढ़ने और दूसरे हाथ से अपना लंड हिलाने लगा। विक्की अपनी मां का नाम लेकर मूठ मार रहा और विक्की को आज शर्मिंदगी की जगह एक खुशी सी महेसुस हो रही थी।
विक्की लंड हिलाते हुए अपनी माँ का नाम ले रहा था और जोर से चिल्ला रहा था।
थोड़ी देर बाद विक्की के लंड में ढेर सारा माल छोड़ दिया।और विक्की वही ऐसा नंगा हो कर सो गया।
अपनी माँ का नाम लेकर शायद आज विक्की के लंड ने बहुत ज्यादा माल निकल दिया।
अब ऐसे ही दिन बीत गए निधि और विक्की में उस दिन के बाद से ज्यादा बातचीत नहीं हुई। और विक्की चुट्टियां के 2-3 दिन में अनूप के साथ जंगल में सिगरेट पीने के लिए जाने लगा।
आज होली का दिन था कुछ लोग रंग खेल रहे थे बच्चे एक दूसरे के ऊपर पिचरी से पानी फेंक रहे थे। राजेंद्र गांव के बड़े लोगो से आशीर्वाद लेके हुक्का खींच रहा था वही तानिया अपने दोस्त के साथ और निधि अपने पड़ोस वाली आंटी के साथ थी।
विक्की अपने घर में अकेले नीचे कमरे मस्त लेता है और अपनी मम्मी के ख्वाब में गुम होता है।
तभी कोई होता जो दरवाज़ा पीत रह है।
विक्की- कौन है
अनूप- अबे विक्की मैं हूं अनूप
विक्की- आया एक मिनट रुक,
विकी ने गेट खोला फिर दोनो ने एक दूसरे से होली मिली और एक दूसरे के रंग लगाया।
अनूप- विक्की आजा चले बाहर कहां तू घर के अंदर बैठा है।
विक्की- नहीं यार मेरा मन नहीं है तू ही जा।
अनूप ने अपनी जेब में एक सिगरेट निकाली और कहा चलते हैं बाग में।
फिर विक्की ने कुछ सोचा और बोला अच्छा रुक एक मिनट में मम्मी को बता दे फिर चलते हैं।
निधि को बताने के बाद विक्की और अनूप दोनों लोग बाग के अंदर पेड़ के नीचे बैठ कर सिगरेट पीने लगे।
अनूप काश किचते हुए,
तो विक्की ने आज क्या प्लान किया है, तूने बताया कि पार्टी में आ रहा है या नहीं।
विक्की- हां भाई घर से परमिशन मिल गई है पक्का आउंगा।
अनूप खुश हो गया,
ये हुई ना मर्दो बाली बात आज पूरी रात आपन दोनों मजे करेंगे।
थोड़ी देर बात सिगरेट ख़तम हुई और अनूप जाके नदी में नहाने लगा।
अनूप- आजा विक्की तू भी नहा ले आकार,
विक्की- नहीं भाई कपड़े भीग जाएंगे.घर जाके ही नहा लूंगा।
अनूप- ठीक है जैसी तेरी इच्छा,
थोड़ी देर दोनों लोग अपने घर चले गए।
विक्की घर पहुचा देखा तो गेट बंद था.खट खटाने के 10 मिनट बाद निधि ने गेट खोला।
निधि को देखकर विक्की का मुंह खुले रह गया कि आज से पहले विक्की ने कभी अपनी मां को इस तरह से नहीं देखा था।
निधि बिलकुल पारी के जैसे नहा कर के बाथरूम से निकली थी और उसके लंबे लंबे बाल खुले हुए भीगे भीगे अच्छे लग रहे थे और कपड़े के नाम पर सिर्फ उसके शरीर में एक पेटीकोट पहने हुई थी। जिसके ऊपर के बूब्स और नीचे की झांग साफ दिख रही थी।
निधि, विक्की को हिलाते हुए कितनी देर से आवाज दे रही हुई अंदर आना या नही पता नहीं कहां घूम गया।
विक्की हदबदहत मैं, वो मम्मी कहीं नहीं वो बस ऐसे बस बस... करने लगा।
विक्की ने तुरन्त बात घुमाई कही मम्मी को शक ना हो।
विक्की- वो मेरी मम्मी इतनी देर से गेट खट खटा रहा हूं कहा है सब लोग।
निधि- तानिया नीचे और मैं ऊपर बाले बाथरूम में नहा रही थी। जैसे ही अंदर गई वैसे ही तू आ गया.तभी इतनी देर लगी।
विक्की- अच्छा ठीक है।
मैं जाने वहां से अपने कमरे में लगा.
तभी निधि बोल पड़ी,
निधि- बेटा अपनी आदतें सुधारो ये सब चीजें बहुत गलत हैं। तुम समझ गए हो क्या कहना चाह रही हो।
मैं कुछ नहीं बोला वहां से सीधा अपने कमरे में चला गया।
रूम में जाके अपने कपडे उतार के सीधे बाथरूम में नहाने चला गया। बाथरूम में एक गजब की खुशबू आ रही थी.
बाथरूम बंद करके के नल के ऊपर मम्मी के टगे हुए कपड़े देखने लगा जिसमे साड़ी, ब्लाउज और हटाने पे देखा तो उनकी ब्रा और पैंटी भी वही टांगी हुई थी।
मैंने बहुत सी कहानियों में पढ़ा है कि शुरूआती ब्रा और पैंटी में मुठ मारने से ही होती है।
सबसे पहले तो मैं पूरा नंगा हूं और फिर सभी कपड़े साइड में करके ब्रा और पैंटी को उठाकर अपनी नाक के पास ले जाके सुघने लगा ब्रा को अपने लंड में लपेट कर मुठी मारने लगा। धुली होने के कारण उनकी पैंटी से चूत की जगह निरमा की महक आ रही थी।
विक्की अपनी धुन में गुम था और बाथरूम के बाहर से तानिया गेट खटखटाने लगी।
मैं होश में आया।
विक्की- हा तनिया क्या है ।
तानिया- वो भैया मम्मी के कपड़े देदो धूप में डालने हैं।
विक्की- रुक तनिया अभी नहा के बाहर लू तब निकल लेना।
तान्या- भैया बहुत देर हो गई है आपको पता नहीं कितनी देर लगती है आप को नहाने में।
विक्की- तू नीचे जा मैं तुझे आवाज दे दूंगा।
इतना सुनकर तानिया वहां से चली गई और विक्की फिर से अपने काम में लग गया अपनी मम्मी की ब्रा और पेंटी पर पहली बार मूठ मारने में मजा आ रही थी।
विक्की ने मूठ मार के ब्रा पैंटी को बिना धोए ऐसे ही किनारे रख दिया और नहाकर अपने रूम में जाके। थके होने के कारण सो गया।
लेकिन अबकी बार खुद अपने कपडे उधाने निधि आई और देखा कि उसकी ब्रा पैंटी किनारे पड़ी हुई है और ब्रा कुछ चिप चिपा सा लगा हुआ।
निधि को समझने में जरा सी देर नहीं लगी कि ये क्या है।
पहले तो निधि की बहुत गुस्सा आई लेकिन वो कुछ सोच कर अपने कपड़े ऐसे उठाकर सुखाने के चली गई।
शाम 5 बजे तानिया जब विक्की को उठने आई तब विक्की को दोपहर वाला मंजर फिर याद आ गया और मन ही मन खुश होने लगा।
थोड़ी देर बाद विक्की नीचे गया। निधि जो किचन में चाय बना रही थी। तान्या ऊपर सब कपड़े उतार रही थी और राजेंद्र बहार कहीं जुआ खेल रहा था।
विक्की चुप से किचन में गया और मम्मी को पीछे से चिपक कर आगे गर्दन पर हाथ डाल कर उनके गालों पर किस कर दिया।
पहले तो निधि डर गयी और विक्की को पीछे धकेल दिया।
लेकिन निधि ने देखा कि पीछे विक्की है तो बोली क्या बात है बहुत प्यार आ रहा है मम्मी पे आज।
विक्की- नहीं मम्मी वो बात नहीं है।
निधि- तो फिर कैसी बात है और वैसे भी तू तो अब बहुत बड़ा हो गया है। (ये बात निधि ने विक्की को ब्रा पैंटी में मूठ मारने के लिए कही थी। जिसे शायद विक्की समझ नहीं आया)
विक्की- कुछ नहीं मम्मी मैं कह रहा था कि अगर आज पार्टी से आने में लेट हो जाऊ तो आप प्लीज मेरी चिंता मत करना।
निधि- अच्छा कितने बजे की है पार्टी,
विक्की- मम्मी दोस्त लोग सब इकट्ठा हो जाएं तो पार्टी चालू।
निधि- अच्छा ठीक है लेकिन अगर ज्यादा देर हो जाए तो वही रुक जाना कल सुबह आ जाना।
मैं- फिर पीछे से मम्मी के गाल को चूम लिया और बोल थैंक्यू मम्मी आप सबसे बेस्ट हो।
आज से 2 दिन पहले विक्की ने सिर्फ सिगरेट मजे के लिए पी थी लेकिन अब उसे शायद लत लगने लगी है। और विक्की ने जो ब्रा पैंटी के साथ किया उसके बाद निधि का उसकी इस बाद को नजरंदाज करना।
यह निधि की चाहत थी या उसकी पहेली गलती समझ कर छोड़ना।
जल्दी मिलते है अगले अपडेट में,
Aaag hi aag hai story2 ,3 update padhke hamko pata lag chuka hai ki aggg laga degaa apka story![]()