SukriyaRomanchak. Pratiksha agle rasprad update ki
Dhanywaadबहुत ही कामुक गरमागरम और उत्तेजना से भरपूर अपडेट है
ThnxxxBahut hi mazedar update
Bahut bahut aabhaarOne of the best story
Shurkiya dost ... bade dino badNice and hot story....
Dhanywaad dostबहुत ही शानदार अपडेट भाई मजा आ गया एक दम हॉट और पानी टपकाने बाला !!!
Thank you Bhai After Long Time![]()
Superb update bro.. Kya mast likha h aap ne but bhai salini or anuj ka bhi kuch karwao na anuj k sath esi nainsafi kyu kar rahe ho bhai
Superb bhai.
.waiting more......Nisha ka gangbang hona chahiye.....
Mast maja update
Sangita aaj madan ke neeche aakar hi managi
Romanchak. Pratiksha agle rasprad update ki
बहुत ही कामुक गरमागरम और उत्तेजना से भरपूर अपडेट है
Bahut hi mazedar update
One of the best story
Pratiksha agle rasprad update ki
Nice and hot story....
Nice update
New update is postedबहुत ही शानदार अपडेट भाई मजा आ गया एक दम हॉट और पानी टपकाने बाला !!!
Superb bro kya mast likha h aap ne maja aa gyaUPDATE 186 B
अमन के घर
मदन भैया आप !!!
संगीता ने मदन को पीछे से टोका ।
मदन का कलेजा ध्क्क करके रह गया उसका सारा जोश जस का तस पानी पानी हो गया । वो अपने कर्म पर बहुत लज्जित हो चुका था ।
तभी भोला भी बाहर आया - कौन था संगीता , ओह्ह साले साहब थे ।
संगीता ने तेज फुसफुसाकर भोला को डाँटा- चुप रहिये आप
जिसे मदन ने साफ साफ सुना
संगीता - भैया इधर आईये आप कमरे
मदन - क्याआ मै , क्यू क्या हुआ ?? वो मै बाथरूम आ रहा था तो
संगीता - पहले कमरे मे चलिये और आप उपर जाईये मुझे भैया से कुछ बात करनी है
भोला बिना कुछ बोले निकल गया और दोनो भाई बहन कमरे मे थे ।
संगीता ने मदन को बिस्तर पर बैठने को कहा और खुद भी उसके बगल मे बैठ गयी ।
एक चुप्पी के बाद संगीता ने गहरी सास ली - भैया एक बात सच सच बताईये
मदन - क्या ?
संगीता - क्या दोपहर मे आप ही थे हमारे कमरे के बाहर
संगीता की बाते सुन कर मदन की आन्खे बडी हो गयी और उस्क कलेला मुह मे आ ही गया था
संगीता ने अपना सवाल दुहराते हुए पूछा- देखिये ये बात आपके जीजा को नही पता , मुझे शक था कि उस समय हमे कोई देख रहा था और मैने उसे पकडने के लिए ही ये चारा डाला था और वो आप निकले !! ये सब क्या है भैया ? क्यू?
मदन - सॉरी दीदी , वो बस सब कुछ अनजाने मे हुआ मै स्टोर रूम से समान लेने गया था और बस आपकी आवाजे आई और मै कुछ पल रुक गया
संगीता मुस्कुरा के मदन के झुके हुए उदास चेहरे को देख कर बोली - बस कुछ पल रुके और कुछ नही किया ।
मदन - नही नही दीदी कसम से
सन्गिता - खाईये मेरी कसम
मदन की जबां गले मे अटक सी गयि और वो लज्जित हो गया ।
संगीता - मैने देखा था वो जो दिवाल पर था , छिपायिये मत
मदन - सॉरी दीदी ,
संगीता - बात वो नही कि आपने हमे देखा और वो सब कर लिया , बात ये है कि आप अपनी जरूरतो से कब तक भागोगे बोलो
मदन को इस सवाल की उम्मीद नही थी अपनी बहन से वो भौचका आंखे फाड कर सगीता का चेहरा निहारने लगा ।
संगीता - शुक्र है मै थी , गलती से कोई और देख लेता तो ना जाने क्या गजब हो जाता ।
मदन - सॉरी दीदी , उस वक़्त मै तकलिफ मे था और आप दोनो की बाते मुझे परेशान कर रही थी । मेरे पास कोई चारा नही था कि मै ...।
संगीता ने मदन उदास चेहरे को देख कर उसके हाथ को थाम कर - तो क्या अभी भी तकलिफ है आपको ?
मदन ने चौक कर अपनी बहन की ओर देखा और उसका लण्ड अगले ही पल तन गया और उसका कलेजा कापने लगा ।
संगीता मदन के चेहरे को निहारती हुई अपना सवाल दुहराई - बोलिए ,
मदन - वो मै ...वो हा ...नही वो मै ।
संगीता मुस्कुरा- आपकी यही आदत ने आपकी सारी प्रोब्लम की जड़ है , कभी खुद के बारे मे खुल कर बाते नही करते आप
मदन - हा वो मै , क्या बोलू इसपे आप मेरी बडी बहन हो और मै आपसे ये सब कैसे ? मुझे समझ नही आ रहा है
सन्गिता हस कर - अच्छा तो वो बस कैसे बता लेते थे जब अपनी वाली से मिल कर आते थे और उसकी खुब सारी बाते करते थे मुझसे उम्म्ं
मदन - वो बात कुछ और थी और ये कुछ और है
संगीता - अच्छा आपको लगता है कि अगर मै आपकी बात ना सुनू तो आप किसी और से ये सब कह लोगे
मदन उदास होकर - नही !!!
संगीता - फिर बोलो ना भैया , क्या आपको अभी भी तकलिफ है
मदन एक गहरी आह भरकर - हम्म्म्म
संगिता ने झिझक भरे स्वर मे - क्या उसका कारण मै हु
मदन - ये क्या सवाल हुआ
संगीता - आप जवाब दो , आपको मेरी कसम है झुठ नही बोलोगे
मदन उखड़े हुए लज्जित स्वर मे मुह फेरता हुआ - हम्म्म
संगीता मुस्करा - तो इसमे उदास क्यू हो , अब मै हु ही इतनी सेक्सी तो तुम्हारा क्या कसूर
मदन हस के - दीदी यार मजाक नही
सन्गिता - ऊहु देखो तो दीदी से अब यार हिहिहिही
मदन लाज के मारे हस देता है - आप भी ना हिहिहिही
संगीता - सुनो !..... देखोगे ?
मदन की सासे अटक सी गयी और वो उखड़ती आवाज मे - क्क्याआ !!
संगीता - वही जिसके लिए ताक झाकी लगा रखी है
मदन का लन्ड पल पल फूलता जा रहा था और उसकी बहन मा ऑफ़र उसके सुपाड़े को तान चुका था ।
मदन ने हिम्मत की और मुस्कुरा कर - दिखा दो
संगीता उठी बिस्तर पर घुटने बल चढती हुई आगे आ गयी
मदन का कलेजा वही बैठे हुए धक धक कर रहा था और पजामे मे उसका मुसल फड़फड़ा रहा था ।
तभी संगीता ने अपना पेतिकोट समेट साडी उपर खिंच लिया और उसकी बड़ी सी चर्बीदार गाड़ फैल कर मदन के सामने आ गयी ।
गाड़ का भूरा छेद और निचे बुर की लम्बी फाके देख कर मदन का लन्ड बगावत पर आ गया ।
वो खड़ा हो गया अपनी जगह पर और पजामे के उपर से अपना लन्ड मसलता हुआ थुक गटकने लगा ।
संगीता ने तिरछी नजरो से देख कर मदन से पुछा- देख लिया , कैसी है ??
मदन होश मे आया - आच्छीई है दीदी
संगीता तुन्की - तुझे तो औरतो की कदर ही नही है , अभी तेरे जीजा जी होते तोहहह उम्म्ंम सीईई अह्ह्ह भैयाआअह्ह्ह उम्म्ंम
इससे पहले कि संगीता के शब्द पुरे होते मदन अपना सबर खो चुका था और वो झपक कर अपनी बहन की खुली गाड़ पर अपना मुह दे दिया और जीभ निकाल कर चाटने लगा
संगीता - सीईई उह्ह्ह भैयाआह्ह उम्म्ंम्म्ं अह्ह्ह्ह उह्ह्ह और चुसोह्ह उम्म्ंम्ं ऐसेहहह हुईईई उम्म्ं
मदन - यही कह रही थी ना दीदी तुम कि जीजा तुम्हारी गाड़ देख कर ऐसे ही पागल होके चुसता उम्म्ंम सीईई उह्ह्ह्ह क्या मस्त रस भरी गाड है दिदीईई
संगीता मुस्कुरा - उम्म्ंम देखो तो जीभ सही जगह गयि तो बोलने भी लगे आह्ह आऊच्च उम्म्ंम अराम सेहहह उन्म्म्ं सीई ओह्ह्ह भैयाआ हा निचे भी ले जाओ उह्ह्ह हा बुर मे घुसा दो उन्मममंं माह्ह्ह्ह सीईई ओह्ह्ह फ्क्क्क्क मीईई ऊहह
मदन अपनी गरदन लफा कर संगीता की बुर मे अपना मुह दे दिया और था और उसके रस छोडते फाके चुबलाता हुआ जीभ घुसा के न्चाने लगा
संगीता भलाभला के तेजी से झड़ने लगी और मदन ये मौका अब नही जाने दे सकता था ,
वो अपनी दीदी की बहटी चुत को चाटता हुआ अपना लन्ड बाहर निकाल चुका था वही संगीता के घुटने जवाब दे चुके थे और वो आगे लेट गयी थी
मदन ने बिना वक्त गवाये अपना क्प्दा निकाल कर सीधा अपना मुसल अपने दीदी के मुह के आगे कर दिया और संगीता ने भी करवट लेते हुए अपने भाई का लन्ड मुह मे भर लिया ।
मदन हवा मे तैरने लगा , सालो बाद किसी ने उसके सुपाड़े को चुबलाया था उसके भीतर रह रह कर उसकी उतेजना उबाल खा रही थी और वो अपनी कसर संगिता की चुतड मसल कर निकाल रहा था
फिर संगीता उठ कर घुटनों के बल हुई और मदन बिस्तर पर खड़ा हो गया और संगीता ने उसका लन्ड चुसना शुरु कर दिया
मदन जोश मे उसके सर को अपने लन्ड पर दबाने लगा ।
संगीता अपने ब्लाऊज से चुचिया निकाल के उन्हे मलती हुई मदन के लन्ड को गले तक उतारने लगी और जब उसे लगा कि अब उसकी चुत एक बार फिर से तैयार है तो वो रुक गयी और उसने अपने कजरारी आंखो से मदन के आड़ सहलाते हुई उसको निहारा
मदन समझ गया कि उसकी बहन को क्या चाहिये और अगले ही पल संगीता निचे लेट गयि , उसने अपनी टाँगे हवा मे उठाते हुए अपने भाई के सामने अपना भोस्डा खोल दिया
मदन अपने हाथ मे मुसल मसलता हुआ अपनी बहन की कामोत्तेजना से जला जा रहा था वो भी आगे बढ़ अपना लन्ड अपनी बहन की तपती बुर मे पेल दिया - अह्ह्ह दीदीईई ऊहह कितना गर्म है ओह्ह्ह्ह उह्ह्ह
सन्गिता - उम्म्ंम भैया कितना मोटा है उह्ह्ह ऊहह औए तप रहा है आपका भी उम्म्ं
मदन ने अगले ही पल एक और झटके के साथ खुली हुई बुर को और फैलाता हुआ तेजी से सटासट लन्ड घुसेड़ने लगा
मदन - ओह्ह्ह दिदीईई क्या मस्त बुर है तुम्हारी उह्ह्ह सीईई ओह्ह्ह
संगीता- अह्ह्ह लन्ड तो तुम्हारा भी मस्त है उम्म्ं और कस के पेलो उह्ह्ह इसीलिए तडप रहे थे ना अब तक उम्म्ंम
मदन कस कस के झटके लगाता हुआ - हा दीदी जबसे आपको चुदते देखा था जीजा से मन कर रहा था कि कास आप मिल जाये तो खुब पेलू आपको
संगीता - आह्ह मेरे राजाआ भैयाआ अब पेलो ना उह्ह्ह उम्म्ंमफ़ाकक्क्क मीईई येस्स्स्स येस्स्स फक्क्क फ्क्क उह्ह्ह्ह येस्स्स फ्क्क्क मीईई भैयाआअह्ह उह्ह्ह
मदन - तुम बहुत गर्म हो दीदीयूह्ह्ह तुम तो एक साथ दो दो मर्दो को सम्भाल लोगि उह्ह्ह सीईई
संगीता - तो तुम्हे तुम्हारी बहन रन्डी लगती है उम्म्ंम बोलो रन्दी को पेल रहो उह्ह्ह अह्ह्ह्ह बोलो मेरे राजाह्ह्ह उह्ह्ह्ह कभी पेला है किसी रंडी को उह्ह्ह बोल ना
मदन - नहीईई दिदीईई लेकिन मुझे यकीन है रंडी भी आपके जैसे नही चुदवाती होगी , कितनी गर्म हो आप , जीजा तो थक जाता होगा पेल पेल के आपको
संगीता ने पोजिसन बदलते हुए मदन को निचे आने का इशारा किया और खुद उसके उपर आके लन्ड को अपनी बुर मे भरती हुई - अह्ह्ह क्या करुउऊ भैयाआ कभी कभी तो खिरा बैगन डाल कर पूरी रात सो जाती हु इस बुर मे
मदन निचे से लन्ड फेकता हुआ - तभी इतनी खुली है आपकी चुत दीदीईई और आप तो जीजा से सिरर्फ़ गाड़ ही मरवाति हो ना उम्म्ंम
संगीता कस कस अपनी चुत मे लन्ड लेते हुए गाड पटकते हुए - अह्ह्ह हा भैया मुझे उनका लन्ड गाड़ मे लेने बहुत मजा आता है और रात मे जब मै एक मोटा बैगन अपने बुर मे घुसा लेती हुई तो वो पीछे से मेरी गाड़ मे लन्ड घुसा के पेलते है उह्ह्ह क्या मजा आता है उह्ह्ह फक्क्क मीईई हार्ड और तेज्ज्ज उह्ह्ह
मदन संगीता की बताई कहानी को एक पल का सोच कर मारे जोश से भर जाता है और निचे से कमर उचका कर तेजी से लन्ड उसकी बुर मे पेलने लगता है
वही दरवाजे के बाहर भोला दरवाजे को हल्का सा खोले हुए भीतर का नजारा देख कर खुश हो रहा था और उसका लन्ड पानी छोड रहा था ।
संगीता - आह्ह हा भैयाअह्ह उह्ह्ह फक्क्क्क मीई ऐसे ही ऐसे ही अह्ह्ह अह्ह्ह मै आ रही हु उह्ह्ह फक्क्क मीई येस्स्स उएस्स्स पेलोपेलो
संगीता तेजी से झड़ते हुए अपनी चुत के छल्ले कसने लगी नतिजन मदन के लन्ड की नसो ने भी फब्बारा छोड दिया और वो काफी देर तक अपनी दीदी के बुर मे पिचकारी छोडता रहा , संगीता सुस्त होकर मदन के जिस्म पर गिर जाती है और उसकी चुत से मदन के लन्ड का रस रिसने लगता है ।
भोला अपनी जगह से हट गया था और नाच का मजा लेने लगा था क्योकि वो जानता था आज की रात उसकी बीवी जम कर चुदने वाली थी अपने भाई ।
वही भोला को अपने सलहज ममता को भी ये खुश खबरी देनी थी ।
वही इनसब से अलग अमन अपने कमरे मे बेचैन हो बैठा हुआ सोच रहा था कि आज कब उसकी मा उसके लिए दूध लेके आयेगी और वो उसके साथ कुछ मस्ती कर पाये ।
राज के घर
शिला - कम्मो
क्म्मो - दीदी आप अपने बर्थडे वाली रात ऑनलाइन क्यू नही आई , पता तबसे हमारे views काफी कम हो गये और उपर से ये न्यू बॉय की डिमांड काफी समय से हो रही है
शिला - अरे क्म्मो मैने उस रात के लिए स्पेशल रज्जो के साथ लाइव जाने सोचा था , मगर वो काफी देर रात तक नही आई कमरे मे और मै इंतजार करके सो गयी ।
क्म्मो - हम्म्म लेकिन हमारे व्यूज कम हो रहे है और आपके इंस्टा पर auntylover69 जो है उससे बात हुई आपकी वो आलरेडी 5000 भेज चुका है आपके बाथरूम शो के लिए
शिला - हा क्म्मो लेकिन यहा शादी वाले घर मे कैसे ?
क्म्मो - देखो दीदी , कुछ भी करके आज ये शो रिकार्ड कर लो , देखो इसके डीएम लागातार आ रहे है आपकी आईडी पर ।
शिला - इसकी टेनसन ना लो तुम क्म्मो ये हो जायेगा , लेकिन टेन्सन न्यू बॉय की होगी , क्यू ना राज को इंट्रो दिया जाये वो समझदार और हमारी बात समझेगा भी ।
क्म्मो - हा लेकिन राज अब ऐडल्ट और बड़ा लगता है हमे एकदम नये लड़के की तलाश है जिसकी उम्र 18 19 की हो ताकि वो मॉम-सन वाला रिलेशनशिप रियल लगे
शिला - अरे तो हम लोग अरुण को ही ले लेते है ना , हमारा पर्फेक्ट मैच होगा
क्म्मो - दीदी आप पगला गयि है अरुण मेरा अपना सगा बेटा है मै उससे कैसे और अभी वो छोटा है ।
शिला - फिर एक काम करे क्यू ना इस auntylover69 वाले लड़के को ही ट्रेस करे और इसको बाहर कही मिल कर इसके साथ डील करे ।
क्म्मो - हा ये सही रहेगा , लेकिन याद रहे, कोई गड़ब्ड ना हो , यहा से घर जाने के बाद हम इसको देखते है ।
शिला - ओके डन!!
राहुल - अरुण
"भाई तेरे मोबाईल के मॉडल देख कर लगता नही कि इसे सिर्फ गेम खेलने के यूज़ करता होगा " , राहुल ने मस्ती भरे लहजे मे अरुण को पूछा ।
राहुल की बात सुनकर अरुण का कलेजा ध्क्क हुआ और वो अटके हुए स्वर मे - मतलब
राहुल हसकर - अरे मतलब कोई gf तो होगी ही जिससे बातें करने के लिए ये फोन लिया है और किस लिये लेते है लौंडे फोन भाई हाहाहाहा
अरुण राहुल की बात पर एक गहरी सास ली और मुस्कुरा कर - नही भाई अपने को लड़कियो मे कोई रुचि नही !
राहुल -चल फेक मत , वो अनुज मे मामा की लड़की वो जो मोटी सी है , जब वो डाँस कर रही थी तो तेरी नजर तो उसके सीने पर ही थी ।
अरुण की एक वार फिर फ़टी - क्क्या यार तुम भी , मै क्यू देखूँगा वो बस अच्छा नाच रही थी
राहुल - अबे
झुठ मत बोल मैने देखा था तुम दोनो की आंख मिचौली
अरुण की चोरी पकड़ी गयी - नही यार ऐसा कुछ नही है हमारे बीच
राहुल - अबे तु डर क्यूँ रहा है , मौका मिल रहा है रगड़ दे ना
अरुण - नही यार ऐसे कैसे ?
राहुल - भाई मै इस शादी मे भरपूर मजे करने वाला हु और अगर गीता मुझे लाईन देती तो साली की गाड़ ही मारता मै , मगर मेरे हिस्से मे तो बबिता आई है
अरुण - तो क्या तुम बबिता को ?
राहुल - और क्या भाई , कल मौका मिल जाये अकेले मे बस
राहुल की बात सुनकर अरुन की भी हिम्मत हुई - वैसे बात तो ठिक ही कर रहे हो भाई , शादी व्याह मे ये सब काम जल्दी जल्दी मे हो भी जाता है क्योकि दोनो जान्ते है कि समय बहुत सीमित ही होगा
राहुल - अब सही समझा तु, वैसे आज रात के लिए कुछ प्रोग्राम लगा ! है कुछ तेरे पास जबरज्स्ट
अरुण मुस्कुराया - ऐसा माल है राहुल भाई कि लौडा निचोड लोगे
राहुल - फिर लगा ना !!
बनवारी - रागिनी
बेड पर हेड बोर्ड से टेक लगाये अपनी जान्घे फैलाये बैठा हुआ बनवारी अपनी रसिली बेटी को कमरे मे ब्लाऊज पेतिकोट मे इधर उधर समान सेट करते हुए निहार रहा था ।
कूल्हो पर कसे हुए पेटीकोट मे चुतडो की थिरकन से बनवारी का लन्ड आसमानी मुह उठाए उसकी हथेली मे फड़क रहा था ।
रागिनी को भी अपने बाऊजी के इरादो की पूरी भनक थी और ये बात उसे उत्तेजित किये हुए थी कि आज रात उसके बाऊजी उसकी जम के चुदाई करेंगे ।
ये सोच कर ही शाम से उसकी चुत बजबजा रही थी ।
कमरे मे बिखरे समानो को सहेजती हुई रागिनी ने मुस्कुरा कर शरारती लहजे मे बोली - दीदी को बुला दू क्या बाऊजी ।
बनवारी अपनी छोटी बेटी के नटखटेपन से वाकिफ था तो हस कर - तु बहुत शरारती है और तुम दोनो बहने आपस मे कुछ नही छिपाती हो
रागिनी - आखिर बहनो मे पर्दा कैसा , आप कहे तो मै और दीदी एक साथ हिहिहिहिही
ये सुनते ही बनवारी की सासे चढने लगी और उस्का लन्ड पुरा अकड़ गया वो थुक गटक कर बहाने से बोला - अच्छा बेटा तुझे अगर टाईम लग रहा है तो रज्जो को बोल दे , वो आज मुझसे रहा नही जा रहा है ।
रज्जो को बुलाने का आग्रह सुनते ही रागिनी मुस्कुरा दी और समझ गयी कि आज उसके बाऊजी का क्या इरादा है !!
जारी रहेगी