कितनी भी गम्भीर बात हो , अपने कमेंट्स से हंसी खुशी के माहौल मे बदल देना
Naina का स्वभाव और अंदाज रहा था ।
लेकिन उनके बैन होने और उनके अनबैन होने के दरम्यान न जाने गंगा मे कितनी पानी बह गई।
उन्होने बहुत लोगो को मोटिवेट किया लिखने के लिए। उन राइटर्स के लिए खुद ही रीडर्स को पढ़ने के लिए आमंत्रित करती रही। राइटर्स और रीडर्स दोनो के साथ बहुत ही बढ़िया रिलेशन रखी। और ऐसा मैने अबतक किसी मे भी नही देखा।
लेकिन जब उन्हे बैन किया गया तो न ही वैसा सपोर्ट उन्हे राइटर्स के ग्रूप से मिला और न ही उन अनगिनत रीडर्स से।
शायद इसीलिए उन्होने इस फोरम से हमेशा के लिए दूरी बना ली।
कुछ लोग ने जरूर luci सर से उन्हे अनबैन करने की बात की थी लेकिन उस का कोई पोजिटिव रिजल्ट नही आया। शायद नैन भाई के कहने पर उन्हे अनबैन किया गया।
लेकिन तब तक नैना वो नैना नही रही जैसा हम उन्हे देखते पढ़ते आए थे। वो बदल गई थी। किसी भी राइटर्स के कहानी मे उनका इंटरेस्ट नही रह गया था। और न ही कोई रिव्यू पर।
अगर उन्हे संगीता जी की इस कहानी के बारे मे वास्तव मे पता होता तो इस तरह का कमेंट्स वो हरगिज ही नही करती।
नैना जी से मेरी बाते अक्सर हो ही जाया करती है। वो हमारी तरह ही संवेदनशील और भावुक है।