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Incest YE NAHI HONA THA

Ek number

Well-Known Member
8,833
19,039
173
chapter 4

राजू रीमा की उंगली को चात् कर साफ कर देता है और रीमा देखते रहती है

राजू - हो गया मा सच कहु तो जादू है आप की हाथो मे
रीमा - अच्छा बाबा मान लिया अब चल सोते है

राजू - मेरा किस आप के किस बिना मुझे नींद नही आयेगी
रीमा - हस्ते हुवे अच्छा ऐसी बात है फिर रीमा राजू के होठ पे अपना होठ सता के किस कर रही है अब तो नींद आयेगी ना

राजू - हस्ते हुवे हा अब आ जायेगी फिर राजू के के माथे पे किस कर के सच मे मा आप बहोत अच्छी है
रीमा - हा मुझे पता है अब जा सो जा
राजू अपने बेड पे लेट जाता है

ये किस बस कुछ सकेंद् के लिये था रीमा ने अपने होठों को सता के तुरंत हटा लिया था

लेकिन राजू का जो प्लान था वैसा ही हो रहा था राजू अपनी मा के अंदर एक औरत की जो चाहत होती है उसे बाहर निकालना चाहता था वो भी रीमा को पता लगे बगैर
राजू - अभी तो आप होठ सता के हटा लेती है मा लेकिन जल्द ही असली किस भी होगा लेकिन अभी फिल्हाल आप की उंगली को चाटना और आप का किस इस की पहले पूरी आदत पर जाये बाद मे अगली किस की तरफ जायेंगे

तभी राजू का फोन बजता है राजू देखता है तो रूमा का कॉल था
फोन उठा कर
राजू - अरे रूमा किया बात है कुछ प्रोबलम है किया
रूमा - नही जी वो मे मैने ये जानने के लिये फोन किया की आप सही से घर पहोच गए की नही

राजू - अच्छा ऐसा है चिंता मत करो मे अच्छे से पहोच गया हु ये बताओ ऑन्टी कैसी है अभी

रूमा - मा सो गई है
राजू - अच्छा चलो ठीक है तुम भी सो जाओ मे सुबह आऊगा ठीक है
रूमा - ठीक है जी

फोन कट हो जाता है लेकिन रूमा लेते राजू के बारे मे ही सोच रही होती है

राजू भी सो जाता है

10 दिन बाद

10 दिन गुजर गये और इस दस दिन मे राजू रोज सुबह शाम अपनी मा के साथ खाते वक़्त उंगली चुस्ता था और किस करता यही 10 दिन तक उसने रीमा के साथ किया यही राजू का प्लान था की जब तक का को इसकी आदत ना हो जाये
और ऐसा होता भी है अब रीमा को राजू को किस करना और राजू का रीमा की उंगली चुसना नॉर्मल लगने लगा था आदत पर गई थी रीमा को ये सब मा बेटे के बीच प्यार लग रहा था और दिपु तो यही चाहता था की रीमा को यही लगे लेकिन असल मे राजू तो कुछ और कर रहा था

दूसरी राजू रोज रूमा सीमा से मिलने जाता था और कुछ ना कुछ लेके जरूर जाता था सीमा भी ठीक हो चुकी राजू एक घंटे रुकता और रूमा सीमा से खुब मस्ती मजाक करता था रूमा का प्यार तो अब दिपु के लिये बेहपनाह हो गया था सीमा भी राजू को अपना मनाने लगी

11 वे दिन रात को

राजू रीमा खाना खा चुके राजू थोरा बाहर हवा खाने के लिये चला जाता है तो रीमा अपने रूम मे बेड पे लेती थी तभी रीमा का फोन बजता है रीमा देखती है तो ये रानी का फोन था रीमा फोन उठा के

रीमा - हा बेटी बोल कैसी है और तेरा बचा कैसा है सब ठीक है ना

रानी - थोरा दुखी आवाज मे सब ठीक है मा आप बताओ कैसी है और राजू कैसा है
रीमा - मे ठीक हु और राजू भी अच्छा है लेकिन एक बात बता मैने ये नोटिस किया है 5 या 6 दिन से जब भी तू फोन करती है तो उदास रेहती है सचे बता कोई प्रॉब्लम तो नही है ना सब ठीक तो है

रानी - अरे मा मे ठीक हु सब सही है आप चिंता मत करो
रीमा - ठीक है अगर कोई बात हो तो जरूर बताना ठीक है और राजू के बात की की नही

रानी - अभी फोन कर के बात कर लेती हु
रीमा - ठीक है कर ले फोन कट


राजू भी आकर बेड पर लेता ही था की रानी फोन करती है राजू फोन उठा के

राजू - कैसी हो दी और मेरी मेरी प्यारी भांजी कैसी है
रानी - हस्ते हुवे मे भी ठीक हु और तेरी प्यारी भांजी भी ठीक है
तभी रानी को कोई जोर से आवाज दे कर बुलाता है रानी जल्दी से
रानी - भाई मे अभी रखती हु बाद मे बाते करेगे
राजू भी ठीक है और फोन को साइड मे रख देता है

राजू - सोचते हुवे रूमा मुझे प्यार करती है ये बात तो मुझे पता लग गई लरकी भी अच्छी है सुंदर भी है और मुझे हद से ज्यादा प्यार भी करती है ऐसी लरकी कहा मिलेगी एक ना एक दिन मुझे सादी करनी ही पड़ेगी मैने गौर से देखा है अगर मैने उसके सादी नही की तो डर है कुछ कर ना ले या वो कभी किसी और से सादी नही करेगी

एक सच ये भी है की मे भी अब उसके प्यार करने लगा हु देखते है वो कब अपने दिल की बात मुझे बताती है
लेकिन मेरी दीदी की बात ही अलग है
लेकिन यार मेरी दीदी की चुत जब पेहली बार देखा था तो कसम से रानी दी आप को नही पता मैने किया किया नही किया आप की चुदाई करने के लिये लेकिन साला डर की वजह से मे कुछ कर नही पाया और फिर सादी कर के चली गई नही तो सायद

तभी एक जोर की आवाज फिर कहा चली गई कामचोर जल्दी से पानी ले कर आ

ये आवाज सुनते ही राजू की गांड फट के हाथ मे आ गई उसका दिल कुछ सकेंद् के लिये रुक सा गया कियुकी ये आवाज राजू के फोन से आ रही थी राजू कापते हाथो से फोन उठा कर देखता है तो कॉल अभी भी चालू था कॉल कटा नही था तभी फोन कट तो जाता है ये देख राजू अपना सर पकर के बैठ जाता है

राजू को बहोत ही ज्यादा डर लग रहा था की अब उसकी दी उसकी गांड फार देगी और मा को भी केह देगी फिर मेरा सपना ख़तम मे भी खतम मे तो गया लग गई मेरी

हुआ ये था रानी को किसी ने जल्दी से बुलाया रानी ने ये तो कहा की फोन रखती हु लेकिन जल्दी से रानी ने फोन कट नही किया और चली गई दिपु को लगा की फोन कट गया है तो बिना देखे साइड मे फोन को रख कर रूमा और सारी चीजो के बारे मे बात करने लगता है जब रानी आती है तो उसे फोन से आवाज सुनाई देती है रानी जब कान लगा के सुनती है तो राजू ने रानी के बारे मे जो बोल रहा था रानी सब सुन लेती है तो यही हुआ था दिपु के साथ


थोरि देर बार राजू का फोन बजता है राजू देखता है फोन रानी का है तो उसका सरीर कापने लगता है पाकते हाथो से फोन उठा कर हैलो

रानी - फुल गुस्से मे तो तेरे मन मे मेरे लिये ये सब था अब समझ गई की तुमने जो मेरे लिये किया सब झूठ था सब दिखावा था ताकि तु मेरे करीब आ सके फिर मेरे साथ वो सब कर सके अब तो मे ये सब मा को बताउगी
राजू ये सुन डर जाता है उसे पसीना आने लगता है कापने लगता है

राजू - डरते हुवे दी मुझे माफ कर दो मा को मत बताना मे आप के हाथ जोरता हु प्लेस

रानी - अच्छा माफ कर दु गलती करने के बाद नही पाप करने के बाद मे तेरी बरी बेहन हु तु मेरे बारे मे ये सोचता मेरे साथ वो करना चाहता था ये बता कब से और कैसे तेरे मन मे मेरे लिये ये सब आया बता

राजू - रोते हुवे वो दीदी वो
रानी - बताता है की नही
राजू - रोते हुवे आप की सादी के एक महीने पहेले आप जब कमरे मे कपड़े बदल रही थी तो नँगा आप को देख लिया दरवाजा खुला था तब से मेरे मन ने आप के लिये ये

रानी - मन मे ये मेरी गलती है दरवाजा बंद नही किया था फिर भी मे उसकी बेहन हु राजू मेरा भाई है फिर उसके मन मे मेरे लिये गंदे ख्याल नही आने चाहिये था

रानी - गलती गलती होती है हा इसमें थोरि गलती मेरी है लेकिन तु तो मेरा भाई है फिर मेरे बारे मे कैसे ये सब सोच सकता है

राजू - माफ कर दो दी मा को मत बताना पिलिस्
रानी - इसने थोरि मेरी गलती थी इस लिये मे मा को इस बारे मे नही बताउगी नही तो मा को भी बहोत बुरा लगेगा कियुकी मा तुमसे बहोत प्यार करती है लेकिन मे मुझे माफ नही करुगी मे तुम से बहोत प्यार करती थी सोचती थी मेरे भाई है जो हमेसा मेरे साथ खरा रहेगा हर मुसीबत मे मेरी मदद करेगा इसी लिये तुझे फोन किया था लेकिन तु तो छी अब मुझे तेरी कोई मदद नही चाहिये मे इस नर्क मे जैसे तैसे जी लूँगी समझा अब मुझसे बात मत करना रानी फिर फोन कट कर देती है

राजू कुछ देर वैसे ही बैठा रेहता है सोचने लगता है अभी किया से किया हो गया लेकिन राजू को इस बात से राहत मिली की दीदी मा को कुछ नही बतायेगी
लेकिन दिपु के दिमाग के ये भी आता है की आखिर दी किस लिये मुझसे मदद चाहती थी कौन की नर्क की बाते कर रही थी कही दीदी कोई प्रॉब्लम मे तो नही है

राजू सोचते हुवे मे उसका भाई हु भले ही गंदा भाई हु भले ही दीदी मुझसे बात ना करे मुझे जा कर एक बार खुद देखना होगा किया बात है

फिर राजू बेड पर लेट कर सोचते सोचते सो जाता है

सुबह हो जाती है राजू नहा कर होस्पिटल के लिये निकल परता है पैदल कियुकी आज सीमा को घर ले कर आना था डॉक्टर ने केह दिया था

थोरि दूर पर राजू की एक ओटो दिखाई देता है पास जाकर

राजू - भाई किया आप होस्पिटल चलोगे मुझे होस्पिटल से ऑन्टी को लेकर घर जाना है जो पैसे होगे मे दे दूंगा

ओटो वाला ठीक है बैठ जाओ मे ले लगता हु राजू बैठ कर होस्पिटल के अंदर जा कर सीमा से मिलता है बाते होती है

राजू - तो ऑन्टी अब फाइनली आज आप घर जा रही है
सिमा - सही कहा बेटा मे बता नही सकती इतने दिन कैसे मैने इस होस्पिटल मे बिताये है दम घुटता था यहा मेरा

तभी डॉक्टर अंदर आ कर

डॉक्टर)- ठीक सारी कागजी काम हो चुका है अब आप पूरी तरह से ठीक है बस थोरा खाने पे ध्यान देना कुछ महीने अब आप जा सकती है

राजू - थैंक्स डॉक्टर तो चलो रूमा ऑन्टी चलते है फिर सभी बाहर आ जाते है राजू उस ओटो मे बैठ जाओ सभी बैठ जाते है थोरि देर बाद सीमा के घर आ जाता है
. राजू ओटो वाले को पैसे दे देता है और ओटो वाला चला जाता है

सिमा - घर को दिखाते हुवे तो राजू बेटा यही हमारा टुटा फूटा छोटा सा घर है इस गरीब का
राजू - घर बरा होने से और अमीर होने से कुछ नही होता घर तो अच्छे लोगो से बनाता है

फिर सभी अंदर जाते है बाते होती है कुछ देर फिर राजू

राजू - ऑन्टी तो मे अब जाता हु फिर टाइम मिलेगा तो आ जाउंगा
ऑन्टी - मे तुम्हे जाने नही देती इंटनी जल्दी लेकिन किया है इस घर मे कई दिनों से साफ सफाई नही हुई है सभी चीजे इधर उधर परी है लेकिन जब आज साफ सफाई कर लूँगी तो साम को जरूर आना मे तेरे लिये अच्छा खाना बनाउगी

राजू - हस्ते हुवे अच्छा मेरी खूबसूरत ऑन्टी जैसा कहे
सीमा - हस्ते हुवे अच्छा मार खायेगा तु अभी
राजू - अरे नही रूमा को देखते हुवे रूमा तो मे चलता हु राजू बाहर निकल आता है लेकिन रूमा आकर राजू को रोक देती है

राजू पीछे रूमा को देखते हुवे
राजू - रूमा किया बात है कुछ केहना चाहती हो
रूमा - हा आप से कुछ केहना है
राजू - अच्छा बोलो किया केहना है
रूमा के होठ काप् रहे था रूमा अपने नाखूनों को रगरे जा रही थी रूमा नीचे देखते हुवे कपते होठो से

रूमा - जी वो मे आप से बहोत प्यार करती हु और आप से सादी करना चाहती हु ये केह कर रूमा जोर जोर से सासे लेने लगती है उसका दिल जोर जोर से धरक रहा था रूमा के बरे टाइट चूचे सास लेने की वजह से उपर नीचे हो रहे थे

लेकिन राजू कोई जवाब नही देता और चुपचाप खरा रूमा को देखता रेहता है

रूमा जब देखती है राजू कुछ नही केह रहा तो वो राजू को देखते हुवे

रूमा - आप कोई जवाब क्यु नही दे रहे है किया मे आप को अच्छी नही लगती किया मे खूबसूरत नही हु किया मे आप के नायक नही आप कुछ तो बोलो मेरा दिल घबरा रहा है

राजू - रूमा को देखते हुवे मे तुमसे प्यार नही करता

ये सुनते ही रूमा पथर् की बन जाती है कुछ देर तक फिर उसके आखो से पानी नीचे गिरने लगते है तप तप

रूमा - राजू से रोते हुवे माफ करना ये मेरी ही गलती है आप ने मेरी मा की जान बचाई और मे कुछ ज्यादा ही लालची हो गई थी जो ये सोच लिया की आप जैसे एक नेक दिल इंसान मुझे अपना लगा मुझे उसका प्यार मिलेगा मुझे माफ कर दीजिये गा इस हरकत के लिए ये केह कर रूमा जोर जोर से रोते हुवे घर मे चली जाती है

राजू - अरे मे तो मजाक कर रहा था लेकिन अब देख भी लिया की रूमा सच मुझसे कितना प्यार करती है पगली मेरे जैसे नीचे गिरे लरके को

अंदर सीमा रूमा को रोते हुवे कमरे मे जाता देख हैरान हो जाती है आखिर रूमा रो रोती हुई कमरे मे क्यु गई सीमा जाने ही वाली थी पूछने की किया हुआ है दिपु आकर सीमा को रोक देता है सीमा दिपु को देख कर

सीमा - बेटा रूमा कियु रो रही है कुछ हुआ है किया
राजू - आप को पता था ना की रूमा मुझसे प्यार करती है
सीमा - हा मे जानती थी लेकिन हुआ किया है
राजू - रूमा ने मुझे अपने दिल की बात बताई और मैने मना कर दिया इस लिये रो रही है

सीमा- ये सुन चिंता मे माफ करना बेटा मैने उसे पेहले ही समझाया था पीछे हथ जाये लेकिन वो मानी ही नही तुम इस बात का बुरा मत मानना मे उसे समझा दूंगी

राजू - ये सुन सीमा को गले लगा कर अरे सासु मा मे हु ना आपका होने वाला दामाद मे खुद अपनी बीवी को संभाल लूंगा

सीमा - ये सुनते ही हैरानी से राजू को देख कर किया कहा बेटा लेकिन तुमने रो रूमा को बना कर दिया था ना

राजू - सीमा को छोरते हुवे अरे सासु मा मे मैने तो मजाक मे कहा था और वो रोते हुवे अंदर भाग आई सच तो ये है मे भी उससे बहोत प्यार करता हु रूमा एक अच्छी लरकी है तो मुझे रूमा जैसी लरकी कहा मिलेगी और सीमा को देखते हुवे साथ मे एक एक हॉट खूबसूरत सासु मा भी तो मिल रही है

ये सुनते ही सीमा राजू को प्यार से मारते हुवे अच्छा तो ऐसी बात एक पे एक फिरी चाहिये तुझे
राजू - सीमा के करीब जाके आखो मे देख कर किया नही मिलेगा
सीमा - मार खायेगा पेहले मेरी बेटी को रुलाया है तो उसे जाकर बना फिर बात करेगे
राजू - जाता हु लेकिन एक पप्पी तो देदो
सीमा - हस्ते हुवे सच केह रही हु मार पड़ेगी
राजू - मुह बना के ठीक है जा रहा हु
सीमा - रुक फिर राजू के गाल पर एक किस दे देती है अब खुश जा यहा से जल्दी मेरी बेटी रो रो कर ना जाने कितने सासु गिराये होगे
राजू हा जा रहा हु फिर दिपु रूमा के कमरे के अंदर जाता है रूमा एक पुरानी चटाई पे लेती है रो रही थी राजू रूमा के बिस्तर को देखता है

रूमा का बिस्तर के नाम पे एक पुरानी फटी चटाई और कंबल वो भी पुराने

राजू ये देख समझ जाता है उसकी लाइफ सच मे बहोत बुरी चल रही है राजू रूमा के पास जाकर बैठ जाता भी जो अपना चेहरा निचे किये लेती रो रही थी

राजू - कब तक रोती रहोगी
राजू की आवाज सुनते ही रूमा जल्दी से राजू को देखती है फिर दूसरी तरफ चेहरा कर के आसु साफ कर लेती है

रूमा - आप गए नही घर
राजू - चलो जल्दी से उठ कर बैठ जाओ
रूमा उठ कर बैठ जाती है राजू के सामने लेकिन अभी भी रूमा के आखो से आसु गिरे जा रहे थे रूमा अपना चेहरा नीचे किये हुई थी

राजू - रूमा के चेहरे को पकर के ऊपर उठा कर रूमा की आखो मे देख के अरे पगली तुम्हारी जैसी दिल की अच्छी खूबसूरत हॉट बीवी किसी को मिले तो वो किस्मत वाला होगा तो भला मे कैसे तुमे बना कर सकता हु मे भी तुम से बहोत प्यार करता है और मैने तो मजाक मे तुम से वो बात कही थी

रूमा - ये सुन्ते ही रोते हुवे राजू के गले लग जाती है

रूमा - आप सच केह रहे है ना आप कही फिर से मेरे साथ मजाक तो नही कर रहे है देखिये मे आप के बिना जी नही सकती बहोत प्यार करती हु मे आप को
राजू - रूमा की आखो मे देखते हुवे मे कसम से सच केह रहा है मेरी होने वाली बीवी
रूमा - ये सुन बहोत की ज्यादा खुश उसी के साथ शर्मा भी जाती है फिर राजू के सीने मे चिपक जाती है
राजू - देखो तो कैसे शर्मा रही हो तुम किया ऐसे ही मेरे सीने मे लगी रहोगी

रूमा - हा जिंदगी भर
राजू रूमा को नीचे लेता कर रूमा के उपर आके रूमा को देखने लगता है तो वही रूमा की हालत खराब हो जाती है कियुकी रूमा ऐसी हालत मे पेहली बार आई थी पेहली बार किसी ने उसे छुवा था ये सब एहसास उसके लिए नया था इस लिये रूमा पानी पानी हो गई थी उसे सर्म आ रही थी रूमा राजू से नज़रे नही मिला पाती और शर्मा कर दूसरी तरफ नज़रे फेर लेती है

राजू ये देख
राजू - मेरी तरफ देखो रूमा
रूमा - मुझे सर्म आ रही है
राजू - किया तुम मेरी बात नही मनोगी
रूमा को सर्म आ रही थी लेकिन राजू की बात को मना भी नही कर सकती थी फिर सरमाते हुवे राजू को देखती है

राजू - ये हुई ना बीवी वाली बात
रूमा और शर्मा जाती है उसका दिल धक धक करने लगता हैं
राजू - रूमा को देखते हुवे तो दिल की बात तो हम ने कर ली अब प्यार करे चलो अब अपने इस रसीले होठो का रस पिला दो मुझे

अब तो और रूमा की हालत खराब हो जाती ये सुन कर राजू के नीचे रूमा परी हुई थी अब तो रूमा जोर जोर से सासे लेने लगती है उसके चूचे उपर नीचे होने लगते है

राजू - किया हुआ तुम नही चाहती तो रेहने देते है फिर राजू रूमा के उपर से उठने लगता है ये देख

रूमा - रुक जाइये मे तो पूरी आप की हु जब से आप को प्यार किया है तो मेरी आत्मा मेरा ये शरीर आप को सोप दिया है तो मे इस के लिये कैसे आप को मना कर सकती हु

लेकिन मुझे किस करना नही आता आप खुद कर लो ना ये केह कर रूमा सरमाने लगती है

राजू - हस्ते हुवे ठीक लेकिन तुम देखती रहोगी आखे बंद मत करना ठीक है
रूमा - सरमाते हुवे जी ठीक है

राजू फिर अपना होठ रूमा के होठ के करीब ले कर जाने लगता है और रूमा का दिल फिर जोर से धक धक करने लगता है

राजू अब रूमा के रसीले होठो को अपने मुह मे लेकर चूसने लगता है रूमा को ये पहला किस साथ मे ये पेहला एहसास पागल कर देता है रूमा अपने दोनों हाथ से राजू को पकर लेती है रूमा लीचे राजू उपर राजू एक मिनट तक रूमा के होठ के रस को पी कर छोर देता है फिर रूमा को देखता h

रूमा राजू को देख शर्मा रही होती है
राजू - कैसा लगा मेरी जान ये किस
रूमा - सरमाते हुवे एक अलग एहसास था मेरा ये पेहला जिसे मे कभी भूल नही सकती

राजू - चलो फिर अब बाहर जाते है नही तो सासु मा कहेगी की सादी से पेहले की मेरी बेटी के साथ सुहागरात बना तो नही रहा

रूमा - ये सुन एकदम शर्मा कर फिर राजू से चिपक जाती है ऐसा मत कहो ना मुझे सर्म आती है


राजू - हस्ते हुवे अच्छा बाबा मे अब कुछ नही कहुंगा चलो चलते है

राजू खरा हो जाता है

राजू - अपना हाथ दो मुझे
रूमा अपना हाथ देती है राजू रूमा के हाथ को पकर कर बाहर आ जाता है
सीमा - देखती है की रूमा राजू दोनों एक दूसरे का हाथ पकर कर आ रहे है तो मुस्कुराने लगती है तो वही रूमा को सर्म आ रही थी अपनी मा के साथ ऐसे हाथ पकर कर आने मे

सीमा - तो गया तुम लोगो का ये प्यार वाला ड्रामा फिर रूमा को देखते हुवे अब तो तुम खुश हो ना अपने प्यार को पा के
ये सुन रूमा जल्दी से मा को गले लगा कर हा मा मे आज बहोत खुश ही
सीमा - अच्छा है और राजू को देख कर बेटा तुम्हारा जितना सुक्रिया अदा करू कम है तुम ने मेरी जान बचाई फिर मेरी बेटी को भी अपना कर जो खुशी दी है

राजू - बस बस आगे कुछ मत कहिये ये तो किस्मत मे मेरे लिखा था एक खूबसूरत बीवी के साथ एक हॉट सासु मा का मिलना तो इसमें फायदा तो मेरा ही है ना
.ये केह कर राजू जोर जोर से हसने लगता है

सीमा - ये सुन कर रूमा हट तो जरा मे एसी बताती हु इसे हॉट सासु चाहिये हा
. रूमा - अरे मा सच तो केह रहे है

सीमा - हैरान रूमा को देख कर तु मेरी ही बेटी है ना

रूमा -अरे हा मे आप की ही बेटी है
. राजू - अच्छा तो अब बाते बाद मे होगी मुझे देर हो गई है जाना होगा

सीमा - ठीक है साम को जरूर आना है समझ गए

जैसा मेरी हॉट सासु मा कहे
सीमा - रुक अभी बताती हु लेकिन राजू भाग कर बाहर आ जाता है
रूमा - किया मा आप ने उन्हें भगा दिया
सीमा - घूर के रूमा को देख कर अभी से उसकी तरफ हो गई वाह बेटी वाह
रूमा - शर्मा कर किया मा आप भी मे आती हु उन्हें छोर के
सीमा - हस्ते हुवे हा हा जा छोर के आ अपने पति को

रूमा आप भी ना मा रूमा फिर बाहर आ जाती है
राजू जा रहा था रूमा आवाज देती है रुकिये राजू रुक जाता है

रूमा पास आ कर साम को जरूर आना है आप को
राजू रूमा को कमर से पकर कर बहो मे भर लेता है
रूमा - शर्मा कर आप ये किया कर रहे है कोई देख लेगा
राजू -एक दो फिर छोरुंगा

रूमा - आप भी ना रूमा जल्दी से राजू को किस होठो पर कर देती है
अब ठीक है
राजू - हा अब अच्छा लग रहा है मेरी जान अब मे चलता ही राजू जाने लगता है रूमा देखती है फिर घर मे आ जाती है

राजू घर आकर सो जाता है

शाम को राजू उठता है फिर बाहर आकर देखता है उसकी मा रीमा बर्तन साफ कर रही होती राजू की नज़र रीमा की बरी गांड पर जाती है रीमा बैठ कर बर्तन साफ कर रही थी लेकिन उसका मोटा बाहर निकला गांड की मोटाई साफ नज़र आ रही थी राजू रीमा के पास जा कर खरा हो जाता है रीमा राजू को देख कर

रीमा - किया बात है बेटा
राजू - मा आप को एक खुशखबरी सुनानी है लेकिन उसके बदले आप को भी कोई इनाम देना होगा
. रीमा - हस्ते हुवे अच्छा तो खुशखबरी बताने के बदले इनाम चाहिये तुझे ठीक है बता किया इनाम चाहिये और किया है वो खुशखबरी

राजू - आप जो मुझे किस करती है ना होठो पे

रीमा - राजू को देखते हुवे ना तो किया
राजू - तो मुझे इनाम के तोर पर अपनी मर्ज़ी से मुझे आप को किस करने देना होगा और मे जैसे चाहू आप को किस कर सकता हु बस 1 मिनट तक ज्यादा नही

रीमा - ये सुन हैरान और सोच मे डूब जाती है सही गलत सोचने लगती है

आज के लिए इंतना ही 🙏🙏🙏🙏🙏 लाइक कॉमेंट
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राजू रीमा की उंगली को चात् कर साफ कर देता है और रीमा देखते रहती है

राजू - हो गया मा सच कहु तो जादू है आप की हाथो मे
रीमा - अच्छा बाबा मान लिया अब चल सोते है

राजू - मेरा किस आप के किस बिना मुझे नींद नही आयेगी
रीमा - हस्ते हुवे अच्छा ऐसी बात है फिर रीमा राजू के होठ पे अपना होठ सता के किस कर रही है अब तो नींद आयेगी ना

राजू - हस्ते हुवे हा अब आ जायेगी फिर राजू के के माथे पे किस कर के सच मे मा आप बहोत अच्छी है
रीमा - हा मुझे पता है अब जा सो जा
राजू अपने बेड पे लेट जाता है

ये किस बस कुछ सकेंद् के लिये था रीमा ने अपने होठों को सता के तुरंत हटा लिया था

लेकिन राजू का जो प्लान था वैसा ही हो रहा था राजू अपनी मा के अंदर एक औरत की जो चाहत होती है उसे बाहर निकालना चाहता था वो भी रीमा को पता लगे बगैर
राजू - अभी तो आप होठ सता के हटा लेती है मा लेकिन जल्द ही असली किस भी होगा लेकिन अभी फिल्हाल आप की उंगली को चाटना और आप का किस इस की पहले पूरी आदत पर जाये बाद मे अगली किस की तरफ जायेंगे

तभी राजू का फोन बजता है राजू देखता है तो रूमा का कॉल था
फोन उठा कर
राजू - अरे रूमा किया बात है कुछ प्रोबलम है किया
रूमा - नही जी वो मे मैने ये जानने के लिये फोन किया की आप सही से घर पहोच गए की नही

राजू - अच्छा ऐसा है चिंता मत करो मे अच्छे से पहोच गया हु ये बताओ ऑन्टी कैसी है अभी

रूमा - मा सो गई है
राजू - अच्छा चलो ठीक है तुम भी सो जाओ मे सुबह आऊगा ठीक है
रूमा - ठीक है जी

फोन कट हो जाता है लेकिन रूमा लेते राजू के बारे मे ही सोच रही होती है

राजू भी सो जाता है

10 दिन बाद

10 दिन गुजर गये और इस दस दिन मे राजू रोज सुबह शाम अपनी मा के साथ खाते वक़्त उंगली चुस्ता था और किस करता यही 10 दिन तक उसने रीमा के साथ किया यही राजू का प्लान था की जब तक का को इसकी आदत ना हो जाये
और ऐसा होता भी है अब रीमा को राजू को किस करना और राजू का रीमा की उंगली चुसना नॉर्मल लगने लगा था आदत पर गई थी रीमा को ये सब मा बेटे के बीच प्यार लग रहा था और दिपु तो यही चाहता था की रीमा को यही लगे लेकिन असल मे राजू तो कुछ और कर रहा था

दूसरी राजू रोज रूमा सीमा से मिलने जाता था और कुछ ना कुछ लेके जरूर जाता था सीमा भी ठीक हो चुकी राजू एक घंटे रुकता और रूमा सीमा से खुब मस्ती मजाक करता था रूमा का प्यार तो अब दिपु के लिये बेहपनाह हो गया था सीमा भी राजू को अपना मनाने लगी

11 वे दिन रात को

राजू रीमा खाना खा चुके राजू थोरा बाहर हवा खाने के लिये चला जाता है तो रीमा अपने रूम मे बेड पे लेती थी तभी रीमा का फोन बजता है रीमा देखती है तो ये रानी का फोन था रीमा फोन उठा के

रीमा - हा बेटी बोल कैसी है और तेरा बचा कैसा है सब ठीक है ना

रानी - थोरा दुखी आवाज मे सब ठीक है मा आप बताओ कैसी है और राजू कैसा है
रीमा - मे ठीक हु और राजू भी अच्छा है लेकिन एक बात बता मैने ये नोटिस किया है 5 या 6 दिन से जब भी तू फोन करती है तो उदास रेहती है सचे बता कोई प्रॉब्लम तो नही है ना सब ठीक तो है

रानी - अरे मा मे ठीक हु सब सही है आप चिंता मत करो
रीमा - ठीक है अगर कोई बात हो तो जरूर बताना ठीक है और राजू के बात की की नही

रानी - अभी फोन कर के बात कर लेती हु
रीमा - ठीक है कर ले फोन कट


राजू भी आकर बेड पर लेता ही था की रानी फोन करती है राजू फोन उठा के

राजू - कैसी हो दी और मेरी मेरी प्यारी भांजी कैसी है
रानी - हस्ते हुवे मे भी ठीक हु और तेरी प्यारी भांजी भी ठीक है
तभी रानी को कोई जोर से आवाज दे कर बुलाता है रानी जल्दी से
रानी - भाई मे अभी रखती हु बाद मे बाते करेगे
राजू भी ठीक है और फोन को साइड मे रख देता है

राजू - सोचते हुवे रूमा मुझे प्यार करती है ये बात तो मुझे पता लग गई लरकी भी अच्छी है सुंदर भी है और मुझे हद से ज्यादा प्यार भी करती है ऐसी लरकी कहा मिलेगी एक ना एक दिन मुझे सादी करनी ही पड़ेगी मैने गौर से देखा है अगर मैने उसके सादी नही की तो डर है कुछ कर ना ले या वो कभी किसी और से सादी नही करेगी

एक सच ये भी है की मे भी अब उसके प्यार करने लगा हु देखते है वो कब अपने दिल की बात मुझे बताती है
लेकिन मेरी दीदी की बात ही अलग है
लेकिन यार मेरी दीदी की चुत जब पेहली बार देखा था तो कसम से रानी दी आप को नही पता मैने किया किया नही किया आप की चुदाई करने के लिये लेकिन साला डर की वजह से मे कुछ कर नही पाया और फिर सादी कर के चली गई नही तो सायद

तभी एक जोर की आवाज फिर कहा चली गई कामचोर जल्दी से पानी ले कर आ

ये आवाज सुनते ही राजू की गांड फट के हाथ मे आ गई उसका दिल कुछ सकेंद् के लिये रुक सा गया कियुकी ये आवाज राजू के फोन से आ रही थी राजू कापते हाथो से फोन उठा कर देखता है तो कॉल अभी भी चालू था कॉल कटा नही था तभी फोन कट तो जाता है ये देख राजू अपना सर पकर के बैठ जाता है

राजू को बहोत ही ज्यादा डर लग रहा था की अब उसकी दी उसकी गांड फार देगी और मा को भी केह देगी फिर मेरा सपना ख़तम मे भी खतम मे तो गया लग गई मेरी

हुआ ये था रानी को किसी ने जल्दी से बुलाया रानी ने ये तो कहा की फोन रखती हु लेकिन जल्दी से रानी ने फोन कट नही किया और चली गई दिपु को लगा की फोन कट गया है तो बिना देखे साइड मे फोन को रख कर रूमा और सारी चीजो के बारे मे बात करने लगता है जब रानी आती है तो उसे फोन से आवाज सुनाई देती है रानी जब कान लगा के सुनती है तो राजू ने रानी के बारे मे जो बोल रहा था रानी सब सुन लेती है तो यही हुआ था दिपु के साथ


थोरि देर बार राजू का फोन बजता है राजू देखता है फोन रानी का है तो उसका सरीर कापने लगता है पाकते हाथो से फोन उठा कर हैलो

रानी - फुल गुस्से मे तो तेरे मन मे मेरे लिये ये सब था अब समझ गई की तुमने जो मेरे लिये किया सब झूठ था सब दिखावा था ताकि तु मेरे करीब आ सके फिर मेरे साथ वो सब कर सके अब तो मे ये सब मा को बताउगी
राजू ये सुन डर जाता है उसे पसीना आने लगता है कापने लगता है

राजू - डरते हुवे दी मुझे माफ कर दो मा को मत बताना मे आप के हाथ जोरता हु प्लेस

रानी - अच्छा माफ कर दु गलती करने के बाद नही पाप करने के बाद मे तेरी बरी बेहन हु तु मेरे बारे मे ये सोचता मेरे साथ वो करना चाहता था ये बता कब से और कैसे तेरे मन मे मेरे लिये ये सब आया बता

राजू - रोते हुवे वो दीदी वो
रानी - बताता है की नही
राजू - रोते हुवे आप की सादी के एक महीने पहेले आप जब कमरे मे कपड़े बदल रही थी तो नँगा आप को देख लिया दरवाजा खुला था तब से मेरे मन ने आप के लिये ये

रानी - मन मे ये मेरी गलती है दरवाजा बंद नही किया था फिर भी मे उसकी बेहन हु राजू मेरा भाई है फिर उसके मन मे मेरे लिये गंदे ख्याल नही आने चाहिये था

रानी - गलती गलती होती है हा इसमें थोरि गलती मेरी है लेकिन तु तो मेरा भाई है फिर मेरे बारे मे कैसे ये सब सोच सकता है

राजू - माफ कर दो दी मा को मत बताना पिलिस्
रानी - इसने थोरि मेरी गलती थी इस लिये मे मा को इस बारे मे नही बताउगी नही तो मा को भी बहोत बुरा लगेगा कियुकी मा तुमसे बहोत प्यार करती है लेकिन मे मुझे माफ नही करुगी मे तुम से बहोत प्यार करती थी सोचती थी मेरे भाई है जो हमेसा मेरे साथ खरा रहेगा हर मुसीबत मे मेरी मदद करेगा इसी लिये तुझे फोन किया था लेकिन तु तो छी अब मुझे तेरी कोई मदद नही चाहिये मे इस नर्क मे जैसे तैसे जी लूँगी समझा अब मुझसे बात मत करना रानी फिर फोन कट कर देती है

राजू कुछ देर वैसे ही बैठा रेहता है सोचने लगता है अभी किया से किया हो गया लेकिन राजू को इस बात से राहत मिली की दीदी मा को कुछ नही बतायेगी
लेकिन दिपु के दिमाग के ये भी आता है की आखिर दी किस लिये मुझसे मदद चाहती थी कौन की नर्क की बाते कर रही थी कही दीदी कोई प्रॉब्लम मे तो नही है

राजू सोचते हुवे मे उसका भाई हु भले ही गंदा भाई हु भले ही दीदी मुझसे बात ना करे मुझे जा कर एक बार खुद देखना होगा किया बात है

फिर राजू बेड पर लेट कर सोचते सोचते सो जाता है

सुबह हो जाती है राजू नहा कर होस्पिटल के लिये निकल परता है पैदल कियुकी आज सीमा को घर ले कर आना था डॉक्टर ने केह दिया था

थोरि दूर पर राजू की एक ओटो दिखाई देता है पास जाकर

राजू - भाई किया आप होस्पिटल चलोगे मुझे होस्पिटल से ऑन्टी को लेकर घर जाना है जो पैसे होगे मे दे दूंगा

ओटो वाला ठीक है बैठ जाओ मे ले लगता हु राजू बैठ कर होस्पिटल के अंदर जा कर सीमा से मिलता है बाते होती है

राजू - तो ऑन्टी अब फाइनली आज आप घर जा रही है
सिमा - सही कहा बेटा मे बता नही सकती इतने दिन कैसे मैने इस होस्पिटल मे बिताये है दम घुटता था यहा मेरा

तभी डॉक्टर अंदर आ कर

डॉक्टर)- ठीक सारी कागजी काम हो चुका है अब आप पूरी तरह से ठीक है बस थोरा खाने पे ध्यान देना कुछ महीने अब आप जा सकती है

राजू - थैंक्स डॉक्टर तो चलो रूमा ऑन्टी चलते है फिर सभी बाहर आ जाते है राजू उस ओटो मे बैठ जाओ सभी बैठ जाते है थोरि देर बाद सीमा के घर आ जाता है
. राजू ओटो वाले को पैसे दे देता है और ओटो वाला चला जाता है

सिमा - घर को दिखाते हुवे तो राजू बेटा यही हमारा टुटा फूटा छोटा सा घर है इस गरीब का
राजू - घर बरा होने से और अमीर होने से कुछ नही होता घर तो अच्छे लोगो से बनाता है

फिर सभी अंदर जाते है बाते होती है कुछ देर फिर राजू

राजू - ऑन्टी तो मे अब जाता हु फिर टाइम मिलेगा तो आ जाउंगा
ऑन्टी - मे तुम्हे जाने नही देती इंटनी जल्दी लेकिन किया है इस घर मे कई दिनों से साफ सफाई नही हुई है सभी चीजे इधर उधर परी है लेकिन जब आज साफ सफाई कर लूँगी तो साम को जरूर आना मे तेरे लिये अच्छा खाना बनाउगी

राजू - हस्ते हुवे अच्छा मेरी खूबसूरत ऑन्टी जैसा कहे
सीमा - हस्ते हुवे अच्छा मार खायेगा तु अभी
राजू - अरे नही रूमा को देखते हुवे रूमा तो मे चलता हु राजू बाहर निकल आता है लेकिन रूमा आकर राजू को रोक देती है

राजू पीछे रूमा को देखते हुवे
राजू - रूमा किया बात है कुछ केहना चाहती हो
रूमा - हा आप से कुछ केहना है
राजू - अच्छा बोलो किया केहना है
रूमा के होठ काप् रहे था रूमा अपने नाखूनों को रगरे जा रही थी रूमा नीचे देखते हुवे कपते होठो से

रूमा - जी वो मे आप से बहोत प्यार करती हु और आप से सादी करना चाहती हु ये केह कर रूमा जोर जोर से सासे लेने लगती है उसका दिल जोर जोर से धरक रहा था रूमा के बरे टाइट चूचे सास लेने की वजह से उपर नीचे हो रहे थे

लेकिन राजू कोई जवाब नही देता और चुपचाप खरा रूमा को देखता रेहता है

रूमा जब देखती है राजू कुछ नही केह रहा तो वो राजू को देखते हुवे

रूमा - आप कोई जवाब क्यु नही दे रहे है किया मे आप को अच्छी नही लगती किया मे खूबसूरत नही हु किया मे आप के नायक नही आप कुछ तो बोलो मेरा दिल घबरा रहा है

राजू - रूमा को देखते हुवे मे तुमसे प्यार नही करता

ये सुनते ही रूमा पथर् की बन जाती है कुछ देर तक फिर उसके आखो से पानी नीचे गिरने लगते है तप तप

रूमा - राजू से रोते हुवे माफ करना ये मेरी ही गलती है आप ने मेरी मा की जान बचाई और मे कुछ ज्यादा ही लालची हो गई थी जो ये सोच लिया की आप जैसे एक नेक दिल इंसान मुझे अपना लगा मुझे उसका प्यार मिलेगा मुझे माफ कर दीजिये गा इस हरकत के लिए ये केह कर रूमा जोर जोर से रोते हुवे घर मे चली जाती है

राजू - अरे मे तो मजाक कर रहा था लेकिन अब देख भी लिया की रूमा सच मुझसे कितना प्यार करती है पगली मेरे जैसे नीचे गिरे लरके को

अंदर सीमा रूमा को रोते हुवे कमरे मे जाता देख हैरान हो जाती है आखिर रूमा रो रोती हुई कमरे मे क्यु गई सीमा जाने ही वाली थी पूछने की किया हुआ है दिपु आकर सीमा को रोक देता है सीमा दिपु को देख कर

सीमा - बेटा रूमा कियु रो रही है कुछ हुआ है किया
राजू - आप को पता था ना की रूमा मुझसे प्यार करती है
सीमा - हा मे जानती थी लेकिन हुआ किया है
राजू - रूमा ने मुझे अपने दिल की बात बताई और मैने मना कर दिया इस लिये रो रही है

सीमा- ये सुन चिंता मे माफ करना बेटा मैने उसे पेहले ही समझाया था पीछे हथ जाये लेकिन वो मानी ही नही तुम इस बात का बुरा मत मानना मे उसे समझा दूंगी

राजू - ये सुन सीमा को गले लगा कर अरे सासु मा मे हु ना आपका होने वाला दामाद मे खुद अपनी बीवी को संभाल लूंगा

सीमा - ये सुनते ही हैरानी से राजू को देख कर किया कहा बेटा लेकिन तुमने रो रूमा को बना कर दिया था ना

राजू - सीमा को छोरते हुवे अरे सासु मा मे मैने तो मजाक मे कहा था और वो रोते हुवे अंदर भाग आई सच तो ये है मे भी उससे बहोत प्यार करता हु रूमा एक अच्छी लरकी है तो मुझे रूमा जैसी लरकी कहा मिलेगी और सीमा को देखते हुवे साथ मे एक एक हॉट खूबसूरत सासु मा भी तो मिल रही है

ये सुनते ही सीमा राजू को प्यार से मारते हुवे अच्छा तो ऐसी बात एक पे एक फिरी चाहिये तुझे
राजू - सीमा के करीब जाके आखो मे देख कर किया नही मिलेगा
सीमा - मार खायेगा पेहले मेरी बेटी को रुलाया है तो उसे जाकर बना फिर बात करेगे
राजू - जाता हु लेकिन एक पप्पी तो देदो
सीमा - हस्ते हुवे सच केह रही हु मार पड़ेगी
राजू - मुह बना के ठीक है जा रहा हु
सीमा - रुक फिर राजू के गाल पर एक किस दे देती है अब खुश जा यहा से जल्दी मेरी बेटी रो रो कर ना जाने कितने सासु गिराये होगे
राजू हा जा रहा हु फिर दिपु रूमा के कमरे के अंदर जाता है रूमा एक पुरानी चटाई पे लेती है रो रही थी राजू रूमा के बिस्तर को देखता है

रूमा का बिस्तर के नाम पे एक पुरानी फटी चटाई और कंबल वो भी पुराने

राजू ये देख समझ जाता है उसकी लाइफ सच मे बहोत बुरी चल रही है राजू रूमा के पास जाकर बैठ जाता भी जो अपना चेहरा निचे किये लेती रो रही थी

राजू - कब तक रोती रहोगी
राजू की आवाज सुनते ही रूमा जल्दी से राजू को देखती है फिर दूसरी तरफ चेहरा कर के आसु साफ कर लेती है

रूमा - आप गए नही घर
राजू - चलो जल्दी से उठ कर बैठ जाओ
रूमा उठ कर बैठ जाती है राजू के सामने लेकिन अभी भी रूमा के आखो से आसु गिरे जा रहे थे रूमा अपना चेहरा नीचे किये हुई थी

राजू - रूमा के चेहरे को पकर के ऊपर उठा कर रूमा की आखो मे देख के अरे पगली तुम्हारी जैसी दिल की अच्छी खूबसूरत हॉट बीवी किसी को मिले तो वो किस्मत वाला होगा तो भला मे कैसे तुमे बना कर सकता हु मे भी तुम से बहोत प्यार करता है और मैने तो मजाक मे तुम से वो बात कही थी

रूमा - ये सुन्ते ही रोते हुवे राजू के गले लग जाती है

रूमा - आप सच केह रहे है ना आप कही फिर से मेरे साथ मजाक तो नही कर रहे है देखिये मे आप के बिना जी नही सकती बहोत प्यार करती हु मे आप को
राजू - रूमा की आखो मे देखते हुवे मे कसम से सच केह रहा है मेरी होने वाली बीवी
रूमा - ये सुन बहोत की ज्यादा खुश उसी के साथ शर्मा भी जाती है फिर राजू के सीने मे चिपक जाती है
राजू - देखो तो कैसे शर्मा रही हो तुम किया ऐसे ही मेरे सीने मे लगी रहोगी

रूमा - हा जिंदगी भर
राजू रूमा को नीचे लेता कर रूमा के उपर आके रूमा को देखने लगता है तो वही रूमा की हालत खराब हो जाती है कियुकी रूमा ऐसी हालत मे पेहली बार आई थी पेहली बार किसी ने उसे छुवा था ये सब एहसास उसके लिए नया था इस लिये रूमा पानी पानी हो गई थी उसे सर्म आ रही थी रूमा राजू से नज़रे नही मिला पाती और शर्मा कर दूसरी तरफ नज़रे फेर लेती है

राजू ये देख
राजू - मेरी तरफ देखो रूमा
रूमा - मुझे सर्म आ रही है
राजू - किया तुम मेरी बात नही मनोगी
रूमा को सर्म आ रही थी लेकिन राजू की बात को मना भी नही कर सकती थी फिर सरमाते हुवे राजू को देखती है

राजू - ये हुई ना बीवी वाली बात
रूमा और शर्मा जाती है उसका दिल धक धक करने लगता हैं
राजू - रूमा को देखते हुवे तो दिल की बात तो हम ने कर ली अब प्यार करे चलो अब अपने इस रसीले होठो का रस पिला दो मुझे

अब तो और रूमा की हालत खराब हो जाती ये सुन कर राजू के नीचे रूमा परी हुई थी अब तो रूमा जोर जोर से सासे लेने लगती है उसके चूचे उपर नीचे होने लगते है

राजू - किया हुआ तुम नही चाहती तो रेहने देते है फिर राजू रूमा के उपर से उठने लगता है ये देख

रूमा - रुक जाइये मे तो पूरी आप की हु जब से आप को प्यार किया है तो मेरी आत्मा मेरा ये शरीर आप को सोप दिया है तो मे इस के लिये कैसे आप को मना कर सकती हु

लेकिन मुझे किस करना नही आता आप खुद कर लो ना ये केह कर रूमा सरमाने लगती है

राजू - हस्ते हुवे ठीक लेकिन तुम देखती रहोगी आखे बंद मत करना ठीक है
रूमा - सरमाते हुवे जी ठीक है

राजू फिर अपना होठ रूमा के होठ के करीब ले कर जाने लगता है और रूमा का दिल फिर जोर से धक धक करने लगता है

राजू अब रूमा के रसीले होठो को अपने मुह मे लेकर चूसने लगता है रूमा को ये पहला किस साथ मे ये पेहला एहसास पागल कर देता है रूमा अपने दोनों हाथ से राजू को पकर लेती है रूमा लीचे राजू उपर राजू एक मिनट तक रूमा के होठ के रस को पी कर छोर देता है फिर रूमा को देखता h

रूमा राजू को देख शर्मा रही होती है
राजू - कैसा लगा मेरी जान ये किस
रूमा - सरमाते हुवे एक अलग एहसास था मेरा ये पेहला जिसे मे कभी भूल नही सकती

राजू - चलो फिर अब बाहर जाते है नही तो सासु मा कहेगी की सादी से पेहले की मेरी बेटी के साथ सुहागरात बना तो नही रहा

रूमा - ये सुन एकदम शर्मा कर फिर राजू से चिपक जाती है ऐसा मत कहो ना मुझे सर्म आती है


राजू - हस्ते हुवे अच्छा बाबा मे अब कुछ नही कहुंगा चलो चलते है

राजू खरा हो जाता है

राजू - अपना हाथ दो मुझे
रूमा अपना हाथ देती है राजू रूमा के हाथ को पकर कर बाहर आ जाता है
सीमा - देखती है की रूमा राजू दोनों एक दूसरे का हाथ पकर कर आ रहे है तो मुस्कुराने लगती है तो वही रूमा को सर्म आ रही थी अपनी मा के साथ ऐसे हाथ पकर कर आने मे

सीमा - तो गया तुम लोगो का ये प्यार वाला ड्रामा फिर रूमा को देखते हुवे अब तो तुम खुश हो ना अपने प्यार को पा के
ये सुन रूमा जल्दी से मा को गले लगा कर हा मा मे आज बहोत खुश ही
सीमा - अच्छा है और राजू को देख कर बेटा तुम्हारा जितना सुक्रिया अदा करू कम है तुम ने मेरी जान बचाई फिर मेरी बेटी को भी अपना कर जो खुशी दी है

राजू - बस बस आगे कुछ मत कहिये ये तो किस्मत मे मेरे लिखा था एक खूबसूरत बीवी के साथ एक हॉट सासु मा का मिलना तो इसमें फायदा तो मेरा ही है ना
.ये केह कर राजू जोर जोर से हसने लगता है

सीमा - ये सुन कर रूमा हट तो जरा मे एसी बताती हु इसे हॉट सासु चाहिये हा
. रूमा - अरे मा सच तो केह रहे है

सीमा - हैरान रूमा को देख कर तु मेरी ही बेटी है ना

रूमा -अरे हा मे आप की ही बेटी है
. राजू - अच्छा तो अब बाते बाद मे होगी मुझे देर हो गई है जाना होगा

सीमा - ठीक है साम को जरूर आना है समझ गए

जैसा मेरी हॉट सासु मा कहे
सीमा - रुक अभी बताती हु लेकिन राजू भाग कर बाहर आ जाता है
रूमा - किया मा आप ने उन्हें भगा दिया
सीमा - घूर के रूमा को देख कर अभी से उसकी तरफ हो गई वाह बेटी वाह
रूमा - शर्मा कर किया मा आप भी मे आती हु उन्हें छोर के
सीमा - हस्ते हुवे हा हा जा छोर के आ अपने पति को

रूमा आप भी ना मा रूमा फिर बाहर आ जाती है
राजू जा रहा था रूमा आवाज देती है रुकिये राजू रुक जाता है

रूमा पास आ कर साम को जरूर आना है आप को
राजू रूमा को कमर से पकर कर बहो मे भर लेता है
रूमा - शर्मा कर आप ये किया कर रहे है कोई देख लेगा
राजू -एक दो फिर छोरुंगा

रूमा - आप भी ना रूमा जल्दी से राजू को किस होठो पर कर देती है
अब ठीक है
राजू - हा अब अच्छा लग रहा है मेरी जान अब मे चलता ही राजू जाने लगता है रूमा देखती है फिर घर मे आ जाती है

राजू घर आकर सो जाता है

शाम को राजू उठता है फिर बाहर आकर देखता है उसकी मा रीमा बर्तन साफ कर रही होती राजू की नज़र रीमा की बरी गांड पर जाती है रीमा बैठ कर बर्तन साफ कर रही थी लेकिन उसका मोटा बाहर निकला गांड की मोटाई साफ नज़र आ रही थी राजू रीमा के पास जा कर खरा हो जाता है रीमा राजू को देख कर

रीमा - किया बात है बेटा
राजू - मा आप को एक खुशखबरी सुनानी है लेकिन उसके बदले आप को भी कोई इनाम देना होगा
. रीमा - हस्ते हुवे अच्छा तो खुशखबरी बताने के बदले इनाम चाहिये तुझे ठीक है बता किया इनाम चाहिये और किया है वो खुशखबरी

राजू - आप जो मुझे किस करती है ना होठो पे

रीमा - राजू को देखते हुवे ना तो किया
राजू - तो मुझे इनाम के तोर पर अपनी मर्ज़ी से मुझे आप को किस करने देना होगा और मे जैसे चाहू आप को किस कर सकता हु बस 1 मिनट तक ज्यादा नही

रीमा - ये सुन हैरान और सोच मे डूब जाती है सही गलत सोचने लगती है

आज के लिए इंतना ही 🙏🙏🙏🙏🙏 लाइक कॉमेंट
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Kumarshiva

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ajay bhai

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chapter 5

राजू मा को सोचता देख जल्दी से मा को गले लगा कर
राजू - अरे मा मुझे पता है आप ने मुझे बहोत प्यार दिया है मेरे लिये कुछ भी कर सकती है कोई बात नही मुझे इनाम नही चाहिये आप नही डॉगी तो भी चलेगा मे आप को बता देता हु मैने सारे कर्ज चुका दिये है

ये सुनते ही रीमा हैरान होकर खरी होते हुवे

रीमा - किया तु सच केह रहा है बेटा लेकिन तुमने सारे कर्ज कैसे चुकाये कर्ज तो बहोत ज्यादा था ना

राजू एक काहानी बनाते हुवे

राजू - मे बताता हु सुरु से ही मे अपने खर्च को कम कर दिया था ताकि पैसे बचा सकु फिर साथ मे छोटे मोटे जो काम होते थे वो भी मे कर लेता था ऐसे ही मैने पैसे जमा कर के कर्ज चुका दिया मैने आप को ये नही बताया कियुंकी मे आप को सप्राइज् देना चाहता था

रीमा ये सुन बहोत खुश थी उसे पता था कर्ज जब तक नही चुकेगा तब तक वो चैन से नही जी सकते रीमा कर्ज को लेकर बहोत परेसान रहती थी कियुंकी लोग बार बार पैसे मांगने आते थे परेसान करते थे

रीमा - खुशी से राजू को गले लगा के मेरा बेटा सच मे तुमने बहोत मेहनत की है कर्ज चुकाने मे मे तो कुछ कर भी नही पाई तेरे लिये

राजू - मा के फेस को पकर कर अरे मा मे हु ना आप का बेटा मे आप का ख्याल रखुंगा आप को हर खुशी दूंगा उसके लिये मुझे जो मेहनत करनी परे

राजू फिर मन मे जल्दी से अगला प्लान सुरु करते है

राजू - अच्छा मा मुझे दोस्त ने बुलाया है कोई काम है उसको मुझसे मे जा रहा हु खाने के समय आ जाउंगा

राजू तेजी से बिना रीमा के देखे सुने बाहर निकल आता है बाहर आ कर

राजू - चलो मेरा काम हो गया है अब मुझे देखना है आप मुझे अपना इनाम देती हो या नही अगर मैने सोचा है वैसा नही होता है तो दूसरा प्लान भी है मेरे पास

राजू रूमा के घर निकल परता है ठोरी देर बाद राजू रूमा के घर पहोच जाता है राजू अंदर जाता है तो कोई दिखाई नही देता फिर राजू घर के पीछे जाता है तो राजू को सीमा दिखाई दे जाती है जो कचरे को एक जगह कर रही थी जलाने के लिये

राजू पीछे से जा कर सीमा को बाहो मे पकर लेता है सीमा डर जाती है किसने उसे पीछे से पकरा है

राजू - कियु सासु मा डर गई ना आप
राजू की आवाज सुन कर सीमा
सीमा अच्छा तो तुम हो मे तो डर गई थी किसने मुझे पकर लिया

राजू सीमा से पूरा चिपका था सीमा की सरीर की गरमी राजू को पागल कर रही थी

राजू - सीमा के कान मे धीरे से मेरे अलावा किस की हिम्मत है जो आप को पकरे
सीमा दिपु के बाहो से समाई खरी थी सीमा की गांड राजू के लंड से सता था और राजू उसके मजे ले रहा था

सीमा - हस्ते हुवे सही कहा तुमने तेरे सिवा कोई मुझे ऐसे पकरे की हिम्मत नही कर सकता है

राजू और सीमा को बाहो मे कस के धीरे से सीमा के कान मे

राजू - सच केह रही है आप वैसे आप को बुरा तो नही लगता जब मे आप को ऐसे बाहो मे पकरता हु तो
सीमा - अरे मुझे कियु बुरा लगेगा तु तो मेरा अपना है
राजू - सीमा के पेट को सेहलाते हुवे आप को बाहो मे ऐसे पकर कर बहोत अच्छा लगता है मुझे सासु मा
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सीमा - मुझे बाहो मे लेकर किया मिलेगा रूमा को पकरो
राजू - कियु रूमा को पकरु मुझे तो आप को पकरना अच्छा लगता है
सीमा - वो कियु भला
राजू - धीरे से आप हॉट हो ना इस लिये
सीमा - किया सच मे हॉट हु
राजू सीमा की जांघों को सेहलाते हुवे
राजू - सीमा के कान मे मै बता नही सकता आप कहा कहा से मुझे हॉट हो
राजू फिर धीरे से सीमा की उभरी चुत के पास हाथ ले जाकर सेहलानें लगता है सीमा को अजीब फिल होता है सासे अब भारी होने लगती है
सीमा जोर जोर से सासे लेते हुवे
सीमा - मै तुम्हे कहा कहा से हॉट लगती हु
दिपु को रहा अब नही जाता है और सीधा सीमा की फूली चुत के ऊपर हाथ रख कर सेहलानें लगता है
सीमा की बुरी हालत हो जाती है वो कापने लगती है समझ नही आ रहा था वो किया करे
राजू - धीरे से किया आप सच मे जानना चाहती है मुझे आप कहा कहा से हॉट लगती है
सीमा - कापते होठ से हा

तभी दोनों को किसी की आवाज सुनाई देती है तो दोनों जल्दी से अलग हो जाते है
ये रूमा थी जो कुछ सामान लेने दुकान गई थी

राजू - सीमा को देख चले सासु मा रूमा आ गई है
सीमा - राजू को देखती नही है और बिना कुछ बोले अंदर चली जाती है
ये देख राजू मन मे मैने लगता जल्दी बाज़ी कर दी शीत
राजू भी अंदर आ जाता है
रूमा राजू मा को देख कर आप दोनों पीछे किया कर रहे थे

राजू - जल्दी से अरे कुछ नही बस इधर उधर की बाते तुम नही थी ना
रूमा - हा मे कुछ सामान लेने गई थी

सीमा - रूमा बेटा चलो जल्दी खाना बना लेते है राजू को फिर घर भी तो जाना है उसकी मा अकेली होगी

रूमा - ठीक है मा चलो
सीमा रूमा दोनों मिलकर खाना बनाने मे लग जाते है

रूमा - राजू को देख कर आप बैठ जाइये जल्दी ही खाना बन जायेगा
राजू - अरे आराम से बनाओ कोई जल्दी नही

दिपु पीछे एक कुर्सी पर बैठ कर सोचने लगता है सासु मा को मेरी हरकत अच्छी नही लगी मुझे अपनी गलती की माफ़ी मैग्नि होगी

आधे घंटे बाद खाना तेयार हो जाता है रोटी आलू की सब्जी गरीब थे तो किया ही बना सकते थे मुश्किल से सीमा रूमा अपनी लाइफ जी रहे थे

रूमा राजू के पास जाकर
रूमा - सुनिये खाना तैयार हो चुका है
राजू रूमा को बाहो मे भर लेता है तो रूमा सरमाते हुवे
रूमा - मा देख लेगी छोरीये ना
राजू - हस्ते हुवे एक किस दो तो छोर दूंगा
रूमा - सच मे आप बहोत बुरे है एक भी मौका नही छोरते है
राजू -जब इंटनी हॉट वाइफ है तो दिल नही मानता है किया करू
रूमा - सरमाते हुवे किस राजू के होठो दे देती है अब खुश चलिये खाना भी खाना है
राजू - हस्ते हुवे चलो तो फिर

राजू बैठ जाता है रूमा खुद राजू को खाना लगाती है फिर सीमा का भी खाना लगा देती है
राजू - अरे रूमा आओ मेरे साथ बैठ कर खाओ
रूमा - मा की तरफ देखती है फिर राजू को देख कर मे कैसे
लेकिन राजू रूमा को पकर कर बैठा बेटा है अपने पास
रूमा को सर्म आ रही थी लेकिन कुछ कर भी नही सकती थी

सीमा - खाना खाते हुवे दोनों को देखे जा रही थी.
राजू एक निवाला उठा कर रूमा से मुह खोलो
ये देख रूमा शर्मा जाती है मा की तरफ देखती है तो सीमा दूसरी तरफ देख खाने मे लगी थी
राजू - अरे मुह खोलो ना
रूमा - जी रूमा उस निवाले को खा लेती है रूमा को सर्म के साथ अच्छा भी लग रहा था की राजू उससे कितना प्यार करता है और ख्याल रखता है

रूमा भी अपने हाथो से राजू को को खिलाती है

राजू - अरे वाह रूमा खाना तो बहोत अच्छा बना है
रूमा - सच्ची आप को अच्छा लगा
राजू - हा सच चलो अच्छा है जल्दी ही रोज तुम्हारे हाथो का खाना खाने को मिलेगा जब हमारी सादी होगी
रूमा - शर्मा कर बस भी कीजिये

ऐसे ही सभी का खाना पीना हो जाता है

राजू - ठीक है तो रूमा अब मुझे जाना होगा मा अकेली है घर पे
रूमा -ठीक है आप जाइये
राजू - सीमा के पास आ के सासु मा मे जा रहा हु
सीमा - राजू को बिना देखे ठीक है जाओ

राजू सीमा का ऐसा करना समझ मे आ जाता है
राजू सभी को बाय कर के घर आ जाता है

रीमा खाना बना चुकी थी बस राजू का इंतज़ार कर रही थी राजू जब अंदर जाता है तो रीमा राजू को देख कर
रीमा - आ गया बेटा चल बैठ जा खाना लगा देती हु
राजू - ठीक है मा ज्यादा मत निकलना
रीमा - कियु
राजू - दोस्त के यहा गया था तो ऑन्टी के जबरदस्ती खिला दिया तो मे खा कर आया हु इसलिये
रीमा - अच्छा ठीक है फिर रीमा खाना लेकर राजू के पास बैठ जाती है
राजू रीमा को खिलाता है रीमा राजू को फिर दोनों का खाना हो जाता है राजू हाथ धो कर

ठीक है मा मे सोने जा रहा हु तभी चलो मेरा किस्सी दे दो
रीमा राजू के पास खरी हो जाती है ठीक है ले ले
राजू रीमा के होठ से होठ सता कर हटा लेता है फिर
राजू - हस्ते हुवे चलो मुझे मेरा किस मिल गया अब अच्छी नींद आयेगी रोज की तरह ठीक है मा मे जा रहा हु राजू कमरे की तरफ जाने लगता है तभी

रीमा - रुक बेटा रीमा राजू के पास खरी हो कर अरे तुम ने कहा था ना की खुशखबरी के बदले तुझे इनाम मे एक मिनट तक मुझे किस करना चाहता है तो कर ले जैसे तेरा दिल करे मे नही मना करुगी
.
राजू - मन मे इसी का तो इंतज़ार था मुझे
नाटक करते हुवे
राजू - अरे नही मा आप को जो अच्छा नही लगेगा मे वो आप के साथ नही कर सकता रेहने देते है आप खुश हो तो मुझे कुछ नही चाहिये
रीमा - मुझे कोई दिकत नही है मैने बोला ना तुम किस कर सकते हो जैसे चाहो वैसे
राजू - सच्ची ना बाद मे ये मत केहना की आप को अच्छा नही लगा
रीमा - नही कहूगी
राजू ये सुन मन ही मन मे खुश हो गया था

राजू - ठीक है मा आप केह रही है तो
राजू रीमा के कमर को पकर कर और अपने सीने मे सता लेता है और रीमा राजू से पूरा चिपक जाती है राजू को अपनी मा के बरे चुसे अपने सीने पे साफ मेहसूस हो रहा था और राजू के लंड को रीमा का चुत
राजू मा की मदन की गर्मी से उसकी हालत खराब हो रही थी

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राजू - मा की आखो मे देखते हुवे सुरु करे मा
रीमा को शरीर के अंदर एक अगल ही हलचल हो रही थी
रीमा -आखो मे देखता हुवे हा
राजू - अपना जिब बाहर निकालो
रीमा ये सुन सोच मे पर जाती है ये कैसा किस है फिर याद आता है उसने तो खुद कहा है तो अपना जिब बाहर निकाल देती है
राजू ये देख उसका लंड पूरा खरा हो जाता है लेकिन दिपु अपने लंड को मा के शरीर से टच नही होने देता है

वजह बहोत बरी थी

राजू रीमा को ये एहसास दिला कर की की ये सब मा बेटे के बीच का प्यार है इसी वजह से राजू अब तक जो भी करता आ रहा है रीमा को ये सब मा बेटे का प्यार ही लग रहा था

राजू अपनी मा की अंदर मे जो चाहत दबी थी उसे धीरे धीरे बाहर निकलना चाहता था ताकि धीरे धीरे रीमा को सब अच्छा लगने लगे और भी वो खुद पीछे ना हट पाये
लेकिन अगर उससे पहले थोरा भी रीमा को लगा की राजू उसके साथ गलत करना चाहता है तो वही पर सब खतम हो जायेगा
इसी लिए राजू दुबारा जाकर खुद रीमा को नही कहा की की मुझे मेरा इनाम चाहिये ताकि खुद रीमा कहे उसे किस करने के लिये ऐसे मे अगर उसे कुछ गलत लगेगा भी तो वो चाह कर पीछे नही हट पायेगी और ना ही राजू को गलत केह आयेगी कियुंकी वो खुद आगे आई थी और ऐसा हुआ भी रीमा को अजीब लगा गलत लगने लगा लेकिन खुद उसने कहा था तो पीछे हट नही पाई राजू को रोक नही पाई

हा तो ये था राजू का गेम रीमा के और करीब जाने का

रीमा अपना जीब बाहर निकाल चुकी थी दिपु रीमा को देखता है रीमा ने आखो बंद किये हुई थी
राजू आखो खोलो मा नही तो रेहने दो
रीमा अपनी आखो खोल देती है और राजू को देखती है
राजू - हा ये सही है फिर राजू रीमा की जिब को अपने मुह मे लेके के सुस्ता है जैसे की रीमा की लार राजू सुस्ता है उसे एक अलग ही मजा आ रहा था

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रीमा को भी ऐसी ही हालत थी उसे समझ नही आ रहा था उसे किया हो रहा है राजू रीमा की जिब को सुस्ते जा रहा था राजू अच्छे से रीमा की पुरे लार को चूस कर पी जाता
और रीमा बेचारी खरी थी उसे अजीब सा मेहसूस हो रहा था
राजू रीमा की जिब को छोर कर
राजू मा की आखो मे देखते हुवे मैने जैसा किया है अब आप मेरे जिब को चुसो
रीमा अपने आप को रोक नही पा रही थी
रीमा - ठीक है
राजू जिब निकाल देता है और रीमा राजू के जिब को अपने मुह मे भर के सुसने लगती है राजू की जिब का लार जैसे ही रीमा पीती है उसे
एक नया एहसास होने लगता है रीमा जोर जोर से राजू की जिब की

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लार को पूरा चूस पी जाती है रीमा के होठ पे राजू का लार लगा हुआ था
राजू - आप सच मे अच्छा किया मा अब हम दोनों एक दूसरे के मुह मे जिब डालकर चुसेगे
राजू रीमा को किसी करने लगता है रीमा भी वैसा ही करती है अब दोनों एक दूसरे जो किस किये या रहे थे लार को पिये जा रहे थे

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3 मिनट हो जाते है अब दोनों की सासे फूलने लगती है फिर दोनों एक दूसरे को छोर देते है
राजू रीमा को देखता है तो रीमा के होठों पे लार लगा था
रीमा भी देखती है की राजू के होठो पे उसका लार लगा था
तभी राजू रीमा को देखते हुवे अपना जिब गुमा कर उस लार को चाट
लेता है ये देख रीमा के अंदर कुछ होने लगता है

राजू - मन मे अपना काम तो हो गया अब मा को थोरा प्यार देखाया जाये
राजू - रीमा को बहो मे भर के मेरी प्यारी मा सच मे आप के प्यार और आप के बिना मेरा किया होता पापा के जा जाने के बाद आप ही के सहारे तो मे जी रहा हु

रीमा- ये सुन थोरा भाबुक होते हुवे नही मेरे लाल तु नही होता तो मेरा किया होता तूने कर्ज चुकाया तु मेरा ख्याल रखता है तेरे सहारे तो मे जी रही हु
राजू रीमा को छोर रीमा के माथे पे किस कर के
राजू - मा अब आप चिंता मत करो कर्ज चुका दिया है अब मे आप को बाहर घुमाने ले जाउंगा फिर मूवी भी देखने आयेगे

रीमा - हस्ते हुआ अच्छा ऐसी बात है किया तो मेरा बेटा मुझे घुमाने ले जायेगा
राजू - हा मा आप ने अब तक सिर्फ घर को संभालते आई हो आपने अपनी खुशी दबा कर सभी का ख्याल रहा अब मेरी बरी है तो बोलो चलोगि ना मा
रीमा - राजू को गले लगा कर रीमा के आखो मे आसु आ गए थे राजू का ये प्यार देख कर की राजू उसका कितना ख्याल रख रहा है ठीक है जैसा मेरा बेटा कहेगा मे करुगी

अब जा सो जा राजू ठीक है मा फिर राजू अपने कमरे मे आकर लेट जाता है

अभी जो किया मा के साथ उसके बारे मे सोचने लगता है और आगे कैसे करना है उसके बारे मे भी तभी राजू को कुछ याद आता है

राजू - अरे मे दीदी को तो भूल ही गया दीदी के साथ कुछ तो हुआ है मुझे वहा भी जाकर चेक करना पड़ेगा लेकिन अभी मे जा नही सकता जब तक मा को अपने नीचे नही ले आता और मुझे ये सब अब जल्दी ही करना पड़ेगा

राजू सोचे जा रहा था कैसे किया करे तभी राजू का फोन बजता है राजू देखता है रूमा का था राजू फोन उठा कर

राजू - हा मेरी जान बोलो किया बात है
रूमा - आप ने फोन नही किया तो मैने खुद फोन कर दिया
राजू - अरे माफ करना मा से बात कर रहा था अच्छा बताओ किया कर रही हो अभी
रूमा - किया करुगी लेटी हु बिस्तर पर
राजू - मजे लेते हुवे अच्छा मेरे बगैर
रूमा- शर्मा कर जब हमारी सादी होगी तो उसके बाद आप के साथ ही तो सोना है
राजू - अच्छा साथ मे सोने के बाद किया करेगे
रूमा - शर्मा कर मुझे नही पता ऐसी बाते मत करो ना कुछ कुछ होने लगता है
राजू - कहा पर होता है कुछ कुछ मुझे भी बताओ
रूमा - आप ना बरे बेसरम है मे नही बटाउगी
राजू - दुखी आवाज ठीक है नही बताना तो मत बताओ
रूमा - आप नाराज कियु हो गये मुझे ये अच्छा नही लगता है आप का नाराज होना मे बताती हु सरमाते हुवे वो वो नीचे कुछ कुछ होता है अब इससे ज्यादा मे नही बटाउगी
राजू - हस्ते हुवे अच्छा बाबा ठीक है मत बताना
राजू को हसने की आवाज सुन कर
रूमा - मुह फुला के अच्छा तो ये बात है आप नाटक कर रहे थे जान भुज कर
राजू - हस्ते हुवे हा मुझे पता था तुम सर्मिलि हो तो ऐसे नही बताओगी तो मैने नाटक किया और तुम ने बता दिया
रूमा - सच मे आप बहोत बुरे है
राजू - सोरी बाबा माफ कर दो
रूमा - माफ़ी मांगने की कोई जरूरत नही है वैसे भी मे आप को बाद मे बता ही देती
राजू - किया बात है वैसे मम्मी जी सो गई है किया
रूमा - मुझे नही पता कियु
राजू - मुझे उनसे जरूरी बात करनी थी
रूमा - देखती हु जागी है या सो गई है
फिर रूमा सीमा के कमरे मे जाती है तो सीमा जागी हुई थी
रूमा - जी मा जागी हुई है बात कर लीजिये
सीमा - किया है बेटी किसका फोन है
रूमा - उन्होंने फोन किया है आप से बाते करना चाहते है
सीमा किया करती मना भी तो रूमा के सामने नही कर सकती थी
सीमा फोन ले लेती है तो रूमा अपने कमरे मे लेट जाती है
सीमा - बोलो बेटा किया केहना है
राजू - मुझे माफ कर दीजिये आज मैने आप के साथ जो किया उस लिये आपके साथ मस्ती मजाक करते हुवे आपको जब बाहो मे लेता था तो मुझे बहोत अच्छा लगता था और इसी मे मुझ से गलती हो गई और मे मैने अपनी लाइन करोस् कर दी मे ये गलती फिर नही करुगा बस यही केहना चाहता था पता है मेरी गलती माफ़ी नायक नही है फिर भी हो सके तो माफ कर देना

सीमा - ठीक है माफ किया
राजू - सच केह रही है आप
सीमा - हा सच ठीक है रूमा से बात कर लो
फिर सीमा रूमा को बुला कर फोन दे देती है

रूमा - आकर फोन लेकर राजू से हो गई बात
राजू - हा मेरी जान हो गई बात ठीक है अब एक किस्सी दो फिर सो जाते है
रूमा - सरमाते हुवे अच्छा ये लीजिये उमा उमा हो गया
राजू - हो गया ठीक है अब सो जाओ कल मे आयुगा ठीक है
रूमा - ठीक है फिर रूमा राजू के बारे मे सोचते हुवे सो जाती है

दिपु - चलो अच्छा है कम से कम सासु मा ने माफ कर दिया

दिपु के दिमाग मे एक बात पहेले से थी उसे याद आते ही बाबा को फोन करता है बाबा फोन उठा कर
बाबा - कैसे याद किया बेटा मुझे बोलो
राजू - कैसे हो बाबा आप
बाबा - अच्छा हु बेटा तेरी दी गई जिदगी जी रहा हु
राजू - ऐसी बाते मत करो बाबा ये सब उन गरीबो की दुवा है आप पर
बाबा - अच्छा बोलो कैसे फोन किया
राजू - बाबा बात ये है मुझे एक बंगलो 10 कमरे वाला लेकिन वो बंगलो आम या लीची के बगीचे मे बीच मे होना चाहिये और ज्यादा मेहगा भी नही चाहिये
बाबा - समझ गया लेकिन तुझे आम लीची के बगीचे मे ही कियु बंगलो चाहिये
राजू - बाबा मे अब एक सांति सी जगह मे रेहना चाहता है आस पास परोसी रेहते है तो परेसान कर देते है और मेरा ये सपना भी था की मेरा घर आम के बगीचे के बीचो बीच मेरा घर हो और सभी के साथ वहा बिना किसी सोर सराबे और बिना किसी परोसी किसी के बिना रोक ठोक के सांति से रहु

बाबा - हस्ते हुवे समझ गया मे भी मानता हु ऐसी गजह पर रहने का मजा ही अलग होता है पूरी सांति रेहती है सुकून मिलता है चलो हो जायेगा तेरा काम और कुछ
राजू - हा बाबा एक कार चाहिये सस्ता सा आने जाने के लिये
बाबा - समझ गया ठीक है मे अपने लोगो से केह देता है सब हो जायेगा तब सुबह मेरा एक आदमी तेरे पास आयेगा फिर जाकर सब देख लेना ठीक है

राजू - बाबा बहोत अच्छे हो आप की वजह से मे ये नई लाइफ जीने जा रहा हु नही तो अभी भी मे कर्ज मे डूबा होता और मेरा ये सपना तो इस लाइफ मे कभी पूरा नही होता
बाबा - ऐसी बाते मत कर अब मे ही ना तेरा बाबा बस अपनी लाइफ अच्छे से जी और कभी भी कोई जरूरत हो या या मदद चाहिये मुझे फोन करना मे देख लूंगा ठीक है
राजू - ठीक है बाबा मे रखता हु सच मे बाबा कितने अच्छे है

फोन कटते ही बाबा एक आदमी को फोन करता है वो आदमीजैसे ही देखता है बाबा ने फोन किया है तो जल्दी से उठा कर

हा बाबा बोलिये मे आप के लिये किया कर सकता हु बस आप एक बार आदेश दीजिये

बाबा - आकाश मेरे पोते को एक बंगलो जो आम के बगीचे के बीच मे हो और एक कार चाहिये बता करो आम के बगीचों के बीच कहा बंगलो है और एक कार भी ले लो पैसे मत देखना बंगलो अच्छा होना चाहिये साथ मे कार भी मेरे पोते को पसंद आनी चाहिये समझ गये

आकाश - जी बाबा समझ गया ये तो बस छोटा सा काम है मेरी नज़र मे पेहले ही ऐसे कई बंगलो है
बाबा - एसी लिये तो तेरे पास फोन किया मैने
आकाश - समझ गया बाबा आप चिंता मत करो वैसे बाबा आप का तो कोई नही है तो ये वही लरका है जिसने आप की जान बचाई थी
बाबा - सही कहा अब वो लरका नही मेरा पोता है समझे
आकाश - माफ करना बाबा समझ गया
बाबा - ठीक है फिर सबसे अच्छे बंगलो को दिखाना कल सुबह उसे लेने चले जाना फिर उसे दिखा देना जब उसे पसंद आ जाये तो
आकाश - बाबा मे समझ गया आप मुझ पर छोर दीजिये सब
बाबा - ठीक है अब मे रखता हु

फोन कट हो जाता है उसके बाद

आकाश - सच मे बाबा से बाते करने मे ही लोगो की फट जाती है मेरी भी हालत खराब हो गई अब मुझे ये काम अच्छे से करना होगा बाबा के पोते को सबसे अच्छा बंगलो को दिखाऊगा उसे जरूर पसंद आयेगा अगर ये काम हो गया तो बाबा मुझसे खुश हो जायेंगे और मेरा भी कुछ भला हो जायेगा

तो वही दिपु सो चुका था


सुबह हो जाती है सीमा उठ रोज का जो काम होता है करने लगती है

आज के लिए इतना ही 🙏🙏🙏🙏
 
Last edited:

rajeev13

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chapter 5

राजू मा को सोचता देख जल्दी से मा को गले लगा कर
राजू - अरे मा मुझे पता है आप ने मुझे बहोत प्यार दिया है मेरे लिये कुछ भी कर सकती है कोई बात नही मुझे इनाम नही चाहिये आप नही डॉगी तो भी चलेगा मे आप को बता देता हु मैने सारे कर्ज चुका दिये है

ये सुनते ही रीमा हैरान होकर खरी होते हुवे

रीमा - किया तु सच केह रहा है बेटा लेकिन तुमने सारे कर्ज कैसे चुकाये कर्ज तो बहोत ज्यादा था ना

राजू एक काहानी बनाते हुवे

राजू - मे बताता हु सुरु से ही मे अपने खर्च को कम कर दिया था ताकि पैसे बचा सकु फिर साथ मे छोटे मोटे जो काम होते थे वो भी मे कर लेता था ऐसे ही मैने पैसे जमा कर के कर्ज चुका दिया मैने आप को ये नही बताया कियुंकी मे आप को सप्राइज् देना चाहता था

रीमा ये सुन बहोत खुश थी उसे पता था कर्ज जब तक नही चुकेगा तब तक वो चैन से नही जी सकते रीमा कर्ज को लेकर बहोत परेसान रहती थी कियुंकी लोग बार बार पैसे मांगने आते थे परेसान करते थे

रीमा - खुशी से राजू को गले लगा के मेरा बेटा सच मे तुमने बहोत मेहनत की है कर्ज चुकाने मे मे तो कुछ कर भी नही पाई तेरे लिये

राजू - मा के फेस को पकर कर अरे मा मे हु ना आप का बेटा मे आप का ख्याल रखुंगा आप को हर खुशी दूंगा उसके लिये मुझे जो मेहनत करनी परे

राजू फिर मन मे जल्दी से अगला प्लान सुरु करते है

राजू - अच्छा मा मुझे दोस्त ने बुलाया है कोई काम है उसको मुझसे मे जा रहा हु खाने के समय आ जाउंगा

राजू तेजी से बिना रीमा के देखे सुने बाहर निकल आता है बाहर आ कर

राजू - चलो मेरा काम हो गया है अब मुझे देखना है आप मुझे अपना इनाम देती हो या नही अगर मैने सोचा है वैसा नही होता है तो दूसरा प्लान भी है मेरे पास

राजू रूमा के घर निकल परता है ठोरी देर बाद राजू रूमा के घर पहोच जाता है राजू अंदर जाता है तो कोई दिखाई नही देता फिर राजू घर के पीछे जाता है तो राजू को सीमा दिखाई दे जाती है जो कचरे को एक जगह कर रही थी जलाने के लिये

राजू पीछे से जा कर सीमा को बाहो मे पकर लेता है सीमा डर जाती है किसने उसे पीछे से पकरा है

राजू - कियु सासु मा डर गई ना आप
राजू की आवाज सुन कर सीमा
सीमा अच्छा तो तुम हो मे तो डर गई थी किसने मुझे पकर लिया

राजू सीमा से पूरा चिपका था सीमा की सरीर की गरमी राजू को पागल कर रही थी

राजू - सीमा के कान मे धीरे से मेरे अलावा किस की हिम्मत है जो आप को पकरे
सीमा दिपु के बाहो से समाई खरी थी सीमा की गांड राजू के लंड से सता था और राजू उसके मजे ले रहा था

सीमा - हस्ते हुवे सही कहा तुमने तेरे सिवा कोई मुझे ऐसे पकरे की हिम्मत नही कर सकता है

राजू और सीमा को बाहो मे कस के धीरे से सीमा के कान मे

राजू - सच केह रही है आप वैसे आप को बुरा तो नही लगता जब मे आप को ऐसे बाहो मे पकरता हु तो
सीमा - अरे मुझे कियु बुरा लगेगा तु तो मेरा अपना है
राजू - सीमा के पेट को सेहलाते हुवे आप को बाहो मे ऐसे पकर कर बहोत अच्छा लगता है मुझे सासु मा
1

सीमा - मुझे बाहो मे लेकर किया मिलेगा रूमा को पकरो
राजू - कियु रूमा को पकरु मुझे तो आप को पकरना अच्छा लगता है
सीमा - वो कियु भला
राजू - धीरे से आप हॉट हो ना इस लिये
सीमा - किया सच मे हॉट हु
राजू सीमा की जांघों को सेहलाते हुवे
राजू - सीमा के कान मे मै बता नही सकता आप कहा कहा से मुझे हॉट हो
राजू फिर धीरे से सीमा की उभरी चुत के पास हाथ ले जाकर सेहलानें लगता है सीमा को अजीब फिल होता है सासे अब भारी होने लगती है
सीमा जोर जोर से सासे लेते हुवे
सीमा - मै तुम्हे कहा कहा से हॉट लगती हु
दिपु को रहा अब नही जाता है और सीधा सीमा की फूली चुत के ऊपर हाथ रख कर सेहलानें लगता है
सीमा की बुरी हालत हो जाती है वो कापने लगती है समझ नही आ रहा था वो किया करे
राजू - धीरे से किया आप सच मे जानना चाहती है मुझे आप कहा कहा से हॉट लगती है
सीमा - कापते होठ से हा

तभी दोनों को किसी की आवाज सुनाई देती है तो दोनों जल्दी से अलग हो जाते है
ये रूमा थी जो कुछ सामान लेने दुकान गई थी

राजू - सीमा को देख चले सासु मा रूमा आ गई है
सीमा - राजू को देखती नही है और बिना कुछ बोले अंदर चली जाती है
ये देख राजू मन मे मैने लगता जल्दी बाज़ी कर दी शीत
राजू भी अंदर आ जाता है
रूमा राजू मा को देख कर आप दोनों पीछे किया कर रहे थे

राजू - जल्दी से अरे कुछ नही बस इधर उधर की बाते तुम नही थी ना
रूमा - हा मे कुछ सामान लेने गई थी

सीमा - रूमा बेटा चलो जल्दी खाना बना लेते है राजू को फिर घर भी तो जाना है उसकी मा अकेली होगी

रूमा - ठीक है मा चलो
सीमा रूमा दोनों मिलकर खाना बनाने मे लग जाते है

रूमा - राजू को देख कर आप बैठ जाइये जल्दी ही खाना बन जायेगा
राजू - अरे आराम से बनाओ कोई जल्दी नही

दिपु पीछे एक कुर्सी पर बैठ कर सोचने लगता है सासु मा को मेरी हरकत अच्छी नही लगी मुझे अपनी गलती की माफ़ी मैग्नि होगी

आधे घंटे बाद खाना तेयार हो जाता है रोटी आलू की सब्जी गरीब थे तो किया ही बना सकते थे मुश्किल से सीमा रूमा अपनी लाइफ जी रहे थे

रूमा राजू के पास जाकर
रूमा - सुनिये खाना तैयार हो चुका है
राजू रूमा को बाहो मे भर लेता है तो रूमा सरमाते हुवे
रूमा - मा देख लेगी छोरीये ना
राजू - हस्ते हुवे एक किस दो तो छोर दूंगा
रूमा - सच मे आप बहोत बुरे है एक भी मौका नही छोरते है
राजू -जब इंटनी हॉट वाइफ है तो दिल नही मानता है किया करू
रूमा - सरमाते हुवे किस राजू के होठो दे देती है अब खुश चलिये खाना भी खाना है
राजू - हस्ते हुवे चलो तो फिर

राजू बैठ जाता है रूमा खुद राजू को खाना लगाती है फिर सीमा का भी खाना लगा देती है
राजू - अरे रूमा आओ मेरे साथ बैठ कर खाओ
रूमा - मा की तरफ देखती है फिर राजू को देख कर मे कैसे
लेकिन राजू रूमा को पकर कर बैठा बेटा है अपने पास
रूमा को सर्म आ रही थी लेकिन कुछ कर भी नही सकती थी

सीमा - खाना खाते हुवे दोनों को देखे जा रही थी.
राजू एक निवाला उठा कर रूमा से मुह खोलो
ये देख रूमा शर्मा जाती है मा की तरफ देखती है तो सीमा दूसरी तरफ देख खाने मे लगी थी
राजू - अरे मुह खोलो ना
रूमा - जी रूमा उस निवाले को खा लेती है रूमा को सर्म के साथ अच्छा भी लग रहा था की राजू उससे कितना प्यार करता है और ख्याल रखता है

रूमा भी अपने हाथो से राजू को को खिलाती है

राजू - अरे वाह रूमा खाना तो बहोत अच्छा बना है
रूमा - सच्ची आप को अच्छा लगा
राजू - हा सच चलो अच्छा है जल्दी ही रोज तुम्हारे हाथो का खाना खाने को मिलेगा जब हमारी सादी होगी
रूमा - शर्मा कर बस भी कीजिये

ऐसे ही सभी का खाना पीना हो जाता है

राजू - ठीक है तो रूमा अब मुझे जाना होगा मा अकेली है घर पे
रूमा -ठीक है आप जाइये
राजू - सीमा के पास आ के सासु मा मे जा रहा हु
सीमा - राजू को बिना देखे ठीक है जाओ

राजू सीमा का ऐसा करना समझ मे आ जाता है
राजू सभी को बाय कर के घर आ जाता है

रीमा खाना बना चुकी थी बस राजू का इंतज़ार कर रही थी राजू जब अंदर जाता है तो रीमा राजू को देख कर
रीमा - आ गया बेटा चल बैठ जा खाना लगा देती हु
राजू - ठीक है मा ज्यादा मत निकलना
रीमा - कियु
राजू - दोस्त के यहा गया था तो ऑन्टी के जबरदस्ती खिला दिया तो मे खा कर आया हु इसलिये
रीमा - अच्छा ठीक है फिर रीमा खाना लेकर राजू के पास बैठ जाती है
राजू रीमा को खिलाता है रीमा राजू को फिर दोनों का खाना हो जाता है राजू हाथ धो कर

ठीक है मा मे सोने जा रहा हु तभी चलो मेरा किस्सी दे दो
रीमा राजू के पास खरी हो जाती है ठीक है ले ले
राजू रीमा के होठ से होठ सता कर हटा लेता है फिर
राजू - हस्ते हुवे चलो मुझे मेरा किस मिल गया अब अच्छी नींद आयेगी रोज की तरह ठीक है मा मे जा रहा हु राजू कमरे की तरफ जाने लगता है तभी

रीमा - रुक बेटा रीमा राजू के पास खरी हो कर अरे तुम ने कहा था ना की खुशखबरी के बदले तुझे इनाम मे एक मिनट तक मुझे किस करना चाहता है तो कर ले जैसे तेरा दिल करे मे नही मना करुगी
.
राजू - मन मे इसी का तो इंतज़ार था मुझे
नाटक करते हुवे
राजू - अरे नही मा आप को जो अच्छा नही लगेगा मे वो आप के साथ नही कर सकता रेहने देते है आप खुश हो तो मुझे कुछ नही चाहिये
रीमा - मुझे कोई दिकत नही है मैने बोला ना तुम किस कर सकते हो जैसे चाहो वैसे
राजू - सच्ची ना बाद मे ये मत केहना की आप को अच्छा नही लगा
रीमा - नही कहूगी
राजू ये सुन मन ही मन मे खुश हो गया था

राजू - ठीक है मा आप केह रही है तो
राजू रीमा के कमर को पकर कर और अपने सीने मे सता लेता है और रीमा राजू से पूरा चिपक जाती है राजू को अपनी मा के बरे चुसे अपने सीने पे साफ मेहसूस हो रहा था और राजू के लंड को रीमा का चुत
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रीमा को शरीर के अंदर एक अगल ही हलचल हो रही थी
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राजू - अपना जिब बाहर निकालो
रीमा ये सुन सोच मे पर जाती है ये कैसा किस है फिर याद आता है उसने तो खुद कहा है तो अपना जिब बाहर निकाल देती है
राजू ये देख उसका लंड पूरा खरा हो जाता है लेकिन दिपु अपने लंड को मा के शरीर से टच नही होने देता है

वजह बहोत बरी थी

राजू रीमा को ये एहसास दिला कर की की ये सब मा बेटे के बीच का प्यार है इसी वजह से राजू अब तक जो भी करता आ रहा है रीमा को ये सब मा बेटे का प्यार ही लग रहा था

राजू अपनी मा की अंदर मे जो चाहत दबी थी उसे धीरे धीरे बाहर निकलना चाहता था ताकि धीरे धीरे रीमा को सब अच्छा लगने लगे और भी वो खुद पीछे ना हट पाये
लेकिन अगर उससे पहले थोरा भी रीमा को लगा की राजू उसके साथ गलत करना चाहता है तो वही पर सब खतम हो जायेगा
इसी लिए राजू दुबारा जाकर खुद रीमा को नही कहा की की मुझे मेरा इनाम चाहिये ताकि खुद रीमा कहे उसे किस करने के लिये ऐसे मे अगर उसे कुछ गलत लगेगा भी तो वो चाह कर पीछे नही हट पायेगी और ना ही राजू को गलत केह आयेगी कियुंकी वो खुद आगे आई थी और ऐसा हुआ भी रीमा को अजीब लगा गलत लगने लगा लेकिन खुद उसने कहा था तो पीछे हट नही पाई राजू को रोक नही पाई

हा तो ये था राजू का गेम रीमा के और करीब जाने का

रीमा अपना जीब बाहर निकाल चुकी थी दिपु रीमा को देखता है रीमा ने आखो बंद किये हुई थी
राजू आखो खोलो मा नही तो रेहने दो
रीमा अपनी आखो खोल देती है और राजू को देखती है
राजू - हा ये सही है फिर राजू रीमा की जिब को अपने मुह मे लेके के सुस्ता है जैसे की रीमा की लार राजू सुस्ता है उसे एक अलग ही मजा आ रहा था

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रीमा को भी ऐसी ही हालत थी उसे समझ नही आ रहा था उसे किया हो रहा है राजू रीमा की जिब को सुस्ते जा रहा था राजू अच्छे से रीमा की पुरे लार को चूस कर पी जाता
और रीमा बेचारी खरी थी उसे अजीब सा मेहसूस हो रहा था
राजू रीमा की जिब को छोर कर
राजू मा की आखो मे देखते हुवे मैने जैसा किया है अब आप मेरे जिब को चुसो
रीमा अपने आप को रोक नही पा रही थी
रीमा - ठीक है
राजू जिब निकाल देता है और रीमा राजू के जिब को अपने मुह मे भर के सुसने लगती है राजू की जिब का लार जैसे ही रीमा पीती है उसे
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लार को पूरा चूस पी जाती है रीमा के होठ पे राजू का लार लगा हुआ था
राजू - आप सच मे अच्छा किया मा अब हम दोनों एक दूसरे के मुह मे जिब डालकर चुसेगे
राजू रीमा को किसी करने लगता है रीमा भी वैसा ही करती है अब दोनों एक दूसरे जो किस किये या रहे थे लार को पिये जा रहे थे

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3 मिनट हो जाते है अब दोनों की सासे फूलने लगती है फिर दोनों एक दूसरे को छोर देते है
राजू रीमा को देखता है तो रीमा के होठों पे लार लगा था
रीमा भी देखती है की राजू के होठो पे उसका लार लगा था
तभी राजू रीमा को देखते हुवे अपना जिब गुमा कर उस लार को चाट
लेता है ये देख रीमा के अंदर कुछ होने लगता है

राजू - मन मे अपना काम तो हो गया अब मा को थोरा प्यार देखाया जाये
राजू - रीमा को बहो मे भर के मेरी प्यारी मा सच मे आप के प्यार और आप के बिना मेरा किया होता पापा के जा जाने के बाद आप ही के सहारे तो मे जी रहा हु

रीमा- ये सुन थोरा भाबुक होते हुवे नही मेरे लाल तु नही होता तो मेरा किया होता तूने कर्ज चुकाया तु मेरा ख्याल रखता है तेरे सहारे तो मे जी रही हु
राजू रीमा को छोर रीमा के माथे पे किस कर के
राजू - मा अब आप चिंता मत करो कर्ज चुका दिया है अब मे आप को बाहर घुमाने ले जाउंगा फिर मूवी भी देखने आयेगे

रीमा - हस्ते हुआ अच्छा ऐसी बात है किया तो मेरा बेटा मुझे घुमाने ले जायेगा
राजू - हा मा आप ने अब तक सिर्फ घर को संभालते आई हो आपने अपनी खुशी दबा कर सभी का ख्याल रहा अब मेरी बरी है तो बोलो चलोगि ना मा
रीमा - राजू को गले लगा कर रीमा के आखो मे आसु आ गए थे राजू का ये प्यार देख कर की राजू उसका कितना ख्याल रख रहा है ठीक है जैसा मेरा बेटा कहेगा मे करुगी

अब जा सो जा राजू ठीक है मा फिर राजू अपने कमरे मे आकर लेट जाता है

अभी जो किया मा के साथ उसके बारे मे सोचने लगता है और आगे कैसे करना है उसके बारे मे भी तभी राजू को कुछ याद आता है

राजू - अरे मे दीदी को तो भूल ही गया दीदी के साथ कुछ तो हुआ है मुझे वहा भी जाकर चेक करना पड़ेगा लेकिन अभी मे जा नही सकता जब तक मा को अपने नीचे नही ले आता और मुझे ये सब अब जल्दी ही करना पड़ेगा

राजू सोचे जा रहा था कैसे किया करे तभी राजू का फोन बजता है राजू देखता है रूमा का था राजू फोन उठा कर

राजू - हा मेरी जान बोलो किया बात है
रूमा - आप ने फोन नही किया तो मैने खुद फोन कर दिया
राजू - अरे माफ करना मा से बात कर रहा था अच्छा बताओ किया कर रही हो अभी
रूमा - किया करुगी लेटी हु बिस्तर पर
राजू - मजे लेते हुवे अच्छा मेरे बगैर
रूमा- शर्मा कर जब हमारी सादी होगी तो उसके बाद आप के साथ ही तो सोना है
राजू - अच्छा साथ मे सोने के बाद किया करेगे
रूमा - शर्मा कर मुझे नही पता ऐसी बाते मत करो ना कुछ कुछ होने लगता है
राजू - कहा पर होता है कुछ कुछ मुझे भी बताओ
रूमा - आप ना बरे बेसरम है मे नही बटाउगी
राजू - दुखी आवाज ठीक है नही बताना तो मत बताओ
रूमा - आप नाराज कियु हो गये मुझे ये अच्छा नही लगता है आप का नाराज होना मे बताती हु सरमाते हुवे वो वो नीचे कुछ कुछ होता है अब इससे ज्यादा मे नही बटाउगी
राजू - हस्ते हुवे अच्छा बाबा ठीक है मत बताना
राजू को हसने की आवाज सुन कर
रूमा - मुह फुला के अच्छा तो ये बात है आप नाटक कर रहे थे जान भुज कर
राजू - हस्ते हुवे हा मुझे पता था तुम सर्मिलि हो तो ऐसे नही बताओगी तो मैने नाटक किया और तुम ने बता दिया
रूमा - सच मे आप बहोत बुरे है
राजू - सोरी बाबा माफ कर दो
रूमा - माफ़ी मांगने की कोई जरूरत नही है वैसे भी मे आप को बाद मे बता ही देती
राजू - किया बात है वैसे मम्मी जी सो गई है किया
रूमा - मुझे नही पता कियु
राजू - मुझे उनसे जरूरी बात करनी थी
रूमा - देखती हु जागी है या सो गई है
फिर रूमा सीमा के कमरे मे जाती है तो सीमा जागी हुई थी
रूमा - जी मा जागी हुई है बात कर लीजिये
सीमा - किया है बेटी किसका फोन है
रूमा - उन्होंने फोन किया है आप से बाते करना चाहते है
सीमा किया करती मना भी तो रूमा के सामने नही कर सकती थी
सीमा फोन ले लेती है तो रूमा अपने कमरे मे लेट जाती है
सीमा - बोलो बेटा किया केहना है
राजू - मुझे माफ कर दीजिये आज मैने आप के साथ जो किया उस लिये आपके साथ मस्ती मजाक करते हुवे आपको जब बाहो मे लेता था तो मुझे बहोत अच्छा लगता था और इसी मे मुझ से गलती हो गई और मे मैने अपनी लाइन करोस् कर दी मे ये गलती फिर नही करुगा बस यही केहना चाहता था पता है मेरी गलती माफ़ी नायक नही है फिर भी हो सके तो माफ कर देना

सीमा - ठीक है माफ किया
राजू - सच केह रही है आप
सीमा - हा सच ठीक है रूमा से बात कर लो
फिर सीमा रूमा को बुला कर फोन दे देती है

रूमा - आकर फोन लेकर राजू से हो गई बात
राजू - हा मेरी जान हो गई बात ठीक है अब एक किस्सी दो फिर सो जाते है
रूमा - सरमाते हुवे अच्छा ये लीजिये उमा उमा हो गया
राजू - हो गया ठीक है अब सो जाओ कल मे आयुगा ठीक है
रूमा - ठीक है फिर रूमा राजू के बारे मे सोचते हुवे सो जाती है

दिपु - चलो अच्छा है कम से कम सासु मा ने माफ कर दिया

दिपु के दिमाग मे एक बात पहेले से थी उसे याद आते ही बाबा को फोन करता है बाबा फोन उठा कर
बाबा - कैसे याद किया बेटा मुझे बोलो
राजू - कैसे हो बाबा आप
बाबा - अच्छा हु बेटा तेरी दी गई जिदगी जी रहा हु
राजू - ऐसी बाते मत करो बाबा ये सब उन गरीबो की दुवा है आप पर
बाबा - अच्छा बोलो कैसे फोन किया
राजू - बाबा बात ये है मुझे एक बंगलो 10 कमरे वाला लेकिन वो बंगलो आम या लीची के बगीचे मे बीच मे होना चाहिये और ज्यादा मेहगा भी नही चाहिये
बाबा - समझ गया लेकिन तुझे आम लीची के बगीचे मे ही कियु बंगलो चाहिये
राजू - बाबा मे अब एक सांति सी जगह मे रेहना चाहता है आस पास परोसी रेहते है तो परेसान कर देते है और मेरा ये सपना भी था की मेरा घर आम के बगीचे के बीचो बीच मेरा घर हो और सभी के साथ वहा बिना किसी सोर सराबे और बिना किसी परोसी किसी के बिना रोक ठोक के सांति से रहु

बाबा - हस्ते हुवे समझ गया मे भी मानता हु ऐसी गजह पर रहने का मजा ही अलग होता है पूरी सांति रेहती है सुकून मिलता है चलो हो जायेगा तेरा काम और कुछ
राजू - हा बाबा एक कार चाहिये सस्ता सा आने जाने के लिये
बाबा - समझ गया ठीक है मे अपने लोगो से केह देता है सब हो जायेगा तब सुबह मेरा एक आदमी तेरे पास आयेगा फिर जाकर सब देख लेना ठीक है

राजू - बाबा बहोत अच्छे हो आप की वजह से मे ये नई लाइफ जीने जा रहा हु नही तो अभी भी मे कर्ज मे डूबा होता और मेरा ये सपना तो इस लाइफ मे कभी पूरा नही होता
बाबा - ऐसी बाते मत कर अब मे ही ना तेरा बाबा बस अपनी लाइफ अच्छे से जी और कभी भी कोई जरूरत हो या या मदद चाहिये मुझे फोन करना मे देख लूंगा ठीक है
राजू - ठीक है बाबा मे रखता हु सच मे बाबा कितने अच्छे है

फोन कटते ही बाबा एक आदमी को फोन करता है वो आदमीजैसे ही देखता है बाबा ने फोन किया है तो जल्दी से उठा कर

हा बाबा बोलिये मे आप के लिये किया कर सकता हु बस आप एक बार आदेश दीजिये

बाबा - आकाश मेरे पोते को एक बंगलो जो आम के बगीचे के बीच मे हो और एक कार चाहिये बता करो आम के बगीचों के बीच कहा बंगलो है और एक कार भी ले लो पैसे मत देखना बंगलो अच्छा होना चाहिये साथ मे कार भी मेरे पोते को पसंद आनी चाहिये समझ गये

आकाश - जी बाबा समझ गया ये तो बस छोटा सा काम है मेरी नज़र मे पेहले ही ऐसे कई बंगलो है
बाबा - एसी लिये तो तेरे पास फोन किया मैने
आकाश - समझ गया बाबा आप चिंता मत करो वैसे बाबा आप का तो कोई नही है तो ये वही लरका है जिसने आप की जान बचाई थी
बाबा - सही कहा अब वो लरका नही मेरा पोता है समझे
आकाश - माफ करना बाबा समझ गया
बाबा - ठीक है फिर सबसे अच्छे बंगलो को दिखाना कल सुबह उसे लेने चले जाना फिर उसे दिखा देना जब उसे पसंद आ जाये तो
आकाश - बाबा मे समझ गया आप मुझ पर छोर दीजिये सब
बाबा - ठीक है अब मे रखता हु

फोन कट हो जाता है उसके बाद

आकाश - सच मे बाबा से बाते करने मे ही लोगो की फट जाती है मेरी भी हालत खराब हो गई अब मुझे ये काम अच्छे से करना होगा बाबा के पोते को सबसे अच्छा बंगलो को दिखाऊगा उसे जरूर पसंद आयेगा अगर ये काम हो गया तो बाबा मुझसे खुश हो जायेंगे और मेरा भी कुछ भला हो जायेगा

तो वही दिपु सो चुका था


सुबह हो जाती है सीमा उठ रोज का जो काम होता है करने लगती है

आज के लिए इतना ही 🙏🙏🙏🙏
क्षमा चाहूंगा अगर बुरा लगे पर ये बहुत जल्दबाजी हो गई भाई, माँ को थोड़ा विरोध करना था!

'हाय राम ये क्या कर रहा है, ये गलत है बेटा! माँ-बेटे के बीच ऐसा रिश्ता अनैतिक है!'

ऐसा होना था ताकि माँ की शर्म की दीवार धीरे-धीरे जाती और इस बीच बहुत सी अटखेलियां-मस्तियां चलती दोनों के बीच तो और मज़ा आता!
 

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YE NAHI HONA THA - CHAPTAR 1कहानी एक छोटे से गाव से सुरु होती एक सुंदर सा गाव इस गाव मे जयादा तर लोग खेती मजदूरी या दूसरे सेहर जा कर अपनी रोजी रोटी कमाते है गाव मे सन्ति बहोत है लेकिन रोजी रोटी के लिये बहोत मेहनत करनी परती है और अगर घर मे कोई बरी प्रोबलम हो गई तो लोगो को परेसानी का सामना करना परता है यही तो होता है गाव
गाव मे सांति सुकून तो मिलता है लेकिन लाइफ मुश्किल से कटती है
और इसी गाव मे हमारा राजू अपने परिवार के साथ रहता हैराजू के पिता रामु 6 महीने पहिले गुजर गय लेकिन गुजरने से से पहले रामु ने अपनी बेटी रीमा की सादी पास ही के एक गाव मे एक लरके से कर दी थी जिसका नाम पंकज था सादी के एक साल बाद ही रीमा ने एक बेटी को जन्म दिया रामु अपनी नातीन को देख कर इस दुनिया से चला गया रामु की मौत सराब पीने से हुई थीरिमा की सादी मे खर्चा बहोत हुआ था रामु को अपनी बेटी की सादी के लिये कर्ज भी लेना परा था आधे कर्ज तो रामु ने चुका दिया था लेकिन आधे कर्ज राजू के ऊपर आ गया अब राजू इस कर्ज को चुका रहा हैरामु था तो सभी की लाइफ अच्छी चल रही थी हा घास भूस वाले घर मे रेहते थे लेकिन तीन वक्त का खाना और सरीर को ढकने के लिये कपड़े मिल ही जाते थे किसी के आगे अपना हाथ नही फैलाना परता था
लेकिन रामु के जाते ही राजू की घर ही हालत थोरि खराब हो गई
राजू का पढाई छुट गयागाव मे सुकून सांती जरूर होती है लेकिन एक और चीज है गाव मे कोई भी किसी को खुश नही देख पाताकिसी की लाइफ अच्छी चल रही है उसे देख जलना गाव मे सभी किसी के सामने एक दूसरे के बारे मे अच्छी बाते करते है लेकिन अंदर ही अंदर उन्हें किसी की ख़ुशी देखी भी नही जाती
ये एक करवा सच है गाव कीऔर गाव मे सभी को ये पता होता है कौन किया किससे बारे मे किया केहता है सोचता है
लेकिन सामने नही कुछ केहते है सामने तो लोग अच्छे बन कर रहते हैराजू को ये बात पता की और राजू ये भी जानता था कर्ज कितनी बुरी चीज होती है अगर सही समय पर नही चुकाया गया तो जीना हराम कर देती है इस लिये राजू करी मेहनत करता है खेतो मे भी और मजदूरी भी ताकि कर्ज ज्यादा होने से पहले चुका सके उसके बाद तो नुन रोटी खा के भी जिंदगी जी लेगे चैन सेये थी पूरी कहानी राजू के घर की लेकिन
एक और घटना हुई थी रीमा की सादी के कुछ महीने पहेलेएक दिन साम को राजू घर आता है राजू को अपनी दीदी के काम था तो राजू सीदा रानी के कमरे कमरे की और जाता है जैसे ही राजू रीमा के कमरे के दरवाजे के पास पहुँचता है दरवाजा खुला थाअंदर राजू वो देख लेता है वो एक भाई को नही देखना चाहिये था लेकिन यही वो वक़्त था जब राजू के मन मे अपनी दीदी को लेकर गंदे सोच ने जन्म लिया
राजू को अंदर अपनी दी रानी जो नंगी थी रीमा कपड़े सही कर रही थी पेहनने के लिये लेकिन रीमा के हाथ से कपड़े नीचे गिर जाते है रीमा कपड़े उठाने के लिये नीचे झुकती है और दिपु के सामने ये नजारा आ जाता है
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दिपु ये देख कर पागल हो जाता है कियुकी रानी झुकी थी तो रीमा के मोटे गांड फैल गया था रीमा की बरी चूची भी लटके साफ दिखाई दे रहे थे रीमा एक का शरीर कमाल था था ज्यादा खूबसूरत नही थी लेकिन उसकी बॉडी कमाल की थी
रानी की चुत साफ थी छोटे छोटे बाल है रानी ने कुछ दिन पेहले ही चुत के बाल साफ किये थे जिसका फायेदा आज राजू को मिला
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राजू साफ देख सकता था रानी की मोटी फूली चुत और झुकने के वजह से चुत के फाके भी फैल गये थे
ये नजारा किसी को भी पागल करने के लिये काफी था लेकिन राजू ने तो अपनी दीदी के खजाने को देखा था तो उसका हाल और बेहाल हो चुका थाराजू का लंड अपनी दीदी की चुत को देख कर इतना टाइट हो गया था की उसके लंड के नशे भी फुल गई थे राजू ने पैंट पेहना था फिर भी उसका लंड के उभार साफ दिखाई दे रहे थेराजू धीरे से पीछे कदम लेता है और जल्दी से अपने कमरे मे जाकर अपने लंड को बाहर निकाल कर अपने लंड थूक लगा कर अपनी दीदी की चुत को याद कर के मुठ मारने लगता है
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राजू का लंड 2 ही मिनट मे एक जोर पिचकारी के पानी छोर लेता है आज राजू का पानी बहोत निकला था राजू सब जल्दी से साफ कर के फिर बिस्तर पर धेर हो जाता हैराजू पेहले कभी कभी मुठ मार लेता था लेकिन किसी को गंदी नज़र से या उसके मन मे किसी को लेकर गंदे ख्याल पेहले कभी नही आये थेये वो दिन था जिस दिन राजू के अंदर मे अपनो को अंदर गंदे विचार आये और हवस जाग गयाउस दिन से राजू अपनी दीदी की चुत मारने के लिये रीमा को पटाने की कोसिस करने लगा लेकिन ये कोई मजाक थोरि थाबाहर की लरकी की चुदाई करने के लिये भी कई महीने लरकी के पीछे जाना परता है लरकी पर पैसे खर्च करने परते है इस मे ही कई महीने चले जाते है उसके बाद भी किस्मत रही तो उस लरकी की चुत मिलेगी नही तो समय पैसा सब बर्बाद
लेकिन यहा तो मामला बहोत ही अलग थी राजू अपनी दीदी को को पेलना चाहता थाराजू को भी ये बात पता थी लेकिन फिर भी वो कोसिस करता रहता हैराजू उस दिन से रीमा के साथ ज्यादा समय गुजारने लगा मस्ती मजाक से लेकर रीमा के लिये कुछ ना कुछ खाने पीने के लिये लाता रेहता था अपनी पॉकेट मनी सेएक एक दिन गुजरते रहे रानी अपने भाई से बहोत प्यार करती थी लेकिन राजू का मस्ती करना उसका ख्याल रखना ये सब रानी के दिल मे राजू के लिये और प्यार बढ़ गया( भाई वाला प्यार )दोनों जब भी समय मिलता साथ मे ही इधर उधर की बाते करने और खूब मस्तिया करते25 -30 दिनों मे सिर्फ एक चीज बदली वो था पहले
रानी और राजू मस्ती करते थे लेकिन दूर से बातो से
लेकिन अब दोनों मस्ती मस्ती मे एक दूसरे के ऊपर गिर जाते या एक दूसरे को पकर के मस्ती करतेइसी का फायदा राजू उठा लेता कभी धीरे से रीमा के चुचे दमा देता तो अभी गांड चुत को लेकिन राजू ये सब धीरे से करता था तो रीमा को पता भी नही चलता थारीमा ये सब अपने भाई का प्यार समझती थी लेकिन राजू कुछ और चाहता थाइतना करने के बाद भी राजू आगे नही कुछ कर पाया कियुकी उसको डर लगता था
रानी की सादी हो गई
और दिपु अपना लंड हिलाता रेह गया
लेकिन एक बार जब अंदर हवस चढ़ती है तो उतरती नही रानी के जाने के बाद राजू अपनी मा पर नज़र डालने लगा और अपनी मा के साथ भी करीब जाने की कोसिस करने लगामस्तिया करना मा को बाहों मे पकर लेना कभी कभी टच करना ये सब
लेकिन दिपु अपनी डर की वजह से अपनी मा से साथ भी उसके ज्यादा कुछ कर नही पायाआज का दिन
रानी की एक बेटी है रामु अब नही रहा राजू कर्ज चुका रहा है अभी भी बहोत कर्ज बाकी है राजू के मामा आते रेहते है लेकिन वो भी गरीब है तो ज्यादा मदद नही कर पाता है
राजू अभी भी लगा है की सायद मा के साथ कुछ हो जाये
❤❤
आप सभी अपनी राय जरूर देना देखो मे बाकी लोगो की तरह स्टोरी को बीच मे छोर कर नही जाने वाला हु रोज अपडेट दूंगा
लेकिन ये आप सभी के ऊपर है की मे इस स्टोरी को जल्दी पूरा करू या बीच मे छोर दुये सब आप सभी के पसंद पर हैआज के लिये इतना ही 🙏🙏🙏
बहुत ही शानदार और लाजवाब हैं कहानी का प्रारंभ
मजा आ गया
 
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तो पिछले chapter मे राजू और राजू की फैमलि मे किया हुआ था वो सब हमने जाना अब असली कहानी सुरु होती है


chapter 2

सुबह होने वाली थी थोरा थोरा अंधेरा था रीमा रोज की तरह उठ कर खेतो मे हल्का होने जाती है रीमा कुछ दूर जाके एक जगह पर अपनी सारी उठा के बैठ जाती है रीमा की गांड मोटी और बाहर निकली हुई थी ये सीन था रीमा ऐसे बैठी थी
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थोरि देर बाद रीमा घर आती है मुह धोकर नहाने लगती है रीमा अच्छी तरफ से अपने बदन के हर एक अंग को साफ करती है बरे बरे चुचे और चुत की भी सफाई करती है नहाने के बाद रीमा कमरे मे कपड़े पेहने लगती है ये सीन था रीमा का


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सब हो जाने के बाद रीमा खाना बनाने मे लग जाती है तो राजू अपने कमरे मे आराम से सो रहा था आज कोई काम रही था तो फुल नींद ले रहा था रीमा खाना भी बना लेती है

ये सब करते हुवे सूरज निकल आया चारों तरफ सूरज की सोसनी फैली हुई थी रीमा राजू के कमरे मे जाती है जो सो रहा था
राजू अपनी मा और बेहन के सपने देख रहा था जिसकी वजह से राजू का लंड फुल टाइट था लेकिन राजू पेट के बल लेट कर सो रहा था इसके लिये रीमा को राजू का खरा लंड दिखाई नही देता है

रीमा राजू को बरे प्यार से

रीमा - राजू बेटा उठ जा सुबह हो गई है कब तक सोयेगा

राजू को अपनी मा की प्यारी आवाज सुनाई देती है और राजू धीरे से अपनी आखे खोलता है लेकिन राजू को ये भी एहसास हो जाता है की उसका लंड खरा है तो राजू मा की तरफ देख के

राजू - ठीक है मा मे उठ गया वैसे मा आप हमेसा की तरह आज भी बहोत ही खूबसूरत लग रही है

रीमा - राजू को देख कर हस्ते हुवे तु ये रोज केहता है
राजू - हा केहता हु कियुकी आप मेरी प्यारी खूबसूरत मा हो आप इस की हकदार हो आप खूबसूरत हो तो कहूंगा हो

रीमा) हस्ते हुवे अच्छा बाबा ठीक है चल उठ जा नहा धो ले चल
रीमा ये केह के चली जाती है

राजू - चलो मा चली गई फिर राजू उठ कर बैठ जाता है और अपने लंड से साले तु हमेसा खरा ही रेहता है जिस चुत से निकला है उसी मे जाना है तुझे लेकिन चिंता मत कर कितना भी समय लगे लेकिन लेकिन मे हार नही मानुगा
अभी तो सपनो मे मा बेहन की चुत मरता हु जल्दी ही हकीकत मे मारूंगा उसके लिये चाहिये एक अच्छा प्लान नही तो मेरा सपना सपना ही रेह जायेगा और मे मुठ मारते मारते खतम हो जाऊंगा

राजू का ये रोज का था कैसे मा के साथ आगे जाये कैसे किया करे ये राजू रोज सोचता रेहता है ताकि की चुत तक पहोच सके

फिर राजू भी खेतो की तरफ जाता है हल्का होता है फिर नीम की लकरी से मुह धोते हुवे घर आता है नहाता है कपड़े चेंज करता है
राजू ने जीन्स सर्ट पेहना था रेडी हो कर कमरे से बाहर आता है


रीमा खाना निकाल रही थी राजू के लिये लेकिन राजू की नज़र रीमा की गांड पे थी कियुकी रीमा बैठ कर खाना निकाल रही थी तो राजू को अपनी मा की मोटी गांड की बनावट साफ सारी के ऊपर से दिखाई दे रही थी

राजू) मन मे मा को घोरी बना के चुदाई करने मे कितना मजा आयेगा वो सीन कैसा होगा जब मा मेरे सामने नंगी घोरी बनेगी

तभी एक आवाज
रीमा - किया सोच रहा है चल खाना खा ले
राजू) ठीक है मा राजू नीचे बैठ जाता है और रीमा राजू को खाना लगा देती है खाने मे रोटी और आलू की सब्जी बनी थी

राजू) मा आप को पता है ना रोज मे आप के साथ एक थाली मे खाता हु जल्दी से बैठ जाओ मेरे साथ
रीमा - ठीक है बाबा रीमा भी राजू के साथ बैठ जाती है

दोनों एक ही थाली मे खाना खाते है और ये सब कुछ दिनों से सुरु हुआ था राजू एक निवाला बना कर

राजू - निवाले को आगे करते हुवे मुह खोलो मा
रीमा राजू को हस्ते हुवे देख कर मे खा लुंगी ना बेटा
राजू) नही मे नही सुनुंगा चुप चाप खा लो
रीमा राजू को देखते हुवे निवाले को खा लेती है
रीमा - अब खुश है ना
राजू) जब आप को पता है मुझे आप को अपने हाथो से खिलाना अच्छा लगता है तो आप बिना नाना करे खा कियु नही लेती

रीमा - राजू को देखते हुवे जब बीवी आयेगी तुम्हारी तो मा को भूल जायेगा और उसे अपने हाथो से खिलायेगा इस लिये माना करती हु कही तुमहारे हाथो से खाने की आदत पर गई तो

राजू हैरान रीमा को देखता है
रीमा - ऐसे किया देख रहा है सच ही तो कहा ना मैने
राजू) मा को देखते हुवे अच्छा ऐसी बात है तो कान खोल कर सुन लो मा मेरे लिये पहले आप है और मे जब तक जिंदा ही रोज आप को सुबह साम अपने हाथो से खाना खिनायुगा और आप को बिना ना के खाना पड़ेगा समझी आप

रीमा) हस्ते हुवे अच्छा बाबा ठीक है अब मे आराम से अपने बेटे के हाथो से खाना खाउगी

राजू - हा ये सही है वैसे ये विचार आप के मन मे कब और कहा से आया आप के मन मे

रीमा) राजू को देख कर कियु जानना है तुझे
राजू - कियुकी ऐसी बाते पहले आप ने कभी नही कही और आप को सच बताना पड़ेगा अभी के अभी
रीमा- राजू को थोरि देर देखती है फिर दूसरी तरफ देखते है हुवे वो मालती एक दिन आई थी यहा हमने बैठ कर बाते की बातो बातो मे उसने मुझे बताया की उसका बेटा सादी के बाद से उसका ख्याल नही रखता है ज्यादा बाते भी नही करता है कभी हाल चाल भी नही पूछता है बस अपनी बीवी के आगे पीछे घूमता रेहता है तो

राजू - रीमा को देखते हुवे तो आप को लगा की मे भी सादी के बाद उसके जैसा ही करूँगा और आप का ख्याल नही रखुंगा है ना

रीमा - के आखो मे आसु आ जाते है रोते हुवे मालती के पास तो और लोग है उसका ख्याल रखने के लिये लेकिन मेरा सहारा तो सिर्फ तु ही है तेरे सिवा मेरा कोन है मेरा मालती की बाते सुन कर मे डर गई थी की कही

राजू - खरा हो कर अपनी मा के आसु साफ करता है और बाहों मे भर के मा आप को नही पता मे आप से कितना प्यार करता हु अगर कभी मेरी सादी होती भी है तो हमारा प्यार अभी जैसा है वैसा ही रहेगा और अगर मेरी बीवी आप का ख्याल नही रखेगी तो उसको घर से निकाल दूंगा और दूसरी बात मुझे सादी नही करना है

रीमा राजू की बात सुन कर सांत हो चुकी थी
रीमा - हस्ते हुवे सादी तो करनी पड़ेगी ना बेटा
राजू - कियु मे सादी किये बगैर नही रेह सकता आप हो ना मेरे साथ बस मुझे आप का प्यार चाहिये
रीमा - हस्ते हुवे मे तो हु लेकिन बीवी का प्यार अलग मिलेगा समझा
राजू मन मे मे जनता हु आप किया केहना चाहती हो और मे भी आप से ऐसे ही टॉपिक पे बात करना चाहता था

राजू - हस्ते हुवे अच्छा बीवी मुझे कोन सा प्यार देगी कियु आप नही नही दे सकती वो प्यार

रीमा - हैरान हो कर दिपु से नही बेटा अब ये बाते छोर और खेतो मे जाकर देख आ कही कीसीने नुकसान तो नही किया कुछ

राजू मन मे बात बदल दिया मा है इंतनी आसानी से सब नही होगा मुझे भी पता है

राजू - ठीक है मा लेकिन मेरा इनाम दे दो रोज का

रीमा - हस्ते हुवे अच्छा बाबा ले तेरा इनाम और ये केह कर रीमा राजू के गालो पर किस कर देती है
राजू) हस्ते हुवे ये हुई ना बात अच्छा मे जा रहा ही राजू थोरी दूर गया ही था की रीमा

रीमा) अरे बेटा रुक राजू रुक जाता है
राजू - किया हुआ मा
रीमा - अरे उस जंगलो से लकरिया ले कर आना खाना बनाने के लिये और हा ज्यादा अंदर तक मत जाना समझा
राजू - ठीक है मा और राजू खेतो की तरफ निकल परता है

थोरि देर बाद राजू अपने खेतो के पास आ जाता है राजू अपने खेतो की फसल को देखते हुवे केहता है फसल तो अच्छी हुई है एक बार बारिस हो जाये तो अच्छा होगा चलो सब ठीक है

अब बचा लरकी राजू पास के एक जंगल की तरफ जाने लगता है ये जंगल सरकारी जमीन पर थी राजू जंगल पहुँच जाता है जंगल मे छोटे से बरे पेर थे जंगलर बहोत घना था कोई बरे जानवर जैसे शेर बाघ ये सब नही थे इस जंगल मे लेकिन जहरीले कीरे और साप जरूर रेहते है

राजू - जंगल को देख कर साला कई बार मे बचा हु साप से इस जंगल मे डर लगता है अंदर जाने मे कही किसी दिन साप ने काटा तो किसी के चुत मे लंड घुसाये ही मर जाउंगा लेकिन मे ऐसा नही चाहता रे बाबा तो ध्यान से करना पड़ेगा
फिर राजू अंदर जाता है और जो लरकी गिरी थी उसे उठा काट एक
जगह पे रख रहा होता है

थोरि देर बाद

राजू अरे साला बाहर साइड तो ज्यादा लकरी भी नही है अब किया करू अंदर ही जाना पड़ेगा लेकिन मेरी फट रही है

राजू बहोत सोचने के बाद चलो जो होगा देखा जायेगा
राजू जंगल झारी को एक तरफ करते हुवे थोरा अंदर जाता है तभी राजू को किसी के चिल्लाने की आवाज सुनाई देती है आवाज सुन कर राजू की फट जाती हैं

राजू - अरे साला ये कही भूत की आवाज तो नही है

लेकिन फिर राजू को चिल्लाने की आवाज सुनाई देती है राजू गौर से सुनता है तो उसे अंदाजा हो जाता है

राजू) अरे रुको ये आवाज तो किसी इंसान की है जो जंगल के अंदर से आ रही है अगर मे थोरा अंदर नही आता तो मुझे ये आवाज सुनाई भी नही देती

किया करू मे कौन हो सकता है कियु चिल्ला रहा है आवाज मे दर्द है जैसे कोई दर्द मे है लेकिन फिर भी मुझे जा कर देखना पड़ेगा किया पता किसी को मदर की जरूर हो

ये सोच कर राजू धीरे धीरे जंगल के अंदर उस आवाज की तरफ जाने लगता है जैसे जैसे राजू आगे जाता है आवाज तेज हो रही थी राजू राजू रास्ता साफ करते हुवे आगे जाते रेहता है राजू को डर भी लग रहा था सापो से और वहा किया होगा ये सोच कर राजू अब आवाज के नजदिक पहोच चुका था लेकिन अब राजू को दो तीन लोगो की आवाज सुनाई देती है वो कुछ बाते कर रहे थे

राजू - साला अब तो तो दो तीन लोगो की आवाज आ रही है

राजू और आगे जा कर झारो को साइड कर से देखता है तो उसकी हालत खराब हो जाती है कियुकी एक अंकल जिसे बाँध कर नीचे बैठाया हुआ था और दो लोग जिसके हाथ मे गन था

राजू - इसकी मा का ये कौन है और उस अंकल के साथ किया करने वाले वो लोग कुछ बाते कर रहे है लेकिन मुझे सुनाई नही दे रहा मुझे और पास जाना होगा

राजू धीरे धीरे ताकि कोई आवाज ना हो थोरा और नजदिक जाता है तो अब राजू को उनकी बाते सुनाई देने लगती है

किलर 1 - चलो अब इसे मार कर यही गार देंगे इस जंगल मे कोई आता भी नही है किसी को इसकी लास नही मिलेगी
अंकल - देखो मुझे जाने दो आखिर तुम सब मुझे कियु मारना चाहते हो
किलर 2- हस्ते हुवे हम नही तुझे मारना चाहते है हमे तो तुझे मारने को कहा गया है और हमारा ये काम है
राजू किया ये किलर है नही नही ये दोनों उसे मार देगे
किलर 1 - लेकिन हमे माफ करना तुम एक अच्छे इंसान हो हमे पता चला की तुम अपनी आधी कमाई गरीबो मे बाट देते हो और अभी भी तुम आश्रम जा रहे थे उन अनाथो की मदद करने के लिये बस हमने प्लान बना लिया की किया करना है और तुम यहा तो

राजू ये सुन कर किया ये तो सच मे एक नेक इंसान है या कहे तो ये इस धरती पर गरीबो के लिये एक फरिस्ता है नही नही ने अंकल को कुछ नही होने दे सकता वो सभी अनाथ इस फरिस्ते का इंतज़ार कर रहे है उनके भविसय का सवाल है आज की दुनिया मे कोन गरीबो की परवाह करता है जिये या मरे

लेकिन मे कैसे अंकल को बचाउ दोनों के पास गन है किया करू किया करू अरे हा एक रास्ता है लेकिन इसमें खतरा भी है गलती की तो मे भी मारा जाउंगा

राजू फिर आस पास देखता है और उसे जो चाहिये था मिल जाता है एक मोटा ढंडा राजू उस ढंडे को लेकर धीरे धीरे दोनों किलर के पीछे पूरा घूम कर आ जाता है

और दोनों किलर अंकल को मारने ही वाले होते है राजू पीछे से एक किलर के सर पर ढंडे से वार करता है दूसरा कुछ कर पाता उसके पेहले राजू उसके भी सर पे भी ढंडे मे मार कर दोनों को नीचे गिरा देता है राजू देखता है की दोनों हिल नही रहे है तो वो भी नीचे बैठ कर अपने दिल को काबू करने लगता है जो डर के मारे जोर से धरक रहा था

तभी राजू अंकल को देखता है जो राजू को ही देखे जा रहे थे अंकल को मारा गया था लेकिन ज्यादा चोट नही आई थी
राजू अंकल की रसिया खोलते हुवे

राजू - अंकल आप ठीक तो हो ना
अंकल ) मे ठीक हु बेटा थोरि चोट आई है बस
राजू अंकल की रस्सी खोल देता है और अंकल खरे हो जाते है
अंकल - बेटा तुम्हारा सुक्रिया अगर तुम यहा नही आते और मुझे नही बचाते तो आज मे मारा ही गया था

राजू - अंकल ये तो उन अनाथो की उन लोगो की दुवा आप के ऊपर है जिनकी आप ने मदद की है तो भला आप को कैसे कुछ हो सकता है और आप जैसे फरिस्ते की जान बचाने का मुझे मौका मिला मे किस्मत वाला हु

अंकल ) राजू को गौर से देखते हुवे जो भी हो लेकिन ये सच है तुमने मेरी जान बचाई है तुम हिम्मत वाले भी हो दो किलर जिसके पास गन थी किसी की हालत खराब हो जाती

राजू - बाते बाद इन का किया करे
अंकल - दोनों को रस्सी से बाँध दो फिर अंकल फोन निकाल कर हा मे बोल रहा हु बाबा यादव मेरे लुकेसन पर जल्दी से आ जाओ दो किलर मुझे मारने आये थे लेकिन उसके पकर लिया है


पुलिस कमिसनर) सर किस की हिम्मत हो गई आप को मरने की मे अभी आ रहा ही अपनी थीम को लेकर

बाबा यादव ) ठीक है जल्दी आना
राजू दोनों चोर को बाँध के हो गया अंकल

बाबा यादव - अच्छा किया बेटा पुलिस आती ही होगी वैसे तुम्हारा नाम किया है कहा रेहते हो किया करते हो घर मे कौन कौन है

राजू अंकल को सुरु से लेकर अब तक उसकी लाइफ मे जो हुआ बता देता है सब सुनने के बाद

बाबा यादव - सच मे तुम एक दिलेर एक अच्छे लरके हो जो पिता के जाने के बाद कर्ज चुका रहे हो और मा का भी ख्याल रख रहे हो
लाइफ मे इतना सेहने के बाद भी तुमने हार नही मानी

राजू - जिंदगी इसी को केहते है हर किसी की लाइफ मे बुरा वक़्त आता है और सभी को उस से गुजरना ही परता है
बाबा यादव - किया बात कही है तुमने
तभी पुलिस वहा पर आ जाती है और इंतनी जल्दी आती भी कियु ना बाबा यादव लोगो के लिये एक फरिस्ता है लोग उन्हें भगवान् मानते है

रमेश ) सर मे आ गया

बाबा यादव - ठीक है ये दोनों को ले जाओ और अच्छे से पता करो कौन है जिसने इन दोनों को मुझे मारने के लिये भेजा था

रमेश) जैसा आप कहे हम उन कमीनो के बारे मे पता लगा लेगे फिर उनकी खैर नही

फिर पुलिस वाले दोनों किलर को ले जाते है राजू और बाबा यादव भी जंगल से बहार निकल कर रोड पर आ जाते है जहा बाबा यादव की कार लगी थी

बाबा यादव - राजू से बेटा माफ करना मे सभी को मीडिया को ये जरूर बताता की तुमने मेरी जान बचाई है लेकिन मे ऐसा नही कर सकता अगर लोगो को पता लगा मुझपे हमला हुआ है तो सभी बवाल मचा देगे

राजू - अरे अंकल कोई बात नही आप सही सलामत हो यही बहोत है
बाबा यादव - बेटा तुमने मेरी जान बचाई है ये मे कभी नही भूलूंगा तुम अपना अकाउंट नम्बर दो मुझे

राजू - लेकिन कियु अंकल
बाबा यादव - बाबा कहो मुझे और मैने कहा अपना अकाउंट नंबर दो
राजू भी एक छोटे अपना अकाउंट नंबर दे देता है बाबा यादव अकाउंट नंबर के साथ कुछ लिख कर किसी को maaage कर देते है

राजू ये देख रहा था आखिर बाबा कर किया रहे है तभी उसके बोमाइल पे एक मैसेज आता है राजू जब चैक करता है है तो उसकी आखे बाहर आ जाती है

राजू हैरान हो कर बाबा की तरफ देखता है
बाबा - मुस्कुराते हुवे अब तुम्हारा बुरा वक़्त खतम होता है
राजू - हैरान होकर लेकिन बाबा मे ये पैसे नही ले सकता
बाबा - कियु नही ले सकते
राजू - बाबा किसी के जान बचाने के बदले पैसा लेना मुझे अच्छा नही लग रहा

बाबा - राजू के कंधे पे हाथ रखकर बेटा मैने कई लोगो की मदद की है आगे जब तक जिंदा रहुंगा करता रहुंगा और तुमने मेरी और कई अनाथ की भी जान बचाई है इस पैसे को रख लो मे अपने खुशी से तुम्हे दिया है अगर तुम इस पैसे को नही लोगे तो मुझे बुरा लगेगा

राजू - ठीक है बाबा लेकिन ये एक करोड़ रुपए है बहोत ज्यादा है
बाबा - हस्ते हुवे मैने बस तुम्हे एक करोड़ दिये है इस से जो करना है करो और ये मेरा कार्ड है उसमे मेरा नंबर है जब भी किसी मदद या जो चाहिये खुल कर मांग ना मेरे पास पैसे की कमी नही है उपर वाले ने बहोत दिया है
तुमने मेरी जान बचाई है अपनी जान पर खेल कर

तो इसके ये पैसे कुछ नही है ये तो मैने समझो तुम्हे मजे करने के लिये दिये है मेरा कोई नही है अब से तुम मेरे अपने हो जब भी चाहो मुझसे मिलने आ जाना तुम्हे कोई नही रोकेगा अब मे चलता हु देर हो गई है सभी मेरा इंतज़ार कर रहे होगे

राजू - ठीक है बाबा और दिपु बाबा के पैर छु कर आशीर्वाद लेता है ये देख बाबा को भी अच्छा लगता है फिर बाबा चले जाते है बाबा के जाते ही

राजू नीचे बैठ जाता है उसके पैर काप् रहे थे राजू कपटी हाथो से अपने फोन मे मसैज को देख रहा था

मेसेज

आप के अकाउंन्ट मे एक करोड़ रुपये जमा कर दिये गये है
उस समय राजू सांत था लेकिन अब नही उसे पता था ये पैसे वो पूरी लाइफ कमाता तो भी इतना पैसा नही देख पाता

राजू - कुछ देर तक तो मे एक गरीब कर्ज मे डूबा हुआ आदमी था लेकिन अब मे करोड़ पति बन गया विश्वास नही हो रहा है

आज के लिये इतना ही 🙏🙏🙏🙏
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत मनमोहक अपडेट हैं भाई मजा आ गया
 
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chapter 5

राजू मा को सोचता देख जल्दी से मा को गले लगा कर
राजू - अरे मा मुझे पता है आप ने मुझे बहोत प्यार दिया है मेरे लिये कुछ भी कर सकती है कोई बात नही मुझे इनाम नही चाहिये आप नही डॉगी तो भी चलेगा मे आप को बता देता हु मैने सारे कर्ज चुका दिये है

ये सुनते ही रीमा हैरान होकर खरी होते हुवे

रीमा - किया तु सच केह रहा है बेटा लेकिन तुमने सारे कर्ज कैसे चुकाये कर्ज तो बहोत ज्यादा था ना

राजू एक काहानी बनाते हुवे

राजू - मे बताता हु सुरु से ही मे अपने खर्च को कम कर दिया था ताकि पैसे बचा सकु फिर साथ मे छोटे मोटे जो काम होते थे वो भी मे कर लेता था ऐसे ही मैने पैसे जमा कर के कर्ज चुका दिया मैने आप को ये नही बताया कियुंकी मे आप को सप्राइज् देना चाहता था

रीमा ये सुन बहोत खुश थी उसे पता था कर्ज जब तक नही चुकेगा तब तक वो चैन से नही जी सकते रीमा कर्ज को लेकर बहोत परेसान रहती थी कियुंकी लोग बार बार पैसे मांगने आते थे परेसान करते थे

रीमा - खुशी से राजू को गले लगा के मेरा बेटा सच मे तुमने बहोत मेहनत की है कर्ज चुकाने मे मे तो कुछ कर भी नही पाई तेरे लिये

राजू - मा के फेस को पकर कर अरे मा मे हु ना आप का बेटा मे आप का ख्याल रखुंगा आप को हर खुशी दूंगा उसके लिये मुझे जो मेहनत करनी परे

राजू फिर मन मे जल्दी से अगला प्लान सुरु करते है

राजू - अच्छा मा मुझे दोस्त ने बुलाया है कोई काम है उसको मुझसे मे जा रहा हु खाने के समय आ जाउंगा

राजू तेजी से बिना रीमा के देखे सुने बाहर निकल आता है बाहर आ कर

राजू - चलो मेरा काम हो गया है अब मुझे देखना है आप मुझे अपना इनाम देती हो या नही अगर मैने सोचा है वैसा नही होता है तो दूसरा प्लान भी है मेरे पास

राजू रूमा के घर निकल परता है ठोरी देर बाद राजू रूमा के घर पहोच जाता है राजू अंदर जाता है तो कोई दिखाई नही देता फिर राजू घर के पीछे जाता है तो राजू को सीमा दिखाई दे जाती है जो कचरे को एक जगह कर रही थी जलाने के लिये

राजू पीछे से जा कर सीमा को बाहो मे पकर लेता है सीमा डर जाती है किसने उसे पीछे से पकरा है

राजू - कियु सासु मा डर गई ना आप
राजू की आवाज सुन कर सीमा
सीमा अच्छा तो तुम हो मे तो डर गई थी किसने मुझे पकर लिया

राजू सीमा से पूरा चिपका था सीमा की सरीर की गरमी राजू को पागल कर रही थी

राजू - सीमा के कान मे धीरे से मेरे अलावा किस की हिम्मत है जो आप को पकरे
सीमा दिपु के बाहो से समाई खरी थी सीमा की गांड राजू के लंड से सता था और राजू उसके मजे ले रहा था

सीमा - हस्ते हुवे सही कहा तुमने तेरे सिवा कोई मुझे ऐसे पकरे की हिम्मत नही कर सकता है

राजू और सीमा को बाहो मे कस के धीरे से सीमा के कान मे

राजू - सच केह रही है आप वैसे आप को बुरा तो नही लगता जब मे आप को ऐसे बाहो मे पकरता हु तो
सीमा - अरे मुझे कियु बुरा लगेगा तु तो मेरा अपना है
राजू - सीमा के पेट को सेहलाते हुवे आप को बाहो मे ऐसे पकर कर बहोत अच्छा लगता है मुझे सासु मा
1

सीमा - मुझे बाहो मे लेकर किया मिलेगा रूमा को पकरो
राजू - कियु रूमा को पकरु मुझे तो आप को पकरना अच्छा लगता है
सीमा - वो कियु भला
राजू - धीरे से आप हॉट हो ना इस लिये
सीमा - किया सच मे हॉट हु
राजू सीमा की जांघों को सेहलाते हुवे
राजू - सीमा के कान मे मै बता नही सकता आप कहा कहा से मुझे हॉट हो
राजू फिर धीरे से सीमा की उभरी चुत के पास हाथ ले जाकर सेहलानें लगता है सीमा को अजीब फिल होता है सासे अब भारी होने लगती है
सीमा जोर जोर से सासे लेते हुवे
सीमा - मै तुम्हे कहा कहा से हॉट लगती हु
दिपु को रहा अब नही जाता है और सीधा सीमा की फूली चुत के ऊपर हाथ रख कर सेहलानें लगता है
सीमा की बुरी हालत हो जाती है वो कापने लगती है समझ नही आ रहा था वो किया करे
राजू - धीरे से किया आप सच मे जानना चाहती है मुझे आप कहा कहा से हॉट लगती है
सीमा - कापते होठ से हा

तभी दोनों को किसी की आवाज सुनाई देती है तो दोनों जल्दी से अलग हो जाते है
ये रूमा थी जो कुछ सामान लेने दुकान गई थी

राजू - सीमा को देख चले सासु मा रूमा आ गई है
सीमा - राजू को देखती नही है और बिना कुछ बोले अंदर चली जाती है
ये देख राजू मन मे मैने लगता जल्दी बाज़ी कर दी शीत
राजू भी अंदर आ जाता है
रूमा राजू मा को देख कर आप दोनों पीछे किया कर रहे थे

राजू - जल्दी से अरे कुछ नही बस इधर उधर की बाते तुम नही थी ना
रूमा - हा मे कुछ सामान लेने गई थी

सीमा - रूमा बेटा चलो जल्दी खाना बना लेते है राजू को फिर घर भी तो जाना है उसकी मा अकेली होगी

रूमा - ठीक है मा चलो
सीमा रूमा दोनों मिलकर खाना बनाने मे लग जाते है

रूमा - राजू को देख कर आप बैठ जाइये जल्दी ही खाना बन जायेगा
राजू - अरे आराम से बनाओ कोई जल्दी नही

दिपु पीछे एक कुर्सी पर बैठ कर सोचने लगता है सासु मा को मेरी हरकत अच्छी नही लगी मुझे अपनी गलती की माफ़ी मैग्नि होगी

आधे घंटे बाद खाना तेयार हो जाता है रोटी आलू की सब्जी गरीब थे तो किया ही बना सकते थे मुश्किल से सीमा रूमा अपनी लाइफ जी रहे थे

रूमा राजू के पास जाकर
रूमा - सुनिये खाना तैयार हो चुका है
राजू रूमा को बाहो मे भर लेता है तो रूमा सरमाते हुवे
रूमा - मा देख लेगी छोरीये ना
राजू - हस्ते हुवे एक किस दो तो छोर दूंगा
रूमा - सच मे आप बहोत बुरे है एक भी मौका नही छोरते है
राजू -जब इंटनी हॉट वाइफ है तो दिल नही मानता है किया करू
रूमा - सरमाते हुवे किस राजू के होठो दे देती है अब खुश चलिये खाना भी खाना है
राजू - हस्ते हुवे चलो तो फिर

राजू बैठ जाता है रूमा खुद राजू को खाना लगाती है फिर सीमा का भी खाना लगा देती है
राजू - अरे रूमा आओ मेरे साथ बैठ कर खाओ
रूमा - मा की तरफ देखती है फिर राजू को देख कर मे कैसे
लेकिन राजू रूमा को पकर कर बैठा बेटा है अपने पास
रूमा को सर्म आ रही थी लेकिन कुछ कर भी नही सकती थी

सीमा - खाना खाते हुवे दोनों को देखे जा रही थी.
राजू एक निवाला उठा कर रूमा से मुह खोलो
ये देख रूमा शर्मा जाती है मा की तरफ देखती है तो सीमा दूसरी तरफ देख खाने मे लगी थी
राजू - अरे मुह खोलो ना
रूमा - जी रूमा उस निवाले को खा लेती है रूमा को सर्म के साथ अच्छा भी लग रहा था की राजू उससे कितना प्यार करता है और ख्याल रखता है

रूमा भी अपने हाथो से राजू को को खिलाती है

राजू - अरे वाह रूमा खाना तो बहोत अच्छा बना है
रूमा - सच्ची आप को अच्छा लगा
राजू - हा सच चलो अच्छा है जल्दी ही रोज तुम्हारे हाथो का खाना खाने को मिलेगा जब हमारी सादी होगी
रूमा - शर्मा कर बस भी कीजिये

ऐसे ही सभी का खाना पीना हो जाता है

राजू - ठीक है तो रूमा अब मुझे जाना होगा मा अकेली है घर पे
रूमा -ठीक है आप जाइये
राजू - सीमा के पास आ के सासु मा मे जा रहा हु
सीमा - राजू को बिना देखे ठीक है जाओ

राजू सीमा का ऐसा करना समझ मे आ जाता है
राजू सभी को बाय कर के घर आ जाता है

रीमा खाना बना चुकी थी बस राजू का इंतज़ार कर रही थी राजू जब अंदर जाता है तो रीमा राजू को देख कर
रीमा - आ गया बेटा चल बैठ जा खाना लगा देती हु
राजू - ठीक है मा ज्यादा मत निकलना
रीमा - कियु
राजू - दोस्त के यहा गया था तो ऑन्टी के जबरदस्ती खिला दिया तो मे खा कर आया हु इसलिये
रीमा - अच्छा ठीक है फिर रीमा खाना लेकर राजू के पास बैठ जाती है
राजू रीमा को खिलाता है रीमा राजू को फिर दोनों का खाना हो जाता है राजू हाथ धो कर

ठीक है मा मे सोने जा रहा हु तभी चलो मेरा किस्सी दे दो
रीमा राजू के पास खरी हो जाती है ठीक है ले ले
राजू रीमा के होठ से होठ सता कर हटा लेता है फिर
राजू - हस्ते हुवे चलो मुझे मेरा किस मिल गया अब अच्छी नींद आयेगी रोज की तरह ठीक है मा मे जा रहा हु राजू कमरे की तरफ जाने लगता है तभी

रीमा - रुक बेटा रीमा राजू के पास खरी हो कर अरे तुम ने कहा था ना की खुशखबरी के बदले तुझे इनाम मे एक मिनट तक मुझे किस करना चाहता है तो कर ले जैसे तेरा दिल करे मे नही मना करुगी
.
राजू - मन मे इसी का तो इंतज़ार था मुझे
नाटक करते हुवे
राजू - अरे नही मा आप को जो अच्छा नही लगेगा मे वो आप के साथ नही कर सकता रेहने देते है आप खुश हो तो मुझे कुछ नही चाहिये
रीमा - मुझे कोई दिकत नही है मैने बोला ना तुम किस कर सकते हो जैसे चाहो वैसे
राजू - सच्ची ना बाद मे ये मत केहना की आप को अच्छा नही लगा
रीमा - नही कहूगी
राजू ये सुन मन ही मन मे खुश हो गया था

राजू - ठीक है मा आप केह रही है तो
राजू रीमा के कमर को पकर कर और अपने सीने मे सता लेता है और रीमा राजू से पूरा चिपक जाती है राजू को अपनी मा के बरे चुसे अपने सीने पे साफ मेहसूस हो रहा था और राजू के लंड को रीमा का चुत
राजू मा की मदन की गर्मी से उसकी हालत खराब हो रही थी

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राजू - मा की आखो मे देखते हुवे सुरु करे मा
रीमा को शरीर के अंदर एक अगल ही हलचल हो रही थी
रीमा -आखो मे देखता हुवे हा
राजू - अपना जिब बाहर निकालो
रीमा ये सुन सोच मे पर जाती है ये कैसा किस है फिर याद आता है उसने तो खुद कहा है तो अपना जिब बाहर निकाल देती है
राजू ये देख उसका लंड पूरा खरा हो जाता है लेकिन दिपु अपने लंड को मा के शरीर से टच नही होने देता है

वजह बहोत बरी थी

राजू रीमा को ये एहसास दिला कर की की ये सब मा बेटे के बीच का प्यार है इसी वजह से राजू अब तक जो भी करता आ रहा है रीमा को ये सब मा बेटे का प्यार ही लग रहा था

राजू अपनी मा की अंदर मे जो चाहत दबी थी उसे धीरे धीरे बाहर निकलना चाहता था ताकि धीरे धीरे रीमा को सब अच्छा लगने लगे और भी वो खुद पीछे ना हट पाये
लेकिन अगर उससे पहले थोरा भी रीमा को लगा की राजू उसके साथ गलत करना चाहता है तो वही पर सब खतम हो जायेगा
इसी लिए राजू दुबारा जाकर खुद रीमा को नही कहा की की मुझे मेरा इनाम चाहिये ताकि खुद रीमा कहे उसे किस करने के लिये ऐसे मे अगर उसे कुछ गलत लगेगा भी तो वो चाह कर पीछे नही हट पायेगी और ना ही राजू को गलत केह आयेगी कियुंकी वो खुद आगे आई थी और ऐसा हुआ भी रीमा को अजीब लगा गलत लगने लगा लेकिन खुद उसने कहा था तो पीछे हट नही पाई राजू को रोक नही पाई

हा तो ये था राजू का गेम रीमा के और करीब जाने का

रीमा अपना जीब बाहर निकाल चुकी थी दिपु रीमा को देखता है रीमा ने आखो बंद किये हुई थी
राजू आखो खोलो मा नही तो रेहने दो
रीमा अपनी आखो खोल देती है और राजू को देखती है
राजू - हा ये सही है फिर राजू रीमा की जिब को अपने मुह मे लेके के सुस्ता है जैसे की रीमा की लार राजू सुस्ता है उसे एक अलग ही मजा आ रहा था

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रीमा को भी ऐसी ही हालत थी उसे समझ नही आ रहा था उसे किया हो रहा है राजू रीमा की जिब को सुस्ते जा रहा था राजू अच्छे से रीमा की पुरे लार को चूस कर पी जाता
और रीमा बेचारी खरी थी उसे अजीब सा मेहसूस हो रहा था
राजू रीमा की जिब को छोर कर
राजू मा की आखो मे देखते हुवे मैने जैसा किया है अब आप मेरे जिब को चुसो
रीमा अपने आप को रोक नही पा रही थी
रीमा - ठीक है
राजू जिब निकाल देता है और रीमा राजू के जिब को अपने मुह मे भर के सुसने लगती है राजू की जिब का लार जैसे ही रीमा पीती है उसे
एक नया एहसास होने लगता है रीमा जोर जोर से राजू की जिब की

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लार को पूरा चूस पी जाती है रीमा के होठ पे राजू का लार लगा हुआ था
राजू - आप सच मे अच्छा किया मा अब हम दोनों एक दूसरे के मुह मे जिब डालकर चुसेगे
राजू रीमा को किसी करने लगता है रीमा भी वैसा ही करती है अब दोनों एक दूसरे जो किस किये या रहे थे लार को पिये जा रहे थे

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3 मिनट हो जाते है अब दोनों की सासे फूलने लगती है फिर दोनों एक दूसरे को छोर देते है
राजू रीमा को देखता है तो रीमा के होठों पे लार लगा था
रीमा भी देखती है की राजू के होठो पे उसका लार लगा था
तभी राजू रीमा को देखते हुवे अपना जिब गुमा कर उस लार को चाट
लेता है ये देख रीमा के अंदर कुछ होने लगता है

राजू - मन मे अपना काम तो हो गया अब मा को थोरा प्यार देखाया जाये
राजू - रीमा को बहो मे भर के मेरी प्यारी मा सच मे आप के प्यार और आप के बिना मेरा किया होता पापा के जा जाने के बाद आप ही के सहारे तो मे जी रहा हु

रीमा- ये सुन थोरा भाबुक होते हुवे नही मेरे लाल तु नही होता तो मेरा किया होता तूने कर्ज चुकाया तु मेरा ख्याल रखता है तेरे सहारे तो मे जी रही हु
राजू रीमा को छोर रीमा के माथे पे किस कर के
राजू - मा अब आप चिंता मत करो कर्ज चुका दिया है अब मे आप को बाहर घुमाने ले जाउंगा फिर मूवी भी देखने आयेगे

रीमा - हस्ते हुआ अच्छा ऐसी बात है किया तो मेरा बेटा मुझे घुमाने ले जायेगा
राजू - हा मा आप ने अब तक सिर्फ घर को संभालते आई हो आपने अपनी खुशी दबा कर सभी का ख्याल रहा अब मेरी बरी है तो बोलो चलोगि ना मा
रीमा - राजू को गले लगा कर रीमा के आखो मे आसु आ गए थे राजू का ये प्यार देख कर की राजू उसका कितना ख्याल रख रहा है ठीक है जैसा मेरा बेटा कहेगा मे करुगी

अब जा सो जा राजू ठीक है मा फिर राजू अपने कमरे मे आकर लेट जाता है

अभी जो किया मा के साथ उसके बारे मे सोचने लगता है और आगे कैसे करना है उसके बारे मे भी तभी राजू को कुछ याद आता है

राजू - अरे मे दीदी को तो भूल ही गया दीदी के साथ कुछ तो हुआ है मुझे वहा भी जाकर चेक करना पड़ेगा लेकिन अभी मे जा नही सकता जब तक मा को अपने नीचे नही ले आता और मुझे ये सब अब जल्दी ही करना पड़ेगा

राजू सोचे जा रहा था कैसे किया करे तभी राजू का फोन बजता है राजू देखता है रूमा का था राजू फोन उठा कर

राजू - हा मेरी जान बोलो किया बात है
रूमा - आप ने फोन नही किया तो मैने खुद फोन कर दिया
राजू - अरे माफ करना मा से बात कर रहा था अच्छा बताओ किया कर रही हो अभी
रूमा - किया करुगी लेटी हु बिस्तर पर
राजू - मजे लेते हुवे अच्छा मेरे बगैर
रूमा- शर्मा कर जब हमारी सादी होगी तो उसके बाद आप के साथ ही तो सोना है
राजू - अच्छा साथ मे सोने के बाद किया करेगे
रूमा - शर्मा कर मुझे नही पता ऐसी बाते मत करो ना कुछ कुछ होने लगता है
राजू - कहा पर होता है कुछ कुछ मुझे भी बताओ
रूमा - आप ना बरे बेसरम है मे नही बटाउगी
राजू - दुखी आवाज ठीक है नही बताना तो मत बताओ
रूमा - आप नाराज कियु हो गये मुझे ये अच्छा नही लगता है आप का नाराज होना मे बताती हु सरमाते हुवे वो वो नीचे कुछ कुछ होता है अब इससे ज्यादा मे नही बटाउगी
राजू - हस्ते हुवे अच्छा बाबा ठीक है मत बताना
राजू को हसने की आवाज सुन कर
रूमा - मुह फुला के अच्छा तो ये बात है आप नाटक कर रहे थे जान भुज कर
राजू - हस्ते हुवे हा मुझे पता था तुम सर्मिलि हो तो ऐसे नही बताओगी तो मैने नाटक किया और तुम ने बता दिया
रूमा - सच मे आप बहोत बुरे है
राजू - सोरी बाबा माफ कर दो
रूमा - माफ़ी मांगने की कोई जरूरत नही है वैसे भी मे आप को बाद मे बता ही देती
राजू - किया बात है वैसे मम्मी जी सो गई है किया
रूमा - मुझे नही पता कियु
राजू - मुझे उनसे जरूरी बात करनी थी
रूमा - देखती हु जागी है या सो गई है
फिर रूमा सीमा के कमरे मे जाती है तो सीमा जागी हुई थी
रूमा - जी मा जागी हुई है बात कर लीजिये
सीमा - किया है बेटी किसका फोन है
रूमा - उन्होंने फोन किया है आप से बाते करना चाहते है
सीमा किया करती मना भी तो रूमा के सामने नही कर सकती थी
सीमा फोन ले लेती है तो रूमा अपने कमरे मे लेट जाती है
सीमा - बोलो बेटा किया केहना है
राजू - मुझे माफ कर दीजिये आज मैने आप के साथ जो किया उस लिये आपके साथ मस्ती मजाक करते हुवे आपको जब बाहो मे लेता था तो मुझे बहोत अच्छा लगता था और इसी मे मुझ से गलती हो गई और मे मैने अपनी लाइन करोस् कर दी मे ये गलती फिर नही करुगा बस यही केहना चाहता था पता है मेरी गलती माफ़ी नायक नही है फिर भी हो सके तो माफ कर देना

सीमा - ठीक है माफ किया
राजू - सच केह रही है आप
सीमा - हा सच ठीक है रूमा से बात कर लो
फिर सीमा रूमा को बुला कर फोन दे देती है

रूमा - आकर फोन लेकर राजू से हो गई बात
राजू - हा मेरी जान हो गई बात ठीक है अब एक किस्सी दो फिर सो जाते है
रूमा - सरमाते हुवे अच्छा ये लीजिये उमा उमा हो गया
राजू - हो गया ठीक है अब सो जाओ कल मे आयुगा ठीक है
रूमा - ठीक है फिर रूमा राजू के बारे मे सोचते हुवे सो जाती है

दिपु - चलो अच्छा है कम से कम सासु मा ने माफ कर दिया

दिपु के दिमाग मे एक बात पहेले से थी उसे याद आते ही बाबा को फोन करता है बाबा फोन उठा कर
बाबा - कैसे याद किया बेटा मुझे बोलो
राजू - कैसे हो बाबा आप
बाबा - अच्छा हु बेटा तेरी दी गई जिदगी जी रहा हु
राजू - ऐसी बाते मत करो बाबा ये सब उन गरीबो की दुवा है आप पर
बाबा - अच्छा बोलो कैसे फोन किया
राजू - बाबा बात ये है मुझे एक बंगलो 10 कमरे वाला लेकिन वो बंगलो आम या लीची के बगीचे मे बीच मे होना चाहिये और ज्यादा मेहगा भी नही चाहिये
बाबा - समझ गया लेकिन तुझे आम लीची के बगीचे मे ही कियु बंगलो चाहिये
राजू - बाबा मे अब एक सांति सी जगह मे रेहना चाहता है आस पास परोसी रेहते है तो परेसान कर देते है और मेरा ये सपना भी था की मेरा घर आम के बगीचे के बीचो बीच मेरा घर हो और सभी के साथ वहा बिना किसी सोर सराबे और बिना किसी परोसी किसी के बिना रोक ठोक के सांति से रहु

बाबा - हस्ते हुवे समझ गया मे भी मानता हु ऐसी गजह पर रहने का मजा ही अलग होता है पूरी सांति रेहती है सुकून मिलता है चलो हो जायेगा तेरा काम और कुछ
राजू - हा बाबा एक कार चाहिये सस्ता सा आने जाने के लिये
बाबा - समझ गया ठीक है मे अपने लोगो से केह देता है सब हो जायेगा तब सुबह मेरा एक आदमी तेरे पास आयेगा फिर जाकर सब देख लेना ठीक है

राजू - बाबा बहोत अच्छे हो आप की वजह से मे ये नई लाइफ जीने जा रहा हु नही तो अभी भी मे कर्ज मे डूबा होता और मेरा ये सपना तो इस लाइफ मे कभी पूरा नही होता
बाबा - ऐसी बाते मत कर अब मे ही ना तेरा बाबा बस अपनी लाइफ अच्छे से जी और कभी भी कोई जरूरत हो या या मदद चाहिये मुझे फोन करना मे देख लूंगा ठीक है
राजू - ठीक है बाबा मे रखता हु सच मे बाबा कितने अच्छे है

फोन कटते ही बाबा एक आदमी को फोन करता है वो आदमीजैसे ही देखता है बाबा ने फोन किया है तो जल्दी से उठा कर

हा बाबा बोलिये मे आप के लिये किया कर सकता हु बस आप एक बार आदेश दीजिये

बाबा - आकाश मेरे पोते को एक बंगलो जो आम के बगीचे के बीच मे हो और एक कार चाहिये बता करो आम के बगीचों के बीच कहा बंगलो है और एक कार भी ले लो पैसे मत देखना बंगलो अच्छा होना चाहिये साथ मे कार भी मेरे पोते को पसंद आनी चाहिये समझ गये

आकाश - जी बाबा समझ गया ये तो बस छोटा सा काम है मेरी नज़र मे पेहले ही ऐसे कई बंगलो है
बाबा - एसी लिये तो तेरे पास फोन किया मैने
आकाश - समझ गया बाबा आप चिंता मत करो वैसे बाबा आप का तो कोई नही है तो ये वही लरका है जिसने आप की जान बचाई थी
बाबा - सही कहा अब वो लरका नही मेरा पोता है समझे
आकाश - माफ करना बाबा समझ गया
बाबा - ठीक है फिर सबसे अच्छे बंगलो को दिखाना कल सुबह उसे लेने चले जाना फिर उसे दिखा देना जब उसे पसंद आ जाये तो
आकाश - बाबा मे समझ गया आप मुझ पर छोर दीजिये सब
बाबा - ठीक है अब मे रखता हु

फोन कट हो जाता है उसके बाद

आकाश - सच मे बाबा से बाते करने मे ही लोगो की फट जाती है मेरी भी हालत खराब हो गई अब मुझे ये काम अच्छे से करना होगा बाबा के पोते को सबसे अच्छा बंगलो को दिखाऊगा उसे जरूर पसंद आयेगा अगर ये काम हो गया तो बाबा मुझसे खुश हो जायेंगे और मेरा भी कुछ भला हो जायेगा

तो वही दिपु सो चुका था


सुबह हो जाती है सीमा उठ रोज का जो काम होता है करने लगती है

आज के लिए इतना ही 🙏🙏🙏🙏
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chapter 3

राजू हैरान था ही उसे याद आता है अरे मे तो लकरी लेना तो भूल ही गया राजू जल्दी से जंगल मे जाकर लरकी इक्था कर के बाँध देता है फिर घर की तरफ चल देता है राजू चलते हुवे मन मे


राजू - अब मेरे आप पैसा है तो मे मेरी मा आराम की जिंदगी जी सकते है लेकिन अभी मे मा को इस पैसे के बारे मे नही बता सकता

राजू घर आ जाता है

रीमा - आ गया बेटा
राजू - आ गया मा और राजू एक जगह पर लरकी रख देता है

राजू - मा मे अब आज कोई काम नही है तो दोस्तो के पास जा रहा हु मिल के आ जाउंगा

रीमा - अच्छा ठीक है जा और जल्दी आ जाना

राजू अपनी साइकल लेकर दोस्त के मिलने चला जाता है

राजू का दोस्त पास के गांव मे रेहता है जब राजू पढ़ने जाता था तक उसके दोस्ती हुई थी

राजू के दोस्त का नाम बिपिन 18 साल
मा - सरिता - 41 साल
पिता - दिलीप - 44 साल

राजू साइकल चलाते हुवे बिपिन को फोन करता है बिपिन फोन उठाता है
राजू - अबे साले कहा है तो मे आ गया हु तुमहारे घर के पास
बिपिन - भाई मे होस्पिटल मे हु
राजू - परेसान हुवे हुवे किया कहा तूने किया हो गया है तुझे तु ठीक तो है ना
बिपिन - भाई मे ठीक हु बात ये है मा की तबियत खराब है
राजू - किया हुआ है आन्टी को ठीक तो है ना
बिपिन - अरे मा ठीक है दरसल कुछ दिनों से बुखार उतर नही रहा था तो पापा मैने मा का चेकप् करवाने के लिये ले कर आये थे नोरमल भूखार है ठीक हो जायेगी

राजू - चलो ये अच्छी बात है वैसे xxx होस्पिटल मे है ना अभी
बिपिन - हा सही कहा
राजू - ठीक है मे वही आ रहा हु केह कर राजू फोन कट कर देता है और तेजी से उस होस्पिटल पहुँच जाता है
राजू अंदर जातक है तो एक कमरे मे बिपिन और उसके पापा सभी बैठे थे ऑन्टी के पास

राजू को सभी देख कर

दिलीप - अरे राजू बेटा तुम यहा
राजू - अंकल मे तो बिपिन से मिलने घर जा रहा था लेकिन जब बिपिन को फोन किया तो पता लगा आप सभी ऑन्टी को लेकर होस्पिटल आये है तो मे भी यहा आ गया ऑन्टी अब आप कैसी है

सरिता - अरे बेटा मे ठीक हु बस कुछ दिनों से भुखार नही उतर रहा था लेकिन अब सब ठीक है

राजू - चलो अच्छा है कोई और प्रोब्लम नही है वैसे कब ऑन्टी को डिस्चार्ज मिलेगा
बिपिन - साम तक मा को यही रेहना पड़ेगा डॉक्टर ने कहा है साम तक मा का बुखार नही बढ़ता है तो मा को हम घर ले जा सकते है

राजू - अच्छा तो मुझे अब घर जाना होगा मा घर पर अकेली है

दिलीप - हा बेटा जा तू जब हम घर आ जायेंगे तो आना
राजू - ठीक अंकल ठीक है बिपिन मे जा रहा हु जैसा हो फोन कर के बताना
बिपिन - ठीक है भाई चिंता मत कर और आराम से जाना

राजू फिर कमरे से बहार आ जाता है आस पास देखते हुवे चल रहा था कई सारे मरीज थे होस्पिटल मे जिनका इलाज चल रहा था तभी राजू अचानक रुक जाता है एक कमरे के बेड पे एक लेडी लेती थी और उसके पास एक लरकी जो बहोत ही खूबसूरत थी लेकिन कपड़े देख कर साफ पता चल रहा था उसकी हालत राजू के घर से भी बेकार होगी लरकी जोर जोर से रो रही है और लेडी उसे चुप करवा रही थी राजू ये देख कर अपने आप को रोक नही पाता है और अंदर जा कर दोनों के सामने खरा हो जाता है लरकी राजू को देखती है तो चुप हो जाती है

राजू - तुम रो कियु रही हो किया हुआ है ऑन्टी को
लरकी - राजू को देखती है और फिर अपने मा की तरफ
ऑन्टी - बेटा मे बताती हु दरसल मुझे पथरी हो गया है और अप्रेसन के लिये 2 लाख चाहिये जो हमारे पास नही है इसी लिये ये पगली रो रही

राजू - लेकिन अंकल कहा है किया वो कुछ नही कर रहे है

ऑन्टी - दुखी हो कर वो हम दोनों को छोर कर किसी दूसरी औरत के साथ चला गया घर मे सिर्फ मे और मेरी बेटी है मे घर मे काम कर के इसका ख्याल रखती थी पढ़ाती थी लेकिन अब ये सब हो गया मेरे अलावा इसका कोई नही है कैसे जियेगी मेरे बगैर और आस पास के लोग हमे बुरी नज़र के हमेसा देखते रेहते है ये केह के जोर जोर से रोने लगती है

सारी कहानी सुनने के बाद राजू का दिल भर आया और उन लोगो पर गुस्सा भी आया किसने सच कहा है घर मे कोई मर्द ना हो तो लोग उस के की ओरोतो को लोग बुरी नज़र से देखते है

राजू लरकी से आप का नाम किया है

लरकी थोरा घबराते हुवे जी मेरा नाम रूमा है
राजू - बहोत अच्छा नाम है आप का

तभी एक डॉक्टर अंदर आते ही देखो अप्रेसन करवाना है तो आज पैसा जमा करो नही तो सीट खाली करो और भी मरीज है यहा
रानी ये सुन रोने लगती है

राजू - रूमा चुप हो जाओ तुम अच्छा डॉक्टर साहेब कितना पूरा खर्च आयेगा ये आप बता दो मे पैसे जमा कर देता हु

डॉक्टर - तुम कौन हो इनके
राजू - रिस्तेदार हो इनका
डॉक्टर - अच्छा ठीक है देखो पूरे अप्रेसन से दवा लेकर सब कुछ मिला के 3 लाख हो जाते है किया तुम जमा करने वाले हो पैसे तो बोलो हम अप्रेसन की तैयारी सुरु कर देते है
राजू - आप तैयारी करे मे अभी पैसे जमा कर देता हु
डॉक्टर - ठीक है फिर डॉक्टर चला जाता है

लेकिन रूमा और ऑन्टी हैरान राजू को देखे जा रहे है

रूमा - 18 साल सुंदर सुसील लरकी
मा - सीमा - 40
सीमा - बेटा कौन हो तुम और हमारी कियु मदद कर रहे हो
राजू - मेरा नाम राजू है मे अपनी मा के साथ पास के गाव मे रेहता हु और रही आप की मदद करने की तो मे नही चाहता की रानी अपनी मा के बिना जिये जाना तो एक दिन सब को है लेकिन अभी तो आप को और रानी के साथ रेहना है कियु रानी सही कहा ना

रानी - राजू की तरफ देखते हुवे मुस्कुराते हुवे जी आप ने सही कहा और आप का बहोत सुक्रिया मे आप का ये एहसान नही भूलूंगी

राजू - ऐसा है तो अब से रोना बंद करो और चलो पैसे जमा करवा देते है
रूमा - मा को देखती है तो सीमा जाओ बेटी

रानी राजू के साथ जाती है फिर राजू जो बिल था भर देता है

राजू - चलो अब तुम्हारी मा का अप्रेसन हो जायेगा
रूमा - पता नही कैसे मे कहु पर आप नही आते तो मेरा और मेरी मा का किया होता

राजू - कुछ नही होगा ठीक है चिंता मत करो


1 घंटे बाद
सीमा - का अच्छे से अप्रेसन हो जाता है
राजू और रानी सीमा से मिलने फिर अंदर जाते है सीमा लेती थी
राजू सीमा के पास बैठ जाता है रानी भी पास मे बैठ जाती है
राजू - ऑन्टी अब आप कुछ दिनों मे पूरी ठीक हो जायेगी आप चिंता मत करो
सीमा - बेटा मुझे मेरी चिंता नही थी मुझे तो रानी की ज्यादा चिंता थी लेकिन अब सब सही है तुम के मेरे लिये जो किया उसका सुक्रिया

राजू - किसने कहा मैने आप की मदद फिरी मे की है
ये सुन रूमा और सीमा पूरे हैरान राजू को देखते है
राजू - हस्ते हुवे अरे जब आप पूरी तरह से ठीक हो जायेगी तो मे आप के और रूमा के हाथो का खाना खाने आपके घर आऊंगा तो बोलो आप खिलाओगी ना

सीमा - अच्छा ऐसा है मे तो डर ही गई थी बदमास
राजू जोर जोर से हसने लगता है
राजू - हस्ते हुवे वैसे आप ने तो हा केह दिया पर रानी जी आप नही खिलाएगी अपने हाथो से बना खाना
रूमा ये सुन शर्मा जाती है सीमा ये देख हस्ते हुवे अरे शर्मा कियु रही है बोल दे ना खिलाएगी की नही

राजू - मजे लेते हुवे अरे रेहने दीजिये ऑन्टी अगर रानी को नही खिलाना है तो कोई बात नही
रूमा जल्दी से नही नही
रानी - सरमाते हुवे मे मे खिलाऊँगी अपने हाथो से बना खाना

राजू - चलो ये हुई ना बात अच्छा ऑन्टी अब मे जाता हु घर मा अकेली है घर पे

सीमा - बेटा किया सिर्फ तुम और मा ही हो और कोई नही है घर मे
दिपु - हा अभी तो मे और मेरी मा है पिता चल बसे और एक बेहन है जिसकी सादी हो गई है अब ससुराल मे रेहती है

सीमा - अच्छा ऐसा है ठीक है बेटा जाओ तो फिर तुमने हमारे लिये बहोत कुछ कर दिया है

राजू - ठीक है ऑन्टी मे अब चलता हु दिपु जाने लगता है बाहर तो रानी भी पीछे पीछे बाहर आ जाती है

राजू रूमा को देख कर अरे किया हुआ रानी कुछ केहना है किया

रूमा - सरमाते हुवे वो वो किया आप फिर कभी नही आयेगे
राजू - हस्ते हुवे अच्छा ये बात है अरे मैने कहा था ना मे ऑन्टी के हाथो का खाना खाने आऊंगा चिंता मत करो साम को भी आ जाऊंगा
ये सुन रूमा बहोत खुश हो जाती है तो राजू रानी को एक तक देखने लगता है रानी जब देखती है राजू उसे ही देखे जा रहा है तो वो शर्मा जाती है

रूमा - मे जा रही हु मा के पास आप ने कहा है तो साम को आना पड़ेगा ये केह कर जल्दी से चली जाती है

राजू - रूमा को जाता देखते हुवे सच मे किया खूबसूरत और दिल की अच्छी लरकी है इस हालत मे जब वो इतनी खूबसूरत दिखती है तो फिर जब नये अच्छे कपड़े पेहनी के जब तैयार होगी तो मे सोच नही सकता की रानी कितनी खूबसूरत दिखेगी

फिर राजू घर की तरफ निकल परता है
वही रूमा मा के पास जा कर बैठ जाती है
सीमा - तो आ गई राजू को छोर कर है
रूमा - सरमाते हुवे हा मा
सीमा - कही राजू तुम्हे पसंद तो नही आ गया
रूमा - घबराते हुवे नही मा वो मे वो मे

सीमा - समझ गई समझ गई मुझे कोई प्रॉब्लम नही है एक ऐसा लरका जो हमे जनता नही था उसने हमारी मदद की तो कौन नही उस जैसे लरके को पसंद करेगा लेकिन बेटा कही उसकी जिंदगी मे कोई और लरकी हुई तो या वो तुम्हे पसंद नही करेगा तो तुम किया करुगी इसी की चिंता हो रही है मुझे

रूमा - दुखी होते हुवे मा मुझे पता है हम बहोत गरीब है इस लिये सायद वो मुझे पसंद ना करे और दूसरी अगर उनकी लाइफ मे कोई है तो मे पीछे हट जाओगी

सीमा - रूमा को देख के जो रोने लग गई थी
सीमा - चुप हो जाओ मैने तो सोचा नही था की तुझे किसी से प्यार हो जायेगा वो भी एक नजर मे देखो बेटी अगर राजू किसी वजह से तुम्हे नही अपनाता है तो तुम कुछ गलत नही करोगी और राजू को भूल जाओगी ठीक है

रूमा - जैसा आप कहे मा..

राजू अपने गाव मे आने के बाद जिन लोगो का कर्ज बाकी था राजू सभी के पैसे दे देता है सभी भी हैरान थे की राजू ने एक साथ मे पैसे चुका दिये है राजू फिर घर आ जाता है

राजू अंदर जाते हुवे अरे यार कितनी गरमी है आज

राजू हाथ पैर धो कर मा को आवाज देता है लेकिन कोई जवाब नही आता है तो राजू मा के कमरे मे जाता है दरवाजा थोरा खुला था राजू जैसे ही अंदर देखता है तो उसकी मा नीचे सोई थी और रीमा की सारी और पेटीकोट परे उठ कर पेट पर आ गया था जिसके वजह से राजू को अपनी मा की बरे जांघे और उसके बीच मा की बारी और फूली चुत साफ देखाई दे जाती है..


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राजू ये देख पागल हो जाता है पेहली बार किसी की चुत देखी है वो भी अपनी मा की राजू जल्दी से अपने खरे लंड को निकाल कर मा की चुत को देखते हुवे मुठ मारने लगता है राजू का पानी जल्दी ही निकल जाता है पानी बहोत निकला था राजू का राजू फिर जल्दी से पानी को साफ कर के कमरे मे आ कर लेत जाता है

राजू - साला आज तो अजब हो गया जिस चुत से मे निकला हु जिस चुत को मारने के लिये तरप रहा हु उसे मैने अभी पूरा देख लिया किया चुत है मा की कसम से दिल कर रहा था चोद दु जाकर लेकिन ऐसा मे नही कर सकता लेकिन अब जब मैने मा की चुत को देख लिया है तो अब रहा नही जा रहा है

राजू सोचते हुवे सो जाता है साम हो जाती है


रीमा जब उठती है वो अपने हालत को देखती है फिर कपड़े सही कर के बाहर आती है राजू को देखती है तो वो सो रहा था रीमा फिर घर के काम मे लग जाती है थोरि देर बाद रीमा राजू को जगाती है

रीमा - राजू बेटा उठ जा साम हो गई है कब तक सोयेगा

मा की आवाज सुन कर राजू जाग जाता है राजू उठ कर मा को देखता है तो फिर वही सीन राजू को याद आने लगते है

रीमा - ऐसे किया देख रहा है मुझे

राजू - हस्ते हुवे अपनी खूबसूरत मा को
रीमा - हस्ते हुवे बस कर पता भी है कितना टाइम हो गया है

राजू जब बाहर देखता है तो हैरान हो जाता है रात होने वाली होती है
राजू - मन मे साला मुठ मारने के बाद कब सो गया पता भी नही चला अरे मे तो ये भी भूल गया रानी और ऑन्टी से मिलने भी जाना है

राजू - अरे मा अच्छा हुआ आप ने मुझे उठा दिया एक दोस्त से मिलने भी जाना है अभी
. रानी - कौन है वो दोस्त कोई लरकी है किया
राजू - मन मे मा को कैसे पता लग गया जब भी मे ये केह कर की मे दोस्त से मिलने जा रहा ही पहले तो कभी नही ऐसा कहा और आज कहा भी तो मा सही है अरे नही मा आप हो तो फिर मुझे कोई लरकी नही चाहिये

रीमा - मे मा हु तुम्हारी मा का प्यार और बीवी का प्यार अलग होता है

राजू - हस्ते हुवे अच्छा तो बताओ ना कैसे अलग होता है
रीमा - राजू को प्यार से मारते हुवे जब सादी होगी तो पता लग जायेगा
राजू - अच्छा अच्छा ठीक है अब मुझे जाना है चलो मुझे किस दो
रीमा - हस्ते हुवे अच्छा तो ये तु कभी नही भूलता है
राजू - हस्ते हुवे ये भी कोई भुलने की चीज है
रीमा - हस्ते हुवे बरा बिगर गया है तो चल ये ले रीमा जैसे ही राजू को गाल पे किस करने जाती है राजू जल्दी से अपने होठ को सामने कर देता है और रीमा राजू के होठो पर किस करने लगती है

रीमा को जब पता चलता है उसने राजू के होठो पे गलती से किस कर दिया है तो वो हैरान हो जाती है लेकिन ये राजू का प्लान था और अपने प्लान को आगे बढ़ाते हुवे उसे आगे किया करना ये पता था ताकि मा ज्यादा कुछ बोल या बुरा ना लगे

राजू - खुश और हस्ते हुवे मा को गले लगा कर नाटक करते हुवे अरे मेरी प्यारी मा आज तो आप ने कमाल कर दिया गाल पे कहा था लेकिन आपने तो होठो पे आज किस कर दिया सच मे आप मेरी प्यारी खूबसूरत अच्छी मा है जो मुझ से बहोत प्यार करती है

राजू ने ऐसा खेल खेला की रीमा उस मे फस जाती है और रीमा कुछ बोल नही पाती क्युकी राजू ने तारीफ कर दी और रीमा को एहसास करवा दिया की वो एक अच्छी मा है जो बेटे से बहोत प्यार करती है इस लिये होठो पर प्यार से किस किया


राजू फिर रीमा की और देखता है मा तुम सच मे कितनी अच्छी तो
रीमा भी खुश हो जाती है रीमा को ये होठो वाला किस गलत लगता ही नही है कियुकी राजू ने रीमा को मौका ही नही दिया कुछ सोचने का जो अभी हुआ वो गलत था

राजू सोने से पहले की उसने प्लान बना लिया था जब से उसने मा की नंगी चुत देखा राजू को जल्दी से मा की चुदाई करनी थी इसी लिये उसके रिस्क लिया जल्दी से एक कदम आगे जाने के लिये और राजू उस मे कामयाब भी हो गया

राजू - अच्छा मा मे जा रहा ही और हा अब रोज होठो पर इसारा करते हुवे यहा किस चाहिये फिर राजू जल्दी से हस्ते हुवे भाग जाता है

रीमा - हैरान राजू को जाते देखती है फिर हस्ते हुवे शैतान कही का


राजू - साइकल से होस्पिटल की तरफ निकल परता है राजू को थोरा देर हो चुका था अंधेरा धीरे धीरे होने लगा था
वही होस्पिटल मे

रूमा बाहर खड़ी थी राजू के इंतज़ार मे 30 मिनट से लेकिन जब राजू दिखाई नही देता तो रानी मा के पास जा कर बैठ जाती है रानी बहोत उदास थी रोने जैसा मुह हो गया था
सीमा ऐसी हालत मे अपनी बेटी को देख कर उसे अच्छा नही लग रहा था लेकिन वो भी कुछ नही कर सकती थी दिल का जो मामला था लेकिन फिर भी मा थी तो

सीमा - किया हुआ बेटी
रूमा - अपने आप को सही करते हुवे कुछ नही मा वो अभी तक नही आये है

सीमा - हस्ते हुवे कौन वो उसका नाम तो होगा ना

रूमा - सरमाते हुवे वो वो वो
सीमा - बस बस रुक जा समझ गई वो तुम्हारा वो नही आया है इस लिये दुखी हो

रूमा - धीरे से हा

सीमा - समझाते हुवे देखो बेटी वो फरिस्ते के जैसा आया हमारी मदद की चला गया अब हम ज्यादा लालची नही हो सकते तो अपने आप को संभालो भूल जाओ बेटा उसे

किसे भूल जाने की बात हो रही है
जैसे ही रानी राजू को देखती है यहा अभी रोने वाली सकल बनाये हुवे थी एकदम से उसके चेहरे पर खुशी आ जाती है

आ ये राजू था जिसके हाथो ने कुछ थैले थे राजू जब यहा पहुचा तो खाने पीने के कुछ समान और कुछ खरीदारी की थी

राजू - अरे आप दोनों मुझे ऐसे किया देख रहे हो किसने भूलने की बात हो रही थी

सीमा - वो किया है ना रूमा तुम तभी बीच मे

रूमा - मा चुप हो जाओ और राजू को देखते हुवे प्यार से कुछ नही आप बैठ जाइये ना

राजू बैठ जाता है

सीमा - समान को देखते हुवे अरे इस थैले मे किया है बेटा
राजू - अरे ऑन्टी मे खाना लाया ही आप सभी के लिये
सीमा - अरे बेटा इस की किया जरूरत थी
राजू - बहोत जरूरत है राजू खाना निकालने लगता है तो रूमा भी मदद करती है फिर सीमा को खाने के लिये बैठा देते है

राजू - चलो प्यारी ऑन्टी की तरह सब खाने को खतम कर दो
सीमा - मुह बनाते हुवे मे इतना नही खाउगी
राजू - आप खाती है या नही
सीमा - भोला चेहरा बनाते हुवे रानी देख रही हो तुम्हारी मा ये ये दांत रहा है और तुम कुछ नही बोल रही हो
रूमा - हस्ते हुवे मे किया बोलू सही ही तो केह रहे है चुप चाप खाना खा लीजिये
सीमा हैरान हो कर रानी को देखती है
रूमा - ऐसे मत देखिये खाना खाइये
सीमा - अच्छा बेटी ये बात है और मन मे पति मिला नही की पति के साइड चली गई

सीमा किया करती खाने लगती है

राजू - रूमा चलो बैठ कर हम भी खा लेते है
रूमा - जी
फिर राजू और रानी साथ मे बैठ कर खाना खाने लगते है
सीमा दोनों को साथ मे बैठ कर खाना खाते हुवे देख कर अपने मन मे

सीमा - है उपर वाले मेरी बेटी को उसका प्यार मिल जाये मे भी दिल से चाहती ही की राजू मेरा दामाद बने एक ही दिन मे उसने सब का दिल जीत लिया
तो वही रूमा को बहोत सर्म आ रही थी राजू के साथ बैठ कर खाने मे लेकिन अंदर से वो कही ज्यादा खुश भी थी अपने प्यार के साथ बैठ कर खाने मे एक अलग ही दिल को सकून मिल रहा था उसे

थोरि देर बाद खाना हो जाता है दिपु और रूमा मुह हाथ धो लेते है

राजू सीमा को देखता है तो उसने सारे खाने को खा लिया था
राजू - हस्ते हुवे किया बात है ऑन्टी पेहले तो आप ने कहा था पूरा नही खा पाउंगी अब देखिये सब खाना खतम कर दिया आप ने

सीमा - मुह बना कर अगर कोई किसी को जबरदस्ती खिलायेगा तो फिर कोई किया कर सकता है
राजू - हस्ते हुवे अरे मेरी प्यारी ऑन्टी नाराज मत तो ठीक है

अच्छा रूमा ये लो

राजू - मे दो स्क्रीन मोबाइल खरीद कर लाया था एक मोबाइल रानी को देते हुवे ये मोबाइल रखो अपने पास इसमें मेरा नंबर है कोई भी प्रॉब्लम हो तो मुझे फोन करना

रूमा - लेकिन मे ये कैसे ले सकती हु आप ले हमारे लिये पहले ही बहोत कुछ किया है
राजू - रूमा को देखते हुवे ठीक है फिर मे यहा कभी नही आऊगा

ये सुनते ही रूमा जल्दी से राजू के हाथ से उस मोबाइल को ले लेती है

सीमा रूमा की ये हरकते देख कर अंदर ही अंदर जोर जोर से हस रही थी
रूमा - अब तो आओगे ना आप
राजू - हस्ते हुवे आ अब आऊगा अच्छा फिर मे चलता हु अंधेरा हो चुका है फिर दिपु बाहर आता h रानी भी आई थी

रूमा - ध्यान से जाइयेगा
राजू - रानी की देखते हुवे ठीक ठीक है बाबा और हा कुछ हो तो फोन करना फिर राजू साइकल पे बैठ घर जाने लगता है

रूमा अपने दिल पे हाथ रखे राजू को जाते देखती है जब राजू नज़र आना बंद हो जाता है तब रानी मा के पास आकर बैठ जाती है

सीमा रूमा को देखने लगती है रूमा - मा आप मुझे बार बार ऐसे कियु देख रही है

सीमा - देख रही ही की मेरी बेटी प्यार मे पूरी पागल हो गई है
रूमा- सरमाते हुवे मा अब बस भी करो


दिपु अब घर आ जाता है

रीमा - इतना लेत कैसे हो गया
राजू - अरे मा बस दोस्तो से बात करते हुवे देर हो गई
रीमा - अच्छा चल खाना खाते है
राजू - ठीक है मा राजू खा कर आया था लेकिन भर पेट नही खाया था उसे मालूम था मा के साथ भी खाना पड़ेगा

दोनों बैठ कर खाने लगते है
दिपु मा को खिलाता है रीमा राजू को जैसे ये रोज खाते थे

रीमा फिर राजू एक निवाला खिलती है राजू खा लेता है लेकिन रीमा की हाथ को पकर कर जिस उंगली मे सब्जी लगी थी मुह मे लेकर चूसने लगता है चाटने लगता है ये देख रीमा हैरान हो जाती है और जल्दी से अपना हाथ खिच लेती है फिर जोर से

रीमा - ये किया कर रहा है बेटा
राजू - हस्ते हुवे मा आप को पता है है मे रोज आप के हाथो से खाना कियु खाता हु

रीमा - थोरा सांत हो कर कियु
राजू - इस लिये कियुकी आप के हाथ मे जादू है जब भी मे आप की हाथो से खाता हु तो खाने का स्वाद और बढ़ जाता है इस लिये बार बार खाने का दिल करता है
राजू फिर प्यार भरी बातो से रीमा को फसा लेता है

राजू रीमा को देखते हुवे उदास मन से अगर आप को अच्छा नही लगा तो मे आज के बाद से ऐसा नही करुगा

रीमा - अरे नही मेरे शैतान मुझे क्यु बुरा लगेगा मुझे भी अच्छा लगा

राजू - सचि कही आप झूठ तो नही बोल रही
रीमा - सचि केह रही हु मे
राजू - अच्छा तो जिस उंगली मे आप के सब्जी लगी है खुद मेरे मुह मे दो तो बिस्वास करुगा

रीमा को अजीब लगता है लेकिन फिर अपनी उंगली राजू के मुह मे दे देती है तो राजू भी अपनी मा की उंगली को अच्छे से चाटने लगता है

और रीमा बस राजू को देखे जा रही थी

आज के लिये बस इतना ही 🙏🙏🙏
बहुत ही शानदार और जानदार अपडेट हैं भाई मजा आ गया
 
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ajay bhai

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क्षमा चाहूंगा अगर बुरा लगे पर ये बहुत जल्दबाजी हो गई भाई, माँ को थोड़ा विरोध करना था!

'हाय राम ये क्या कर रहा है, ये गलत है बेटा! माँ-बेटे के बीच ऐसा रिश्ता अनैतिक है!'

ऐसा होना था ताकि माँ की शर्म की दीवार धीरे-धीरे जाती और इस बीच बहुत सी अटखेलियां-मस्तियां चलती दोनों के बीच तो और मज़ा आता!
mere bhai abhi to raju ne asali jagah par gya nahi h asali manjil dur h dusari abhi raju jo bhi apni maa ke sath kar rha h rima maa bete wala pyar samajh kar hi karne de rahi h to sab hoga intzar kare bhai 🙏🙏
 
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