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Adultery ☆ प्यार का सबूत ☆ (Completed)

What should be Vaibhav's role in this story..???

  • His role should be the same as before...

    Votes: 19 9.9%
  • Must be of a responsible and humble nature...

    Votes: 22 11.5%
  • One should be as strong as Dada Thakur...

    Votes: 75 39.1%
  • One who gives importance to love over lust...

    Votes: 44 22.9%
  • A person who has fear in everyone's heart...

    Votes: 32 16.7%

  • Total voters
    192
  • Poll closed .

TheBlackBlood

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
Supreme
79,634
117,553
354
कहानी बहुत अच्छी है भाई, बेगुनाह सबसे अच्छी लगी थी लेकिन अभी तक इसमें बेगुनाह से ज्यादा मजा आया।
शुरुवात में मुझे वैभव कुछ पसंद नही आया था लेकिन पिछले कुछ अपडेट में उसका किरदार बहुत अच्छे से निखरा है।
खैर अभिनव और जगताप दोनों की हत्या हो गई, और देखा जाए तो कही न कही दादा ठाकुर का over confidence भी एक बड़ी वजह है दोनो के मरने के पीछे।
वैभव के बार बार बोलने पर भी की वो नही जाना चाहता, उसे जबरदस्ती भेजा गया क्योंकि उन्हें लग रहा था की वो सब अकेले मैनेज कर लेंगे, एक छोटी से गलती ने 2 लोगो को छीन लिया।

वैसे तो मैंने कहानियों में अनुमान लगाना छोड़ दिया है लेकिन एक बात जो मुझे लगती है की आज जो भी दादा ठाकुर और उसके परिवार के साथ हो रहा है उसका कारण बड़े दादा ठाकुर के द्वारा किया गया कोई उटपटांग कार्य होगा जिसकी सजा आज इन्हे भोगना पड़ रहा है।

जब तक वैभव को सच्चाई नहीं पता चलेगा अतीत का ये दुश्मनी रोक पाना लगभग नामुमकिन है क्योंकि अगर ऐसा होना होता तो अब तक हो चुका होता, खैर परिवार का कोई आदमी दुश्मन से जरूर मिला होगा, घर के अंदर की सारी बाते ऐसे ही दुश्मन तक नहीं पहुंच सकती।

अगले अपडेट की प्रतीक्षा में
Thanks bhai..
Aapki sameeksha ko dekh kar bas yahi kahuga ki kisi bhi cheez ya ghatna ke ho jane ke baad ham tarah tarah ki baate ya fir kayaas lagane lagte hain. Is baat par koi na to dhyaan deta hai aur na hi zor deta hai ki sab kuch insaan ke hath me nahi hota balki bahut kuch upar wale ke aur niyati ke hath me bhi hota hai. Aaj ke pariwesh me bhi abhi aisa hai ki log kayi aisi baate apno se chhupa ke rakhte hain jinhe chhupana agar jayaz nahi hai to jayaz bhi hai. Shayad log ye sochte hain ki ateet ki baate kyo dohraayi jaye jiske chalte kisi ke zahen me galat bhavna ghar jaye aur fir wo galat karne par utaaru ho jaye...jabki iske ulat bhi ho sakta hai par koi rishk kyo le. Khair ye kahani kafi old zamane ki hai aur tab log aisi hi mansikta wale the aur isi tarah ke parinaamo se rubaru hote rahte the. :dazed:
अधूरी कहानी की भी एक अलग ही पीड़ा है भाई, जब कोई कहानी पसंद आ जाए और वो आधे में जी रुक जाए तो कसम से ऐसी फीलिंग आती है की मोहब्बत फिर से अधूरी रह गई।
Totally agree :approve:
Kuch likhne se pahle main bhi ek reader tha aur abhi bhi hu. Starting me mujhe bhi aisi feeling aati thi lekin ab aisa nahi hai kyoki ek writer ke roop me samajh aaya hai ki likhne Wale ki bhi apni ek duniya hoti hai jisme wo kayi tarah ki pareshaniyo me ghira rahta hai. Main sabki baat nahi karta lekin Haan zyadatar writers kisi na kisi majburi ke chalte apni kahani ko adhura chhod dete hain. Meri khud do stories incomplete hain jinme se ek to Raj-Rani hai aur dusri Kayakalp...kayakalp to abhi start hi nahi huyi jabki iska announcement kayi saal pahle kar diya tha Maine. Zyadatar log yahi samajhte hain ki maine Jaan bujh kar adhura chhod rakha hai unhe lekin sach ye hai ki likhne ke liye ab pahle jaisa wakt nahi hai aur kuch personal problems bhi hain jiske chalte mood nahi ban pata. Khair sabki tarah main bhi yahi ummid kiye huye hu ki ek din unhe restart karuga aur complete bhi karuga...
आपकी कहानी बहुत अच्छी जा रही है, उम्मीद है की ये भी उसी शानदार शिखर पर पहुंचे जहा बेगुनाह पहुंची है।
Koshish aur khwaaish to yahi hai baaki rab jane :dazed:
बाकी भी मेरे लायक देवनागरी भाषा की कोई कहानी जो पूर्ण हो चुकी हो और आपकी नजर में ऐसी हो की मुझे जरूर पढ़नी चाहिए तो जरूर सुझाव दीजिएगा, मैं प्रतीक्षा करूंगा।

इन तन्हाइयो में कहानी से बेहतरीन साथी और कोई नही
Devnagari me meri do aur stories hain jinhe read kar sakte ho. Wo complete hain. Double Game aur Dark Love :declare:
 

kamdev99008

FoX - Federation of Xossipians
10,211
38,725
259
चाची तुम कमिनी तो मैं महाकमिना,मस्तियां मेरे दोस्त gf, गुजारिश कुछ ऐसी कहानी के नाम जिनके अधूरे रहने का गम जिंदगी भर रहेगा और ज्यादा उम्मीद नहीं है की ये कहानी कभी पूरी होगी।
और एक कहानी है कोई तो रोक लो, उसका तो अलग ही level का दुख है की इतनी अच्छी कहानी जो masterpieace बन सकती थी वो आधे में रह गई, खैर वो अधूरी होकर भी पूरी है, जितनी भी है उतना भी पर्याप्त है।
"कोई तो रोक लो" वो एक कहानी नहीं महागाथा है.......... जिसमें हर पात्र की अपनी कहानी है लेकिन वो सब कहीं किसी मोड पर एक दूसरे से जुडते जाते हैं.............. जितनी अब तक लिखी जा चुकी है उतने में ही लगभग 15-16 पात्रों की कहानियाँ लगभग सम्पूर्ण हो चुकी हैं........... और अभी पता नहीं कितने बाकी हैं...... मेंने अब तक गिनती नहीं की की उस कहानी में पात्रों की संख्या कितनी है लेकिन मेरे ख्याल से 100+ तो है ही
और Pritam.bs भाई का सबसे बड़ा कमाल ये है की हर पात्र को उन्होने अहमियत दी छोटे से छोटे, टॅक्सी वाले से लेकर बिज़नसमैन तक सबकी कहानियों को विस्तार से लिखा ......... अद्भुत और अविस्मरणीय
बाकी भी मेरे लायक देवनागरी भाषा की कोई कहानी जो पूर्ण हो चुकी हो और आपकी नजर में ऐसी हो की मुझे जरूर पढ़नी चाहिए तो जरूर सुझाव दीजिएगा, मैं प्रतीक्षा करूंगा।
शुभम भाई TheBlackBlood की ही प्रसिद्ध कथा "एक नया संसार" पढ़िये...... इनकी और कहानियों को भूल जाएंगे ..... कहानी पूर्ण है..... उसका दूसरा भाग "कायाकल्प" लिखना चाहते थे शुभम भाई लेकिन कहीं कुछ रुकावट है

नीचे मेरे सिग्नेचर लिंक में जाकर हिन्दी अँग्रेजी की कुछ पूर्ण कहानियाँ पढ़ सकते हैं .... "हवेली", दिल अपना प्रीत पराई, Dreamer's Scribbings, The Cuckold Diet Challange और इनके अलावा मेरी अपनी कहानी "मोक्ष : तृष्णा से तुष्टि तक" जिसका पहला खंड लगभग पूर्ण है सिर्फ एक समापन अध्याय लिखना है Swaraj भाई को भी पढ्ना बेहतरीन फॅमिली ड्रामा और रोमैन्स आधारित थ्रिल्लेर्स हैं उनके ..................... बहुत लेखक और कहानियाँ हैं जो चुदाई के कुएँ से निकालकर भावनाओं, रहस्य, रोमांच के समंदर में ले जाएंगे आपको
 

ASR

I don't just read books, wanna to climb & live in
Divine
569
3,788
138
कहानी बहुत अच्छी है भाई, बेगुनाह सबसे अच्छी लगी थी लेकिन अभी तक इसमें बेगुनाह से ज्यादा मजा आया।
शुरुवात में मुझे वैभव कुछ पसंद नही आया था लेकिन पिछले कुछ अपडेट में उसका किरदार बहुत अच्छे से निखरा है।
खैर अभिनव और जगताप दोनों की हत्या हो गई, और देखा जाए तो कही न कही दादा ठाकुर का over confidence भी एक बड़ी वजह है दोनो के मरने के पीछे।
वैभव के बार बार बोलने पर भी की वो नही जाना चाहता, उसे जबरदस्ती भेजा गया क्योंकि उन्हें लग रहा था की वो सब अकेले मैनेज कर लेंगे, एक छोटी से गलती ने 2 लोगो को छीन लिया।

वैसे तो मैंने कहानियों में अनुमान लगाना छोड़ दिया है लेकिन एक बात जो मुझे लगती है की आज जो भी दादा ठाकुर और उसके परिवार के साथ हो रहा है उसका कारण बड़े दादा ठाकुर के द्वारा किया गया कोई उटपटांग कार्य होगा जिसकी सजा आज इन्हे भोगना पड़ रहा है।

जब तक वैभव को सच्चाई नहीं पता चलेगा अतीत का ये दुश्मनी रोक पाना लगभग नामुमकिन है क्योंकि अगर ऐसा होना होता तो अब तक हो चुका होता, खैर परिवार का कोई आदमी दुश्मन से जरूर मिला होगा, घर के अंदर की सारी बाते ऐसे ही दुश्मन तक नहीं पहुंच सकती।

अगले अपडेट की प्रतीक्षा में


अब तो इस forum में आने का मन भी करता, लगभग जितनी अच्छी कहानी है किसी न किसी reason की वजह से रुक गई है। जिन पर regular अपडेट आते है उनमें ज्यादातर सेक्स स्टोरी है और मुझे वो पसंद नही आता है, मतलब थोड़ा बहुत कहानी में चलता है लेकिन हर जगह बस हवस, मेरे से नही पढ़ा जाता।

अभी बस 2 कहानी बादशाह और हवेली ही ऐसी है जिनके वजह से इस फोरम पर वापस आता हूं, क्योंकि बस यही जिनपर regular अपडेट आ रहा है, बाकी जो पसंद है वो रुक गई है।

अधूरी कहानी की भी एक अलग ही पीड़ा है भाई, जब कोई कहानी पसंद आ जाए और वो आधे में जी रुक जाए तो कसम से ऐसी फीलिंग आती है की मोहब्बत फिर से अधूरी रह गई।


चाची तुम कमिनी तो मैं महाकमिना,मस्तियां मेरे दोस्त gf, गुजारिश कुछ ऐसी कहानी के नाम जिनके अधूरे रहने का गम जिंदगी भर रहेगा और ज्यादा उम्मीद नहीं है की ये कहानी कभी पूरी होगी।
और एक कहानी है कोई तो रोक लो, उसका तो अलग ही level का दुख है की इतनी अच्छी कहानी जो masterpieace बन सकती थी वो आधे में रह गई, खैर वो अधूरी होकर भी पूरी है, जितनी भी है उतना भी पर्याप्त है।

आपकी कहानी बहुत अच्छी जा रही है, उम्मीद है की ये भी उसी शानदार शिखर पर पहुंचे जहा बेगुनाह पहुंची है।

बाकी भी मेरे लायक देवनागरी भाषा की कोई कहानी जो पूर्ण हो चुकी हो और आपकी नजर में ऐसी हो की मुझे जरूर पढ़नी चाहिए तो जरूर सुझाव दीजिएगा, मैं प्रतीक्षा करूंगा।

इन तन्हाइयो में कहानी से बेहतरीन साथी और कोई नही


अगले अपडेट की प्रतीक्षा में🙇🏻‍♂️
पूरा निचोड़ है कि हम पाठकों को कई बार दिल लगाने के कारण अधूरी रचनाओं को लेकर व्यथित रहने के अलावा कोई और रास्ते नहीं दिखते..
💗 जैसी प्रभु की इच्छा...
 

TheBlackBlood

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
Supreme
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"कोई तो रोक लो" वो एक कहानी नहीं महागाथा है.......... जिसमें हर पात्र की अपनी कहानी है लेकिन वो सब कहीं किसी मोड पर एक दूसरे से जुडते जाते हैं.............. जितनी अब तक लिखी जा चुकी है उतने में ही लगभग 15-16 पात्रों की कहानियाँ लगभग सम्पूर्ण हो चुकी हैं........... और अभी पता नहीं कितने बाकी हैं...... मेंने अब तक गिनती नहीं की की उस कहानी में पात्रों की संख्या कितनी है लेकिन मेरे ख्याल से 100+ तो है ही
और Pritam.bs भाई का सबसे बड़ा कमाल ये है की हर पात्र को उन्होने अहमियत दी छोटे से छोटे, टॅक्सी वाले से लेकर बिज़नसमैन तक सबकी कहानियों को विस्तार से लिखा ......... अद्भुत और अविस्मरणीय
Xossip par padhi thi maine pritam bhai ki ye story... really kamaal ki story thi. Xossip ke band hone ke baad connection cut ho gaya. Yaha par is story ko unhone restart bhi Kiya tha lekin fir se wo bich me hi chhod kar gayab ho gaye. Ho sakta hai unki apni koi problem hogi...well dekhiye future me shayad complete ho..
शुभम भाई TheBlackBlood की ही प्रसिद्ध कथा "एक नया संसार" पढ़िये...... इनकी और कहानियों को भूल जाएंगे ..... कहानी पूर्ण है..... उसका दूसरा भाग "कायाकल्प" लिखना चाहते थे शुभम भाई लेकिन कहीं कुछ रुकावट है
Tab wakt alag tha, time tha likhne ka aur ab jimmedariya aa gayi to time nahi mil raha likhne ka. Dusri baat ye bhi hai ki agar ek baar kisi cheez ka flow toot jaye to fir wapas pahle jaisa flow lana asaan nahi hota. Main sochta bahut hu lekin samay na milne ki vajah se kuch bhi nahi ho pata. Filhaal yahi faisla kiya hai ki ab koi new story nahi likhuga. प्यार का सबूत complete karne ke baad ya to Raj Rani ko restart karuga ya fir kayakalp ko naye plot ke sath start karuga..
 
Last edited:

TheBlackBlood

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
Supreme
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पूरा निचोड़ है कि हम पाठकों को कई बार दिल लगाने के कारण अधूरी रचनाओं को लेकर व्यथित रहने के अलावा कोई और रास्ते नहीं दिखते..
💗 जैसी प्रभु की इच्छा...
Aapki byatha ko bakhubi samajhta hu mitra lekin yakeen maaniye mere liye bhi ye dukh ki hi baat hai ki meri kahaniya bich me atki huyi hain. Kaash mujhe itna wakt mile ki main dhire dhire kar ke hi sahi apni kahaniyo ko jaari rakh saku...Bas yahi ashwashan de sakta hu ki ummid na chhodiye, der se hi sahi lekin kahani restart zarur hongi :declare:
 

ASR

I don't just read books, wanna to climb & live in
Divine
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138
Aapki byatha ko bakhubi samajhta hu mitra lekin yakeen maaniye mere liye bhi ye dukh ki hi baat hai ki meri kahaniya bich me atki huyi hain. Kaash mujhe itna wakt mile ki main dhire dhire kar ke hi sahi apni kahaniyo ko jaari rakh saku...Bas yahi ashwashan de sakta hu ki ummid na chhodiye, der se hi sahi lekin kahani restart zarur hongi :declare:
उम्मीद ही है जो हम सब को जिवंत बनाए हुए हैं 😚 😴 😴 😍😥
 

LuckyKumar

Member
130
367
63
Intjar rahega iss kahani ke aage badhne ka ..
Jab aap sahi ho jaaye to dubara shuru karen Bhai .
Kyuki sabse behatreen kahaniyo me se ek hai ye
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
13,100
91,460
259
कहानी बहुत अच्छी है भाई, बेगुनाह सबसे अच्छी लगी थी लेकिन अभी तक इसमें बेगुनाह से ज्यादा मजा आया।
शुरुवात में मुझे वैभव कुछ पसंद नही आया था लेकिन पिछले कुछ अपडेट में उसका किरदार बहुत अच्छे से निखरा है।
खैर अभिनव और जगताप दोनों की हत्या हो गई, और देखा जाए तो कही न कही दादा ठाकुर का over confidence भी एक बड़ी वजह है दोनो के मरने के पीछे।
वैभव के बार बार बोलने पर भी की वो नही जाना चाहता, उसे जबरदस्ती भेजा गया क्योंकि उन्हें लग रहा था की वो सब अकेले मैनेज कर लेंगे, एक छोटी से गलती ने 2 लोगो को छीन लिया।

वैसे तो मैंने कहानियों में अनुमान लगाना छोड़ दिया है लेकिन एक बात जो मुझे लगती है की आज जो भी दादा ठाकुर और उसके परिवार के साथ हो रहा है उसका कारण बड़े दादा ठाकुर के द्वारा किया गया कोई उटपटांग कार्य होगा जिसकी सजा आज इन्हे भोगना पड़ रहा है।

जब तक वैभव को सच्चाई नहीं पता चलेगा अतीत का ये दुश्मनी रोक पाना लगभग नामुमकिन है क्योंकि अगर ऐसा होना होता तो अब तक हो चुका होता, खैर परिवार का कोई आदमी दुश्मन से जरूर मिला होगा, घर के अंदर की सारी बाते ऐसे ही दुश्मन तक नहीं पहुंच सकती।

अगले अपडेट की प्रतीक्षा में


अब तो इस forum में आने का मन भी करता, लगभग जितनी अच्छी कहानी है किसी न किसी reason की वजह से रुक गई है। जिन पर regular अपडेट आते है उनमें ज्यादातर सेक्स स्टोरी है और मुझे वो पसंद नही आता है, मतलब थोड़ा बहुत कहानी में चलता है लेकिन हर जगह बस हवस, मेरे से नही पढ़ा जाता।

अभी बस 2 कहानी बादशाह और हवेली ही ऐसी है जिनके वजह से इस फोरम पर वापस आता हूं, क्योंकि बस यही जिनपर regular अपडेट आ रहा है, बाकी जो पसंद है वो रुक गई है।

अधूरी कहानी की भी एक अलग ही पीड़ा है भाई, जब कोई कहानी पसंद आ जाए और वो आधे में जी रुक जाए तो कसम से ऐसी फीलिंग आती है की मोहब्बत फिर से अधूरी रह गई।


चाची तुम कमिनी तो मैं महाकमिना,मस्तियां मेरे दोस्त gf, गुजारिश कुछ ऐसी कहानी के नाम जिनके अधूरे रहने का गम जिंदगी भर रहेगा और ज्यादा उम्मीद नहीं है की ये कहानी कभी पूरी होगी।
और एक कहानी है कोई तो रोक लो, उसका तो अलग ही level का दुख है की इतनी अच्छी कहानी जो masterpieace बन सकती थी वो आधे में रह गई, खैर वो अधूरी होकर भी पूरी है, जितनी भी है उतना भी पर्याप्त है।

आपकी कहानी बहुत अच्छी जा रही है, उम्मीद है की ये भी उसी शानदार शिखर पर पहुंचे जहा बेगुनाह पहुंची है।

बाकी भी मेरे लायक देवनागरी भाषा की कोई कहानी जो पूर्ण हो चुकी हो और आपकी नजर में ऐसी हो की मुझे जरूर पढ़नी चाहिए तो जरूर सुझाव दीजिएगा, मैं प्रतीक्षा करूंगा।

इन तन्हाइयो में कहानी से बेहतरीन साथी और कोई नही


अगले अपडेट की प्रतीक्षा में🙇🏻‍♂️
गुजारिश की स्क्रिप्ट dm कर दु कहो तो
 
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