कहानी: "यूनिवर्सल जेल"
लेखक:
I'm A SIMP
लिखा है ब्लैक भाई ने, लेकिन पढ़ते-पढ़ते ऐसा लगता है जैसे किसी को रात को तीन बजे निंद में सपना आया और वो उठ के सीधा लिखने बैठ गया: “चलो आज ब्रह्मांड की सबसे वाइल्ड कॉमेडी बनाते हैं।”
अब शुरू होती है कहानी — और नहीं, ये कोई आम कहानी नहीं है।
आगस्त्या अपने ब्रेकअप को ऐसे mourn करता है जैसे कोई Tinder नहीं, सच्ची मोहब्बत चली गई हो।
और रिकी अंकल? भाईसाहब चाय गिरते ही Thor मोड में चले जाते हैं। मतलब कहीं चाय गिर गई, और कहीं बिजली — धरती, आकाश, एलियन सब काँपने लगते हैं।
अब आते हैं कैरेक्टर्स पर — और भाई, ये सब लोग normal नहीं हैं, ये सब ऐसे हैं जैसे किसी ने इंडियन मीम्स को इंसान का रूप दे दिया हो।
आगस्त्या:
हर समय Devdas मोड ऑन। बस शर्ट खोल के कहेगा — "तूने मुझे शराबी बना दिया लैला!"
आदिर्शि:
भाई कोर्ट में “Overruled!” चिल्लाता है जैसे एलियंस नहीं, Traffic पुलिस वालों को फटकार रहा हो।
और जब “I’m your honour” बोलता है तो एलियंस डर के पसीना-पसीना। केस नहीं, सीधे धरती से deport हो जाते हैं।
आकाश:
इस बंदे को "सील तोड़ने" का इतना जुनून है कि ऐसा लगे कोई बस्ती में ration की दुकान लूटने जा रहा हो।
और लैला के लिए Hulk मोड — भाई इश्क़ में बाइसेप्स भी बढ़ गए!
Dialogues ऐसे हैं जैसे हर लाइन किसी drunken WhatsApp ग्रुप चैट से उठाई गई हो:
“I’m the f***ing OG पेलुआ!”
सुनते ही एलियंस बोले, “भाई abduct तो humans को करना था, ये तो pure entertainment निकला!”
रिकी अंकल की चाय:

एक कप चाय गिरी और धरती हिल गई

थॉर का हथौड़ा नहीं गिरा था — बस चाय थी वो… अदरक वाली!
आदिर्शि का कोर्ट धमाका:
"Overruled!" — ऐसा चिल्लाया कि एलियंस बोले, “हमारी गलती हो गई माई बाप
आकाश का Hulk प्रेम: “सील तोड़ना”

Laila Ali Khan, सही है
"यूनिवर्सल जेल" लॉजिक की लाश पे खड़ा वो कॉमेडी शो है जहाँ हर कैरेक्टर पागलपन का ambassador है, dialogues मीम क्वालिटी के हैं और हर सीन पे पेट पकड़ के हँसी आती है।
अगर तुम्हारी लाइफ में कॉमेडी की कमी है — तो ये शो वैसा है जैसे फ्रिज में छुपी आख़िरी गुलाबजामुन — टेढ़ा है, लेकिन मजेदार है!
कुल मिलाकर मस्त हो गये पढ़कर