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Thriller शतरंज की चाल

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Napster

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#अपडेट २६


अब तक आपने पढ़ा -


समर ने बताया था कि वाल्ट के अंदर पहुंचे लुटेरों को हथियार अंदर ही किसी वाल्ट से मिले, और उनके पास से वाल्ट का ब्लू प्रिंट भी मिला था, इन दोनों बातों को दबा दिया गया।


समाचार देखते देखते मेरे मन में बहुत तेज हलचल मची हुई थी, और मेरा दिल कर रहा था कि मित्तल सर को जा कर मैं सब कुछ बता दूं। इसी उधेड़बुन में शाम ढल गई और मेरे फ्लैट की डोर बेल बजी....


अब आगे -


ये समर था, मैने उसे अंदर आने दिया। वो भी काफी थका दिख रहा था।


कुछ देर ऐसे ही बात करके वो चला गया। उसने बताया कि वाल्ट के अंदर ही एक हैंडबैग में हथियार रखे मिले उन लोग को। फार्म हाउस में जो मारे गए माइकल उनमें से ही एक था। और जो लोग पकड़े गए हैं उनका एकमात्र कॉन्टेक्ट प्वाइंट माइकल ही था तो अभी तो फिलहाल कोई भी तरीका नहीं दिख रहा है उस मास्टरमाइंड तक पहुंचने का।


उसके जाने के बाद भी मैं उधेड़बुन में था कि मित्तल सर को बताऊं या नहीं। यही सोचते सोचते मैं सोफे पर ही सो गया। अगली सुबह ऑफिस जाने पर दिन भर पुलिस की इन्वेस्टिगेशन और लोगों की इंक्वायरी ही चलती रही। इस घटना के बाद शेयर मार्केट में भी कंपनी के शेयर को एक तगड़ा झटका लगा था। हालांकि मित्तल सर ने अपने कॉन्टेक्ट द्वारा सरकार से प्रेस नोट निकलवा दिया कि सरकार का सोना पूरी तरह से सुरक्षित है और सरकार भी इसकी सिक्योरिटी से संतुष्ट है। इससे बाजार में मची अफरा तफरी कुछ कम हुई। शाम को मैं एक बार मित्तल सर के बारे में पता किया तो वो शायद घर को निकल गए थे। इसीलिए उनसे मिले बिना मैं अपने फ्लैट पर आ गया।


मेरे फोन पर करण का फोन आया, और उसे किसी फाइल पर साइन लेने थे, पर आज की अफरा तफरी के कारण नहीं ले पाया था, इसीलिए मैने उसे अपने फ्लैट पर ही बुला लिया था। करीब 6 बजे वो मेरे घर आया। मैने उसे बैठा कर फाइल पर साइन किए और उसे ड्रिंक का पूछा, जिसपर वो तैयार हो गया। मैं अपने कमरे में व्हिस्की की बोतल और ग्लास लेने चला गया।


जब मैं बाहर आया तो करण सोफे से उठा हुआ था और कुछ बेचैन लग रहा था। मेरे बाहर आते ही उसने कहा, "सर, आज रहने दीजिए, अभी पापा का कॉल था, वो लोग यहीं है आज कल, और मां की तबियत कुछ सही नहीं है। इसीलिए थोड़ा जल्दी घर पहुंचना है।"


मैने उसे जाने की इजाजत दे दी। और खुद अकेले ही एक पैग बना कर बैठ गया। पीते पीते भी मैं यही सोच रहा था कि क्या सर को सब बता दूं, फिर एकदम से मैं उठा कर कार की चाभी ली और मित्तल मेंशन की ओर चल दिया।


मैं कोई आधे घंटे बाद मित्तल मेंशन के बाहर था, एक मिनिट को गाड़ी रोक कर मैं गेट के बाहर फिर से विचार किया कि सर को बताना चाहिए या नहीं, पर इस बार मन पक्का कर लिया और फिर एंट्री करवा कर अंदर चल गया।


पार्किंग में बाहर की तरफ गाड़ी लगा कर मैं अंदर गया, हॉल खाली था, कोई था नहीं वहां पर, फिर मैं सीधे अंदर की ओर बढ़ गया, नीचे सबसे पहले श्रेय का कमरा पड़ता था जो इस समय अंदर से बंद था। और उसी के पास से सीढ़ी थी ऊपर के फ्लोर पर जाने के लिए। रजत सर का परिवार ऊपर ही रहता था और महेश अंकल का नीचे। मैं सीढ़ी से ऊपर पहुंचा और सामने ही मित्तल सर की स्टडी थी, जिसकी लाइट जल रही थी। इसका मतलब वो अभी स्टडी में ही थे।


मैंने एक बार दरवाजा खटखटाया, मगर अंदर से कोई जवाब नहीं आया, तो मैने हल्के से दरवाजे को धक्का दिया तो वो खुल गया। अंदर मुझे कोई नहीं दिखा, मगर मुझे कुछ अजीब सा अहसास हुआ तो मैं अंदर की ओर बढ़ा। अंदर सर के की चेयर टेबल के पीछे गिरी हुई थी। ये देख मैं और आगे बढ़ा तो नीचे टेबल और गेस्ट चेयर के बीच कुछ गिरा हुआ था। मैने झुक कर उसे उठाया, और वो एक रिवॉल्वर थी। मैं उसे उठा कर जैसे ही सीधा हुआ टेबल के उस पार मित्तल सर औंधे मुंह गिरे हुए थे।


ये देखते ही मैने दौड़ कर उनको पलटा, उनके पेट और सीने में गोलियां लगी थी। जैसे ही मैने उनको पलटा, वैसे ही प्रिया उस स्टडी में आई और, मुझे और मित्तल सर को देखते ही वो चिल्लाई, "पापा... मनीष ये तुमने क्या किया??"


उसके इस सवाल को सुनते ही मेरा ध्यान अपने हाथ पर गया और उसमें रिवॉल्वर थी....
बहुत ही मस्त और शानदार अपडेट है भाई मजा आ गया
ये सारा खेला मित्तल हाउस से ही चल रहा है उसका उदाहरण मित्तल सर की मौत और उसमें फसाया जा रहा हैं मनिष को
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 

A Sanjay

छत्रपती
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चलो मित्तल साहब के कातिल की भी समस्या खत्म कर दी मनीष ने
रेडीमेड कातिल रंगे हाथों पकड़ा गया

अब मुझे आश्चर्य नहीं होता कि कोई इतना बेवकूफ कैसे हो सकता है, उदाहरण मनीष के रूप में सामने है
Jo insaan itni mehnat kr ke itna success gain Kiya hai wo itna to bewkoof nahi hona chahiye tha??
 
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kamdev99008

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Jo insaan itni mehnat kr ke itna success gain Kiya hai wo itna to bewkoof nahi hona chahiye tha??
Selfmade aur with Godfather's Grace me ek hi fark hota hai
Decesion Capability
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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Manish itna bada bewkoof hoga pata nahi tha. Mujhe to aisa lagta hai ki Shrey ka bhi hath ho sakta hai. Priya ne Manish ko revolver ke sath pakd liya Romanchak Pratiksha agle rasprad update ki
कई बार आपकी किस्मत ही इतनी खराब होती है कि आप ऐसी सिचुएशन में खुद ब खुद ही फंस जाते हैं।

धन्यवाद भाई 🙏🏼
 
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Localmusafir

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,,,, भाई क्यों झटके पे झटके दे रहे हो, सीधा ........ को पकड़ के खड़ा कर दो दुनिया के सामने,


भाई 3d मूवी देखी थी, लेकिन 3d स्टोरी पहली बार पढ़ रहा हु, ऐसन लगा जैसन हमऊ ही कमरे में खड़े है,
मनीष क्या करेगा सोच सोच के ही डर लग रहा है, क्योंकि एकमात्र ईश्वर रुपी मित्तल साहब का ही सहारा था मनीष को ।
इब तो शराफत गई तेल लेने, लंका लगा दे मनीष सब दुष्टों की
 
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Localmusafir

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कई बार आपकी किस्मत ही इतनी खराब होती है कि आप ऐसी सिचुएशन में खुद ब खुद ही फंस जाते हैं।

धन्यवाद भाई 🙏🏼
एकदम सही बात बोली भाई जी ने
 
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Reactions: Riky007 and Napster

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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कोई माने या न माने , जैसे ही मनीष साहब रजत मित्तल साहब के कक्ष मे प्रवेश किए और कक्ष मे मित्तल साहब के रिवाॅल्विंग चेयर की पोजीशन देखी - पढ़ी , तभी मुझे लग गया कि मित्तल साहब प्रभु को प्यारे हो गए ।
अभी शायद प्रभु को प्यारे नहीं हुए हैं।
आसमान से गिरे और खजूर के पेड़ पर लटके । धरती नसीब ही नही हुआ । मनीष साहब का एक ग्रह राहु का कटा तो शनी का साढ़े साती शुरू हो गया । ढंग से , विधिवत रूप से पूजन करना आरंभ करे मनीष साहब !

बहुत बुरे फंसे है इस बार वह । मित्तल साहब को जिस रिवाल्वर की गोली से हत्या की गई है वह रिवाल्वर उनके हाथ मे और वह भी गवाह के साथ पाया गया है ।

और शायद वो रिवॉल्वर भी उसी की है 😌
एक बार फिर से तरनतारन की भुमिका बनने की घड़ी आ गई है उनके पुलिस आफिसर फ्रैंड समर सिंह साहब पर ।
और कौन आयेगा, क्योंकि उसको पूरा सच पता है।
जो भी कातिल है वह इस घर का कोई सदस्य ही है । इनवेस्टिगेशन का विषय यह होना चाहिए कि उस वक्त घर मे कौन कौन मौजूद है ! जो भी व्यक्ति घर मे मौजूद है , तहकीकात का केंद्र उन पर केंद्रित होना चाहिए ।
पर फिलहाल तो मनीष ही है वारदात की जगह पर आला ए कत्ल के साथ, फिर और इन्वेस्टिगेशन की गुंजाइश ही क्या बचती है?
एक बात और श्योर है कि मित्तल साहब की हत्या इसलिए हुई कि उन्हे सच मालूम हो गया था । वह जान गए थे कि बैंक राॅबरी के पीछे कौन था , मनीष के साथ क्या हुआ था , घर का कौन सदस्य घर की नींव ढहाने पर उमादा था ।

अब ये तो आगे ही पता चलेगा कि उनको लूट का सच पता चला या नहीं, या किसी और कारण से ही गोली मारी गई उनको।
बहुत ही खूबसूरत अपडेट रिकी भाई ।
आप की यह कहानी , मेरी नजर मे अब तक की सबसे बेहतरीन कहानी लग रही है ।
जगमग जगमग अपडेट भाई ।
बहुत बहुत धन्यवाद भैया जी 🙏🏼
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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बहुत ही मस्त और शानदार अपडेट है भाई मजा आ गया
ये सारा खेला मित्तल हाउस से ही चल रहा है

ये तो अब पूरी तरह से लगने लगा है, पर आखिर है कौन वो?
उसका उदाहरण मित्तल सर की मौत और उसमें फसाया जा रहा हैं मनिष को
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
कोशिश है कि जल्दी ही दूं पर इस हफ्ते अब थोड़ा व्यस्त हूं, ट्रैवल करना है आज से संडे तक। पर कोशिश करूंगा कि अपडेट दे दूं।

धन्यवाद भाई 🙏🏼
 
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Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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,,,, भाई क्यों झटके पे झटके दे रहे हो, सीधा ........ को पकड़ के खड़ा कर दो दुनिया के सामने,
अब असली गुनाहगार इतनी जल्दी पकड़ा जाएगा तो कहानी क्या बनेगी, और कहानी के किरदार भी तो कुछ दिमाग लगाए, कुछ मेहनत करें, तब ही न असली गुनाहगार मिलेगा।
भाई 3d मूवी देखी थी, लेकिन 3d स्टोरी पहली बार पढ़ रहा हु, ऐसन लगा जैसन हमऊ ही कमरे में खड़े है,

आइसन का? अरे कमरा मा काहे सीध मनीष के संगे दौड़ाए दीबा अबकी बार 😂
मनीष क्या करेगा सोच सोच के ही डर लग रहा है, क्योंकि एकमात्र ईश्वर रुपी मित्तल साहब का ही सहारा था मनीष को ।
इब तो शराफत गई तेल लेने, लंका लगा दे मनीष सब दुष्टों की
अब उसे कुछ तो करना ही होगा, फिलहाल देखते हैं क्या करेगा, रुकेगा या भागेगा।

धन्यवाद मित्र 🙏🏼
 
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