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सरिता ने कुछ देर तक लंड चूसा फिर बाहर निकाल दिया, शरद ने सवालिया नजरों से सरिता को देखा वो बोली मैं नहीं चाहती कि तुम मेरे अंदर के अलावा बाहर कहीं अपना माल निकालें तुमको आज सिर्फ और सिर्फ मेरे अंदर ही निकालना है।
शरद बहुत ज्यादा exite हो गया था, उसने सरिता को पलंग पर पीठ के बल लिटाया और mango icecream टेबल से लेकर उसको सरिता के बूब्स पर melt कर के लपेटने लगा, सरिता को ठंडे ठंडे अहसास से बूब्स और निप्पल पर सनसनी होने लगी और बूब्स ठंडे पन से और चूत में हो रही हलचल से एकदम कड़क होने लगे, उसे आज पहली बार लंड मिलने वाला था, खूबसूरत औरत को लाइन तो बहुत मारते हैं पर चूत कोई दो चार ही मार पाते हैं, आज सरिता की उद्घाटन रात थी, जिसे वो पूरा पूरा एंजॉय करना चाहती थी , इसीलिए उसने शरद का लंड ज्यादा नहीं चूसा उसे ये लंड उसकी चूत में चाहिए था और वो भी देर तक ओर सारी रात में काम से कम तीन बार।
अब शरद ने सरिता के बॉब्स ice cream और चूत में इस ठंडक से आग लगा कर पूरी तरह से तैयार कर दिए थे फिर उसके कान में बोला देख सरिता डार्लिंग मैने कहा था न कि सुहाग रात मनाऊंगा , तूने भी लाजवाब इंतजाम किया है और जो खुद को प्रेजेंट किया है आज तक ऐसा तो किसी दुल्हन ने नहीं किया होगा, जान तूने मुझे जो सुख दिया है अब मैं वही तुझे देने जा रहा हूं चल तैयार हो जा
सरिता बोली मैं तो तब से तैयार हूं जब मुझे तू मेरे कमरे में शादी के जोड़े में मेरे बूब्स और मेरी चूत में उंगली कर के सुहाग रात मनाने का वादा कर के गया था , अब वक्त आ गया है तुम मुझे लूट लो इससे पहले कि प्रथम पति के आने का दिन आ जाए।
शेखर तुम गलत कह रही हो प्रथम पति तो मैं हूं क्योंकि प्रथम बार मेरा लंड इस कुंवारी चूत में होगा, क्योंकि जिस भी लड़की या औरत की चूत में जिस मर्द का लंड प्रथम बार प्रवेश करता है वही मर्द उस औरत का प्रथम पति होता है चाहे फिर उस औरत की शादी किसी के भी साथ हो।
सरिता जी आप ही मेरे प्रथम पति हो, अब कुछ करोगे पतिदेव या सिर्फ भाषण ही, चलो अब बिल्कुल चुप और लग जाओ अपनी बीबी के बूब्स और चूत के काम पर , और शरद की दोनों निप्पल की जोर से कुरेद दिया,।
शरद पहले ही उत्तेजित था इसने आग में घी का काम किया और शरद सरिता के कड़क हो चुके चूचों पे टूट पड़ा, एक तो ice cream का स्वाद और दूजे सरिता की कयामत जवानी शरद पागल होकर जोर जोर से दांए बूब को चूसने लगा और बांई निप्पल को उंगली और अंगूठे से दबाने और कुचलने लगा, सरिता को जिंदगी में पहली बार बॉब्स और चूत में एक साथ वो मजा आ रहा था वो उसने सिर्फ उसकी शादी शुदा सहेलियों से आज तक सुना था वो तड़प रही थी मचल रही थी और जोर जोर से आहैं और सिसकियां भर रही थी, चुकी रूम साउंड प्रूफ था आवाज का बाहर जाना नामुमकिन था, सरिता पैरों के पटकती जा रही थी और शरद का अब बांए चूचे का चूसना शुरू हो गया था
ओह शरद ये क्या हाल कर रहे हो तुम मेरा क्या यही तुम कहना चाह रहे थे जब तुमने कहा था मेरे साथ सुहाग रात मनाओगे, ऐसी हालत होगी मेरी मैं जानती न थी, ओह आआ आआ आआ आआ आऊऊऊआऊ ऊऊऊ ईआईआईआईआई मरी री मेरी मम्मी, कोई बताए ये मेरी चूत में क्या हो रहा है, मम्मी तूने भी क्यों नहीं बताया कि इतनी जोरदार होती है सुहागरात , ये तो मां और भी खास है री मेरा जबरन पति मेरे साथ है, तूने जो पति मुझे दिया था मां वो तो कहीं और ही रह गया और ये जालिम तेरी बेटी को पहले ही चोद देगा, मैं क्या कहूंगी तुझे जब तू पूछेगी मम्मी की कैसी रही मेरी सुहाग रात , किस के साथ वाली बताऊंगी री मैं।
शरद ने बहुत देर तक सरिता के चूचों को प्यार से और बुरी तरह भी चूसा, सरिता का हाल किसी मछली सा था, अब शरद उठा और लिक्विड चॉकलेट की बॉटल उठा कर लाया और ढेर सारी चॉकलेट सरिता की चूत पर उड़ेल दी फिर सरिता की आंखों में देखकर बोला क्या मैं मेरी बीबी के गोल्डन गेट को खोलने के समारोह का प्रारंभ कर सकता हूं हे सरिता देवी मुझे यह कार्य करने की अनुमति दीजिए। सरिता की चूत उबल रही थी वो अपने आपे में नहीं थी, कराहती हुई बोली मुझसे कुछ न पूछो मेरे बालम जी आपको क्या पता किसी कुंवारी औरत की क्या हालत होती है जब पहली बार कोई मर्द उसकी नंगी चूत के पास मुंह रख रहा होता है, बस इस चूत का उद्धार कर दो मेरे पतिदेव ये चूत आपको लाख लाख दुआए देगी अब देर ना करो जी, कहीं चूत की भभकती आग में मेरा ये बदन न स्वाहा हो जाए।
शरद ने अब देर ना करते हुए सरिता की चूत पर लगे गीले गीले चॉकलेट को चाटना शुरू किया उस में सरिता का चूत रस भी भरी मात्रा में मिल चुका था, शरद को जो खट्टा मीठा स्वाद मिल रहा था वो इस दुनियां में कहीं भी किसी भी कीमत पर नहीं मिल सकता है, वो सपड़ सपड़ चाट रहा था उसकी जुबान सरिता के चूत के दाने को भी रगड़ रही थी और सरिता मजे के समंदर में गोते लगा रही थी कोई पंद्रह मिनिट की चुसाई के बाद शरद ने अपना लोड़ा सरिता की चूत के मुंह पर रखा सरिता बोली बलम देखो आपकी ही पत्नी हूं कोई गैर औरत नही अपनी बीबी समझ कर ही चोदन करना मुझे बहुत डर लग रहा है, शरद उठा और तेल की शीशी लाया उसने बहुत सारा तेल चूत के छेद से भीतर डाला फिर अपने लंड को दोनों हाथों में तेल लेकर पूरा भिगोया और फिर लंड सरिता की चूत के मुंह पर रक्खा लंड टन टनाया हुआ था सरिता ने चादर मुठ्ठी में भर ली थी टोपा आहिस्ता से अंदर घुसा शरद ने थोड़ा जोर लगाया चूत की झिल्ली से टकराया शरद बोला बस एक बार सरिता जान, फिर तुम सारी जिंदगी आराम से लंड खा सकोगी, और एक झटके के साथ अपना लंड चूत में पेल दिया, सरिता ओह बोलकर और कुछ बोल ही नहीं पाई उसकी सांस रुक गई गाल आंसु से गीले हो गए शरद एक मिनिट ऐसे ही रुका और एक और तेज झटका और पूरा लंड चूत की जड़ तक जा पहुंचा, सरिता दर्द से बेहाल और कोई दो मिनिट बाद शरद के लंड का पिस्टन सरिता की चूत के ब्लॉक में धड़ाधड़ सर्विस करने लगा और घमासन युद्ध के दौरान सरिता की नई नवेली चूत कोई पांच बार झड़ी और अंत में शरद लोड़ा भी दम तोड़ता हुआ चूत को अपने अमृत रस से भरने लगा,। सरिता निहाल हो गई और झड़ती हुई शरद को बेतहाशा चूमती रही रोती रही प्रेम रस में डूबी, क्योंकि वासना का चरम प्रेम का आरंभ बिंदु होता है और ये प्रेम सच्चे ह्रदय वाले कभी भूलते नहीं है। यही प्रेम दोनों शरद और सरिता के मन में पड़ा।
उस रात शरद ने सरिता को चार बार चोदा और सरिता की चूत को अपने वीर्य से सिंचित किया।
उसका परिणाम प्रफुल्ल है ,
प्रफुल्ल का असली बाप शरद ही है आज ये बात श्रद्धा मैं तेरे सामने स्वीकार करती हूं, ये गोपनीय बात इस दुनियां में सिर्फ तू ही जानती है, अब भी यदि तू अपने दिल की बात मुझे नहीं बताना चाहे तो बेटी श्रद्धा तेरी मर्जी , अब मैं तुझे फोर्स नहीं करूंगी।
शरद बहुत ज्यादा exite हो गया था, उसने सरिता को पलंग पर पीठ के बल लिटाया और mango icecream टेबल से लेकर उसको सरिता के बूब्स पर melt कर के लपेटने लगा, सरिता को ठंडे ठंडे अहसास से बूब्स और निप्पल पर सनसनी होने लगी और बूब्स ठंडे पन से और चूत में हो रही हलचल से एकदम कड़क होने लगे, उसे आज पहली बार लंड मिलने वाला था, खूबसूरत औरत को लाइन तो बहुत मारते हैं पर चूत कोई दो चार ही मार पाते हैं, आज सरिता की उद्घाटन रात थी, जिसे वो पूरा पूरा एंजॉय करना चाहती थी , इसीलिए उसने शरद का लंड ज्यादा नहीं चूसा उसे ये लंड उसकी चूत में चाहिए था और वो भी देर तक ओर सारी रात में काम से कम तीन बार।
अब शरद ने सरिता के बॉब्स ice cream और चूत में इस ठंडक से आग लगा कर पूरी तरह से तैयार कर दिए थे फिर उसके कान में बोला देख सरिता डार्लिंग मैने कहा था न कि सुहाग रात मनाऊंगा , तूने भी लाजवाब इंतजाम किया है और जो खुद को प्रेजेंट किया है आज तक ऐसा तो किसी दुल्हन ने नहीं किया होगा, जान तूने मुझे जो सुख दिया है अब मैं वही तुझे देने जा रहा हूं चल तैयार हो जा
सरिता बोली मैं तो तब से तैयार हूं जब मुझे तू मेरे कमरे में शादी के जोड़े में मेरे बूब्स और मेरी चूत में उंगली कर के सुहाग रात मनाने का वादा कर के गया था , अब वक्त आ गया है तुम मुझे लूट लो इससे पहले कि प्रथम पति के आने का दिन आ जाए।
शेखर तुम गलत कह रही हो प्रथम पति तो मैं हूं क्योंकि प्रथम बार मेरा लंड इस कुंवारी चूत में होगा, क्योंकि जिस भी लड़की या औरत की चूत में जिस मर्द का लंड प्रथम बार प्रवेश करता है वही मर्द उस औरत का प्रथम पति होता है चाहे फिर उस औरत की शादी किसी के भी साथ हो।
सरिता जी आप ही मेरे प्रथम पति हो, अब कुछ करोगे पतिदेव या सिर्फ भाषण ही, चलो अब बिल्कुल चुप और लग जाओ अपनी बीबी के बूब्स और चूत के काम पर , और शरद की दोनों निप्पल की जोर से कुरेद दिया,।
शरद पहले ही उत्तेजित था इसने आग में घी का काम किया और शरद सरिता के कड़क हो चुके चूचों पे टूट पड़ा, एक तो ice cream का स्वाद और दूजे सरिता की कयामत जवानी शरद पागल होकर जोर जोर से दांए बूब को चूसने लगा और बांई निप्पल को उंगली और अंगूठे से दबाने और कुचलने लगा, सरिता को जिंदगी में पहली बार बॉब्स और चूत में एक साथ वो मजा आ रहा था वो उसने सिर्फ उसकी शादी शुदा सहेलियों से आज तक सुना था वो तड़प रही थी मचल रही थी और जोर जोर से आहैं और सिसकियां भर रही थी, चुकी रूम साउंड प्रूफ था आवाज का बाहर जाना नामुमकिन था, सरिता पैरों के पटकती जा रही थी और शरद का अब बांए चूचे का चूसना शुरू हो गया था
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शरद ने बहुत देर तक सरिता के चूचों को प्यार से और बुरी तरह भी चूसा, सरिता का हाल किसी मछली सा था, अब शरद उठा और लिक्विड चॉकलेट की बॉटल उठा कर लाया और ढेर सारी चॉकलेट सरिता की चूत पर उड़ेल दी फिर सरिता की आंखों में देखकर बोला क्या मैं मेरी बीबी के गोल्डन गेट को खोलने के समारोह का प्रारंभ कर सकता हूं हे सरिता देवी मुझे यह कार्य करने की अनुमति दीजिए। सरिता की चूत उबल रही थी वो अपने आपे में नहीं थी, कराहती हुई बोली मुझसे कुछ न पूछो मेरे बालम जी आपको क्या पता किसी कुंवारी औरत की क्या हालत होती है जब पहली बार कोई मर्द उसकी नंगी चूत के पास मुंह रख रहा होता है, बस इस चूत का उद्धार कर दो मेरे पतिदेव ये चूत आपको लाख लाख दुआए देगी अब देर ना करो जी, कहीं चूत की भभकती आग में मेरा ये बदन न स्वाहा हो जाए।
शरद ने अब देर ना करते हुए सरिता की चूत पर लगे गीले गीले चॉकलेट को चाटना शुरू किया उस में सरिता का चूत रस भी भरी मात्रा में मिल चुका था, शरद को जो खट्टा मीठा स्वाद मिल रहा था वो इस दुनियां में कहीं भी किसी भी कीमत पर नहीं मिल सकता है, वो सपड़ सपड़ चाट रहा था उसकी जुबान सरिता के चूत के दाने को भी रगड़ रही थी और सरिता मजे के समंदर में गोते लगा रही थी कोई पंद्रह मिनिट की चुसाई के बाद शरद ने अपना लोड़ा सरिता की चूत के मुंह पर रखा सरिता बोली बलम देखो आपकी ही पत्नी हूं कोई गैर औरत नही अपनी बीबी समझ कर ही चोदन करना मुझे बहुत डर लग रहा है, शरद उठा और तेल की शीशी लाया उसने बहुत सारा तेल चूत के छेद से भीतर डाला फिर अपने लंड को दोनों हाथों में तेल लेकर पूरा भिगोया और फिर लंड सरिता की चूत के मुंह पर रक्खा लंड टन टनाया हुआ था सरिता ने चादर मुठ्ठी में भर ली थी टोपा आहिस्ता से अंदर घुसा शरद ने थोड़ा जोर लगाया चूत की झिल्ली से टकराया शरद बोला बस एक बार सरिता जान, फिर तुम सारी जिंदगी आराम से लंड खा सकोगी, और एक झटके के साथ अपना लंड चूत में पेल दिया, सरिता ओह बोलकर और कुछ बोल ही नहीं पाई उसकी सांस रुक गई गाल आंसु से गीले हो गए शरद एक मिनिट ऐसे ही रुका और एक और तेज झटका और पूरा लंड चूत की जड़ तक जा पहुंचा, सरिता दर्द से बेहाल और कोई दो मिनिट बाद शरद के लंड का पिस्टन सरिता की चूत के ब्लॉक में धड़ाधड़ सर्विस करने लगा और घमासन युद्ध के दौरान सरिता की नई नवेली चूत कोई पांच बार झड़ी और अंत में शरद लोड़ा भी दम तोड़ता हुआ चूत को अपने अमृत रस से भरने लगा,। सरिता निहाल हो गई और झड़ती हुई शरद को बेतहाशा चूमती रही रोती रही प्रेम रस में डूबी, क्योंकि वासना का चरम प्रेम का आरंभ बिंदु होता है और ये प्रेम सच्चे ह्रदय वाले कभी भूलते नहीं है। यही प्रेम दोनों शरद और सरिता के मन में पड़ा।
उस रात शरद ने सरिता को चार बार चोदा और सरिता की चूत को अपने वीर्य से सिंचित किया।
उसका परिणाम प्रफुल्ल है ,
प्रफुल्ल का असली बाप शरद ही है आज ये बात श्रद्धा मैं तेरे सामने स्वीकार करती हूं, ये गोपनीय बात इस दुनियां में सिर्फ तू ही जानती है, अब भी यदि तू अपने दिल की बात मुझे नहीं बताना चाहे तो बेटी श्रद्धा तेरी मर्जी , अब मैं तुझे फोर्स नहीं करूंगी।