Ajju Landwalia
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भाग 4
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दोनो ही गाड़ियों के नंबर प्लेट पर एक ही नंबर अंकित था और दोनो ही गाडियों के रंग , आकार और यहां तक की दोनो गाडियां ही मानो एक दूसरे का हमशक्ल हो ! - ' मैं जाधव की ओर देखते हुए बोला।*
क्या तुम्हे नंबर याद है? -जाधव बोला!
कोई फायदा नहीं नंबर जानकर सर, मैंने पहले ही नंबर की जांच करवाई तो कुछ पता नहीं चल पाया! यानी की ये नंबर सरकारी दस्तवेजो में है ही नहीं! -जाधव की उत्सुकता को खत्म करते हुए बोला मैं।
ओह! काफ़ी शातिर निकले फिर वो। -जाधव मायूस होते हुए बोला।
' बिलकुल सर ! और इसका सीधा मतलब ये निकलता है की एक ही गाड़ी दो अलग अलग जगहों पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकती हैं! भले ही गाड़ी दो क्यों न हो।"
खैर आज सुबह भी एक उसके जैसा ही संदिग्ध घटना हुई है सर! एक बूढ़े व्यक्ति की लाश मिली है गोली लगने की वजह से ही! - मैंने सोचा जाधव को बता देता हूं।*
"क्या ? लाश मिली ? और तुम मुझे ये बात अभी बता रहे हो? -जाधव अपने चेहरे पर थोड़ी सी हैरानी भाव लाते हुए बोला।"
सर मैं बताने ही वाला थी की आपने सीधा मुद्दे पर आने की बात ला दी?
क्या कोई संबंध हो सकता है इन दो खूनों का आपस में? -जाधव उत्सुकतावस बोला।
"अभी तो कुछ कहा नहीं जा सकता सर,शायद हो भी सकता है !
उस व्यक्ति ने मरते मरते भी सिर्फ इतना ही बोला की तुम्हे उन्हे रोकना होगा? अब किसे और किसलिए रोके,ये तो अपने आप में ही एक रहस्य रह गया जो वो अपने मरने के साथ ही ले गया।
मुझसे एक गलती ये हो गई की मैने उनका पीछा नहीं किया! मैंने सोचा वो व्यक्ति शायद जिंदा होगा तो उसे अस्पताल ले जाता! पर खूनी भी कितने शातिर थे की गोली सीधा उसके दिल पर मारी थी ,और शायद उन्हें ये भी पता थी अब शहर के मुख्य इलाके से इतनी दूर कोई अस्पताल है भी नहीं तो उसका बचना नामुमकिन ही था।*"
खैर छोड़ो इन सब बातों को ये बताओ की किधर रहते हो? क्या यहीं के रहने वाले हो?- जाधव ने पूछा।
"नहीं सर मैं यहां का नहीं हूं ? मेरा अपना घर तो यहां सीतारामपुर गांव में है! इस शहर से करीबन साठ किलोमीटर दूर। और मैं यहीं सेक्टर 10A में रहता हूं। सरकारी फ्लैट में।*
सेक्टर 10A में ,यार सेक्टर 10B में तो मैं रहता हुं? पर तुम्हे कभी देखा नहीं ? -जाधव उत्सुक होते हुए तुरन्त पूछा।
शायद आप हाइवे से चले जाते होंगे ,आपको लंबी दूरी तय करनी होती है ना।
हां शायद ! -जाधव बोला।
पर sir आप उधर कैसे रहने लगे । आपको तो अपने थाने के आस पास ही रहना चाहिए था। मैं पूछना तो नहीं चाहता था पर जब वो मेरे बारे पूछने लगे तो सोचा मैं भी पूछ ही लेता हू।
अरे बात ऐसी है की मेरी बीवी को सजने संवरने का काफी शौक है तो इसीलिए ब्यूटी पार्लर चलती है! अब शहर की औरतों का इन सबमें लगाव कुछ ज्यादा ही होती हैं तो दुकान भी अच्छी खासी चलती हैं। - जाधव थोड़ा फीकी मुस्कान लेते हुए बोला।
तो फिर मिलते हैं इंस्पेक्टर अजय इस रविवार को आपके यहां या हमारे यहां? क्या बोलते हो ?
बिलकुल सर जैसा विचार होगा ! अब मैं तो नया हूं इधर तो आप ही आ जाइए मैडम को साथ लेकर। - मैं बोला।
ठीक है तो फिर ! मैं निकलता हूं ! केस के बारे में कुछ पता चलता है तो बताऊंगा।
साला कितना पका दिया। एक तो सुबह सुबह ही खून और ऊपर से ये इंस्पेक्टर जाधव। - पानी पीते हुए मेरे मुंह से अनायास ही निकल गया।
फ्लैशबैक:-
"अबे तुम लोगों के अकल ठिकाने है की नहीं? इतनी बड़ी मिस्टेक कैसे कर सकते हो? अभी हमने अपने धंधे को शुरू भी नहीं किया और तुम लोगो ने दो दो फिर से एक खून कर दी? तुम लोगों को क्या लगता हैं की पुलिस चुतिया है !"
सामने कुर्सी पर बैठा वो आदमी जिसके चेहरे पर इस समय गुस्सा साफ देखा जा सकता था। पर चेहरा उसका काले मास्क के पीछे छिपा हुआ था। काले रंग की सूट पहने वो किसी दरिंदे से कम नहीं लग था इस वक्त । ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे सामने खड़े व्यक्तियों को जो उसके जैसा ही वेशभूषा में थे उन्हें अभी के अभी जिंदा जला देगा।
एक अजीब सी जगह जो किसी खौफनाक किले से कम नहीं लग रहा था ।
I am sorry boss , वो बूढ़ा आदमी अचानक ही हमारे सामने आ गया । उसने हमारी बातें सुन ली थी ।
सालों काम तो बना नहीं और ऊपर से नुकसान करके आए हो।
क्या किया जाए तुम लोगों के साथ ?
सर, ऐसी गलती दुबारा नहीं होंगी ! Please forgive us।
चलों एक मौका देता हूं तुम्हे ! पर जल्द ही मुझे अच्छी खबर चाहिए।
वर्तमान में:-
यार वरुण चल कहीं चलके खाना खाते है? कोई अच्छी सी होटेल हो तो बताओ जहां थोड़ी पीने की व्यवस्था हो जाए ? आज बीवी को बता देता हूं की तू पार्टी दे रहा है अपने आने की खुशी में। - मैं वरुण की ओर देखते हुऐ और थोड़ा हंसते हुए बोला।
Sure sir! यहीं कोई चार पांच किलोमीटर के आस पास ही अच्छा होटल है! हम चल सकते हैं वहां ।
तो चले फिर?
yes sir।
यार वरुण तु शराब पीता भी है की नहीं? -अपनी गिलास में पैग बनाते हुए मैने वरुण से पूछा।
sir ज्यादा नहीं बस थोड़ी बहुत कभी कभार ले लेता हूं।
अबे शर्मा क्यूं रहा है? यहां कोई सीनियर जूनियर नहीं? खुल के पी। उसके चेहरे पर आई शर्म को भांपते हुए मैं बोला।
अब देख भाई पैग भी तु मुझसे बनवा रहा है। - मैंने सोचा थोड़ा मजे ले ही लेता हूं इसकी।
अरे sorry sir! दीजिए मैं बनाता हूं! थोड़ी डर उसके चेहरे पर स्वता ही आ गई।
"अरे यार तू फिर सेंटी हो गया। मजाक कर रहा था भाई मैं!
चल आज तुझे मैं पिलाता हुं। "
यार बीवी आज तो काफी चिल्लाएगी? -थोड़ी सी नशा चढ़ गई थी मुझे।
sir संभलके जाइएगा। - वरुण मुझे good night बोलते हुए बोला।
अबे तू अपनी देख ! मैं चला जाऊंगा । चल good night bro।
मैं अपनी बाइक को सड़क पर धीरे धीरे दौड़ाते हुए ले जा रहा था की अचानक ही मुझे सड़क पर कुछ विचित्र सा नजर आया।
सड़क काफी सुनसान सी मालूम पड़ रही थी इस वक्त , शायद सड़क पर इस वक्त ज्यादा लोग आते ही नहीं।
मैने अपनी बाइक रोकी और चल पड़ा उनके पास।
Bahut hi badhiya updates he dono ki dono TheEndgame Bro,
Ye murder mystery to badhti hi ja rahi he.........pehle ek murder hua fir dusra...............aur dono murder karne wala gang bhi ek hi he.......
Agli update ki pratiksha rahegi