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Incest आवारे सांड और चुदक्कड़ घोड़ियां

SKYESH

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doston company join kar liya hai Detroit me, company ne 3 months tak rehne ke liye ek chota sa flat bhi diya hai, yahan subah ke 5:23 bje hai, running ke liye nikal raha hoon. Kuch time tak Updates weekly aayenge....
best of luck for new Job and new life in US
 

आवारा

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अपडेट २४

अगले दिन मैं सुबह 7 बजे उठकर अपने नियम अनुसार कसरत करके नहाने चला गया। अब मुझे बहुत हल्का महसूस हो रहा था मैं नहाकर धोती लपेटा और आंगन में चला गया। मैंने देखा कि पीहू दीदी चारपाई पर बैठी हुई है तो मैं उन्हें नजरंदाज करके अपने कमरे में चला गया तो पीछे पीछे पीहू दीदी भी मेरे कमरे में आ गई।

"क्या हुआ दीदी, अब क्या है?" मैं थोड़ा गुस्से में बोला

"भाई तू मां को सूरज के बारे में कुछ कहेगा तो नहीं" पीहू दीदी विनती करती हुई बोली

"मैंने वादा किया था कि कुछ नहीं कहूंगा लेकिन आपको मेरी कुछ बातें माननी पड़ेंगी"

"भाई मैं सब कुछ करूंगी अपने प्यार के लिए"

"तो सूरज को कॉल करके बता देना कि आप कुछ दिन के लिए अपने चाचा के घर जा रही हो और आप अब घर से बाहर नहीं जाओगी और न ही सूरज से फोन पर बात करोगी।"

"लेकिन भाई"

"आपको मुझ पर विश्वास है ना! तो फिर मेरी इतनी बात मान लीजिए"

"ठीक है भाई मुझे पता नहीं तू क्या सोच रहा है लेकिन मुझे तुझ पर खुद से भी ज्यादा भरोसा है"

इतना कहकर पीहू दीदी घर के पिछवाड़े में नहाने चली जाती हैं, और मैं कुछ सोचता हुआ खेत में चला आता हूं, खेत में मुझे कल्लू दिखाई देता है जिसकी मुझे तलाश थी, मैं कल्लू के पास चला जाता हूं।

"राम राम बाबूजी, आप इतनी सुबह यहां खेत में क्या कर रहे हैं?"

"अरे मैं तो ऐसे ही घूमने फिरने आया था, तुम इतनी सुबह हल चला रहे हो, बहुत मेहनत करते हो भाई"

"बाबूजी पापी पेट का सवाल है, जब मेहनत करेंगे तभी तो खाने के लिए मिलेगा"

"ये बात भी ठीक है लो ये रख लो" मैंने ५०० रुपए का नोट कल्लू की तरफ बढ़ा दिया।

"ये किसलिए बाबूजी?"

"अरे पूछो मत रख लो"

"नहीं बाबूजी"

"शरमाओ नहीं तुम्हारी मां के लिए हैं, साड़ी खरीद देना सभ्या चाची के लिए"

कल्लू ५०० का नोट मुझसे लेकर रख लेता है।

"बाबूजी आपका बहुत बहुत धन्यवाद"

"५०० और दूंगा लेकिन उसके लिए एक छोटा सा काम करना पड़ेगा"

"बाबूजी आप हुकुम कीजिए"

"तुम्हे प्रधान जी के बेटे सूरज पर नजर रखनी पड़ेगी, सुबह से लेकर रात तक सूरज क्या करता है? कहां जाता है? सब कुछ पता करना पड़ेगा"

"नहीं बाबूजी प्रधान जी का बेटा नहीं बाकी गांव में किसी पर भी नजर रख लेंगे"

"१००० रुपए दूंगा"

"ठीक है बाबूजी आपके लिए कर रहा हूं।"

"और सुन मुझे पल–पल की खबर चाहिए, अभी से चालू हो जा"

फिर कल्लू हल रखकर वहां से चला जाता है, तभी मैं सभ्या चाची को सब्जियों के खेत में घूमते देखता हूं।

"सभ्या चाची इधर आना"

सभ्या चाची दौड़कर मेरे पास आने लगती है और उनकी चूचियां बहुत जोर जोर से ऊपर नीचे हिलती जाती हैं, सच कहूं तो मन कर रहा था कि यहीं सभ्या चाची को पटक के पेल दूं लेकिन मैं रागिनी काकी वाली गलती दोबारा नहीं दोहराना चाहता था।

"क्या हुआ बेटा तू इतनी सवेरे यहां किसलिए आया है?"

"चाची उस दिन हम दोनों के बीच शर्त लगी थी और मैं जीता था याद है की नहीं?"

"हां बेटा और मुझे ये भी याद है कि मुझे २४ घंटों के लिए तेरी सेवा करनी है लेकिन उस दिन के बाद तू पता नही कहां गायब हो गया"

"चाची मुझे कुछ काम आ गया था इसलिए याद नहीं रहा, आज फुरसत में हूं अब देखना कितनी मेहनत करवाता हूं।"

"मैं अपने बेटे की सेवा नहीं करूंगी तो कौन करेगा"

"आओ चाची पंपहाउस में बैठते हैं मेरे लिए चारपाई लगाओ और पानी लेकर आओ बहुत प्यास लगी है"

सभ्या चाची भागकर पंपहाउस में जाती है जिससे उनकी मोटी भरावदार गांड़ थिरकन करने लगती है, मेरा मन किया कि साली की गांड़ दबोचकर चूम लूं, मुझे खुद पर नियंत्रण ही नहीं हो रहा था मैंने सोचा कि सभ्या चाची को पंपहाउस में घुसते ही दबोच लेता हूं लेकिन ऐसा करता तो सब कुछ सत्यानाश हो जाता।

सभ्या चाची पंपहाउस के अंदर मेरे लिए चारपाई लगाती हैं और पानी लेने मटके के पास चली जाती हैं मैं सभ्या चाची के जिस्म के कटाव ताड़ते हुए चारपाई पर बैठता हूं।

"लो बेटा पानी" सभ्या चाची मुझे पानी का ग्लास देती हुई बोली

सभ्या चाची पानी देने के लिए झुकी हुई थी तो मैंने उनकी उंगलियों को स्पर्श करते हुए ग्लास का पानी उनकी साड़ी पर गिरा दिया और ऐसे दर्शाया जैसे की मुझसे गलती से गिरा हो।

"ओह चाची माफ कीजिए"

"ये क्या मेरी साड़ी गीली हो गई, अब मुझे अपने कमरे तक जाना पड़ेगा"

"कोई बात नहीं चाची साड़ी उतार कर बाहर डाल दीजिए कुछ देर में सूख जाएगी"

"ये तू क्या कह रहा है बेटा"

"चाची ठीक ही तो कह रहा हूं"

"कोई देखेगा तो क्या सोचेगा"

"चाची यहां कोई नहीं आएगा आप निश्चिंत हो जाओ"

"कल्लू देख लेगा तो गजब हो जाएगा"

"चाची कल्लू किसी काम से गया है शाम तक आएगा, और क्या कल्लू के जैसे मैं आपका बेटा नहीं हूं जो मुझसे इतना शर्मा रही हो"

"ऐसी कोई शर्म वाली बात नहीं है, चल ठीक है कर रही हूं" इतना कहकर सभ्या चाची ने अपनी साड़ी उतार कर बाहर झाड़ियों पर सुखाने के लिए डाल दी।

सभ्या चाची को ब्लाउज और पेटीकोट में देख मेरे लन्ड में हल्की हल्की अकड़न आने लगी क्योंकि उन्होंने ब्लाउज और पेटीकोट के अंदर कुछ नहीं पहना था और ब्लाउज और पेटीकोट का कपड़ा इतना पारदर्शी था कि उनकी बड़ी बड़ी चूचिया और उभारदार गांड़ कपड़े के बाहर छलक रहे थे और उनकी चने के दाने जैसी घुंडियां और उनका भूरा रंग नजर आ रहा था।

"चाची बड़ी खूबसूरत लग रही हो कसम से" मैं सभ्या चाची की बड़ी बड़ी चूचियों को घूरते हुए बोला

"चल झूठे मक्खन मत लगा" सभ्या चाची मुस्कुराती हुई बोली

"चाची सच में इस अवतार में तो आप कामदेवी से कम नही लग रही हो"

"बड़ा बदमाश हो गया है तू, अब बता क्या करना है।"

मैंने अपना मोबाइल चालू किया और उसमें एक गाना लगा दिया "बीड़ी जलाई ले जिगर से पिया"

"मेरी प्यारी चाची इस गाने पर नाचना शुरू कीजिए"

"क्या?"

"चाची शर्त मैं जीता था जो मैं कहूंगा आपको करना पड़ेगा"

सभ्या चाची थोड़ा गुस्से वाला मुंह बनाकर आंख दिखाने लगी लेकिन आखिर में उन्होंने नाचना शुरू किया और जैसे जैसे गाने की घुन पर उनकी गांड़ थिरकने लगी तो मेरे लन्ड में भी तनाव आना शुरू हो गया, सभ्या चाची की मोटी गांड़ आपस से टकरा रही थी जिससे एक कामुक ध्वनि बजने लगी थी और उनकी बड़ी बड़ी चूचियां भी ब्लाउज फाड़कर बाहर आने लगी थी।

तभी मैंने दूसरा गाना लगा दिया "टिप टिप बरसा पानी" सभ्या चाची ने नाचना चालू रखा और मैं कहां अपनी शरारत से बाज आने वाला था इसलिए मैंने पंपहाउस में लगी हुई छोटी सी टोटी को चालू कर दिया जिसमे एक पाइप लगा हुआ था और पाइप से सभ्या चाची के ऊपर पानी की बौछार मारने लगा तो उनकी ब्लाउज और पेटीकोट ऊपर से नीचे तक गीला होने लगा।

"आह्ह ये क्या कर रहा है तू" सभ्या चाची नाचती हुई रुक कर बोली

"उफ्फफ्फ चाची मजा आ गया हाहाहाहा" मैं मुस्कुराते हुए बोला

अब सभ्या चाची मादरजात नंगी नजर आ रही थी उनके ब्लाउज और पेटीकोट के पीछे छुपा अनमोल खजाना मेरी आंखों की गर्मी के साथ मेरे लन्ड की गर्मी को भी बढ़ा रहा था। सभ्या चाची का पूरा जिस्म गीला हो चुका था वह अपनी बड़ी बड़ी रसदार चुचियों को अपने दोनो हाथों से ढक कर उन्हें छुपाने की कोशिश कर रही थी।

"बेशरम ये क्या किया?" सभ्या चाची थोड़ा गुस्से में बोली

"चाची मैं थोड़ी मस्ती कर रहा था, आप इतना गुस्सा मत कीजिए, सब कुछ तय हुआ था कि २४ घंटों के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं और अभी तो १ घंटे भी नहीं हुए हैं, और अगर शर्त आप जीत जाती तो मुझे १ महीने तक गुलाम बनाती और अब ये गुस्सा मुझे मत दिखाओ नहीं तो देख लेना मैं आपसे कभी बात भी नहीं करूंगा इसलिए जो तय हुआ था निभाना पड़ेगा"

"ठीक है बेटा मैं आगे से गुस्सा नही करूंगी लेकिन तुम ऐसे मुझसे नाराज़ मत हो" सभ्या चाची मुझसे विनती करती हुई बोली

"चाची अब मेरी पीठ की तेल से मालिश कर दीजिए" कहकर मैंने धोती को छोड़कर अपने सारे कपड़े उतारे और पेट के बल चारपाई पर लेट गया
 
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आवारा

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Shandar updates he Baba Ji,

Me ye nahi kehta ki aap daily bade bade updates do, lekin weekly do ya teen updates post karne ki aap koshish karna,

Aapki professional and personal life me se thoda sa samay nikal kar hamara bhi khyal rakhne ki koshish to aap kar he sakte he...

Waiting for the next update

Nice update

Behtareen. Romanchak aur Rochak. Pratiksha agle rasprad update ki

भाई अपडेट तो बहुत जबरदस्त था पर भाई हीरो को ही आगे बढ़ाओ दूसरे कैरेक्टर में मजा नहीं आ रहा हीरो की च**** सबसे करवाओ भाई क्या आप की कहानी बहुत जबरदस्त है भाई पर भाई हीरो को ही आगे बढ़ाओ आप क्या हीरो जो है ना सबसे सॉलिड होना चाहिए हीरो का टांका जैसे वैसे वैसे ही सब से मिल जाए हीरो का मेन कैरेक्टर करो यार भाई नहीं तो क्या हीरो डब्बू किशन क लग रहा है मेरे को

Nice update..!!
Yaar Bhai yeh galat baat hai..apne balram ke liye toh koi rakho yaar..balram kya sabke zuttan hi khayega..tayi ko dusron ne choda fir apne hero ko mili..aur ab yeh Sheela bheema ko bol rahi hai ki Rubina ko chodne ke liye..Aisa nahi hona chahiye..Rubina apne balram se hi sirf chudni chahiye yeh bheema hath bhi na laga paye..aur yeh Sheela badi uchhal Rahi hai na isko bhi apne balram ke niche le aao..tab iski akad tutegi..!!

Nice update bro

Bhai aise kaise hosakta hai..pradhav tayi ki jamin chhinta hai lekin woh bura nahi hai..Aisa ho hi nahi sakta..tayi ki gaadi me cheedta hai fir bhi woh bura nahi aisa kaise ho sakta hai..!! Aur yeh Suraj bhi apne baap ki tarah hi harami lagta hai jo pihu ko chodne ke liye uska istemal kar raha hai..baki kuchh nahi hai..kyunki aapne starting me hi bataya tha ki Pradhan ka ladka pihu ke pichhe pada hai chodne ke liye..toh Kayka pyaar..balram apne Taya ki zameen bhi wapas layega aur pihu ki zindagi barbad hone se bhi bachayega..!!

तुम तो बुरखे में रहती हो फिर भी लोग तुम्हें घूरते हैं और शर्म देखने वाले को आनी चाहिए।"

"वाह मेरा जान तुमने तो ईंट का जवाब पत्थर से दिया"


Ek dum sahi baat bhai
Chudai ka to matlab maje se h chahe kahin se bhi mile
Agar itna sochne lage ki hero hee sabko chodega to kahani utni kaamuk nhi ho payegi
Yahi maza to h chudai ka jisme ek se chudai ke baad bhi dusre ke sath chhup ke start ho jaye

Shandar update . Keep posting
Interst bad rha h

बहुत ही सुंदर लाजवाब और रमणिय अपडेट है भाई मजा आ गया
कहानी में एक नया मोड आने की संभावना लगती हैंपीहू ने बताया कि वह सूरज से अपनी जमीन छुड़वाने के लिए नाटक करती हैं लेकिन वह प्यार करने लग जाती हैं
ताईजी के खेत और जायदाद जो सुरज के पिता प्रधान ने हडप कर ली हैं तो क्या अपना हिरो बलराम वो जायदाद वापिस हासिल कर पायेगा
पिहु और सुरज का प्रेम परवान चढ पायेगा क्या सूरज पीहू के लिए सही है या उसे धोखा दे रहा है
देखते हैं आगे

बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत अपडेट है भाई मजा आ गया
ये पिहु को डर हैं की बलराम ताईजी को सुरज के साथ बने प्रेम संबंध बता ना दे ईसलिए ताईजी के साथ ही सो गयी लेकीन बलराम के लंड लिये ये सही नहीं हुआ खैर
भिमा और शीला की चुदाई के बाद रुबिना का जिक्र बडा ही उम्दा लगा
बस ये देखना है की रुबिना किसके निचे आती है भीमा या बलराम नंबर मार लेता हैं आगे
अगले धमाकेदार और चुदाईदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा

Nice update brother 😊🙂😊

Nice update

धांसू अपडेट

Are are 😂😂Hero ko chor ke sabka hi hai


Chahe koi bhi aurat kisi se bhi lage rhe hai,,lekin ek Hero ko hero ka status tabhi milta hai jab wo kuch chize khud se haasil kare. Yaha pe to Hero bas dusro ki ki hui mehnat ne haath dho rha hai, khud kuch nhi kiya
Har kisi ka kisi na kisi ke saath already pagle se chakkar hai 😂😂

Mai ye nhi kahunga ki Hero ko har aurat ke saath sambandh hone chahiyye
Lekin hero ke naate itna to hona chahiye ki kuch characters aise ho jo sirf aur sirf hero se pyaar kare aur hero pe apna sab kuch samarpit kare tabhi
Balaraam hero kahlayega.

Vaise ye baat to acchi lagi ki bheema kisi ko chodna chahta hai, bechari ki khud ki maa din bhar rangreliya manati hai do kaudhi ke naukro ke saath to kam se kam uske bete ko kuch to milna hi chahiye
Par pahla haw to balraam ka banta hai

Varna to ye story bas kuch gaanv ke pariwaro ke bich ki havas hi rah gayi bas, balraam ka to koi role nhi raha.


Khair story to aap apne according hi likhoge i know, aur maine jab ye story start hui thi tab bhi kuch likha jisse aap bahot offend hue the aur report kiya tha mujhe
Koi ummed nhi hai mujhe aapse na hi aap aisa smjhna ki mai aapko suggestion vaigaira de rha hu
Mai to bas itna kahna chah rha tha ki aap alag tarah se likh rhe hain aur bahot logo ko ye pasand hai .
But not people like me

Bhai is story k titel k according aawara sand balram ko hona chahiye but aapne usko chhod kar sabko awara sand bana rakha he. Haveli ka thakur, uska ladka, hariya, kallu, ab to beema bhai bhi aa gaye. Ha chuddakd ghodiya sab he par apne hero k liye nahi. ,🤣🤣🤣🤣

exactly bhai log
mai to soch rha tha jab hero ki khud ki family aayegi tab padhunga lekin
aur aab to writer ji ne hint deke ye bhi bata diya ki bahno se bhi koi aasha nhi rakhni hai aab bas balraam ki maa hi bacchi hai , dekhtte hain writer ji ne kya soha hai

jo bhi ho yaar par ye log balraam to nhi hain naa


:)shuru me to padhi hi thi tabhi to comment kiya tha , abhi bhi upar upar se dekh leta hu kaha tak pahochi .
story erotic hai no doubt but aur importance honi chahiye balraam ki
jaise aabhi aisa to lag hi nhi rha ki tai tadap rhi ho balraam ke liye



Baba ji, mast update parhne ko mil rahe hai. Welcome Back. Kuch comments parhe sahi hai yah galat apni apni soch, please aap in comments se distract na hona aur kahani ko continue rakna.

Bhai mai bas itna chahta hu ki Rubina pehle hi apne pati se dhoka kha chuki hai..toh usko chudayi ke sath pyaar ki jarurat hai jo sirf balram de sakta hai..Rubina sirf balram ki honi chahiye baki kisi ki nahi.. please Bhai itni si baat toh Maan lo..!!
Aur jab balram ka baap aayega tab dekha jayega..yaar balram ke ghar ki aurte toh sirf balram ki ho..balram ka baap kisi aur ko chod de..!!
Bhai bas Rubina ko kisi aur se na chudwana bas apne hero balram ki hi woh honi chahiye..!!

Waiting for update

Mast hai bhai, lage raho.

Bhai aga baat manoge to atleast hero pihu Or apni khud ki sisters ki seal khud se kholega to Apki kahani ke anusaar wo main tag main bhi rahega Or bahuto ki bolti bhi band ho jayegi

Shaandaar lajawab, waiting for next update

Keep Going
Waiting For Next Update

Waiting for update

waiting for next update mitr

बहुत ही सुंदर लाजवाब और रमणिय अपडेट है
पीहू को डर हैं की बलराम ताईजी को सुरज के बारे में न बता ना दे इसलिए ताईजी के साथ ही सो गयी
भीमाऔर शीला की चुदाई के बाद भीमा रुबिना की चुदाई करना चाहता है जिसका पता शीला को है
बस ये देखना है की रुबिना किसके निचे आती है भीमा या बलराम नंबर मार लेता हैं आगे

Waiting for next update

Keep it up 😉

sahi.................

इंतजार रहेगा अगले अपडेट का

Waiting for your update

Jldi update do bhut shandar story h

To kya Rubina bhabhi pahli hero ki lover hogi kya

Baba ji time mila hum jese doston ke liye. Update de.

अच्छी कहानी लिख़ रहे हो भाई। 👏👌👏

Eagerly waiting for next update

Waiting for update

Waiting for next update

:congrats: for job
:cry: for closing story

Thread opened

wonderful and congrats for your new job in the US..hope next update aap jaldi hi doge..

Welcome baba ji

Congratulations for job🎉🥳

Cheers...........................

वेलकम भाई

Welcome back
Update ka intzaar rahega

welcome back bro..!!

Welcome back bro

Kahani aage badhao bhai. Pratiksha agle rasprad update ki

अपडेट की प्रतिक्षा है भाई जल्दी से दिजिएगा


:congrats:for New Job

Welcome back

update kab tak aayega :wink2:

best of luck for new Job and new life in US

Update please

Waiting for your new update

Waiting For Next Update


doston aap sabki well wishes ke liye dil se shukriya, meri new job hai u.s.a me isliye woh meri first priority hai aur aap sab bilkul patience banaye rakhiye ye story atleast 3 saal chalegi aur abhi ke liye mai weekly 1-2 updates deta rahunga, yahan u.s.a me lifestyle bilkul alag hai family nahi hai toh thoda akelapan sa bhi lagta hai, mai koshish karta hoon story likhu par nahi ho paata khair yahan ek dutch ladki se friendship hui hai, let see zindagi kahan le jaati hai......

Update post kar diya hai toh please padhkar apne reviews jaroor likhiyega....
 

A.A.G.

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अपडेट २४

अगले दिन मैं सुबह 7 बजे उठकर अपने नियम अनुसार कसरत करके नहाने चला गया। अब मुझे बहुत हल्का महसूस हो रहा था मैं नहाकर धोती लपेटा और आंगन में चला गया। मैंने देखा कि पीहू दीदी चारपाई पर बैठी हुई है तो मैं उन्हें नजरंदाज करके अपने कमरे में चला गया तो पीछे पीछे पीहू दीदी भी मेरे कमरे में आ गई।

"क्या हुआ दीदी, अब क्या है?" मैं थोड़ा गुस्से में बोला

"भाई तू मां को सूरज के बारे में कुछ कहेगा तो नहीं" पीहू दीदी विनती करती हुई बोली

"मैंने वादा किया था कि कुछ नहीं कहूंगा लेकिन आपको मेरी कुछ बातें माननी पड़ेंगी"

"भाई मैं सब कुछ करूंगी अपने प्यार के लिए"

"तो सूरज को कॉल करके बता देना कि आप कुछ दिन के लिए अपने चाचा के घर जा रही हो और आप अब घर से बाहर नहीं जाओगी और न ही सूरज से फोन पर बात करोगी।"

"लेकिन भाई"

"आपको मुझ पर विश्वास है ना! तो फिर मेरी इतनी बात मान लीजिए"

"ठीक है भाई मुझे पता नहीं तू क्या सोच रहा है लेकिन मुझे तुझ पर खुद से भी ज्यादा भरोसा है"

इतना कहकर पीहू दीदी घर के पिछवाड़े में नहाने चली जाती हैं, और मैं कुछ सोचता हुआ खेत में चला आता हूं, खेत में मुझे कल्लू दिखाई देता है जिसकी मुझे तलाश थी, मैं कल्लू के पास चला जाता हूं।

"राम राम बाबूजी, आप इतनी सुबह यहां खेत में क्या कर रहे हैं?"

"अरे मैं तो ऐसे ही घूमने फिरने आया था, तुम इतनी सुबह हल चला रहे हो, बहुत मेहनत करते हो भाई"

"बाबूजी पापी पेट का सवाल है, जब मेहनत करेंगे तभी तो खाने के लिए मिलेगा"

"ये बात भी ठीक है लो ये रख लो" मैंने ५०० रुपए का नोट कल्लू की तरफ बढ़ा दिया।

"ये किसलिए बाबूजी?"

"अरे पूछो मत रख लो"

"नहीं बाबूजी"

"शरमाओ नहीं तुम्हारी मां के लिए हैं, साड़ी खरीद देना सभ्या चाची के लिए"

कल्लू ५०० का नोट मुझसे लेकर रख लेता है।

"बाबूजी आपका बहुत बहुत धन्यवाद"

"५०० और दूंगा लेकिन उसके लिए एक छोटा सा काम करना पड़ेगा"

"बाबूजी आप हुकुम कीजिए"

"तुम्हे प्रधान जी के बेटे सूरज पर नजर रखनी पड़ेगी, सुबह से लेकर रात तक सूरज क्या करता है? कहां जाता है? सब कुछ पता करना पड़ेगा"

"नहीं बाबूजी प्रधान जी का बेटा नहीं बाकी गांव में किसी पर भी नजर रख लेंगे"

"१००० रुपए दूंगा"

"ठीक है बाबूजी आपके लिए कर रहा हूं।"

"और सुन मुझे पल–पल की खबर चाहिए, अभी से चालू हो जा"

फिर कल्लू हल रखकर वहां से चला जाता है, तभी मैं सभ्या चाची को सब्जियों के खेत में घूमते देखता हूं।

"सभ्या चाची इधर आना"

सभ्या चाची दौड़कर मेरे पास आने लगती है और उनकी चूचियां बहुत जोर जोर से ऊपर नीचे हिलती जाती हैं, सच कहूं तो मन कर रहा था कि यहीं सभ्या चाची को पटक के पेल दूं लेकिन मैं रागिनी काकी वाली गलती दोबारा नहीं दोहराना चाहता था।

"क्या हुआ बेटा तू इतनी सवेरे यहां किसलिए आया है?"

"चाची उस दिन हम दोनों के बीच शर्त लगी थी और मैं जीता था याद है की नहीं?"

"हां बेटा और मुझे ये भी याद है कि मुझे २४ घंटों के लिए तेरी सेवा करनी है लेकिन उस दिन के बाद तू पता नही कहां गायब हो गया"

"चाची मुझे कुछ काम आ गया था इसलिए याद नहीं रहा, आज फुरसत में हूं अब देखना कितनी मेहनत करवाता हूं।"

"मैं अपने बेटे की सेवा नहीं करूंगी तो कौन करेगा"

"आओ चाची पंपहाउस में बैठते हैं मेरे लिए चारपाई लगाओ और पानी लेकर आओ बहुत प्यास लगी है"

सभ्या चाची भागकर पंपहाउस में जाती है जिससे उनकी मोटी भरावदार गांड़ थिरकन करने लगती है, मेरा मन किया कि साली की गांड़ दबोचकर चूम लूं, मुझे खुद पर नियंत्रण ही नहीं हो रहा था मैंने सोचा कि सभ्या चाची को पंपहाउस में घुसते ही दबोच लेता हूं लेकिन ऐसा करता तो सब कुछ सत्यानाश हो जाता।

सभ्या चाची पंपहाउस के अंदर मेरे लिए चारपाई लगाती हैं और पानी लेने मटके के पास चली जाती हैं मैं सभ्या चाची के जिस्म के कटाव ताड़ते हुए चारपाई पर बैठता हूं।

"लो बेटा पानी" सभ्या चाची मुझे पानी का ग्लास देती हुई बोली

सभ्या चाची पानी देने के लिए झुकी हुई थी तो मैंने उनकी उंगलियों को स्पर्श करते हुए ग्लास का पानी उनकी साड़ी पर गिरा दिया और ऐसे दर्शाया जैसे की मुझसे गलती से गिरा हो।

"ओह चाची माफ कीजिए"

"ये क्या मेरी साड़ी गीली हो गई, अब मुझे अपने कमरे तक जाना पड़ेगा"

"कोई बात नहीं चाची साड़ी उतार कर बाहर डाल दीजिए कुछ देर में सूख जाएगी"

"ये तू क्या कह रहा है बेटा"

"चाची ठीक ही तो कह रहा हूं"

"कोई देखेगा तो क्या सोचेगा"

"चाची यहां कोई नहीं आएगा आप निश्चिंत हो जाओ"

"कल्लू देख लेगा तो गजब हो जाएगा"

"चाची कल्लू किसी काम से गया है शाम तक आएगा, और क्या कल्लू के जैसे मैं आपका बेटा नहीं हूं जो मुझसे इतना शर्मा रही हो"

"ऐसी कोई शर्म वाली बात नहीं है, चल ठीक है कर रही हूं" इतना कहकर सभ्या चाची ने अपनी साड़ी उतार कर बाहर झाड़ियों पर सुखाने के लिए डाल दी।

सभ्या चाची को ब्लाउज और पेटीकोट में देख मेरे लन्ड में हल्की हल्की अकड़न आने लगी क्योंकि उन्होंने ब्लाउज और पेटीकोट के अंदर कुछ नहीं पहना था और ब्लाउज और पेटीकोट का कपड़ा इतना पारदर्शी था कि उनकी बड़ी बड़ी चूचिया और उभारदार गांड़ कपड़े के बाहर छलक रहे थे और उनकी चने के दाने जैसी घुंडियां और उनका भूरा रंग नजर आ रहा था।

"चाची बड़ी खूबसूरत लग रही हो कसम से" मैं सभ्या चाची की बड़ी बड़ी चूचियों को घूरते हुए बोला

"चल झूठे मक्खन मत लगा" सभ्या चाची मुस्कुराती हुई बोली

"चाची सच में इस अवतार में तो आप कामदेवी से कम नही लग रही हो"

"बड़ा बदमाश हो गया है तू, अब बता क्या करना है।"

मैंने अपना मोबाइल चालू किया और उसमें एक गाना लगा दिया "बीड़ी जलाई ले जिगर से पिया"

"मेरी प्यारी चाची इस गाने पर नाचना शुरू कीजिए"

"क्या?"

"चाची शर्त मैं जीता था जो मैं कहूंगा आपको करना पड़ेगा"

सभ्या चाची थोड़ा गुस्से वाला मुंह बनाकर आंख दिखाने लगी लेकिन आखिर में उन्होंने नाचना शुरू किया और जैसे जैसे गाने की घुन पर उनकी गांड़ थिरकने लगी तो मेरे लन्ड में भी तनाव आना शुरू हो गया, सभ्या चाची की मोटी गांड़ आपस से टकरा रही थी जिससे एक कामुक ध्वनि बजने लगी थी और उनकी बड़ी बड़ी चूचियां भी ब्लाउज फाड़कर बाहर आने लगी थी।

तभी मैंने दूसरा गाना लगा दिया "टिप टिप बरसा पानी" सभ्या चाची ने नाचना चालू रखा और मैं कहां अपनी शरारत से बाज आने वाला था इसलिए मैंने पंपहाउस में लगी हुई छोटी सी टोटी को चालू कर दिया जिसमे एक पाइप लगा हुआ था और पाइप से सभ्या चाची के ऊपर पानी की बौछार मारने लगा तो उनकी ब्लाउज और पेटीकोट ऊपर से नीचे तक गीला होने लगा।

"आह्ह ये क्या कर रहा है तू" सभ्या चाची नाचती हुई रुक कर बोली

"उफ्फफ्फ चाची मजा आ गया हाहाहाहा" मैं मुस्कुराते हुए बोला

अब सभ्या चाची मादरजात नंगी नजर आ रही थी उनके ब्लाउज और पेटीकोट के पीछे छुपा अनमोल खजाना मेरी आंखों की गर्मी के साथ मेरे लन्ड की गर्मी को भी बढ़ा रहा था। सभ्या चाची का पूरा जिस्म गीला हो चुका था वह अपनी बड़ी बड़ी रसदार चुचियों को अपने दोनो हाथों से ढक कर उन्हें छुपाने की कोशिश कर रही थी।

"बेशरम ये क्या किया?" सभ्या चाची थोड़ा गुस्से में बोली

"चाची मैं थोड़ी मस्ती कर रहा था, आप इतना गुस्सा मत कीजिए, सब कुछ तय हुआ था कि २४ घंटों के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं और अभी तो १ घंटे भी नहीं हुए हैं, और अगर शर्त आप जीत जाती तो मुझे १ महीने तक गुलाम बनाती और अब ये गुस्सा मुझे मत दिखाओ नहीं तो देख लेना मैं आपसे कभी बात भी नहीं करूंगा इसलिए जो तय हुआ था निभाना पड़ेगा"

"ठीक है बेटा मैं आगे से गुस्सा नही करूंगी लेकिन तुम ऐसे मुझसे नाराज़ मत हो" सभ्या चाची मुझसे विनती करती हुई बोली

"तो चाची अब मेरी पीठ की तेल से मालिश कर दीजिए" कहकर मैं पेट के बाल चारपाई पर लेट गया।
nice update..!!
balram ne achha kiya kallu ko uss suraj ke pichhe lagwa kar..ab sabhya chachi ki bari hai..bahot achhese balram sabhya chachi ke maje le raha hai..!!
 
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