कई वर्ष पहले अमिताभ बच्चन साहब की एक मूवी देखी थी । उस मूवी मे एक गीत था - " दिल्लगी ने दी हवा , थोड़ा सा हवा उठा और आग जल गई , तेरी मेरी दोस्ती प्यार मे बदल गई । "
जरूर इस कहानी का शिर्षक आपने इस गीत से ही प्रेरित होकर रखा होगा । लेकिन उस फिल्म मे काफी सारे ट्विस्ट थे , एक लावारिस का संघर्ष था और लव स्टोरी मे बिछड़ना और मिलने का ड्रामा था ।
यहां पर फिलहाल कोई ट्रेजेडी जैसी चीजें अबतक दिखाई नही दी है और आपने पहले ही रीडर्स को बता दिया है कि इस स्टोरी का ' द एंड ' हैप्पी हैप्पी ' वाला है ।
जबकि किसी भी स्टोरी या फिर फिल्म मे सबकुछ शुरुआत से लेकर अंत तक ' वाह वाह ' नही होता । कुछ ट्रेजेडी , कुछ फैमिली ड्रामा , कुछ सस्पेंस तो अवश्य ही होता है ।
और हमे उसी ट्विस्ट का इंतजार है ।
खैर , दोनो लव वर्डस् अपनी अपनी मुहब्बत का इजहार कर चुके हैं और किसिंग - चुम्बन भी इनके बीच हो चुका है । भई , वातावरण एक हिल स्टेशन का हो , दो प्रेमी युगल हों और इजहारे मुहब्बत हो चुका हो तब फिर क्या ही कहना !
बहुत खुबसूरत अपडेट शर्मा जी ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट ।