- 29,061
- 67,322
- 304
ThanksI will read

ThanksI will read
Jaldi kaam kiya karo
Aap aadesh karo malikJaldi kaam kiya karo![]()
Shaandar jabardast Romanchak Update#75.
सुनहरे मानव का रहस्य (आज से 3 दिन पहले.... 5 जनवरी 2002, शिनवार 12:15, सीनोर राज्य, अराका)
रोजर आकृति के दिये हुए कमरे में पिछले 4 दिन से बोर हो रहा था।
आकृति ने अभी तक उसे कोई काम भी नहीं बताया था।
आकृति ना तो उसे कमरे से निकलने दे रही थी और ना ही कोई काम बता रही थी।
आकृति बस पूरे दिन भर में एक बार उससे मिलने आती थी और वह भी केवल 5 मिनट के लिये।
आज रोजर ने सोच रखा था कि वह आकृति से कहेगा कि या तो काम बता दो या फ़िर उसे बाहर जाने दो।
तभी दरवाजे की आवाज ने रोजर की सोच पर विराम लगाया।
आने वाली आकृति ही थी।
इससे पहले की रोजर आकृति को कुछ बोल पाता, वह स्वयं ही रोजर से बोल पड़ी- “रोजर तैयार हो जाओ, अब सुप्रीम पर जाने के लिये।“
रोजर यह सुनकर बहुत खुश हो गया। वह फौरन बिस्तर से उठा और एकदम चाक चौबंद नजर आने लगा।
लेकिन इससे पहले कि आकृति कुछ कर पाती, तभी कमरे के दरवाजे से एक चूहा और बिल्ली भागते हुए अंदर प्रविष्ट हुए।
आकृति यह देखकर कि कर चूहा और बिल्ली को देखने लगी। आकृति की तीव्र निगाहें दोनों जनवारों पर थी।
बिल्ली चूहे के पीछे पड़ी थी, पर वह चूहे को पकड़ नहीं पा रही थी। चूहे ने भागते हुए एक राउंड रोजर का मारा और फ़िर बिल्ली से बचते हुए वापस दरवाजे से बाहर की ओर भाग गया।
बिल्ली भी चूहे के पीछे-पीछे बाहर निकल गयी।
आकृति ने फ़िर से एक नजर रोजर पर मारी। रोजर ने भी आकृति को देख अपने दाहिने हाथ के अंगूठे को ‘थम्स-अप की तरीके से ऊपर उठाया, जो कि रोजर के रेडी होने का संकेत था।
आकृति ने रोजर को देखा और अपना ‘नीलदंड’ उठाकर रोजर की ओर लहराया।
नीलदंड से सुनहरे रंग की किरणें निकली और उन किरणों ने रोजर के शरीर को अपने घेरे में ले लिया।
रोजर ने डर के कारण अपनी आँखे बंद कर ली। अचानक रोजर का शरीर धीरे-धीरे पत्थर में तबदील होने लगा।
रोजर ने जब आँखे खोली तब तक उसके शरीर का गरदन तक का हिस्सा पत्थर में तबदील हो चुका था।
रोजर को कुछ समझ नहीं आया। उसने आकृति की ओर नजर उठा कर देखा। तब तक वह पूरा पत्थर का बन चुका था।
आकृति ने जब रोजर को पूरा पत्थर का बनते देखा तो फ़िर से अपने नीलदंड को उठाकर रोजर की ओर घुमाया।
इस बार रोजर के शरीर से एक सुनहरा प्रकाश-पुंज निकल कर बाहर आ गया।
वह प्रकाश-पुंज किसी सुनहरे मानव की तरह तेज चमक बिखेर रहा था।
“अब तुम सुनहरे मानव के रूप में परिवर्तित हो चुके हो। ये एक प्रकार का उर्जा रूप है, इस रूप में तुम किसी चीज को स्पर्श कर सकते हो, उसे उठा सकते हो और अपने हाव भाव व्यक्त कर सकते हो, मगर इस रूप में तुम किसी से बात नहीं कर सकते।
उर्जा के इस रूप में तुम्हे द्वीप की अदृश्य दीवार भी नहीं रोक पायेगी और तुम पानी पर दौड़ सकते हो या फ़िर पानी में साँस ले सकते हो।
तुम्हारा शरीर यहां मेरे पास सुरक्षित है। तुम्हारे पास केवल 8 घंटे का समय है। 8 घंटे से ज़्यादा तुम इस उर्जा रूप में नहीं रह सकते। 8 घंटा पूरा होते ही तुम्हारा उर्जा रूप स्वतः ही तुम्हारे शरीर में वापस आ जायेगा।
इसिलये याद रहे तुम्हे अपना काम इस 8 घंटे में ही पूरा करना पड़ेगा। क्या तुम अब तैयार हो यहां से जाने के लिये?" आकृति ने रोजर को सारी बातें अच्छे से समझा दी।
रोजर ने धीरे से सहमित से अपना सर हिलाया और उस कमरे से निकलकर उस गुफा के रास्ते से द्वीप के बाहर की ओर चल पड़ा।
रोजर द्वीप की अदृश्य दीवार को पारकर जैसे ही समुद्र के किनारे पहुंचा, उसे पूरा द्वीप पानी में नाचता हुआ दिखायी दिया ।
“ओ माई गॉड......यह द्वीप तो..... यह द्वीप तो पानी में घूम रहा है.... ऐसा कैसे संभव है? लगता है यह द्वीप अभी और बहुत से अंजान खतरों से भरा है।" रोजर मन ही मन बड़बड़ाया।
तभी रोजर को आसमान पर उड़ता हुआ एक हेलीकाप्टर दिखायी दिया।
रोजर को तुरंत अपने हेलीकाप्टर के साथ हुआ हादसा याद आ गया।
रोजर को लगा कि अब यह हेलीकाप्टर भी दुर्घटना ग्रस्त हो जायेगा, पर तभी उसे वह हेलीकाप्टर द्वीप से दूर जाता हुआ दिखायी दिया।
यह देख रोजर ने राहत की साँस ली।
तभी रोजर को हवा में उड़ती हुई एक झोपड़ी दिखायी दी ।
“ये मैं क्या देख रहा हुं, यह झोपड़ी हवा में कैसे उड़ रही है?"
वह झोपड़ी हवा में उड़ती हुई पोसाइडन की मूर्ति के पास जाकर गायब हो गयी।
तभी रोजर को द्वीप की धरती पर कुछ कंपन होते दिखे- “बाप रे....यह तो पूरी धरती कांप रही है। अब क्या होने वाला है?" रोजर बड़बड़ाया।
तभी द्वीप के किनारे से बहुत तेज तरंगे निकली और समुद्र में दूर तक चली गयी।
अभी रोजर इन तरंगो के बारे में सोच ही रहा था कि तभी वैसी ही तरंगे पूरे आसमान में भी फैल गयी।
रोजर को अब वह हेलीकाप्टर हवा में लहराते हुए दिखायी दिया। रोजर समझ गया कि अब वह हेलीकाप्टर दुर्घटना ग्रस्त होने वाला है।
हेलीकाप्टर का चालक हेलीकाप्टर को नीचे उतारने की कोशिश कर रहा था। हेलीकाप्टर आसमान में किसी परकटे पक्षी की तरह डोल रहा था।
थोड़ी देर के बाद उस हेलीकाप्टर के चालक ने हेलीकाप्टर का संतुलन बनाकर उसे पानी पर उतार लिया।
रोजर की आँखो में चालक के लिए प्रशंसा के भाव उभरे। रोजर अब पानी पर चलता हुआ उस हेलीकाप्टर की ओर बढ़ने लगा।
तभी रोजर को पानी की सतह पर बहती हुई एक बूढ़ी महिला दिखायी दी-
“यह कैसे संभव है? यह महिला पानी पर कैसे तैर रही है? नहीं..नहीं ये तो बेहोश है...या फिर शायद जिंदा ही नहीं है, पर यह इस महिला के आसपास का पानी हरा क्यों दिख रहा है? ....ओ माई गॉड...ये तो मेढक के जैसे हरे रंग के कीड़े हैं, पर यह इस महिला को उठाकर कहां ले जा रहे हैं?"
वह महिला अल्बर्ट की पत्नी मारिया थी।
तभी 'गुलुप' की आवाज के साथ मारिया का शरीर पानी में डूब गया।
“अरे, वह महिला कहां गयी? कहीं वह कीड़े उस महिला को पानी में तो नहीं खींच ले गये।" यह सोच रोजर ने पानी में डुबकी लगायी।
पानी के अंदर का दृश्य देखते ही रोजर के दिमाग ने काम करना ही बंद कर दिया।
पानी के नीचे नीली रोशनी बिखेरती एक बड़ी सी उड़नतश्तरी तैर रही थी। उड़नतश्तरी का आकार बिल्कुल गोल था। उसमें सैकड़ों दरवाजे बने दिखाई दे रहे थे।
उन्हिं में से एक दरवाजा खुला हुआ था, और वह हरे कीड़े मारिया को लेकर उसी दरवाजे से अंदर जा रहे थे।
रोजर ने घबराकर अपना सिर पानी के बाहर निकाल लिया।
तभी उसे पीछे की ओर से किसी बोट के इंजन की आवाज सुनाई दी।
रोजर ने पीछे पलट कर देखा, यह वही हेलीकाप्टर था, जो अब द्वीप की ओर बढ़ रहा था।
रोजर को एक पल के लिये समझ नहीं आया कि वह क्या करे? वह उड़नतश्तरी के पीछे जाये या फ़िर उस बोट के।
रोजर ने तुरंत फैसला ले लिया कि वह बोट की ओर जायेगा। शायद यह उसका अपनी दुनिया के प्रति लालच था।
यह सोच रोजर तुरंत पानी के बाहर आ गया और लहरो पर खड़ा होकर बोट को देखने लगा।
चूंकी इस समय बोट द्वीप की ओर बढ़ रही थी इसिलये रोजर ने बोट की ओर दौड़ लगा दी।
रोजर की स्पीड बहुत ज्यादा थी। धीरे-धीरे बोट पास आती जा रही थी।
तभी रोजर को बोट के पीछे एक विशालकाय व्हेल मछली दिखाई दी।
उस व्हेल ने बिना किसी तरह की आवाज किये हुए, पानी में एक ज़बरदस्त गोता लगाया, जिससे समुद्र का पानी बोट के पीछे लगभग 50 फुट तक ऊपर उठ गया।
रोजर के पास उस बोट के चालक को आगाह करने का भी समय नहीं था। इसिलये उसने अपने भागने की स्पीड और तेज कर दी।
उधर बोट पर मौजूद व्योम की निगाहें अब उस सुनहरे मानव की ओर थी।
तभी व्योम को अचानक से लगा कि उसकी बोट के पीछे कुछ है। जैसे ही वह पीछे पलटा उसे अपने पीछे समुद्र की लहरें लगभग 50 फुट ऊपर तक उठी हुई दिखाई दी।
“ओ माइ गॉड!......यह समुद्र की लहरें इतना ऊंचे कैसे उठ गई, ये तो मेरी बोट पर गिरने वाली है।"
व्योम ने घड़ी के सेकंडवे हिस्से में अपनी बोट से पानी में जम्प लगा दी।
तभी उसकी बोट के पीछे उठी लहर, बहुत तेजी से उसकी बोट पर आकर गिरी। एक बहुत तेज आवाज के साथ व्योम की बोट पूरी तरह टूटकर बिखर गयी।
व्योम अब पूरा का पूरा समुद्र के अंदर था।
एक सेकंड के लिये उसकी आंखें समुद्र में खुल गई और उसने समुद्र के अंदर जो दृश्य देखा, वह उसकी तो क्या? उसके सात पुस्तो को चौकाने के लिये काफ़ी थी।
पानी के अंदर एक उड़नतश्तरी नाच रही थी।
और इसी के साथ व्योम पर बेहोशी छाती चली गई।
रोजर ने व्योम को बेहोश होते देख उसे अपने हाथो में थाम लिया। अब उसने सोच लिया था कि वह व्योम को बचाकर ही रहेगा।
रोजर ने व्योम को अपने हाथो में ले द्वीप की ओर दौड़ लगा दी।
तभी ‘जन्नऽऽऽऽऽऽ‘की तेज आवाज करती वह उड़नतश्तरी, पानी के अंदर से निकली और उड़कर द्वीप के पास पहुंचकर गायब हो गयी।
उड़नतश्तरी के इतनी तेज नाचकर पानी में निकलने से पानी में एक विशालकाय भंवर बन गयी।
यह भंवर देख रोजर समझ गया कि उस रात ‘सुप्रीम’ के ऊपर से यही उड़नतश्तरी निकली होगी और इसी के वजह से पानी में भंवर बनी होगी, जिसमें कि सुप्रीम फंस गया था।
रोजर ने भंवर से बचने के लिये एक लंबा रास्ता चुना और व्योम को लेकर द्वीप की ओर चल दिया।
लगभग 25 मिनट के अंदर रोजर ने व्योम को द्वीप की दूसरी दिशा में ले जाकर समुद्र किनारे लिटा दिया।
जारी रहेगा_______![]()
Thank you very much bhaiShaandar jabardast Romanchak Update![]()
![]()
![]()
Aapne kab padhi sir?very nice story... please update
305 pages that's lovelymujhe nahi pata tha apki running story ke baare me but all the very best
![]()
WowRoger ke sath sath Vyom bhi jeevit hai, achha laga jaan kar dekhte hain aapne Vyom ke liye kya kya soch rakha hai kyonki sabse jyada varnan aapne isi ka kya hai height, training, water ke andar swimming etc etc.
Ye flying object water ke andar aur hard kide Mariya ko le gaye??? Ye sab alien hain ya phir island ke hi niwasi hain??
Wonderful update brother.
Bahut hi gazab ki update he Raj_sharma Bhai,
Roger ne apna kaam ko kar diya............lekin sath hi sath aakriti se rahasay bhi jaan liye.........
Khandahar me ye log raat bitane ke liye aa to gaye he...........lekin raat kaisi gujregi..........ya nahi pata..........
Keep rocking bro
Shandaar
Raj_sharma ye mahanubhav kaun hain, jaane pahchane se kyo lag rahe apan ko![]()
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय अपडेट है भाई मजा आ गया
Jabardast update
To vah tetu ka nishaan suyash ke kul devta ka nishaan hai
Or suyash ke us singhasan par bethte hi uski aatma 5020 varsho pahle ke samay me kailash parvat par chali gayi
He bhagwaan?
Itne saare sawaal? Ye sawal padh kar hi dimaak hil gayeab to hum paaka padhunga,
![]()
एक बार फ्लैशबैक मे चलते है , बीस हजार साल पूर्व के फ्लैशबैक मे । ग्रीक गाॅड पोसाइडन ने एक सुन्दरी क्लिटो से शादी करने के बाद धरती पर एक स्वर्ग की स्थापना की जिसे अटलांटिस का नाम दिया गया ।
अपनी पत्नी को उन्होने उपहार मे एक गोलाकार बड़ी सी मोती भेंट करी जिनमे ब्रह्माण्ड की अपार शक्तियां समाहित थी । यह मोती ब्रह्माण्ड के सात तत्वों - अग्नि , जल , वायु , पृथ्वी , आकाश , ध्वनि और प्रकाश को नियंत्रित करता था ।
पोसाइडन ने क्लिटो को एक अंगुठी भी भेट की थी और इस अंगुठी को धारण करने वाला ही इस मोती को कंट्रोल कर सकता था ।
इस दौरान क्लिटो ने अटलांटिस की सभ्यता को आधुनिक एवं चमत्कारिक इन्फ्रास्ट्रक्चर और सुख सुविधा से लैस कर दिया ।
पर दुर्भाग्य से पोसाइडन किसी बात पर अपने पत्नी से क्रोधित हुए और उन्हे एक तिलिस्म मे कैद कर दिया और साथ मे अंगुठी को किसी पर्वत पर फेंक दिया ।
इस तिलिस्म के अट्ठाइस द्वार थे जिसे खोलना असम्भव था ।
लेकिन यह सब होने से पहले क्लिटो ने पांच बार जुड़वे बच्चों को जन्म दिया था और उनमे सबसे बड़ा लड़का एटलस इस अटलांटिस का शासक बना । बाकी के नौ लड़के अन्य नौ क्षेत्र के शासक बने जिसे क्लिटो ने स्थापित किया था ।
एटलस अपनी मां के साथ हुए अन्याय से दुखी भी था और क्रोधित भी । उसने अपने भाई और सैनिकों के साथ पोसाइडन के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया , परिणाम स्वरूप सभी के सभी मारे गए । सिर्फ एटलस की प्रेग्नेंट बीवी लिडिया बची रही ।
पोसाइडन ने इस के बाद एक कृत्रिम तिलिस्म द्वीप ' अराका ' का निर्माण कर क्लिटो को उसमे कैद किया था । और उसने ऐसी व्यवस्था बना दी थी कि काला मोती जो क्लिटो के पास थी , वही प्राप्त कर सकता है जो एक लड़की हो , वह लड़की सिर्फ मानव हो और साथ मे देव पुत्री भी हो ।
कई हजार साल बाद इस खानदान मे ' ऐलेना ' नामक एक लड़की का जन्म हुआ । शायद यह सात हजार साल बाद हुआ । ऐलेना की शादी आकाशगंगा के एक योद्धा आर्गस से हुई । फिर इनके सात पुत्र और एक पुत्री हुई । पुत्री का नाम ' शलाका ' रखा गया ।
अब बात करते है ताजा अपडेट के बारे मे । सम्राट शिप का इस क्षेत्र मे पहुंचना कुछ प्रयोग था पर उसके अधिक संयोग था । असलम ने इस शिप को इस क्षेत्र मे लाने के लिए तिकड़म बैठाई पर सुयश और शैफाली का इस द्वीप पर आना हंड्रेड प्रतिशत कुदरती और संयोग था ।
क्यों की शैफाली के अलावा काले मोती को कोई भी धारण नही कर सकता ।
लेकिन फिर भी इस मोती को धारण करने से समस्या का हल नही होने वाला है जब तक अंगुठी की तलाश पुरी न हो । अंगुठी कहां है किसी को भी नही पता !
सुयश साहब की मुख्य भुमिका तिलिस्म के उन अट्ठाइस द्वार को पार करने मे बहुत अधिक होगी । सुयश साहब वैसे भी कुदरत प्रदत सूर्य टैटूज धारण किए हुए है और यह टैटूज कोई मानव द्वारा रचित टैटूज तो बिल्कुल ही नही होना चाहिए । मानव रचित टैटूज नर-भक्षी वृक्ष से उनकी रक्षा कतई नही कर सकता ।
कहानी वाकई बहुत ही बेहतरीन है पर सवाल कभी कम होने का नाम ही नही ले रहा है । आकृति से सुयश साहब का सम्बन्ध वर्तमान से सम्बंधित हो सकता है लेकिन शलाका से उनका सम्बन्ध धुंधला नजर आ रहा है ।
जैसा कामदेव भाई ने कहा , आप देवकी नंदन खत्री साहब और वेद प्रकाश शर्मा साहब के उपन्यास की याद दिला रहे है । मैने उन दोनो की उपन्यास पढ़ी है ।
हमेशा की तरह जगमग जगमग अपडेट शर्मा जी ।
Suspense kafi sulaj rhe hai to kahe ulaj rhe hai lekin safar kafi romanchakari hota jaa raha hai or majedaar bhi
.
Esa lagata hai Suyash jaroor Shalaka ke pass aaya hai is bar ab dekhte hai ye kitna such hai
Aap kya bolte ho Raj_sharma bhai![]()
Bilkul![]()
To Ab suyash salaka se milega to shyad kuch sawalonk ke jabab mil jaye ya aur ulajh jaye dekhte h
Bhai bahut hi shandar update tha khaskar kailash parvat![]()
nice update
Bahut hi shaandar update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and lovely update....
गजब!!!!
आर्यन, शलाका और हेमू सबके बीच का संबंध एक ही अपडेट में सामने ले आए आप![]()
इतना तो स्पष्ट है कि आर्यन और शलाका आपस में प्रेम करते हैं, और ऐमू भी उन दोनों के बीच की कड़ी है।
लेकिन ऐसे में 'आकृति' कहाँ से दोनों में बीच में टपक पड़ी?
लगता है आर्यन को ब्रह्मकलश नहीं मिल पाया। इसीलिए अब इतने वर्षों के बाद वो सुयश बन कर सामने है।
शलाका को ब्रह्मकलश की आवश्यकता नहीं क्योंकि वो स्वयं ही देवकन्या है।
एक बात का खटका ज़रूर है मन में -- सुप्रीम पर हुए खून का अब इस कहानी से कोई लेना देना है भी या नहीं?
अद्भुत लेखन भाई! अद्भुत!
इस बात को कितनी बार भी लिखें / कहें, कम है। बहुत बढ़िया... अति उत्तम!
Awesome update
Suyash abhi atit me pahunch gaya hai aur khud ke rahsay ko jan gaya ki wo purane Janam me Aaryan tha aur shalaka devi ke sath padhayi kr rha tha, aur shalaka se prem karta tha aur abhi emu ka rahsay bhi samne aa rha hai
Nice update....
Sach mein tag kahan hai fir
Devangri padhe hue bhi saalon beet gye last time 10th mein padhe the upar se aapke story ke characters western hai. Yahan koi bhi story padhe se pehle reviews dekh lete hoon kaise hai. Abhi tak ache hai saare time milne par ek saath padhungi 15-20 updates review bhi ban jayega badha sa okhay?![]()
Update 77 and 78
Ek dam jordar update tha bhai
Shalaka Aryan or Emu teenon ka rahasya ek bar me hi ujagar ho gaya to sach me Suyesh Aryan ka punarjanm ha lekin agar suyesh idhar itne khatre utha raha ha to shalaka udhar kya kar rahi ha kahin is brahm kalash ke chakkar me in dono ko koi shrap wagera to nahi mil gaya tha na jisse shalaka or uske bhai udhar ked ho gaye or ab aryan ka punarjanm hua ha suyesh ke roop me is shrap ko hatane ke liye lekin ek bat ha ye emu 5000 sal tak jinda kaise tha ye bat mujhe khatak rahi ha
Wah..flashback dikhane ka yeh behad dilchasp tareeka hai.
Aaj ke episode mei college romanceubhar ke aaya hai. Lekin yeh college toh 5 hazar saal se bhi poorana hai.
Suyash ne apne humshakalAaryan ko dekha; Shalaka
aur Emu
ke saath. Ab dekhna hai ki Suyash aur Aaryan ka kya connection hai yeh dekhna hai.
Ab Shalaka toh "sirf" 2000 saal hi zinda reh sakti thi. Lekin woh jaagi hai 5020 saal baad. Yaane usne aur uske bhaiyo itne saal cyrosleep mei thay.
Aisa lag raha hai ki ab poori kahani issi Bramha-Kannaur Brahma-Kalash
pe hogi. Bramha-kann toh filhaal atlantis mei kaale-moti
mei hai. Woh waha kaise pahucha yeh dilchasp kahani hogi.A ur Brahma-Kalash ke peeche kaun kaun pada hai yeh bhi pata chalega.
Agle update ka intezaar rahega..
I will read
Jaldi kaam kiya karo![]()
Shaandar jabardast Romanchak Update![]()
![]()
![]()
Sanju@very nice story... please update