इसको अगले अपडेट में क्लियर कर दूंगा।इन कुछ दिनो मे दो बातें हुई । पहला , रजत मित्तल साहब कोमा से बाहर आए , और दूसरा हमारे शूरवीर मनीष साहब पुलिस के हत्थे चढ़ गए ।
लेकिन एक और भी खास बात हुई और वह था शिविका का कन्फेशन । शिविका का एक चिट्ठी के माध्यम से अपने प्यार का कन्फेशन ।
यह वास्तव मे सुखद खबर है लेकिन हमारे सुखद और दुखद से क्या लाभ जब तक मनीष साहब को यह सुखद न लगे ।
पुलिस स्टेटमेंट हो गया है भैया, फिर भी मनीष बाबू अरेस्ट हुए।मनीष साहब के रिएक्शन से पता ही नही चल रहा है कि शिविका का लव प्रपोजल उनके किसी काम का है या नही !
बुरे वक्त मे दोस्त तो दूर परिवार भी आप का साथ छोड़ देते है । पर शिविका पहले दिन से अपने निश्चय और अपने अंकल के आदेश पर डटी हुई है ।
हीरे और कंकड़ मे अंतर करना मनीष साहब को इस आपातकाल स्थिति मे भी नही आया ।
खैर , मनीष साहब के लिए पुलिस कोई बड़ा इशू नही होना चाहिए क्यों की रजत साहब बहुत जल्द उसके साथ खड़े होते हुए दिखाई देंगे ।
धन्यवाद भैया जीरजत मित्तल साहब पर कातिलाना हमला करने वाला व्यक्ति कहीं दूर का नही बल्कि उनके अपने घर का ही है ।
खुबसूरत अपडेट रिकी भाई ।
बच गए हैं फिलहाल मित्तल साहबAb kya naya locha ho gaya? Kya mittal nikalne wala hai abhi? Mujhe lagta hai ki shivika ne pahchaan liya hai manish ko![]()
देखते हैं कि किसने काटा, अभी फिलहाल सही से तो बस समर को ही पता है मनीष का।Ye kya riky manish ka ek baar fir chutiya kaat diya gaya.ab kisne kaata? Kya shivika ne? Ya kisi or ne chugli khaai?
धन्यवाद भाईNice update![]()
धन्यवाद भाईRomanchak Pratiksha agle rasprad update ki
WOW ye kuch ajeeb ho raha hai yaha#अपडेट ३२
अब तक आपने पढ़ा -
अगले दिन मैं फिर से वहां चला गया। आज फिर शिविका आई थी, और फिर वो किसी को ढूंढ रही थी। उसकी नजर एक बार फिर मुझ पर टिकी, और वो कुछ देर ध्यान से मुझे देखती रही। तभी श्रेय ने उसके कंधे पर हाथ रखा, और वो दोनों फिर मित्तल सर के कमरे में चले गए।
थोड़ी देर बाद शिविका बदहवास सी कमरे से निकल कर नर्स को अंदर बुला ले गई, और नर्स ने भी फौरन किसी को कॉल किया....
अब आगे -
अब उस तरफ थोड़ी आगरा तफरी मची हुई थी। मेरा दिल भी किसी अंजानी आशंका से घिर गया था। कुछ देर बाद पूरी मित्तल फैमिली भी आ चुकी थी।
मैं भी उठ कर थोड़ा उस तरफ गया और सुनने की कोशिश की क्या हो रहा है। पता चला कि मित्तल सर कोमा से बाहर आ गए थे। ये सुन मुझे बहुत राहत मिली कि अब कम से कम सच बाहर आयेगा।
आज का दिन भी बीत गया। समर ने अभी तक मुझे कोई फोन नहीं किया था।
अगले दिन फिर से मैं वैसे ही जा कर हॉस्पिटल में बैठ गया। कल मित्तल सर को होश आने के बाद अभी उनको डॉक्टर ने किसी भी तरह के स्ट्रेस से दूर रखने को कहा था, इसीलिए पुलिस का स्टेटमेंट।नहीं हुआ था। आज पुलिस स्टेटमेंट लेने वाली थी।
दोपहर में पुलिस को हलचल बढ़ी हॉस्पिटल में और थोड़ी देर बाद एक SP रैंक का ऑफिसर आया उनके कमरे में जाने के लिए। शायद यही SP अमरकांत थे, इस केस के इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर। थोड़ी देर बाद वो मित्तल सर के कमरे में जाते हैं, और वहां पर पहले से मौजूद शिविका और मित्तल सर की पत्नी बाहर आते हैं।
वो दोनों भी आ कर इधर ही बैठ जाते हैं, लेकिन मुझसे थोड़ा दूर, जहां से हम लोग एक दूसरे को देख तो सकते थे मगर हमारी बात नहीं हो सकती थी। शिविका आंटी से बात करते हुए मुझे ही देख रही थी। कुछ देर बाद अमरकांत रूम से निकले और वो दोनों उनके पास जा कर कुछ बात करने लगे। फिर अमरकांत चले गए और वो दोनों भी मित्तल सर के कमरे में चले गए। जाते जाते एक बार फिर शिविका ने मेरी ओर देखा। इसके बाद फिर दिन भर कुछ खास नहीं हुआ।
अगले दिन फिर वही सिलसिला चला। आज समर को गए हुए चौथा दिन था, मगर मेरी उससे कोई बात नहीं हुई थी। शाम को शिविका वापस जाने हुए फिर से मुझे देखा, और इस बात वो थोड़ा मुस्कुराई, और चली गई।
मुझे बैठे हुए बहुत देर हो गई थी, तो मैं भी अपनी जगह से उठा और बाहर की ओर जाने लगा।
वेटिंग रूम से बाहर निकलते ही एक हाथ मेरे कंधे पर पड़ा, और मैने घूम कर देखा। ये एक इंस्पेक्टर था।
"चलिए मनीष बाबू, बहुत भाग लिए अब आप।"
उसके इतना कहते ही दो लोग सादे कपड़ों में मेरे आजू बाजू खड़े हो गए।
"चुपचाप इन दोनों के साथ नीचे जाइए, हम अभी हॉस्पिटल में आपको गिरफ्तार करके कोई हंगामा नहीं करना चाहते, और वैसे भी sp साहब ने आपको चुपचाप लाने कहा है पुलिस स्टेशन में।" वो इंस्पेक्टर फिर से बोला।
मैने हां में गर्दन हिला कर उन दोनों के साथ नीचे की ओर चल दिया। नीचे बेसमेंट पार्किंग में एक पुलिस की कार लगी थी, और मुझे उसी में बैठ कर बाहर ले जाया गया। गेट पर करते ही मुझे शिविका गेट के बाहर खड़ी दिखी, शायद किसी का इंतजार कर रही थी....
Ye to dout hai na bhai confirm to next update me hoga naअरे कैसे नहीं है?
मित्तल साहब बच गए, और मनीष को शायद शिविका के कहने पर पकड़ा गया...
स्टेटमेंट दे दी है उन्होंने, क्या दी है ये खुलासा अभी होगा।Awesome update
Mittal sahab koma se bahar aa gye lekin shayad abhi apni statement nhi di hai
Kya unki statement manish ke paksh me hogi
ये भी next अपडेट मे पता चल जाएगा।Shayad shivika manish ko pahchan chuki hai aur akhir me police ne bhi pahchan liya
Kya shivika ne koi tip di police ko ya manish apne chutiyapa ki vajah se fasa Kyoki jis sayanpat se wo regular 4 din se hospital ja rha hai aur mittal sahab jaise High profile case ki investigation chal rahi ho to kya police ki najar se bach paya hoga, uski hi kisi galati ki vajah se bhi ho pahchan me aa gya ho dekhte hai kya hota hai aage
धन्यवाद भाईWOW ye kuch ajeeb ho raha hai yaha
Pakka nahi lekin shyad Mittal sir ke hosh me aane ke bad SP ko shyad bata dia ho Manish bekasoor hai
Ya
JAne kya bat hue ho
Lekin
Shivika jis tarh se Manish ko get up me dekh rhe thi esa lagata hai usne pehchan leya Manish ko
Lekin
Ye last me esa lagata hai ki shyad ye simple kapde me Police na hoke shyad Shivika ke bheje hue log ho ya fir shyad Samar wapas aa gaya ho or usne he ye kia ho
.
Kher ye update se lagata hai ab kuch or naya aane wala hai next update me
Very well update Riky007 bhai
अगले कुछ अपडेट्स में सब डाउट क्लियर हो जाएंगे भाई।Ye to dout hai na bhai confirm to next update me hoga na![]()
Bahut hi shaandar update diya hai Riky007 bhai....#अपडेट ३२
अब तक आपने पढ़ा -
अगले दिन मैं फिर से वहां चला गया। आज फिर शिविका आई थी, और फिर वो किसी को ढूंढ रही थी। उसकी नजर एक बार फिर मुझ पर टिकी, और वो कुछ देर ध्यान से मुझे देखती रही। तभी श्रेय ने उसके कंधे पर हाथ रखा, और वो दोनों फिर मित्तल सर के कमरे में चले गए।
थोड़ी देर बाद शिविका बदहवास सी कमरे से निकल कर नर्स को अंदर बुला ले गई, और नर्स ने भी फौरन किसी को कॉल किया....
अब आगे -
अब उस तरफ थोड़ी आगरा तफरी मची हुई थी। मेरा दिल भी किसी अंजानी आशंका से घिर गया था। कुछ देर बाद पूरी मित्तल फैमिली भी आ चुकी थी।
मैं भी उठ कर थोड़ा उस तरफ गया और सुनने की कोशिश की क्या हो रहा है। पता चला कि मित्तल सर कोमा से बाहर आ गए थे। ये सुन मुझे बहुत राहत मिली कि अब कम से कम सच बाहर आयेगा।
आज का दिन भी बीत गया। समर ने अभी तक मुझे कोई फोन नहीं किया था।
अगले दिन फिर से मैं वैसे ही जा कर हॉस्पिटल में बैठ गया। कल मित्तल सर को होश आने के बाद अभी उनको डॉक्टर ने किसी भी तरह के स्ट्रेस से दूर रखने को कहा था, इसीलिए पुलिस का स्टेटमेंट।नहीं हुआ था। आज पुलिस स्टेटमेंट लेने वाली थी।
दोपहर में पुलिस को हलचल बढ़ी हॉस्पिटल में और थोड़ी देर बाद एक SP रैंक का ऑफिसर आया उनके कमरे में जाने के लिए। शायद यही SP अमरकांत थे, इस केस के इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर। थोड़ी देर बाद वो मित्तल सर के कमरे में जाते हैं, और वहां पर पहले से मौजूद शिविका और मित्तल सर की पत्नी बाहर आते हैं।
वो दोनों भी आ कर इधर ही बैठ जाते हैं, लेकिन मुझसे थोड़ा दूर, जहां से हम लोग एक दूसरे को देख तो सकते थे मगर हमारी बात नहीं हो सकती थी। शिविका आंटी से बात करते हुए मुझे ही देख रही थी। कुछ देर बाद अमरकांत रूम से निकले और वो दोनों उनके पास जा कर कुछ बात करने लगे। फिर अमरकांत चले गए और वो दोनों भी मित्तल सर के कमरे में चले गए। जाते जाते एक बार फिर शिविका ने मेरी ओर देखा। इसके बाद फिर दिन भर कुछ खास नहीं हुआ।
अगले दिन फिर वही सिलसिला चला। आज समर को गए हुए चौथा दिन था, मगर मेरी उससे कोई बात नहीं हुई थी। शाम को शिविका वापस जाने हुए फिर से मुझे देखा, और इस बात वो थोड़ा मुस्कुराई, और चली गई।
मुझे बैठे हुए बहुत देर हो गई थी, तो मैं भी अपनी जगह से उठा और बाहर की ओर जाने लगा।
वेटिंग रूम से बाहर निकलते ही एक हाथ मेरे कंधे पर पड़ा, और मैने घूम कर देखा। ये एक इंस्पेक्टर था।
"चलिए मनीष बाबू, बहुत भाग लिए अब आप।"
उसके इतना कहते ही दो लोग सादे कपड़ों में मेरे आजू बाजू खड़े हो गए।
"चुपचाप इन दोनों के साथ नीचे जाइए, हम अभी हॉस्पिटल में आपको गिरफ्तार करके कोई हंगामा नहीं करना चाहते, और वैसे भी sp साहब ने आपको चुपचाप लाने कहा है पुलिस स्टेशन में।" वो इंस्पेक्टर फिर से बोला।
मैने हां में गर्दन हिला कर उन दोनों के साथ नीचे की ओर चल दिया। नीचे बेसमेंट पार्किंग में एक पुलिस की कार लगी थी, और मुझे उसी में बैठ कर बाहर ले जाया गया। गेट पर करते ही मुझे शिविका गेट के बाहर खड़ी दिखी, शायद किसी का इंतजार कर रही थी....