chapter 13
रीमा दरवाजे पे खरी राजू की सारी बाते सुनने के बाद अपने कमरे मे जाती है और अलमारी से कुछ निकाल कर फिर राजू के कमरे के दरवाजे पे खरे होकर
रीमा - राजू को पुकारते हुवे राजू बेटा दरवाजा खोल मुझे तुमसे कुछ बात करनी है
राजू मा की आवाज सुनते ही जल्दी से अपने आसु को साफ करते हुवे अपने आप को सही करता है और अपने चेहरे को नॉर्मल करता है ताकि मा को सक ना हो फिर राजू जाकर दरवाजा खुलता है
राजू - मा को देखते हुवे अरे मा आप यहा किया बात करनी है आप को
रीमा - राजू के चेहरे को गौर से देखती है फिर अंदर जाकर बिस्तर मे बैठ जाती है रीमा राजू से मेरे पास आकर बैठ
राजू मा को देखता है फिर रीमा के पास जाकर बैठ जाता है
राजू - मा कही आप मुझसे गुस्सा तो नही हो ना अगर आप गुस्सा है तो मे आप के सामने खरा हु आप जो चाहे सजा दे सकते है
रीमा - राजू को देखते हुवे मे यहा तुझे सजा देने नही आई हु मुझे तुमसे ये जानना है की तुम ने जो कहा की तुम मुझसे पेहले से ही प्यार करते हो और मुझे बीवी बना कर पति का प्यार देना चाहते हो किया तुमने जो कहा सच था
राजू - अपनी नजरे नीचे करते हुवे मै आप की कसम खाने के बाद कैसे झूठ बोल सकता हु
रीमा राजू को देखती है तो राजू नीचे नजरे किये हुवे था राजू को हिम्मत नही हो रही थी की वो अपने मा से नजरे मिला कर देख सके
रीमा - राजू को देखते हुवे तुम्हे पता है ना की तुम मेरे बारे मे जो सोचते हो वो एक मा और बेटे के बीच नही हो सकता और ये पाप है ये दुनिया ऐसे रिश्ते को पाप के नजरे से देखती है
राजू - मा को बिना देखे नजरे नीचे किये हुवे दुनिया किया सोचती है पाप किया है मुझे उसकी परवाह नही है अगर मुझे होती तो मे आप से प्यार कर ही नही पाता और मुझे आप से प्यार करने का कोई पछतावा नही है कियुंकी मैने एक अच्छी सुंदर सुसील और अच्छे दिल की मा से प्यार किया है भले की मुझे मेरा प्यार नही मिल पाया
रीमा - राजू की बात सुनने के बाद राजू को गौर से देखती फिर अपना हाथ आगे बढ़ाते हुवे ठीक है तो ये लो
राजू मा की बात सुन मा की हाथो की तरफ देखता है तो राजू पूरी तरह से हैरान हो जाता है कियुंकी रीमा के हाथ मे मंगलसूत्र था
राजू - हैरान होते हुवे मा को देखते हुवे मा ये किया है और आप मुझे ये ये कियु दे रही है
रीमा - अपना चेहरा दूसरी तरफ करते हुवे राजू को बिना देखे तुम मुझे अपनी बीवी बनाना चाहते हो ना और मुझे हर खुसिया देना चाहते हो तो इस लिये मे ये मंगलसूत्र दे रही हु
राजू - जल्दी मा की हाथो को पकर के मंगलसूत्र को मा की तरफ करते हुवे राजू के आखो मे आसु आ गये थे मा मुझे माफ कर दो मे अब समझ गया हु की प्यार किया होता है प्यार को जबरदस्ती या किसी की मजबूरी का फायदा उठा कर नही पाया जा सकता और मुझे पता है ये सब आप मेरी खुशी के लिये कर रही है आप कभी भी अपने दिल ये नही करेगी लेकिन मा आप को ये सब करने की कोई जरूरत नही है मे अब से अच्छा बेटा बन कर रहुंगा
रीमा - किया तुम अपने दिल से मेरे लिये जो फिलिंग है प्यार है निकाल पाओगे
राजू - आखो मे आसु लिये नजरे नीचे किये हुवे कभी नही मरते दम तक नही
रीमा - किया तुम्हे लगता है की मे ये जब मजबूरी मे तुम्हारी खुशी के लिये कर रही हु
राजू - हा
रीमा - मेरी तरफ देखो
राजू अपनी मा की तरफ देखता है
रीमा बिस्तर पे लेट जाती है
राजू मा को बिस्तर मे लेटता देख समझ नही पा रहा था की आखिर मा ने उसे कियु देखने के लिये कहा
तभी राजू की आखे फट जाती है राजू पूरी तरह से हैरान हो जाता है सामने का सीन देख कर
रीमा ने नाइटी पेहनी थी रीमा अपनी नाइटी पूरी उपर उठा देती है अपनी एक बरे चुचे भी बाहर निकाल देती है और अपनी दोनों टांगे फेला देती है
किया ही सीन था रीमा की भरी हुई बॉडी बरे बरे चुचे और टाइट चुत राजू के सामने था रीमा ने नजरे दूसरी तरफ घुमा ली थी कियुंकी रीमा को ये करते हुवे बहोत सर्म आ रही थी
राजू - रोते हुवे अपनी नजरे दूसरी तरफ करते हुवे जोर से मा आप ये किया कर रही हो जल्दी से अपने बदन को धक लो मुझे अब और बुरा फिल मत करवाओ
राजू की बात सुन रीमा अपने सरीर को ढ़कते बैठ जाती है और राजू के चेहरे को पकर के आसु को साफ करते हुवे
रीमा - मैने ये इस लिये किया कियुंकी तुम्हे मुझ पर बिस्वास नही हो रहा था तुम्हे लग रहा था मे मजबूरी मे तुम्हारी खुशी के लिये कर रही थी पर ऐसा नही है एक बीवी अपनी बॉडी सिर्फ अपने पति या प्यार को ही दिखाती है और मैने भी अपने प्यार अपने पति को बॉडी दिखाई है किसी और को नही
राजू - आखो मे आसु लिये हुवे हिम्मत कर के मा की आखो मे देखते हुवे लेकिन मुझे यकीन नही हो रहा की आप पुरे दिल से ये सब कर रही है
रीमा - लेकिन मुझपे यकीन कियु नही हो रहा
राजू - कियुंकी आप सब से अलग हो आप एक संस्कारी औरत है साथ मे मान मर्यादा इज़त मे रहने वाली है तो इसी लिये यकीन नही हो रहा की आप मेरी बीवी बनने के लिये राजी कियु हुई
रीमा - राजू को देखते हुवे तुम ने जो कहा वो सच है तुम मुझे कभी भी पा नही सकते थे लेकिन जब तुम ने मुझे बताया की तुम मुझसे कब से प्यार करते हो मुझे हर खुशी देना चाहते हो और दूसरी जब तुमने मुझे कसम खिलाई उसे बाद जो तुम मेरे साथ करना चाहते थे तुम्हारे पास ये मौका था हा ये सच है तुम्हारी कसम खाई थी तो मे उस कसम को पूरा करने के लिये अपनी टांगे तुम्हारे सामने फेला देती लेकिन ये भी सच है अगर तुम मेरे साथ ऐसा करते तो तुम मुझे कभी भी पा नही पाते मे तुम्हे उस पाप की कोई सजा तो नही देती लेकिन मै तुम्हे पूरी जिंदगी माफ नही करती लेकिन मौका होने के बाद भी तुमसे मेरे साथ ऐसा कुछ नही किया और तुम्हारे दिल मे जो हवस थी उसकी जगह प्यार आ गया
बस यही वजह है हमारे बीच जो मा बेटे का मेरे मान मर्यादा इजत संस्कार की जो दीवार खरी थी हम दोनों के बीच तो टूट गई और मेरे दिल मे भी तेरे लिये प्यार आ गया अब मुझे किसी की परवाह नही है अब मुझे सिर्फ तेरा प्यार चाहिये तेरा साथ चाहिये जन्मो जन्म का तो बोलो किया आप मुझे अपनी बीवी बना कर फिर से सोहागन बनायेगे किया आप मेरी लाइफ मे जो प्यार की कमी और खाली पन है उसे अपने प्यार से भरेगे किया आप मेरी मांग फिर से भरेगे
राजू बिना देरी कियु मा को गले लगा लेता है रीमा भी राजू के बाहो मे समा जाती है आज दो दिल मिल गये थे दोनों के आखो मे आसु थे लेकिन ये आसु प्यार के खुशी के आसु थे
राजू जो हमेसा अपनी मा को नीचे लाने के लिये ना जाने किया किया प्लान किया राजू हवस मे आकर अपनी मा के साथ चुदाई तो कर लेता लेकिन कभी वो अपनी मा को पुरे तरीके से पा नही पाता उल्टा अपनी मा को पूरी जिंदगी के लिये दर्द ही देता
और एक समय आता जब उसे अपनी गलती का एहसास होता लेकिन उस वक़्त तो बहोत देर हो चुकी होती
राजू ने सही समय रेहते ही अपने आप को रोक लिया उसे एहसास हुआ वो जो करने जा रहा था जो गलत है और उसी की वजह से राजू आज अपनी मा को पूरी तरह से पा लिया जिसके लिये वो तरस रहा था
किसी से अगर आप प्यार करते हो तो इस के लिये तैयार भी रहो की आप जिसे प्यार करते है जरूरी नही की वो आप को मिल ही जाये और अगर आप अपने प्यार को गलत तरीके से पाने की सोचते हो तो किया पता वो प्यार आगे चलकर मिल भी जाती लेकिन आप की गलत तरीके हवस की वजह से ना मिले और आप उसे हमेसा हमेसा के लिये खो दो साथ मे उसके नजरो मे हमेसा हमेसा के लिये गिर भी जाओ जिसे पूरी जिंदगी खुसिया देना चाहा आप उसे पूरी जिंदगी के लिये दर्द दे दो
फिर बाद मे अपनी गलती का एहसास हो तो फिर किया कुछ नही सब खतम
रीमा राजू अभी भी एक दूसरे के बाहो मे समाये हुवे थे थोरि देर बाद राजू अपनी मा के चेरहे जो पकर कर प्यार से देखते हुवे

हा मे आप को अपनी बीवी बना कर सारी खुसिया दूंगा आप का ख्याल आपकी लाइफ मे वो प्यार और खालीपन है उसे मे अपने प्यार से भर दूंगा
दोनों एक दूसरे को देखे प्यार से देखे जा रहे थे धीरे धीरे दोनों दोनों के होठ आपस मे मिल जाते है फिर दोनों एक दूसरे को किस करने लगते है

दोनों बरे प्यार से किस किये जा रहे थे
राजू फिर अपनी मा की जीब को अपने मुह मे भर के चूस चूस कर
रस पीने लगता है राजू को अपनी का लार भी किसी अमृत से कम नही लग रहा था

राजू अच्छे से जी भर के अपनी का का रस चूस चूस पे पी जाता है
अब रीमा भी राजू के जीब को मुह मे लेकर चूसने लगती है और अपने बेटे के मुह का लार चूस चूस कर पीने लगती है
3 मिनट तक दोनों एक दूसरे का रस पीने है फिर किस को तोर कर एक दूसरे को देखते है लेकिन रीमा शर्मा कर नजरे नीचे कर लेती है
राजू फिर मा को उठा कर बिस्तर पे लेता देता है और खुद मा को बाहो मे भर कर लेत जाता है
राजू मुझे तो बिस्वास नही हो रहा है की मैने आप को पा लिया पूरी तरह से
रीमा - सर्माते हुवे मुझे भी यकीन नही हो रहा है की अभी मे अपने बेटे और अपने प्यार के बाहो मे हु
राजू - मा को प्यार से आखो मे देखते हुवे आप को पा लिया तो बता नही सकता आज मे कितना खुश हु
रीमा - दिपु को देखते हुवे मे भी बहोत खुश हु मैने सोचा था की अब मेरी पूरी जिंदगी विदवा होकर ही गुजरेगी लेकिन सोचा नही था मे फिर से सुहागन मन के अपने पति का प्यार पा पाउंगी
राजू - सायद यही किस्मत चाहता था
रीमा - राजू को देखते हुवे मेरे पास मंगलसूत्र है आप मुझे पेहना कर मांग मे सिंदूर डाल कर अपना बना लीजिये मैने अपने आप को बहोत रोका है लेकिन अब रोकना मुश्किल है
राजू - मा को देखते हुवे नही अभी नही
रीमा - हैरान होकर राजू को देखते अभी कियु नही कर सकते
राजू - मा के गालो को सेहलाते हुवे कियुंकी मै आप के लिये नया मंगलसूत्र लाउगा फिर पुरे रस्म के साथ आप से सादी करुगा इसके बाद हम हनिमुन् के लिये xxx एक जगह है जो सुंदर पहारो से घिरा है वहा जायेंगे हनिमुन् के लिये
रीमा - शर्मा जाती है ये सुन कर और राजू के सीने मे अपना चेहरा छुपा कर लेकिन मैने सुना है ये जगह बहोत फेमस है और बहोत सुंदर भी है लेकिन हमारे पास इतना पैसा नही है इस लिये हम कभी भी इस लाइफ मे तो जा नही सकते और आप को ऐसा कुछ करने की जरूरत नही है बस मुझे आप का प्यार चाहिये
राजू अब अपनी मा को रीमा केह कर पुकारता है रीमा
रीमा राजू के मुह से रीमा सुन कर रीमा के अंदर एक लेहर दौर जाती है एक अजीब सी फिलिंग बाहर आ जाती है जो रीमा को पूरी तरह से पागल बना देती है
रीमा - राजू को प्यार से देखते हुवे एक बार फिर मेरे नाम से मुझे पुकारीये ना
राजू - रीमा की आखो मे देखते हुवे प्यार से रीमा रीमा मेरी प्यारी खूबसूरत रीमा
रीमा सर्म से पानी पानी हो जाती है लेकिन उसी के साथ उसका दिल खुशी से इस फिलिंग से नाच रहा था
राजू - थोरा सिर्यस् हो कर रीमा मुझे आप से कुछ केहना है
राजू को एकदम से सिर्यस् होता देख रीमा भी सिर्यस् हो कर
रीमा - हा बोलिये
राजू - मैने आप से कुछ बाते छिपाई है
रीमा - हैरान होकर राजू को देखते हुवे और वो किया है
राजू - पेहला तो सरप्राइज है जो मे अभी नही बताऊंगा
रीमा - ठीक है तो दूसरा किया है
राजू - को डर भी लग रहा था लेकिन बताना तो पड़ेगा ही राजू डरते हुवे दूसरा ये की आप रूमा के बारे मे तो जानती ही हो की मे उस से प्यार करता हु और वो मुझसे
रीमा - हा जानती हु
राजू - डरते हुवे लेकिन मुझे सीमा से भी प्यार है और सीमा भी मुझसे प्यार करती है
रीमा - ये सुनते ही हैरान होकर जोर से किया कहा आप ने और किया रूमा को इस बारे पे बता है
राजू - नीचे चेहरे जो किये हुवे हा रूमा को पता है
रीमा ये जान कर और हैरान हो जाती है
रीमा - और उसे सच जानने के बाद भी कोई दिकत नही है
राजू - नही बल्कि वो तो बहोत खुश है ये जान कर
रीमा - हैरान होते हुवे वो कियु भला
राजू फिर रूमा ने जो कहा था वो सब कुछ अच्छे से बता देता है
सारी बाते सुनते के बाद रीमा थोरि देर सोचते हुवे
रीमा - देखा जाय तो रूमा ने जो किया वो सही किया सीमा की लाइफ शुरू से ही बुरी चल रही थी उसे तो कभी भी प्यार भी नसीब नही हुआ लेकिन अब जब आप उसकी जिंदगी मे आये तो उसे अब वो प्यार मिलेगा और रूमा इसी लिये खुश है की उसकी मा को भी कोई प्यार करने वाला मिला है और ज्यादा खुश इस लिये है की आप उसे मिले
अब मे समझ सक्ति हु सारी बातो को फिर राजू को घूर के देखते हुवे अब ये भी बता ही दीजिये की आप और सीमा के बीच ये सब कब और कैसे हुआ
राजू - डरते हुवे अपनी नजरे फेरते हुवे सारी बाते बता देता है
रीमा रीमा को तो झटका लगता है ये जान कर की कल की रात को ही राजू और और सीमा के बीच ये सब हुआ और प्यार भी कर लिया घर जा कर
रीमा - गुस्सा दिखाते हुवे थोरा करक आवाज मे इधर उधर किया देख रहे है मेरी तरफ देखिये
राजू डरते हुवे रीमा की की तरफ देखता है
रीमा - गुस्सा वाला चेहरा बना के किया बात है मेरे ही घर मे मेरे होते हुवे आप ने सीमा के साथ वो सब किया फिर एक ही रात मे घर जाकर भी मान गई मे आप तो बहोत फास्ट निकले
राजू - अपने चेहरे पे हसी लाते हुवे हु ना मे कमाल का
रीमा - ये सुनते ही दो चार मुक्का सीने मे दे मारती है और मारते हुवे बेशर्म कही के फिर रीमा दूसरी तरफ भूम जाती है
रीमा ने प्यार से मारा था और ये बात राजू को पता थी रीमा अब दूसरी तरफ घुमि हुई थी तो रीमा की गांड राजू की तरफ था
राजू - भी नाटक करते हुवे आह बहोत ही जोर से मार दिया रे कोई अपने पति को ऐसे मरता है किया
रीमा - मीना देखे ही ज्यादा नाटक मेरे सामने मत कीजिये इतना जोर से भी नही मारा है सुकर मनाइये की सब जानने के बाद भी मैने धीरे से मारा है नही तो टांगे तोर देती मे
राजू अपनी मा को बाहो मे भर के पूरा सता लेता है
राजू - मा को बाहो मे लिये हुवे अरे मेरी जान नाराज मत हो तुम तो जानती हो ना रूमा सीमा अपनी लाइफ कैसे जीते आ रहे है अब हम ही तो उनके अपने है और मै तुम को अच्छे से जनता हु तुम दुसरो की तरह नही हो जो सिर्फ अपनी खुशी के बारे मे सोचते है और एक सच ये भी है की रूमा और सीमा से तुमको भी लगाओ हो गया है मैने सच कहा ना
रीमा - जोर से सास छोरते हुवे सही कहा रूमा और सीमा के आने से ये घर मे रोनक आ गई नही तो हम दोनों ही तो थे और रूपा सीमा दोनों बहोत अच्छी है इसी लिये मैने आप को कुछ नही कहा
राजू - सही कहा तुम ने
रीमा - फिर सर्माते हुवे एक बात पुछु आप से
राजू - हा पूछो ना
रीमा - अपनी गांड को अपने बेटे के लंड मे सता कर आप ने सीमा के साथ सब किया लेकिन वो वो आगे रीमा बोल नही पाती
राजू समझ जाता है राजू भी अपने खरे लंड को अपनी मा के मोटे गांड की दरार मे गुसा देता है अंदर जाते ही रीमा को अपने गांड की दरार और चुत पे दिपु का मोटा गरम लंड मेहसूस होता तो रीमा आह करती है
राजू - रीमा से मे समझ गया की तुम किया पूछना चाहती थी राजू रीमा की नाइटी उठा के अपनी मा की चुत पे उंगली रख के सेहलाते हुवे कान मे धीरे से यही ना की मैने उसकी चुदाई कियु नही की

रीमा सर्म से पानी पानी हो जाती है रीमा को अपनी चुत मे ऐसा मेहसूस होता है की अंदर मे चीटिया रेग रही हो लेकिन उसी के साथ उसे मजा भी आ रहा था
रीमा सुशील संस्कारी सर्मिलि औरत थी राजू रीमा से कितने भी गंदे बाद कियु ना करे या पूछे लेकिन रीमा का जो सर्म था वो मरते दम तक नही जाने वाला था
कोई अपने मन को तब दबा कर रखता है जब उसे वो चीज सायद कभी ना मिले जो उसे चाहिये होता है लेकिन जब मिलने लगे तो कोई कियु अपने आप को रोकेगा
रीमा का यही हाल था उसने अपने सरीर की जरूरत हो दबा दिया था लेकिन अब जब उसे वो प्यार मिल रहा है तो अपने आप को नही रोकती कियुंकी वो कोई गैर के साथ नही कुछ कर रही है वो अपने पति के साथ प्यार कर रही है
रीमा अब अपने गांड को दिपु के लंड पे रगरने लगती है उसी के साथ सिसकिया जोर जोर से लिये जा रही थी
दिपु का हाल बुरा था कियुंकी रीमा ने एक पतली नाइटी पेहनी थी राजू ले लंड और रीमा के चुत के बीच बस एक पतली नाइटी थी इस लिये राजू को रीमा की चुत की गर्मी हाथ और अपने लंड पे साफ फिल हो रही थी
तभी राजू अपने लंड को अपनी के गांड के दरार से निकाल के थोरा पीछे हो जाता है और अपनी मा के चुत पर से हाथ भी हटा कर चुत को धक देता है
रीमा हैरान हो जाती है राजू को ऐसा करने से राजू भी समझ जाता है
राजू - अपनी मा को बाहो मे लिये मुझे पता है तुम किया चाहती हो फिर रीमा को अपनी तरफ घुमा देता है तो रीमा सर्म से राजू के सीने मे अपना चेहरा छुपा लेती है
राजू- रीमा को अपने सीने मे लगाये तुमने कुछ गलत नही किया है गलत तब होता जब तुम किसी गैर के साथ ऐसा करती लेकिन तुमने अपने पति के साथ किया है फिर राजू मा के चेहरे को पकर कर आखो मे देखता है तो रीमा बहोत ज्यादा शर्मा रही थी
राजू - मा को देखते हुवे तुम मुझसे ये नही पूछोगी की मैने अपने आप को कियु रोक दिया
रीमा - सर्माते हुवे आप ने अपने आप को कियु रोका जब की आप शुरू से प्यार करना चाहते थे
राजू - अपनी मा के गाल को सेहलाते हुवे कियुंकी तुमने जवानी से लेकर अब तक सिर्फ घर को संभालते हुवे आई हो कही बाहर नही गई कभी तुमने अपने लिये नही जिया कभी तुमने बाहर की दुनिया नही देखी आज कल लोग अपनी बीवी को फिल्म दिखाने बरे होटल मे खाना खिलाने कई अच्छे जगह पे घुमाने ले कर जाते है लेकिन ऐसा कुछ तुम्हे नही मिल पाया लेकिन मे तुम्हे वो सब प्यार देना चाहता हु मै तुम्हे हर जगह घुमाउंगा बाहर की दुनिया दिखाऊगा खुले आसमान के नीचे जहा कोई नही होगा वहा हम प्यार करेगे अच्छे होटल मे खाना खिलाने ले जाउंगा फिल्म दिखाने ले जाउंगा तुम्हे हर खुसिया दूंगा इस लिये मैने अपने आप को रोका कियुंकी मै हमारी सुहागरात को यादगार बनना चाहता हु इस लिये उससे पेहले मे तुमहारे साथ कुछ नही करना चाहता
राजू भी ये बात सुन रीमा की आखो मे आसु आ जाते है
राजू - अब रो कियु रही हो
रीमा - आप की बाते सुन रोना आ गया रीमा राजू से पूरा चिपक कर सीने पे सर रख के मुझे केहना तो नही चाहिये लेकिन मै भी कभी कभी किसी पति पत्नी को बाहर गुमने जाता देखती थी तो मेरे दिल मे भी होता था की काश मे भी अपने पति के हाथो को पकर कर गुमने जाती बाहर की दुनिया देखती लेकिन मे जानती थी की ये मुमकिन नही है कियुंकी आप के पिता कभी मुझे बाहर लेके नही गये मुझे इसका कोई दुख नही है मै जानती थी की हमारे घर की हालत सही नही है तो मैने भी इस बारे मे सोचना छोर दिया लेकिन आप के मुह से ये सुन जान गई की आप मेरे बारे मे कितना सोचते है
राजू अपनी मा की बाते सुन कर
राजू - रीमा मेरी जान मुझे तो अब सोचना ही होगा ना कियुंकी अब तुम मेरी बीवी को तो मे अपनी बीवी को हर खुशी देना चाहता हु
अब रोना बंद करो कियुंकी आज से अभी से सब कुछ बदलने वाला है बस सब मुझ पे छोर दो ठीक है
रीमा - जैसा आप कहे
राजू - ये हुई ना बात इसी बात पे एक किस हो जाये
रीमा - सर्माते हुवे इसमें पूछने की किया बात है अब मे आप की ही हु

फिर दोनों किस करना शुरू कर देते है किस करने के बाद राजू चलो अब सो जाओ रीमा भी आखे बंद कर लेती है आज उसे अच्छी नींद आने वाली थी
थोरि देर बाद रीमा सो जाती है लेकिन राजू आगे किया कैसे सादी करनी है सब के बारे मे सोचने लगता है तभी उसका फोन रिंग करता है राजू फोन चेक करता है तो हैरान हो जाता है कियुंकी फोन उसकी बेहन रानी का होता है
राजू - मन मे दीदी ने कियु फोन किया है जब से उन्हें पता लगा है की मै उनके बारे मे किया सोचता था उसके बाद आज फोन किया है मेरे नंबर पर नही तो हमेसा मा से ही बाते करती थी कही कुछ
राजू - जल्दी से फोन उठा कर हैलो दी
रानी - रोते हुवे मेरे भाई मेरी इज़त लूटने से बचा ले
आज के लिये इतना ही




