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Incest YE NAHI HONA THA

ajay bhai

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chapter 12

सुबह होने वाली थी सीमा की आखे खुलती है तो अपने आप को राजू के बाहो मे नंगी पाती है फिर सीमा के दिमाग मे रात को जो कुछ भी हुआ याद आता है तो शर्मा जाती है सीमा नंगी लेते दिपु के चेहरे को प्यार से देखते हुवे

सीमा - आप का बहोत सुक्रिया मुझे प्यार देने के लिये मेरी लाइफ मे आने के लिये आज रात मुझे आप की बाहो मे जो सुकून की नींद आई है उसके लिये मे कब से तरस रही थी

फिर सीमा उठ जाती है सीमा की नजर राजू के लंड पर परती है तो मुह पे हाथ रखते हुवे

सीमा - रात को उन्होंने बिना कुछ किये ही मेरी हालत खराब कर दी थी लेकिन जिस दिन ये डालेंगे मेरे अंदर तो मेरा किया होगा

सीमा अपने ही बात और सोच पे शर्मा जाती है

सीमा - अरे मे भूल ही गई की इसको उठाना भी है सीमा फिर राजू को हिला कर धीरे से आवाज दे कर उठाने लगती है सुनिये उठ जाइये घर भी आप को जाना है जल्दी ही सुबह हो जायेगी

राजू - सीमा की आवाज से राजू का नींद टूट जाता है राजू अपनी आखे खोल कर सीमा को देखता है तो उसके सामने सीमा बैठी हुई थी और जब नीचे देखता है तो सीमा के बरे नंगे चुके दिखाई दे जाते है
सीमा को जब ये एहसास होता है को दिपु उसके चुचे को देख रहा है तो जल्दी से शर्मा कर अपने हाथो मे चुचे को धक लेती है


राजू - ये देख हस्ते हुवे मैने तो सब देख किया है और अच्छे से चूस भी लिया है अब छिपाने से किया फायदा

सीमा - शर्मा कर नजरे नीचे किये हुवे छी आप सुबह सुबह गंदी बात मत कीजिये

राजू - हस्ते हुवे अच्छा अब गंदी बाते लग रही है लेकिन रात को तो खूब मजे ले रही थी हे बोलो

सीमा - मुझे आप से बात ही नही करनी है फिर आप मुझे तंग करने मे लगे हुवे है सीमा उठ कर खरी हो जाती है तो दिपु को सीमा की मोटी गांड और चुत दिखाई देने लगती है
जिसे देख

राजू - किया बात है तुम तो खुद की सब अच्छे से मुझे दिखा रही हो

सीमा को जब ये एहसास होता है की वो अभी भी पूरी नंगी है तो जल्दी से सारी से अपने सरीर को धकते हुवे

सीमा - राजू को देखते हुवे आप कितने बेशर्म है
राजू - हस्ते हुवे भला मे बेशर्म कैसे हो गया भाई मैने तो अपनी बीवी को नँगा देखा है तो बोलो किया मैने कोई गलत किया

सीमा - सर्मा कर नजरे नीचे किये हुवे नही बिल्कुल नही आप का तो मुझ पर हक है मे आप की ही तो हु लेकिन अभी इस बात को छोरिये आप को घर भी जाना है याद है ना

राजू - एकदम से उठ अरे हा तुमने सही कहा मे भूल की गया था राजू जल्दी से अपने कपड़े पेहन कर रेडी हो जाता है फिर सीमा को बाहो मे भर के प्यार से मेरी जान अब कुछ दिन और फिर हमेसा हम साथ मे रहेगे

सीमा - राजू के बाहो मे समाते हुवे जी मुझे उस दिन का बेसबरी से इंतजार रहेगा

राजू - ठीक है तो अब मुझे किस्सी दो फिर मे जाता हु
सीमा सर्माते हुवे राजू को किस करती है तो राजू पुरे जोस मे सीमा को किस करने लगता है दोनों एक दूसरे की जिब का रस चूस कर पीने लगते है 2 मिनट के बाद किस टूटता है दोनों एक दूसरे को देखते है

सीमा शर्मा कर नजरे नीचे कर लेती है

राजू सीमा के चेहरे को उपर करते हुवे तुम सच मे कमाल की हो मेरी जान अब मे चलता हु

सीमा - ठीक है

राजू फिर अपने घर के लिये निकल परता है और सीमा राजू को जाते हुवे देखने लगती है जब राजू सीमा को दिखाई नही देता तब सीमा

सीमा - आप चले गये लेकिन ये दिल अभी से आप से दूर नही रेह पा रहा है फिर सीमा भी नहाने चली जाती है


राजू घर आ जाता है रीमा अभी भी सो रही थी तो राजू अपने कमरे मे लेट जाता है

राजू - चलो मा के जगने से पेहले ही मे आ गया नही तो मा को पता लगता तो गर्बर् हो सकती थी


सुबह हो जाती है रीमा उठ कर रोज के काम मे लग जाती है राजू भी उठ कर नहा धो कर रेडी हो जाता है

रीमा खाना बना लेती है फिर दोनों मा बेटे बैठ कर खाते है

सब हो चुका था राजू खाना खा कर अपने बेड पर फिर लेत जाता है और आगे के बारे मे सोचने लगता है

तभी रीमा आकर राजू के पास बैठ जाती है राजू मा को देखते हुवे

राजू - किया हुआ मा
रीमा - अरे मे पूछने आई थी की तुम्हारे पैर का दर्द कैसा है
राजू - मा को देखते हुवे सच कहु मा तो सुबह उठा तो दर्द नही हो रहा था अब मुझे लगता है मे ठीक हो चुका हु

रीमा - अच्छा ऐसा है किया लेकिन फिर भी अपना ध्यान रखता दौर कुद मत करने लग जाना तभी रीमा के कंधे से सारी नीचे गिर जाती है और राजू के सामने ये सीन आ जाता है सीमा के ब्लाउस मे कैद दोनों चुचीया और निपल जो एकदम खरे उपर से साफ दिख रहे थे रीमा की मोटे कमर ढोरी जिसे देखते ही दिपु का लंड खरा हो जाता है


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सीमा जब दिपु को देखती है तो उसे एहसास होता है की उसका बेटा किया देख रहा है रीमा जल्दी से अपनी सारी को सही कर के राजू से
रीमा - ऐसे किया देख रहा था हा
राजू - होस मे आते हुवे घबरा कर कुछ नही मा मे कहा कुछ देख रहा था

रीमा - घूर कर राजू को देखते हुवे मे सब समझती हु बेटा तुम किया देख रहे थे सुधर जा नही तो फिर से मार पड़ेगी रीमा ये केह कर चली जाती है

राजू - सांस छोरते हुवे अच्छा हुआ चली गई जब मा घूर कर देखती है तो मेरी फट जाती है अब मे किया करू अरे हा बंगलो पे घूम आते है


फिर दिपु अपने बंगलो पे आ जाता है सभी कमरे बहोत ही सुंदर थे लेकिन दिपु ने अपना एक कमरा चुन किया था जो उपर मे पीछे की तरफ था दिपु अपने बेड पे लेत जाता है और मोबाइल निकाल कर रूमा को फोन करता है

रूमा - फोन उठा हा बोलिये
राजू - किया बात है आज अपने पति की याद नही आई इस लिये तुमने फोन नही किया मुझे खुद करना परा

रूमा - घबराते हुवे आप वे कैसी बात कर रहे है मे तो दिन रात आप के बारे मे ही सोचती रेहती हु अभी फोन इस लिये नही किया कियुंकी मे काम मे बिजी थी

राजू - सांत हो जाओ मे तो ऐसे ही बोल दिया ये बताओ किया कर रही हो

रूमा - किया करुगी सभी काम खतम हुआ है तो उसके बाद खाना खाउगी

राजू - मजे लेते हुवे मुझे तो पूरा तुम्हे खाना है मेरी जान
रूमा - सर्माते हुवे आप भी ना मे कोई खाने की चीज थोरि हु
राजू - हस्ते हुवे अरे मुझे गलती हो गई तुम खाने के नही पीने की चीज हो पेहला तुम्हारे होठ फिर नीचे तुम्हारे जो दो बरे बरे है और तुम्हारे टांगों के बीच

रूमा - जल्दी से बीच मे ही रोकते हुवे जोर जोर से सासे लेते हुवे सर्मा कर रुक जाइये मे समझ गई आप किया केहना चाहते है मैने सच ही कहा था आप बरे बेशर्म है

राजू - मै जैसा भी हु तुम्हारा पति हु
रूमा - सर्माते हुवे हा आप जैसे भी है मेरे पति है और मुझे आप से बहोत प्यार है
राजू - मुझे भी मेरी जान वैसे रूमा मेरी दूसरी बीवी किया कर रही है

रूमा - आप की दूसरी बीवी अभी कमरे है वैसे आप से एक बात पूछूँ

राजू - हा बोलो ना
रूमा - रात को घर आये थे किया
राजू - हैरान होकर तुम्हे कैसे पता चला रूमा मुझे गलत मत समझना मे तुम्हे बताने ही वाला था
रूमा - आप कैसी बाते कर रहे है मुझे बुरा कियु लगेगा मुझे आप पे अपनी जान से भी जयादा भरोसा है की आप मुझसे कोई भी बात नही छुपा सकते और अगर कोई बात बात मुझसे छुपाते भी है तो जरूर कोई वजह होगी तभी आप नही कहेगे

राजू - सच मे मेरी जान तुम मुझे अच्छे से समझती हो वैसे तुम्हे पता कैसे चला

रूमा - सर्माते हुवे रात को मैने आवाजे सुनी थी और सुबह जब मैने मा को देखा तो मा के चेहरे पे जो खुशी और मुस्कुराहट मैने देखी है ना बता नही सकती आज से पेहले मैने अपनी मा को इतना खुश नही देखा था मा को ऐसा खुश देख कर मेरा दिल भी आज बहोत खुश है मेरी मा और मेरे
राजू - बीच मे रोकते हुवे आगे मत बोलो और मैने कितनी बार कहा है अपनो मे थैंक्स सुक्रिया की कोई जगह नही होता आगे से याद रखना नही तो मार पड़ेगी

रूमा - हस्ते हुवे अच्छा तो आप मुझे मरेगे
राजू - कियु मार नही सकता किया मे तुम्हे
रूमा - नही कभी नही आप अपने लोगो पे कभी हाथ उठा ही नही सकते मे इतना तो जानती ही हु.
राजू - किया बात है सब जानती हो मे कैसा हु
रूमा - हा जानती हु कियुंकी आप लाखों मे एक है आप किसी अपनो की आखो मे आसु देख तरप् जाते है तो मरेगे कैसे

राजू - मान गया मेरी बीवी बहोत समझदार है
रूमा - हस्ते हुवे वो तो मे हु

राजू - अच्छा बाबा अब मेरी दूसरी बीवी को फोन दो
रूमा - ठीक है देती हु आप की दूसरी बीवी को


रूमा अपने मा के कमरे मे जाती है तो सीमा राजू के खयालो मे खोई बिस्तर मे लेती हुई थी

रूमा - अपनी मा को देखते हुवे मन मे हस्ते हुवे प्यार ऐसा ही होता है हम जिसे जान से ज्यादा प्यार करते है उससे दूर रेहना मुश्किल होता है रीमा आवाज लगाते हुवे मा

सीमा - होस मे आते हुवे रूमा को देखती है तो शर्मा जाती है सीमा नीचे देखते हुवे किया हुआ बेटी

रूमा - फोन को आगे करते हुवे आप के पति का फोन है

सीमा - शर्म से पानी पानी हो जाती है ये सुन कर और जल्दी से फोन ले लेती है

रूमा भी जल्दी से अपने कमरे मे आ जाती है

सीमा - जी बोलिये

राजू - किया कर रही हो कही मेरे ख्यालो मे तो कोई नही थी

सीमा - सर्माते हुवे सही कहा आप ने

राजू - कियु रात को जो प्यार दिया कब पर गया बोलो तो आ जाऊ
सीमा - घबराते हुवे नही नही इस रात को तो मे कभी भूल नही सकती कियुंकी उसी रात को तो आप मुझे पति के रूप मे मिले

राजू - अच्छा और मे भी भूल नही सकता कियुंकी उसी रात को तुम मुझे मिली बीवी के रूप मे तो खाना खा लिया ना


सीमा - जी अभी नही खाया है अब खाउगी
राजू - वैसे सीमा तुम्हारी चुत का पानी सच मे कमाल का था अभी भी पीने का मन कर रहा है

सीमा- सर्म से पानी पानी होते हुवे ऐसी बाते मत करो ना

राजू - कियु नीचे कुछ कुछ होता है किया
सीमा - हा होता है
राजू - किया होता है
सीमा - गर्म हो जाता है
राजू - किया
सीमा - सर्माते हुवे आप को पता है
राजू - हस्ते हुवे अच्छा ठीक है चलो जाकर खाना खा लो बाद मे बात करेगे ठीक है

सीमा - जैसा आप कहे


राजू - बिस्तर पे लेता मन मे साला एक मौका मिल जाये मा को चोदने का कसम से कभी भूल नही पायेगी उस चुदाई को बस एक मौका बस एक

राजू - फिर बाहर आकर आस पास की जगह को अच्छे से देखने लगता है इसी 1 बज जाते है राजू फिर बिस्तर बेड पे आकर लेट जाता है कसम से ये मुलायम बेड मे सोने का एक अलग ही मजा है राजू को नींद आ जाती है शाम को राजू की नींद खुलती है फिर फ्रेस् होकर घर आ जाता है

रीमा खाना बनाती है फिर दोनों मा बेटे खाते है राजू खाते हुवे मा को नही देखता है ना बाते करता है खाना खाने के बाद अपने अपने कमरे मे चले जाते है

रीमा बिस्तर पे लेते हुवे मन मे

रीमा - मेरा बेटा आज कैसे मुझे देख रहा था आखिर कब से और कैसे उसके मन मे मेरे लिये गंदी सोच आने लगी मुझे जानना होगा ताकि मे उसे रोक कर सही रास्ते पे ला सकु इसके लिये मुझे उससे बात को बाहर निकलवानी होगी और कैसे ये करना है मे अच्छे से जानती हु

रीमा राजू से सच जानना चाहती थी की आखिर उसका बेटा एक मा को कब से और कियु गंदी नजर से देखता है रीमा की जगह कोई और भी होता तो वो भी सच जानना चाहता

राजू बिस्तर पे लेता हुआ था तभी उसका फोन बजता है राजू देखता है तो फोन मा का होता है तो राजू हैरान हो जाता है

राजू - मन मे मा कियु फोन कर रही है राजू फोन उठा कर हा मा आपने फोन कियु किया है

रीमा - मुझे तुम से कुछ पूछना है
राजू - पूछो ना
रीमा - ऐसे नही पेहले मेरी कसम खा

राजू की फट जाती है कसम खाने वाली बात सुन कर राजू समझ जाता है उसकी लगती वाली है

राजू - मा कसम खाने की किया जरूरत है मै ऐसे ही आप जो पूछोगी मे बता दूंगा ना

रीमा - मन मे अच्छा बेटा मुझे बेवकूफ समझता है ऐसा तो नही होने वाला कसम तो खानी ही पड़ेगी नही तो तु मुझे पूरा सच नही बतायेगा

रीमा - नही तुम्हे कसम तो खानी ही पड़ेगी समझा
राजू - घबराते हुवे मा इसकी किया जरूरत है
रीमा - जरूरत है कसम खाता है की नही
राजू - घबराते हुवे ठीक है आप केहती है तो मे आप की कसम खाता हु अब ठीक है

रीमा - मन मे फस गया अब सारा सच तुम से निकलवा कर रहूगी

रीमा - हा अब ठीक है
राजू - लेकिन आप को भी मेरी कसम खानी होगी
रीमा - मे कियु कसम खाऊ
राजू - खानी पड़ेगी नही तो बात यही खतम करते है

रीमा - मन मे मुझे सच जानना है इस के लिये मे कसम भी खा लुंगी लेकिन एक बार तेरे मुह से सच निकलवा लू उसके बाद तेरी अच्छे से खातिर दारी करुगी बेटा तु जनता नही मा हु मे तेरी

रीमा - ठीक है बोल
राजू - आप जो पूछोगी मेरी बात खतम होने से पेहले आप बीच मे नही बोलेगी दूसरा मे जो कहुंगा आप को करना होगा बोलिये कसम खाती है आप मेरी

रीमा - जादा नही सोचती है और हा कर देती है

राजू - ठीक है पूछीये किया पूछना है
रीमा - मै तेरी मा हु लेकिन उसके बाद भी तेरे मन मे मेरे लिये गंदे विचार कब और कियु कैसे आये मुझे पूरा सच जानना है मुझे जानना है की कियु मेरा बेटा मुझे गंदी नजर से देखता है

राजू मन मे मुझे लगा ही था एक ना एक दिन मा मुझसे ये सवाल जरूर करेगी दिपु की फट चुकी थी

राजू - तो आप को ये जानना है की मेरे मन मे आप को लेकर गंदे विचार कब और कैसे आये

रीमा - सही कहा
राजू - तो सुनिये पेहला तो ये गंदे विचार बोलना बंद कर दीजिये कियुंकी मे आप के शरीर के पीछे नही परा मुझे आप से प्यार है मै आप से प्यार करता हु और रही बात की मेरे मन ये आप को लेकर ये फिलिंग कब आई तो जब मे ये समझने लग गया प्यार किया होता है सादी कियु की जाती है तभी से मेरे दिल मे आप को लेकर फिलिंग आना शुरू हुआ जब मे पढ़ने जाता था तो वहा भी खूबसूरत लरकिया थी लेकिन मेरे दिल मे बस आप थी मुझे हर लरकी मे आप ही का चेहरा दिखता था मै ये भी जनता था की मै आप को पा नही सकूँगा कियुंकी आप पेहले से ही किसी और की हो चुकी थी यानी पापा की मे हसेमा आप को चोरी छुपे देखता और यही सोचता काश काश आप मेरी होती काश मे आप को पा सकता तो मेरी लाइफ ही बदल जाती और मुझे अपनी जिंदगी से कोई सिकायत नही होती कभी कभी ये सोच कर की मे आप को पा नही सकुगा आप किसी और की है तो दिल मे दर्द होता था कभी कभी तो मे रो भी देता था दिन गुजरने के साथ मैने अपने आप को समझा लिया की प्यार हर किसी को नही मिलता सायद मे भी उसी लिस्ट मे हु
लेकिन सच ये था मे ऐसा कर नही पाया

वक़्त गुजरा जब वो काला दिन आया जब पिता जी हमे छोर कर चले गये उसके बाद आप कई दिन गुमसुम रहने लगी लेकिन कुछ दिन बाद आप ने अपने आप को संभाल लिया पर ऐसा था नही बस बात ये थी की आप मेरे या दी के सामने ये नही दिखती थी की आप दुखी है मे ये सब इस लिये जनता हु की दीदी के जाने के बाद कई बार जब मे घर अचानक आ जाता था तो मैने आप को गुमसुम बैठा या रोते हुवे देखा था आप को रोता देख मेरा दिल भी रो देता था मे ये बात अच्छी तरह से जनता था की एक बेटा होने के नाते मे आप को सारी खुसिया दे भी दू अच्छा घर पैसा लेकिन एक औरत को उसके अलावा भी कुछ चाहिये होता है वो है प्यार जिसके बिना जिंदगी अधूरी लगती है

फिर मैने ये फेसला किया की मे आप को हर खुसिया दूंगा इस लिये मैने हिम्मत कर के आप के पास जाने की कोसिस की मुझे पता था ये नामुमकिन है लेकिन मे आगे चल कर पछताना नही चाहता था मा आप मेरा पेहला प्यार हो भले की आप की नजर मे ये गलत है पाप है लेकिन मेरी नजर मे मैने कोई पाप नही किया मैने बस अपने प्यार को पाने की कोसिस की लेकिन उस दिन जो हुआ उसके बाद मै हार गया
और आप को पा ना सका मा आप चिंता मत करना मे आप को आज के बाद से गंदी नजर से जो आप को लगता है मे नही देखुंग लेकिन आप ये कहेगी की मै अपने दिल से आप को निकाल दु तो मै ये मरते के बाद भी नही करुगा आप मेरा पेहला प्यार थी और हमेसा रहेगी बस यही है मेरी बुरी नजर की कहानी

आप को जो जानना था मैने पता दिया अब मे फोन रखता हु
रीमा - रुको तुमने मुझे भी कसम खिलाई थी तो
राजू - बीच मे ही रोकते हुवे मे अपनी कसम वापस लेता हु भूल जाइये अब मुझे नींद आ रही है मुझे सोना है राजू ये केह कर फोन कट कर देता है

राजू बिस्तर पे लेता था उसके आखो मे आसु थे

अब जानते है राजू रो कियु रहा है और उसने जो कसम खिलवाई थी उसे भी उसने वापस कियु ले लिया उसका किया प्लान था

तो राजू पेहले से ही जनता था की उसकी मा ये जानने की कोसिस करेगी की उसके मन मे गंदे ख्याल कब कैसे आये तो राजू ने भी पेहले ही प्लान कर लिया था की अगर ऐसा होता है तो वो भी मा को कसम खिला कर उस कसम का फायेदा उठा कर अपनी मा के साथ चुदाई कर लेगा कियुंकी दिपु ये भी जनता था की उसकी मा उसकी खाई कसम को नही तोड़ेगी राजू ये अच्छे से जनता था की उसकी मा कभी नही चाहेगी की उसके के साथ कुछ बुरा हो जाये गलत तरीके से ही सही लेकिन राजू अपनी मा को चोदना चाहता था चाहे उसके बाद मा उसके नाराज रहे या बात ना करे या नफरत करे राजू उसके लिये भी तेयार था कियुंकी उसके अंदर हवस ने जगह ले ली थी अब मन था तो कैसे भी एक बार मा को चोदना


लेकिन अब राजू ने शुरू से लेकिन अपने दिल की फिलिंग बताई तो उसके अंदर का हवस गायेब हो गया और उसकी जगह प्यार ने ले लिया यही वजह थी की सब उसके प्लान के हिसाब से हुआ फिर भी उसने अपनी मा के साथ वो सब करने का इरादा बदल दिया


हा ये सच है दिपु का पेहला प्यार उसकी मा ही है लेकिन दिपु जनता था उसकी मा उसके पापा की है तो उसने कुछ करने की हिम्मत नही की फिर दिपु अपनी बेहन रानी की तरफ जाने लगा जब उसने अपनी बेहन को नँगा देखा अब से दिपु के दिल मे हवस जाग गई उसके बाद वो कैसे भी अपनी दीदी को चोदना चाहता था लेकिन कुछ हो नही पाया रानी के जाने के बाद फिर राजू फिर अपनी मा की तरफ जाने लगा कियुंकी अपनी बेहन के साथ जितना उसने रानी को पता लगे उसने मजे लिये थे तो उसके अंदर तब से हिम्मत आ गई थी उसी के साथ राजू के दिल मे हवस भी सवार हो चुका था जो सिर्फ रीमा को चोदना चाहता चाहे कैसे भी

लेकिन अब तो हवस चली गई और उसी की वजह से आज रीमा की इज़त बच गई रीमा के जब कसम खाई तभी वो राजू के जाल मे फस गई थी चाहे रीमा की मर्ज़ी होती या ना होती अपने बेटे की कसम पूरा करने के लिये उसे अपने बेटे के लीचे आना ही परता


एक मा भले की अपने बेटे से पूरी जिंदगी नफरत करे या बात ना करे लेकिन कोई मा ये नही चाहेगी की उसका बेटा उसे छोर दूर चला जाये


राजू अपनी मा को जनता था अच्छे से और उसी हिसाब से प्लान था लेकिन अब सब रुक गया

राजू - बिस्तर पे लेता हुआ रोते हुवे माफ कर देना मा हवस मे आकर मे किया करने जा रहा था कई बार कई बार मैने अपने आप को रोका आप से वादा किया की अब मे ऐसा नही करुगा लेकिन मे नही बदला मे भूल गया की प्यार किया होता फिलिंग किया होती है आज मे जो करने जा रहा था अगर मे वो सब कर देता तो मै आप को पूरी जिंदगी के लिये दर्द दे देता जहा मे आप को हर खुशी देना चाहता था वहा दर्द देने वाला था कई बार मैने बरी गलतिया की आप को बुरी नजर से देखा फिर भी आप ने मुझे नही मारा ना ज्यादा कुछ कहा आप की जगह कोई और होती तो मुझे यकीन है मुझे माफ नही करती थी इस सब के बाद भी आप मुझे प्यार देती रही और मे आप के साथ गलत करने की सोचता रहा

मै आप का बेटा केहलाने के लायक नही हु मा
राजू रोते जा रहा था और अपने दिल की बात किये जा रहा था

आज राजू को हवस और प्यार मे किया अंतर होता है पता चल गया था जो वो हवस मे आकर भूल गया था

रीमा दरवाजे पे खरी थी और राजू की बाते सुन रही थी


आज के लिये इतना ही
 
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rajeev13

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राजू को अब हवस और सच्चे प्रेम के बीच का अंतर समझ में आ चुका है। एक समय था जब उसने रीमा को वासना की नज़रों से देखा था, लेकिन उसकी माँ ने कुछ ही क्षणों में उस भ्रम को दूर कर दिया। अब दोनों के दिलों में केवल वात्सल्य, करुणा और निर्मल प्रेम शेष है। ऐसे में उनका मिलन अब न केवल संभव, बल्कि अनिवार्य प्रतीत होता है और इसके बाद भावनाओं का एक तूफ़ान फूट पड़ने को तैयार है।

बहुत जबरदस्त ajay bhai, अगली कड़ी की प्रतीक्षा रहेगी.....
 
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सुबह होने वाली थी सीमा की आखे खुलती है तो अपने आप को राजू के बाहो मे नंगी पाती है फिर सीमा के दिमाग मे रात को जो कुछ भी हुआ याद आता है तो शर्मा जाती है सीमा नंगी लेते दिपु के चेहरे को प्यार से देखते हुवे

सीमा - आप का बहोत सुक्रिया मुझे प्यार देने के लिये मेरी लाइफ मे आने के लिये आज रात मुझे आप की बाहो मे जो सुकून की नींद आई है उसके लिये मे कब से तरस रही थी

फिर सीमा उठ जाती है सीमा की नजर राजू के लंड पर परती है तो मुह पे हाथ रखते हुवे

सीमा - रात को उन्होंने बिना कुछ किये ही मेरी हालत खराब कर दी थी लेकिन जिस दिन ये डालेंगे मेरे अंदर तो मेरा किया होगा

सीमा अपने ही बात और सोच पे शर्मा जाती है

सीमा - अरे मे भूल ही गई की इसको उठाना भी है सीमा फिर राजू को हिला कर धीरे से आवाज दे कर उठाने लगती है सुनिये उठ जाइये घर भी आप को जाना है जल्दी ही सुबह हो जायेगी

राजू - सीमा की आवाज से राजू का नींद टूट जाता है राजू अपनी आखे खोल कर सीमा को देखता है तो उसके सामने सीमा बैठी हुई थी और जब नीचे देखता है तो सीमा के बरे नंगे चुके दिखाई दे जाते है
सीमा को जब ये एहसास होता है को दिपु उसके चुचे को देख रहा है तो जल्दी से शर्मा कर अपने हाथो मे चुचे को धक लेती है


राजू - ये देख हस्ते हुवे मैने तो सब देख किया है और अच्छे से चूस भी लिया है अब छिपाने से किया फायदा

सीमा - शर्मा कर नजरे नीचे किये हुवे छी आप सुबह सुबह गंदी बात मत कीजिये

राजू - हस्ते हुवे अच्छा अब गंदी बाते लग रही है लेकिन रात को तो खूब मजे ले रही थी हे बोलो

सीमा - मुझे आप से बात ही नही करनी है फिर आप मुझे तंग करने मे लगे हुवे है सीमा उठ कर खरी हो जाती है तो दिपु को सीमा की मोटी गांड और चुत दिखाई देने लगती है
जिसे देख

राजू - किया बात है तुम तो खुद की सब अच्छे से मुझे दिखा रही हो

सीमा को जब ये एहसास होता है की वो अभी भी पूरी नंगी है तो जल्दी से सारी से अपने सरीर को धकते हुवे

सीमा - राजू को देखते हुवे आप कितने बेशर्म है
राजू - हस्ते हुवे भला मे बेशर्म कैसे हो गया भाई मैने तो अपनी बीवी को नँगा देखा है तो बोलो किया मैने कोई गलत किया

सीमा - सर्मा कर नजरे नीचे किये हुवे नही बिल्कुल नही आप का तो मुझ पर हक है मे आप की ही तो हु लेकिन अभी इस बात को छोरिये आप को घर भी जाना है याद है ना

राजू - एकदम से उठ अरे हा तुमने सही कहा मे भूल की गया था राजू जल्दी से अपने कपड़े पेहन कर रेडी हो जाता है फिर सीमा को बाहो मे भर के प्यार से मेरी जान अब कुछ दिन और फिर हमेसा हम साथ मे रहेगे

सीमा - राजू के बाहो मे समाते हुवे जी मुझे उस दिन का बेसबरी से इंतजार रहेगा

राजू - ठीक है तो अब मुझे किस्सी दो फिर मे जाता हु
सीमा सर्माते हुवे राजू को किस करती है तो राजू पुरे जोस मे सीमा को किस करने लगता है दोनों एक दूसरे की जिब का रस चूस कर पीने लगते है 2 मिनट के बाद किस टूटता है दोनों एक दूसरे को देखते है

सीमा शर्मा कर नजरे नीचे कर लेती है

राजू सीमा के चेहरे को उपर करते हुवे तुम सच मे कमाल की हो मेरी जान अब मे चलता हु

सीमा - ठीक है

राजू फिर अपने घर के लिये निकल परता है और सीमा राजू को जाते हुवे देखने लगती है जब राजू सीमा को दिखाई नही देता तब सीमा

सीमा - आप चले गये लेकिन ये दिल अभी से आप से दूर नही रेह पा रहा है फिर सीमा भी नहाने चली जाती है


राजू घर आ जाता है रीमा अभी भी सो रही थी तो राजू अपने कमरे मे लेट जाता है

राजू - चलो मा के जगने से पेहले ही मे आ गया नही तो मा को पता लगता तो गर्बर् हो सकती थी


सुबह हो जाती है रीमा उठ कर रोज के काम मे लग जाती है राजू भी उठ कर नहा धो कर रेडी हो जाता है

रीमा खाना बना लेती है फिर दोनों मा बेटे बैठ कर खाते है

सब हो चुका था राजू खाना खा कर अपने बेड पर फिर लेत जाता है और आगे के बारे मे सोचने लगता है

तभी रीमा आकर राजू के पास बैठ जाती है राजू मा को देखते हुवे

राजू - किया हुआ मा
रीमा - अरे मे पूछने आई थी की तुम्हारे पैर का दर्द कैसा है
राजू - मा को देखते हुवे सच कहु मा तो सुबह उठा तो दर्द नही हो रहा था अब मुझे लगता है मे ठीक हो चुका हु

रीमा - अच्छा ऐसा है किया लेकिन फिर भी अपना ध्यान रखता दौर कुद मत करने लग जाना तभी रीमा के कंधे से सारी नीचे गिर जाती है और राजू के सामने ये सीन आ जाता है सीमा के ब्लाउस मे कैद दोनों चुचीया और निपल जो एकदम खरे उपर से साफ दिख रहे थे रीमा की मोटे कमर ढोरी जिसे देखते ही दिपु का लंड खरा हो जाता है


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सीमा जब दिपु को देखती है तो उसे एहसास होता है की उसका बेटा किया देख रहा है रीमा जल्दी से अपनी सारी को सही कर के राजू से
रीमा - ऐसे किया देख रहा था हा
राजू - होस मे आते हुवे घबरा कर कुछ नही मा मे कहा कुछ देख रहा था

रीमा - घूर कर राजू को देखते हुवे मे सब समझती हु बेटा तुम किया देख रहे थे सुधर जा नही तो फिर से मार पड़ेगी रीमा ये केह कर चली जाती है

राजू - सांस छोरते हुवे अच्छा हुआ चली गई जब मा घूर कर देखती है तो मेरी फट जाती है अब मे किया करू अरे हा बंगलो पे घूम आते है


फिर दिपु अपने बंगलो पे आ जाता है सभी कमरे बहोत ही सुंदर थे लेकिन दिपु ने अपना एक कमरा चुन किया था जो उपर मे पीछे की तरफ था दिपु अपने बेड पे लेत जाता है और मोबाइल निकाल कर रूमा को फोन करता है

रूमा - फोन उठा हा बोलिये
राजू - किया बात है आज अपने पति की याद नही आई इस लिये तुमने फोन नही किया मुझे खुद करना परा

रूमा - घबराते हुवे आप वे कैसी बात कर रहे है मे तो दिन रात आप के बारे मे ही सोचती रेहती हु अभी फोन इस लिये नही किया कियुंकी मे काम मे बिजी थी

राजू - सांत हो जाओ मे तो ऐसे ही बोल दिया ये बताओ किया कर रही हो

रूमा - किया करुगी सभी काम खतम हुआ है तो उसके बाद खाना खाउगी

राजू - मजे लेते हुवे मुझे तो पूरा तुम्हे खाना है मेरी जान
रूमा - सर्माते हुवे आप भी ना मे कोई खाने की चीज थोरि हु
राजू - हस्ते हुवे अरे मुझे गलती हो गई तुम खाने के नही पीने की चीज हो पेहला तुम्हारे होठ फिर नीचे तुम्हारे जो दो बरे बरे है और तुम्हारे टांगों के बीच

रूमा - जल्दी से बीच मे ही रोकते हुवे जोर जोर से सासे लेते हुवे सर्मा कर रुक जाइये मे समझ गई आप किया केहना चाहते है मैने सच ही कहा था आप बरे बेशर्म है

राजू - मै जैसा भी हु तुम्हारा पति हु
रूमा - सर्माते हुवे हा आप जैसे भी है मेरे पति है और मुझे आप से बहोत प्यार है
राजू - मुझे भी मेरी जान वैसे रूमा मेरी दूसरी बीवी किया कर रही है

रूमा - आप की दूसरी बीवी अभी कमरे है वैसे आप से एक बात पूछूँ

राजू - हा बोलो ना
रूमा - रात को घर आये थे किया
राजू - हैरान होकर तुम्हे कैसे पता चला रूमा मुझे गलत मत समझना मे तुम्हे बताने ही वाला था
रूमा - आप कैसी बाते कर रहे है मुझे बुरा कियु लगेगा मुझे आप पे अपनी जान से भी जयादा भरोसा है की आप मुझसे कोई भी बात नही छुपा सकते और अगर कोई बात बात मुझसे छुपाते भी है तो जरूर कोई वजह होगी तभी आप नही कहेगे

राजू - सच मे मेरी जान तुम मुझे अच्छे से समझती हो वैसे तुम्हे पता कैसे चला

रूमा - सर्माते हुवे रात को मैने आवाजे सुनी थी और सुबह जब मैने मा को देखा तो मा के चेहरे पे जो खुशी और मुस्कुराहट मैने देखी है ना बता नही सकती आज से पेहले मैने अपनी मा को इतना खुश नही देखा था मा को ऐसा खुश देख कर मेरा दिल भी आज बहोत खुश है मेरी मा और मेरे
राजू - बीच मे रोकते हुवे आगे मत बोलो और मैने कितनी बार कहा है अपनो मे थैंक्स सुक्रिया की कोई जगह नही होता आगे से याद रखना नही तो मार पड़ेगी

रूमा - हस्ते हुवे अच्छा तो आप मुझे मरेगे
राजू - कियु मार नही सकता किया मे तुम्हे
रूमा - नही कभी नही आप अपने लोगो पे कभी हाथ उठा ही नही सकते मे इतना तो जानती ही हु.
राजू - किया बात है सब जानती हो मे कैसा हु
रूमा - हा जानती हु कियुंकी आप लाखों मे एक है आप किसी अपनो की आखो मे आसु देख तरप् जाते है तो मरेगे कैसे

राजू - मान गया मेरी बीवी बहोत समझदार है
रूमा - हस्ते हुवे वो तो मे हु

राजू - अच्छा बाबा अब मेरी दूसरी बीवी को फोन दो
रूमा - ठीक है देती हु आप की दूसरी बीवी को


रूमा अपने मा के कमरे मे जाती है तो सीमा राजू के खयालो मे खोई बिस्तर मे लेती हुई थी

रूमा - अपनी मा को देखते हुवे मन मे हस्ते हुवे प्यार ऐसा ही होता है हम जिसे जान से ज्यादा प्यार करते है उससे दूर रेहना मुश्किल होता है रीमा आवाज लगाते हुवे मा

सीमा - होस मे आते हुवे रूमा को देखती है तो शर्मा जाती है सीमा नीचे देखते हुवे किया हुआ बेटी

रूमा - फोन को आगे करते हुवे आप के पति का फोन है

सीमा - शर्म से पानी पानी हो जाती है ये सुन कर और जल्दी से फोन ले लेती है

रूमा भी जल्दी से अपने कमरे मे आ जाती है

सीमा - जी बोलिये

राजू - किया कर रही हो कही मेरे ख्यालो मे तो कोई नही थी

सीमा - सर्माते हुवे सही कहा आप ने

राजू - कियु रात को जो प्यार दिया कब पर गया बोलो तो आ जाऊ
सीमा - घबराते हुवे नही नही इस रात को तो मे कभी भूल नही सकती कियुंकी उसी रात को तो आप मुझे पति के रूप मे मिले

राजू - अच्छा और मे भी भूल नही सकता कियुंकी उसी रात को तुम मुझे मिली बीवी के रूप मे तो खाना खा लिया ना


सीमा - जी अभी नही खाया है अब खाउगी
राजू - वैसे सीमा तुम्हारी चुत का पानी सच मे कमाल का था अभी भी पीने का मन कर रहा है

सीमा- सर्म से पानी पानी होते हुवे ऐसी बाते मत करो ना

राजू - कियु नीचे कुछ कुछ होता है किया
सीमा - हा होता है
राजू - किया होता है
सीमा - गर्म हो जाता है
राजू - किया
सीमा - सर्माते हुवे आप को पता है
राजू - हस्ते हुवे अच्छा ठीक है चलो जाकर खाना खा लो बाद मे बात करेगे ठीक है

सीमा - जैसा आप कहे


राजू - बिस्तर पे लेता मन मे साला एक मौका मिल जाये मा को चोदने का कसम से कभी भूल नही पायेगी उस चुदाई को बस एक मौका बस एक

राजू - फिर बाहर आकर आस पास की जगह को अच्छे से देखने लगता है इसी 1 बज जाते है राजू फिर बिस्तर बेड पे आकर लेट जाता है कसम से ये मुलायम बेड मे सोने का एक अलग ही मजा है राजू को नींद आ जाती है शाम को राजू की नींद खुलती है फिर फ्रेस् होकर घर आ जाता है

रीमा खाना बनाती है फिर दोनों मा बेटे खाते है राजू खाते हुवे मा को नही देखता है ना बाते करता है खाना खाने के बाद अपने अपने कमरे मे चले जाते है

रीमा बिस्तर पे लेते हुवे मन मे

रीमा - मेरा बेटा आज कैसे मुझे देख रहा था आखिर कब से और कैसे उसके मन मे मेरे लिये गंदी सोच आने लगी मुझे जानना होगा ताकि मे उसे रोक कर सही रास्ते पे ला सकु इसके लिये मुझे उससे बात को बाहर निकलवानी होगी और कैसे ये करना है मे अच्छे से जानती हु

रीमा राजू से सच जानना चाहती थी की आखिर उसका बेटा एक मा को कब से और कियु गंदी नजर से देखता है रीमा की जगह कोई और भी होता तो वो भी सच जानना चाहता

राजू बिस्तर पे लेता हुआ था तभी उसका फोन बजता है राजू देखता है तो फोन मा का होता है तो राजू हैरान हो जाता है

राजू - मन मे मा कियु फोन कर रही है राजू फोन उठा कर हा मा आपने फोन कियु किया है

रीमा - मुझे तुम से कुछ पूछना है
राजू - पूछो ना
रीमा - ऐसे नही पेहले मेरी कसम खा

राजू की फट जाती है कसम खाने वाली बात सुन कर राजू समझ जाता है उसकी लगती वाली है

राजू - मा कसम खाने की किया जरूरत है मै ऐसे ही आप जो पूछोगी मे बता दूंगा ना

रीमा - मन मे अच्छा बेटा मुझे बेवकूफ समझता है ऐसा तो नही होने वाला कसम तो खानी ही पड़ेगी नही तो तु मुझे पूरा सच नही बतायेगा

रीमा - नही तुम्हे कसम तो खानी ही पड़ेगी समझा
राजू - घबराते हुवे मा इसकी किया जरूरत है
रीमा - जरूरत है कसम खाता है की नही
राजू - घबराते हुवे ठीक है आप केहती है तो मे आप की कसम खाता हु अब ठीक है

रीमा - मन मे फस गया अब सारा सच तुम से निकलवा कर रहूगी

रीमा - हा अब ठीक है
राजू - लेकिन आप को भी मेरी कसम खानी होगी
रीमा - मे कियु कसम खाऊ
राजू - खानी पड़ेगी नही तो बात यही खतम करते है

रीमा - मन मे मुझे सच जानना है इस के लिये मे कसम भी खा लुंगी लेकिन एक बार तेरे मुह से सच निकलवा लू उसके बाद तेरी अच्छे से खातिर दारी करुगी बेटा तु जनता नही मा हु मे तेरी

रीमा - ठीक है बोल
राजू - आप जो पूछोगी मेरी बात खतम होने से पेहले आप बीच मे नही बोलेगी दूसरा मे जो कहुंगा आप को करना होगा बोलिये कसम खाती है आप मेरी

रीमा - जादा नही सोचती है और हा कर देती है

राजू - ठीक है पूछीये किया पूछना है
रीमा - मै तेरी मा हु लेकिन उसके बाद भी तेरे मन मे मेरे लिये गंदे विचार कब और कियु कैसे आये मुझे पूरा सच जानना है मुझे जानना है की कियु मेरा बेटा मुझे गंदी नजर से देखता है

राजू मन मे मुझे लगा ही था एक ना एक दिन मा मुझसे ये सवाल जरूर करेगी दिपु की फट चुकी थी

राजू - तो आप को ये जानना है की मेरे मन मे आप को लेकर गंदे विचार कब और कैसे आये

रीमा - सही कहा
राजू - तो सुनिये पेहला तो ये गंदे विचार बोलना बंद कर दीजिये कियुंकी मे आप के शरीर के पीछे नही परा मुझे आप से प्यार है मै आप से प्यार करता हु और रही बात की मेरे मन ये आप को लेकर ये फिलिंग कब आई तो जब मे ये समझने लग गया प्यार किया होता है सादी कियु की जाती है तभी से मेरे दिल मे आप को लेकर फिलिंग आना शुरू हुआ जब मे पढ़ने जाता था तो वहा भी खूबसूरत लरकिया थी लेकिन मेरे दिल मे बस आप थी मुझे हर लरकी मे आप ही का चेहरा दिखता था मै ये भी जनता था की मै आप को पा नही सकूँगा कियुंकी आप पेहले से ही किसी और की हो चुकी थी यानी पापा की मे हसेमा आप को चोरी छुपे देखता और यही सोचता काश काश आप मेरी होती काश मे आप को पा सकता तो मेरी लाइफ ही बदल जाती और मुझे अपनी जिंदगी से कोई सिकायत नही होती कभी कभी ये सोच कर की मे आप को पा नही सकुगा आप किसी और की है तो दिल मे दर्द होता था कभी कभी तो मे रो भी देता था दिन गुजरने के साथ मैने अपने आप को समझा लिया की प्यार हर किसी को नही मिलता सायद मे भी उसी लिस्ट मे हु
लेकिन सच ये था मे ऐसा कर नही पाया

वक़्त गुजरा जब वो काला दिन आया जब पिता जी हमे छोर कर चले गये उसके बाद आप कई दिन गुमसुम रहने लगी लेकिन कुछ दिन बाद आप ने अपने आप को संभाल लिया पर ऐसा था नही बस बात ये थी की आप मेरे या दी के सामने ये नही दिखती थी की आप दुखी है मे ये सब इस लिये जनता हु की दीदी के जाने के बाद कई बार जब मे घर अचानक आ जाता था तो मैने आप को गुमसुम बैठा या रोते हुवे देखा था आप को रोता देख मेरा दिल भी रो देता था मे ये बात अच्छी तरह से जनता था की एक बेटा होने के नाते मे आप को सारी खुसिया दे भी दू अच्छा घर पैसा लेकिन एक औरत को उसके अलावा भी कुछ चाहिये होता है वो है प्यार जिसके बिना जिंदगी अधूरी लगती है

फिर मैने ये फेसला किया की मे आप को हर खुसिया दूंगा इस लिये मैने हिम्मत कर के आप के पास जाने की कोसिस की मुझे पता था ये नामुमकिन है लेकिन मे आगे चल कर पछताना नही चाहता था मा आप मेरा पेहला प्यार हो भले की आप की नजर मे ये गलत है पाप है लेकिन मेरी नजर मे मैने कोई पाप नही किया मैने बस अपने प्यार को पाने की कोसिस की लेकिन उस दिन जो हुआ उसके बाद मै हार गया
और आप को पा ना सका मा आप चिंता मत करना मे आप को आज के बाद से गंदी नजर से जो आप को लगता है मे नही देखुंग लेकिन आप ये कहेगी की मै अपने दिल से आप को निकाल दु तो मै ये मरते के बाद भी नही करुगा आप मेरा पेहला प्यार थी और हमेसा रहेगी बस यही है मेरी बुरी नजर की कहानी

आप को जो जानना था मैने पता दिया अब मे फोन रखता हु
रीमा - रुको तुमने मुझे भी कसम खिलाई थी तो
राजू - बीच मे ही रोकते हुवे मे अपनी कसम वापस लेता हु भूल जाइये अब मुझे नींद आ रही है मुझे सोना है राजू ये केह कर फोन कट कर देता है

राजू बिस्तर पे लेता था उसके आखो मे आसु थे

अब जानते है राजू रो कियु रहा है और उसने जो कसम खिलवाई थी उसे भी उसने वापस कियु ले लिया उसका किया प्लान था

तो राजू पेहले से ही जनता था की उसकी मा ये जानने की कोसिस करेगी की उसके मन मे गंदे ख्याल कब कैसे आये तो राजू ने भी पेहले ही प्लान कर लिया था की अगर ऐसा होता है तो वो भी मा को कसम खिला कर उस कसम का फायेदा उठा कर अपनी मा के साथ चुदाई कर लेगा कियुंकी दिपु ये भी जनता था की उसकी मा उसकी खाई कसम को नही तोड़ेगी राजू ये अच्छे से जनता था की उसकी मा कभी नही चाहेगी की उसके के साथ कुछ बुरा हो जाये गलत तरीके से ही सही लेकिन राजू अपनी मा को चोदना चाहता था चाहे उसके बाद मा उसके नाराज रहे या बात ना करे या नफरत करे राजू उसके लिये भी तेयार था कियुंकी उसके अंदर हवस ने जगह ले ली थी अब मन था तो कैसे भी एक बार मा को चोदना


लेकिन अब राजू ने शुरू से लेकिन अपने दिल की फिलिंग बताई तो उसके अंदर का हवस गायेब हो गया और उसकी जगह प्यार ने ले लिया यही वजह थी की सब उसके प्लान के हिसाब से हुआ फिर भी उसने अपनी मा के साथ वो सब करने का इरादा बदल दिया


हा ये सच है दिपु का पेहला प्यार उसकी मा ही है लेकिन दिपु जनता था उसकी मा उसके पापा की है तो उसने कुछ करने की हिम्मत नही की फिर दिपु अपनी बेहन रानी की तरफ जाने लगा जब उसने अपनी बेहन को नँगा देखा अब से दिपु के दिल मे हवस जाग गई उसके बाद वो कैसे भी अपनी दीदी को चोदना चाहता था लेकिन कुछ हो नही पाया रानी के जाने के बाद फिर राजू फिर अपनी मा की तरफ जाने लगा कियुंकी अपनी बेहन के साथ जितना उसने रानी को पता लगे उसने मजे लिये थे तो उसके अंदर तब से हिम्मत आ गई थी उसी के साथ राजू के दिल मे हवस भी सवार हो चुका था जो सिर्फ रीमा को चोदना चाहता चाहे कैसे भी

लेकिन अब तो हवस चली गई और उसी की वजह से आज रीमा की इज़त बच गई रीमा के जब कसम खाई तभी वो राजू के जाल मे फस गई थी चाहे रीमा की मर्ज़ी होती या ना होती अपने बेटे की कसम पूरा करने के लिये उसे अपने बेटे के लीचे आना ही परता


एक मा भले की अपने बेटे से पूरी जिंदगी नफरत करे या बात ना करे लेकिन कोई मा ये नही चाहेगी की उसका बेटा उसे छोर दूर चला जाये


राजू अपनी मा को जनता था अच्छे से और उसी हिसाब से प्लान था लेकिन अब सब रुक गया

राजू - बिस्तर पे लेता हुआ रोते हुवे माफ कर देना मा हवस मे आकर मे किया करने जा रहा था कई बार कई बार मैने अपने आप को रोका आप से वादा किया की अब मे ऐसा नही करुगा लेकिन मे नही बदला मे भूल गया की प्यार किया होता फिलिंग किया होती है आज मे जो करने जा रहा था अगर मे वो सब कर देता तो मै आप को पूरी जिंदगी के लिये दर्द दे देता जहा मे आप को हर खुशी देना चाहता था वहा दर्द देने वाला था कई बार मैने बरी गलतिया की आप को बुरी नजर से देखा फिर भी आप ने मुझे नही मारा ना ज्यादा कुछ कहा आप की जगह कोई और होती तो मुझे यकीन है मुझे माफ नही करती थी इस सब के बाद भी आप मुझे प्यार देती रही और मे आप के साथ गलत करने की सोचता रहा

मै आप का बेटा केहलाने के लायक नही हु मा
राजू रोते जा रहा था और अपने दिल की बात किये जा रहा था

आज राजू को हवस और प्यार मे किया अंतर होता है पता चल गया था जो वो हवस मे आकर भूल गया था

रीमा दरवाजे पे खरी थी और राजू की बाते सुन रही थी


आज के लिये इतना ही
Shandaar update
 
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