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Incest YE NAHI HONA THA

THE snjv

अहं शुद्धहृदयंम् 🚩🖖
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YE NAHI HONA THA - CHAPTAR 1


कहानी एक छोटे से गाव से सुरु होती एक सुंदर सा गाव इस गाव मे जयादा तर लोग खेती मजदूरी या दूसरे सेहर जा कर अपनी रोजी रोटी कमाते है गाव मे सन्ति बहोत है लेकिन रोजी रोटी के लिये बहोत मेहनत करनी परती है और अगर घर मे कोई बरी प्रोबलम हो गई तो लोगो को परेसानी का सामना करना परता है यही तो होता है गाव
गाव मे सांति सुकून तो मिलता है लेकिन लाइफ मुश्किल से कटती है

और इसी गाव मे हमारा राजू अपने परिवार के साथ रहता है

राजू के पिता रामु 6 महीने पहिले गुजर गय लेकिन गुजरने से से पहले रामु ने अपनी बेटी रीमा की सादी पास ही के एक गाव मे एक लरके से कर दी थी जिसका नाम पंकज था सादी के एक साल बाद ही रीमा ने एक बेटी को जन्म दिया रामु अपनी नातीन को देख कर इस दुनिया से चला गया रामु की मौत सराब पीने से हुई थी

रिमा की सादी मे खर्चा बहोत हुआ था रामु को अपनी बेटी की सादी के लिये कर्ज भी लेना परा था आधे कर्ज तो रामु ने चुका दिया था लेकिन आधे कर्ज राजू के ऊपर आ गया अब राजू इस कर्ज को चुका रहा है


रामु था तो सभी की लाइफ अच्छी चल रही थी हा घास भूस वाले घर मे रेहते थे लेकिन तीन वक्त का खाना और सरीर को ढकने के लिये कपड़े मिल ही जाते थे किसी के आगे अपना हाथ नही फैलाना परता था
लेकिन रामु के जाते ही राजू की घर ही हालत थोरि खराब हो गई
राजू का पढाई छुट गया

गाव मे सुकून सांती जरूर होती है लेकिन एक और चीज है गाव मे कोई भी किसी को खुश नही देख पाता

किसी की लाइफ अच्छी चल रही है उसे देख जलना गाव मे सभी किसी के सामने एक दूसरे के बारे मे अच्छी बाते करते है लेकिन अंदर ही अंदर उन्हें किसी की ख़ुशी देखी भी नही जाती

ये एक करवा सच है गाव की

और गाव मे सभी को ये पता होता है कौन किया किससे बारे मे किया केहता है सोचता है
लेकिन सामने नही कुछ केहते है सामने तो लोग अच्छे बन कर रहते है

राजू को ये बात पता की और राजू ये भी जानता था कर्ज कितनी बुरी चीज होती है अगर सही समय पर नही चुकाया गया तो जीना हराम कर देती है इस लिये राजू करी मेहनत करता है खेतो मे भी और मजदूरी भी ताकि कर्ज ज्यादा होने से पहले चुका सके उसके बाद तो नुन रोटी खा के भी जिंदगी जी लेगे चैन से


ये थी पूरी कहानी राजू के घर की लेकिन
एक और घटना हुई थी रीमा की सादी के कुछ महीने पहेले

एक दिन साम को राजू घर आता है राजू को अपनी दीदी के काम था तो राजू सीदा रीमा के कमरे कमरे की और जाता है जैसे ही राजू रीमा के कमरे के दरवाजे के पास पहुँचता है दरवाजा खुला था

अंदर राजू वो देख लेता है वो एक भाई को नही देखना चाहिये था लेकिन यही वो वक़्त था जब राजू के मन मे अपनी दीदी को लेकर गंदे सोच ने जन्म लिया
राजू को अंदर अपनी दी रीमा जो नंगी थी रीमा कपड़े सही कर रही थी पेहनने के लिये लेकिन रीमा के हाथ से कपड़े नीचे गिर जाते है रीमा कपड़े उठाने के लिये नीचे झुकती है और दिपु के सामने ये नजारा आ जाता है
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दिपु ये देख कर पागल हो जाता है कियुकी रीमा झुकी थी तो रीमा के मोटे गांड फैल गया था रीमा की बरी चूची भी लटके साफ दिखाई दे रहे थे रीमा एक का शरीर कमाल था था ज्यादा खूबसूरत नही थी लेकिन उसकी बॉडी कमाल की थी
रीमा की चुत साफ थी छोटे छोटे बाल है रीमा ने कुछ दिन पेहले ही चुत के बाल साफ किये थे जिसका फायेदा आज राजू को मिला
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राजू साफ देख सकता था रीमा की मोटी फूली चुत और झुकने के वजह से चुत के फाके भी फैल गये थे

ये नजारा किसी को भी पागल करने के लिये काफी था लेकिन राजू ने तो अपनी दीदी के खजाने को देखा था तो उसका हाल और बेहाल हो चुका था

राजू का लंड अपनी दीदी की चुत को देख कर इतना टाइट हो गया था की उसके लंड के नशे भी फुल गई थे राजू ने पैंट पेहना था फिर भी उसका लंड के उभार साफ दिखाई दे रहे थे

राजू धीरे से पीछे कदम लेता है और जल्दी से अपने कमरे मे जाकर अपने लंड को बाहर निकाल कर अपने लंड थूक लगा कर अपनी दीदी की चुत को याद कर के मुठ मारने लगता है
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राजू का लंड 2 ही मिनट मे एक जोर पिचकारी के पानी छोर लेता है आज राजू का पानी बहोत निकला था राजू सब जल्दी से साफ कर के फिर बिस्तर पर धेर हो जाता है

राजू पेहले कभी कभी मुठ मार लेता था लेकिन किसी को गंदी नज़र से या उसके मन मे किसी को लेकर गंदे ख्याल पेहले कभी नही आये थे


ये वो दिन था जिस दिन राजू के अंदर मे अपनो को अंदर गंदे विचार आये और हवस जाग गया

उस दिन से राजू अपनी दीदी की चुत मारने के लिये रीमा को पटाने की कोसिस करने लगा लेकिन ये कोई मजाक थोरि था

बाहर की लरकी की चुदाई करने के लिये भी कई महीने लरकी के पीछे जाना परता है लरकी पर पैसे खर्च करने परते है इस मे ही कई महीने चले जाते है उसके बाद भी किस्मत रही तो उस लरकी की चुत मिलेगी नही तो समय पैसा सब बर्बाद

लेकिन यहा तो मामला बहोत ही अलग थी राजू अपनी दीदी को को पेलना चाहता था

राजू को भी ये बात पता थी लेकिन फिर भी वो कोसिस करता रहता है

राजू उस दिन से रीमा के साथ ज्यादा समय गुजारने लगा मस्ती मजाक से लेकर रीमा के लिये कुछ ना कुछ खाने पीने के लिये लाता रेहता था अपनी पॉकेट मनी से

एक एक दिन गुजरते रहे रीमा अपने भाई से बहोत प्यार करती थी लेकिन राजू का मस्ती करना उसका ख्याल रखना ये सब रीमा के दिल मे राजू के लिये और प्यार बढ़ गया( भाई वाला प्यार )

दोनों जब भी समय मिलता साथ मे ही इधर उधर की बाते करने और खूब मस्तिया करते

25 -30 दिनों मे सिर्फ एक चीज बदली वो था पहले
रीमा और राजू मस्ती करते थे लेकिन दूर से बातो से
लेकिन अब दोनों मस्ती मस्ती मे एक दूसरे के ऊपर गिर जाते या एक दूसरे को पकर के मस्ती करते

इसी का फायदा राजू उठा लेता कभी धीरे से रीमा के चुचे दमा देता तो अभी गांड चुत को लेकिन राजू ये सब धीरे से करता था तो रीमा को पता भी नही चलता था

रीमा ये सब अपने भाई का प्यार समझती थी लेकिन राजू कुछ और चाहता था

इतना करने के बाद भी राजू आगे नही कुछ कर पाया कियुकी उसको डर लगता था
रीमा की सादी हो गई
और दिपु अपना लंड हिलाता रेह गया
लेकिन एक बार जब अंदर हवस चढ़ती है तो उतरती नही

रीमा के जाने के बाद राजू अपनी मा पर नज़र डालने लगा और अपनी मा के साथ भी करीब जाने की कोसिस करने लगा

मस्तिया करना मा को बाहों मे पकर लेना कभी कभी टच करना ये सब
लेकिन दिपु अपनी डर की वजह से अपनी मा से साथ भी उसके ज्यादा कुछ कर नही पाया



आज का दिन
रीमा की एक बेटी है रामु अब नही रहा राजू कर्ज चुका रहा है अभी भी बहोत कर्ज बाकी है राजू के मामा आते रेहते है लेकिन वो भी गरीब है तो ज्यादा मदद नही कर पाता है

राजू अभी भी लगा है की सायद मा के साथ कुछ हो जाये
❤❤
आप सभी अपनी राय जरूर देना देखो मे बाकी लोगो की तरह स्टोरी को बीच मे छोर कर नही जाने वाला हु रोज अपडेट दूंगा
लेकिन ये आप सभी के ऊपर है की मे इस स्टोरी को जल्दी पूरा करू या बीच मे छोर दु

ये सब आप सभी के पसंद पर है

आज के लिये इतना ही 🙏🙏🙏
Raju ki bahen rani h rima toh maa h
 

ajay bhai

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ajay bhai

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chapter 4

राजू रीमा की उंगली को चात् कर साफ कर देता है और रीमा देखते रहती है

राजू - हो गया मा सच कहु तो जादू है आप की हाथो मे
रीमा - अच्छा बाबा मान लिया अब चल सोते है

राजू - मेरा किस आप के किस बिना मुझे नींद नही आयेगी
रीमा - हस्ते हुवे अच्छा ऐसी बात है फिर रीमा राजू के होठ पे अपना होठ सता के किस कर रही है अब तो नींद आयेगी ना

राजू - हस्ते हुवे हा अब आ जायेगी फिर राजू के के माथे पे किस कर के सच मे मा आप बहोत अच्छी है
रीमा - हा मुझे पता है अब जा सो जा
राजू अपने बेड पे लेट जाता है

ये किस बस कुछ सकेंद् के लिये था रीमा ने अपने होठों को सता के तुरंत हटा लिया था

लेकिन राजू का जो प्लान था वैसा ही हो रहा था राजू अपनी मा के अंदर एक औरत की जो चाहत होती है उसे बाहर निकालना चाहता था वो भी रीमा को पता लगे बगैर
राजू - अभी तो आप होठ सता के हटा लेती है मा लेकिन जल्द ही असली किस भी होगा लेकिन अभी फिल्हाल आप की उंगली को चाटना और आप का किस इस की पहले पूरी आदत पर जाये बाद मे अगली किस की तरफ जायेंगे

तभी राजू का फोन बजता है राजू देखता है तो रूमा का कॉल था
फोन उठा कर
राजू - अरे रूमा किया बात है कुछ प्रोबलम है किया
रूमा - नही जी वो मे मैने ये जानने के लिये फोन किया की आप सही से घर पहोच गए की नही

राजू - अच्छा ऐसा है चिंता मत करो मे अच्छे से पहोच गया हु ये बताओ ऑन्टी कैसी है अभी

रूमा - मा सो गई है
राजू - अच्छा चलो ठीक है तुम भी सो जाओ मे सुबह आऊगा ठीक है
रूमा - ठीक है जी

फोन कट हो जाता है लेकिन रूमा लेते राजू के बारे मे ही सोच रही होती है

राजू भी सो जाता है

10 दिन बाद

10 दिन गुजर गये और इस दस दिन मे राजू रोज सुबह शाम अपनी मा के साथ खाते वक़्त उंगली चुस्ता था और किस करता यही 10 दिन तक उसने रीमा के साथ किया यही राजू का प्लान था की जब तक का को इसकी आदत ना हो जाये
और ऐसा होता भी है अब रीमा को राजू को किस करना और राजू का रीमा की उंगली चुसना नॉर्मल लगने लगा था आदत पर गई थी रीमा को ये सब मा बेटे के बीच प्यार लग रहा था और दिपु तो यही चाहता था की रीमा को यही लगे लेकिन असल मे राजू तो कुछ और कर रहा था

दूसरी राजू रोज रूमा सीमा से मिलने जाता था और कुछ ना कुछ लेके जरूर जाता था सीमा भी ठीक हो चुकी राजू एक घंटे रुकता और रूमा सीमा से खुब मस्ती मजाक करता था रूमा का प्यार तो अब दिपु के लिये बेहपनाह हो गया था सीमा भी राजू को अपना मनाने लगी

11 वे दिन रात को

राजू रीमा खाना खा चुके राजू थोरा बाहर हवा खाने के लिये चला जाता है तो रीमा अपने रूम मे बेड पे लेती थी तभी रीमा का फोन बजता है रीमा देखती है तो ये रानी का फोन था रीमा फोन उठा के

रीमा - हा बेटी बोल कैसी है और तेरा बचा कैसा है सब ठीक है ना

रानी - थोरा दुखी आवाज मे सब ठीक है मा आप बताओ कैसी है और राजू कैसा है
रीमा - मे ठीक हु और राजू भी अच्छा है लेकिन एक बात बता मैने ये नोटिस किया है 5 या 6 दिन से जब भी तू फोन करती है तो उदास रेहती है सचे बता कोई प्रॉब्लम तो नही है ना सब ठीक तो है

रानी - अरे मा मे ठीक हु सब सही है आप चिंता मत करो
रीमा - ठीक है अगर कोई बात हो तो जरूर बताना ठीक है और राजू के बात की की नही

रानी - अभी फोन कर के बात कर लेती हु
रीमा - ठीक है कर ले फोन कट


राजू भी आकर बेड पर लेता ही था की रानी फोन करती है राजू फोन उठा के

राजू - कैसी हो दी और मेरी मेरी प्यारी भांजी कैसी है
रानी - हस्ते हुवे मे भी ठीक हु और तेरी प्यारी भांजी भी ठीक है
तभी रानी को कोई जोर से आवाज दे कर बुलाता है रानी जल्दी से
रानी - भाई मे अभी रखती हु बाद मे बाते करेगे
राजू भी ठीक है और फोन को साइड मे रख देता है

राजू - सोचते हुवे रूमा मुझे प्यार करती है ये बात तो मुझे पता लग गई लरकी भी अच्छी है सुंदर भी है और मुझे हद से ज्यादा प्यार भी करती है ऐसी लरकी कहा मिलेगी एक ना एक दिन मुझे सादी करनी ही पड़ेगी मैने गौर से देखा है अगर मैने उसके सादी नही की तो डर है कुछ कर ना ले या वो कभी किसी और से सादी नही करेगी

एक सच ये भी है की मे भी अब उसके प्यार करने लगा हु देखते है वो कब अपने दिल की बात मुझे बताती है
लेकिन मेरी दीदी की बात ही अलग है
लेकिन यार मेरी दीदी की चुत जब पेहली बार देखा था तो कसम से रानी दी आप को नही पता मैने किया किया नही किया आप की चुदाई करने के लिये लेकिन साला डर की वजह से मे कुछ कर नही पाया और फिर सादी कर के चली गई नही तो सायद

तभी एक जोर की आवाज फिर कहा चली गई कामचोर जल्दी से पानी ले कर आ

ये आवाज सुनते ही राजू की गांड फट के हाथ मे आ गई उसका दिल कुछ सकेंद् के लिये रुक सा गया कियुकी ये आवाज राजू के फोन से आ रही थी राजू कापते हाथो से फोन उठा कर देखता है तो कॉल अभी भी चालू था कॉल कटा नही था तभी फोन कट तो जाता है ये देख राजू अपना सर पकर के बैठ जाता है

राजू को बहोत ही ज्यादा डर लग रहा था की अब उसकी दी उसकी गांड फार देगी और मा को भी केह देगी फिर मेरा सपना ख़तम मे भी खतम मे तो गया लग गई मेरी

हुआ ये था रानी को किसी ने जल्दी से बुलाया रानी ने ये तो कहा की फोन रखती हु लेकिन जल्दी से रानी ने फोन कट नही किया और चली गई दिपु को लगा की फोन कट गया है तो बिना देखे साइड मे फोन को रख कर रूमा और सारी चीजो के बारे मे बात करने लगता है जब रानी आती है तो उसे फोन से आवाज सुनाई देती है रानी जब कान लगा के सुनती है तो राजू ने रानी के बारे मे जो बोल रहा था रानी सब सुन लेती है तो यही हुआ था दिपु के साथ


थोरि देर बार राजू का फोन बजता है राजू देखता है फोन रानी का है तो उसका सरीर कापने लगता है पाकते हाथो से फोन उठा कर हैलो

रानी - फुल गुस्से मे तो तेरे मन मे मेरे लिये ये सब था अब समझ गई की तुमने जो मेरे लिये किया सब झूठ था सब दिखावा था ताकि तु मेरे करीब आ सके फिर मेरे साथ वो सब कर सके अब तो मे ये सब मा को बताउगी
राजू ये सुन डर जाता है उसे पसीना आने लगता है कापने लगता है

राजू - डरते हुवे दी मुझे माफ कर दो मा को मत बताना मे आप के हाथ जोरता हु प्लेस

रानी - अच्छा माफ कर दु गलती करने के बाद नही पाप करने के बाद मे तेरी बरी बेहन हु तु मेरे बारे मे ये सोचता मेरे साथ वो करना चाहता था ये बता कब से और कैसे तेरे मन मे मेरे लिये ये सब आया बता

राजू - रोते हुवे वो दीदी वो
रानी - बताता है की नही
राजू - रोते हुवे आप की सादी के एक महीने पहेले आप जब कमरे मे कपड़े बदल रही थी तो नँगा आप को देख लिया दरवाजा खुला था तब से मेरे मन ने आप के लिये ये

रानी - मन मे ये मेरी गलती है दरवाजा बंद नही किया था फिर भी मे उसकी बेहन हु राजू मेरा भाई है फिर उसके मन मे मेरे लिये गंदे ख्याल नही आने चाहिये था

रानी - गलती गलती होती है हा इसमें थोरि गलती मेरी है लेकिन तु तो मेरा भाई है फिर मेरे बारे मे कैसे ये सब सोच सकता है

राजू - माफ कर दो दी मा को मत बताना पिलिस्
रानी - इसने थोरि मेरी गलती थी इस लिये मे मा को इस बारे मे नही बताउगी नही तो मा को भी बहोत बुरा लगेगा कियुकी मा तुमसे बहोत प्यार करती है लेकिन मे मुझे माफ नही करुगी मे तुम से बहोत प्यार करती थी सोचती थी मेरे भाई है जो हमेसा मेरे साथ खरा रहेगा हर मुसीबत मे मेरी मदद करेगा इसी लिये तुझे फोन किया था लेकिन तु तो छी अब मुझे तेरी कोई मदद नही चाहिये मे इस नर्क मे जैसे तैसे जी लूँगी समझा अब मुझसे बात मत करना रानी फिर फोन कट कर देती है

राजू कुछ देर वैसे ही बैठा रेहता है सोचने लगता है अभी किया से किया हो गया लेकिन राजू को इस बात से राहत मिली की दीदी मा को कुछ नही बतायेगी
लेकिन दिपु के दिमाग के ये भी आता है की आखिर दी किस लिये मुझसे मदद चाहती थी कौन की नर्क की बाते कर रही थी कही दीदी कोई प्रॉब्लम मे तो नही है

राजू सोचते हुवे मे उसका भाई हु भले ही गंदा भाई हु भले ही दीदी मुझसे बात ना करे मुझे जा कर एक बार खुद देखना होगा किया बात है

फिर राजू बेड पर लेट कर सोचते सोचते सो जाता है

सुबह हो जाती है राजू नहा कर होस्पिटल के लिये निकल परता है पैदल कियुकी आज सीमा को घर ले कर आना था डॉक्टर ने केह दिया था

थोरि दूर पर राजू की एक ओटो दिखाई देता है पास जाकर

राजू - भाई किया आप होस्पिटल चलोगे मुझे होस्पिटल से ऑन्टी को लेकर घर जाना है जो पैसे होगे मे दे दूंगा

ओटो वाला ठीक है बैठ जाओ मे ले लगता हु राजू बैठ कर होस्पिटल के अंदर जा कर सीमा से मिलता है बाते होती है

राजू - तो ऑन्टी अब फाइनली आज आप घर जा रही है
सिमा - सही कहा बेटा मे बता नही सकती इतने दिन कैसे मैने इस होस्पिटल मे बिताये है दम घुटता था यहा मेरा

तभी डॉक्टर अंदर आ कर

डॉक्टर)- ठीक सारी कागजी काम हो चुका है अब आप पूरी तरह से ठीक है बस थोरा खाने पे ध्यान देना कुछ महीने अब आप जा सकती है

राजू - थैंक्स डॉक्टर तो चलो रूमा ऑन्टी चलते है फिर सभी बाहर आ जाते है राजू उस ओटो मे बैठ जाओ सभी बैठ जाते है थोरि देर बाद सीमा के घर आ जाता है
. राजू ओटो वाले को पैसे दे देता है और ओटो वाला चला जाता है

सिमा - घर को दिखाते हुवे तो राजू बेटा यही हमारा टुटा फूटा छोटा सा घर है इस गरीब का
राजू - घर बरा होने से और अमीर होने से कुछ नही होता घर तो अच्छे लोगो से बनाता है

फिर सभी अंदर जाते है बाते होती है कुछ देर फिर राजू

राजू - ऑन्टी तो मे अब जाता हु फिर टाइम मिलेगा तो आ जाउंगा
ऑन्टी - मे तुम्हे जाने नही देती इंटनी जल्दी लेकिन किया है इस घर मे कई दिनों से साफ सफाई नही हुई है सभी चीजे इधर उधर परी है लेकिन जब आज साफ सफाई कर लूँगी तो साम को जरूर आना मे तेरे लिये अच्छा खाना बनाउगी

राजू - हस्ते हुवे अच्छा मेरी खूबसूरत ऑन्टी जैसा कहे
सीमा - हस्ते हुवे अच्छा मार खायेगा तु अभी
राजू - अरे नही रूमा को देखते हुवे रूमा तो मे चलता हु राजू बाहर निकल आता है लेकिन रूमा आकर राजू को रोक देती है

राजू पीछे रूमा को देखते हुवे
राजू - रूमा किया बात है कुछ केहना चाहती हो
रूमा - हा आप से कुछ केहना है
राजू - अच्छा बोलो किया केहना है
रूमा के होठ काप् रहे था रूमा अपने नाखूनों को रगरे जा रही थी रूमा नीचे देखते हुवे कपते होठो से

रूमा - जी वो मे आप से बहोत प्यार करती हु और आप से सादी करना चाहती हु ये केह कर रूमा जोर जोर से सासे लेने लगती है उसका दिल जोर जोर से धरक रहा था रूमा के बरे टाइट चूचे सास लेने की वजह से उपर नीचे हो रहे थे

लेकिन राजू कोई जवाब नही देता और चुपचाप खरा रूमा को देखता रेहता है

रूमा जब देखती है राजू कुछ नही केह रहा तो वो राजू को देखते हुवे

रूमा - आप कोई जवाब क्यु नही दे रहे है किया मे आप को अच्छी नही लगती किया मे खूबसूरत नही हु किया मे आप के नायक नही आप कुछ तो बोलो मेरा दिल घबरा रहा है

राजू - रूमा को देखते हुवे मे तुमसे प्यार नही करता

ये सुनते ही रूमा पथर् की बन जाती है कुछ देर तक फिर उसके आखो से पानी नीचे गिरने लगते है तप तप

रूमा - राजू से रोते हुवे माफ करना ये मेरी ही गलती है आप ने मेरी मा की जान बचाई और मे कुछ ज्यादा ही लालची हो गई थी जो ये सोच लिया की आप जैसे एक नेक दिल इंसान मुझे अपना लगा मुझे उसका प्यार मिलेगा मुझे माफ कर दीजिये गा इस हरकत के लिए ये केह कर रूमा जोर जोर से रोते हुवे घर मे चली जाती है

राजू - अरे मे तो मजाक कर रहा था लेकिन अब देख भी लिया की रूमा सच मुझसे कितना प्यार करती है पगली मेरे जैसे नीचे गिरे लरके को

अंदर सीमा रूमा को रोते हुवे कमरे मे जाता देख हैरान हो जाती है आखिर रूमा रो रोती हुई कमरे मे क्यु गई सीमा जाने ही वाली थी पूछने की किया हुआ है दिपु आकर सीमा को रोक देता है सीमा दिपु को देख कर

सीमा - बेटा रूमा कियु रो रही है कुछ हुआ है किया
राजू - आप को पता था ना की रूमा मुझसे प्यार करती है
सीमा - हा मे जानती थी लेकिन हुआ किया है
राजू - रूमा ने मुझे अपने दिल की बात बताई और मैने मना कर दिया इस लिये रो रही है

सीमा- ये सुन चिंता मे माफ करना बेटा मैने उसे पेहले ही समझाया था पीछे हथ जाये लेकिन वो मानी ही नही तुम इस बात का बुरा मत मानना मे उसे समझा दूंगी

राजू - ये सुन सीमा को गले लगा कर अरे सासु मा मे हु ना आपका होने वाला दामाद मे खुद अपनी बीवी को संभाल लूंगा

सीमा - ये सुनते ही हैरानी से राजू को देख कर किया कहा बेटा लेकिन तुमने रो रूमा को बना कर दिया था ना

राजू - सीमा को छोरते हुवे अरे सासु मा मे मैने तो मजाक मे कहा था और वो रोते हुवे अंदर भाग आई सच तो ये है मे भी उससे बहोत प्यार करता हु रूमा एक अच्छी लरकी है तो मुझे रूमा जैसी लरकी कहा मिलेगी और सीमा को देखते हुवे साथ मे एक एक हॉट खूबसूरत सासु मा भी तो मिल रही है

ये सुनते ही सीमा राजू को प्यार से मारते हुवे अच्छा तो ऐसी बात एक पे एक फिरी चाहिये तुझे
राजू - सीमा के करीब जाके आखो मे देख कर किया नही मिलेगा
सीमा - मार खायेगा पेहले मेरी बेटी को रुलाया है तो उसे जाकर बना फिर बात करेगे
राजू - जाता हु लेकिन एक पप्पी तो देदो
सीमा - हस्ते हुवे सच केह रही हु मार पड़ेगी
राजू - मुह बना के ठीक है जा रहा हु
सीमा - रुक फिर राजू के गाल पर एक किस दे देती है अब खुश जा यहा से जल्दी मेरी बेटी रो रो कर ना जाने कितने सासु गिराये होगे
राजू हा जा रहा हु फिर दिपु रूमा के कमरे के अंदर जाता है रूमा एक पुरानी चटाई पे लेती है रो रही थी राजू रूमा के बिस्तर को देखता है

रूमा का बिस्तर के नाम पे एक पुरानी फटी चटाई और कंबल वो भी पुराने

राजू ये देख समझ जाता है उसकी लाइफ सच मे बहोत बुरी चल रही है राजू रूमा के पास जाकर बैठ जाता भी जो अपना चेहरा निचे किये लेती रो रही थी

राजू - कब तक रोती रहोगी
राजू की आवाज सुनते ही रूमा जल्दी से राजू को देखती है फिर दूसरी तरफ चेहरा कर के आसु साफ कर लेती है

रूमा - आप गए नही घर
राजू - चलो जल्दी से उठ कर बैठ जाओ
रूमा उठ कर बैठ जाती है राजू के सामने लेकिन अभी भी रूमा के आखो से आसु गिरे जा रहे थे रूमा अपना चेहरा नीचे किये हुई थी

राजू - रूमा के चेहरे को पकर के ऊपर उठा कर रूमा की आखो मे देख के अरे पगली तुम्हारी जैसी दिल की अच्छी खूबसूरत हॉट बीवी किसी को मिले तो वो किस्मत वाला होगा तो भला मे कैसे तुमे बना कर सकता हु मे भी तुम से बहोत प्यार करता है और मैने तो मजाक मे तुम से वो बात कही थी

रूमा - ये सुन्ते ही रोते हुवे राजू के गले लग जाती है

रूमा - आप सच केह रहे है ना आप कही फिर से मेरे साथ मजाक तो नही कर रहे है देखिये मे आप के बिना जी नही सकती बहोत प्यार करती हु मे आप को
राजू - रूमा की आखो मे देखते हुवे मे कसम से सच केह रहा है मेरी होने वाली बीवी
रूमा - ये सुन बहोत की ज्यादा खुश उसी के साथ शर्मा भी जाती है फिर राजू के सीने मे चिपक जाती है
राजू - देखो तो कैसे शर्मा रही हो तुम किया ऐसे ही मेरे सीने मे लगी रहोगी

रूमा - हा जिंदगी भर
राजू रूमा को नीचे लेता कर रूमा के उपर आके रूमा को देखने लगता है तो वही रूमा की हालत खराब हो जाती है कियुकी रूमा ऐसी हालत मे पेहली बार आई थी पेहली बार किसी ने उसे छुवा था ये सब एहसास उसके लिए नया था इस लिये रूमा पानी पानी हो गई थी उसे सर्म आ रही थी रूमा राजू से नज़रे नही मिला पाती और शर्मा कर दूसरी तरफ नज़रे फेर लेती है

राजू ये देख
राजू - मेरी तरफ देखो रूमा
रूमा - मुझे सर्म आ रही है
राजू - किया तुम मेरी बात नही मनोगी
रूमा को सर्म आ रही थी लेकिन राजू की बात को मना भी नही कर सकती थी फिर सरमाते हुवे राजू को देखती है

राजू - ये हुई ना बीवी वाली बात
रूमा और शर्मा जाती है उसका दिल धक धक करने लगता हैं
राजू - रूमा को देखते हुवे तो दिल की बात तो हम ने कर ली अब प्यार करे चलो अब अपने इस रसीले होठो का रस पिला दो मुझे

अब तो और रूमा की हालत खराब हो जाती ये सुन कर राजू के नीचे रूमा परी हुई थी अब तो रूमा जोर जोर से सासे लेने लगती है उसके चूचे उपर नीचे होने लगते है

राजू - किया हुआ तुम नही चाहती तो रेहने देते है फिर राजू रूमा के उपर से उठने लगता है ये देख

रूमा - रुक जाइये मे तो पूरी आप की हु जब से आप को प्यार किया है तो मेरी आत्मा मेरा ये शरीर आप को सोप दिया है तो मे इस के लिये कैसे आप को मना कर सकती हु

लेकिन मुझे किस करना नही आता आप खुद कर लो ना ये केह कर रूमा सरमाने लगती है

राजू - हस्ते हुवे ठीक लेकिन तुम देखती रहोगी आखे बंद मत करना ठीक है
रूमा - सरमाते हुवे जी ठीक है

राजू फिर अपना होठ रूमा के होठ के करीब ले कर जाने लगता है और रूमा का दिल फिर जोर से धक धक करने लगता है

राजू अब रूमा के रसीले होठो को अपने मुह मे लेकर चूसने लगता है रूमा को ये पहला किस साथ मे ये पेहला एहसास पागल कर देता है रूमा अपने दोनों हाथ से राजू को पकर लेती है रूमा लीचे राजू उपर राजू एक मिनट तक रूमा के होठ के रस को पी कर छोर देता है फिर रूमा को देखता h

रूमा राजू को देख शर्मा रही होती है
राजू - कैसा लगा मेरी जान ये किस
रूमा - सरमाते हुवे एक अलग एहसास था मेरा ये पेहला जिसे मे कभी भूल नही सकती

राजू - चलो फिर अब बाहर जाते है नही तो सासु मा कहेगी की सादी से पेहले की मेरी बेटी के साथ सुहागरात बना तो नही रहा

रूमा - ये सुन एकदम शर्मा कर फिर राजू से चिपक जाती है ऐसा मत कहो ना मुझे सर्म आती है


राजू - हस्ते हुवे अच्छा बाबा मे अब कुछ नही कहुंगा चलो चलते है

राजू खरा हो जाता है

राजू - अपना हाथ दो मुझे
रूमा अपना हाथ देती है राजू रूमा के हाथ को पकर कर बाहर आ जाता है
सीमा - देखती है की रूमा राजू दोनों एक दूसरे का हाथ पकर कर आ रहे है तो मुस्कुराने लगती है तो वही रूमा को सर्म आ रही थी अपनी मा के साथ ऐसे हाथ पकर कर आने मे

सीमा - तो गया तुम लोगो का ये प्यार वाला ड्रामा फिर रूमा को देखते हुवे अब तो तुम खुश हो ना अपने प्यार को पा के
ये सुन रूमा जल्दी से मा को गले लगा कर हा मा मे आज बहोत खुश ही
सीमा - अच्छा है और राजू को देख कर बेटा तुम्हारा जितना सुक्रिया अदा करू कम है तुम ने मेरी जान बचाई फिर मेरी बेटी को भी अपना कर जो खुशी दी है

राजू - बस बस आगे कुछ मत कहिये ये तो किस्मत मे मेरे लिखा था एक खूबसूरत बीवी के साथ एक हॉट सासु मा का मिलना तो इसमें फायदा तो मेरा ही है ना
.ये केह कर राजू जोर जोर से हसने लगता है

सीमा - ये सुन कर रूमा हट तो जरा मे एसी बताती हु इसे हॉट सासु चाहिये हा
. रूमा - अरे मा सच तो केह रहे है

सीमा - हैरान रूमा को देख कर तु मेरी ही बेटी है ना

रूमा -अरे हा मे आप की ही बेटी है
. राजू - अच्छा तो अब बाते बाद मे होगी मुझे देर हो गई है जाना होगा

सीमा - ठीक है साम को जरूर आना है समझ गए

जैसा मेरी हॉट सासु मा कहे
सीमा - रुक अभी बताती हु लेकिन राजू भाग कर बाहर आ जाता है
रूमा - किया मा आप ने उन्हें भगा दिया
सीमा - घूर के रूमा को देख कर अभी से उसकी तरफ हो गई वाह बेटी वाह
रूमा - शर्मा कर किया मा आप भी मे आती हु उन्हें छोर के
सीमा - हस्ते हुवे हा हा जा छोर के आ अपने पति को

रूमा आप भी ना मा रूमा फिर बाहर आ जाती है
राजू जा रहा था रूमा आवाज देती है रुकिये राजू रुक जाता है

रूमा पास आ कर साम को जरूर आना है आप को
राजू रूमा को कमर से पकर कर बहो मे भर लेता है
रूमा - शर्मा कर आप ये किया कर रहे है कोई देख लेगा
राजू -एक दो फिर छोरुंगा

रूमा - आप भी ना रूमा जल्दी से राजू को किस होठो पर कर देती है
अब ठीक है
राजू - हा अब अच्छा लग रहा है मेरी जान अब मे चलता ही राजू जाने लगता है रूमा देखती है फिर घर मे आ जाती है

राजू घर आकर सो जाता है

शाम को राजू उठता है फिर बाहर आकर देखता है उसकी मा रीमा बर्तन साफ कर रही होती राजू की नज़र रीमा की बरी गांड पर जाती है रीमा बैठ कर बर्तन साफ कर रही थी लेकिन उसका मोटा बाहर निकला गांड की मोटाई साफ नज़र आ रही थी राजू रीमा के पास जा कर खरा हो जाता है रीमा राजू को देख कर

रीमा - किया बात है बेटा
राजू - मा आप को एक खुशखबरी सुनानी है लेकिन उसके बदले आप को भी कोई इनाम देना होगा
. रीमा - हस्ते हुवे अच्छा तो खुशखबरी बताने के बदले इनाम चाहिये तुझे ठीक है बता किया इनाम चाहिये और किया है वो खुशखबरी

राजू - आप जो मुझे किस करती है ना होठो पे

रीमा - राजू को देखते हुवे ना तो किया
राजू - तो मुझे इनाम के तोर पर अपनी मर्ज़ी से मुझे आप को किस करने देना होगा और मे जैसे चाहू आप को किस कर सकता हु बस 1 मिनट तक ज्यादा नही

रीमा - ये सुन हैरान और सोच मे डूब जाती है सही गलत सोचने लगती है

आज के लिए इंतना ही 🙏🙏🙏🙏🙏 लाइक कॉमेंट
 

ajay bhai

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ajay bhai

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urc4me

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Romanchak. Pratiksha agle rasprad update ki
 
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