मनुष्य कितना बड़ा ही महान क्यों न बन जाए , उसका दिल भी एक बच्चे की तरह धड़कता है।
ए.पी पुरे नोर्थ इंडिया का सबसे फेमस और पावरफुल शख्सियत बन चुका है । बड़े बड़े लोगों के साथ उठना बैठना होता है। नेता और बिजनेसमैन उसकी चापलूसी तक करते है। लेकिन जब वो अपने दोस्तों और परिवार के साथ होता है तो उसका व्यक्तित्व और कृतित्व एक मासूम बच्चे की तरह बन जाता है।
कोई बनावटीपन नही। कोई दिखावा नही। कोई आडम्बर नही। बिल्कुल ही एक साधारण इंसान जो खुलकर अपनी भावनाएं व्यक्त करता है।
रिया शायद ए.पी की पहली क्रश थी। पहली चाहत थी। लेकिन परिस्थितियाँ इनके अनुकूल नही थी। पहला प्यार एक ऐसा यादगार लम्हा होता है जो जीवन पर्यंत मन मस्तिष्क मे कैद होकर रह जाता है।
मुझे बेसब्री से इंतजार रहेगा इनके कन्वर्सेशन का !
ए.पी ने ड्रग्स के खिलाफ जो मुहिम चलाया है वह बिल्कुल ही सही रास्ते पर है। एजुकेशनल इंस्टिट्यूट मे स्टूडेंट्स को सजग करना अत्यंत ही आवश्यक है।
लेकिन छोटे मोटे ड्रग्स पैडलर से बेहतर है कि वो इस धंधे के बीग बाॅस तक अपनी पहुंच बनाए। जड़ से खत्म करना है तो निधि मैडम के साथ साथ संजय दास तक को अपने शिकंजे मे कसे !
सभी अपडेट बेहद ही खूबसूरत थे ए. पी. भाई। आउटस्टैंडिंग।