इस अपडेट में मुझे कई चीजें पसंद आईं। सबसे पहले, जब पात्र अपने गुरु से मिलने गया, तो गुरु जी की बातें बहुत प्रेरणादायक थीं। उन्होंने उसे अपनी शक्तियों को छुपाकर रखने और केवल जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल करने की सलाह दी। यह बात मुझे बहुत अच्छी लगी क्योंकि यह दिखाता है कि असली ताकत वही होती है जो समझदारी से इस्तेमाल की जाए।
फिर जब पात्र मुंबई पहुंचा, तो वहाँ की भीड़-भाड़ और चमक-दमक ने मुझे भी चौंका दिया। मुझे यह हिस्सा बहुत रोचक लगा, क्योंकि यह दिखाता है कि कैसे एक साधारण इंसान बड़े शहर में खुद को ढूंढता है।
दुर्घटना का दृश्य भी बहुत प्रभावशाली था। जब पात्र ने घायल व्यक्ति की मदद की, तो यह दिखाता है कि इंसानियत सबसे महत्वपूर्ण है। मुझे यह देखकर अच्छा लगा कि वह बिना किसी स्वार्थ के मदद करने के लिए आगे आया, जबकि बाकी लोग सिर्फ तमाशा देख रहे थे। यह सच में दिल को छू लेने वाला था।
अस्पताल में बच्चे की बीमारी का मामला भी बहुत दिलचस्प था। जब डॉक्टर उसकी बीमारी का पता नहीं लगा पा रहे थे, तो पात्र ने अपनी दिव्य शक्तियों का दावा किया। यह एक ऐसा मोड़ था जिसने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया कि कभी-कभी हमें अपने ज्ञान और अनुभव पर भरोसा करना चाहिए, भले ही दूसरों को हमारी बात पर विश्वास न हो।
कुल मिलाकर, इस अपडेट में मुझे पात्र की निस्वार्थता, साहस और मानवता की भावना बहुत पसंद आई।