तभी उसे कुछ याद आया और वो लैपटॉप लेके बैठ गई और डॉक्टर को खोजने लगी उसे एक अमेरिकन फीमेल डॉक्टर की साइड मिली निशा उसे देखने लगी देखते देखते उसे एक पेंशंट मिल गया जो विवान की ही उमर का था डॉक्टर ने उसके बारे में लिखा था निशा पढ़ने लगी इंग्लिश में था..
डॉक्टर ने ये सब लिखा था उसके बारे में
ये कोई बीमारी नहीं है ये बस छोटी उमर में होने वाला सन्मोहन है जो अक्सर जवान होते लडको को हो जाता है जब जवान हो रहा लड़का किसी महिला या लड़की को नंगा देख ले तो उसके अंदर की उत्तेजना जाग जाती है और वो अपने अंदर एक नई हलचल को महसूस करता है जब वो एक बार किसी महिला और लड़की को नंगा देख लेते है तो उनके अंदर फिर से बार बार देखने की इच्छा होती है ये नॉर्मल है जवान होते लडको या फिर लड़किया में भी ये सब भावनाए आना स्वाभाविक है पर जब ये भावनाए बढ़ जाए तब प्रोब्लम होती है फिर लड़के महिला को नंगी देखने की कोशिश करने लगते है और वो खोजते रहते है जब उन्हें कही देखने को मिल जाता है तो उनकी ईच्छा ये बढ़ जाती है और वो अपने आपको शांत करने लगते है जब वो अपने आपको पहली बार शांत करते है तो वो किसी और ही दुनिया में पोहच जाते है फिर वो बार बार अपने आपको शांत करते रहते है फिर उन्हे देखने को मिले या ना मिले वो उसी को याद करके अपने आपको शांत करते है जो उन्हों ने पहले देखा होता है यही वक्त होता है उन्हे समझा ने का अगर सही वक्त पे उनको समझाया जाए तो वो इन सब से निकल जाते है और अपना ध्यान दूसरे कामों में देने लगते है एक बात में बता दूं ये बीमारी नहीं है बस ये समय से पहले हो रहा है अच्छा इस टाइम पे उसे कोई भी समझा सकता है बड़ी बहन, मां, लेकिन सबसे ज्यादा असर पड़ता बाप के समजाने से क्यों की अक्सर जवान लड़के अपनी मां के सामने खुलके नही बोलते वो शरमाते है अरे ठीक से अपनी बात नही कर पाते बाप ही एक दोस्त बनके उन्हें अच्छे से समझा सकता है
निशा ये सब ध्यान से पढ़ रही थी उसे विवान से अब सहनुभूति हो रही थी एक तो वो गांव से था और उसके पापा भी नही थे और मां क्या करती मां को तो कुच पता भी नही होगा वो अब आगे पढ़ने लगी
पर अकसर ये बाते किसी को पता नही चलती लड़के भी नही जानते ना किसी से बात करते है कई लड़के अपने दोस्त को भी ये सब नही बताते क्यों की अक्सर कभी वो किसी ऐसे को देख लेते है जिसकी बात वो किसी को बता नही सकते और वो इसमें फसते जाते है उनकी इच्छाएं बढ़ती जाती है और वो चोरी चोरी हर महिला के बदन को घूरने लगते है वो थोड़े से भी उत्तेजित हो सकते है या पूरी नंगी देखने की भी कोशिश करते है और वो कोई भी हो सकता है रिश्तेदार हो सकते है घर की महिलाए भी हो सकती है मां या बड़ी बहन भी हो सकती है उन्हे तब पता नही होता ना ही इतनी समझ होती है के ये गलत है वो तो अपनी उत्तेजना में घिरे होते है जब वो अपनी उत्तेजना शांत कर लेते है तो उन्हें ये सब गलत लगने लगता है पर उत्तेजना के वक्त उन्हें ये ख्याल नही आता गलती भी लगती है पर वो अपनी उत्तेजना से विवश होते है
निशा ये सब पढ़के शोक थी पर अब उसे सब समझ में आ रहा था वो आगे पढ़ने लगी
फिर धीरे धीरे ये सब उनमें हावी हो जाता है और उनका मन ना तो कोई काम में लगता है ना ही पढ़ाई में फिर गलत का ख्याल सारा हट जाता है और वो उसके आगे विवश हो जाते है फिर वो अपने आपको दिन में दो तीन बार भी शांत कर सकते है और जब यहां तक वो पहोच जाते है तो वो किसी को पसंद भी करने लगते है जो उनके खयालो और कल्पनाओं में बनने वाली एक तस्वीर होती है और वो जब ऐसी महिला को देख लेते है तो फिर उनके लिए उनका प्यार या फिर उत्तेजना कहो ये जाग जाती है हा अक्सर इस तरह के लडको को अपने से बड़ी भरी हुई महिलाए जायदा पसंद आती है अगर वो किसी महिला को भीगे हुए या आधे कपड़े में या कपड़ो के बिना देख ले तो वो उनको छू ने की और पाने की कल्पना करने लगते है और जब उत्तेजना बढ़ जाती है तो वो उन्हे छूके महसूस करने की कोशिश करते है तब अगर कोई उन्हे पे गुस्सा करे या चिलाये तो वो गभरा जाते है और अपने आपको ही गलत मानने लगते है और वो खोए खोए रहने लगते है या फिर बड़ा कदम भी उठा सकते है उस वक्त उसको समझने वाला चाहिए जो उसकी इस परिस्थिति को समझे और उससे प्यार से बात करे
दूसरा ये हो सकता है की वो किसी असंतुष्ट महिला के संपर्क में आ सकते है और वो उसकी इस स्थिति का फायदा उठा सकती है जब वो महिला के संपर्क में आते है तो धीरे धीरे वो सब सीख जाते है और वो जवानी में ही पूरे पुरुष बन जाते है इस उम्र में वो महिलाओं के हाव भाव जान लेते है उनके चेहरे से वो पहचान सकते है की सामने वाली महिला उत्तेजित हो गई है और उनके अंदर की सेक्स करने की इच्छा बढ़ जाती है फिर वो उसे पाने की कोशिश करते है उन्हे पता होता है की सामने वाला भी सेक्स चाहता है इस लिए उनकी हिम्मत बढ़ जाति है और वो जबरदस्ती भी कर सकते है इस वक्त उन्हें पे सेक्स हावी होता है वो अभी जवान ही होते है उनका दिमाग पुरुष जितना परिपक्व नहीं होता तो वो महिला के मना करने पर जिद्द भी कर सकते है अगर ऐसे हो तो उसे एक डॉक्टर की जरूरत होती है बिना शर्म के उन्हे डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए डॉक्टर ही उसका सही इलाज कर सकता है और आखिर में अपना एड्रेस और नंबर लिखा था
"और हा ये लड़के महिला को संतुष भी कर देते है क्यूं की ये सब उन्हों ने महिलाओं से ही सीखा होता है" just kidding
यार ये अमेरिकन भी ना अपनी हरकतों से बाज नहीं आते निशा मुस्कुराते हुए लैपटॉप बंद कर देती है अब उसे अच्छा खासा नॉलेज हो गया था वो विवान की प्रोब्लम समझ गई थी बस वो विवान को समझा पाएगी या नहीं यही वो सोच रही थी ये लेख पढ़ते पढ़ते उसे बहुत देर हो गई थी उसने लैपटॉप को बंद किया और रख दिया और वो बेड पे आके आंखे बंद करके सोने की कोशिश करने लगी थोड़ी देर में ही निशा को नींद आ गई
सुबह विवान आया और काम में लग गया निशा भी उसके साथ काम में साथ देने लगी और उसे थोड़ा रिलेक्स करने के लिए उससे बात भी कर रही थी
..विवान थोड़ा रिलेक्स रहा कर क्या हर बार चुप चाप हो जाता है..
..जी दीदी..और विवान ने स्माइल दे दी..
..क्या आज तुझे सच नहीं सुनाना है ..निशा मुस्कुराते
हुए उससे पूछने लगी