maya ने धीरे- धीरे अपने ब्लाउज के बटन पूरे खोल दिए और जैसे ही उसने ब्लाउज उतारा उसके मोटे-मोटे
बड़े-बड़े पपितो के साइज़ के दूध देख कर मेरा लंड पूरी तरह तन गया,
मैने maya की आँखो मे देखा तो वह पूरी नशीली लग रही थी, तभी maya ने अपना मूह दूसरी ओर घुमा
कर अपने घाघरे का नाडा खोलने लगी,
राज- नही बेटी हमारे सम्मुख ही तुम्हे सारे वस्त्र उतारने होंगे नही तो हमारी सारी क्रिया बेकार हो जाएगी,
maya माफ़ करना बाबा जी कहते हुए वापस घूम गई और घाघरे का नाडा खोलने लगी,
राज- बेटी हमारे सामने शरमाने का ख्याल भी दिल मे मत लाना क्यो कि तुम नही जानती हमने तुम्हारे जैसी कितनी
ही औरतो को हज़ारो बार नंगी देखा है और कई औरतो को हमने अपने लिंग के प्रसाद से मा बना कर उनको संतान
सुख दिया है, maya मेरी बात सुनते हुए एक दम से अपने घाघरे को छ्चोड़ देती है और उसका फ्रंट व्यू देख
कर मेरी आँखे फटी की फटी रह गई, माइंडब्लोयिंग आज जिंदगी मे पहली बार मैं इतने हेवी पर्सनॅलिटी वाले माल को
देख रहा था इसके पहले मैने कभी ऐसी गुदाज भरे बदन की औरत को पूरी नंगी नही देखा था,
maya की चूत बिल्कुल साफ थी उस पर बाल का नामोनिशान नही था लगता था जैसे कल ही अपनी चूत साफ की हो, उसकी
चूत किसी डबल रोटी की तरह फुल्ली हुई थी और बीच मे एक लंबा चीरा लगा हुआ था उसकी मोटी मोटी केले के तने
जैसी गोरी चिकनी जाँघो ने मुझे मस्त कर दिया था उसके मोटे-मोटे बोबे उसके शरीर के हिसाब से ही थे और पूरी
बॉडी ऐसी लग रही थी कि अगर कोई भी लंडा उस समय maya से केवल नग्न होकर चिपक जाए तो उसका पानी निकल
पड़ेगा,
maya के पूरे नंगे बदन का मैने बड़े आराम से अवलोकन किया और जैसे ही मेरी नज़र maya से
मिली उसने अपनी नज़रे थोड़ी झुका ली लेकिन उसके चेहरे पर एक दबी हुई स्माइल मैने नोट की, उसने दुबारा मेरी ओर
देखा, शायद वह मेरे इशारे का इंतजार कर रही थी,
राज- बेटी अपने यह वस्त्र मुझे दे दो और तुम जाकर पानी मे डुबकी लगा कर आओ और जल्दी से उसी जगह चलो जहा
तुमने और रामू ने संभोग किया था, मेरी बात सुन कर maya ने झुक कर अपने चोली और घाघरा उठा कर
मुझे दे दिया और फिर जब maya अपने नंगे मोटे मोटे चूतादो को मतकाते हुए जाने लगी तो सच मे मेरा
तो दिल उसकी गुदाज मोटी गंद देख कर बैठा जा रहा था मेरा लोडा इतना टाइट हो गया कि दिल कर रहा था कि अभी रामू की मा की गंद मे अपना लंड डाल कर उसे चोद दू,
हल्का-हल्का उजाला होने लगा था और maya नंगी डुबकी मार कर बाहर आने लगी उस घोड़ी के भारी भरकम जिस्म
को पानी मे पूरी तरह भीगा हुआ देख कर मैं उठ कर खड़ा हो गया और अपने लोदे को मसल्ते हुए maya के
पास जाकर
राज- बेटी अब तुम आगे आगे चलो और मैं तुम्हारे पिछे चलता हू पर अब पिछे मूड कर तब तक नही देखना
जब तक कि मैं ना कहु, maya मेरी बात सुन कर अपने गन्नो के खेत की ओर अपने भारी भरकम चूतादो को
मतकाते हुए चलने लगी और मैं उसकी गुदाज मोटी गंद को देखते हुए उसके पिछे चलने लगा, मैने अपना
लंड बाहर निकल लिया और उसकी मोटी गंद की थिरकन को घूरते हुए अपने लंड को मसल्ते हुए उसके पिछे चलने
लगा,
उजाला कुच्छ ज़्यादा होने लगा तब मैने maya से कहा बेटी थोड़ा तेज तेज अपने कदम बढ़ा नही तो कोई भी
हमे देख लेगा, हमे उजाला होने के पहले ही वहाँ पहुचना है, मेरी बात सुन कर maya पूरी नंगी किसी घोड़ी
की तरह अपनी गंद उठा-उठा कर चलने लगी और मैं उसके भरे हुए मोटे चूतादो को देख कर अपना लंड
सहलाते हुए उसके पिछे चलने लगा, maya बहुत जोश मे चल रही थी और उसकी मोटी गंद कभी नीचे कभी
उपर होती हुई बहुत ही मस्त नज़र आ रही थी ऐसा लग रहा था उसकी गंद देख कर जैसे उसकी मोटी गंद बार बार
खुल कर मेरे लंड को घुसने का इशारा कर रही हो, थोड़ी ही देर मे रामू का गन्नो का खेत नज़र आने लगा और
फिर maya सीधे गन्नो के बीच से होती हुई वही पहुच गई जहाँ बैठ कर उसने हरिया और चंदा की चुदाई
देखी थी,
Top
rajaarkey
Platinum Member
Posts: 3125
Joined: 10 Oct 2014 10:09
Re: गन्ने की मिठास
Unread post by
rajaarkey » 15 Oct 2014 07:08
मैने जब हरिया की खटिया को देखा तो उस पर चंदा अकेली सो रही थी मैं समझ गया कि हरिया किसी और रास्ते
से तालाब की ओर maya को चोदने के चक्कर मे गया होगा, maya सर झुकाए खड़ी थी और मैं उसके बिल्कुल
करीब पहुच कर
राज- बेटी अब तुम अपने इन उतरे हुए कपड़ो को यहा बिच्छा कर बैठ जाओ और अपनी आँखे बंद कर लो मैं अब
तुम्हारे बदन को जल लगा लगा कर पवित्र करूँगा, ध्यान रहे जब मैं तुम्हारे बदन को हाथ लगा लगा कर जल
से रागडूंगा तब तुम उत्तेजित भी हो सकती हो लेकिन तुम्हे अपनी आँखे बंद रखना होगा और अपने हाथो को अपनी
जाँघो पर रख कर मुट्ठी बाँधे रखना होगा, चाहे कितनी भी उत्तेजना लगे अपने हाथो से अपने अंगो को
च्छुना नही है, फिर मैने उसे उसके कपड़े दिए और maya ने उसे बिच्छा कर उस पर बैठ गई और अपनी आँखे
बंद कर ली,
राज- बेटी क्या तुम तैयार हो
maya- जी बाबा जी
राज- ठीक है अब मैं क्रिया शुरू करता हू और फिर मैने अपने लोटे से पानी लेकर सबसे पहले maya के हाथो
मैं पानी लगाना शुरू किया और उसके हाथो को जब मैं उसकी गोरी बाँहो तक सहलाने लगा तो मेरा लंड कड़क
होने लगा, maya गहरी साँसे लेटी हुई आँखे बंद करके बैठी थी,
राज - बेटी अपनी दोनो टाँगो को खोल कर फैला कर बैठो ताकि मैं तुम्हारे बदन के हर हिस्से को पवित्र कर सकु
मेरा इतना कहना था कि maya ने अपनी मोटी मोटी टाँगो को खोल दिया और खूब फैला कर बैठ गई, maya का
गुदाज फूला हुआ भोसड़ा भी पूरा खुल कर मेरे सामने आ गया और मैं उसकी फूली चूत देख कर मस्त हो गया,
उसकी चूत अंदर से पूरी लाल नज़र आ रही थी और उसकी बुर से पानी बाहर आ रहा था, मैं समझ गया रंडी अब पूरी
चुदासी हो रही है,
अब मैने अपने हाथ मे पानी लेकर maya की एक टांग को हाथो मे पकड़ कर उसकी गोरी पिंडलियो को सहलाते
हुए जब उसकी मोटी मोटी गोरी जाँघो को अपने हाथो मे भर कर दबोचा तो मज़ा आ गया, इतनी गुदाज और मोटी
जंघे तो रुक्मणी की भी नही थी सच maya रुक्मणी से कई गुना ज़्यादा मस्त माल थी जिसे चोदने मे वाकई
मज़ा आ जाता होगा, मैं उसकी मोटी जाँघो को खूब कस कस कर मसल रहा था और अपने हाथो को maya की
जाँघो की जड़ो तक लेजाकार सहला रहा था, जी तो ऐसी कर रहा था कि उसकी फूली हुई चूत मे अपना हाथ मार दू लेकिन
मैं उसे पूरी तरह चुदासी बनाना चाहता था, बस इसी लिए उसकी गुदाज मोटी जाँघो को महसूस करता हुआ दबोच
रहा था,
कुच्छ देर तक maya की मोटी मखमली जाँघो की मसाज करने के बाद मैने थोड़ा सा जल अपने हाथो मे लिया
और एक दम से maya की खुली हुई फुल्ली चूत मे मार दिया, अपनी चूत पर पानी के च्चीटे महसूस करते ही maya
के मूह से एक कराह निकल गई,
राज- क्या हुआ बेटी क्या तुझे उत्तेजना महसूस हो रही है, maya अपने सूखे गले से थूक गटकते हुए अपनी जीभ
अपने होंठो पर फेर कर बोली नही बाबा जी मैं ठीक हू, मैने अपनी हथेली मे और जल लेकर फिर से उसकी चूत
मे ज़ोर से पानी का छिंता मारा और maya के मूह से सीईइ की आवाज़ फिर से निकल गई, maya का चेहरा पूरी तरह
कम वासना मे लाल हो चुका था मैं उकड़ू उसके सामने बैठा था और वह अपनी मोटी जाँघो को पूरी तरह मोड़ कर
फैलाए हुए अपने दोनो हाथो को पिछे टीका कर बैठी थी, मेरे पानी मारने से maya ने धीरे से अपनी मोटी
गंद को थोडा आगे सरका कर अपनी फूली हुई चूत को और उपर उठा दिया था, मेरा लंड मेरी धोती से बाहर निकल
कर पूरी तरह तना हुआ था,
फिर मैने एक दम से maya की फूली हुई चूत के उपर अपना हाथ रख कर अपनी उंगली से उसकी चूत की फांको के
बीच की दरार को सहलाते हुए पुछा
राज- क्यो बेटी क्या तुम्हे उत्तेजना हो रही है,
maya- सीयी आ, नही बाबा जी मुझे उत्तेजना नही हो रही है, आप आराम से करते रहिए,
मैने maya की बात सुन कर उसकी चूत को खूब कस कर दबोच लिया और maya के मूह से आ सीयी ओह जैसे शब्द
निकलने लगे, मैने maya के मोटे दूध को अपने हाथो मे पानी लेकर सहलाते हुए दूसरे हाथ से उसकी
चूत के दाने को रगड़ते हुए फिर से पुंच्छा
राज- बेटी अब कैसा लग रहा है,
maya- आ सीईइ ओह बाबा जी बहुत अच्छा लग रहा है,
राज- बेटी क्या तुमने रामू से अपनी चूत यही मरवाई थी ना,
क्रमशः........
गन्ने की मिठास--25
गतान्क से आगे......................
maya- हाँ बाबा जी मैं यही चुदी थी अपने बेटे से,
मैं maya की चूत और बोबे एक साथ खूब दबोच दबोच कर सहलाते हुए अब बिल्कुल गंदी ज़ुबान मे बाते करने
लगा था और maya अपनी आँखे बंद किए हुए मुझसे अपनी चूत और बोबे दब्वा रही थी और बिना किसी झिझक
के मेरे सभी सवालो का बिल्कुल सही जवाब दे रही थी, आज मैं उसके जीवन के किसी भी रहस्य को जान सकता था,
राज- मैने maya के मोटे मोटे बोबो को कस कर दबाते हुए उसकी चूत की फांको को खुरेदते हुए पुछा, बेटी
तुम्हे यह सब अच्छा तो लग रहा है ना,
maya- सीईईईईईईईईईई ओह, हाँ बाबा जी बहुत अच्छा लग रहा है, आपके हाथो मे जादू है ऐसा मज़ा पहले कभी
नही मिला आ आ सीईईईईईईईई ओह बाबा जी ऐसे ही मेरी चूत को सहलाते रहिए आह आह सीईईईईईई ओह बाबाजी,
maya पूरी तरह मस्ताने लगी थी और खूब ज़ोर ज़ोर से बिना किसी डर के सीसीयाने लगी थी, मैं भी पूरी मस्ती के
साथ उसके मोटे मोटे बोबे खूब दबोच दबोच कर मसल रहा था और उसकी फूली चूत की गहराई मे अपनी उंगलिया
चला रहा था,
राज- बेटी एक बात बताओ, उस दिन तुमने यहाँ से किसी दूसरे मर्द का लंड भी देखा था ना,
maya- हाँ बाबा जी
राज- तो उसका लंड तुम्हे ज़्यादा मोटा लगा या अपने बेटे रामू का,
maya- बाबा जी लंड तो दोनो के तगड़े थे लेकिन हरिया के लंड का सूपड़ा बहुत फूला हुआ था, जब उसका लंड
उसकी बेटी चंदा की चूत मे घुसता तो उसकी चूत पूरे सुपाडे के आकार मे फैल जाती और एक बड़ा सा छल्ला बन
जाता था,
राज- तो बेटी क्या तुम्हे उस आदमी का लंड लेने की इच्छा होने लगी थी,
maya- सीईईईईईईईईई आह, हाँ बाबाजी मन तो कर रहा था कि जाकर उसके मोटे लंड से अपनी चूत मरवा लू लेकिन मेरे
पास मेरा बेटा रामू खुद बैठ कर मेरी चूत सहला रहा था और मैं उसके मोटे लंड को खूब कस कर दबोच
रही थी,
राज- बेटी एक बात बताओ, क्या तुम्हारा मन उन दोनो के लंड से भी मोटे और लंबे लंड से चुदने का मन करता है
maya- आह हाँ बाबा जी मेरा मन खूब मोटे मोटे लंड से चुदने का करता है,
राज- बेटी क्या तुमने कभी उस आदमी और अपने बेटे के लंड से भी ज़्यादा मोटा लंड देखा है,
maya- बहुत पहले कभी देखा था बाबाजी लेकिन अब तो शकल भी याद नही कि मोटे मोटे लंड कैसे होते है,
राज- अच्छा बेटी अब तुम्हारे बदन के पिछे के हिस्से मे जल लगा कर उसे शुद्ध करना है इसलिए तुम यहाँ
पीठ के बल लेट जाओ, maya ने मेरी बात सुनते ही कहा बाबाजी क्या मैं आँखे खोल लू, तब मैने कहा बस बेटी
तुम्हारे पिछे के हिस्से मे जल लगा दू उसके बाद तुम आँखे खोल सकती हो, maya मेरी बात सुन कर पेट के बल
अपने घाघरे को बिच्छा कर लेट गई,
Top
rajaarkey
Platinum Member
Posts: 3125
Joined: 10 Oct 2014 10:09
Re: गन्ने की मिठास
Unread post by
rajaarkey » 15 Oct 2014 07:11
मैने जैसे ही maya की गुदाज गंद को देखा मैं तो पागल हो गया आज पहली बार इतना भारी माल मेरे सामने
पूरा नंगा लेटा हुआ था, मैने जल लेकर maya की पीठ पर च्चिड़क कर हाथ फेरना शुरू कर दिया और maya
अपने दोनो हाथो को अपने दूध से सताए चुपचाप लेटी हुई थी, फिर मैने थोड़ा जल लेकर maya की मोटी
जाँघो और पेरो तक हाथ फेरते हुए लगाना शुरू कर दिया, उसके बाद मैने थोड़ा पानी लेकर सीधे maya की
गंद के छेद मे टपकाना शुरू कर दिया और maya ने तुरंत अपनी जाँघो को थोड़ा अलग कर लिया, अब मुझे
maya की चूत की खुली हुई फांके भी नज़र आने लगी थी, मैने फिर से थोडा पानी लिया और इस बार उसकी चूत की
फांको के उपर डालने लगा और maya का नंगा बदन तड़पने लगा,
राज- बेटी क्या उत्तेजना लग रही है,
maya- बाबा जी जब आप हाथ से जल रगड़ते हो तब थोड़ी उत्तेजना लगती है,
राज- बेटी अब तुम्हे जैसे ही उत्तेजना हो तुम मर्द के उस अंग का नाम लेना जो तुम्हारे यहाँ घुसता है बस इतना कह
कर मैने maya की मोटी गुदा को अपने हाथो मे भर कर सहलाना शुरू कर दिया और maya एक बार फिर ज़ोर से
सीसीयाने लगी,
राज- बेटी उत्तेजना हुई ना
maya- सीईईईईई आअहह बाबाजी बहुत उत्तेजना हो रही है खूब चुदवाने का मन कर रहा है, अया आह
राज- तो बेटी तुम क्या सोच रही हो,
maya- सीईईईईईई आहह बाबाजी मैं बहुत उत्तेजित हो गई हू और खूब मोटे लंड से चुदवाने के लिए तड़प
रही हू,
राज- मैं उसकी मोटी गंद और चूत को खूब मसल्ते हुए, बेटी तेरी गंद और चूत वाकई बहुत सुंदर है तुझे
देख कर किसी का भी मन तुझे चोदने का होने लगे, लगता है तेरा बेटा तुझे बहुत समय से चोद रहा है,
maya- आह सीयी बाबा जी आप नही जानते कि चुदने मे कितना मज़ा आता है आप तो बाबाजी ठहरे आप को क्या पता
चुदाई मे कितना मज़ा है,
राज- बेटी अब तुम उठ कर फिर से उसी पोज़िशन मे बैठ जाओ,
maya उठ कर फिर से मेरे सामने उसी तरह टाँगे फैला कर बैठ गई और मैने उसकी चूत मे पूरे लोटे का
पानी डाल कर उसे अच्छी तरह धोना शुरू कर दिया और maya ओह बाबा जी आह अहः सीईस सी बहुत मज़ा आ रहा
है, कितना ठंडा पानी है आपका,
राज- बेटी तुम चाहो तो मैं तुम्हे अपनी शक्ति से लंड का भी एहसास करा सकता हू, बोलो क्या तुम लंड के एहसास को
अपने मन मे महसूस करना चाहोगी और मैने maya की चूत मे एक साथ तीन उंगलिया डाल कर उसकी गुदा को
अपने अंगूठे से रगड़ने लगा,
maya-आह आह सिई सीई हाँ बाबा जी मैं लंड को महसूस करने के लिए तड़प रही हू,
मैने maya का हाथ पकड़ कर अपने तने हुए लोदे पर रख दिया और उसकी मुट्ठी अपने हाथो से दबा कर
बंद कर दी, maya ने तुरंत मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे एक बार पूरी तरह अपने हाथो मे भर कर
दबोचा और एक दम से अपनी आँखे खोल कर मेरे लंड को देखने लगी,
maya की आँखे फटी की फटी रह गई मेरा लंड पूरी तरह तना हुआ था और रामू और हरिया के लंड के मुक़ाबले
बहुत विकराल नज़र आ रहा था,
maya- आश्चर्या से मेरे लंड को देखती हुई, बाबा जी आपका लंड तो बहुत मोटा है,
राज- बेटी यह बाबाजी का लंड है इसलिए इतना मोटा और तगड़ा है, लेकिन बेटी तुम्हारी चूत भी तो कितनी बड़ी और फूली
हुई है, मेरी बात सुन कर maya हल्के से मुस्कुरा कर फिर से मेरे लंड को देखने लगी,
राज- बेटी हमने अभी अपनी क्रिया पूरी नही की और तुमने आँखे खोल दी,
maya- मुस्कुराते हुए, बाबाजी इतना बड़ा मूसल जिसके हाथ मे जाएगा उसकी आँखे तो वैसे ही डर के मारे फट
जाएगी,
Top
राज- बेटी हम जानते है तुम्हारा मन हमारे लंड को अपने हाथो मे लेकर सहलाने का कर रहा है, हम जब तक
तुम्हे अच्छे से पवित्र करते है तुम हमारे लंड को सहला सकती हो और अपनी आँखे भी खुली रख सकती हो,
फिर मैने maya की चूत को अपने हाथो मे भर लिया और maya का हाथ अपने लंड पर रख लिया, maya ने
मेरे मोटे लंड को अपने हाथो मे भर कर दबाते हुए अपनी आँखे बंद कर ली और मेरे लंड की पूरी मोटाई
को अच्छे से महसूस करने लगी, मैने जैसी ही maya की चूत मे उंगली डाल कर आगे पिछे करना शुरू किया
maya भी मेरे मोटे लंड को हिलाने लगी, maya की चूत बहुत पानी छ्चोड़ रही थी और मैं उसकी चूत खूब कस
कस कर रगड़ रहा था, अब काफ़ी उजाला हो चुका था और चंदा जो कि कुच्छ दूरी पर हमे नज़र आ रही थी उठ
कर बैठ जाती है और फिर इधर उधर देख कर वह खड़ी होती है और अपनी स्कर्ट उठा कर वही ज़मीन पर मूतने
लगती है, मैने maya की ओर इशारा करते हुए कहा,
राज- बेटी वह बालिका कौन है जो पेशाब कर रही है,
maya- सीसियते हुए बाबा जी वह हरिया की बेटी चंदा है हरिया हमारा पड़ोसी है और रिश्ते मे मेरा देवेर
लगता है,
राज- तुमने और रामू ने मिल कर इन्ही बाप बेटी की चुदाई देखी थी ना,
maya- हाँ बाबाजी उस दिन हरिया इसी चंदा को चोद रहा था,
राज- पर बेटी यह तो बहुत छ्होटी है
maya- मेरे लंड को जोश से मसल्ते हुए, अरे बाबाजी काहे की छ्होटी खूब अपनी गंद उठा उठा कर अपने बाप का
लंड लेती है, बड़ी चुदासी है रंडी, तभी मैने maya की गुदा मे एक उंगली डाल कर हल्के से दबाया तो मेरी
पूरी उंगली maya की मुलायम गंद मे घुस गई और maya ने मेरे लंड को खूब कस कर दबोचते हुए कहा
ओह बाबा जी कितना मस्त लंड है आपका अब मुझसे नही रहा जाता है, अब मुझे चोद दीजिए बाबाजी,
राज- मुस्कुराते हुए बेटी क्या तुम हमारे लंड से चुदना चाहती हो,
maya- सीईईईई आह आह हाँ बाबाजी मैं आपके इस मूसल को पूरा अपनी चूत मे घुसाना चाहती हू,
राज- मैने अपनी धोती मे च्छूपे बड़े बड़े अंडकोष निकाल कर जब maya को दिखाते हुए कहा बेटी क्या तुम्हे
मेरा लंड बहुत पसंद आया है,
maya- एक दम से मेरे अंडकोषो को दबोच कर मेरे लंड को मसल्ते हुए कहती है हाँ बाबाजी आपका मोटा
लंड और यह बड़े बड़े गोटे बहुत ही मस्त है, बाबा जी कोई आ जाए इससे पहले मुझे खूब कस कस कर चोद
दीजिए,
राज- बेटी ठीक है तुम कहती हो तो मैं तुम्हे आज अपने मोटे लंड से चोदुन्गा, तुम आराम से किसी घोड़ी की तरह
अपने भारी चूतादो को उपर उठा कर झुक जाओ, मेरी बात सुनते ही maya ने सबसे पहले मेरे मोटे लंड को झुक
कर अपने मूह मे भर कर चूस लिया और फिर तुरंत घोड़ी बन कर अपने भारी चूतादो को उपर तक उठा कर अपनी
चूत को खूब फैला कर मुझे दिखाती हुई कहने लगी बाबा जी अब डाल भी दीजिए आपके मूसल को देख कर अब
मुझसे रहा नही जा रहा है,
मैने अपने लंड को maya की चूत की फांको से भिड़ा कर उपर से नीचे तक उसकी चूत और गंद मे रगड़ा और फिर
जब मैने अपने हाथो से maya की मोटी गंद की दरार और फूली हुई चूत की फांको को फैला कर देखा तो
मुझसे रहा नही गया और मैने झुक कर maya की गंद की दरार से लेकर चूत के फूले हुए भाग तक खूब
ज़ोर से चूसना और चाटना शुरू कर दिया,
maya- ओह बाबाजी आह सीई आह आह सीईईईईईईईईईई ओह बाबा जी बहुत अच्छा लग रहा है आप तो बहुत मस्त चाटते हो
खूब चूसो बाबाजी खूब कस कर चोदो बाबाजी, मैं maya की चूत और गंद को खूब दबा दबा कर चाट और चूस
रहा था, और maya अपनी मोटी गंद कभी इधर कभी उधर मटका रही थी, मैने अपनी जीभ maya की गंद
के छेद मे पेलना शुरू कर दिया और maya खूब सीसियाते हुए अपनी गंद हिलाने लगी,
मुझे भी लगा कि अब
इसकी चूत मे लंड पेल देना चाहिए और मैने अपने लंड का सूपड़ा maya की चूत से लगाया और एक करारा
धक्का मार कर अपना पूरा लंड उसकी चूत मे जड़ तक फसा दिया और maya,
maya- ओह बाबाजी कहते हुए अपनी गंद को अड्जस्ट करते हुए कहने लगी बाबाजी सचमुच खूब मस्त लंड है
आपका, जिस औरत की चूत मे घुसेगा उसे मस्त कर देगा, maya की बात सुन कर मेरे मन मे एक दम से ख्याल
आया कि Sangita और अपनी मम्मी रति को जब मैं पूरी नंगी करके चोदुन्गा तब क्या उन्हे भी मेरा लंड मस्त कर
देगा,
राज- अब मैं maya की मोटी गंद को सहलाते हुए उसकी चूत मे धीरे लेकिन खूब गहराई तक धक्के मारता हुआ
उससे पुछ्ने लगा, बेटी क्या मेरा लंड देख कर कोई भी औरत मेरे लंड को लेने के लिए तड़पने लगेगी,
maya- हाँ बाबाजी आपका लोडा तो इतना मस्त है कि जिस औरत को अपना लोडा दिखा दोगे वह आपके लोड से चुदने के
लिए आपके पीछे पिछे घूमने लगेगी,
राज- बेटी तुम्हे मेरे लंड की मार अच्छी लग रही है ना
maya- हाँ बाबाजी बस ऐसे ही मुझे आराम आराम से ठोकते रहिए, आपका लंड मेरी चूत मे बहुत मस्त फस फस
कर जा रहा है मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है,
राज- अच्छा बेटी यह बताओ अगर किसी औरत को चोदने का मन करे और वह औरत रिस्ते मे लगे तब उस औरत को
कैसे चोदने के लिए फसाया जाता है,
क्रमशः........
Top
rajaarkey
Platinum Member
Posts: 3125
Joined: 10 Oct 2014 10:09
Re: गन्ने की मिठास
Unread post by
rajaarkey » 15 Oct 2014 07:14
गन्ने की मिठास--26
गतान्क से आगे......................
maya- बाबाजी हर औरत को चूत मरवाने की इच्छा होती है, पर जब औरत को बातो बातो मे कही उसकी मोटी
गंद को सहला दो कही उसके दूध पर हाथ मार दो कभी उसका चिकना पेट सहला दो, कभी अगर उसे चूमने का
मोका मिले तो अपनी जीभ निकाल कर उसे चाटने लगो और जब भी मोका मिले औरत को अपने मोटे लोदे के दर्शन
ज़रूर कर्वाओ, तब बाबाजी कैसी भी औरत हो उसकी चूत से पानी आना ज़रूर शुरू हो जाएगा, एक बार औरत आपके मोटे
लंड से चुदने के बारे मे अगर सोच लेती है तो फिर उसे भी बार बार आपके मोटे लंड को अपनी फूली चूत मे
भरने की इच्छा होने लगती है,
राज- मैने maya की बात सुन कर उसकी चूत मे अपने लंड के धक्के थोड़े तेज़ी से मारना शुरू कर दिया और फिर
मैने उससे पुछा, क्या रामू से चुदने से पहले कभी तुमने उसके लंड को देखा था,
maya- हाँ बाबाजी मैं तो उसके लंड को कई बार देख चुकी थी और कई बार मेरा मन उसके लंड को सहलाने और
चूसने का भी होने लगा था, आप नही जानते बाबाजी हम औरतो को ऐसे मोटे लंड से अपनी चूत कुटवाने मे कितना
मज़ा आता है,
maya बहुत चुदासी लगने लगी थी और अपनी गंद उठा उठा कर मेरे लंड पर खूब झटके मार रही थी मैं
उसकी नंगी गंद को दबोच दबोच कर खूब उसे कस कस कर चोद रहा था, उसकी चूत से फॅक फॅक की आवाज़ आ
रही थी और मेरा लंड उसकी चिकनाई मे फिसल फिसल जा रहा था, कुच्छ देर बाद मैने maya को सीधा होकर लेटा
दिया और जब मैने उसकी फूली चूत मे लंड डाल कर उसके नंगे बदन पर लेट कर उसके गुदाज मोटे दूध को
मसल्ते हुए उसे चोदना शुरू किया तो maya ने अपनी जाँघो को मोड़ कर मुझे जाकड़ लिया और मेरे मूह को
चूमने की कोशिश करने लगी मैं अपना मूह उससे बचाते हुए उसकी बुर मे खूब कस कस कर धक्के मारने
लगा,
मुझे डर था कभी चिपकाने के चक्कर मे मेरी दाढ़ी मुछ ना निकल जाए इसलिए मैं अपना मूह उसके
चेहरे से दूर ही रख कर उसे चोद रहा था,
मेरी रफ़्तार बहुत तेज हो चुकी थी और ऐसा लग रहा था की maya भी चरम पर पहुचने वाली है वह खूब
सीसियते हुए मुझसे चोदने के लिए कह रही थी,
maya- आह आह सीयी सीईईई ओह बाबाजी चोदिये खूब चोदिये फाड़ दीजिए मेरी चूत आह आह आह
मैं ताबड़तोड़ उसकी बुर मे अपने लंड के धक्के दे रहा था, और तभी मैने दो तीन खूब गहरे धक्के उसकी
चूत मे मार दिए और maya की चूत और मेरे लंड से पानी की फुहार छूट पड़ी और दोनो एक दम से कस कर
चिपकते हुए अपने लंड और चूत को एक दूसरे की ओर खूब दबा दबा कर रगड़ने लगे,
सच maya की चूत
चोदने मे मुझे सबसे ज़्यादा मज़ा आया था, आज मैने उसके भारी बदन को यह सोच सोच कर खूब दबोचा
और मसाला था कि मेरी मम्मी रति भी जब पूरी नंगी होकर मेरे सामने आएगी तो ऐसी ही भारी भरकम जवानी
होगी उसकी,
Top
maya- नंगी पड़ी पड़ी हाफ़ रही थी और मैने अपने लंड को धोती मे वापस डाल लिया था, कुच्छ देर बाद maya
को होश आया और वह भी एक दम से उठ कर बैठ गई, maya मुझसे नज़र नही मिला रही थी और मैं उसकी ओर ही
देख रहा था,
राज- मैने maya के गालो को सहलाते हुए कहा, क्या हुआ बेटी थक गई क्या,
maya- मुस्कुराते हुए, नही बाबाजी मैं ठीक हू,
राज- बेटी तुम्हारा बेटा रामू यहा खेतो मे कब तक आता है,
maya- बाबाजी वह तो अभी बहुत देर से आएगा,
maya की बातो मे और भी चुदवाने की झलक नज़र आ रही थी, मैने उससे कहा बेटी क्या तुम्हे मेरे साथ
संभोग करने मे बहुत मज़ा आया है
maya- मुस्कुराकर अपनी नज़रे नीचे कर लेती है
राज- मैने maya की मोटी जाँघो को सहलाते हुए पूच्छा, बोलो बेटी अब तुम हमसे ना शरमाओ, और हमे
बताओ
maya- हाँ बाबाजी आपका लंड बहुत मोटा है मुझे बहुत मज़ा आया
राज- बेटी अब तुम कहो तो हम उस दूसरे आदमी को अपनी शक्ति से यहाँ बुला लेते है और फिर तुम्हे उससे और मुझसे
एक साथ चुदना होगा, क्या तुम इसके लिए तैयार हो,
maya- शरमाते हुए मुस्कुरकर मुझे देखती है और कहती है, बाबाजी आप जैसा कहेगे अब मैं वैसा ही
करूँगी,
राज- ठीक है बेटी अब तुम अपनी आँखे बंद कर लो और फिर से उसी तरह बैठ जाओ, हम अभी अपनी शक्ति से उस आदमी
को यहाँ बुला लेते है जो तुम्हारा यह राज गुप्त रखेगा, फिर मैने कुच्छ देर अपनी आँखे बंद करके ध्यान
लगाया और फिर अपनी आँखे खोल कर maya की ओर देखा जो कि आँखे बंद किए हुए बैठी थी,
राज- बेटी हमने अपनी शक्ति से यह मालूम कर लिया है कि वह आदमी भी तुम्हे काफ़ी दिनो से चोदना चाहता है
मेरी बात सुन कर maya ने तुरंत आँखे खोली और कहने लगी कौन है बाबाजी वह
राज- बेटी वह कोई और नही बल्कि तुम्हारा देवेर हरिया है,
maya- अपनी आँखे फाडे मुझे देखती हुई, क्या हरिया मुझे चोदना चाहता है,
राज- हाँ बेटी हमने अपनी शक्ति से सब देख लिया है और हरिया ही एक ऐसा आदमी है जो इस पूरे गाँव मे सबसे
ज़्यादा तुम्हे चोदने के लिए तड़प्ता है, अब बताओ बेटी क्या तुम हरिया से अपनी चूत मर्वओगि,
maya- लेकिन बाबाजी यह कैसे होगा कही उसने किसी को कह दिया तो और फिर उसके सामने मुझे शरम भी आएगी,
राज- नही बेटी मैं देख रहा हू वह तुम्हे बहुत चाहता है और वह तुम्हारे बारे मे कभी किसी को नही कहेगा
और रही बात शर्म की तो तुम अपनी आँखे बंद कर लो मैं उसे बस कुच्छ ही समय मे पूरा नंगा तुम्हारे सामने
खड़ा कर दूँगा, बोलो अब तैयार हो ना,
maya- अपने सूखे होंठ गीला करती हुई, ठीक है बाबाजी जैसी आपकी आग्या,
maya फिर से आँखे बंद करके बैठ जाती है और मैं उसका मस्त भोसड़ा देखते हुए हरिया को खड़ा होकर
इधर उधर देखने लगता हू, जब मुझे हरिया नज़र नही आता है तब मैं maya को यह कह कर खेत से बाहर
आ जाता हू कि मैं अभी इस लोटे मे जल लेकर आता हू, maya कहती है बाबाजी हमारी झोपड़ी के पास के पाइप से पानी
भर लीजिएगा,
मैं जब वहाँ से बाहर आकर इधर उधर देखता हू तब मुझे दूर से हरिया आता हुआ नज़र आता है और मेरी जान
मे जान आती है, हरिया का मूह देखने लायक था और वह निराश लग रहा था,
Top
rajaarkey
Platinum Member
Posts: 3125
Joined: 10 Oct 2014 10:09
Re: गन्ने की मिठास
Unread post by
rajaarkey » 15 Oct 2014 07:16
राज- अरे हरिया कहाँ घूम रहे हो,
हरिया- अरे क्या बताए बाबाजी हम तालाब पर गये थे लेकिन वहाँ maya भाभी का तो कोई पता ही नही है
राज- हरिया- माफ़ करना हमने सोचा तालाब का स्थान ठीक नही रहेगा इसलिए थोड़ा प्लान चेंज करके हम maya
को तुमसे चुदवाने के लिए यही ले आए है, तुम अपनी बेटी चंदा को किसी काम मे लगा कर चुपचाप रामू के
गन्नो के खेत के बीचो बीच आ जाओ मैं वही तुम्हारा इंतजार कर रहा हू,
मेरे इतना कहते ही हरिया के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई और उसने जेब से चिलम निकाल कर कहा बाबूजी
पहले थोड़ा सा इसका मज़ा ले ले तब उस घोड़ी को चोदने मे ज़्यादा मज़ा आएगा, मुझे भी लगा की हरिया की चिलम
पी कर नशा तो मस्त आता है,
इस बार मेरा मूड maya की गुदाज मोटी गंद मारने का था इसलिए मैने भी हरिया
से कहा ठीक है जल्दी से बना लो maya मेरी राह देख रही होगी उसे मैं गन्नो के बीच नंगी ही बैठा कर आया
हू, हरिया कहने लगा, मान गये बाबू जी आपको, एक बार हम maya की चूत मार ले फिर देखना बाबूजी आप हमसे
जो कहोगे हम करेगे आख़िर आपका इतना बड़ा एहसान जो हम पर रहेगा,
हम दोनो ने बाते करते हुए चिलम पी और पीकर एक दम मस्त हो गये,
हरिया- अपनी लाल आँखो से मेरी ओर देख कर, सच बाबूजी इसको पीते ही मेरा लंड खड़ा हो जाता है आप चलिए
मैं दो मिनिट मे आ गया,
मैं वापस वही पहुच गया और maya के सामने बैठ गया जो आँखे बंद किए बैठी थी,
राज- बेटी अब तैयार हो जाओ मैं हरिया को अपनी शक्ति से यहाँ बुला रहा हू,तुम बस आराम से लेट जाओ और अपनी
जाँघो को खूब अच्छे से फैला लो, और फिर जब maya ने अपनी चूत को उठा कर फैला लिया तो मैने उसके मस्त
उठे हुए भोस्डे मे हाथ मारते हुए कहा बेटी आज तुम्हे अपने इन दोनो छेदो मे लंड लेना है, क्या तुम
तैयार हो,
maya- हाँ बाबाजी मैं पूरी तरह तैयार हू, maya की बुर मेरी बातो से फिर से पिघलने लगी थी तभी धीरे से
हरिया मेरे पास आ जाता है और जब वह maya को पूरी नंगी अपनी मस्त चूत फैलाए लेटा हुआ देखता है तो
उसके होश उड़ जाते है, उसकी नशीली लाल आँखो मे एक चमक सी आ जाती है, वह मेरी ओर मुस्कुराकर देखता है
और फिर अपने खड़े लंड को धोती के उपर से मसलता हुआ मुझसे इशारे से पुछ्ता है कि अब मैं क्या करू,
मैने हरिया को पूरा नंगा होने का इशारा किया और हरिया ने तुरंत अपनी धोती हटा कर अपने मोटे लंड को
बाहर निकाल लिया, अब मैने हरिया को maya की फूली हुई चूत को चाटने का इशारा किया और हरिया ने अपने
काँपते हाथो से जब maya की मोटी गुदाज जाँघो को मसला तो वह खुशी के मारे मुझे देखते हुए झुक कर
maya की बुर को पागलो की तरह फैला कर चूसना शुरू कर देता है,
maya- आह बाबाजी बहुत अच्छा चाटते है आप, पर अभी तक हरिया क्यो नही आया,
राज- बेटी तुम अपना मूह खोलो हम तुम्हे मस्त मीठा गन्ना चूसाने वाले है मेरा इतना कहना था कि maya
ने अपनी आँखे खोल कर अपना सर उठा कर नीचे देखा तो उसकी साँसे थम गई हरिया उसकी बुर को खूब फैला
फैला कर चाट रहा था, मैने maya को इशारे से चुप रहने को कहा और अपने लंड को निकाल कर maya के
मूह के पास उकड़ू बैठ गया और maya मेरे लोदे को अपना मूह खोल कर पीने लगी,
हरिया maya की चूत को पूरी खोल कर उसका रस चूस रहा था और उसकी चूत के दाने को अपने होंठो से दबा
दबा कर कभी खिचता और कभी उसे चूसने लगता, हरिया जितनी ज़ोर से maya की चूत चाटता और चूस्ता था
maya भी जोश मे आकर मेरे लंड को उतनी ही तेज़ी से दबा दबा कर चूसने लगती थी वह मेरे सूपदे को खूब
चूस चूस कर लाल कर चुकी थी और मैं उसके पास बैठा उसके मोटे मोटे दूध खूब दबोच कर मसल रहा था,
कुच्छ देर बाद मैने हरिया को कहा बेटा तुम अब सीधे खड़े हो जाओ और maya बेटी तुम खड़ी होकर हरिया के
लंड को चूसो,
maya ने शरमाते हुए हरिया की ओर देखा जिसकी नज़र maya की मस्त फूली हुई चूत पर ही टिकी थी,
राज- बेटा हरिया maya तुमसे शर्मा रही है ज़रा तुम खुद अपनी maya भाभी को उठा कर अपने सीने से लगा
लो वह बहुत तड़प रही है तुम्हारे नंगे बदन से चिपकने के लिए,
हरिया- बाबाजी हम तो आपके भक्त है आप जो कहोगे करेगे और वैसी भी हम तो अपनी maya भाभी को पूरी
नंगी करके कब से चोदने के लिए तड़प रहे है और फिर हरिया ने maya को खड़ी करके उसे अपने सीने से
चिपका लिया और मैने मोका देखते ही maya की मोटी गंद से अपने लंड को सटा कर उसके पिछे से चिपकते
हुए कहा
राज- maya बेटी
maya- जी बाबा जी
राज- बेटी अब क्या तुम दो मर्दो से एक साथ चुदने के लिए तैयार हो, और फिर मैने अपने हाथो से maya की
गुदा को फैला कर उसकी गुदा को सहलाना शुरू कर दिया, उधर हरिया maya के बोबे मसलता हुआ उसके होंठो
को चूसने की कोशिश करने लगा,
राज- बेटी अब तुम्हे अच्छा लग रहा है कि नही
maya- आह बाबा जी बहुत अच्छा लग रहा है
हरिया- भौजी तुम्हारी चूत भी बहुत मस्त है, कितना मस्त बदन है तुम्हारा पूरी नंगी करके चिपकाने मे
मज़ा आ जाता है,
राज- हरिया अब तुम लेट जाओ और maya को अपने लंड पर बैठा लो, मेरी बात सुनते ही हरिया लेट गया और maya
उसके लंड पर बैठ गई और उसके मूह से एक हल्की सी सिसकारी निकल गई, हरिया का लंड maya की चिकनी चूत मे
पूरा घुस चुका था, हरिया ने नीचे से धक्के मारते हुए maya को थोड़ा आगे झुका कर उसके मोटे मोटे
पपितो को खूब कस कस कर मसलना शुरू कर दिया,
मैं maya की मोटी गंद के पास आकर बैठ गया और उसकी मस्त गुदाज मखमली गंद को अपने हाथो से दबाते
हुए उसकी भूरे रंग की बड़ी सी गुदा को सहलाने लगा, maya ने हरिया के लंड पर कूदते हुए मेरे लंड को कस
कर अपने हाथो मे दबोच कर मसलना शुरू कर दिया,
क्रमशः........
मैने अपनी उंगली पर थूक लगा कर maya की गंद मे दबा दी और मेरी उंगली maya की मुलायम कसी हुई गंद
मे समा गई, मैं maya की गुदा मे उंगली अंदर बाहर करने लगा और maya आह आह करती हुई सीसीयाने लगी,
maya की चूत को हरिया बराबर नीचे से चोदे जा रहा था और उसके मोटे मोटे दूध को खूब चूसे जा रहा
था,
मैं लगातार maya की गुदाज मोटी गंद को दबाते हुए उसकी गुदा मे उंगली डाल रहा था, जब मैने देखा कि
अब maya खूब कूदने लगी है और खूब सीसियाते हुए हरिया को ज़ोर ज़ोर से चोदने को कहने लगी है तब मैने
अपने मोटे लंड पर खूब सारा थूक लगा कर उसे maya की गुदाज गंद मे लगा कर एक कस कर धक्का उसकी गुदा
मे मार दिया और मेरे लंड का मोटा सूपड़ा maya की गुदा खोल कर उसमे फिट बैठ गया,
maya- ओह बाबाजी मार डाला रे आह सीईइ सीईईईईईईईईई आह ओह
हरिया- उसके मोटे मोटे दूध दबाते हुए, क्या हुआ भौजी बाबाजी ने तुम्हारी गंद मे लंड फसा दिया क्या,
maya- हाँ रे हरिया बाबाजी का बहुत मोटा है पूरी गंद फाडे डाल रहा है,
हरिया- तो क्या हुआ भौजी तुम्हारी गंद है भी तो कस कर मोटे लंड से चोदने लायक, मैं तो कब से तुम्हारी इस
मोटी गंद को खूब कस कस कर चोदना चाहता हू,
maya- आह आ हरामी मैं तो पहले से जानती थी जब तू मुझे जाते हुए मेरे चूतादो को खूब घूरा करता था
हरिया- बाबाजी कैसी है हमारी रामू की मा की मोटी गंद
राज- मैने हरिया की बात सुनी और एक दूसरा धक्का कचकचा कर maya की मोटी गंद मे मार दिया और फिर क्या
था मैं तो समझो मस्त हो गया मेरा पूरा लंड maya की गंद ऐसे जकड़े हुए थी जैसे निचोड़ के रख देगी
maya- आआआआआआ ओह बाबाजी मैं मर जाउन्गि बाबाजी निकाल लो बहुत मोटा लंड है तुम्हारा,
maya की बात सुन कर हरिया समझ गया कि मैने उसकी गंद मे लंड फसा दिया है और हरिया उस घोड़ी को अपने
लंड पर बैठाए उसके दूध के निप्पल को चूस्ता हुआ दबाने लगा, इधर मैं रुका नही और धीरे धीरे अपने लंड
को थोडा बाहर लाता और फिर गच्छ से maya की गुदा मे घुसा देता,
maya कुच्छ ऊह आह सीई ओह बाबाजी आह आह सीयी की आवाज़ निकल रही थी, तभी मैने थोड़ा लंड बाहर खींचा और
कस कर maya की गंद मे मार दिया और maya सीधे हरिया के सीने पर अपनी मोटी मोटी चूचियाँ रख कर
लुढ़क गई, हरिया ने maya की पीठ के आसपास अपने हाथ लेजकर उस गुदाज औरत को अपनी छाती से खूब कस के
जाकड़ लिया और अपनी कमर उठा उठा कर maya की चूत मे लंड पेलने लगा,
अब मुझे ज़्यादा मज़ा आ रहा था, मैं उकड़ू बैठा maya की गंद चोद रहा था और वह रंडी हरिया के उपर
लेटी हुई अपनी चूत और गंद हम दोनो से मरवा रही थी, उसकी सिसकारियो से ऐसा लग रहा था कि उसे बहुत मज़ा आ
रहा है,
तभी मैं भी maya की मोटी गंद मे लंड फसाए उसके उपर लेट गया और उसकी चिकनी पीठ से चिपक
कर खूब गहराई तक maya की गंद मे अपने लंड की घुसाने लगा,
मैं उपर से maya की गंद मे खूब तबीयत से लंड पेल रहा था, मेरे पूरे बदन का वजन maya के जिस्म
पर था और नीचे से हरिया अपनी पूरी ताक़त से maya की चूत मे लंड पेल रहा था, हरिया और मैं दोनो पूरी
ताक़त से नीचे से और उपर से maya की गंद और छूट को उसके नंगे बदन को खूब दबा दबा कर ठोक रहे
थे और maya, ओह ओह आ आ सीईसीई स स आ आ हरिया दूध दबा ना, आ आ ओह बाबा जी बहुत मज़ा आ रहा
है और ठोकिए बाबाजी और चोदिये पूरी गंद फाड़ दीजिए मेरी,
maya की बाते मेरा और हरिया का जोश और बढ़ा रही थी और हम दोनो उपर से और नीचे से उसकी गंद और चूत
को खूब ज़ोर ज़ोर से चोद रहे थे,
Top
rajaarkey
Platinum Member
Posts: 3125
Joined: 10 Oct 2014 10:09
Re: गन्ने की मिठास
Unread post by
rajaarkey » 15 Oct 2014 07:18
हरिया जहाँ उसकी चूत मे लंड को दबाने की कोशिश कर रहा था वही मैं पूरी
आज़ादी के साथ maya की गंद चोद रहा था, अब मेरा लंड बड़ी आसानी से maya की गंद मे जा रहा था और
उसकी चूत खूब पानी छ्चोड़ रही थी, हरिया ने maya के होंठो को चूसना शुरू कर दिया तब maya थोड़ा
उपर अपने सीने को उठाने लगी तभी मैने उसके दूध को नीचे हाथ लेजाकार पकड़ लिया और कस कस कर तीन चार
धक्के maya की गंद मे मार दिए और maya धदाम से हरिया की छाती से चिपक गई और हरिया ने नीचे
से कस कस कर तीन चार धक्के मारे और उसको खूब कस कर दबोचते हुए मुझसे कहने लगा
हरिया- बाबाजी लगता है भौजी मूतने वाली है,
राज- हरिया अपनी भौजी से पुंछ लो अगर मूतने वाली हो तो हम तीनो एक साथ मुतेन्गे और आज तुम्हारी भौजी की
गंद और चूत को अपने रस से भर देंगे,
हरिया- maya के मूह को उठा कर चूमते हुए, बोलो भौजी तुम मूतने वाली हो ना
maya- सीयी आहह आहह हाँ रे हाँ रे हरिया खूब चोद मैं अब मूतने वाली हू जल्दी चोद कमिने नही तो तेरे मूह
मे मूत दूँगी,
हरिया- मूत दे ना भौजी मैं तो कब से तेरी चूत से मूत पीने को तरस रहा हू, एक बार मैने तुझे छुप कर
मुतते हुए देखा था बस तब से तेरी मोटी धार का मैं दीवाना हो गया हू,
राज- हरिया अब एक साथ मैं और तुम maya बेटी की चूत और गंद को चोद्ते हुए अपना पानी निकालेंगे और फिर
मैने उसकी गंद मे सतसट धक्के मारना शुरू कर दिया और नीचे से हरिया खूब खचा खच लंड पेलने
लगा और maya अपनी जाँघो को और भी खोल कर बुरी तरह गंद हिलाने लगी वह कभी अपनी गंद उपर मारने की
कोशिश करती और कभी नीचे मारने की कोशिश करती, फिर maya के मूह से एक गहरी कराह निकल गई और वह बुरी
तरह हरिया से चिपक गई, मैने भी maya को पूरी तरह जाकड़ लिया और उसकी गंद मे अपने लंड को खूब
गहराई तक ठोक कर अपने पानी को छ्चोड़ना शुरू कर दिया, उधर हरिया ने भी maya की चूत मे अपने लंड को
खूब अंदर तक पेल कर अपना पानी निकाल दिया और फिर मैं और हरिया maya को उपर और नीचे से नंगी अपने
बीच मे दबाए हाफ्ते हुए पड़े रहे,
कुच्छ देर बाद मैं उठा और जब मैने maya के भारी चूतादो को देखा तो वह पूरे लाल हो चुके थे,
मेरे उठने के बाद भी maya हरिया के उपर पड़ी हाफ़ती रही, फिर मैने जल्दी से अपनी धोती पहनी और फिर maya
भी उठ कर अपने कपड़े पहनने लगी, हरिया ने अपनी धोती पहन कर कहा बाबाजी हम चंदा के पास जा रहे है
आप हमे भी आशीर्वाद देते हुए जाना,
हरिया वहाँ से उठ कर चला जाता है और फिर मैं maya को हाथ पकड़ कर उठा लेता हू और
राज- बेटी तुम ठीक तो हो ना
maya- मुस्कुराते हुए अपनी नज़रे झुका कर, हाँ बाबाजी
राज- बेटी हमने अपना वादा पूरा कर दिया अब हमे भी यहा से प्रस्थान करना होगा क्यो कि हम सिर्फ़ तुम्हारी
खातिर रुके थे अब हमे किसी और का भला करने के लिए जाना होगा,
maya- बाबाजी फिर कब पधारेंगे आप
राज- बेटी हमने तेरे सुख के लिए ही हरिया के दिमाग़ को घुमा कर तेरा दीवाना बना दिया है, अब रामू के अलावा
जब भी तेरा दिल करे तू हरिया से अपनी इच्छा पूरी करवा लेना और शरमाना मत, तू शरमाती बहुत है,
maya- बाबाजी मुझे तो आपकी याद हमेशा आएगी, अब आप कब आओगे
राज- बेटी तू फिकर मत कर हम तो इतनी शक्ति लेकर घूमते है कि कभी भी किसी भी रूप मे आकर हम तुझे अपने
मोटे लंड से भरपूर आनंद पहुचाएगे, अभी तू हमे जानती नही है, तू कहे तो हम किसी जवान लोंडे के रूप
मे आकर भी तुझे चोद सकते है,
Top
rajaarkey
Platinum Member
Posts: 3125
Joined: 10 Oct 2014 10:09
Re: गन्ने की मिठास
Unread post by
rajaarkey » 15 Oct 2014 07:20
maya- क्या आप सच कह रहे है बाबा जी
राज- तूने देखा ना हमने अपनी शक्ति से हरिया को यहा बुलाया और उसके दिमाग़ को कैसे घुमा दिया है कि उसने
एक बार भी तुझसे कोई सवाल किया या और किसी को बताने के बारे मे सोचा है,
maya- आप सच कहते है बाबाजी नही तो हरिया जैसा कमीना मुझे नंगी देख कर ना जाने क्या क्या कहता आज
आपने मुझे धन्य कर दिया बाबाजी और फिर maya मेरे पेरो मे गिर गई,
मैने उसकी गोरी बाँहो को पकड़ कर उसे उठाया और उसके भरे हुए गालो को सहलाते हुए कहा बेटी अब तुम यहाँ
से जाओ हम भी यहाँ से अब निकलते है,
maya- बाबाजी जब भी आप आओ मेरे घर ज़रूर आना,
maya की चुदाई तो बड़े मस्त तरीके से हमने की लेकिन वह अब भी यही समझ रही थी कि मैं बहुत पहुचा
हुआ आदमी हू और वह मुझसे बहुत प्रभावित थी, उसके जाने के बाद मैं हरिया के पास पहुचा जहाँ मुझे
हरिया ने पानी पिलाया उसके बाद मैने हरिया के साथ एक चिलम और लगाई,
हरिया- वाह बाबू जी मान गये आपको, लेकिन अभी भी हमारा मन maya को और चोदने का कर रहा है बाबूजी
राज- हरिया - हमने उसके सर पर ऐसा हाथ फेरा है कि अब जब भी तुम्हे मोका मिले तुम maya को चोद लेना
वह खुद तुमसे आगे रह कर चुदवायेगि,
हरिया- सच बाबूजी, यह आपने हम पर बड़ा उपकर किया है, अब देखना बाबूजी मैं कैसे दिन रात maya को
खेतो मे नंगी करके चोद्ता हू,
राज- लेकिन रामू का क्या करोगे,
हरिया- कुच्छ नही बाबूजी रामू को चंदा के साथ अपने घर भेज दिया करूँगा वह भी चंदा और रुक्मणी के
साथ मस्ती मार लेगा आख़िर मेरा परिवार का खून ही तो है,
राज- मुस्कुराते हुए वाकई हरिया भाई तुम बहुत बदमाश आदमी हो
हरिया- हस्ते हुए लेकिन बाबूजी आपसे ज़रा सा कम,
मैने हरिया की बात सुन कर उसकी पीठ ठोकते हुए कहा ठीक है हरिया अब मैं ज़रा अपनी साइट पर जा रहा हू और
शाम को घर निकलूंगा, वहाँ मम्मी और Sangita परेशान होगी,
हरिया- बाबूजी काम के चक्कर मे इधर आना मत भूलिएगा और कैसा भी काम हो बस एक बार कहिएगा हरिया
आपके लिए जान भी लगा देगा,
राज- अरे हरिया तुमने इतना कह दिया यही बहुत है, फिर भी कभी ज़रूरत पड़ी तो तुमसे ही कहूँगा, अच्छा अब
मैं चलता हू और फिर मैं तालाब के पास आ गया, मजदूर आ चुके थे और मैने उन्हे काम पर लगा दिया,
दोपहर को जैसे तैसे समय गुजरा और शाम के 4 बजते ही मैं घर की ओर भाग गया,
जब मैं घर पहुचा और मैने दरवाजा अंदर ढकाया तो वह खुल गया और मैं सीधे अंदर चला गया, मैं
वैसे तो जाते ही Sangita को आवाज़ देने लगता था लेकिन आज मैं चुपचाप जब अंदर पहुचा तो मुझे हॉल मे कोई
नही दिखा और जब मैं मम्मी के रूम की ओर बढ़ा और मैने जैसे ही मम्मी के रूम के पर्दे को थोड़ा सा
हटा कर अंदर देखा तो........
अंदर मम्मी मिरर के सामने केवल एक पिंक कलर की ब्रा और पॅंटी पहने अपने गुदाज चिकने बदन को देख रही
थी,
मैं तो मम्मी को ब्रा पॅंटी मे देख कर एक दम से पागल हो गया, मेरा लंड पूरी तरह तन कर खड़ा हो
गया और मेरी मम्मी अपने सुडोल भारी भरकम चूतादो को कभी इधर कभी उधर करके मटका रही थी,
maya को नंगी देख कर मुझे भारी भरकम शरीर वाली औरते अच्छी लगने लगी थी लेकिन मम्मी का शरीर तो
maya से भी जबरदस्त था, मम्मी की मोटी-मोटी गोरी जाँघो ने मुझे पागल कर दिया उनका उठा हुआ पेट और
मोटे-मोटे दूध बहुत सुडोल और गोरे लग रहे थे, कुच्छ देर तक अपने जिस्म को शीशे मे निहारने के बाद
मम्मी ने पास मे पड़े पेटिकोट को उठा कर पहन लिया और फिर ब्लौज और उसके बाद अपनी साडी लपेटने लगी तभी
मैने आवाज़ लगा दी,
राज- मम्मी क्या कर रही हो
रति- अरे राज आ गया तू, क्या बेटा बिना बताए गोल हो जाता है हम मा बेटी को कितनी फिकर हो रही थी,
मैं मम्मी के पीछे से उन्हे अपनी बाँहो मे भर कर उनके गालो को चूमते हुए सॉरी कहने लगा,
मम्मी ने
अपनी साडी बाँधते हुए मेरे गालो को जब चूमा तो उसके रसीले होंठो और उसके बदन से उठने वाली मादक
गंध ने मेरे लंड को पूरी तरह कड़ा कर दिया था, मुझे बार बार मम्मी केवल पॅंटी मे अपनी मोटी गंद
मतकते हुए नज़र आ रही थी, दिल तो ऐसा कर रहा था कि मम्मी की फूली हुई चूत को पॅंटी के उपर से पकड़ कर
मसल दू लेकिन मैं कंट्रोल किए हुए मम्मी से पुच्छने लगा, मम्मी Sangita कहाँ है,
रति- बेटे वह अपनी सहेली के यहाँ गई है तू हाथ मूह धो ले मैं चाइ बना कर लाती हू, मैने मम्मी को गौर से
देखा,
बड़ा मस्त माल लग रही थी, उसके भरे हुए मदमस्त जिस्म के आयेज maya की गदराई जवानी भी फैल थी
और सबसे ज़्यादा जानलेवा तो मम्मी के मोटे मोटे चूतड़ थे जिन्हे अभी भी वह इधर उधर घूमते हुए मटका
कर चल रही थी,
क्रमशः........
गन्ने की मिठास--28
गतान्क से आगे......................
मम्मी को जब मैने पॅंटी मे देखा तो मैं उसके चूतादो को देख कर मस्त हो गया उसके गोल
मटोल चूतादो मे गजब का माँस भरा हुआ था साली के मस्त चूतादो को दबोचने मे मज़ा आ जाता होगा,
मैने लूँगी पहन ली लेकिन मेरा लंड पूरी लूँगी को उपर तक टाने हुए था, मैं सोफे पर बैठा हुआ था और वहाँ
से तिर्छि नज़र से किचन की ओर देख रहा था जहाँ पर मम्मी खड़ी चाइ बना रही थी,
मैने देखा मम्मी
बीच बीच मे अपनी चूत को साडी के उपर से कभी दबाती और कभी खुजलाने लगती थी, ऐसा एक बार नही कई बार
वह कर रही थी और जब वह अपनी चूत को खुजलाने लगती तब मैं उसके चेहरे के भाव देख कर पागल होने लगता
था,
मम्मी अपनी चूत को खुजलाते हुए ऐसा मस्ती भरा चेहरा बना लेती कि मेरा दिल करता कि अभी जाकर अपनी
मम्मी रति के रसीले होंठो को खूब कस कर चूस लू, तभी मम्मी एक दम से किचन से मेरे पास आई और अपना
मूह थोड़ा खोले हुए कहने लगी राज ज़रा मेरे मूह मे देख मेरी जीभ पर बाल लगा हुआ है क्या और मम्मी
जैसे ही मेरे सामने झुकी उसके मोटे मोटे खूब कसे हुए दूध मेरी आँखो के सामने झूलने लगे,
मैरा लंड
पूरी तरह लूँगी मे तन कर एक बड़ा सा तंबू बनाए हुए था, मम्मी ने अपने खूबसूरत चेहरे को मेरे
सामने झुका कर अपनी जीभ जब बाहर निकाल कर दिखाई तो मैं मस्त हो गया, अपनी मम्मी की रसीली गुलाबी जीभ
देख कर मेरा दिल करने लगा कि अभी उसकी जीभ को अपने मूह मे भर कर चूस लू,
मैने मम्मी के गुलाबी गालो को छु कर उसके होंठो पर उंगलिया फेरते हुए उसकी जीभ मे लगे बाल को धीरे
से पकड़ कर निकाल दिया, बाल निकालने के बाद मम्मी मेरी ओर देख कर मुस्कुराते हुए अंदर चली गई जब वह
जाने लगी तो फिर से मेरी नज़र मम्मी की मोटी लचकति गंद पर चली गई और मैं अपने लंड को लूँगी के उपर से
सहलाते हुए मम्मी की उफान लेती जवानी को देख रहा था,
मेरा लंड आज बहुत मस्त खड़ा हुआ था और मैं सोच
रहा था कि मेरी खुद की मम्मी इतनी सेक्सी और मस्तानी है और मेरी नज़र कभी उस पर पड़ी क्यो नही, अब मैं
मम्मी का नंगा पेट जो उसकी साडी से काफ़ी बाहर था और उसकी गुदाज गहरी नाभि साफ नज़र आ रही थी को देख कर
मस्त हो रहा था,
तभी अचानक बाहर का दरवाजा खुला और Sangita अंदर आ गई और मुझे देखते ही दौड़ कर मेरे पास आकर
मेरी जाँघो पर अपने हाथ को रख कर कहने लगी क्या भैया कहाँ गायब हो गये थे,
आपके बिना तो अच्छा ही
नही लग रहा था, मैने Sangita को उपर से नीचे तक देखा तो मेरा लंड और झटके मारने लगा, Sangita ने रेड
कलर की चुस्त टीशर्ट पहनी हुई थी और उसके अंदर ब्रा नही थी उसके मोटे मोटे पके हुए ठोस आम साफ नज़र आ
रहे थे और उन्हे देख कर किसी का भी मन उसके रसीले आमो को खूब दबा दबा कर चूसने का करने लगे,
नीचे Sangita ने एक स्कर्ट जो कि ब्लॅक कलर का था पहन रखा था जो कि उसके घुटनो तक आता था, मैने अपने
हाथ को Sangita की पीठ पर फेरते हुए उसे सहलाते हुए कहा, मेरी गुड़िया रानी को लगता है अपने भैया की
बहुत याद आती है,
तभी मम्मी उधर से आ गई और मम्मी ने जो कहा उसको सुन कर किसी भी भाई का लंड अपनी बहन के लिए खड़ा
हो जाए,
रति- राज क्यो नही याद करेगी Sangita तुझे, आख़िर तेरी एक ही तो बहन है, उसे खूब लड़ प्यार से रखा कर और
उसे खूब प्यार किया कर, मम्मी की बात सुन कर मेरा लंड झटके लेने लगा और मैने Sangita की कमर मे हाथ
डाल कर उसे खींच कर अपनी गोद मे चढ़ा लिया और उसके मोटे मोटे दूध को अपने दोनो हाथो को आगे लेजाकार
अपने हाथो की गिरफ़्त मे लेकर Sangita के गालो को चूमते हुए मम्मी के सामने ही मैं कहने लगा
राज- मम्मी तुम फिकर मत करो तुम नही जानती मैं अपनी इस गुड़िया रानी को कितना प्यार करता हू और मैने मम्मी
के सामने ही Sangita के गालो को खूब कस कस कर चूम लिया,
Sangita को अपनी मोटी गंद मे शायद मेरे लंड का एहसास हो चुका था और उसके चेहरे का रंग उड़ गया था वह अपनी
गंद को इधर उधर रखने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैने उसे अपनी बाँहो मे कस कर जाकड़ रखा था
तभी मम्मी किचन मे जाकर हम लोगो के लिए चाइ ले आई और फिर Sangita मेरी गोद से उतर कर मेरे पास बैठ
गई, Sangita का चेहरा जब मैने देखा तो एक दम लाल था और वह बार बार कभी मुझे और कभी मेरे लूँगी मे
खड़े लंड को देखने की कोशिश कर रही थी,
सामने मम्मी बैठ कर मुझसे बाते करने लगी और मैं बीच
बीच मे Sangita के मोटे मोटे दूध देख कर अपने होंठो पर गीली जीभ फेरने लगा था,
रति -बेटे इस सनडे कही घूमने चला जाय बहुत समय से कही दर्शन करने नही गये,
राज- मम्मी कहाँ जाने का मूड है आपका
रति- बेटे चल इस बार शिर्डी के दर्शन करके आते है,
राज- मम्मी फिर तो हमे शनिवार को रात को निकलना होगा सनडे दिन भर घूमेगे और सनडे रात तक घर आ
जाएगे,
रति- ठीक है जैसा तुम्हे जमे, बस तू एक दिन पहले बोल देना ताकि मैं तैयारी कर लू,
मम्मी के जाने के बाद Sangita भी उठ कर मम्मी के पीछे जाने लगी तो मैने उसका हाथ पकड़ कर उसे खींच
कर अपनी गोद मे बैठा लिया और उसके गालो को चूमते हुए,
राज- मेरी प्यारी बहना मुझे बहुत याद करती है क्या
Sangita- आह भैया छ्चोड़ो ना, आप कितना ज़ोर से मुझे दबा लेते हो,
राज- मेरी गुड़िया रानी तू है ही इतनी सुंदर कि मैं जब भी तुझे देखता हू दिल करता है तेरे सारे बदन को चूम लू,
Sangita- हटिए भैया मुझे जाने दीजिए
राज- Sangita अच्छा मेरी बात तो सुन और फिर मैने Sangita को धीरे धीरे सहलाते हुए कहा
राज- Sangita तूने कभी गन्ने चूसे है
Sangita- मेरी ओर देख कर नही भैया
राज- तेरा मन कभी गन्ना चूसने का करता है
तभी उधर से मम्मी आ जाती है और
रति- बेटे राज मुझे गन्ने बहुत पसंद है मैने सच बेटा कई सालो से कोई गन्ना नही चूसा है
मम्मी की बात सुन कर मैने मन मे सोचा, मेरी रानी मैं जानता हू तुझे खूब मोटा गन्ना चाहिए तू फिकर मत
कर मैं तेरी मस्तानी चूत मे ऐसा मस्त गन्ना डालूँगा कि तू जिंदगी भर मेरे गन्ने की दीवानी रहेगी,
राज- मम्मी जहाँ मेरी ड्यूटी है वहाँ खूब मोटे मोटे गन्ने के खेत है,
रति- बेटे किसी दिन अच्छे मोटे मोटे गन्ने ले कर आ जा हम दोनो मा बेटियाँ यही बैठ कर चूस लेगी
राज- नही मम्मी ऐसे मज़ा नही आता है जब ताजे ताजे गन्ने वही तोड़ तोड़ कर चूसो तब ज़्यादा मज़ा आता है,
Sangita तू कहे तो कल तुझे गाँव घुमा देता हू
रति- पर बेटा वहाँ तू काम करेगा कि Sangita को लिए लिए फ़िरेगा
राज- नही मम्मी गाँव वाले मेरी खूब इज़्ज़त करते है और वहाँ तो गाँव के खेतो मे खूब मज़ा आता है देखना
Sangita एक बार वह गई तो बार बार जाने को कहेगी,
Sangita- खुशी से उछलते हुए प्लीस भैया मुझे ले चलो ना मैने कभी भी गन्ने के खेत भी नही देखे
है,
प्लीज़ मम्मी भैया से कहो ना कल मुझे भी घुमा लाए,
रति- ठीक है राज कल Sangita को चुस्वा देना गन्ने मैं फिर कभी चलूंगी,
राज- ठीक है मम्मी और फिर मम्मी वहाँ से चली जाती है और Sangita मेरी गोद मे
बैठी रहती है मैने देखा
कि अब Sangita जानबूझ कर मेरे लंड पर इधर उधर मचल रही थी,
Sangita- भैया क्या खूब मीठे मीठे गन्ने है वहाँ,
राज- मैने धीरे से Sangita के गुदाज पेट और उसकी कमर को सहलाते हुए कहा, हाँ मेरी रानी बहना एक बार तू
चुसेगी ना तो बार बार मुझसे कहेगी कि भैया एक बार मुझे और चूसा दो
Sangita- फिर तो भैया मैं खूब चुसुन्गि,
राज- लेकिन मेरा मन गन्ने चूसने का नही करता है
Sangita- मेरी ओर देख कर पुच्छने लगी, तो फिर भैया आपका क्या चूसने का मन करता है
राज- मैने Sangita के मोटे-मोटे दूध को देखते हुए कहा मेरी बहना मेरा मन तो मोटे-मोटे आम को
चूसने का करता है, मेरी नज़रो को Sangita समझ गई और अपनी नज़रे नीचे झुका कर इधर उधर देखने लगी
मैने धीरे से Sangita के दोनो मोटे मोटे दूध को उसकी टीशर्ट के उपर से हल्के से पकड़ लिए तो Sangita की
साँसे तेज चलने लगी, वह मेरी गोद से उठने की कोशिश करने लगी उसका चेहरा पूरी तरह तमतमाया हुआ था और
उसके रसीले होंठ कांप रहे थे,
मैं चाह रहा था कि Sangita के दूध को खूब कस कर मसल दू लेकिन हिम्मत इसके आगे हो नही रही थी,
राज- मैने धीरे से Sangita के कानो मे कहा, Sangita अपने भैया की गोद मे . बहुत अच्छा लगता है ना
Sangita अपना सर झुकाए बैठी थी और मेरी बात सुन कर मेरे लंड के उपर से उठने लगी, मैने उसका हाथ पकड़
लिया तब उसने पलट कर मुझे अपनी कातिल निगाहो से देखा और मेरी और मुस्कुरा कर कहने लगी भैया मैं अभी
आती हू,
मैने उसे प्यार से देखते हुए छ्चोड़ दिया और वह अपने रूम मे चली गई, मैं . बैठे अपने लंड को सहला
रहा था और मुझे ना जाने क्यो ऐसा लग रहा था जैसे Sangita मुझसे जल्दी ही अपनी चूत मरवा लेगी, उसके हाव
भाव और उसका बार बार मेरे पास आना, यह सब देख कर मुझे लग रहा था कि Sangita जितनी नज़र आ रही है उतनी
है नही,
मेरे ख्याल मे वह मेरा लंड अपनी चूत मे लेने के लिए मचल रही थी, उपर से मम्मी भी किचन
मे कई बार अपनी चूत खूब सहलाते और खुजलाते हुए ऐसी लग रही थी जैसे खूब चुदासी हो और खूब तगड़ा लंड
अपनी चूत मे लेना चाहती हो,
कुच्छ देर बाद मैं अपने रूम मे आ गया और सोचने लगा चलो थोड़ी देर आराम
करते है,
शाम को 6 बजे मैं घूमने निकल गया और फिर अगले दिन वापस साइट पर पहुच गया, आज पानी जैसा थोड़ा
मौसम हो रहा था और बड़ी मस्त ठंडी हवाए चल रही थी, मैने सोचा चलो थोड़ी देर हरिया के पास टाइम
पास किया जाए और मैं उसके खेतो की ओर चल दिया जब मैं गन्नो के पिछे पहुचा तब मुझे किसी के बात करने
की आवाज़ आने लगी मैने गन्नो के पिछे से छुप कर देखा तो सामने हरिया खड़ा अपनी धोती मे से अपने
मोटे लंड को बाहर निकाले हुए सामने खड़ी maya से बाते कर रहा था,
हरिया- देख भौजी कैसा डंडे की तरह तेरी मस्तानी चूत मे घुसने के लिए मरा जा रहा है,
maya- बेशरम कही के अपनी भाभी को अपना मूसल दिखा रहा है चल जा यहाँ से और मुझे काम करने दे
आज वैसे भी सारा दिन मुझे अकेले ही काम करना है वहाँ रामू अलग बीमार पड़ गया है,
हरिया- भौजी मैं तेरा सारा काम कर दूँगा बस एक बार मुझे अपनी रसीली चूत चटा दे,
maya- का चेहरा एक दम लाल हो रहा था और वह अपने घाघरे को समेट कर चारा काटने मे लग गई, हरिया
अपना लंड खोले उसके सामने बैठा हुआ था और उसके घाघरे मे से उसकी चूत को देखने की नाकाम कोशिश कर
रहा था,