मेने अपनी मोम की पेंटी अठाई और चुत वाली जगह को अंकल के मोटे सुपाड़े पर लगाकर मुठ मारने लगा पर फिर भी नही झड़े तो मेने कहा ।
मैं ,--अंकल कैसी है हेमा की चुत ।
इतना सुनते ही अंकल झड़ने लगे तो मेने अपना मुंह अंकल के लण्ड के नीचे घुसा दिया और उनके गाढ़े रस को पीने लगा ।
अंकल का गाढ़ा रस पीकर मुझे बहुत मज़ा आया और मेने उनके लण्ड को पूरा साफ कर दिया । अंकल के साथ मेरा भी लण्ड पूरा अकड़ा हुआ था और में भी मूठ मरवाने को तड़प रहा था जिसे अंकल ने महसूस कर लिया और खड़े होकर मुझे घोडी बनने को कहा ।
अब आगे ....
अंकल ,--मज़ा आ गया आज मूठ मरवाने में ,हेमा की पेंटी को लण्ड पर रगड़वा के उसकी चुत का अहसास करवा दिया तूने ।
मैं ,--अंकल आप बस मज़े लेते रहिए और मुझे भी मज़े करवाते रहिए ।याब जल्दी से मेरी भी मूठ मार दीजिये ।
अंकल ,--अरे दोस्त अभी देख मेरा कमाल ।
उसके बाद अंकल मेरे पीछे आये और तेल की शीशी को मेरी गाँड पर उड़ेलकर जल्दी जल्दी मेरी गाँड पर फैला दिए और अंगुली को भिगोकर मेरी छोटी सी गाँड के सुराख को तेल से चिकना कर दिए और बोले ।
अंकल ,--रोहित अब तुम ब्लू फिल्म देखो और मज़े करो । में तुमको आज नया मज़ा कराने वाला हूँ ।बस तुम मेरी कमेंट्री सुनते रहना ।
अंकल ने जब बोला तो मेरा ध्यान मूवी पर गया जिसमें वो औरत उस कमासिन लड़के से चुत चटवा रही थी इधर अंकल एक हाथ से मेरे आड़ सहलाते हुए दूसरे हाथ की एक अंगुली मेरी गाँड में डाल चुके थे जिससे मुझे थोड़ा पैन तो हुआ पर मज़ा आ रहा था ।
अंकल मेरे कान में ,--रोहित देख फ़िल्म वाला रोहित कैसे अपनी हेमा मम्मी की चुत चाट रहा है मज़ा आ रहा है ना ।
मैं ,--आह...अंकल बहुत
अंकल ,--देख हेमा कैसे खुश हो रही है अपने रोहित बेटे से चुत चटवा कर।
मैं ,--आह ,बहुत ।
अंकल मेरे कान में मुझे मेरी मम्मी की अश्लील बातें कहै जा रहे थे और गाँड को अपनी अंगुली से ढिला कर रहे थे जो मुझे अच्छा लग रहा था । थॉडी देर में अंकल ने अपना हाथ लण्ड पर रख कर सहलाना शुरू किया और मुझे गाँड में अंकल की दुसरीं अंगुली घुसती हुई महसूस हुई पर अंकल बड़े प्यार से मेरी गाँड को फैलाकर अंगुली धीरे धीरे डाल रहे थे और साथ ही मम्मी के बारे में बहुत अश्लील बातें कर रहे थे जिससे मुझे दर्द का अहसास नही हुआ ।
अंकल ने दोनों अंगुली डालने के बाद लण्ड को मुठियाना शुरू कर दिया जिससे में जन्नत की तरह महसूस करने लगा और जोर जोर से सिसकने लगा ।
अंकल ,--देख उधर रोहित ने हेमा को गाँड में लण्ड पेल दिया ये भोसड़ी हेमा बहुत चुड़कड रांड है कैसे उछल कूद कर गाँड मरवा रही है क्यों दोस्त ।
मैं ,--हां अंकल बहुत बड़ी रांड है हेमा ।
मेरे इतना बोलते ही मेरे लण्ड ने जवाब दे दिया और में आंखे बंद करके मम्मी को याद करके झड़ने लगा ।
झड़ने के बाद दोनों बेठकर दारू पीने लगे दोनों के चेहरे पर पूर्ण संतुष्ट होने का भाव था अंकल दारू पीते हुए बोले ।
अंकल ,--रोहित तुमको दर्द तो नही हुआ ।
मैं ,--कब अंकल ।
अंकल ,--तुमको पता है मेरी ये दो अंगुलियां तेरी गाँड में पूरी घुसा दी थी ।
मैं आश्चर्य से ,--दोनों ।
अंकल ,--हम्म ,तुझे पता नही चला ।
मैं ,--मुझे तो सिर्फ मज़ा आ रहा था आप ने जितना ज्यादा गाँड में अंगुली घुसाई उतना ज्यादा आनंद आया ।
अंकल ,--तब तो तू आराम से मेरा लोड़ा ले सकता है ।
मैं ,--तो अंकल आप को डाल देना चाहिए था ।
अंकल ,--अरे ऐसे कैसे डाल देता मेने सोचा कि कही तेरे को दर्द नॉ हो जाये ।
मैं ,--अंकल आपकी दोनों अंगुलियां मिलाकर लण्ड जितनी तो है ही ।
अंकल ,--चलो कोई नही ,तूने मुझे पहले ही हेमा के नाम पर झड़वा दिया था इसलिए दुबारा खड़ा नही हुआ और फिर मुझे लगा कि कहीं तेरी छोटी सी गाँड फट नही जाए इसलिए नही डाला ।
मैं ,--कोई नही अंकल अगली बार मुझे अंगुली नही आपका ये लोड़ा ही गाँड मे चाहिये।
अंकल ,--ठीक है तू भी एक बार मेरी गाँड में लण्ड डालकर देखना तुझे मज़ा आता है या नही ।
में ,--जरूर अंकल ।
अंकल ,--चल थॉडी देर रेस्ट कर लेते हैं तुझे जाना है या रेस्ट करेगा ।
में ,--अंकल मुझे भी जाना पड़ेगा ।
मेने अपने कपड़े पहने और निकलने को हुआ तो मेरी नजर मम्मी की पेंटी पर पड़ी मेने अंकल से उसे ले जाने को कहा तो अंकल ने ले जाने से मना कर दिया।
में भी पेंटी छोड़कर नीचे आ गया और देखा मम्मी किसी से फोन पर बात कर रही थी तो में चुपचाप मम्मी के कमरे में गया और कैमरा निकालकर रूम में आ गया।
रूम में आकर मोबाइल में मेमोरी कार्ड कैमरे से निकालकर डाला और चेक करने लगा ।
रेकॉर्डिग चालू हुआ तो उसमे सबसे पहले रात में मम्मी आयी उसने खरीददारी किया हुआ बेग अलमारी से निकाला ।
उसके बाद वो उस बेग को लेकर बाथरूम में गयी और थॉडी देर में बाहर निकली तो मेरी पलकें झपकना भूल गयी क्योंकि मम्मी को पहली बार इतनी हॉट ड्रेस में देखा था । उसकी बिकनी से ब्रा और पेंटी साफ झलक रही थी और बिकनी के बाहर से लग रहा था कि ब्रा की स्टेप कहाँ पर है ।
मम्मी ने मोबाइल उठाया और फिर कुछ टाइप करके इंतजार करने लगी शायद किसी के फ़ोन का।
तभी मम्मी के फोन की स्क्रीन चमकने लगी और मम्मी ने फोन उठा लिया शायद वीडियो कॉल थी जिससे कारण फोन मम्मी के चेहरे के पास था और वो पीछे के कैमरे से किसी को अपनी बिकनी दिखा रही थी ।
दो तीन मिनट बाद मम्मी ने फोन को कान से लगा लिया और फिर मम्मी ने अपनी बिकनी को पेंटी के ऊपर कर लिया । मेने मम्मी को पहली बार पेंटी में देखा था वो भी स्टाइलिश पेंटी में ।
कुछ देर बाद मम्मी फोन को कानमे लगाए ही अपना एक हाथ नीचे ले गयी और फिंगरिंग करने लगी जिसे देखकर मेरा भी लण्ड छटपटाने लगा और हाथ की सर्विस मांगने लगा ।
कुछ देर में मम्मी शायद झड़ गयी थी इसलिए उसने फोन काटा और मेने पहली बार मम्मी को नंगी होते हुए देखा ।मम्मी ने अपनी बिकनी खोली और फिर ब्रा पेंटी खोलकर एक बार खुद को आईने में देखा तो उसकी गोरी गाँड दिखी जिससे मेरा लण्ड जवाब दे गया और पानी छूट गया ।मम्मी ने भी वापस पुराना ही गाउन पहन लिया।
मेने भी एक बार रेकॉर्डिंग देखना बन्द किया तभी मम्मी ने खाने के लिए आवाज लगाई तो में फटाफट खाने के लिए पहुंच गया और खाना खाकर सो गया ।
अगले दिन हरि अंकल के पास गया और उनको कैमरा वापस करके मोबाईल से सीधे लाइव देखने वाले कैमरे के बारे में पूछा तो उन्होनें एक दुकान का एड्रेस दिया जहां पहुंचकर मेने एक मोबाइल से कनेक्ट होने वाला कैमरा लिया और उसको इंस्टाल करने का प्रोसेस पूछ कर घर आ गया ।
उस दिन मुझे उसको इंस्टाल करने का मौका नही मिला पर दो दिन बाद शनिवार को मम्मी बाजार गयी तो मेने उसी जगह कैमरा सेट कर दिया जहां पहले लगा था । उसके बाद उसको मोबाइल में चेक करके अगले काम मे लग गया ।
मेरा अगला मिशन था मम्मी को रंगे हाथों पकड़ना जिसके लिए मेने मम्मी के रूम का गेट चेक किया और ध्यान से देखा तो समझ मे आ गया कि गेट को चाबी से खोला जा सकता है बस एक चिटकनी को हटाते ही बाहर से चाभी लगाकर आराम से गेट खोला जा सकता है ।
मेने पहले तो मम्मी के रूम की चाबी खोजी जो मम्मी की ड्रावर में थी फिर एक स्क्रू ड्राइवर की मदद से चिटकनी खोली और उसे फेवी क्विक से चिपका दिया ताकि मम्मी को शक ना हो ।
सब काम निपटाकर में संतुष्ट हो गया तो में अपने रूम में आया और रात होने का इंतजार करने लगा ।
पर उस रात ऐसा कुछ भी नही हुआ और में भी बिना मूठ मारे ही सो गया क्योंकि मेरी मेहनत बेकार हो गयी थी ।
अगले दिन संडे था इसलिए में खाना खाकर अंकल के पास पहुंचा तो देखा अंकल कुछ सोच रहै थे मुझे देखकर वो खुश हो गए और मेरे जाते ही दो पेग बना लिए ।
मैं ,--अंकल क्या बात है आज कुछ सोचने में लगे है ।
अंकल ,--हां यार क्या बताऊँ । ये साली रंडियां चोदने में बिल्कुल भी मज़ा नही आता । इसलिए मूड खराब है ।
मैं ,--तो आप कब गए थे रण्डी चोदने।
अंकल ,--गया था रात में साली की चुत नही भोसड़ा था ।
मैं ,--अंकल आप चिंता मत करिए बहुत जल्द आप को घरेलू औरत चोदने को मिलने वाली है ।
अंकल ,--कैसे ।
मैं ,--आप भूल गए सन्डे वाली बात ।
अंकल ,--क्यों पहेलियां बुझा रहे हो यार ।
मैं ,--अंकल बहुत जल्द हेमा आपके नीचे होगी ।
अंकल ,--नही दोस्त में जबर्दस्ती किसी को नही चोदता हूँ।
में ,--और अंकल मम्मी आपको आकर खुद कहे तो ।
मेने जब अंकल को ये बात कही तो अंकल के सुस्त पड़े लण्ड में ताजगी आ गयी और वो लुंगी में सर उठा लिया जिसे देखकर में बोला ।
मैं ,-अंकल लेकीन एक शर्त माननी पड़ेगी ।
अंकल ,--एक क्या अगर तू कहेगा तो सो शर्त मंजूर है ।
मैं ,--सौ नही बस शर्त यही है की मुझे चुदाई दिखा कर करनी होगी ।
अंकल ,--तू साले मेरे हर राज का राजदार है तो इसमें कौनसी बड़ी बात है ।
मैं ,--तो फिर आप को जो में करने को कहूँ आप बस आज्ञाकारी शिष्य की तरह करते जाइये ।
अंकल ,--जो आज्ञा गुरुदेव ।
मैं ,--चलिए फिर कोई ब्लू फ़िल्म चलाइये जिसमे गे सेक्स हो ।
अंकल ,--गे क्यों ।
मैं ,--क्योंकि मेने गे वाली कहानी नेट पर पढ़ी है और में आज एक बार गाँड मरवा कर और मारकर देखना चाहता हूँ ।
अंकल ,--जैसी तेरी मर्जी ,पर दर्द हो तो मुझे मत बोलना ।
मैं ,--अंकल आपने उस दिन दो अंगुली घुसाई थी तब तो दर्द नही हुआ था ।
अंकल ,--उसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ेगी । चल तेरे लिए ये भी कर देता हूँ ।
मैं ,--तो चलिए फिर इंतजार कैसा हो जाइए गाँड मरवाने को मुझसे ।
अंकल ,--फिर तो तेरी इच्छा अधूरी रह जायेगी ।
मैं ,--कैसे ।
अंकल ,--एक बार तू झड़ गया फिर तेरा गाँड मरवाने का मन नही होगा और तेरी इच्छा पूरी नही होगी ।
मैं ,--फिर ।
अंकल ,--फिर क्या पहले में तेरी इच्छा पूरी कर देता हूं तेरी गाँड मारकर फिर तू मार लेना ।
मैं अंकल की बात सुनकर खड़ा हुआ और कपड़े खोलने लगा तो अंकल ने कहा ।
अंकल ,--ले ये टेबलेट खा ले इससे तू जल्दी नहो झडेगा वरना गाँड मरवाते समय झड़ गया तोफिर मज़ा नही आएगा ।
मेने अंकल से वो टेबलेट ली जो तिकोनी थी और उस पर विगोरा लिखा हुआ था जिसे मेने खा लिया । में नंगा होकर बेड पर घोडी बन गया तो अंकल ने एक ब्लू फिल्म प्लेयर में घुसाया और ऑन कर दिया।
अंकल ने एक तेल की शीशी उठाई और फिर मेरे पीछे आकर बैठ गए और मेरी गाँड पर हाथ रखकर बोले ।
अंकल,--रोहित वैसे तो में तेरे को दर्द नहीहोने दूंगा पर तु भी ध्यान रखना अपनी गाँड को खुला छोड़ दे और उसे बिल्कुल भी टाइट मत करना ।
मैं ,--जी अंकल ।
फिर अंकल ढेर सारा तेल मेरी गाँड पर गिराया और अंगुली में लेकर उसे फैलाने लगे साथ ही एक अंगुली को गाँड के छेद में डालकर धीरे धीरे तेल से चिकना करने लगे ।
जारी है ...