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I can't see a damsel in distress. That is my character.हम्म्म। ये बात तो हैं। पर ये बात भी हैं की श्वेता पश्चाताप कर रही हैं। दुखो को झेलती जा रही हैं और वीर के लिए पूरी तरह से समर्पित हो रखी हैं। बल्कि हमारे SANJU ( V. R. ) साहब तो Dil-o-jism से ... अहम।। मे-मेरा मतलब हैं Dil-o-jaan से उसे माफ कर चुके हैं। उल्टा उसके प्रति सहानुभूति भी रखते हैं। अब बताओ।
यहां पे मैं थोड़ा आपको correct करना चाहूंगा। श्वेता वीर के खिलाफ शडियंत्र रचती नहीं थी। उनमें शामिल रहती थी। और शामिल होने के बाद उसे उस प्लैन के खतरे का अंदाज़ा नहीं रहता था। दोनो में अंतर हैं भाया। प्लैन रचना और प्लैन में शामिल होना बिना प्लैन के द्वारा लाई गई हानि जाने।काफी अंतर हैं।
परंतु तेज को भी ये हक नही हैं कि वो श्वेता को कुछ सुना सके। अगर कटखरे के एक ओर श्वेता खड़ी हैं तो दूसरी ओर तेज और भावना भी हैं। ये बात तेज को बोध नहीं हैं। और श्वेता का trip में आने का सीधा सा मकसद यही हैं कि वो चाहती हैं कि वीर उसे मां के रूप में अपना ले। भावना के आने से वो उसे नकार के ना फेक दे। बस। यही कारण हैं।
फिर एक बार यहाँ correct करूंगा।श्वेता ने कभी भी वीर के खिलाफ साज़िशे नहीं रची हैं। और वो कभी भी वीर की जान की दुश्मन नहीं थी। उसे सिर्फ एक ही चीज़ पाना थी और वो थी जायदाद। जो कि हम जानते हैं कि क्यों वो इतनी आतुर थी इसके लिए।
ये बात भी हैं बिल्कुल कि असल मां को कोई भी replace नहीं कर सकता।
बिल्कुल। ये arc इन सब से related matter को समाप्त कर देगा। और फिर जाके होएगी नए arc की शुरुआत।
क्या बात हैं। आशा करते हैं कि आपका सफर मंगलमय और खुशहाल हो।
ये nok jhok ही तो बाद में याद आएंगी।
इसमें श्वेता भी शामिल हैं। भावना के पास पैसे कमाने का साधन था पर श्वेता के पास नहीं।
बेशक। ये उसके लिए बहुत मायने रखता हैं।
Village arc के अंतिम भाग बेहद रोचक रहेंगे। थोड़ा action भी मिलेगा तो आप समझ ही गए होंगे।
अरे धन्यवाद आपका भाया। इतना कमाल का रेवो पढ़ के मन को जो आनंद मिलता हैं ना। बस मत पूछिए। नया लिखने के लिए motivate karta हैं बहुत ज़्यादा। ऐसे ही बने रहिएगा साथ में। बहुत बड़े बड़े राज़ो से पर्दा उठाना हैं।![]()
SANJU ( V. R. ) भैया , दिल-ओ-ज़िस्म से स्वेता को माफ किये...बल्कि हमारे SANJU ( V. R. ) साहब तो Dil-o-jism से ... अहम।। मे-मेरा मतलब हैं Dil-o-jaan से उसे माफ कर चुके हैं। उल्टा उसके प्रति सहानुभूति भी रखते हैं। अब बताओ।![]()
Ab samajh jao. Kyu baar baar sanju bhaaya ka dil dol jaata hai.SANJU ( V. R. ) भैया , दिल-ओ-ज़िस्म से स्वेता को माफ किये...
आप ने ये अंदर की बात इश्क़ के गलियारों मे तह तक फेहला दिया वोल्फ़ी भाई । कहीं लोग गलत न समझ ले, मेरी तरह...![]()
Jab jab kisi mahila pe atyachaar hoga. Tab tab Sanju bhaaya unke saath khade rahenge.I can't see a damsel in distress. That is my character.
Shweta hi nahi balki Bhawna bhi jisne apne shayad 6 month ke bacche ko na sirf apne se dur kiya balki 20-22 saal tak uski koi Khabar tak na li.![]()
हैं ना?मित्र, बहुत सुंदर और लाजवाब अनुच्छेद। ये तेजल तो आग का पुलिंदा है भाई।
बिल्कुल! ये वैसा हैं जैसे भीम और दुर्योधन का था।तेज और श्वेताजी का बातचीत एक अलग पर्याय का है। दोनों मे से कोई भी एक इंच जमीन छोडने को तैयार नहीं।
बस बहुत ध्यान से पढ़ते जाना मित्र।बहुत सुंदर कथोपकथन का सिलसिला शुरू हो गया। यह arc के जबर्दस्त मोड पर हम सभी खड़े है। आगे मे जरूर राज खुलते जाएगा। मैं आँख गड़ाए रखे है केवल उसी अतिश का पुराना इतिहास के कोई संबंध है की नहीं जानने के लिए।
फालतू कुछ भी नहीं होता यहाँ।एक बात इस कहानी का सबसे अच्छा है की चरित्र के परिस्थिति कभी भी बेबुनियाद नहीं रहा, हर समय कोई न कोई ठोस कारण जुड़ा हुआ है परिस्थिति बनने के लिए।
बिलकुल। सत्य बात बोली हैं आपने। मेरी कहानियां एक साल के अंतर्गत खत्म हो जाए? ऐसा हो ही नहीं सकता।उम्मीद करेंगे की आगे भी ऐसा ही होगा, चाहे कोई कुछ भी बोले। आप लंबे रेस के घोड़े पर सवारी कर रहे है, उस हिसाब से कहानी चलाते रहिए। हम लोग जो इसमे शुरू से ही जुड़े हुए है, वो जुड़े ही रहेंगे। आपको असीम धन्यबाद एक ऐसी बेजोड़ कहानी हमे उपहार देने के लिए। धन्यबाद।
Arree abhi mera doubt clear nhi hua h poori tarah.....Rihanna Ye lo! Purvi ne kese Veer ko pehle breastfeed karwaaya iska raaz saamne aa gaya hai. Aur bhi koi doubt hai kya?![]()
aree baba log in kar k hi to comment kar paa rhi hu na....जी परंतु यदि आप लॉगिन कर लेते हैं तो ad's नहीं आते हैं..कोई भी मोडरेशन टीम मे से सत्यापित कर सकते हैं..
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wo to main nhi le sakti...Only solution is taking membership.