अजुर्मी --- एक और खोजकर , चुनकर , खंगाल कर लाया हुआ नैन प्रभु का किरदार ।
शायद ब्रह्मांड मे मौजूद सबसे ताकतवर प्राणी । लेकिन एक विकृत प्राणी। नाम अजुर्मी और काम जुर्म का।

आर्य ने एक संकल्प लिया कि पुरे यूनिवर्स से इन विकृत प्राणियों का नामोनिशान मिटा देना है। अर्थात एक बार से रीडर्स को यूनिवर्स का सैर करने को मिलेगा। एक और एडवेंचर देखने को मिलेगा।
पलक इसलिए इन विकृत समुदाय से अलग रह गई कि उसके शरीर के साथ कोई एक्सपेरिमेंटल प्रयोग नही हुआ था। शायद इसीलिए वो जज्बात को महसूस कर रही थी। इसीलिए वो नर-भक्षी बनने से बच गई।
अनंत किर्ति ने उसे ही नही बल्कि उसके साथियों का भी अतीत दर्शन करवा दिया। जो लोग चले गए , वो कभी लौट कर नही आ सकते। लेकिन उनकी यादें , उनकी स्मृतियाँ ऐसी होती है जो हमे स्मरण कराते रहती है कि हम अपने पूर्वजों पर गर्व करें या उन्हे कभी याद ही न करे ।
किताब देखने के बाद पलक कभी सेन्टिमेंट से भर उठी तो कभी सुकून का एहसास हुआ।
रीडर्स जरूर जानने को उत्सुक होंगे उसके इस फीलिंग्स का कारण !
अलबेली की सवाल भी एक करोड़ रूपए की थी। आखिर 6 इंच की पत्थर वाली माला को कहां छुपा रखा था पलक ने ?
बेहतरीन अपडेट नैन भाई। आउटस्टैंडिंग।
और जगमग जगमग भी।