बहुत ही शानदार, लाजवाब और अद्भुत अद्वितीय अपडेट है भाई मजा आ गया
पंचायत में साहुकारोंका एक और हत्या का कारनामा उजागर हो गया.उनके कारनामों वजह से उनके बहु बेटीया निराश हो कर बोलने लगी और गौरीशंकर अवाक होकर सुनता रहा
ठाकूर महेंद्रसिगं ने सभी पक्षों की दलील सुनने के बाद अपने फैसले का पक्ष जनता जनार्दन के सामने रख उनसे मत मांगा,जब सहमती हुई तो सबके परिवार का हित रखकर सब कुछ भुलाकर सब दुश्मनी भुलाकर साथ में रहें और सबकी भलाई का सोचे
हा अब से दादा ठाकूर ना तो मुखिया रहेगे और कोई भी फैसला नहीं सुना सकेगे
ये साला मुंशी और उसका बेटा कुछ ना कुछ जरुर करेगा खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा