इतने लम्बे अरसे बाद कुछ पढ़ने को मिल पाया है ।100 अपडेट्स का सारांश 2 अपडेट्स में समेट लेना , सच में कमाल का हुनर है आपमें शर्मा जी। हनुका भी आरका द्वीप की आदृश्य दीवार को पार नही कर सके , कोन सी माता के बारे में विचार कर रहे थे वो, 20000 वर्ष पहले यानी देवी माया ही ना। गुरुत्व शक्ति भी शीशी से निकल कर गिर गयी पर वो नष्ट हुई या उसे एकत्रित कर लिया किसी ने ये तो रहस्य ही है। जैक का भी किस्सा समाप्त हुआ कृस्टि के हाथों, आखिर उसके पिता का हत्यारा था वो प्रतिशोध की अग्नि तो हमेशा से ही थी अब जाकर शान्त हुई। अब देखना होगा तौफीक का भेद कब सबके सामने आता है। सफर अभी और भी लम्बा होने को है नज़ाने और क्या मायाजाल देखने को मिले इन 6 जनों को मायावन में। देवी माया संतान प्राप्ति के लिए 20000 वर्ष पहले हिमालय से इस गुफा में आ गयी और उसके बाद उनके ही द्वारा माया सभ्यता का निर्माण फिर यूरिएल की पुत्री मेग्ना का पालन पोषण फिर केसपर और भी नज़ाने क्या क्या कहानियां अपने अंदर समेटे हुई है वो। ये जितनी भी पौराणिक कहानियाँ यहा पर उल्लेख में हुई है वो लिखित है या आपकी मनोरचित है। जो भी हो बहुत ही अच्छा जा रहा है ये रोमांचक और रहस्यो सर भरा सफर, इंतज़ार रहेगा अगले प्रसंग का।