मैं सिर्फ ये कह सकती हूँ की लोग बेकार आजकल की लड़कियों को ब्लेम करते हैं पापा की परियां और न जाने क्या क्या कह के
मैं तो मानती हूँ ऐसी आज्ञाकारी लड़कियां सब को मिलें, कितनी चिंता है पिता के बारे में, कही बाहर मसाज पार्लर इत्यादि का चक्कर लगाते पिताजी तो आर्थिक हानि होती और कहीं कोई रोग लगा बैठते तो स्वास्थ्य की हानि,
और सबसे बड़ी बात आदर, पिता जी ने जो आदर उस मंत्र को दिया वही उन्होंने भी, अब तो लोग शादी के समय भी ठीक से मंत्र नहीं पूरा होने देते
और फिर उन की जादू की सफलता के भरम को भी नहीं तोडा एकदम रोबो की तरह और पिक भी आपने वैसे ही लगाई
और सिर्फ आदर्श पिता पुत्री ही नहीं बहने भी सहेलियों की तरह एकदम खुल के और चंदा तो एकदम गजब भाई को जो उनसे जवाब दिया समझ में नहीं आता की कलयुग में भी परिवार का इतना ध्यान रखने वाली बच्चिया होती हैं
सूरज : “पर जो आज हुआ….वो सब एक भाई बहन के बीच…..नही होना चाहिए….इसलिए….अगर तुम्हे बुरा लगा हो तो…”
मैं : “और अगर अच्छा लगा हो तो…..
एक बात और,
चित्रों को चोरी तो मैंने पहले भी की है आपके थ्रेड से, इस बार भी 'सेव एज 'कर लिया लेकिन सोच रही हूँ आपकी कुछ लाइने भी चुरा लूँ, अब थोड़ा बहुत देखा देखी इन्सेस्ट मैं भी लिख ही रही हूँ तो ऐसी लाइने,
ऐसी ही महक भाई के शरीर से भी आ रही थी जब वो मेरे काफ़ी करीब था
शायद ये हमारी खानदानी खुश्बू है
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हाय
इतने सालो तक मैं इस सुख से वंचित रही
काश ये वशीकरण वाला आइडिया पिताजी को पहले आ गया होता
ऐसे ही जवानी के 2-3 साल बर्बाद कर दिए
पर अब नही करूँगी बर्बाद
पहली बार का डर था जो अब जा चुका था
अब ऐसा नही होने दूँगी अपनी प्यारी पुस्सी के साथ
जितना हो सके उतना मज़ा दूँगी इसे
मैं एक बार वो नया वाला BSS फिर से पढ़ रही हूँ अगर ज्यादा तगड़ी सजा न हुयी तो ऐसी लाइने भी चुराने का प्लान बना रही हूँ .