Motaland2468
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Shaandar jaandaar update Ashok bhai.maza a gayaख़ासकर सुमेर सिंग के मोटे लॅंड को देखकर
क्योंकि उसकी नज़रें रह रहकर उसके लॅंड का आंकलन कर रही थी
वो अपने लॅंड को पकड़कर शर्मिला के करीब आया और उसके चेहरे के करीब आकर उसके लाल सुर्ख होंठो पर उसे लगा दिया और उसे होंठो और चेहरे पर रगड़ने लगा जैसे उसे अपने लॅंड की लिपस्टिक लगा रहा हो
कुछ देर तक वो ऐसा करता रहा जब तक उसका लॅंड स्टील का नही बन गया
और फिर वो उसके करीब बैठा और उसके मुम्मे मसलने लगा
फिर उसे देखते हुए बोला : “भाभी….आप शायद मुझे नही जानती, मैं मोतीलाल का दोस्त हूँ …आप मुझे अपना ही समझिए…”
उसे पता नही था की वो उसकी बात सुन या समझ भी पा रही है या नही
क्योंकि वो तो वशीकरण में थी
इसलिए वो उसके साथ पूरे मज़े लेने के मूड में था
सुमेर : “पता है भाभी….वो आपका पति है ना, मोतीलाल , वो हमेशा मुझे अपने पैसो की अकड़ दिखाता रहता था, मुझे चिढ़ाने के लिए अपने पैसो के बल पर उसने एक बार उस लड़की को भी पटा लिया था जिसे मैं बचपन से चाहता था, और मेरे सामने ही उसने उसे पूरा नंगा करके चोदा था….और आज उसका बदला उतारने का टाइम आ गया है….काश वो कमीना यहाँ होता तो मैं उसे दिखाता की आज मैं उसकी बीबी की चूत मार रहा हूँ ”
इतना कहकर वो झुका और उसके मोटे मुम्मे चूसने लगा
वो कसमसा उठी
उसके हाथ सुमेर के सिर के पीछे आ लगे और उसने उसे अपनी छाती पर दबाकर पीस दिया
पीस क्या दिया उसके चेहरे को अपने मुम्मो पर रगड़ने लगी
जैसे कोई खुजली मिटा लेना चाहती हो
और वो खुजली उसकी वहीं नही रुकी
वो उसे धक्का देकर नीचे की तरफ ले जाने लगी
और अपना पेट और नाभि चटवाने के बाद उसे अपनी चूत के उपर लेजाकर छोड़ दिया
वहां से एक नशीली सी खुश्बू आ रही थी
जिसने उस झोपड़ी नुमा महल को सुगंधित कर रखा था
सुमेर भी उसी नशे में डूब सा गया
उसे इस बात से कोई फ़र्क नही पड़ रहा था की उस चूत को घेसू सुबह से मार रहा है
सैक्स जब इंसान पर चड़ता है तो ये सब भूल जाता है
उसे तो बस अपना मज़ा दिखाई दे रहा था बस
सुमेर उसकी चूत को बुरी तरह से चाटने लगा
वो अपनी जीभ को बाल्टी बनाकर उसकी छूट के कुँवे से पानी निकालने लगा
हर बार वो सडप-2 करके 2 चम्मच पानी बाहर खींच कर ले आता और उस से अपनी प्यास बुझाता
शर्मिला का तो बुरा हाल था
शायद आज से पहले इतनी अच्छी तरह से उसकी चूत को किसी ने नही चाटा था
औरत को चूत चटाई मिल जाए तो वो मर्द की गुलाम बन जाती है
शर्मिला का भी यही हाल था
भले ही वो इस वक़्त वशीकरण में थी पर सुमेर सिंह की कलाकारी देखकर वो उसकी गुलाम बन चुकी थी
उसके साथ तो वो बिना किसी वशीकरण के भी चुदने को तैयार थी अब
बाहर बैठा घेसू शराब की बॉटल को मुँह लगाए उनकी आवाज़ें सुन रहा था और खुश हो रहा था
उसने जो चारा फेंका था उसके बदले उसे भविष्य में सुमेर की दोनो बेटियों की चूत मिलने वाली थी
इसका भरोसा उसे हो चला था
पर अभी तो अंदर आग लगी हुई थी
जिसे सिर्फ़ सुमेर का लॅंड ही शांत कर सकता था
उसने अपने फौलादी लॅंड को मसला और ढेर सारा थूक लगाकर उसे शर्मिला भाभी की चूत पर लगा दिया
वो उसके लॅंड की मोटाई देखकर आने वाले दर्द को महसूस कर पा रही थी
और उसने किया भी
जब सुमेर का पहला झटका लगा और वो लॅंड उसकी चूत में आधे से ज़्यादा घुस गया
“आआआआआयययययययययययययययययीीईईईईईईईईईईईईईईईईईईई…….. अहह…………. सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स……”
सच में
ना तो उसके पति का और ना ही घेसू का लॅंड इतना मोटा था
जितना सुमेर का था
इसलिए उसे अंदर लेने में उसकी चूत को काफ़ी मेहनत करनी पड़ी थी
पर जब अगले झटके में वो पूरा अंदर चला गया तो उसे संपूर्णता का वो एहसास हुआ जो आज से पहले कभी नही हुआ था
उसकी चूत ठूस कर भरी जा चुकी थी सुमेर के लॅंड से
कुछ देर तक वो उसके उपर लेटा रहा और फिर धीरे-2 अपने लॅंड को अंदर बाहर करने लगा
अब उसकी धीमी सिसकारिया लॅंड के साथ लयबध होकर उस झोपडे में अपना नशा बिखेर रही थी
"ससससस..... आअह्हह्ह्ह्ह... उम्मम्मम्मम्मम। ......... ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह "
और जब चिकनी चूत में फिसलता हुआ लॅंड आसानी से अंदर बाहर होने लगा तो सुमेर ने अपनी स्पीड बड़ा दी
अब उसके हर झटके से शर्मिला के मोटे मुम्मे उसके चेहरे पर जा लगते
और वो उसका आनंद भी उठा रही थी
सुमेर : “आआआआआआअहह…..वाााआआहह भाभी……आपकी चूत तो बड़ी कमाल की है..... लगता है उस चूतिये ने इतनी गहराई में उतरकर नही देखा है…साला छोटे लॅंड वाला आदमी….अगली बार जब अपना लॅंड डालेगा अंदर तो उसे पता चलेगा की रोड की खुदाई कहाँ तक हो चुकी है….अहह……”
और इसके साथ ही उसने तेज झटके मारकर शर्मिला की रेल बना दी
और करीब 15 मिनट तक चुदाई करने के बाद उसके लॅंड ने जोरदार रूप से अपना लावा उसकी चूत में फेंकना शुरू कर दिया
मज़े की बात ये थी की आख़िर में झड़ते वक़्त सुमेर सिंह की आँखे बंद हो गयी और उसे अपनी जवान बेटियों के नंगे जिस्म अपने सामने दिखाई दे रहे थे
जिन्हे वो बारी-2 से चोद रहा था
"आअह्ह्ह्हह्ह्ह्हह चंदा ...... मेरी बच्ची ......... चन्द्रिका ........ ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह "
वो तो वशीकरण में थी, इसलिए सुमेर को पक्का यकीन था की वो जो कुछ भी बोल रहा है उसे याद नहीं रहेगा या वो सुन ही नहीं पा रही होगी
पर ऐसे विचारों के साथ झड़ने में जो आनंद उसे आया वो शब्दो में बयान नही किया जा सकता
सिर्फ़ महसूस किया जा सकता है
अंत में उसने अपना देसी घी में भीगा लॅंड उसकी चूत से बाहर निकाला और उसकी बगल में लुढ़क कर गहरी साँसे लेने लगा
और वो बेचारी
जो करीब 3 बार उसके लॅंड से झड़ चुकी थी
अपनी चूत से गर्म लावे को बाहर निकलता हुआ महसूस करके अपनी आँखे बंद करे पड़ी रही
कुछ देर बाद सुमेर अपने कपड़े पहन कर और हुलिया ठीक करके बाहर आ गया
घेसू : “क्यों ..... .आया मज़ा…..?”
सुमेर सिंह मुस्कुरा कर रह गया
घेसू : “ऐसे मज़े मैं तुझे रोज दे सकता हूँ ….और एक तू है की मुझे कुछ भी बताने से डर रहा है…”
घेसू की सुई अभी तक वहीं अटकी हुई थी
सुमेर भी समझ चूका था की उस से कुछ भी छुपाना बेकार है
वो अगर उसकी बात मान लेता है तो उसे ऐसे मौके बार-2 मिलेंगे
और साथ ही वो घेसू से ये नयी वशीकरण विद्या भी सीख सकता है
जिसमें ना तो कोई क्रिया करनी पड़ती है और ना ही कोई मंत्र पढ़ना पड़ता है और आधे घंटे वाली स्थिति भी नही थी इसमें
ये विद्या तो वो ज़रूर सीखना चाहेगा
पर इसके लिए उसे अपनी बेटियों के साथ जो हुआ वो उसे बताना पड़ेगा
और शायद बाद में उन्हे घेसू से चुदवाना भी पड़ेगा
पर वो तो बाद की बात है
अभी के लिए तो वो उसे अपनी आप बीती सुना ही सकता है
और वो उसने सुनाई भी
अगले 1 घंटे तक उसने घेसू के साथ मिलकर उस बॉटल को भी ख़त्म किया और चटखारे ले-लेकर अपनी दोनो बेटियो के साथ जो कुछ भी अभी तक उसने किया था वो सब उसे सुना डाला
कच्ची कलियों के साथ हुई उस चूमा-चटाई को सुनकर घेसू का लॅंड फिर से हुंकारने लगा
घेसू : “सुमेर…मेरे दोस्त….तेरी ये दोनो जबराट लोंड़ियां सच में कमाल की हैं, कसम से वो इस वक़्त यहाँ होती तो तेरे सामने उन्हे अपने वश में करता और यही नंगा करके तेरा और अपना लॅंड चुसवाता …..पर अभी तू घर जा , कल मैं तुझे बताऊंगा की आगे क्या करना है…”
इतना कहकर वो उठा और एक बार फिर से शर्मिला की चूत बजाने पिछली झोपड़ी की तरफ चल दिया
सुमेर भी वहां से निकल आया
क्योंकि अभी के लिए तो उसके लॅंड को खुराक मिल ही चुकी थी
रही बात घेसू की तो वो आज नही तो कल उसे वो सब बता ही देगा
और वैसे भी अभी के लिए उसके पास खुद की सीखी हुई वशीकरण विद्या तो है ही
जिसका इस्तेमाल करके वो आज रात फिर से मज़ा लेने वाला था