अब कहानी शुरू करते है:- हवेली काफी बड़ी ओर शानदार बनी हुई थी , तीन माले की बहुत बड़ी बिल्डिंग थी, छत पर एक छोटा स्वीमिंग पुल भी था ...
सलमान और आयेशा के कमरे पहले माले पर थे जबकि अनवर का कमरा ग्राउंड फ्लोर पर था , हवेली के बाहर नौकरों के 3 कमरे बने हुए थे , जिसमें ड्राइवर , सफाई वाला और माली रहते थे , पुराना ड्राइवर बीमार था तो उसने अपने लड़के को भेज रखा हुआ था जिसका नाम था मनोज , जो बहुत ही काइया ओर हरामी था , वो दिल्ली में नोकरी कर चुका था , उसने आते ही हवेली का सब खेल समझ लिया , लेकिन वो एकदम भोलाभाला ओर ईमानदार बनकर रहता था , 10 ही दिन में ही सबका दिल जीत लिया उसने, अनवर तो उसको अपना दायां हाथ मानता था , उसकी बॉडी फिट थी और वो क्लीन शेव्ड रहता था , सलीके ओर तमीज से बोलने की वजह से लोगों को बहुत ही पसन्द आ जाता था, जबकि वो एक नम्बर का हरामी ओर अय्याश था ।।
उसकी नजर पहले दिन से ही अलका ओर आयेशा की जवानी पर थी लेकिन अनवर के डर से उसकी हिम्मत नही हो रही थी, इसी बीच अनवर को राजनीति का चस्का लग गया और वो इधर-उधर जाने लगा, घर से 2-2,3-3 दिन बाहर रहने लगा , अब आगे ..........
आयेशा बहुत ही सेक्स की भूखी थी लेकिन अब बेबस हो गयी थी , बैंगन , खीरे से अपनी खुद की चूत को चोदकर वो परेशान हो चुकी थी, उधर अलका की भी यही हालत थी, लेकिन अलका के पास रबड़ के 3/4 अलग अलग साइज के नकली लन्ड थे, लेकिन वो ग्रुप ओर लेस्बियन सेक्स की आदि हो चुकी थी तो उसकी चुत में भी कीड़े काट रहे थे, इसी बीच एक दिन अनवर 3/4 दिनों के लिए दिल्ली चला गया और सलमान का जन्मदिन आ गया , अनवर ने आयेशा ओर अलका को मार्किट जाकर सलमान के लिए शॉपिंग करने का बोल दिया तो सब लोग गाड़ी लेकर मार्किट चले गये , ड्राइवर मनोज ही था।। आज आयेशा ने एक वी-कट कमीज ओर कसी हुई सलवार पहनी हुई थी, जबकि अलका ने लहंगा चोली, पिछली सीट पर अलका बीच मे बैठ गयी और भाई-बहन उसके आजू बाजू , घर से बाजार थोड़ा दूर था और रास्ता भी जाम था ऐसे ही एक जगह रास्ते मे कट मारते गाड़ी को थोड़ा सा झटका लगा तो अलका के हाथ सलमान के लन्ड से जा टकराये ओर आयेशा के हाथ अलका के बोबो से तीनों को ही एक सनसनी सी हुई , आयेशा लेस्बियन नहीं थी लेकिन वो जानती सब कुछ थी पोर्न ओर बुक्स ली मदद से वो सब सीखी हुई थी , जबकि अलका का हाथ जब सलमान के लन्ड पर पड़ा तो उसको बहुत अजीब लगा कि इतने छोटे से लड़के का इतना बड़ा और लम्बा लन्ड ..लेकिन वो भी तरस रही थी.. उसको भी इन बहन-भाई के रूप में सेक्स दिखाई देने लगा , उधर सलमान जिसने अभी तक अलका को बुरी नजर से नहीं देखा था वो अब अलका को नए तरीके से देखने लगा था ,इधर मनोज ने भी यह सब कार के बेक व्यू मिरर में देख लिया था.. इसी बीच अलका ने अपना एक हाथ आयेशा की टांग पर रख लिया , आयेशा को बहुत दिन बाद किसी के बदन का स्पर्श हो रहा था आज उसकी हवस फिर अंगड़ाई लेने लगी थी .. उसका कंधा अलका के एक बूब को छू रहा था , जिसको थोड़ा सा झटका लगते ही अलका जोर से कंधे में दबा देती थी .. सलमान अब अलका की चोली में ताक रहा था जिसने अलका की बोबो के बीच की घाटी साफ दिख रही थी , सलमान का लन्ड टाइट होने लगा और झटके लेने लगा जो कि उस्ताद अलका से छुप नही सका , अलका समझ गयी कि दोनों बहन भाई तैयार है वो मन ही मन आज ही रात को रंगीन बनाने की योजना बनाने लगी और उसने अपना हाथ आयेशा के पैरों के जोड़ यानी कि चुत की तरफ ऐसे खिसका दिया कि जैसे गाड़ी के झटके से गया हो, सलवार के ऊपर से आयेशा की चूत में उसकी अंगुली टच हुई तो आयेशा थोड़ा सा उचकी लेकिन उसको भी अब मजा आ रहा था , महीनों से उसका तन किसी से लिपटना चाहता था आज उसने भी अपने आप को खुली छूट दे दी और अपना एक हाथ अलका के कंधे पर डाल दिया जो अलका के बूब को छूने लगा और सलमान के गाल को भी अपनी दीदी के हाथ से स्पर्श पाकर सलमान को अजीब लग रहा था लेकिन उसका लंड अब मचल रहा था , कुलमिलाकर तीनो ही अब सेक्स के नशे में डूब चुके थे जबकि मनोज मन ही मन इनका फायदा लेने की सोच रहा था .... इसी तरह यह लोग मार्किट पहुंच गये.. मार्किट में सबसे पहले इन्होंने एक केक का ऑर्डर दिया और फिर एक कपड़े की दुकान पर चले गये , यह एक सेठ की दुकान थी जो लालाजी के नाम से फेमस थी , काफी बड़ी दुकान थी और अनवर का दोस्त भी था इसलिए इधर शॉपिंग को आ गये , मनोज गाड़ी में ही था , सलमान को ड्रेस दिलाने में आयेशा ओर अलका मदद कर रही थी करीब 1 घण्टे में सलमान की शॉपिंग पूरी हुई तो आयेशा उसको बोली :- सलमान तुम केक ओर कुछ खाने पीने का सामान ले लो ,तब तक हम लेडी ड्रेस ले लेते है , तुम आराम से आ जाओ और गाड़ी भी ले जाओ हम फ्री होते ही तुमको फोनकर के बुला लेंगी । सलमान भी यहीं चाहता था वो निकल गया , इधर आयेशा ओर अलका उस दुकान के टॉप फ्लोर पर गयी जो लेडीज सेक्शन था वहां सारी सेल्सगर्ल लड़किया ही थी , तभी आयेशा को किसी ने पीछे से गाँड पर एक थप्पड़ मारा , आयेशा ने गुस्से से घूमकर पीछे देखा तो चोंक पड़ी वो उसकी बचपन की क्लासमेट करीना थी , जो 27 साल की खूबसूरत और नाटी लड़कीं थी , 5 फिट की होने से वो स्कूल गर्ल ही लगती थी,जो इस दुकान के मालिक लाला जी की ही बेटी थी , दोनो ही गले मिल गयी बूब से बूब टकरा रहे थे और करीना ने उसको गाल पर किस भी किया , पुरानी बातें याद आ गयी फिर करीना वहीँ पर बने केबिन में दोनो को ले गयी.............
उधर सलमान आज पार्टी मूड में था , वो बियर पीने के मूड में था , लेकिन मनोज का सोच रहा था.. वो गाड़ी तक गया और केक शॉप जाने का बोला, मनोज गाड़ी स्टार्ट कर चल पड़ा , सलमान आगे ही बैठा हुआ था .. उसने बातचीत स्टार्ट की :- मनोज तुम्हारी शादी हो गयी क्या..??
मनोज:- नहीं सलमान तुमको पता है न कि घर मे छोटी बहन कंवारी है उसकी शादी के बाद ही शादी करूँगा में भाई ...
सलमान :- यह तो अच्छी बात है है मनोज लेकिन कोई गर्लफ्रैंड तो होगी ही न तुम्हारी...
( मनोज समझ गया कि सलमान से दोस्ती करके ही इसकी दीदी ओर अलका की चूत मिल सकती है तो उसने इस को फांसने का एक प्लान बना लिया)
मनोज:- नहीं भाई हम गरीबों को कहां यह गर्लफ्रैंड नसीब होती है , बस पड़ोस में एक भाभी है और एक रिश्ते में बहन लगती है उससे सेटिंग है..
सलमान:- अरे वाह दो-दो माल है तुम्हारे पास, ओर बोलते हो गर्लफ्रेंड् नहीं है .. तुम खुशनसीब हो मनोज .. मुझे तो घर से बाहर जाने पर भी हजार सवाल होते है कानपुर से आकर तो जैसे कैदी बन गया हूँ, पाप को हर मिनिट का हिसाब देना पड़ता है ऊपर से दीदी ओर अलका चाची परेशान हो चुका है यार ...
मनोज :- कानपुर तो खूब मस्ती की होगी न तुमने, सुना है कि कॉलेज में लड़किया खुली होती है और आसानी से चुदवा लेती है सलमान..??
सलमान:- अरे भाई मेरा कॉलेज सिर्फ लड़को वाला था , सिर्फ एक दो बुड्ढी टीचर थी औरत के नाम पर ...!!
मनोज :- तो क्या हुआ कानपुर में तो खूब रंडिया मिलती है न , उनको तो चोदा ही होगा तुमने न ....??
(मनोज जानबूझकर खुलकर बोल रहा था सलमान से दोस्ती के लिए)
सलमान:- भाई किसी को बताना मत सिर्फ एक बार किया है एक रंडी को जो 45 साल की थी ...
मनोज:- अरे यार... में तुमको कल ही एक लड़की चुदवाता हूँ , लेकिन कसम खाओ की किसी को बताओगे नहीं तुम..!!
सलमान :- मनोज भाई अल्लाह कसम किसी को नही बताऊंगा ओर तुम्हारा एहसानमन्द भी रहूंगा भाई और खर्च भी में ही क्ररूँगा , में मुठ मार मारकर थक गया हूँ भाई प्लीज मेरा यह काम करवा दो न..?
मनोज:- अरे क्यों नहीं कल दोपहर में ही करवा देता हूं तुमको भाई .. पक्का वादा रहा ..
तभी केक शॉप आ जाती है सलमान केक ओर थोड़ा दूसरा खाने का सामान ले आता है , गाड़ी में सामान रखकर वो आगे बैठकर बोलता है:- मनोज भाईजान यार दीदी ओर चाची को तो अभी शॉपिंग में टाइम लगेगा तब तक क्यों न हम एक-एक बियर मार लेते है थोड़ा पार्टी का मूड बन जायेगा (मनोज पियक्कड़ था और रोज अपने रूम में पीता ही था लेकिन आज इस बकरे को फंसाकर उसकी दीदी ओर नौकरानी को चोदने के चक्कर में था)
मनोज :- सलमान यार बियर की बदबू बहुत आयेगी एक काम करते है हम लोग वोडका पीते है किसी को भी पता नही चलेगा ओर नशा भी रहेगा ...
सलमान:-लेकिन मैंने कभी बियर के अलावा कुछ नशा किया नही है भाई..??
मनोज:- आज मेरे कहने से करो मजा आएगा तुमको भाई दोनो राजी हो जाते है और एक ठेके से शराब लेकर गाड़ी लेकर एक नजदीक के सुनसान एरिये में चले जाते है जो थोड़ा सा जंगल टाइप भी था......
★ अब चलते है आयेशा ओर अलका के पास ★