Hellohoney
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Bhai aapki ek story he nam batana ples hasband and wife dono alag alag hotelme menejar hote he or bibi dhandha karti he or sath apna badla bhi letihe
Randiyo ka ghar hamari pyari kajal thi nahi nahi khalnayika kajal thi humari kajal to bibi ke karname me thieBhai aapki ek story he nam batana ples hasband and wife dono alag alag hotelme menejar hote he or bibi dhandha karti he or sath apna badla bhi letihe
Kuch jana pehchana lagrahe he ye log superb started dr sirअध्याय 1
“तुम कहना क्या चाहते हो गौरव ,क्या ये हमारे जीवन के लिए एक जरूरी फैसला नही है “
मेरी बात से पूर्वी बहुत ही गुस्से में दिख रही थी
“मैंने ये तो नही कहा ना जान लेकिन ...लेकिन आखिर रोहन की ही कंपनी क्यो???”
मेरा ये सवाल बेहद ही अटपटा था लेकिन फिर भी ये ना जाने कैसे मेरे होठो से फिसल ही गया…
पूर्वी मेरे सवाल से बिल्कुल ही अचंभित मालूम हो रही थी ,वो मुझे अजीब सी नजरो से घूर रही थी जैसे उसे भरोसा ही नही हुआ जो मैंने उससे कहा था..
“रोहन की कंपनी क्यो???...तुम सुनना क्या चाहते हो गौरव..???..और क्या तुम मुझ पा शक कर रहे हो या ये बस एक पति वाली जलनखोरी है…”
उसका लहजा ठंडा था,लेकिन उसके बातों की गर्मी से मेरे पसीने ही निकल गए...जलन या शक ,मुझे चुनना था की आखिर मेरे अंदर क्या हो रहा है,मेरे एक जवाब में मेरी शादीशुदा जीवन का भविष्य छिपा हुआ था..
मैं बड़ी से मुश्किल से ही सही लेकिन मुस्कुराया..और पूर्वी के कंधे पर अपना हाथ रख दिया..
“पागल हो गई हो क्या जो मैं तुम्हारे ऊपर शक करूंगा,हा ये तो तुम भी जानती हो की रोहन से मुझे थोड़ी सी जलन होती है,और हो भी क्यो ना,वो साला मेरी बीवी के बचपन का दोस्त है जिसने कालेज में उसे डेट भी किया था,और वो है भी मुझसे ज्यादा हेंडसम और पैसे वाला…”
मेरी इन बातों से आखिर पूर्वी के चहरे में थोड़ी मुस्कान आ ही गई ..
उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे सोफे में बिठा दिया और खुद को मेरे सीने में छिपा लिया..
“तुम सच में पागल ही हो और पागल ही रहोगे,तुम्हे रोहन से नही बल्कि रोहन को तुमसे जलना चाहिए...हा वो मेरे बचपन का दोस्त है और मुझे कालेज के समय में डेट भी कर रहा था लेकिन फिर भी आखिर मैं प्यार में तो तुम्हारे ही पड़ी ना.उसके पिता और मेरे पापा दोनों ही अच्छे दोस्त है,और तुम्हे भी पता है की हमारे परिवार को हमेशा से यही लगता था की रोहन और मैं एक दूसरे के लिए बने है,सब को यही लगता था की हम दोनों शादी करेंगे,इसलिए जब मैंने पाप को तुम्हारे बारे में बताया था तो वो इतना गुस्सा हुए थे,मैंने तुम्हारे लिए अपने परिवार से झगड़ा किया,सारे ऐशोआराम और पापा के 8 हजार करोड़ की दौलत को लात मार कर तुम्हारे पास चली आयी,हा रोहन हेंडसम भी है,मुझसे प्यार भी करता है और पापा की तरह उसके पास बेसुमार दौलत भी है ,लेकिन फिर भी मैंने तुम्हे चुना,तुमसे प्यार किया,और तुम इतने पागल हो की इन सबके बाद भी तुम्हे लगता है की तुम्हे रोहन से जलना चाहिए…”
मेरे मन में एक अजीब सी ग्लानि से जन्म लिया ,हा शायद मैं जल ही नही रहा था,असल में मेरी मानसिकता और मेरी परवरिश ही ऐसी हुई थी की मैं किसी लड़के और लड़की को दोस्त की तरह नही देख सकता था,मैं जानता था की रोहन अब भी पूर्वी से बहुत प्यार करता है,और पूर्वी के दिल में भी उसके लिए एक प्यार है ,भले ही वो प्यार कितना भी पवित्र क्यो ना हो लेकिन फिर भी मेरी मानसिकता के कारण मैं इस रिश्ते को गलत निगाहों से ही देखता था,मैं लाख कोसिस करके भी खुद को शक करने से नही रोक पाता था और मेरे लाख छिपाने पर भी ये शक पूर्वी के समझ में आ जाता,
पूर्वी एक ऐसी लड़की जिसने समाज से सिर्फ मेरे लिए बगावत कर दी,उसके पापा के पास इतनी दौलत और रुतबा होने के बावजूद भी मेरा कुछ नही बिगड़ पाए उसका कारण यही था की पूर्वी मेरे बचाव के लिए हमेशा से ही खड़ी रही ,मैं एक गरीब तो नही लेकिन सामान्य सा कालेज का प्रोफेसर हु,और वो महलों की रानी थी ,फिर भी उसने मुझे अपनाया,मुझे प्यार दिया ,और खुद सारे ऐशोआराम छोड़ कर मेरी सामान्य सी जीवन में खुद को एडजेस्ट कर लिया,अब वो मेरी आर्थिक मदद करना चाहती थी,ताकि हम अपने बल बूते पर एक अच्छी जिंदगी जी सके,उसने अपने सारे अमीरों वाले शौक को मेरे कारण ही छोड़ दिया था ,हमारी शादी को डेड साल हो चुके थे और उसने मुझे कभी इसकी शिकायत नही की ,सच में मैं पागल ही हु ,उसने अब जॉब करने का फैसला किया,मुझे ऐसे तो कोई दिक्कत नही थी लेकिन मैं यही सोचता ताकि आखिर वो ऐसा करेगी कैसे,जो लड़की खुद कई कंपनी की मालकिन हो वो किसी के अदंर कैसे नॉकरी कर पाएगी,फिर भी मैंने अपनी हामी भर दी,लेकिन जब मुझे पता चला की रोहन ने ही उसे जॉब का ऑफर दिया है तो मेरी थोड़ी जल गई ,और मैं फिर से अपनी जान पर शक कर बैठा…
“तो कब से जॉइन कर रही हो ..???”
मैं पूर्वी के बालो को सहला रहा था..
“कल से ही ,और तुम्हारे सवाल का जवाब ये है की रोहन मुझे अच्छी सैलरी दे रहा है,हा वो मेरा दोस्त है लेकिन फिर भी उसने वादा दिया है ऑफिस में हमारा रिश्ता प्रोफेशनल होगा,और जैसे ही थोड़े पैसे जमा हो जाए मैं उसका जॉब छोड़कर स्टार्टअप शुरू कर करूंगी,यार कब तक दूसरे की नॉकरी करना “
उसका कांफिडेंस मुझे हमेशा से ही भाता था,वो अब भी उसी आत्मविस्वास से लबरेज थी ,मेरी पूर्वी जिसने कभी भी अपने आत्मसम्मान से
कोई भी समझौता नही किया,उसके पिता ने उसे कई ऑफर दिए ,मुझे कई ऑफर दिए लेकिन उसने मेरे और खुद के आत्मसम्मन के लिए पिता की कोई भी मदद नही ली..
“ओक्के तो काम क्या रहेगा..”
मुझे उसके कारपोरेट वाले काम की ज्यादा समझ तो नही थी फिर भी पूछने में क्या जाता है ..
“वही जो पापा की कंपनी में करती थी ,क्लाइंट से मीटिंग्स वगैरह..”
वो थोड़ी देर चुप ही रही ..
“यार गौरव एक काम वाली बाई रखनी पड़ेगी ,यू नो ना की मैं अब तुम्हारे लिए रोज खाना भी नही बना पाऊंगी ..”
उसकी बात सुनकर मैं हंस पड़ा ..और उसके होठो को चूम लिया..
“लव यू मेरी जान ..”मैंने उसके चहरे को देखा वो मुस्कुरा रही थी..
“लव यु बाबू ..”
उसने मुझे अपने बांहों में भर लिया…
Sir ye story muje bahut alag lagrahi he sayad sab ke soch se uper hogi ye story aur wese bhi aap ki kon se story kisi ke soch par tik ta he hahahhahahaअध्याय 3
“तो तुम उस चुड़ैल के साथ काम करने वाले हो “
पूर्वी थोड़ी गुस्से में थी शायद मालती मेडम ने उससे बात की थी..
वो अभी अभी तो ऑफिस से आयी थी और अभी ही शुरू हो गई ..
“अरे जान बैठ भी जाओ ,थोड़ा पानी वानी तो पी लो “
मैं हंसता हुआ बोला
“नही पीना है कुछ ,अब मैडम ने फोन किया तो मुझे भी इजाजत देनी पड़ी ..”
“और मेडम ने ये नही बताया की तुम्हारा पति तुमसे कितना डरता है …”
पूर्वी के होठो पर एक प्यारी सी मुस्कान खिल गई
“बताया ,लेकिन जान आप तो सपना को जानते हो ना,वो हमेशा से मुझसे कंपीटिशन करने में लगी रहती है ,हम दोनों के पिता भी बिजनेस कॉम्पिटिटर थे,स्कूल हो या कालेज सभी जगह वो उसने मुझे परेशान किया और जब कालेज में हमारे बीच प्यार हुआ तो वो भी आपको मुझसे छिनने में लग गई ,अब आप ही बताओ मैं गुस्सा ना करू तो क्या करू साली अब भी आपके पीछे लगी हुई है ..”
उसका मुह फूल चुका था,
“अरे मेरी जान मैं तब भी तुम्हारा था और आज भी तुम्हारा हु और जीवन भर तुम्हारा ही रहूंगा ,अपने प्यार पर इतना तो यकीन करो “
उसने मुझे गीली आंखों से देखा
“आप पर पूरा यकीन है लेकिन उस सपना पर नही ,कालेज की तरह अकेला पाकर उसने अपने कपड़े उतार दिए तो ..”
मेरे सामने वो मंजर तैर गया जब सपना और पूर्वी दोनों ही एक ही क्लास में हुआ करते थे और मैं उनका टीचर था,पूर्वी और सपना दोनों को ही मुझसे प्यार हो गया ,दोनों के बीच जैसे एक कंपीटिशन चल पड़ा था मुझे पाने के लिए,मैं पूर्वी से प्यार करता था लेकिन सपना ये बात मानने को राजी ही नही थी ,और एक दिन उसने वो किया जो कोई सोच भी नही सकता था,मैं अपने लेब में काम कर रहा था और उसने मेरे सामने अपने सारे कपड़े उतार दिए,उसका मादक जिस्म मेरे सामने खुला हुआ था,उसने खुद को भोगने का खुला आमंत्रण दिया था ,लेकिन वो पूर्वी का प्यार ही था जिसने मुझे बचा लिया,लेब का दरवाजा अंदर से लगा था और मैं पसीने से भीग चुका था ,लेकिन मेरे अंदर से आवाज उठी की भाग जा और मैं भागा,दरवाजा खोल कर सीधे पूर्वी को ढूंढने भागा और उसे सब कुछ बता दिया..
इस बात से सपना का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुच चुका था उसे लगाने लगा जैसे मैंने उसकी और उसके हुस्न की बेज्जती कर दी ,उस समय तक पूर्वी मेरे बारे में उतनी सीरियस नही थी ,उसका ब्रेकअप रोहन से हो चुका था ,हमारे रिश्ते को भी 6 महीने ही हुए थे और वो सीरियस नही होना चाहती थी,अभी एक दूसरे को समझने में ही समय बिता रहे थे लेकिन सपना के इस काम से पूर्वी के मन में मुझे खो देने का भाव जाग उठा और वो मेरे लिए बहुत ही डिस्प्रेट हो गई ,कालेज खत्म होते ही उसने अपने घर में शादी की बात कर दी और कुछ ही दिनों में उसने घर वालो से बगावत कर मुझसे शादी कर ली …
एक ही क्षण में मेरे सामने सारी बाते घूम गई और साथ ही सपना को वो रूप भी ,चाहे जैसा भी हो लेकिन वो थी बेहद ही सेक्सी जिस्म की मलिका,इस घटना के बाद उसका पूर्वी और मुझसे झगड़ा हो गया और उसके बाद हमने कभी भी बात नही किया,हा उसने हमारी शादी तोड़ने की कोशिश जरूर की थी ,लेकिन पूर्वी के सामने कुछ नही कर पाई…
पूर्वी मुझे सोच में डूबा हुआ देखकर फिर से बोल उठी
“क्या हुआ मैं कुछ पूछ रही हु ,अगर उसने फिर से कपड़े खोल दिए तो ,और अब तो मैं भी नही होंगी आपको बचने के लिए”
मैं उसके प्यारे चहरे को ध्यान से देखने लगा..
“पगली उस समय मेरे जीवन में तेरा प्यार घुला नही था और मैं तब नही बहका तो अब तो मेरे जीवन में तेरा प्यार घुल चुका है तुझे लगता है की मैं अब बहक जाऊंगा ..”
उसकी आंखों में पानी आ गए थे और उसने मुझे जोरो से जकड़ लिया..
“आई लव यू जान ..”
मैने उसके होठो में अपने होठो को मिला दिया
“लव यू बाबू…”
लेकिन मेरा दिमाग अब भी उस बात को लेकर बेचैन था की आखिर मैं सपना का सामना कैसे करूंगा….
************
मैं अपने लेब में बैठा हुआ डेटा को जांच रहा था ,तभी सपना वंहा आयी ..वो आज थोड़े अलग अवतार में थी ,आज उसने जीन्स टॉप की जगह सलवार कमीज पहन रखी थी और बहुत ही शांत लग रही थी शायद मेडम ने इसे ऐसा करनी की एडवाइस दी हो ..
“गुड आफ्टरनून सर “
उसकी आवाज थोड़ी नरम थी ..
“ह्म्म्म चलो काम में लग जाओ ,अभी तक के सारे डिटेल्स मैंने तुम्हे भेज दिए थे आई थिंक की तुमने सभी पढ़ लिए होंगे..”
“जी ,”
“तो तुम्हे क्या लगता है की हम कितने सक्सेजफुल होंगे..”
“सर सक्सेज फूल हो हम हो जाएंगे लेकिन हमे वालेंटियर चाहिए होंगे….जिनके ऊपर हम ये सब केमिकल टेस्ट करे “
“अभी तो चूहों पर ही करना पड़ेगा ,बाद में वालेंटियर ढूंढेंगे..”
“आप बोलो तो मैं कुछ का जुगाड़ कर सकती हु ..”
मैने उसे ध्यान से देखा
“तुम मुझे जेल कार्रवाओगी क्या ,ये कानूनी रूप से गलत होगा..”
वो जोरो से हँस पड़ी
“सर यंहा कानून को कौन मानता है ..”
“नही सपना अभी नही ,जब जरूरत होगी तब ले आना ,चलो काम पर लगो ..”
वो आश्चर्यजनक रूप से मुस्कुराई
“सर क्यों ना हम फिर से नई शुरुवात करे ..बीती बातों को भूलकर ..”
उसने अपना हाथ मेरे सामने किया ..
मैं भी रात भर से यही सोच रहा था की आखिर मैं सपना से कैसे डील करूंगा ,नई शुरुवात का आईडिया मुझे पसंद आया और मैंने अपना हाथ आगे कर दिया …
“ऐसे सुना है पूर्वी आजकल रोहन के साथ काम कर रही है ..”
सपना काम करते हुए अचानक ही बोल पड़ी …
मैंने उसे घूरा ..
“सम्हाल कर रहिएगा सर ,रोहन है बड़ा ही कमीना ..”
“मैं भी तो तुम्हारे साथ काम कर रहा हु और तुम कौन सी सीधी हो ..फिर भी पूर्वी ने इसकी इजाजत दी ना..”
सपना मेरी बात सुनकर खिलखिला कर हँस पड़ी ..
“आप दोनों के बीच बहुत ही भरोसा है सर शायद इसलिए आप दोनों ने एक दूसरे को पुराने प्रेमियों के साथ काम करने की इजाजत दे दी ..”
उसकी आंखे अजीब से भाव से भर गई थी ,जो मुझे अंकम्फर्टबल कर रहा था..
“पहली बात की हा हमे एक दूसरे पर पूरा भरोसा है ,और दूसरी बात की तुम मेरी प्रेमिका नही थी …”
मैंने स्पष्ट शब्दो में कहा,सपना की आंखे अब भी मुझपर गड़ी हुई थी .
“लेकिन मैं तो आज भी आपसे उतनी ही मोहोब्बत करती हु “
उसने बहुत ही हल्के आवाज में कहा लेकिन लेब की खामोशी में उसकी आवज मुझे सुनाई दे गई ..
“सपना ...ये तुम्हारी नई शुरुवात है ,तुम आज भी उन्ही बातों को लेकर बैठी हो …”
मैं चिल्लाया
वो झेंप गई ..
“सॉरी सॉरी सर ..”
अब मैं भी शांत था ,मुझे लगा जैसे सच में सपना बहुत ही बदल गई है …..
He he aap ki srest likhawat likh bahut kuch rahe ho par sab lag raha he normalअध्याय 4
पूर्वी का सर मेरे सीने में था,अभी अभी हम दोनों ने एक दूजे के जिस्म को भोगा था,और एक दूसरे से लिपटे हुए सोए थे..
“लगता है आजकल आप टेंशन में रहते हो ..”पूर्वी मेरे छाती के बालो से खेलते हुए बोली
“ऐसा क्यो ???”
“जल्दी गिर जाते हो “
वो हल्के से हँस पड़ी और मुझे याद आया की मैं कुछ दिनों से सच में उसे पूरी तरह से संतुष्ट नही कर पा रहा हु..
“सॉरी जान ..”
“अरे इसमें सॉरी वाली क्या बात है ,मन में कोई बात हो तो बताओ यू टेंशन में रहने से क्या फायदा होगा ,”
“कोई खास बात नही है लेकिन मुझे दुख होता है जब मैं तुम्हे पूरी तरह से संतुष्ट नही कर पाता,ये रिसर्च साला दिमाग खराब कर रखा है ..’
वो खिलखिलाई और मेरे सीने को एक किस किया ..
“पागल हो आप ,इसमें दुखी होने वाली कोई बात नही है ,सिर्फ शारीरिक संतुष्टि मायने थोड़ी रखती ,हमारे बीच इतना प्यार वही मायने रखता है “
“हा लेकिन संतुष्टि भी तो जरूरी है ना”
पूर्वी मेरी आंखों में देखते हुए मुस्कुराई
“अरे रोज रोज थोड़ी चाहिए रहता है सप्ताह में दो दिन ओर्गास्म हो काफी है ,और उसके लिए मेरे पास रोहन का दिया गिफ्ट है ना “
पहले तो मैं आश्चर्य से भर गया फिर मुझे याद आया की वो किसकी बात कर रही है ,जब रोहन उसका बॉयफ्रेंड था तब उसने पूर्वी को एक डिल्डो गिफ्ट किया था,पूर्वी ने मुझसे ये बात नही छिपाई थी लेकिन मुझे पता नही था की शादी के बाद उसका क्या हुआ ...शादी से पहले पूर्वी फोन सेक्स के समय उसका यूज़ किया करती थी …
“तुम्हारे पास वो अब भी है …”
“हा मेरे प्यारे दोस्त ने दिया था कैसे फेक देती ,”उसने मुझे चिढ़ाते हुए कहा
“ओह तो मेडम आज भी उसका यूज़ करती है ..”
“नही शादी के बाद उसकी जरूरत नही पड़ी ,आप को ही सम्हालना मुश्किल होता था मेरे लिए लेकिन अब लग रहा है की फिर से उस तेल लगा कर तैयार करना होगा …”
पूर्वी की बातों और आंखों में शरारत ही शरारत थी,वो कभी कभी बेहद ही नॉटी हो जाती थी,बट आई लाइक इट ..
और मैंने फिर से उसे दबोच लिया,वो खिलखिलाने लगी ,हमारे होठ फिर से मिले और उसने मेरे लिंग को सहलाना शुरू कर दिया ,उसके हाथो की कोमलता को पाकर मेरा लिग फिर से फुंकार मारने लगा और पूर्वी ने अपने हाथो से उसे अपने नाजुक और गीले योनि में प्रवेश करवाया ,उसका अहसास ही मेरी उत्तेजना को बढ़ाने को काफी था,हम दोनों फिर से एक दूसरे में घुलने लगे और एक दूसरे की चमड़ी को अपनी चमड़ी से घिसने लगे,
इस बार मैं थोड़ी देर तक टिका और आखिर में अपना लावा मेरी जान के गर्भ में छोड़ दिया …
हम फिर से एक दूसरे से लिपटे हुए पड़े थे,लिंग अभी भी थोड़ी उत्तेजित अवस्था में पूर्वी के योनि से सटा हुआ था और मेरा ही वीर्य उसके गीलेपन से मिलकर मुझे सुखद अहसास दे रहा था…
वो मेरे सिने को सहला रही थी ..
“तो ..सपना से मिले आज ..”
“ह्म्म्म”
“क्या कहा उसने “
“कुछ नही मुझे लगता है अब वो बदल गई है ,वो पहले वाली सपना नही रही “
“वो चुड़ैल कभी बदलने वाली नही है “
मैं पूर्वी की बात सुनकर हँस पड़ा..
“ऐसे क्यो हँस रहे हो आप,इस बार तो उसने अपने कपड़े नही उतारे ना..”
वो थोड़े गुस्से में बोली
“कम ऑन यार पूर्वी ,तुम भी ना…”
“क्या आप उसके साथ काम कर रहे हो और मेरी जान निकली रहती है साली ना जाने फिर क्या कर दे ..”
मैं फिर थोड़ा हँसा
“तू भी ना पूर्वी ऐसे रोहन ने भी तो तुम्हारे सामने अपने कपड़े निकाले थे इफेक्ट तुम्हारे भी थोड़े निकाल ही दिए थे,फिर भी आज तुम उसके साथ काम कर रही हो ,है ना..”
मैं हंसते हुए बोला और पूर्वी झूठा गुस्सा दिखाते हुए मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरे बालो को अपने मुठ्ठी में पकड़ लिया..
“यू….उसकी बात अलग है ओके ..तब वो मेरा बॉयफ्रेंड था ,और ऐसे भी उस रात हमारे बीच कुछ नही हुआ था,मैंने अपनी वर्जिनिटी आपको ही दी है ..वो बेचारा तो आज भी मुझे करने को तरस रहा है ..”
“आज भी ???”मेरे मुह से अनायास निकल गया..
पूर्वी भाव के आवेग में आ के बोल तो गई लेकिन फिर उसे अहसास हुआ की वो क्या बोल गई …
उसने अपनी नजर झुका ली ..
“तुमने मुझे कुछ बताया क्यो नही ,क्या उसने तुम्हारे साथ कुछ जबरदस्ती …”
पूर्वी ने अपना चहरा ऊपर किया और मेरे आंखों में देखने लगी ..
“ओहो आपको लगता है की वो मेरे साथ कुछ जबरदस्ती करने की कोशिश करेगा,झापड़ खायेगा,बस मुझे उसकी आंखों से लगता है ,जैसे वो मुझे घूरता है कभी कभी ...यंहा को तो कभी यंहा को ..”
पूर्वी ने फिर से बेहद ही शरारत के साथ अपने बूब्स और चूतड़ की तरफ इशारा किया ..
और हँस पड़ी ..
“उसे जलाने में मुझे मजा आता है जान ,”
“इतना भी मत जलाओ की उसके सब्र का बांध ही टूट जाए,”
“आप फिक्र मत करो मैं उसे सम्हाल लुंगी ,अभी तक तो सम्हालते आयी हु ना आगे भी सम्हाल लुंगी डोंट वरी अबाउट इट..”
पूर्वी ने फिर से अपने होठो को मेरे होठो से मिला दिया और हम एक बार फिर इस एक दूसरे में घुलने को तैयार हो गए……..
अध्याय 5
लेब में काम करते हुए अचानक से ही सपना का पेन गिर गया था,वो उसे उठाने के लिए झुकी थी लेकिन औसत से कुछ ज्यादा देर लगा रही थी,उसके दिमाग में क्या चल रहा था ये तो में नही कह सकता लेकिन हा मेरी नजर उसके टाइट लेगिंस से झांकते हुए चूतड़ों में कुछ देर के लिए टिक गई,वो जैसे दिल का सेप बना रहे थे,मांसल और भारी पिछवाड़े वाली सपना जब भी टाइट कपड़े पहनती थी तो कई लड़के अपना सीने का और टांगो के बीच वाला दिल हार बैठते थे ,कुछ ही सेकंड के लिए सही लेकिन मेरा भी कुछ ऐसा ही हाल हो गया था, पतले कपड़े से उसकी पेंटी का रंग तक मुझे दिखाई दे रहा और साइज तो …….वाह..
मैंने अपना सर झटका और फिर से अपनी किताब की ओर देखने लगा,सपना खड़ी हो चुकी थी और मेरी नजर बचाती हुई नजरो को समझने में उसने बिल्कुल भी देर नही की ,उसके होठो की मुस्कान ही ये बता रही थी की उसे पता है की मेरी नजर कहा टिकी हुई थी …
थोड़े देर तक कमरे में खामोशी ही छाई रही ..
“सर देखना है तो खुल कर देख लिया करो मैं किसी से नही कहूंगी ..”सपना की शरारत से भरी हुई आवाज मेरे कानो में पड़ा और मैं फिर से बुरी तरह से झेंप गया..
“सपना मैंने कहा था की नो मोर फ्लर्टिंग ..”मैंने आवाज को थोड़ा सख्त किया
“अरे सर देखने और दिखाने में क्या है ,अब पूर्वी भी तो कभी रोहन को कुछ दिखाने में नही शर्माती ,और रोहन भी भूखे कुत्ते की तरह उसे घूरता रहता है “
सपना की बात से मुझे पूर्वी की कल वाली बात याद आ गई..की रोहन आज भी उसके जिस्म को घूरता है,लेकिन साथ ही साथ मेरे नशों में खून का प्रवाह भी तेज हो चुका था,मेरा चहेरा लाल हो गया..
“गेट आउट ..”मैं जोर से चिल्लाया..
“इसीलिए मैं तुम्हे इतने दिनों से इग्नोर कर रहा था,तुम आज भी मेरे और पूर्वी के बीच आना चाहती हो ,तुम वो जगह कभी भी नही ले सकती सपना ..”
मेरे चिल्लाने का जैसे सपना पर कोई भी असर नही हुआ था,वो अब भी मंद मंद मुस्कुरा रही थी ..
“सर जी आप तो गुस्सा ही हो गए ..थोड़ी मोड़ी फ्लर्टिंग तो वर्क प्लेस में होती ही है ,इससे काम का बोझ भी हल्का रहता है ,और क्या आपको सच में लगता है की पूर्वी ऐसा कुछ नही करती होगी ..”
मैं बुरी तरह से झल्ला गया था..
“वो तुम्हारे जैसे नही है सपना जो किसी गैर मर्द के सामने अपने जिस्म की नुमाइश करे ..”
वो खिलखिला कर हंसी
मैं उसे बुत बना देख रहा था,हसने के बाद उसने बहुत ही ठंडे लहजे में कहा
“ना आप मेरे लिए कोई गैर मर्द है ना ही रोहन पूर्वी के लिए”
वो अपना पर्स उठा कर वंहा से इतने तेजी से निकली की मुझे कुछ कहने का मौका ही नही दिया ,वही मैं बस खड़ा हुआ उसकी बातों को सोचता रह गया ……..
Last line febulesअध्याय 5
लेब में काम करते हुए अचानक से ही सपना का पेन गिर गया था,वो उसे उठाने के लिए झुकी थी लेकिन औसत से कुछ ज्यादा देर लगा रही थी,उसके दिमाग में क्या चल रहा था ये तो में नही कह सकता लेकिन हा मेरी नजर उसके टाइट लेगिंस से झांकते हुए चूतड़ों में कुछ देर के लिए टिक गई,वो जैसे दिल का सेप बना रहे थे,मांसल और भारी पिछवाड़े वाली सपना जब भी टाइट कपड़े पहनती थी तो कई लड़के अपना सीने का और टांगो के बीच वाला दिल हार बैठते थे ,कुछ ही सेकंड के लिए सही लेकिन मेरा भी कुछ ऐसा ही हाल हो गया था, पतले कपड़े से उसकी पेंटी का रंग तक मुझे दिखाई दे रहा और साइज तो …….वाह..
मैंने अपना सर झटका और फिर से अपनी किताब की ओर देखने लगा,सपना खड़ी हो चुकी थी और मेरी नजर बचाती हुई नजरो को समझने में उसने बिल्कुल भी देर नही की ,उसके होठो की मुस्कान ही ये बता रही थी की उसे पता है की मेरी नजर कहा टिकी हुई थी …
थोड़े देर तक कमरे में खामोशी ही छाई रही ..
“सर देखना है तो खुल कर देख लिया करो मैं किसी से नही कहूंगी ..”सपना की शरारत से भरी हुई आवाज मेरे कानो में पड़ा और मैं फिर से बुरी तरह से झेंप गया..
“सपना मैंने कहा था की नो मोर फ्लर्टिंग ..”मैंने आवाज को थोड़ा सख्त किया
“अरे सर देखने और दिखाने में क्या है ,अब पूर्वी भी तो कभी रोहन को कुछ दिखाने में नही शर्माती ,और रोहन भी भूखे कुत्ते की तरह उसे घूरता रहता है “
सपना की बात से मुझे पूर्वी की कल वाली बात याद आ गई..की रोहन आज भी उसके जिस्म को घूरता है,लेकिन साथ ही साथ मेरे नशों में खून का प्रवाह भी तेज हो चुका था,मेरा चहेरा लाल हो गया..
“गेट आउट ..”मैं जोर से चिल्लाया..
“इसीलिए मैं तुम्हे इतने दिनों से इग्नोर कर रहा था,तुम आज भी मेरे और पूर्वी के बीच आना चाहती हो ,तुम वो जगह कभी भी नही ले सकती सपना ..”
मेरे चिल्लाने का जैसे सपना पर कोई भी असर नही हुआ था,वो अब भी मंद मंद मुस्कुरा रही थी ..
“सर जी आप तो गुस्सा ही हो गए ..थोड़ी मोड़ी फ्लर्टिंग तो वर्क प्लेस में होती ही है ,इससे काम का बोझ भी हल्का रहता है ,और क्या आपको सच में लगता है की पूर्वी ऐसा कुछ नही करती होगी ..”
मैं बुरी तरह से झल्ला गया था..
“वो तुम्हारे जैसे नही है सपना जो किसी गैर मर्द के सामने अपने जिस्म की नुमाइश करे ..”
वो खिलखिला कर हंसी
मैं उसे बुत बना देख रहा था,हसने के बाद उसने बहुत ही ठंडे लहजे में कहा
“ना आप मेरे लिए कोई गैर मर्द है ना ही रोहन पूर्वी के लिए”
वो अपना पर्स उठा कर वंहा से इतने तेजी से निकली की मुझे कुछ कहने का मौका ही नही दिया ,वही मैं बस खड़ा हुआ उसकी बातों को सोचता रह गया ……..