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Incest पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी (completed)

Update kismain dun hindi yaa hinglish


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Update 5

दोनों वीर की नजर का पीछा करती है तो पाती है की वो उन दोनो की गांड़ देख रहा हैं

दोनो का खून जल जाता है और दोनो एक दूसरे को देखती है किसी तरह गुस्सा कंट्रोल करती है

तभी सूर्य भान और उदय भान गुस्सा मैं नीचे आते है और तनु से कहता है क्या नाटक लगा रख है ये

तनु - देखो मामा आपकी बेटी की शादी है तो चैन से हो जाने दो वर्ना मैं आपकी जिंदगी का सत्यानाश कर दूंगी

राखी - बस बहुत हो गया अब। तू क्या चाहती है तनु मैं खुश ना रहूं,वैसे भी तुम वीर से बात नी करती तूने इसे कभी अपना नी समझा , फिर आज तुझे मौका मिल रहा है सब से छुटकारा पाने का तो ये सब क्यों कर रही है तू

तनु - पति है वो मेरा उसको, मैं मारू पीटू बहस करू ये मेरा हक है आज वो सीधा हो गया सुधर गया तो आप उसके साथ नौकर जैसा बिहेव कर रहा है


तनु - वो आज खुशी से रह रहा है साथ रहने चाह रहा है तो ऐसा कर रहे हो अगर वो पहले जैसा हो गया तो आप सब की हिम्मत हैं क्या उसको छुने की

सूर्यभान - जबान को लगाम दे तनु वर्ना जबान बहार निकल दी जाएगी

तनु - हा हा हा हा गिरा हुआ इंसान धमकी किसी और को देना

उदय भान - निकल जा मेरे घर से इसके पहले की में धक्के मार कर भागा दूं आज के बाद अपनी घटिया सकल मत दिखा देना

राखी - भैया मेरी बेटी को माफ कर दो वो इतनी रात कहा जाएगी कैसे आज रात को उसको रहने दो

तनु - मुझे भी कोई शौक नी है तेरा इस घर में रहने का

तनु वहा से निकल जाती है और राखी चिलाते हुआ उसको रोकने लगती है तब तक तनु चली जाती है

वीर ये सब बहुत चुप चाप देख रहा था और उसको ये तो समझ आ गया था की तनु उसके लिए लड़ रही थी और आज इतनी रात वो उसके लिया घर छोड़ कर चली गई

तभी वीर भी बाहर जाने लगता है और तभी उदय भान बोलता है तुम कहा जा रहा हो और

वीर - जब मेरी पत्नी को ही घर से निकाल दिया गया तो मेरा भी क्या काम

साक्षी भी इसके पीछे जाने लगती है और तभी उदय भान और राज उसको बोलते है क्या हुआ साक्षी किधर जा रहा हो

साक्षी - आप माने या ना माने लेकिन ये दोनो मेरी फैमिली है और वीर अब बदल चुका है और जहा मेरा परिवार नही रहेगा वहा मेरा भी रहना ठीक नही होगा

और वीर और साक्षी तनु के पीछे पीछे चलने लगता है

तभी ये बात तनु नोटिस करती है और चिल्लाते हुए कहती है मेरे पीछे पीछे क्यों आ रहा हो

साक्षी - तो कहा जाए हम दोनो

तनु - घर वापिस जाओ अपने मेरे साथ मत आओ जो मर्जी करो लेकिन मेरे साथ मत आओ

वीर - मुझे तुम्हारे साथ रहना है

तनु इतनी रात को बहस करना ठीक नी समझी और चुप चाप चलती रही

तभी वीर पलट कर देखता है तो उसकी नज़र साक्षी पर पड़ती है वो देखता है की साक्षी आज 🟡 पीली कलर की साड़ी पहने हुए थी




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तभी वीर ने साक्षी का हाथ पकड़ने के लिया आगे बड़ता है लेकिन साक्षी उसी टाइम पीछे हट जाती है क्युकी उसको किसी की आवाज आती है तभी उसका हाथ सीधा तनु की गांड़ पर लग जाता है


*Chaataaaaaak*

फिर आवाज गूंजी और ये आवाज सुन कर साक्षी हस्ते हुए गिर पड़ी

साक्षी इतनी हसी की वो जमीन पर लेट गई हस्ते हस्ते

तभी वीर चुप चाप मुंह बना लेता है और तभी साक्षी कहती है " वीर सॉरी वो मुझे किसी की आवाज आ गई थी इसलिए मैं पीछे हट गई "

तभी तनु कुछ कहने वाली थी लेकिन एक आवाज उन सब के कानो मैं पड़ती है

मां लूटो ना लूटो ना

वीर पलट कर देखता है तो लड़की जो सही से बोल नी पा रही थी वो उन सब के पास दौड़ते हुए आ रही थी

तनु दौड़ते हुए उसके पास जाती है उसको अपने से चिपका लेती है

तनु - मेरी बच्ची तू बाहर क्यों आई हा तुझे कहा था ना चुप चाप ऊपर रहो

तभी वो बच्ची कहती है मां मे में लेटी थी लेकीन फिर मैं

साक्षी - ये कब हुआ साक्षी

तनु - मेरी बेटी के सामने कुछ मत बोलो मैं बाद मैं सब बताऊंगी मैने इसको बहुत प्यार से पाला है

वीर - ये मेरी बेटी है?

तनु उसको घूरती है और वीर चुप चाप साक्षी के पीछे खड़ा हो जाता है

साक्षी - हा तुम्हारी बेटी

तभी वो दोनो लड़के अजय और रोहित इधर आते है और कहते है आप दोनो को राज ने बुलाया है चलो

अजय - चलो साक्षी ये बच्चो जैसी जिद छोड़ दो

अजय ने साक्षी को इतने हक से कहा था की अभी तक वीर जो साक्षी के पीछे खड़ा था उसके कंधे पर हाथ रख कर वो पीछे हट गया

तभी साक्षी के दिल में दर्द होने लगा और इसके पहले की वीर अपना हाथ उसके ऊपर से हटा पता साक्षी ने उसका हाथ पकड़कर अपनी कमर पर बांध दिया

तनु - तुझे एक बार मैं समझ नी आता क्या हा

साक्षी अजय को घूर कर देखती है और कहती है क्या बोला जरा फिर से बोल तो

रोहित - भाई चल यहाँ से वर्ना लेने के देने पड़ जाएंगे

अजय और रोहित वहा से भाग जाते है

अजय - ये वीर का बच्चा कहा से आ गया बे

रोहित - भाई कुछ भी कहो बड़ा कड़क माल है यार दोनो साक्षी और तनु दोनो इतना कसा हुआ माल हाए

अजय - अबे गांदू दोनो एक से बडकर एक गुस्सा वाली दूर रह वर्ना जिंदा खा जाएगी

रोहित - अब समझा मैं

अजय - क्या

रोहित - यही की वो तुझेसे वीर को जलाने के लिए बात कर रही थी ही ही ही ही

वही वीर अब चुपके से तनु को देखता है उसके चूचे उसकी गांड़ सब उभार देख कर उसकी सास थम जा रही थी

तभी वो बच्ची कहती है आप मेरी मम्मी को क्यों घूर रहा हो ऐसे हा

और उसकी ऐसे टूटी हुई आवाज सुन कर साक्षी फिर हसने लगती है और उसको कहती है मम्मी से पूछो

बच्ची - मम्मी ये कोन है जिसके लिए आप इतना लड़ रही थी

वीर को उसकी मीठी मीठी तुतराने वाली आवाज बहुत प्यारी लग रही थी वो थी ही इतनी प्यारी

तभी तनु कहती है ये तुम्हारे पापा है काव्या

काव्या - आप आते तू नी

साक्षी - हस्ते हुए कहते है सॉरी मोटी

काव्या - मैं आप दोनो से बात नी करूंगी

तभी अनु वहा आती है और कहती है अरे दीदी आप लोग मेरे से क्यो गुस्सा हो मैने क्या बिगाड़ा आप का कम से कम मेरी शादी तो अटेंड कर लो

तभी मधु और बाकी सब भी कहते है वापिस चलो

लेकीन जब राज वीर की तरफ आया तो साक्षी उसके आगे खड़ी हो जाती हैं

राज - जीजा जी आप कहिए ना उन दोनो तो शायद मान जाए

तभी वीर देखता है की काव्या बेचारी को गोद में उठाए उठाए तनु का पूरा हाथ दर्द करने लगा था और साक्षी भी चुप चाप एक पेड़ के पास बैठी हुई थी

वीर - चलो घर

तनु - मुझे नही जाने उस घर जहा मुझे घर से निकाल दिया गया मेरा भी इगो है और तुम होते कोन हो मुझे बोलने वाले

काव्या को अच्छा से पता था तनु का गुस्सा इसलिए वो चुप चाप साक्षी की गोद में बैठी जाती है

वीर - तुम्हारा पति

तनु - मैं नी मानती तुमको अपना पति समझे अपनी साक्षी को उठाओ और चले जाओ

तनु की डाट सुन कर वीर चुप चाप अपना सिर नीचे कर के सुनता रहता है

तभी काप रहे हाथो से उसका हाथ पकड़ लेता है




तनु फिर उठने लगती है और हाथ को छुड़ा कर आगे बड़ती है तभी वीर उसको रोक कर खुद काव्या को उठा लेता है

काव्या - पापा आ अब हम कहा जाएंगे सुनिए मम्मी से ज्यादा बात मत करना मम्मी जब गुस्सा रहे तो बात मत करना

वीर - चॉकलेट खाओगे

काव्या - नही

वीर - क्यो

काव्या - जब मैं चॉकलेट मांगीती हूं ना तो मम्मी बहुत परेशान होती है

तनु - काव्या आवाज ना निकले मुंह से

फिर तनु कहती है चलो अब घर की ओर और तनु और साक्षी आगे जाने लगती है जो बहुत थक गई थी

तभी साक्षी तनु को इशारे करती है

तनु - पहले जब हम दोनो को प्यार की जरूरत थी तब इन्हें घिन आती हम दोनो से अब जब पक्के जवान हो गए हम दोनो तो पता नी कहा का प्यार जाग गया है हरकते देखो कामिने की 😑 क्या चल रहा है ये

साक्षी - घर पर बात करेंगे

तभी साक्षी और तनु रुक जाती है और वीर तनु और साक्षी से लड़ जाता है उसका ध्यान तो गांड़ पर था

वीर - क्या है रुक क्यों गई

साक्षी - आगे आगे चलो बेटी नही लिए होते तो बताते

वीर जल्दी से आगे ले कर चलने लगा तभी वो दोनो घर के बाहर आते है

तभी वीर वही गेट पर रुक जाता है जहा इस बार उसको इस जगह पर जाना नही चाहता था वही उसको रुका हुआ देख कर साक्षी आ जाती हैं

और उसका हाथ पकड़ लेती है

साक्षी - चलो

सब घर के अंदर आ जाते है और साक्षी को देख कर सब खुश हो जाते है

राज - चाची देखो दीदी आ गई

उदय भान और सूर्य भान भी आ गए और कड़क आवाज़ में कहते है आ गए ना सब

साक्षी - हा और यहां पे वापिस आना हमारी सबसे बड़ी गलती थी

राखी साक्षी को पकड़ कर ऊपर ले जाने लगती है तभी

वीर को देख कर उदयभान कहता है जा अपनी सही जगह पर तबेले पर

वीर कुछ कहता उसके पहले तनु वापिस आती है और साक्षी को इशारे करती है कुछ

साक्षी काव्या को लेंकर ऊपर चली जाती है और तनु वीर का हाथ पकड़ कर ऊपर ले जाने लगती है और पलट कर कहती है

"हमारे पति के सामने आवाज और औकात दोनो नीचे"

तभी अनु कहती है पापा बस कीजिए अगर दीदी जीजू के साथ खुश है तो दिक्कत क्या है

अब उदय भान को कुछ बोलना सही नही लगा लेकिन वो हस्ते हुए कहता हैं ठीक है जाओ

और इधर वो तीनो ऊपर जाने लगते है और तनु देखती है की अजय और रोहित उदय भान से बात कर रहे है

फिर वो सब ऊपर आ जाते है जहा घर का एक हिस्सा था ऊपर

राखी उन सब को छोड़ कर नीचे जाने लगी क्युकी वो नीचे ही सोती थी

वीर देखता है घर का ये हिस्सा

काव्या - ही ही ही ये हमारा नन्हा सा घर है 1 कमरा है एक रसोई है और छोटा सा छत

वीर अब छत को देखता है जो दिखने मैं तो छोटी सी है लेकिन पेड़ की छाव आ रही थीं और बहुत प्यारा लग रहा था

तभी वीर को आवाज आती है बहस की जो बहुत जोर से लड़ रही थी दोनो

वीर - दो दो शादियों के बाद का सुकून हू

इधर रूम में

साक्षी - तो तू कोनसा अच्छी है डायन है डायन खून चूसने वाली

तनु - मैने बोला ना बेड पर में सोऊंगी तुम जमीन पर

साक्षी - मैं सोऊंगी बोली ना समझ नही आता क्या काव्या के साथ

तनु - मुझे नी सोना जमीन पर

तभी वीर रूम में जाता है और जमीन पर बिस्तर रखा हुआ था वो उठाया और ले कर काव्या के पास आता है और छत के कोने जहा पेड़ की छाव भी आ रही थी वही पर बिस्तर सजा दिया

और चुप चाप बैठ गया

तभी काव्या कूदती हुई आती है अरे वाह क्या मस्त लग रहा है ही ही ही ही

तनु - देख मुझसे बहस मत करों

तभी साक्षी और तनु बाहर आते है तो देखते है वीर काव्या को जकड़ कर सोया हुआ है

साक्षी - तेरी वजह से वो दोनों भूखे सोए

तनु - कामिनी

साक्षी - हट

तनु - ये सो रहा है इसलिए सुकून हैं वर्ना जाग रहा होता तो एक बवाल ही हैं तुझे गुस्सा नही आतीं

साक्षी - क्या करू हा उसको बोल दूं की अपनी वाइफ को क्यों घूर रहे हों हा

तनु बस साक्षी को देखती है

साक्षी - एक तो हम दोनो का ये कसा हुआ बदन दिन भर घूरता रहता है लेकिन ठीक है कम से कम मैं खुश हो इस वीर से

तनु - वैसे ये वीर इतना भी बुरा नही है डाट खाता रहता है डरता भी है हम दोनो से शायद हम दोनो इसकी इन्ही सब बातों से जीना सीख जाए

साक्षी - हा लेकिन मुझे तो मजा आता है इतने दिन से साथ हूं पीछे पीछे लगा रहता है

तनु - मैं नी जानती कुछ ना ही जानना चाहती हूं

साक्षी - मुस्कील है हमारे लिए आगे बढ़ना लेकिन जैसी इसकी हरकते रहती है ना वो देख कर हसी आ जाती है

तनु - हा वो तो देख रही हूं मैं, शर्म तो है नी बेटी के सामने ऐसे घूर रहे था

साक्षी - 😂 तू अभी ही परेशान हो गई अभी तो शुरुआत है

तनु - मतलब

साक्षी - कुछ नही

तनु - क्या है बता ना

साक्षी - वैसे इसके साथ रहने से भले ही ये चाहे जैसा हो लेकिन अच्छा लगता है कम से कम कोशिश कर रहा है

तनु - कोशिश, मुझे मेरी बेटी की खुशी के आगे सब फीका नजर आ रहा, वो इसके आने से खुश है

साक्षी - हा

तनु - वैसे भी में कुछ नही जानती लेकिन इतना जानती हूं अब अकेला जीना सीख गई इसलिए मैं अब नही मतलब रखना नही चाहती लेकिन मेरी बेटी को में अकेला नी देख सकती थी

साक्षी - बड़ी टाइट हो गई है तू तो

तनु - तेरी हरकते कब ठीक होंगी

साक्षी - सुन जरा ब्रा छुपा कर रखना

तनु - ठीक है समझ गई वैसे इसकी हरकते देख कर समझ नी आता गुस्सा हूं या हसू

साक्षी - मैं चली सोने तू भी चल साथ

तनु और साक्षी उसके अगल बगल लेट जाती है

इधर लेट लेटे साक्षी कहती है तनु

तनु - हा

साक्षी - इसने साबित कर दिया की हम दोनो से प्यार करता है साथ रहना नही बल्कि हमारा साथ चाहता है

तनु - हा इसीलिए दिया है एक मौका जीते ले हमारा दिल तोड़ दे हम दोनो की बेरुखी अगर इतना ही है तो हम एहसाह दिलाए प्यार का अभी तक इसने फैमिली का विश्वास जीता हमारा नही

साक्षी - ऐसे नही तनु हमारे साथ इसने जिस लड़की के लिए ये सब किया इस लड़की के सामने हमारे आगे पीछे घूमे याद है ना उस लड़की के सामने हमारी इज्जत करे उसको भी पता चले की हम अब इसकी वाइफ है हमारा राज चलता है वीर पर

तनु - कल तैयार रहना वो वापिस आ रही है और देखना कल वीर चला जाएगा तेरा सारा घमंड टूट जाएगा

साक्षी - ठीक है लेकिन वादा कर तू अगर वीर हम दोनो को चुनता है तुझे हमारे साथ रहना पड़ेगा शहर चलना है पड़ेगा वीर को एक मौका देना पड़ेगा

तनु - सपने मत देख वीर कभी नही चुनेगा हमे लेकिन वादा करती हूं अगर वीर ने हमारे लिए कल लड़ा हमरा साथ के लिए उसका सामना किया तो मैं उसको एक मौका दूंगी साथ तो रहूंगी ये वादा किया लेकिन उसको हमारा दिल जीतना पड़ेगा

साक्षी - वो तो हैं साथ रहेंगे अब ये इसकी प्रोब्लम है कब जीत पाए हमारा दिल लेकिन हमारा साथ चाहता है हमारे साथ रहना चाहता है तो कल साबित करे

इधर एक रूम में उदय भान सूर्य भान अजय और रोहित बैठे थे

अजय - ही ही ही ही ही कल वो आ रहीं है अब तो वीर चला जाएगा और नही जाएगा तो उसको जाना पड़ेगा जबरदस्ती ही ही ही

रोहित - अब तो भाभी तेरी हो जाएंगी
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Guys socha tha long update dunga but badluck but aaj ek aur update dunga..... Umid hai 10 update tak sayad ye arc khtm kar dunga..... Aur bhot se log kah rha purana veer waapis bulaoo toh guyss wo kisi aur arc main aayga.... Like kar dena reply time milte hi kar diya jayga maga dena chahta tha but chodo enjoy....keep supporting........
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय अपडेट है भाई मजा आ गया
 

Sameer

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Update 3


सुबह जब साक्षी की नींद खुलती है तो वो देखती है वीर एक तकिए को हग कर के लेटा हुआ है

साक्षी - हाए मेरे बंदर रात भर तड़पते रहे बस

ही ही ही ही ही

फिर वीर भी उठ जाता हैं और गुस्सा मैं साक्षी को देखता है

साक्षी की तरफ आता है

साक्षी - अरे क्या हुआ मैने क्या किया

वीर - रुको तुमको बताता हूं मैं

साक्षी उठ कर भागने लगती है , और उसके पीछे ही वीर भागता है

साक्षी - अरे सुनो तो

वीर - क्या सुनो हा

तभी साक्षी बेड के पास रुक जाती है और वीर उसके ऊपर ही गिर पड़ता है



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वीर पहली बार अपनी मां के ऊपर लेटा था और उसके चूचे उसके सीने में फील हो रहे थे

और ऐसा होते ही वीर की सास बहुत तेजी से ऊपर नीचे होने लगती है और वीर को ऐसे सास लेता देख साक्षी को हसी आ जाती है

साक्षी - आराम से सास लो ही ही ही ही

वीर के हाथ पैर कांपने लगते है और वो धीरे धीरे से कापते हुए हाथों से साक्षी के गाल को छुने जाता है तभी साक्षी कहती है ओ मेरे बच्चा मुझे कुछ चुब रहा है 😂😂

इतना सुन कर वीर फिर से काप जाता है और ये देख कर साक्षी कहती है चलो हटो मजा बहुत ले लिया मेरा

साक्षी फिर उसको अपने ऊपर से फेक देती है और कहती है जब देखो मेरे पीछे पीछे पड़े रहते हो बड़े आए

वीर - मैं तुमसे डरता नी समझी मेरा जो दिल करेगा वो करूंगा तुम पत्नी हो मेरी मेरा हक बनता है तुमसे प्यार करना का आ

इसके पहले वो कुछ और कहता वीर देखता है की साक्षी उसको ही घूर रही है जो लोहे की रेलिंग पर हाथ रख कर खड़ी थी





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वीर जैसे ही ये नजारा देखता है उसकी गांड़ ही फट जाती है और वो कूदते हुए वापिस पीछे हो जाता है

तभी साक्षी उसकी तरफ बढ़ती है और कहती है कुछ कह रहे थे ना तुम वो मैं सुन नी पाई जरा फिर से बोलना

वीर - देखो तुम मुझे ऐसे डराया मत करो देखो मरना मत प्लीज तुम मुझे प्यार करने क्यों नी देती जब देखो दूर रहती हो सोते टाइम hug भी नी करने देती

साक्षी - अच्छा ठीक है दिन भर मुझे खुश रख कर दिखाओ अगर मैं खुश हुई तो बहुत प्यारा हग दूंगी और रात को जैसे तुम चाहो वैसे सोने दूंगी

फिर साक्षी वहा से जाने लगती है और वीर भी उसके साथ चल कर आगे आता है जैसे ही वो दूर गई वीर कहता है बड़ी आई हूं!!!

इधर साक्षी नहाने के लिया चली जाती है और वीर भी अपना काम करने लगता है स्वाति के पास कॉल कर के उसको सब समझा देता है

स्वाति - ओके सर मैं सब संभाल लुंगी आप आराम से जाइए


इधर साक्षी नहा कर के आती हैं और वीर को देखती है जो उसको घूर रहा था और उसके होठ कप रहे थे

साक्षी - यार मैं तो तुमसे बहुत परेशान हूं अब क्या हुआ है बोलो

वीर - वो वो क्या तुम जींस पहनोगे

साक्षी उसको देखती है ।

वीर - नी नी कोई बात नी मत पहनो मन नी है तो

साक्षी - पहन लेती लेकिन मेरे पास नी है और जो थी वो अब टाइट आती है

वीर - मैंने लाया है आपके लिए वो पहन लो प्लीज

साक्षी - अच्छा ठीक है अब जाओ तैयार होने दो

वीर - थैंक्यू जान

और फिर वीर वहा से निकल जाता है और थोड़े टाइम बाद साक्षी तैयार हो कर नीचे आती है जिसे देख कर ही वीर देखता रह जाता है




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साक्षी - चले अब मुझे देख चुके तो

वीर - थोड़ा सा देख लो तो इतना गुस्सा

साक्षी - पड़ोसी की बीवी नी हूं तुम्हारी ही बीवी हूं मैं चलो

फिर दोनो निकल पड़ते है मॉल की तरफ

साक्षी - सुनो मेरे ससुराल कुछ भी नाटक मत करना समझे कोई कुछ भी कहे डाट तो सुन लेना चुप चाप

वीर - ही ही ही ही ही मैं सब संभाल लूंगा प्यार करता हूं तुमसे

साक्षी - शायद वहा मैं तुम्हारी मदद ना कर पाऊं तो कुछ भी कांड मत करना वहा तुम मेरा साथ चाहते हो तो मेरे घर वालो के सामने साबित कर देना की मेरे लिया कुछ भी कर सकते हो

वीर - हा ठीक है शायद मैने बीते कुछ दिनों में ऐसा कर दिया है जिससे सब मुझसे नाराज़ है ना

साक्षी - अभी का टाइम देखो पुरानी बात छोड़ो मिटी डालो उसमें

इधर ये दोनो मॉल कब आ गए पता ही नी चला और जैसे ही दोनो अंदर आए वीर ने साक्षी को बोला की हम मूवी देखेंगे आज है ना सारे कपल देखते है मूवी अब हमारी पारी हुर्रे

साक्षी - आज नी लेट हो रहा है ना जब वहा से लौट कर आएंगे तो साथ मैं देखा जाएगा और प्रोमिस एक gf और bf की तरह देखने दूंगी

वीर उदास हो कर कहता है कोई बात नी जैसे तुमको सही लगे

और साक्षी के साथ चुप चाप चलने लगता है और साक्षी उसका हाथ पकड़ लेती है और वीर अब स्माइल कर के उसके साथ चलने लगता है।

फिर दोनो एक ड्रेस की दुकान पर जाते है

सेल्स गर्ल - मेम क्या दिखाना है आपको

साक्षी - साड़ी मैरिज के लिए

साक्षी फिर वहा साड़ी पसंद करती है और वीर को कहती है तुम भी ड्रेस ले लो अपनी पसंद के जो जो तुम पसंद हो

वीर भी कपड़े ले लेता है और दोनो बिलिंग करवाते है तो सारे ड्रेस देख कर साक्षी हैरान हो जाती है

फिर साक्षी कार मैं वीर से कहती है क्या है ये सब हा

वीर - तुमने ही कहा था जो पसंद हो लेते आना

साक्षी - बहस मत करो मैने तुम्हारे लिया कहा था तुम मेरे लिए सारी ड्रेस ले आए हो क्यो

वीर - मैं इन ड्रेस में तुमको देखना चाहता हूं तो ले आया

इधर वीर और साक्षी घर आते है और तभी साक्षी के dad का फोन आ जाता है जो कहते है 5 मिनट मैं तैयार रहो आने के लिए

फिर दोनो गांव के लिया साक्षी के घर के लिए निकल जाते है जहा वीर ड्राइव कर रहा था वही साक्षी उदास बैठी थी

साक्षी मन में सोचती है काश सब ठीक हो गांव में तुम एक बार गांव से मेरे बन कर आना प्लीज सब को बता देना की तुम मेरे से कितना प्यार करते हो वो सब कर सकते हो मेरे लिए मेरे साथ पाने के लिए तुम एक न्यू वीर हो जो मेरे इतने करीब आया है

इतने में गांव आ जाता है और दोनो की कार घर के बाहर रुकती है घर पूरा शादी की तैयारी से सजा हुआ था

वही साक्षी के बाप खड़ा था बंदूक ले कर उदय भान

और इसके बगल उसका बेटा राज और हमारी तरफ दौड़ कर आती है अनु साक्षी की बहन जिसकी शादी है

और वही बहोत से और लोग थे साक्षी के चच्ची मधु और चाचा सूर्य भान

वही दूर से छत पर खड़ी थी एक औरत ये कोई और नी ये साक्षी की बुआ राखी है और उनके पीछे एक लड़की खड़ी वीर को घूर रही थी तनु

और बहुत से गेस्ट और साक्षी के भाई राज के ससुराल वाले दोस्त लोग भी आए थे वो गांव में घूमने निकलते थे

तभी हमारे पास साक्षी की बहन अनु आती है

अनु - दी दी दी आप आ गई ही ही अब दोनो बहने मस्ती करेंगे खूब सारी

तभी राज और उदय भान आते है

और चिल्लाते हुए कहते है रुको

राज - दी आप अंदर जाइए और वीर को यही छोड़ दीजिए

साक्षी - में अपने पति को छोड़कर नी जा सकती

उदय भान - ये यह से जिंदा नी जाएगा समझी तू

राज - अनु तू अंदर जा इसने मेरी दी को दर्द दिया रुलाया इतनी बेदर्दी से मारा

साक्षी - अब हमारी लाइफ अच्छी चल रही है तो क्यों आप मेरी जिंदगी खराब करना चाहते है

उदय भान - ठीक है दिया एक मौका इसको यही कच्चे घर गरमी में रहना पड़ेगा जमीन मैं एक टाइम का खाना खाने पड़ेगा और शादी तक ये कर सका तो मैं दोनो को अलग नी करूंगा कभी एक नौकर बन कर रहना पड़ेगा बोल

साक्षी - क्या बकवास है नौकर सब के सामने

राज - हा नौकर शादी तक शादी बाद हम तुमको परमिशन दे देंगे इसने तुझे 15 साल नौकर बना कर रखा आज तू 33 साल कि है अब इसे भी नौकर बन कर रहना होगा जितना दर्द तुझे दिया गया इसे सहना होगा तूने ही ये मदद मागी थी ना

साक्षी अपने बाप को कुछ नी कह सकती थी क्योंकि वीर ने उसके साथ ऐसी ऐसी हरकते की थी जो अब उसके नए पति sid को चुकानी पड़ेगी

साक्षी मन मैं सोचती है एक बार यह से निकल चले वीर वादा रहा तुमको तुम्हारी साक्षी बहोट प्यार देगी वही ये सब सुन कर साक्षी समझ गई की ये वीर नौकर बनाना बरदाश नी करेगा वो भी सभी के सामने

तभी वीर कहता है मुझे मंजूर है मैं साक्षी का पति हूं और ये साबित कर के रहूंगा की उसके लिए मुझसे अच्छा कोई ni रहेगा और मैं साक्षी को अपने साथ वापिस ले जाऊंगा

उदय भान - ये तो 15 दिन बताएगा समान उठा और घर के बाहर बने तबले मैं जा कर सामान रख और काम शुरू कर महमान आने वाले है याद रहे ये 15 दिन तू नौकर है

अनु - चलो दीदी कपड़े दिखाती हूं और राज की वाइफ भाभी से भी मिलवाती हूं सब आएं है यहा

राज वीर को ताबेला देखा देता है जहा पर गाय और भेस बंधी थी

वीर अंदर जाता है तो देखता है अंदर बस बदबू है लेकिन एक कोने थोड़ी सी साफ जगह है वहा बदबू नी है

वीर अपना सामान वहीं रख देता है और शाम तो हो ही गई थी तभी साक्षी के बाप की आवाज आती है मर गया क्या ताबेल मैं सामना कोन रखेगा तेरा बाप कार से सामन निकाल
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हा थोड़ी problem thi guys 😔 isliya late update aya waise ab chances hai har dusre din update aayge is story.....7 ke 7 din update ayga.... Yaa toh is par yaa toh jin waali par umid hai syd dono par aaya....


Aur rhi baat story ki toh veer ko bahot kuch face krna pdega sakshi ka sath pane ke liye ..... To stay tunnned aur aaj bhi update aayga ab se daily aaayaga
Super he mast he he... bas thoda hero ko kamjor dikhaya he
 
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