प्रणाम सर जी और आपको भी प्रणाम मेरे हमनाम,
इतने समय से गायब रहने के लिए मैं आप दोनों व् मेरे तमाम चाहने वालों से क्षमाप्रार्थी हूँ!
साल 2023 नवंबर में चन्दर यानी संगीता के पति का देहांत हो गया| उसकी मौत का कारण नशा था जो की बहुत बढ़ गया था! तब से संगीता खुद को संभालने की कोशिश करने में लगी है| मैंने उससे कहा था की मन बदलने के लिए यहाँ लौटे मगर उसका मन एकदम उचाट हो गया है| वो मेरे पास रहना चाहती है मगर चन्दर के मरने पर जब मैं गाओं गया तब से मेरे और बड़की अम्मा के बीच कुछ मन मुटाव हो गया जिस कारण अब संगीता मेरे पास जब चाहो तब नहीं आ पाती|
संगीता के भाईसाहब और मेरे बीच भी काफी दूरियाँ आ चुकी हैं इस वजह से मैं उनसे भी कट चूका हूँ| मेरे अपने पिताजी से मेरी बोल चाल बंद है!
जहाँ मैं रह रहा था ये बिल्डिंग बेच दी गई है इसलिए फ़िलहाल रहने के लिए नया घर तलाश कर रहा हूँ|
माँ का स्वास्थ्य पहले तो ठीक हो रहा था, परन्तु ठंड शुरू होने के समय से खराब रहने लगा है| वो बाईं जाँघ का दर्द जब-तब बढ़ जाता है तो उन्हें पानी की बोतल गर्म कर के देता हूँ जिससे उन्हें कुछ आराम मिलता है| उनकी और भी शरीरिक समस्याएं हैं जिनके बारे में संक्षेप लिखना सम्भव नहीं! आप सब मेरी माँ के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करते रहे!
इन सब समस्याओं के बीच जो अच्छी चीज़ हुई वो थी की स्तुति को मैंने कानों रूप से गोद ले लिया है!
उपर्लिखित जानकारी मैंने बहुत संक्षेप में लिखी है, परन्तु चिंता न करें जल्द ही सब कुछ आपको विस्तार से सब बताऊँगा|