में सहमत नहीं हूँ मित्र
किसी वस्तु के लिए कितना भी रक्तपात हो, उसकी वजह से कोई भी वस्तु दुर्भाग्यपूर्ण या शापित नहीं हो सकती!!
इस रक्तपात में वस्तु या स्त्री या ज़मीन का क्या दोष?
दोष तो उसे पाने वालों की लालसा और लालच का है!!
मित्र, किसी भी काल में, ख़ज़ाने से कही ज़्यादा युद्ध और कलह राज्यों की सीमा बढ़ाने या ज़मीन के बँटवारे के लिए हुए हैं....
चाहे वो महाभारत का युद्ध हो
चाहे कलिंग का युद्ध
चाहे विदेशी आक्रांताओं का आक्रमण....
इस हिसाब से तो पूरा भारत...
नहीं नहीं, पूरा विश्व की भूमि शापित हो जाए!!!
Helen of Troy की वजह से तो एक पूरा साम्राज्य नष्ट हो गया और दूसरा खंडित ।
क्या अगर दो बलशाली किसी स्त्री को पाने के लिए रक्तपात मचाए तो वो स्त्री दुर्भागी है ??
This is nothing but victim shaming!!!
लालच इंसान का और दोष वस्तु का??
ये कैसा फ़रमान मित्र?