SANJU ( V. R. )
Divine
राय साहब , अभिमानु , अभिमानु की पत्नी , कबीर , चम्पा एवं उसका भाई मंगू , सुरजभान एवं उनके पिता श्री , कुछ सहायक किरदार और द ग्रेट निशा के अलावा कोई महत्वपूर्ण पात्र नहीं है । बहुत ही कम पात्रों से सजी हुई कहानी है यह । इतने कम किरदारों को लेकर फैंटेसी कहानी लिखना सहज नहीं होता । फिर भी फौजी भाई ने यह कमाल कर दिखाया है ।
यदि देवर और भाभी का रिश्ता इमानदारी का हो तो देवर के लिए भाभी से बेहतर कोई दोस्त नहीं होता । भाभी से बढ़कर कोई शुभचिंतक नहीं होता । एक लड़का अपनी भाभी से वो सब शेयर कर जाता है जो वो अपने माता पिता और भाई बहन से भी नहीं कर पाता । यहां तक कि कुछ बातें ऐसी भी होती है जो वो अपनी बीवी से तो छुपा लेता है लेकिन भाभी को कहे देता है ।
कबीर की सबसे बड़ी ग़लती थी कि वो अपने भाभी से बहुत सारी चीजें या बातें छुपा ली थी । भाभी का रवैया हमेशा उसके हित के लिए ही था लेकिन वो समझ नहीं सका ।
औरतों की नज़र गिद्ध की तरह होती है । जहां सेक्सुअल मामला आता है वो जल्द ही ताड़ जाती है । छठवां सेंस काम करता है उनका । गलत नजरें और अनहोनी वो तुरन्त भांप लेती है । जैसे कि राय साहब - चम्पा एवं कबीर - चाची श्री के बारे में भांप लिया था । जैसे कि वो निशा के बारे में जान गई थी ।
कबीर को उन्हें हमेशा अपने गुड फेथ में रखना चाहिए था ।
सुरजभान की जान बचाकर अभिमानु भैया ने हमारे जेहन में शक के किटाणु भर दिए । यह रिश्ता क्या कहलाता है ? ऐसा भी नहीं है कि वो सुरजभान के करतूतों से अनजान होंगे ! आखिर क्या वजह है जो वो उन्हें इतना प्यारा लगता है ?
खून पिपासु जीव आखिर है क्या चीज ? कभी कभी तो लगता है कि कबीर के पहचान लोगों में से ही कोई होगा तो कभी लगता है निशा का करीबी होगा । निशा भी तो उसी की तलाश में भटक रही है ।
मंगू का कैरेक्टर अब तक काफी अच्छा ही था । उस पर लगाए हुए मात्र एक इल्जाम को छोड़ दिया जाए तो वो काफी मेहनती और ईमानदार लड़का ही लगा मुझे । जिसने इल्जाम लगाया वो खुद अपना कैरेक्टर सार्टिफिकेट हम रीडर्स को दे चुकी है ।
सभी अपडेट्स बहुत ही खूबसूरत थे फौजी भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड ब्रिलिएंट ।
यदि देवर और भाभी का रिश्ता इमानदारी का हो तो देवर के लिए भाभी से बेहतर कोई दोस्त नहीं होता । भाभी से बढ़कर कोई शुभचिंतक नहीं होता । एक लड़का अपनी भाभी से वो सब शेयर कर जाता है जो वो अपने माता पिता और भाई बहन से भी नहीं कर पाता । यहां तक कि कुछ बातें ऐसी भी होती है जो वो अपनी बीवी से तो छुपा लेता है लेकिन भाभी को कहे देता है ।
कबीर की सबसे बड़ी ग़लती थी कि वो अपने भाभी से बहुत सारी चीजें या बातें छुपा ली थी । भाभी का रवैया हमेशा उसके हित के लिए ही था लेकिन वो समझ नहीं सका ।
औरतों की नज़र गिद्ध की तरह होती है । जहां सेक्सुअल मामला आता है वो जल्द ही ताड़ जाती है । छठवां सेंस काम करता है उनका । गलत नजरें और अनहोनी वो तुरन्त भांप लेती है । जैसे कि राय साहब - चम्पा एवं कबीर - चाची श्री के बारे में भांप लिया था । जैसे कि वो निशा के बारे में जान गई थी ।
कबीर को उन्हें हमेशा अपने गुड फेथ में रखना चाहिए था ।
सुरजभान की जान बचाकर अभिमानु भैया ने हमारे जेहन में शक के किटाणु भर दिए । यह रिश्ता क्या कहलाता है ? ऐसा भी नहीं है कि वो सुरजभान के करतूतों से अनजान होंगे ! आखिर क्या वजह है जो वो उन्हें इतना प्यारा लगता है ?
खून पिपासु जीव आखिर है क्या चीज ? कभी कभी तो लगता है कि कबीर के पहचान लोगों में से ही कोई होगा तो कभी लगता है निशा का करीबी होगा । निशा भी तो उसी की तलाश में भटक रही है ।
मंगू का कैरेक्टर अब तक काफी अच्छा ही था । उस पर लगाए हुए मात्र एक इल्जाम को छोड़ दिया जाए तो वो काफी मेहनती और ईमानदार लड़का ही लगा मुझे । जिसने इल्जाम लगाया वो खुद अपना कैरेक्टर सार्टिफिकेट हम रीडर्स को दे चुकी है ।
सभी अपडेट्स बहुत ही खूबसूरत थे फौजी भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड ब्रिलिएंट ।