Shandaar updatechapter 25
दिशा के घर - एक कमरे मे
पूजा - दीदी आप तो अब जीजा जी के साथ नये बरे घर मे रहेगी लेकिन मे इस घास फुस के घर मे रहूगी ये गलत है
दिशा पूजा को देख हस्ते हुवे - जहा मेरे पति रहेगे मुझे रखेगे वही मे रहूगी तुझे भी बरे घर मे रेहना है तो मे उनको बोल तेरी सादी अमीर घर मे करवा दुगी
पूजा खुश होते हुवे - चलेगा दीदी ये भी चलेगा लेकिन लरका अमीर के साथ दिल का अच्छा भी होना चाहिये
दिशा पूजा को देख - छोटी आज की दुनिया के अच्छे लरके मिलना बहोत मुश्किल है
पूजा मुस्कुराते हुवे - आप को तो मिले ना जीजा जी
दिशा थोरा शर्मा के - वो अच्छे नही लाखों मे एक है
पूजा मजे लेते हुवे - हाय दीदी लाखों मे एक हा
दिशा शर्मा के - बस कर
अभय के पास चलते है
अभय पूरी तरह से रेडी था कंपनी बहोत पुरानी थी कई दीवारे टूट चुकी की कई अच्छी हालत मे थी अभय तेजी से अपनी जगह से गायब होके टूटी दीवार और छत से होते हुवे एक उची जगह पे खरा हो कर अंदर कितने लोग है क्या हो रहा है सब देखने लगता है
कुछ 10 लोग बाहर थे आपस मे बाते कर रहे थे कुछ लोग अंदर थे लेकिन अंदर कितने लोग है और कितनी लरकिया अंदर मे है अभय को पता नही चल रहा था लेकिन अभय ने 16 लोगो को नोटिस कर लिया था
अभय मन मे - 16 लोग मेरी नजरो के सामने है लेकिन अंदर जायदा भी हो सकते है लेकिन मुझे क्या खुद पता चल जायेगा ठोरी देर मे
अभय उपर से जंप मार सीधा नीचे नीचे आ जाता है सामने एक बंदा खरा था अभय उस बंदे को देखता है बंदा अभय को लेकिन अभय बिना देरी किये तेजी से जाके उस बंदे का गला काट अलग कर देता है
बाकी लोग तो पास मे थे उनकी नजर अभय पे पर जाती है सभी अभय पे गन चाकू हथियार से हमला बोल देते है लेकिन अभय अपने आप को बचाते हुवे अपनीknife से सभी के लगे या पेट को चीरते हुवे आगे बढ़ता रेहता है
3 मिनट मे अभय 16 लोगो को मार डालता है अभय पीछे देखता है सभी 16 लोगो की लास खून से लतपट् परी थी
अभय टाइम बर्दाद ना करते हुवे आगे नजर डालता है और धीरे से अंदर की तरफ जाने चलता है दरवाजे के अंदर जाने के बाद चारों तरफ अभय को टूटी फूटी गिरी दीवार कई मशीने जन्ग खाई दिखाई देती है अभय धीरे धीरे कदम बढ़ते हुवे आगे चारों तरफ देखते हुवे जाने लगता है तभी अभय को किसी के पैरो की आवाज सुनाई देती है अभय जल्दी से एक मशीन के पीछे छिप जाता है
दो बंदे बाते करते हुवे आ रहे थे
बंदा 1 - यार इस बार 30 लरकिया है वो भी सब खूबसूरत जवानी से भरी रसिलि सब को देख मेरा दिल करता है साली सब को नँगा कर पेल दु
बंदा 2 - अबे साले बॉस मजे करने के लिये देते तो है बाकी सभी लरकिया हमारे मजे के लिये नही है समझ गया
बंदा - साले मुझे सब पता है
दोनो बाते करते हुवे अभय के पास से आगे गुजर कर निकल जाते है अभय दोनो को देख अपनी दोनो हाथो पेknife को कस पे पकर
तेजी से अभय दोनो के पीछे आके दोनो के गले पे knifeरख देता है दोनो समझ जाते उनके साथ क्या हुआ है तक तक अभय एक बार मे ही दोनो का गला रेत देता है
दोनो को मारने के बाद अभय आगे की तरफ जाने लगता है
अभय चारों तरफ देखते हुवे मन मे - अंदर कोई आयेगा तो कोई देख कर केह नही सकता यहा कोई रेहता होगा खैर दोनो से इतना तो पता चल गया 30 लरकिया है लेकिन लेकिन कमीने कितने है पता नही
10 मिनट चलने के बाद अभय एक जगह पे रुक कर अच्छे से चारों तरफ नजर डालता है तभी अभय की नज़र एक जगह टिक जाती है एक दीवार बाहर की तरफ थोरा निकला था
अभय उस दीवार के पास जाके दीवार को धक्का देता है तो दरवाजा खुलते ही एक अंडरग्राउंड रास्ता अभय के सामने आ जाता है
अभय अंदर जाते हुवे मन मे - जितने कराइम करने वाले कमीने लोग होते है ऐसे ही जगह पे अपना गलत धंधा करते है अभय अंदर चलता रेहता है 22 mina तक फिर अभय को सामने खुली जगह दिखाई देती है
अभय धीरे से आगे बढ़ कर देखता है बीच मे टेबल पे कुछ दवा सुई ड्रग्स और कुर्सी पे दो लोग बैठे थे बाकी 10 लोग खरे थे हाथो पे गन थे
कुर्सी पे दोनो बैठे लोग आपस मे बाते कर रहे थे अभय आगे देखता है तो अभय को एक बरा डब्बा दिखाई देता है अभय सभी को एक नज़र देखता सभी का ध्यान अभय की तरफ नही था इसी का मोक्का देख अभय तेजी से डब्बे पे पीछे छुप जाता है अब अभय को दोनो की बात सुनाई देने लगती है
बंदा 1 - देखो और लरकिया हमे चाहिये जो भी करक् 30 से काम नही चलेगा
बंदा 2 - देखो समझने की कोसिस करो अभी हालत ठीक नही है वो कमीनी इंस्पेक्टर हर तरफ अपनी टांग अराती रहती है सब हमारे पीछे परे है फिर भी मेने तुम्हारे लिये रिस्क लेने 30 लरकियो का इंतज़ाम किया है हालत को समझो जब मामला ठंडा हो जायेगा तब तुम्हे जितना चाहिये मिल जायेगा
बंदा 1 - ठीक है जबकि तुम मेरे अच्छे साथी हो तो मे तुम्हारी हालात को समझ मान जाता हु ( बंदा पैसे से भरा बेग आगे करते हुवे) ये रहा तुम्हारा इनाम
बंदा 2 - खुश होते हुवे - तुम्हारे साथ काम करके मजा आता है पता है कियु कियुंकी तुम पैसे हाथो हाथ देते हो
बंदा 1- हा ठीक है लेकिन ये बताओ लरकिया कब तक मेरे ठिकाने पे पहुचा दोगे
बंदा 2 - देखो 5 दिन लगेगे तुम्हे पता है ना बहोत चेकिंग चल रहा है
बंदा 1- अरे तो लोगो को पैसे खिलाओ
बंदा=2 - हर पुलिस वाले बिकाऊ नही होते अभी हर कोई मेरे पीछे हो इस लिये परोबलम् हो रही है और हमे दूसरे रास्ते से काम करना परता है
बंदा 1 -ठीक है 5 दिन
बंदा - हा पक्का
अभय सभी की बात सुन मन मे - ना जाने कितने लरकियो को इन कमीनो ने नर्क वाली जिंदगी दी होगी कई लरकियो को इन कमीनो ने दरिंदो को बेचा होगा और आगे कहा कहा ना सोचा जा रहा है मुझसे
अभय गुस्से से लाल सभी को देख टोटल 12 लोग है गन सिर्फ 6 के पास है तो पेहले इन्हें ही खतम करना होगा अभय पॉकेट से सुरीकेन् निकालता है और अपने हाथो मे कस के पकर लेता है
अभय अपनी नज़र गन वाले बंदे मे लगाता है और तेजी से तीन सुरीकेन् जाके गन वाले बंदे के सर मे जाके लगता है तीनो डराम से नीचे गिरते है बाकी सभी एकदम से हैरान हो जाते है किसी को समझ नही आ रहा था अचानक क्या हुआ
लेकिन अभय इसी का मोक्का उठा के तीन सुरीकेन् से गन वाले बंदे तीनो बंदे को खतम कर डालता है अब जाने बाकी बचे 6 लोगो को समझ मे आता है किसी से हमला कर दिया है
अभय फिर सभी के सामने आके खरा हो जाता है अभय को देख सभी बहोत हैरान होते है
बंदा 1 हैरान होते हुवे अभय को देख - एक असेसन यहा कैसे
बंदा 2 - गुस्से से अभय को देख - तुम कमीने हो कोन यहा आये कैसे
अभय - अबे कमीनो मुझे घर भी जाना है यहा मे तुम्हे अपने बारे मे बताने नही आया बल्कि तुम सब को उपर भेजने आया हु
बंदा 1 धीरे से अपनी गन निकालने लगता है अभय बंदे को गन निकालता देख लेता है बंदा जल्दी से अभय पे गोली चला देता है लेकिन अभय जल्दी से साइड होके तेजी से पॉकेट से तीनknife निकाल पीछे खरे बंदे को दे मारता है knife तीनो बंदे के सीने मे लगे थे बंदे दर्द से आह करते नीचे गिर जाते है
बंदा 2 डर जाता है और जल्दी से अपना गन निकालने लगता है तब तक अभय सभी के पास पहुँच चुका था अभय एक एक कट बंदा 1 बंदा 2 के सीने से लगाते हुवे आगे एक बंदे के गले को काट देता है
अब दो मैन बॉस बचे थे लेकिन सीने पे कट लगने कि वजह से दर्द मे चिलाते हुवे घुटने पे बैठ जाते है अभय दोनो के पास आके खरा हो जाता है और दोनो को देखने लगता है
अभय -देखो मेरे पास टाइम नही है और ना मे तुम लोगो कि चपर् वाली बाते सुनना चाहता हु तो सीधे बताओ और कितने लोग तुम्हारे साथ सामिल है और तुम लोगो के कितने लरकियो को अब तक किडनैप कर सप्लाये किया है
बंदा 1 अभय को देख मुस्कुराते हुवे - बहोत लेकिन इससे जायदा तुम कुछ नही जान पाओगे
बंदा 2 मुस्कुराते हुवे - कियुंकी हम तुम्हे कुछ नही बतायेगे
अभय दोनो को देखते हुवे - जैसे तुम्हारी मर्ज़ी
अभय दोनो का गला काट देता है
अभय फिर अपने जितने हथियार थे उसे वापस निकाल अपने पास रखते हुवे - चलो इन सब का काम खतम हुआ
अभय फिर सामने एक दरवाजे के अंदर जाता हो जहा 30 लरकिया थी सभी अभय को देख डर के कापने लगते है अभय सभी को एक नज़र देखते हुवे
अभय मन मे - सब लरकिया xx से 20 की उमर तक की है ( अभय गुस्से से मुठी कस) अगर मेरी नज़र वेन पे नही जाती तो आज इन सब लरकियो का बहोत बुरा हाल किया जाता
अभय सभी को देख प्यार से - देखो तुम सब डरो मत मे तुम लोगो को बचाने आया हु
लरकी 1 डरते हुवे - आप सच केह रहे है
अभय - बिल्कुल कसम से चलो तुम सब मेरे पीछे आओ
सभी लरकिया अभय के असिसन वाला रूप देख डर रहे थे
अभय समझ जाता है - देखो मेरे उपर मत जाओ मे कोई बुरा आदमी नही हु चलो जल्दी यहा से
सभी लरकिया एक दूसरे को देखती हो फिर सभी खरी होके अभय के पीछे जाने लगती है रास्ते मे खून से सनी लास देख लरकिया बहोत डर जाती है और कापने लगती ठोरी देर बाद अभय सब को लेके बाहर आ जाता है
अभय सभी को देख - तुम सब चिंता मत करो मे तुम सब को अपने घर पहुँचवा दुगा
अभय की बात सुन एक खूबसूरत सी लरकी अभय के पास आके - लेकिन सर मेरा तो कोई घर नही है मे तो अनाथ आसर्म मे रहती हु
बाकी 21 लरकिया और आके अभय से यही कहती है
अभय ये जान सुन अभय का दिमाग थनक जाता है
अभय मन मे - अनाथ आसर्म कुछ तो गर्बर् है
अभय 22 जो अनाथ है उसे देख - किया तुम सब मेरे साथ चलोगी मे रहने खाने पीने और काम सब दूंगा बोलो क्या कहती हो
22 लरकिया एक दूसरे को देखती है फिर अभय को
लरकी 1 - चलेंगे लेकिन हमे वो वाला काम तो
अभय बीच मे रोकते हुवे - अरे मुझे इन लोगो के जैसा समझा है किया
22 लरकिया तो हम तैयार है आपके साथ चलने के लिये
अभय - ठीक है फिर
अभय फिर सभी को देख - मेरी तुम सब से विनती है कोई पूछे तुम से तो इतना ही केहना कुछ मास्क वाले लोग थे बस इतना ही बताना
सभी लरकी अभय को देख हा मे गर्दन हिला देते है
अभय फिर बैग से दूसरा फोन निकाल किसी को फोन करता है
एक बंदा बैठा हुवा था फोन की रिंग सुन फोन को हाथ मे लेके नंबर नाम देखता है तो वैसे ही जल्दी से एक इसारा अपने लोगो को करता है आस पास जितने लोग थे एकदम संत हो जाते है
बंदा - जी बॉस बोलिये
अभय - मेरा लुकेसन् ट्रैक करो और देखो मेरे सबसे नजदिक हमारा कोई बंदा है क्या
बंदा - जी बॉस बस एक मिनट ( बंदा कंपियूटर पे कुछ करता है फिर) है तो बॉस लेकिन आप उसे मिलना नही चाहोगे
अभय - कियु भला कोन है वो
बंदा डरते हुवे - मारिया
Name Maria - 19 Year - Russia की रहने वाली है
लेकिन बेचारी की किस्मत खराब थी dp devilके बंदे उठा लिये अभय की मुलाकात कैद मे ही ट्रेनिंग के दोरान हुई धीरे धीरे मारिया अभय की मुलाकात फिर कुछ बाते हुई लेकिन एक वार के दोरान अभय ने मारिया की जान बचाई उसके बाद मारिया अभय की दीवानी हो गई फिर उसके बाद से ही मारिया अभय को देखते ही अभय से जोक की तरह चिपकते रहती है और इसी लिये अभय मारिया से दूर ही रेहना पसंद करता है
बंदे की बात सुन अभय अपना सर पकर - किया और कोई नही है
बंदा - सॉर्री बॉस बाकी लोग बहोत दूर है
अभय गहरी सास लेते हुवे - ठीक है उसे कहो एक बरा वैन लेके आये मेरे पास
बंदा - समझ गया बॉस
अभय - कितना टाइम लगेगा
बंदा - 20 मिनट
अभय - ठीक है
फोन कट
बंदा मारिया को फोन लगाते हुवे - मारिया के तो आज दिन बनने वाले है
मारिया एक कमरे मे आराम से लेती मन मे - मेरे बाबू आपने सही नही किया मुझे लेके नही गये और मुझे कुत्तो को संभालने के लिये दे दिया आई मिस यू यार
तभी मारिया का फोन बजता है मारिया आके फोन उठा के
मारिया - ओये कमीने फोन कियु किया
बंदा - मैडम सांत बॉस ने आपको बुलाया है
मारिया - बंदे की बात सुनते ही क्या सच मे कहा है मेरा बाबू जल्दी बताओ मुझे कहा जाना है
बंदा- मैडम ध्यान से सुनिये मेने आपको बॉस का लुकेसन भेज दिया है पास मे ही है लेकिन बॉस के पास आपको एक बरी वैन लेके जाना है
मारिया - बरी वैन कियु
बंदा - मुझे नही पता बस आप जल्दी जाये
मारिया - ठीक है ठीक है चल रख
फोन कट
मारिया खुशी से नाचते हुवे आईने के सामने खरी होके खुद को देखती है फिर असेसन वाले रूप मे रेडी होके- बॉस ने बुलाया है तो जरूर कुछ हुआ होगा तो मुझे भी पूरी तैयारी मे जाना होगा मारिया आईने मे देख किया कमी है मुझमे जो मेरा बाबू मुझसे से दूर भागता है
इतनी खूबसूरत गोरी हु पतली कमर गुलाबी होठ चुचे थोरे छोटे है लेकिन बाबू बरा कर देगा अरे पुरा inxxx russian का दीवाना है और मेरा एक बाबू है जो मुझे देखता तक नही अरे भूल गई जाना है
मारिया वैन का इंतज़ाम करती है और अभय कि तरफ निकल परती है
वही अभय एक जगह पे बैठा मन मे - मे अभी इस मामले से दूर रेहना चाहता हु मुझे लगता है ये मामला इंस्पेक्टर नीतिका देख लेगी
30 मिनट बाद मारिया वैन लेके अभय के पास आती है मारिया वैन से उतर अभय की पास जाके अभय को देखती है तो पूरी हैरान हो जाती है और जल्दी से घुटने पे बैठ सर नीचे कर बॉस देरी के लिये माफी
अभय खरा होके मारिया को देख मन मे - देखो तो कितना इज़त दे रही है लेकिन थोरि देर बाद मे अपना असली चिपकु वाली हरकत मे आ जायेगी
अभय - ठीक है ये खरी हो जाओ
इतना सुनते ही मारिया सीधा जाके अभय पे खुद परती है और अभय से चिपक कर - मेरा बाबू आपको बहोत मिस किया
सभी लरकिया हैरान आखे फ़ारे अभय आरोही को को देखने लगते है
अभय मारिया के सर पे जोर से मारते हुवे - मेरे पास टाइम नही है घर भी जाना है तो प्लेस काम पे ध्यान दो
मारिया सर सेहलाते हुवे - मारने की क्या जरूरत थी प्यार से भी बोल सकते थे
अभय अजीब चेहरा बना के - कभी प्यार से कहा सुनती भी हो क्या
मारिया भी मस्ती छोर तेजी से अंदर जाके सब देख कर वापस आके अभय को देख - कैद से बाहर आने के बाद पेहली बार आपको फिर देखा है सब का गला काटते हुवे
अभय - बाते बंद करो ( अभय 22 लरकियो को दिखाते हुवे) इन सब को अपने ठिकाने पे लेके जाओ इनका ख्याल रखना और मुझे मोक्का मिलेगा तो मे देखने आयुगा
मारिया लरकियो को देख - समझ गई लेकिन बाकियो का क्या
अभय बाकी लरकियो को देख - इन सब को एक है वो ही सभी को अपने घर पहुँचा देगी अब तुम जाओ लेके जल्दी से
मारिया - जल्दी करो वैन मे बैठ जाओ हमे जाना है
मारिया की बात सुन 22 लरकिया वैन मे बैठ जाती है
मारिया अभय के पास आके अभय के होठो पे किस कर - जल्दी आना बाबू इंतज़ार करुगी
मारिया फिर 22 लरकियो को लेके चली जाती है
अभय मन मे - इसको तो अपने परिवार क्या सब से दूर रखना परेगा नही तो दिशा को पता चला तो मेरी खैर नही है
अभय बाकी लरकियो को देखता है सभी अभय को अजीब नज़र से देख रहे थे
अभय - अब ये सब मुझे ऐसे कियु देख रहे है
अभय दूसरे फोन से नीतिका को मेसेज भेज देता है
अभय - अब मेरा काम खतम बाकी मैडम खुद देख लेगी
अभय सभी लरकियो को देख - देखो माफ करना मुझे जाना होगा लेकिन चिंता मत करो पुलिस जल्दी आके तुम सब को लेके अपने घर छोर देगी तब तक यही इंतज़ार करो
लरकी - क्या लेकिन इसी बीच फिर कोई आ गया तो
अभय - कोई नही आयेगा और मे यहा रुक नही सकता समझो
लरकी - ठीक है सर हम इंतज़ार कर लेगे
सभी लरकिया अभय के पास आके - आपका सुक्रिया सर हमे बचाने के लिये
अभय - कोई बात नही ये मेरा फर्ज़ था
अभय बिना देरी किये तेजी से बाइक लेके वहा से घर की तरफ निकल अभय ने कपड़े चेंज कर लिये थे
नितका को मेसेज मिलते ही पूरी फोर्स लेकर निकल परती है
नीतिका सबसे आगे वाली गारी मे बैठी हुई मन मे -कुछ सालों मे कई लरकियो के किडनैप का मामला मेरे पास आते रहा है कुछ पकरे गये लेकिन बरी मछली हमेसा बच निकलती है लेकिन आखिर मुझे मेसेज किसने किया
तभी अभय बाइक से जा रहा था आगे देखता है 3 पुलिस की गरियो गारी अभय की बाइक आमने सामने आते है तो अभय एक नजर नीतिका को देख आगे निकल जाता है नीतिका को एहसास होता है जैसे कोई उसे देख रहा था नीतिका खरीकी से पीछे देखती है लेकिन अभय बहोत आगे निकल चुका था
अभय बाइक से जाते हुवे मन मे - चलो नीतिका मैडम अपना सब देख लेगी लेकिन यार मे लेत हो गया 10 बजे निकला था 3 बज रहे है
अभय तेजी से सीधा अपने ससुराल दिशा से मिलने आता है लेकिन घर से ठोरी दूर जहा जायदा लोग नही थे वही बाइक रोक दिशा को फोन कर बुलाता है दिशा भी चोरी छुपे अभय के पास पहुँच जाती है
अभय दिशा को बाहों मे कस के पकरे हुवे दिशा को देख - मेरी जान अब सुकून मिला मुझे
दिशा भी अभय की बाहों मे समा के - मुझे भी
अभय दिशा के चेहरे को पकर किस करना सुरु कर देता है दिशा भी अभय का पूरा साथ देती है
दोनो एक दूसरे को पकरे एक दूसरे के होठ जिब को मुह मे लेके चुसे जा रहे थे 2 मिनट तक इनका किस चलता है
दिशा शर्मा के नजरे नीचे कर लेती है
अभय मुस्कुराते हुवे दिशा को बाहों मे लेके - बस कुछ दिन और
दिशा शर्मा के - हा कुछ दिन और
तभी एक आवाज - मुझे पता था दीदी आप जीजा से मिलने आई है
आवाज सुन दोनो जल्दी से अलग होके सामने देखते है
पूजा मुस्कुराते हुवे दिशा अभय के पास आके - मेने सब देख किया अब मे मा सब को बटाउगी आप दोनो मिल कर क्या कर रहे थे
दिशा हैरान शर्मा के - छोटी तुम बहोत बिगर गई हो
अभय पूजा को देख - आ गई टांग अराने इतना अच्छा समय बर्बाद कर दिया आपने साली जी
पूजा मुस्कुराते हुवे - अच्छा मे तो आउंगी आपके बीच
अभय पूजा के पास जाके पूजा के गांड पे जोर से एक चाटा दे मारता है पूजा दर्द से उछल कर चिल्ला उठती है और अपने गांड को सेहलाते हुवे अभय को देख - बेसर्म जीजा ( दिशा को देख) देख दीदी आपके पति ने मुझे कहा मारा है
दिशा हस्ते हुवे - पता है लेकिन तेरे साथ ये होना ही था आये थे मेरे साथ मिल कर बात करने लेकिन तुम बीच मे आ गई
अभय मुस्कुराते हुवे पूजा को देख - साली जी अगली बार एक नही 4 परेगी आपके बम पे
पूजा अभय को देख - जीजा देख लुगी आपको हु
अभय दिशा को देख - जान अब मे चलता हु घर मे मेरा सब इंतज़ार कर रहे होगे
दिशा - जी ठीक है
अभय फिर निकल जाता है
दिशा पूजा को देख मुस्कुराते हुवे - जोर की लगी
पूजा अभी भी अपनी गाड़ को सहला रही थी पूजा दिशा को देख रोने सी आवाज मे - हु बहोत जोर से मारा जीजा ने
दिशा पूजा को गले लगा के - कोई ना चल घर चलते है
नीतिका वहा पहुँच गई थी अंदर का नजारा देख नीतिका भी काप् गई थी नीतिका एम्बुलेंस को बुला कर लास को ले जाने के लिये कहती है उसके बाद लरकियो के पास आके खरी होकर सब को देखने के बाद
मिनिता - अंदर सभी को किसने मारा कोन था वो जिसने तुम लोगो को बचाया
मिनिता की बात सुन सभी लरकिया एक दूसरे को देखने लगती है तभी एक लरकी आगे आके - मैडम कुछ 6 लोग थे सभी ने मास्क पेहना हुआ था तो हम उनका चेहरा नही देख पाये उन्होंने सब को मार हमे बाहर लाके बोले पुलिस आयेगी और तुम सब को लेके जायेगी फिर वो सब चले गये
मिनिता लरकी की बात सुन मन मे - 6 लोगो ने इतने सारे लोगो को इतनी बुरी तरीके से मार दिया लेकिन कैसे कोन थे वो 6 लोग उन्हें कैसे पता चला यहा लरकियो का सप्लाये किया जा रहा है दूसरी सभी को गन से नही चाकू हथियार से मारा गया है अजीब है अब तो लास का पोस्टमडम् के बाद ही पता चलेगा किस हथियार चाकू का इस्त्माल किया गया था
मिनिता - ये बताओ वो 6 लोग कैसे कपड़े पहने हुवे थे
लरकी - मैडम जीन्स सर्ट
नीतिका ठोरी देर सोचने के बाद - ठीक है चलो मे तुम सब को घर छोर देती हु
वही अभय सिला के घर पहोच जाता है शाम 4 बज गये थे
अंदर जाते हु मधु अभय को देख खुश होते हुवे आके अभय के गले लग जाती है अभय मधु को बाहों मे लेके - कैसी है मेरी गुरिया
मधु - भाई तीन दिन मेने आपको बहोत मिस किया ये तीन दिन मेरे लिये महीनों के समान लग रहे थे आपके बाहों मे आने के लिये तीन दिन बहोत तरसी हु
अभय मधु के सर पे हाथ फेरते हुवे - मे भी अपनी गुरिया के बाहों मे लेने के लिये तरस रहा था
अभय मधु के चेहरे को पकर मधु को देख - और मेरी गुरिया के खूबसूरत चेहरे को देखने के लिये भी
मधु सर्म से नजरे नीचे किये - सच्ची
अभय मधु के कान मे धीरे से - सच्ची वैसे देखना तो
तभी मधु अभय को रोकते हुवे अभय को देख - गंदे भाई आज आपको परेसान नही करने दुगी
अभय मुस्कुराते हुवे - अच्छा
तभी सिला सब्ज़ी लेकर अंदर आती है अभय को देख सिला बहोत खुश हो जाती है और जल्दी से अभय के पास आके
सिला - आ गया मेरे बच्चे
अभय सिला के गले लग हट के - हा मेरी प्यारी मा आ गया
सिला अभय के चेहरे को पकर गाल पे किस करते हुवे - मेरा बच्चा बहोत मिस किया तुझे
अभय मुस्कुराते हुवे - मेने भी
अभय ठोरी देर बात कर घर की तरफ निकल परता है
वही सिला आँगन मे बैठी मन मे - अजीब है अभय बेटा जब भी आता है तो मुझे कस के बाहों मे पकर के बाते करता था जल्दी छोरता नही था और होठो पे किस भी मांगता था लेकिन अभी अभय बेटे ने मुझे गले लगा के जल्दी से हट गया और जाते वक़्त किस भी नही मांगा बस गाल पे किस कर चला गया मुझे कुछ गर्बर् लग रही है
अभय घर आता है गारी की आवाज सुन आसा अदिति बाहर आते है अभय अंदर जाता है तो अदिति अभय के ऊपर भइया कहते कुद जाती हैं
अभय अदिति को पकर प्यार से अदिति को देखते हुवे - मेरी प्यारी गुरिया को अच्छे से देखने दो तीन दिन बहोत लम्बा लगा मुझे
अदिति अभय को प्यार से देखते हुवे - मुझे भी बात तो रोज करती थी लेकिन आपके बाहों मे गोद मे आपको पास से देखने के लिये बेचैन रहती थी
अभय अदिति के गालो पे किस करते हुवे - मेरी प्यारी गुरिया
अदिति अभय से चिपके - मेरा प्यारा भाई
आसा बेचारी खरी सब देख रही थी अभय अदिति तो आसा को भूल ही गये वैसे आसा पास है ही नही
आसा - मे भी लाला यहा गुरिया के मिलते ही मुझे भूल गया
अदिति आसा को देख मुस्कुराते हुवे - कियुंकी भाई मुझसे जायदा प्यार करते है
अभय अदिति को नीचे उतार आसा के गले लग - मेरी प्यारी मा को मे कैसे भूल सकता हु आपको भी बहोत याद किया
आसा अभय को बाहों मे कस - मेने भी मेरे लाला तेरे बिना एक दिन रहा नही जाता है
आसा अभय के चेहरे को पकर अभय के होठो पे किस करते हुवे - मेरे हैंडसम लाला
अदिति- अब बस भी करिये मा
आसा अदिति को देख - जलन हो रही है तू जो इतनी देर चिपकी रही उसका क्या मे चिपकी तो रुकने के लिये बोल रही हे
अदिति अभय को अपनी तरफ खीचते हुवे - कियुंकी भाई मेरे है
आसा मुस्कुराते हुवे - मेरा बेटा है लाला है
अभय अदिति आसा दोनो को बाहों मे लेके - आप दोनो मेरे लिये सब कुछ है मा गुरिया
रात 8 बजे
मिनिता कोमल आते है विजय आके मिल गया था अभय से इस लिये नही आया था सभी आँगन मे बैठ बाते कर रहे थे
मिनिता अभय को देख - बुआ के घर मजा आया
मिनिता की बात सुन काजल के साथ रात वाली हुई घटना याद आ जाती है लेकिन अभय किसी को जाहिर नही होने देता
अभय मुस्कुराते हुवे - बहोत मजा आया बुआ ने मेरा बहोत ख्याल रखा भाभी भइया फूफा सब बहोत अच्छे है बुआ ने मुझे खेतो मे भी भुमाया
काजल मजे लेते हुवे - खेतो मे भी केहता होगा बुआ किस्सी दो ना
काजल की बात सुन मिनिता हसने लगती है वही आसा अदिति मुस्कुरा देते है
अभय मुस्कुराते हुवे - जानती हो मेरी आदत को मे ऐसा ही हु
मिनिता - और दोस्तो के यहा गया तो सब कैसा रहा यकीन है घर वाले तुझे बहोत मानने लगे होगे
अभय - हा जैसे आप मानती है जब मुझे बहोत प्यार दिये सब से मिला बाते की फिर एक दिन रुका सब के यहा फिर कार्ड देखे चला आया
आसा - मानेंगे ही लाला मे भी उनके जगह होती तो वही करती
मिनिता - भाभी आपने सही कहा
30 मिनट तक सभी बाते करते है और मिनिता कोमल बाय बोल घर जाने लगते है कोमल अपनी मा को सोचता देख - किया सोच रही है मा
मिनिता - अभय बेटे के बारे मे आज उसने
कोमल - आज उसने आपको बाहों मे नही पकरा आज उसने जायदा मस्ती मजाक नही की आते वक़्त किस नही मांगा उसने मेरे साथ भी जयादा मस्ती मजाक नही की हा अजीब लगा
मिनिता - इस कुछ दिनों मे अभय बेटे को अच्छे से जान गई हु अभय बेटा मस्ती मजाक बाहों मे लेना किस मागना नही भूलता आज ठोरी मस्ती जरूर की लेकिन
कोमल - मा मुझे लगता है आज अभय थका आया होगा बेचरा देखना कल सुबह आते ही आपको कस के बाहों मे लेके कहेगा मेरी खूबसूरत ऑन्टी किस्सी दो
मिनिता कोमल को मारते हुवे - बेसर्म बहोत मार खायेगी
कोमल हस्ते हुवे - सही तो कहा मेने
मिनिता - हा सायद यही बात है देखते है कल क्या करता है
इधर अभय आसा अदिति खाना खाना खाके कमरे मे आ जाते है
अभय आसा के ऊपर लेत सीने पे सर रख - कितना मिस किया इस मुलायम बिस्तर को
आसा अभय को बाहों मे लिये - शैतान मे तेरी बिस्तर हु
अभय आसा को देख - हा बहोत गर्म मुलायम बिस्तर है आप मजा आता है सुकून मिलता है आपके उपर लेत कर
आसा शर्म से - तू भी ना लाला
अभय आसा के होठो पे किस कर खरे होते हुवे - ठीक है मा सो जाइये गुड नाइट
आसा - ठीक है लाला गुड नाइट
अभय जाने लगता है आसा अभय को देख मन मे - मेरा लाला कितना अच्छा है मेने मना क्या तो गीली किस्सी नही मांगी लेकिन आज जायदा मस्ती नही की मुझे सेक्सी होत क्या क्या केहता था बाते करता था लेकिन आज
अभय अदिति के पास आके अदिति के बाहों मे लेके -बाते करने लगता है अदिति भी अभय के बाहों मे समा के बाते करती है फिर अभय गुड नाइट बोल अपने कमरे मे आके दिशा से बाते करने लगता है
( आरोही के बंगलो )
उदय ने टिनु को नया बंगला दे दिया था और उदय अपने बंगलो मे था यानी लेकिन उदय टिनु आते रहते है
एक कमरे मे अमर आरोही बैठे दोनो बाते कर रहे थे
आरोही - ये बताईये क्या आपने अदिति के साथ कुछ नही क्या एक बार भी नही
अमर आरोही को देख - तुम जानती हो अदिति कैसी लरकी है लेकिन एक दिन मोमेंट बन गया था लेकिन थोरा आगे जाते हि अदिति चली गई
आरोही हैरानी से - क्या कब मुझे अच्छे सी बताईये क्या कैसे हुआ कितना मजे लिये
अमर - बताऊंगा लेकिन आज मुझे अपनी छोटी बेहन कि चुत चाहिये
आरोही मुस्कुराते हुवे - ठीक है आज मे आपकी
अमर खुश होते हुवे - ये बताओ जैसे हम लरके सुसु करने जाते है तो हम कभी कभी अपने दोस्त का लंड देख लेते हो तो किया तूने कभी अदिति की चुत देखी है
आरोही मुस्कुराते हुवे - हा देखी भी है और मसला भी है
अमर हैरान होते हुवे - क्या मुझे बताओ ना प्लेस कब कैसे हुआ था
आरोही - ठीक है पहले आप बताईये अदिति के साथ कितना आगे गये किया हुआ था फिर मे बटाउगी
अमर - ठीक है तो सुनो
आज के लिये इतना हि![]()
chapter 25
दिशा के घर - एक कमरे मे
पूजा - दीदी आप तो अब जीजा जी के साथ नये बरे घर मे रहेगी लेकिन मे इस घास फुस के घर मे रहूगी ये गलत है
दिशा पूजा को देख हस्ते हुवे - जहा मेरे पति रहेगे मुझे रखेगे वही मे रहूगी तुझे भी बरे घर मे रेहना है तो मे उनको बोल तेरी सादी अमीर घर मे करवा दुगी
पूजा खुश होते हुवे - चलेगा दीदी ये भी चलेगा लेकिन लरका अमीर के साथ दिल का अच्छा भी होना चाहिये
दिशा पूजा को देख - छोटी आज की दुनिया के अच्छे लरके मिलना बहोत मुश्किल है
पूजा मुस्कुराते हुवे - आप को तो मिले ना जीजा जी
दिशा थोरा शर्मा के - वो अच्छे नही लाखों मे एक है
पूजा मजे लेते हुवे - हाय दीदी लाखों मे एक हा
दिशा शर्मा के - बस कर
अभय के पास चलते है
अभय पूरी तरह से रेडी था कंपनी बहोत पुरानी थी कई दीवारे टूट चुकी की कई अच्छी हालत मे थी अभय तेजी से अपनी जगह से गायब होके टूटी दीवार और छत से होते हुवे एक उची जगह पे खरा हो कर अंदर कितने लोग है क्या हो रहा है सब देखने लगता है
कुछ 10 लोग बाहर थे आपस मे बाते कर रहे थे कुछ लोग अंदर थे लेकिन अंदर कितने लोग है और कितनी लरकिया अंदर मे है अभय को पता नही चल रहा था लेकिन अभय ने 16 लोगो को नोटिस कर लिया था
अभय मन मे - 16 लोग मेरी नजरो के सामने है लेकिन अंदर जायदा भी हो सकते है लेकिन मुझे क्या खुद पता चल जायेगा ठोरी देर मे
अभय उपर से जंप मार सीधा नीचे नीचे आ जाता है सामने एक बंदा खरा था अभय उस बंदे को देखता है बंदा अभय को लेकिन अभय बिना देरी किये तेजी से जाके उस बंदे का गला काट अलग कर देता है
बाकी लोग तो पास मे थे उनकी नजर अभय पे पर जाती है सभी अभय पे गन चाकू हथियार से हमला बोल देते है लेकिन अभय अपने आप को बचाते हुवे अपनीknife से सभी के लगे या पेट को चीरते हुवे आगे बढ़ता रेहता है
3 मिनट मे अभय 16 लोगो को मार डालता है अभय पीछे देखता है सभी 16 लोगो की लास खून से लतपट् परी थी
अभय टाइम बर्दाद ना करते हुवे आगे नजर डालता है और धीरे से अंदर की तरफ जाने चलता है दरवाजे के अंदर जाने के बाद चारों तरफ अभय को टूटी फूटी गिरी दीवार कई मशीने जन्ग खाई दिखाई देती है अभय धीरे धीरे कदम बढ़ते हुवे आगे चारों तरफ देखते हुवे जाने लगता है तभी अभय को किसी के पैरो की आवाज सुनाई देती है अभय जल्दी से एक मशीन के पीछे छिप जाता है
दो बंदे बाते करते हुवे आ रहे थे
बंदा 1 - यार इस बार 30 लरकिया है वो भी सब खूबसूरत जवानी से भरी रसिलि सब को देख मेरा दिल करता है साली सब को नँगा कर पेल दु
बंदा 2 - अबे साले बॉस मजे करने के लिये देते तो है बाकी सभी लरकिया हमारे मजे के लिये नही है समझ गया
बंदा - साले मुझे सब पता है
दोनो बाते करते हुवे अभय के पास से आगे गुजर कर निकल जाते है अभय दोनो को देख अपनी दोनो हाथो पेknife को कस पे पकर
तेजी से अभय दोनो के पीछे आके दोनो के गले पे knifeरख देता है दोनो समझ जाते उनके साथ क्या हुआ है तक तक अभय एक बार मे ही दोनो का गला रेत देता है
दोनो को मारने के बाद अभय आगे की तरफ जाने लगता है
अभय चारों तरफ देखते हुवे मन मे - अंदर कोई आयेगा तो कोई देख कर केह नही सकता यहा कोई रेहता होगा खैर दोनो से इतना तो पता चल गया 30 लरकिया है लेकिन लेकिन कमीने कितने है पता नही
10 मिनट चलने के बाद अभय एक जगह पे रुक कर अच्छे से चारों तरफ नजर डालता है तभी अभय की नज़र एक जगह टिक जाती है एक दीवार बाहर की तरफ थोरा निकला था
अभय उस दीवार के पास जाके दीवार को धक्का देता है तो दरवाजा खुलते ही एक अंडरग्राउंड रास्ता अभय के सामने आ जाता है
अभय अंदर जाते हुवे मन मे - जितने कराइम करने वाले कमीने लोग होते है ऐसे ही जगह पे अपना गलत धंधा करते है अभय अंदर चलता रेहता है 22 mina तक फिर अभय को सामने खुली जगह दिखाई देती है
अभय धीरे से आगे बढ़ कर देखता है बीच मे टेबल पे कुछ दवा सुई ड्रग्स और कुर्सी पे दो लोग बैठे थे बाकी 10 लोग खरे थे हाथो पे गन थे
कुर्सी पे दोनो बैठे लोग आपस मे बाते कर रहे थे अभय आगे देखता है तो अभय को एक बरा डब्बा दिखाई देता है अभय सभी को एक नज़र देखता सभी का ध्यान अभय की तरफ नही था इसी का मोक्का देख अभय तेजी से डब्बे पे पीछे छुप जाता है अब अभय को दोनो की बात सुनाई देने लगती है
बंदा 1 - देखो और लरकिया हमे चाहिये जो भी करक् 30 से काम नही चलेगा
बंदा 2 - देखो समझने की कोसिस करो अभी हालत ठीक नही है वो कमीनी इंस्पेक्टर हर तरफ अपनी टांग अराती रहती है सब हमारे पीछे परे है फिर भी मेने तुम्हारे लिये रिस्क लेने 30 लरकियो का इंतज़ाम किया है हालत को समझो जब मामला ठंडा हो जायेगा तब तुम्हे जितना चाहिये मिल जायेगा
बंदा 1 - ठीक है जबकि तुम मेरे अच्छे साथी हो तो मे तुम्हारी हालात को समझ मान जाता हु ( बंदा पैसे से भरा बेग आगे करते हुवे) ये रहा तुम्हारा इनाम
बंदा 2 - खुश होते हुवे - तुम्हारे साथ काम करके मजा आता है पता है कियु कियुंकी तुम पैसे हाथो हाथ देते हो
बंदा 1- हा ठीक है लेकिन ये बताओ लरकिया कब तक मेरे ठिकाने पे पहुचा दोगे
बंदा 2 - देखो 5 दिन लगेगे तुम्हे पता है ना बहोत चेकिंग चल रहा है
बंदा 1- अरे तो लोगो को पैसे खिलाओ
बंदा=2 - हर पुलिस वाले बिकाऊ नही होते अभी हर कोई मेरे पीछे हो इस लिये परोबलम् हो रही है और हमे दूसरे रास्ते से काम करना परता है
बंदा 1 -ठीक है 5 दिन
बंदा - हा पक्का
अभय सभी की बात सुन मन मे - ना जाने कितने लरकियो को इन कमीनो ने नर्क वाली जिंदगी दी होगी कई लरकियो को इन कमीनो ने दरिंदो को बेचा होगा और आगे कहा कहा ना सोचा जा रहा है मुझसे
अभय गुस्से से लाल सभी को देख टोटल 12 लोग है गन सिर्फ 6 के पास है तो पेहले इन्हें ही खतम करना होगा अभय पॉकेट से सुरीकेन् निकालता है और अपने हाथो मे कस के पकर लेता है
अभय अपनी नज़र गन वाले बंदे मे लगाता है और तेजी से तीन सुरीकेन् जाके गन वाले बंदे के सर मे जाके लगता है तीनो डराम से नीचे गिरते है बाकी सभी एकदम से हैरान हो जाते है किसी को समझ नही आ रहा था अचानक क्या हुआ
लेकिन अभय इसी का मोक्का उठा के तीन सुरीकेन् से गन वाले बंदे तीनो बंदे को खतम कर डालता है अब जाने बाकी बचे 6 लोगो को समझ मे आता है किसी से हमला कर दिया है
अभय फिर सभी के सामने आके खरा हो जाता है अभय को देख सभी बहोत हैरान होते है
बंदा 1 हैरान होते हुवे अभय को देख - एक असेसन यहा कैसे
बंदा 2 - गुस्से से अभय को देख - तुम कमीने हो कोन यहा आये कैसे
अभय - अबे कमीनो मुझे घर भी जाना है यहा मे तुम्हे अपने बारे मे बताने नही आया बल्कि तुम सब को उपर भेजने आया हु
बंदा 1 धीरे से अपनी गन निकालने लगता है अभय बंदे को गन निकालता देख लेता है बंदा जल्दी से अभय पे गोली चला देता है लेकिन अभय जल्दी से साइड होके तेजी से पॉकेट से तीनknife निकाल पीछे खरे बंदे को दे मारता है knife तीनो बंदे के सीने मे लगे थे बंदे दर्द से आह करते नीचे गिर जाते है
बंदा 2 डर जाता है और जल्दी से अपना गन निकालने लगता है तब तक अभय सभी के पास पहुँच चुका था अभय एक एक कट बंदा 1 बंदा 2 के सीने से लगाते हुवे आगे एक बंदे के गले को काट देता है
अब दो मैन बॉस बचे थे लेकिन सीने पे कट लगने कि वजह से दर्द मे चिलाते हुवे घुटने पे बैठ जाते है अभय दोनो के पास आके खरा हो जाता है और दोनो को देखने लगता है
अभय -देखो मेरे पास टाइम नही है और ना मे तुम लोगो कि चपर् वाली बाते सुनना चाहता हु तो सीधे बताओ और कितने लोग तुम्हारे साथ सामिल है और तुम लोगो के कितने लरकियो को अब तक किडनैप कर सप्लाये किया है
बंदा 1 अभय को देख मुस्कुराते हुवे - बहोत लेकिन इससे जायदा तुम कुछ नही जान पाओगे
बंदा 2 मुस्कुराते हुवे - कियुंकी हम तुम्हे कुछ नही बतायेगे
अभय दोनो को देखते हुवे - जैसे तुम्हारी मर्ज़ी
अभय दोनो का गला काट देता है
अभय फिर अपने जितने हथियार थे उसे वापस निकाल अपने पास रखते हुवे - चलो इन सब का काम खतम हुआ
अभय फिर सामने एक दरवाजे के अंदर जाता हो जहा 30 लरकिया थी सभी अभय को देख डर के कापने लगते है अभय सभी को एक नज़र देखते हुवे
अभय मन मे - सब लरकिया xx से 20 की उमर तक की है ( अभय गुस्से से मुठी कस) अगर मेरी नज़र वेन पे नही जाती तो आज इन सब लरकियो का बहोत बुरा हाल किया जाता
अभय सभी को देख प्यार से - देखो तुम सब डरो मत मे तुम लोगो को बचाने आया हु
लरकी 1 डरते हुवे - आप सच केह रहे है
अभय - बिल्कुल कसम से चलो तुम सब मेरे पीछे आओ
सभी लरकिया अभय के असिसन वाला रूप देख डर रहे थे
अभय समझ जाता है - देखो मेरे उपर मत जाओ मे कोई बुरा आदमी नही हु चलो जल्दी यहा से
सभी लरकिया एक दूसरे को देखती हो फिर सभी खरी होके अभय के पीछे जाने लगती है रास्ते मे खून से सनी लास देख लरकिया बहोत डर जाती है और कापने लगती ठोरी देर बाद अभय सब को लेके बाहर आ जाता है
अभय सभी को देख - तुम सब चिंता मत करो मे तुम सब को अपने घर पहुँचवा दुगा
अभय की बात सुन एक खूबसूरत सी लरकी अभय के पास आके - लेकिन सर मेरा तो कोई घर नही है मे तो अनाथ आसर्म मे रहती हु
बाकी 21 लरकिया और आके अभय से यही कहती है
अभय ये जान सुन अभय का दिमाग थनक जाता है
अभय मन मे - अनाथ आसर्म कुछ तो गर्बर् है
अभय 22 जो अनाथ है उसे देख - किया तुम सब मेरे साथ चलोगी मे रहने खाने पीने और काम सब दूंगा बोलो क्या कहती हो
22 लरकिया एक दूसरे को देखती है फिर अभय को
लरकी 1 - चलेंगे लेकिन हमे वो वाला काम तो
अभय बीच मे रोकते हुवे - अरे मुझे इन लोगो के जैसा समझा है किया
22 लरकिया तो हम तैयार है आपके साथ चलने के लिये
अभय - ठीक है फिर
अभय फिर सभी को देख - मेरी तुम सब से विनती है कोई पूछे तुम से तो इतना ही केहना कुछ मास्क वाले लोग थे बस इतना ही बताना
सभी लरकी अभय को देख हा मे गर्दन हिला देते है
अभय फिर बैग से दूसरा फोन निकाल किसी को फोन करता है
एक बंदा बैठा हुवा था फोन की रिंग सुन फोन को हाथ मे लेके नंबर नाम देखता है तो वैसे ही जल्दी से एक इसारा अपने लोगो को करता है आस पास जितने लोग थे एकदम संत हो जाते है
बंदा - जी बॉस बोलिये
अभय - मेरा लुकेसन् ट्रैक करो और देखो मेरे सबसे नजदिक हमारा कोई बंदा है क्या
बंदा - जी बॉस बस एक मिनट ( बंदा कंपियूटर पे कुछ करता है फिर) है तो बॉस लेकिन आप उसे मिलना नही चाहोगे
अभय - कियु भला कोन है वो
बंदा डरते हुवे - मारिया
Name Maria - 19 Year - Russia की रहने वाली है
लेकिन बेचारी की किस्मत खराब थी dp devilके बंदे उठा लिये अभय की मुलाकात कैद मे ही ट्रेनिंग के दोरान हुई धीरे धीरे मारिया अभय की मुलाकात फिर कुछ बाते हुई लेकिन एक वार के दोरान अभय ने मारिया की जान बचाई उसके बाद मारिया अभय की दीवानी हो गई फिर उसके बाद से ही मारिया अभय को देखते ही अभय से जोक की तरह चिपकते रहती है और इसी लिये अभय मारिया से दूर ही रेहना पसंद करता है
बंदे की बात सुन अभय अपना सर पकर - किया और कोई नही है
बंदा - सॉर्री बॉस बाकी लोग बहोत दूर है
अभय गहरी सास लेते हुवे - ठीक है उसे कहो एक बरा वैन लेके आये मेरे पास
बंदा - समझ गया बॉस
अभय - कितना टाइम लगेगा
बंदा - 20 मिनट
अभय - ठीक है
फोन कट
बंदा मारिया को फोन लगाते हुवे - मारिया के तो आज दिन बनने वाले है
मारिया एक कमरे मे आराम से लेती मन मे - मेरे बाबू आपने सही नही किया मुझे लेके नही गये और मुझे कुत्तो को संभालने के लिये दे दिया आई मिस यू यार
तभी मारिया का फोन बजता है मारिया आके फोन उठा के
मारिया - ओये कमीने फोन कियु किया
बंदा - मैडम सांत बॉस ने आपको बुलाया है
मारिया - बंदे की बात सुनते ही क्या सच मे कहा है मेरा बाबू जल्दी बताओ मुझे कहा जाना है
बंदा- मैडम ध्यान से सुनिये मेने आपको बॉस का लुकेसन भेज दिया है पास मे ही है लेकिन बॉस के पास आपको एक बरी वैन लेके जाना है
मारिया - बरी वैन कियु
बंदा - मुझे नही पता बस आप जल्दी जाये
मारिया - ठीक है ठीक है चल रख
फोन कट
मारिया खुशी से नाचते हुवे आईने के सामने खरी होके खुद को देखती है फिर असेसन वाले रूप मे रेडी होके- बॉस ने बुलाया है तो जरूर कुछ हुआ होगा तो मुझे भी पूरी तैयारी मे जाना होगा मारिया आईने मे देख किया कमी है मुझमे जो मेरा बाबू मुझसे से दूर भागता है
इतनी खूबसूरत गोरी हु पतली कमर गुलाबी होठ चुचे थोरे छोटे है लेकिन बाबू बरा कर देगा अरे पुरा inxxx russian का दीवाना है और मेरा एक बाबू है जो मुझे देखता तक नही अरे भूल गई जाना है
मारिया वैन का इंतज़ाम करती है और अभय कि तरफ निकल परती है
वही अभय एक जगह पे बैठा मन मे - मे अभी इस मामले से दूर रेहना चाहता हु मुझे लगता है ये मामला इंस्पेक्टर नीतिका देख लेगी
30 मिनट बाद मारिया वैन लेके अभय के पास आती है मारिया वैन से उतर अभय की पास जाके अभय को देखती है तो पूरी हैरान हो जाती है और जल्दी से घुटने पे बैठ सर नीचे कर बॉस देरी के लिये माफी
अभय खरा होके मारिया को देख मन मे - देखो तो कितना इज़त दे रही है लेकिन थोरि देर बाद मे अपना असली चिपकु वाली हरकत मे आ जायेगी
अभय - ठीक है ये खरी हो जाओ
इतना सुनते ही मारिया सीधा जाके अभय पे खुद परती है और अभय से चिपक कर - मेरा बाबू आपको बहोत मिस किया
सभी लरकिया हैरान आखे फ़ारे अभय आरोही को को देखने लगते है
अभय मारिया के सर पे जोर से मारते हुवे - मेरे पास टाइम नही है घर भी जाना है तो प्लेस काम पे ध्यान दो
मारिया सर सेहलाते हुवे - मारने की क्या जरूरत थी प्यार से भी बोल सकते थे
अभय अजीब चेहरा बना के - कभी प्यार से कहा सुनती भी हो क्या
मारिया भी मस्ती छोर तेजी से अंदर जाके सब देख कर वापस आके अभय को देख - कैद से बाहर आने के बाद पेहली बार आपको फिर देखा है सब का गला काटते हुवे
अभय - बाते बंद करो ( अभय 22 लरकियो को दिखाते हुवे) इन सब को अपने ठिकाने पे लेके जाओ इनका ख्याल रखना और मुझे मोक्का मिलेगा तो मे देखने आयुगा
मारिया लरकियो को देख - समझ गई लेकिन बाकियो का क्या
अभय बाकी लरकियो को देख - इन सब को एक है वो ही सभी को अपने घर पहुँचा देगी अब तुम जाओ लेके जल्दी से
मारिया - जल्दी करो वैन मे बैठ जाओ हमे जाना है
मारिया की बात सुन 22 लरकिया वैन मे बैठ जाती है
मारिया अभय के पास आके अभय के होठो पे किस कर - जल्दी आना बाबू इंतज़ार करुगी
मारिया फिर 22 लरकियो को लेके चली जाती है
अभय मन मे - इसको तो अपने परिवार क्या सब से दूर रखना परेगा नही तो दिशा को पता चला तो मेरी खैर नही है
अभय बाकी लरकियो को देखता है सभी अभय को अजीब नज़र से देख रहे थे
अभय - अब ये सब मुझे ऐसे कियु देख रहे है
अभय दूसरे फोन से नीतिका को मेसेज भेज देता है
अभय - अब मेरा काम खतम बाकी मैडम खुद देख लेगी
अभय सभी लरकियो को देख - देखो माफ करना मुझे जाना होगा लेकिन चिंता मत करो पुलिस जल्दी आके तुम सब को लेके अपने घर छोर देगी तब तक यही इंतज़ार करो
लरकी - क्या लेकिन इसी बीच फिर कोई आ गया तो
अभय - कोई नही आयेगा और मे यहा रुक नही सकता समझो
लरकी - ठीक है सर हम इंतज़ार कर लेगे
सभी लरकिया अभय के पास आके - आपका सुक्रिया सर हमे बचाने के लिये
अभय - कोई बात नही ये मेरा फर्ज़ था
अभय बिना देरी किये तेजी से बाइक लेके वहा से घर की तरफ निकल अभय ने कपड़े चेंज कर लिये थे
नितका को मेसेज मिलते ही पूरी फोर्स लेकर निकल परती है
नीतिका सबसे आगे वाली गारी मे बैठी हुई मन मे -कुछ सालों मे कई लरकियो के किडनैप का मामला मेरे पास आते रहा है कुछ पकरे गये लेकिन बरी मछली हमेसा बच निकलती है लेकिन आखिर मुझे मेसेज किसने किया
तभी अभय बाइक से जा रहा था आगे देखता है 3 पुलिस की गरियो गारी अभय की बाइक आमने सामने आते है तो अभय एक नजर नीतिका को देख आगे निकल जाता है नीतिका को एहसास होता है जैसे कोई उसे देख रहा था नीतिका खरीकी से पीछे देखती है लेकिन अभय बहोत आगे निकल चुका था
अभय बाइक से जाते हुवे मन मे - चलो नीतिका मैडम अपना सब देख लेगी लेकिन यार मे लेत हो गया 10 बजे निकला था 3 बज रहे है
अभय तेजी से सीधा अपने ससुराल दिशा से मिलने आता है लेकिन घर से ठोरी दूर जहा जायदा लोग नही थे वही बाइक रोक दिशा को फोन कर बुलाता है दिशा भी चोरी छुपे अभय के पास पहुँच जाती है
अभय दिशा को बाहों मे कस के पकरे हुवे दिशा को देख - मेरी जान अब सुकून मिला मुझे
दिशा भी अभय की बाहों मे समा के - मुझे भी
अभय दिशा के चेहरे को पकर किस करना सुरु कर देता है दिशा भी अभय का पूरा साथ देती है
दोनो एक दूसरे को पकरे एक दूसरे के होठ जिब को मुह मे लेके चुसे जा रहे थे 2 मिनट तक इनका किस चलता है
दिशा शर्मा के नजरे नीचे कर लेती है
अभय मुस्कुराते हुवे दिशा को बाहों मे लेके - बस कुछ दिन और
दिशा शर्मा के - हा कुछ दिन और
तभी एक आवाज - मुझे पता था दीदी आप जीजा से मिलने आई है
आवाज सुन दोनो जल्दी से अलग होके सामने देखते है
पूजा मुस्कुराते हुवे दिशा अभय के पास आके - मेने सब देख किया अब मे मा सब को बटाउगी आप दोनो मिल कर क्या कर रहे थे
दिशा हैरान शर्मा के - छोटी तुम बहोत बिगर गई हो
अभय पूजा को देख - आ गई टांग अराने इतना अच्छा समय बर्बाद कर दिया आपने साली जी
पूजा मुस्कुराते हुवे - अच्छा मे तो आउंगी आपके बीच
अभय पूजा के पास जाके पूजा के गांड पे जोर से एक चाटा दे मारता है पूजा दर्द से उछल कर चिल्ला उठती है और अपने गांड को सेहलाते हुवे अभय को देख - बेसर्म जीजा ( दिशा को देख) देख दीदी आपके पति ने मुझे कहा मारा है
दिशा हस्ते हुवे - पता है लेकिन तेरे साथ ये होना ही था आये थे मेरे साथ मिल कर बात करने लेकिन तुम बीच मे आ गई
अभय मुस्कुराते हुवे पूजा को देख - साली जी अगली बार एक नही 4 परेगी आपके बम पे
पूजा अभय को देख - जीजा देख लुगी आपको हु
अभय दिशा को देख - जान अब मे चलता हु घर मे मेरा सब इंतज़ार कर रहे होगे
दिशा - जी ठीक है
अभय फिर निकल जाता है
दिशा पूजा को देख मुस्कुराते हुवे - जोर की लगी
पूजा अभी भी अपनी गाड़ को सहला रही थी पूजा दिशा को देख रोने सी आवाज मे - हु बहोत जोर से मारा जीजा ने
दिशा पूजा को गले लगा के - कोई ना चल घर चलते है
नीतिका वहा पहुँच गई थी अंदर का नजारा देख नीतिका भी काप् गई थी नीतिका एम्बुलेंस को बुला कर लास को ले जाने के लिये कहती है उसके बाद लरकियो के पास आके खरी होकर सब को देखने के बाद
मिनिता - अंदर सभी को किसने मारा कोन था वो जिसने तुम लोगो को बचाया
मिनिता की बात सुन सभी लरकिया एक दूसरे को देखने लगती है तभी एक लरकी आगे आके - मैडम कुछ 6 लोग थे सभी ने मास्क पेहना हुआ था तो हम उनका चेहरा नही देख पाये उन्होंने सब को मार हमे बाहर लाके बोले पुलिस आयेगी और तुम सब को लेके जायेगी फिर वो सब चले गये
मिनिता लरकी की बात सुन मन मे - 6 लोगो ने इतने सारे लोगो को इतनी बुरी तरीके से मार दिया लेकिन कैसे कोन थे वो 6 लोग उन्हें कैसे पता चला यहा लरकियो का सप्लाये किया जा रहा है दूसरी सभी को गन से नही चाकू हथियार से मारा गया है अजीब है अब तो लास का पोस्टमडम् के बाद ही पता चलेगा किस हथियार चाकू का इस्त्माल किया गया था
मिनिता - ये बताओ वो 6 लोग कैसे कपड़े पहने हुवे थे
लरकी - मैडम जीन्स सर्ट
नीतिका ठोरी देर सोचने के बाद - ठीक है चलो मे तुम सब को घर छोर देती हु
वही अभय सिला के घर पहोच जाता है शाम 4 बज गये थे
अंदर जाते हु मधु अभय को देख खुश होते हुवे आके अभय के गले लग जाती है अभय मधु को बाहों मे लेके - कैसी है मेरी गुरिया
मधु - भाई तीन दिन मेने आपको बहोत मिस किया ये तीन दिन मेरे लिये महीनों के समान लग रहे थे आपके बाहों मे आने के लिये तीन दिन बहोत तरसी हु
अभय मधु के सर पे हाथ फेरते हुवे - मे भी अपनी गुरिया के बाहों मे लेने के लिये तरस रहा था
अभय मधु के चेहरे को पकर मधु को देख - और मेरी गुरिया के खूबसूरत चेहरे को देखने के लिये भी
मधु सर्म से नजरे नीचे किये - सच्ची
अभय मधु के कान मे धीरे से - सच्ची वैसे देखना तो
तभी मधु अभय को रोकते हुवे अभय को देख - गंदे भाई आज आपको परेसान नही करने दुगी
अभय मुस्कुराते हुवे - अच्छा
तभी सिला सब्ज़ी लेकर अंदर आती है अभय को देख सिला बहोत खुश हो जाती है और जल्दी से अभय के पास आके
सिला - आ गया मेरे बच्चे
अभय सिला के गले लग हट के - हा मेरी प्यारी मा आ गया
सिला अभय के चेहरे को पकर गाल पे किस करते हुवे - मेरा बच्चा बहोत मिस किया तुझे
अभय मुस्कुराते हुवे - मेने भी
अभय ठोरी देर बात कर घर की तरफ निकल परता है
वही सिला आँगन मे बैठी मन मे - अजीब है अभय बेटा जब भी आता है तो मुझे कस के बाहों मे पकर के बाते करता था जल्दी छोरता नही था और होठो पे किस भी मांगता था लेकिन अभी अभय बेटे ने मुझे गले लगा के जल्दी से हट गया और जाते वक़्त किस भी नही मांगा बस गाल पे किस कर चला गया मुझे कुछ गर्बर् लग रही है
अभय घर आता है गारी की आवाज सुन आसा अदिति बाहर आते है अभय अंदर जाता है तो अदिति अभय के ऊपर भइया कहते कुद जाती हैं
अभय अदिति को पकर प्यार से अदिति को देखते हुवे - मेरी प्यारी गुरिया को अच्छे से देखने दो तीन दिन बहोत लम्बा लगा मुझे
अदिति अभय को प्यार से देखते हुवे - मुझे भी बात तो रोज करती थी लेकिन आपके बाहों मे गोद मे आपको पास से देखने के लिये बेचैन रहती थी
अभय अदिति के गालो पे किस करते हुवे - मेरी प्यारी गुरिया
अदिति अभय से चिपके - मेरा प्यारा भाई
आसा बेचारी खरी सब देख रही थी अभय अदिति तो आसा को भूल ही गये वैसे आसा पास है ही नही
आसा - मे भी लाला यहा गुरिया के मिलते ही मुझे भूल गया
अदिति आसा को देख मुस्कुराते हुवे - कियुंकी भाई मुझसे जायदा प्यार करते है
अभय अदिति को नीचे उतार आसा के गले लग - मेरी प्यारी मा को मे कैसे भूल सकता हु आपको भी बहोत याद किया
आसा अभय को बाहों मे कस - मेने भी मेरे लाला तेरे बिना एक दिन रहा नही जाता है
आसा अभय के चेहरे को पकर अभय के होठो पे किस करते हुवे - मेरे हैंडसम लाला
अदिति- अब बस भी करिये मा
आसा अदिति को देख - जलन हो रही है तू जो इतनी देर चिपकी रही उसका क्या मे चिपकी तो रुकने के लिये बोल रही हे
अदिति अभय को अपनी तरफ खीचते हुवे - कियुंकी भाई मेरे है
आसा मुस्कुराते हुवे - मेरा बेटा है लाला है
अभय अदिति आसा दोनो को बाहों मे लेके - आप दोनो मेरे लिये सब कुछ है मा गुरिया
रात 8 बजे
मिनिता कोमल आते है विजय आके मिल गया था अभय से इस लिये नही आया था सभी आँगन मे बैठ बाते कर रहे थे
मिनिता अभय को देख - बुआ के घर मजा आया
मिनिता की बात सुन काजल के साथ रात वाली हुई घटना याद आ जाती है लेकिन अभय किसी को जाहिर नही होने देता
अभय मुस्कुराते हुवे - बहोत मजा आया बुआ ने मेरा बहोत ख्याल रखा भाभी भइया फूफा सब बहोत अच्छे है बुआ ने मुझे खेतो मे भी भुमाया
काजल मजे लेते हुवे - खेतो मे भी केहता होगा बुआ किस्सी दो ना
काजल की बात सुन मिनिता हसने लगती है वही आसा अदिति मुस्कुरा देते है
अभय मुस्कुराते हुवे - जानती हो मेरी आदत को मे ऐसा ही हु
मिनिता - और दोस्तो के यहा गया तो सब कैसा रहा यकीन है घर वाले तुझे बहोत मानने लगे होगे
अभय - हा जैसे आप मानती है जब मुझे बहोत प्यार दिये सब से मिला बाते की फिर एक दिन रुका सब के यहा फिर कार्ड देखे चला आया
आसा - मानेंगे ही लाला मे भी उनके जगह होती तो वही करती
मिनिता - भाभी आपने सही कहा
30 मिनट तक सभी बाते करते है और मिनिता कोमल बाय बोल घर जाने लगते है कोमल अपनी मा को सोचता देख - किया सोच रही है मा
मिनिता - अभय बेटे के बारे मे आज उसने
कोमल - आज उसने आपको बाहों मे नही पकरा आज उसने जायदा मस्ती मजाक नही की आते वक़्त किस नही मांगा उसने मेरे साथ भी जयादा मस्ती मजाक नही की हा अजीब लगा
मिनिता - इस कुछ दिनों मे अभय बेटे को अच्छे से जान गई हु अभय बेटा मस्ती मजाक बाहों मे लेना किस मागना नही भूलता आज ठोरी मस्ती जरूर की लेकिन
कोमल - मा मुझे लगता है आज अभय थका आया होगा बेचरा देखना कल सुबह आते ही आपको कस के बाहों मे लेके कहेगा मेरी खूबसूरत ऑन्टी किस्सी दो
मिनिता कोमल को मारते हुवे - बेसर्म बहोत मार खायेगी
कोमल हस्ते हुवे - सही तो कहा मेने
मिनिता - हा सायद यही बात है देखते है कल क्या करता है
इधर अभय आसा अदिति खाना खाना खाके कमरे मे आ जाते है
अभय आसा के ऊपर लेत सीने पे सर रख - कितना मिस किया इस मुलायम बिस्तर को
आसा अभय को बाहों मे लिये - शैतान मे तेरी बिस्तर हु
अभय आसा को देख - हा बहोत गर्म मुलायम बिस्तर है आप मजा आता है सुकून मिलता है आपके उपर लेत कर
आसा शर्म से - तू भी ना लाला
अभय आसा के होठो पे किस कर खरे होते हुवे - ठीक है मा सो जाइये गुड नाइट
आसा - ठीक है लाला गुड नाइट
अभय जाने लगता है आसा अभय को देख मन मे - मेरा लाला कितना अच्छा है मेने मना क्या तो गीली किस्सी नही मांगी लेकिन आज जायदा मस्ती नही की मुझे सेक्सी होत क्या क्या केहता था बाते करता था लेकिन आज
अभय अदिति के पास आके अदिति के बाहों मे लेके -बाते करने लगता है अदिति भी अभय के बाहों मे समा के बाते करती है फिर अभय गुड नाइट बोल अपने कमरे मे आके दिशा से बाते करने लगता है
( आरोही के बंगलो )
उदय ने टिनु को नया बंगला दे दिया था और उदय अपने बंगलो मे था यानी लेकिन उदय टिनु आते रहते है
एक कमरे मे अमर आरोही बैठे दोनो बाते कर रहे थे
आरोही - ये बताईये क्या आपने अदिति के साथ कुछ नही क्या एक बार भी नही
अमर आरोही को देख - तुम जानती हो अदिति कैसी लरकी है लेकिन एक दिन मोमेंट बन गया था लेकिन थोरा आगे जाते हि अदिति चली गई
आरोही हैरानी से - क्या कब मुझे अच्छे सी बताईये क्या कैसे हुआ कितना मजे लिये
अमर - बताऊंगा लेकिन आज मुझे अपनी छोटी बेहन कि चुत चाहिये
आरोही मुस्कुराते हुवे - ठीक है आज मे आपकी
अमर खुश होते हुवे - ये बताओ जैसे हम लरके सुसु करने जाते है तो हम कभी कभी अपने दोस्त का लंड देख लेते हो तो किया तूने कभी अदिति की चुत देखी है
आरोही मुस्कुराते हुवे - हा देखी भी है और मसला भी है
अमर हैरान होते हुवे - क्या मुझे बताओ ना प्लेस कब कैसे हुआ था
आरोही - ठीक है पहले आप बताईये अदिति के साथ कितना आगे गये किया हुआ था फिर मे बटाउगी
अमर - ठीक है तो सुनो
आज के लिये इतना हि![]()
Bahot badhiya shaandar updatechapter 25
दिशा के घर - एक कमरे मे
पूजा - दीदी आप तो अब जीजा जी के साथ नये बरे घर मे रहेगी लेकिन मे इस घास फुस के घर मे रहूगी ये गलत है
दिशा पूजा को देख हस्ते हुवे - जहा मेरे पति रहेगे मुझे रखेगे वही मे रहूगी तुझे भी बरे घर मे रेहना है तो मे उनको बोल तेरी सादी अमीर घर मे करवा दुगी
पूजा खुश होते हुवे - चलेगा दीदी ये भी चलेगा लेकिन लरका अमीर के साथ दिल का अच्छा भी होना चाहिये
दिशा पूजा को देख - छोटी आज की दुनिया के अच्छे लरके मिलना बहोत मुश्किल है
पूजा मुस्कुराते हुवे - आप को तो मिले ना जीजा जी
दिशा थोरा शर्मा के - वो अच्छे नही लाखों मे एक है
पूजा मजे लेते हुवे - हाय दीदी लाखों मे एक हा
दिशा शर्मा के - बस कर
अभय के पास चलते है
अभय पूरी तरह से रेडी था कंपनी बहोत पुरानी थी कई दीवारे टूट चुकी की कई अच्छी हालत मे थी अभय तेजी से अपनी जगह से गायब होके टूटी दीवार और छत से होते हुवे एक उची जगह पे खरा हो कर अंदर कितने लोग है क्या हो रहा है सब देखने लगता है
कुछ 10 लोग बाहर थे आपस मे बाते कर रहे थे कुछ लोग अंदर थे लेकिन अंदर कितने लोग है और कितनी लरकिया अंदर मे है अभय को पता नही चल रहा था लेकिन अभय ने 16 लोगो को नोटिस कर लिया था
अभय मन मे - 16 लोग मेरी नजरो के सामने है लेकिन अंदर जायदा भी हो सकते है लेकिन मुझे क्या खुद पता चल जायेगा ठोरी देर मे
अभय उपर से जंप मार सीधा नीचे नीचे आ जाता है सामने एक बंदा खरा था अभय उस बंदे को देखता है बंदा अभय को लेकिन अभय बिना देरी किये तेजी से जाके उस बंदे का गला काट अलग कर देता है
बाकी लोग तो पास मे थे उनकी नजर अभय पे पर जाती है सभी अभय पे गन चाकू हथियार से हमला बोल देते है लेकिन अभय अपने आप को बचाते हुवे अपनीknife से सभी के लगे या पेट को चीरते हुवे आगे बढ़ता रेहता है
3 मिनट मे अभय 16 लोगो को मार डालता है अभय पीछे देखता है सभी 16 लोगो की लास खून से लतपट् परी थी
अभय टाइम बर्दाद ना करते हुवे आगे नजर डालता है और धीरे से अंदर की तरफ जाने चलता है दरवाजे के अंदर जाने के बाद चारों तरफ अभय को टूटी फूटी गिरी दीवार कई मशीने जन्ग खाई दिखाई देती है अभय धीरे धीरे कदम बढ़ते हुवे आगे चारों तरफ देखते हुवे जाने लगता है तभी अभय को किसी के पैरो की आवाज सुनाई देती है अभय जल्दी से एक मशीन के पीछे छिप जाता है
दो बंदे बाते करते हुवे आ रहे थे
बंदा 1 - यार इस बार 30 लरकिया है वो भी सब खूबसूरत जवानी से भरी रसिलि सब को देख मेरा दिल करता है साली सब को नँगा कर पेल दु
बंदा 2 - अबे साले बॉस मजे करने के लिये देते तो है बाकी सभी लरकिया हमारे मजे के लिये नही है समझ गया
बंदा - साले मुझे सब पता है
दोनो बाते करते हुवे अभय के पास से आगे गुजर कर निकल जाते है अभय दोनो को देख अपनी दोनो हाथो पेknife को कस पे पकर
तेजी से अभय दोनो के पीछे आके दोनो के गले पे knifeरख देता है दोनो समझ जाते उनके साथ क्या हुआ है तक तक अभय एक बार मे ही दोनो का गला रेत देता है
दोनो को मारने के बाद अभय आगे की तरफ जाने लगता है
अभय चारों तरफ देखते हुवे मन मे - अंदर कोई आयेगा तो कोई देख कर केह नही सकता यहा कोई रेहता होगा खैर दोनो से इतना तो पता चल गया 30 लरकिया है लेकिन लेकिन कमीने कितने है पता नही
10 मिनट चलने के बाद अभय एक जगह पे रुक कर अच्छे से चारों तरफ नजर डालता है तभी अभय की नज़र एक जगह टिक जाती है एक दीवार बाहर की तरफ थोरा निकला था
अभय उस दीवार के पास जाके दीवार को धक्का देता है तो दरवाजा खुलते ही एक अंडरग्राउंड रास्ता अभय के सामने आ जाता है
अभय अंदर जाते हुवे मन मे - जितने कराइम करने वाले कमीने लोग होते है ऐसे ही जगह पे अपना गलत धंधा करते है अभय अंदर चलता रेहता है 22 mina तक फिर अभय को सामने खुली जगह दिखाई देती है
अभय धीरे से आगे बढ़ कर देखता है बीच मे टेबल पे कुछ दवा सुई ड्रग्स और कुर्सी पे दो लोग बैठे थे बाकी 10 लोग खरे थे हाथो पे गन थे
कुर्सी पे दोनो बैठे लोग आपस मे बाते कर रहे थे अभय आगे देखता है तो अभय को एक बरा डब्बा दिखाई देता है अभय सभी को एक नज़र देखता सभी का ध्यान अभय की तरफ नही था इसी का मोक्का देख अभय तेजी से डब्बे पे पीछे छुप जाता है अब अभय को दोनो की बात सुनाई देने लगती है
बंदा 1 - देखो और लरकिया हमे चाहिये जो भी करक् 30 से काम नही चलेगा
बंदा 2 - देखो समझने की कोसिस करो अभी हालत ठीक नही है वो कमीनी इंस्पेक्टर हर तरफ अपनी टांग अराती रहती है सब हमारे पीछे परे है फिर भी मेने तुम्हारे लिये रिस्क लेने 30 लरकियो का इंतज़ाम किया है हालत को समझो जब मामला ठंडा हो जायेगा तब तुम्हे जितना चाहिये मिल जायेगा
बंदा 1 - ठीक है जबकि तुम मेरे अच्छे साथी हो तो मे तुम्हारी हालात को समझ मान जाता हु ( बंदा पैसे से भरा बेग आगे करते हुवे) ये रहा तुम्हारा इनाम
बंदा 2 - खुश होते हुवे - तुम्हारे साथ काम करके मजा आता है पता है कियु कियुंकी तुम पैसे हाथो हाथ देते हो
बंदा 1- हा ठीक है लेकिन ये बताओ लरकिया कब तक मेरे ठिकाने पे पहुचा दोगे
बंदा 2 - देखो 5 दिन लगेगे तुम्हे पता है ना बहोत चेकिंग चल रहा है
बंदा 1- अरे तो लोगो को पैसे खिलाओ
बंदा=2 - हर पुलिस वाले बिकाऊ नही होते अभी हर कोई मेरे पीछे हो इस लिये परोबलम् हो रही है और हमे दूसरे रास्ते से काम करना परता है
बंदा 1 -ठीक है 5 दिन
बंदा - हा पक्का
अभय सभी की बात सुन मन मे - ना जाने कितने लरकियो को इन कमीनो ने नर्क वाली जिंदगी दी होगी कई लरकियो को इन कमीनो ने दरिंदो को बेचा होगा और आगे कहा कहा ना सोचा जा रहा है मुझसे
अभय गुस्से से लाल सभी को देख टोटल 12 लोग है गन सिर्फ 6 के पास है तो पेहले इन्हें ही खतम करना होगा अभय पॉकेट से सुरीकेन् निकालता है और अपने हाथो मे कस के पकर लेता है
अभय अपनी नज़र गन वाले बंदे मे लगाता है और तेजी से तीन सुरीकेन् जाके गन वाले बंदे के सर मे जाके लगता है तीनो डराम से नीचे गिरते है बाकी सभी एकदम से हैरान हो जाते है किसी को समझ नही आ रहा था अचानक क्या हुआ
लेकिन अभय इसी का मोक्का उठा के तीन सुरीकेन् से गन वाले बंदे तीनो बंदे को खतम कर डालता है अब जाने बाकी बचे 6 लोगो को समझ मे आता है किसी से हमला कर दिया है
अभय फिर सभी के सामने आके खरा हो जाता है अभय को देख सभी बहोत हैरान होते है
बंदा 1 हैरान होते हुवे अभय को देख - एक असेसन यहा कैसे
बंदा 2 - गुस्से से अभय को देख - तुम कमीने हो कोन यहा आये कैसे
अभय - अबे कमीनो मुझे घर भी जाना है यहा मे तुम्हे अपने बारे मे बताने नही आया बल्कि तुम सब को उपर भेजने आया हु
बंदा 1 धीरे से अपनी गन निकालने लगता है अभय बंदे को गन निकालता देख लेता है बंदा जल्दी से अभय पे गोली चला देता है लेकिन अभय जल्दी से साइड होके तेजी से पॉकेट से तीनknife निकाल पीछे खरे बंदे को दे मारता है knife तीनो बंदे के सीने मे लगे थे बंदे दर्द से आह करते नीचे गिर जाते है
बंदा 2 डर जाता है और जल्दी से अपना गन निकालने लगता है तब तक अभय सभी के पास पहुँच चुका था अभय एक एक कट बंदा 1 बंदा 2 के सीने से लगाते हुवे आगे एक बंदे के गले को काट देता है
अब दो मैन बॉस बचे थे लेकिन सीने पे कट लगने कि वजह से दर्द मे चिलाते हुवे घुटने पे बैठ जाते है अभय दोनो के पास आके खरा हो जाता है और दोनो को देखने लगता है
अभय -देखो मेरे पास टाइम नही है और ना मे तुम लोगो कि चपर् वाली बाते सुनना चाहता हु तो सीधे बताओ और कितने लोग तुम्हारे साथ सामिल है और तुम लोगो के कितने लरकियो को अब तक किडनैप कर सप्लाये किया है
बंदा 1 अभय को देख मुस्कुराते हुवे - बहोत लेकिन इससे जायदा तुम कुछ नही जान पाओगे
बंदा 2 मुस्कुराते हुवे - कियुंकी हम तुम्हे कुछ नही बतायेगे
अभय दोनो को देखते हुवे - जैसे तुम्हारी मर्ज़ी
अभय दोनो का गला काट देता है
अभय फिर अपने जितने हथियार थे उसे वापस निकाल अपने पास रखते हुवे - चलो इन सब का काम खतम हुआ
अभय फिर सामने एक दरवाजे के अंदर जाता हो जहा 30 लरकिया थी सभी अभय को देख डर के कापने लगते है अभय सभी को एक नज़र देखते हुवे
अभय मन मे - सब लरकिया xx से 20 की उमर तक की है ( अभय गुस्से से मुठी कस) अगर मेरी नज़र वेन पे नही जाती तो आज इन सब लरकियो का बहोत बुरा हाल किया जाता
अभय सभी को देख प्यार से - देखो तुम सब डरो मत मे तुम लोगो को बचाने आया हु
लरकी 1 डरते हुवे - आप सच केह रहे है
अभय - बिल्कुल कसम से चलो तुम सब मेरे पीछे आओ
सभी लरकिया अभय के असिसन वाला रूप देख डर रहे थे
अभय समझ जाता है - देखो मेरे उपर मत जाओ मे कोई बुरा आदमी नही हु चलो जल्दी यहा से
सभी लरकिया एक दूसरे को देखती हो फिर सभी खरी होके अभय के पीछे जाने लगती है रास्ते मे खून से सनी लास देख लरकिया बहोत डर जाती है और कापने लगती ठोरी देर बाद अभय सब को लेके बाहर आ जाता है
अभय सभी को देख - तुम सब चिंता मत करो मे तुम सब को अपने घर पहुँचवा दुगा
अभय की बात सुन एक खूबसूरत सी लरकी अभय के पास आके - लेकिन सर मेरा तो कोई घर नही है मे तो अनाथ आसर्म मे रहती हु
बाकी 21 लरकिया और आके अभय से यही कहती है
अभय ये जान सुन अभय का दिमाग थनक जाता है
अभय मन मे - अनाथ आसर्म कुछ तो गर्बर् है
अभय 22 जो अनाथ है उसे देख - किया तुम सब मेरे साथ चलोगी मे रहने खाने पीने और काम सब दूंगा बोलो क्या कहती हो
22 लरकिया एक दूसरे को देखती है फिर अभय को
लरकी 1 - चलेंगे लेकिन हमे वो वाला काम तो
अभय बीच मे रोकते हुवे - अरे मुझे इन लोगो के जैसा समझा है किया
22 लरकिया तो हम तैयार है आपके साथ चलने के लिये
अभय - ठीक है फिर
अभय फिर सभी को देख - मेरी तुम सब से विनती है कोई पूछे तुम से तो इतना ही केहना कुछ मास्क वाले लोग थे बस इतना ही बताना
सभी लरकी अभय को देख हा मे गर्दन हिला देते है
अभय फिर बैग से दूसरा फोन निकाल किसी को फोन करता है
एक बंदा बैठा हुवा था फोन की रिंग सुन फोन को हाथ मे लेके नंबर नाम देखता है तो वैसे ही जल्दी से एक इसारा अपने लोगो को करता है आस पास जितने लोग थे एकदम संत हो जाते है
बंदा - जी बॉस बोलिये
अभय - मेरा लुकेसन् ट्रैक करो और देखो मेरे सबसे नजदिक हमारा कोई बंदा है क्या
बंदा - जी बॉस बस एक मिनट ( बंदा कंपियूटर पे कुछ करता है फिर) है तो बॉस लेकिन आप उसे मिलना नही चाहोगे
अभय - कियु भला कोन है वो
बंदा डरते हुवे - मारिया
Name Maria - 19 Year - Russia की रहने वाली है
लेकिन बेचारी की किस्मत खराब थी dp devilके बंदे उठा लिये अभय की मुलाकात कैद मे ही ट्रेनिंग के दोरान हुई धीरे धीरे मारिया अभय की मुलाकात फिर कुछ बाते हुई लेकिन एक वार के दोरान अभय ने मारिया की जान बचाई उसके बाद मारिया अभय की दीवानी हो गई फिर उसके बाद से ही मारिया अभय को देखते ही अभय से जोक की तरह चिपकते रहती है और इसी लिये अभय मारिया से दूर ही रेहना पसंद करता है
बंदे की बात सुन अभय अपना सर पकर - किया और कोई नही है
बंदा - सॉर्री बॉस बाकी लोग बहोत दूर है
अभय गहरी सास लेते हुवे - ठीक है उसे कहो एक बरा वैन लेके आये मेरे पास
बंदा - समझ गया बॉस
अभय - कितना टाइम लगेगा
बंदा - 20 मिनट
अभय - ठीक है
फोन कट
बंदा मारिया को फोन लगाते हुवे - मारिया के तो आज दिन बनने वाले है
मारिया एक कमरे मे आराम से लेती मन मे - मेरे बाबू आपने सही नही किया मुझे लेके नही गये और मुझे कुत्तो को संभालने के लिये दे दिया आई मिस यू यार
तभी मारिया का फोन बजता है मारिया आके फोन उठा के
मारिया - ओये कमीने फोन कियु किया
बंदा - मैडम सांत बॉस ने आपको बुलाया है
मारिया - बंदे की बात सुनते ही क्या सच मे कहा है मेरा बाबू जल्दी बताओ मुझे कहा जाना है
बंदा- मैडम ध्यान से सुनिये मेने आपको बॉस का लुकेसन भेज दिया है पास मे ही है लेकिन बॉस के पास आपको एक बरी वैन लेके जाना है
मारिया - बरी वैन कियु
बंदा - मुझे नही पता बस आप जल्दी जाये
मारिया - ठीक है ठीक है चल रख
फोन कट
मारिया खुशी से नाचते हुवे आईने के सामने खरी होके खुद को देखती है फिर असेसन वाले रूप मे रेडी होके- बॉस ने बुलाया है तो जरूर कुछ हुआ होगा तो मुझे भी पूरी तैयारी मे जाना होगा मारिया आईने मे देख किया कमी है मुझमे जो मेरा बाबू मुझसे से दूर भागता है
इतनी खूबसूरत गोरी हु पतली कमर गुलाबी होठ चुचे थोरे छोटे है लेकिन बाबू बरा कर देगा अरे पुरा inxxx russian का दीवाना है और मेरा एक बाबू है जो मुझे देखता तक नही अरे भूल गई जाना है
मारिया वैन का इंतज़ाम करती है और अभय कि तरफ निकल परती है
वही अभय एक जगह पे बैठा मन मे - मे अभी इस मामले से दूर रेहना चाहता हु मुझे लगता है ये मामला इंस्पेक्टर नीतिका देख लेगी
30 मिनट बाद मारिया वैन लेके अभय के पास आती है मारिया वैन से उतर अभय की पास जाके अभय को देखती है तो पूरी हैरान हो जाती है और जल्दी से घुटने पे बैठ सर नीचे कर बॉस देरी के लिये माफी
अभय खरा होके मारिया को देख मन मे - देखो तो कितना इज़त दे रही है लेकिन थोरि देर बाद मे अपना असली चिपकु वाली हरकत मे आ जायेगी
अभय - ठीक है ये खरी हो जाओ
इतना सुनते ही मारिया सीधा जाके अभय पे खुद परती है और अभय से चिपक कर - मेरा बाबू आपको बहोत मिस किया
सभी लरकिया हैरान आखे फ़ारे अभय आरोही को को देखने लगते है
अभय मारिया के सर पे जोर से मारते हुवे - मेरे पास टाइम नही है घर भी जाना है तो प्लेस काम पे ध्यान दो
मारिया सर सेहलाते हुवे - मारने की क्या जरूरत थी प्यार से भी बोल सकते थे
अभय अजीब चेहरा बना के - कभी प्यार से कहा सुनती भी हो क्या
मारिया भी मस्ती छोर तेजी से अंदर जाके सब देख कर वापस आके अभय को देख - कैद से बाहर आने के बाद पेहली बार आपको फिर देखा है सब का गला काटते हुवे
अभय - बाते बंद करो ( अभय 22 लरकियो को दिखाते हुवे) इन सब को अपने ठिकाने पे लेके जाओ इनका ख्याल रखना और मुझे मोक्का मिलेगा तो मे देखने आयुगा
मारिया लरकियो को देख - समझ गई लेकिन बाकियो का क्या
अभय बाकी लरकियो को देख - इन सब को एक है वो ही सभी को अपने घर पहुँचा देगी अब तुम जाओ लेके जल्दी से
मारिया - जल्दी करो वैन मे बैठ जाओ हमे जाना है
मारिया की बात सुन 22 लरकिया वैन मे बैठ जाती है
मारिया अभय के पास आके अभय के होठो पे किस कर - जल्दी आना बाबू इंतज़ार करुगी
मारिया फिर 22 लरकियो को लेके चली जाती है
अभय मन मे - इसको तो अपने परिवार क्या सब से दूर रखना परेगा नही तो दिशा को पता चला तो मेरी खैर नही है
अभय बाकी लरकियो को देखता है सभी अभय को अजीब नज़र से देख रहे थे
अभय - अब ये सब मुझे ऐसे कियु देख रहे है
अभय दूसरे फोन से नीतिका को मेसेज भेज देता है
अभय - अब मेरा काम खतम बाकी मैडम खुद देख लेगी
अभय सभी लरकियो को देख - देखो माफ करना मुझे जाना होगा लेकिन चिंता मत करो पुलिस जल्दी आके तुम सब को लेके अपने घर छोर देगी तब तक यही इंतज़ार करो
लरकी - क्या लेकिन इसी बीच फिर कोई आ गया तो
अभय - कोई नही आयेगा और मे यहा रुक नही सकता समझो
लरकी - ठीक है सर हम इंतज़ार कर लेगे
सभी लरकिया अभय के पास आके - आपका सुक्रिया सर हमे बचाने के लिये
अभय - कोई बात नही ये मेरा फर्ज़ था
अभय बिना देरी किये तेजी से बाइक लेके वहा से घर की तरफ निकल अभय ने कपड़े चेंज कर लिये थे
नितका को मेसेज मिलते ही पूरी फोर्स लेकर निकल परती है
नीतिका सबसे आगे वाली गारी मे बैठी हुई मन मे -कुछ सालों मे कई लरकियो के किडनैप का मामला मेरे पास आते रहा है कुछ पकरे गये लेकिन बरी मछली हमेसा बच निकलती है लेकिन आखिर मुझे मेसेज किसने किया
तभी अभय बाइक से जा रहा था आगे देखता है 3 पुलिस की गरियो गारी अभय की बाइक आमने सामने आते है तो अभय एक नजर नीतिका को देख आगे निकल जाता है नीतिका को एहसास होता है जैसे कोई उसे देख रहा था नीतिका खरीकी से पीछे देखती है लेकिन अभय बहोत आगे निकल चुका था
अभय बाइक से जाते हुवे मन मे - चलो नीतिका मैडम अपना सब देख लेगी लेकिन यार मे लेत हो गया 10 बजे निकला था 3 बज रहे है
अभय तेजी से सीधा अपने ससुराल दिशा से मिलने आता है लेकिन घर से ठोरी दूर जहा जायदा लोग नही थे वही बाइक रोक दिशा को फोन कर बुलाता है दिशा भी चोरी छुपे अभय के पास पहुँच जाती है
अभय दिशा को बाहों मे कस के पकरे हुवे दिशा को देख - मेरी जान अब सुकून मिला मुझे
दिशा भी अभय की बाहों मे समा के - मुझे भी
अभय दिशा के चेहरे को पकर किस करना सुरु कर देता है दिशा भी अभय का पूरा साथ देती है
दोनो एक दूसरे को पकरे एक दूसरे के होठ जिब को मुह मे लेके चुसे जा रहे थे 2 मिनट तक इनका किस चलता है
दिशा शर्मा के नजरे नीचे कर लेती है
अभय मुस्कुराते हुवे दिशा को बाहों मे लेके - बस कुछ दिन और
दिशा शर्मा के - हा कुछ दिन और
तभी एक आवाज - मुझे पता था दीदी आप जीजा से मिलने आई है
आवाज सुन दोनो जल्दी से अलग होके सामने देखते है
पूजा मुस्कुराते हुवे दिशा अभय के पास आके - मेने सब देख किया अब मे मा सब को बटाउगी आप दोनो मिल कर क्या कर रहे थे
दिशा हैरान शर्मा के - छोटी तुम बहोत बिगर गई हो
अभय पूजा को देख - आ गई टांग अराने इतना अच्छा समय बर्बाद कर दिया आपने साली जी
पूजा मुस्कुराते हुवे - अच्छा मे तो आउंगी आपके बीच
अभय पूजा के पास जाके पूजा के गांड पे जोर से एक चाटा दे मारता है पूजा दर्द से उछल कर चिल्ला उठती है और अपने गांड को सेहलाते हुवे अभय को देख - बेसर्म जीजा ( दिशा को देख) देख दीदी आपके पति ने मुझे कहा मारा है
दिशा हस्ते हुवे - पता है लेकिन तेरे साथ ये होना ही था आये थे मेरे साथ मिल कर बात करने लेकिन तुम बीच मे आ गई
अभय मुस्कुराते हुवे पूजा को देख - साली जी अगली बार एक नही 4 परेगी आपके बम पे
पूजा अभय को देख - जीजा देख लुगी आपको हु
अभय दिशा को देख - जान अब मे चलता हु घर मे मेरा सब इंतज़ार कर रहे होगे
दिशा - जी ठीक है
अभय फिर निकल जाता है
दिशा पूजा को देख मुस्कुराते हुवे - जोर की लगी
पूजा अभी भी अपनी गाड़ को सहला रही थी पूजा दिशा को देख रोने सी आवाज मे - हु बहोत जोर से मारा जीजा ने
दिशा पूजा को गले लगा के - कोई ना चल घर चलते है
नीतिका वहा पहुँच गई थी अंदर का नजारा देख नीतिका भी काप् गई थी नीतिका एम्बुलेंस को बुला कर लास को ले जाने के लिये कहती है उसके बाद लरकियो के पास आके खरी होकर सब को देखने के बाद
मिनिता - अंदर सभी को किसने मारा कोन था वो जिसने तुम लोगो को बचाया
मिनिता की बात सुन सभी लरकिया एक दूसरे को देखने लगती है तभी एक लरकी आगे आके - मैडम कुछ 6 लोग थे सभी ने मास्क पेहना हुआ था तो हम उनका चेहरा नही देख पाये उन्होंने सब को मार हमे बाहर लाके बोले पुलिस आयेगी और तुम सब को लेके जायेगी फिर वो सब चले गये
मिनिता लरकी की बात सुन मन मे - 6 लोगो ने इतने सारे लोगो को इतनी बुरी तरीके से मार दिया लेकिन कैसे कोन थे वो 6 लोग उन्हें कैसे पता चला यहा लरकियो का सप्लाये किया जा रहा है दूसरी सभी को गन से नही चाकू हथियार से मारा गया है अजीब है अब तो लास का पोस्टमडम् के बाद ही पता चलेगा किस हथियार चाकू का इस्त्माल किया गया था
मिनिता - ये बताओ वो 6 लोग कैसे कपड़े पहने हुवे थे
लरकी - मैडम जीन्स सर्ट
नीतिका ठोरी देर सोचने के बाद - ठीक है चलो मे तुम सब को घर छोर देती हु
वही अभय सिला के घर पहोच जाता है शाम 4 बज गये थे
अंदर जाते हु मधु अभय को देख खुश होते हुवे आके अभय के गले लग जाती है अभय मधु को बाहों मे लेके - कैसी है मेरी गुरिया
मधु - भाई तीन दिन मेने आपको बहोत मिस किया ये तीन दिन मेरे लिये महीनों के समान लग रहे थे आपके बाहों मे आने के लिये तीन दिन बहोत तरसी हु
अभय मधु के सर पे हाथ फेरते हुवे - मे भी अपनी गुरिया के बाहों मे लेने के लिये तरस रहा था
अभय मधु के चेहरे को पकर मधु को देख - और मेरी गुरिया के खूबसूरत चेहरे को देखने के लिये भी
मधु सर्म से नजरे नीचे किये - सच्ची
अभय मधु के कान मे धीरे से - सच्ची वैसे देखना तो
तभी मधु अभय को रोकते हुवे अभय को देख - गंदे भाई आज आपको परेसान नही करने दुगी
अभय मुस्कुराते हुवे - अच्छा
तभी सिला सब्ज़ी लेकर अंदर आती है अभय को देख सिला बहोत खुश हो जाती है और जल्दी से अभय के पास आके
सिला - आ गया मेरे बच्चे
अभय सिला के गले लग हट के - हा मेरी प्यारी मा आ गया
सिला अभय के चेहरे को पकर गाल पे किस करते हुवे - मेरा बच्चा बहोत मिस किया तुझे
अभय मुस्कुराते हुवे - मेने भी
अभय ठोरी देर बात कर घर की तरफ निकल परता है
वही सिला आँगन मे बैठी मन मे - अजीब है अभय बेटा जब भी आता है तो मुझे कस के बाहों मे पकर के बाते करता था जल्दी छोरता नही था और होठो पे किस भी मांगता था लेकिन अभी अभय बेटे ने मुझे गले लगा के जल्दी से हट गया और जाते वक़्त किस भी नही मांगा बस गाल पे किस कर चला गया मुझे कुछ गर्बर् लग रही है
अभय घर आता है गारी की आवाज सुन आसा अदिति बाहर आते है अभय अंदर जाता है तो अदिति अभय के ऊपर भइया कहते कुद जाती हैं
अभय अदिति को पकर प्यार से अदिति को देखते हुवे - मेरी प्यारी गुरिया को अच्छे से देखने दो तीन दिन बहोत लम्बा लगा मुझे
अदिति अभय को प्यार से देखते हुवे - मुझे भी बात तो रोज करती थी लेकिन आपके बाहों मे गोद मे आपको पास से देखने के लिये बेचैन रहती थी
अभय अदिति के गालो पे किस करते हुवे - मेरी प्यारी गुरिया
अदिति अभय से चिपके - मेरा प्यारा भाई
आसा बेचारी खरी सब देख रही थी अभय अदिति तो आसा को भूल ही गये वैसे आसा पास है ही नही
आसा - मे भी लाला यहा गुरिया के मिलते ही मुझे भूल गया
अदिति आसा को देख मुस्कुराते हुवे - कियुंकी भाई मुझसे जायदा प्यार करते है
अभय अदिति को नीचे उतार आसा के गले लग - मेरी प्यारी मा को मे कैसे भूल सकता हु आपको भी बहोत याद किया
आसा अभय को बाहों मे कस - मेने भी मेरे लाला तेरे बिना एक दिन रहा नही जाता है
आसा अभय के चेहरे को पकर अभय के होठो पे किस करते हुवे - मेरे हैंडसम लाला
अदिति- अब बस भी करिये मा
आसा अदिति को देख - जलन हो रही है तू जो इतनी देर चिपकी रही उसका क्या मे चिपकी तो रुकने के लिये बोल रही हे
अदिति अभय को अपनी तरफ खीचते हुवे - कियुंकी भाई मेरे है
आसा मुस्कुराते हुवे - मेरा बेटा है लाला है
अभय अदिति आसा दोनो को बाहों मे लेके - आप दोनो मेरे लिये सब कुछ है मा गुरिया
रात 8 बजे
मिनिता कोमल आते है विजय आके मिल गया था अभय से इस लिये नही आया था सभी आँगन मे बैठ बाते कर रहे थे
मिनिता अभय को देख - बुआ के घर मजा आया
मिनिता की बात सुन काजल के साथ रात वाली हुई घटना याद आ जाती है लेकिन अभय किसी को जाहिर नही होने देता
अभय मुस्कुराते हुवे - बहोत मजा आया बुआ ने मेरा बहोत ख्याल रखा भाभी भइया फूफा सब बहोत अच्छे है बुआ ने मुझे खेतो मे भी भुमाया
काजल मजे लेते हुवे - खेतो मे भी केहता होगा बुआ किस्सी दो ना
काजल की बात सुन मिनिता हसने लगती है वही आसा अदिति मुस्कुरा देते है
अभय मुस्कुराते हुवे - जानती हो मेरी आदत को मे ऐसा ही हु
मिनिता - और दोस्तो के यहा गया तो सब कैसा रहा यकीन है घर वाले तुझे बहोत मानने लगे होगे
अभय - हा जैसे आप मानती है जब मुझे बहोत प्यार दिये सब से मिला बाते की फिर एक दिन रुका सब के यहा फिर कार्ड देखे चला आया
आसा - मानेंगे ही लाला मे भी उनके जगह होती तो वही करती
मिनिता - भाभी आपने सही कहा
30 मिनट तक सभी बाते करते है और मिनिता कोमल बाय बोल घर जाने लगते है कोमल अपनी मा को सोचता देख - किया सोच रही है मा
मिनिता - अभय बेटे के बारे मे आज उसने
कोमल - आज उसने आपको बाहों मे नही पकरा आज उसने जायदा मस्ती मजाक नही की आते वक़्त किस नही मांगा उसने मेरे साथ भी जयादा मस्ती मजाक नही की हा अजीब लगा
मिनिता - इस कुछ दिनों मे अभय बेटे को अच्छे से जान गई हु अभय बेटा मस्ती मजाक बाहों मे लेना किस मागना नही भूलता आज ठोरी मस्ती जरूर की लेकिन
कोमल - मा मुझे लगता है आज अभय थका आया होगा बेचरा देखना कल सुबह आते ही आपको कस के बाहों मे लेके कहेगा मेरी खूबसूरत ऑन्टी किस्सी दो
मिनिता कोमल को मारते हुवे - बेसर्म बहोत मार खायेगी
कोमल हस्ते हुवे - सही तो कहा मेने
मिनिता - हा सायद यही बात है देखते है कल क्या करता है
इधर अभय आसा अदिति खाना खाना खाके कमरे मे आ जाते है
अभय आसा के ऊपर लेत सीने पे सर रख - कितना मिस किया इस मुलायम बिस्तर को
आसा अभय को बाहों मे लिये - शैतान मे तेरी बिस्तर हु
अभय आसा को देख - हा बहोत गर्म मुलायम बिस्तर है आप मजा आता है सुकून मिलता है आपके उपर लेत कर
आसा शर्म से - तू भी ना लाला
अभय आसा के होठो पे किस कर खरे होते हुवे - ठीक है मा सो जाइये गुड नाइट
आसा - ठीक है लाला गुड नाइट
अभय जाने लगता है आसा अभय को देख मन मे - मेरा लाला कितना अच्छा है मेने मना क्या तो गीली किस्सी नही मांगी लेकिन आज जायदा मस्ती नही की मुझे सेक्सी होत क्या क्या केहता था बाते करता था लेकिन आज
अभय अदिति के पास आके अदिति के बाहों मे लेके -बाते करने लगता है अदिति भी अभय के बाहों मे समा के बाते करती है फिर अभय गुड नाइट बोल अपने कमरे मे आके दिशा से बाते करने लगता है
( आरोही के बंगलो )
उदय ने टिनु को नया बंगला दे दिया था और उदय अपने बंगलो मे था यानी लेकिन उदय टिनु आते रहते है
एक कमरे मे अमर आरोही बैठे दोनो बाते कर रहे थे
आरोही - ये बताईये क्या आपने अदिति के साथ कुछ नही क्या एक बार भी नही
अमर आरोही को देख - तुम जानती हो अदिति कैसी लरकी है लेकिन एक दिन मोमेंट बन गया था लेकिन थोरा आगे जाते हि अदिति चली गई
आरोही हैरानी से - क्या कब मुझे अच्छे सी बताईये क्या कैसे हुआ कितना मजे लिये
अमर - बताऊंगा लेकिन आज मुझे अपनी छोटी बेहन कि चुत चाहिये
आरोही मुस्कुराते हुवे - ठीक है आज मे आपकी
अमर खुश होते हुवे - ये बताओ जैसे हम लरके सुसु करने जाते है तो हम कभी कभी अपने दोस्त का लंड देख लेते हो तो किया तूने कभी अदिति की चुत देखी है
आरोही मुस्कुराते हुवे - हा देखी भी है और मसला भी है
अमर हैरान होते हुवे - क्या मुझे बताओ ना प्लेस कब कैसे हुआ था
आरोही - ठीक है पहले आप बताईये अदिति के साथ कितना आगे गये किया हुआ था फिर मे बटाउगी
अमर - ठीक है तो सुनो
आज के लिये इतना हि![]()
My thinking is same that Aditi is Main heroine of this story. Her charector is most important for this storyBhai aditi hi main heroine lag rahi hai story ki. To abhay Hero. Par hero ab tak 1 ke upar hi chadha hai. Aise to story boaring karegi. Ab dekho kajal mamata minita sila Nitika jit jitu ki maa behene komal madhu asha tara puja aditi itni female character hai. Par abhay inko sirf gal chumega. Are inke sath bhi abhay ke relation dikhao. Taki story spicy ho jaye.