आपने सही कहा
निधि के किस्से में सुख दुःख मस्ती सब लिपटी हुयी हैं जिस तरह से उस बिन माँ की बच्ची को पहले स्कूल से फिर टाउनशिप से मिसेज मोइत्रा ने निकलवाया सिर्फ इस डर से की वह उनकी दोनों बेटियों को ' खराब ' न कर दे,
और नए स्कूल से भी उसका नाम कट गया, वो ड्रग ड्रिंक्स और बुरे लोगों की सोहबत में पड़ी, पैसा न रहने पे दोस्तों ने साथ छोड़ा, मकान मालिक ने एक्सप्लायट किया
और फिर उसको एक नया आधार मिला
निधि का जिक्र आगे भी आएगा, मस्ती में भी, मिसेज मोइत्रा के सिलसिले में भी और भी
आपके कमेंट मुझे नए आइडिया देते हैं और कहानी को गति, जब भी थोड़ा भी टाइम मिले तो जरूर आइयेगा इस कहानी पर भी