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रीता : फिर क्या हुआ मामा ने बात नहीं की क्या ?
विभा : बात की यार। रात दो बजे तक मैंने माँ और मामा की चुदाई देखी बहुत मजा आया सहेली। मामा बहुत मस्त चोदते है। मम्मी मामा का लण्ड चूस चूस मजे ले रही थी। मामा ने भी मम्मी की बुर को मस्त तरीके से चोदा। हम लोग जो किताबो और ब्लू फिल्मो में देखते थे वैसे ही चुदाई कर रहे थे दोनों। खुलेआम चुत, लण्ड, गांड बोल रहे थे। मम्मी गांड उछाल उछाल कर मामा का लौड़ा अपनी बुर में ले रही थी मामा के ऊपर चढ़ कर। मामा ने पूछा भी की दीदी विभा अब जवान हो गई है। थोड़ी बहुत जवानी की चटनी उसको भी……। पर साली ने मना कर दिया और सुबह उठते ही स्कूल भेज दिया।
रीता : हाय बहुत बुरा हुआ। तुझे भी मजा मिल जाता तो तेरी मम्मी का क्या जाता।
विभा : पता नहीं यार। वैसे मामा ने कहा है की वो राजी करने की कोशिश करेंगे दिन में। देखते है क्या होता है।
रीता : तेरे मामा होशियार है कोई न कोई चक्कर जरूर चला लेंगे। आज तुझे जरूर लंड मिलेगा सहेली। तेरी बाते सुनकर मेरी चुत भी अब लौड़ा मांग रही है। हाय चल क्लास में।
फिर दोनों क्लास में वापस लौट आते है।
संजू और रीता
स्कूल से छुट्टी के समय संजू और रीता मिलते है।
रीता : और भाई कैसे हो, बहुत ज्यादा देर से इंतजार तो नहीं करना पड़ा”?
संजू :“नहीं दीदी ऐसा नहीं है” और उसको देखते हुए मुस्कुराया। रीता के गाल गुलाबी थे और चेहरे पर शर्म की लाली और आंखों में वासना के डोरे तैर रहे थे। संजू अपनी प्यारी बहन के गुलाबी गाल वासना से भरी आँखों को देख सोचने लगा की दीदी गरम लग रही है। स्कर्ट और टाइट शर्ट में रीता की चूचियाँ भाले के नोक की तरह खड़ी थी। संजू अपने दोस्त मोहित के साथ बात करके ऐसे ही गर्म हो चूका था अपनी बहन को देखते ही उसके अंदर और उत्तेजना आ गई। जब वो संजू के बगल में चल रही थी तो उसके बदन से निकली सुगंध को संजू एक गहरी सांस लेकर अपनी नाक में भरने लगा।
रीता उसकी उत्तेजना को देख कर मुस्कुराते हुए बोली "क्यों संजू तेरा चेहरा इस तरह से लाल क्यों हो रहा है क्या बात है"। संजू ने मुस्कुराते हुए रीता की ओर देखा और कहा “देखो दीदी तुम तो मेरे दोस्त मोहित को जानती हो, आज लंच टाइम में मैं और मोहित मिले थे उसने मुझे एक बहुत ही गर्म किताब दी।
रीता: अच्छा तो किताब ने गर्म कर दिया मेरे भाई को। वो किताब कहाँ है फिर?
संजू: नहीं दीदी किताब ने नहीं उसको बातो ने गर्म कर दिया।
रीता: कैसी बाते की उसने तेरे साथ। क्या उसने भी चुदाई का मजा ले लिया क्या?
संजू: रुको अभी बताता हूँ। वैसे वो किताब भी मैंने उस से ले ली है।घर चल कर देखेंगे। दोनों साथ साथ चलने लगे। फिर एक ऑटो वाले को हाथ दे कर रीता ने रोका और दोनों भाई बहन उसमे बैठ गए संजू धीरे से फुसफुसाते हुए रीता के कान से अपना मुंह सटा उसके बदन की खुसबू को अपनी सांसो में भरता हुआ बोला दीदी तुम्हारा चेहरा भी तो लाल और गुलाबी हो रहा है।
रीता : ऐसे ही धुप में लाल हो गया होगा, थोड़ा दूर हट कर बैठ।
विभा : बात की यार। रात दो बजे तक मैंने माँ और मामा की चुदाई देखी बहुत मजा आया सहेली। मामा बहुत मस्त चोदते है। मम्मी मामा का लण्ड चूस चूस मजे ले रही थी। मामा ने भी मम्मी की बुर को मस्त तरीके से चोदा। हम लोग जो किताबो और ब्लू फिल्मो में देखते थे वैसे ही चुदाई कर रहे थे दोनों। खुलेआम चुत, लण्ड, गांड बोल रहे थे। मम्मी गांड उछाल उछाल कर मामा का लौड़ा अपनी बुर में ले रही थी मामा के ऊपर चढ़ कर। मामा ने पूछा भी की दीदी विभा अब जवान हो गई है। थोड़ी बहुत जवानी की चटनी उसको भी……। पर साली ने मना कर दिया और सुबह उठते ही स्कूल भेज दिया।
रीता : हाय बहुत बुरा हुआ। तुझे भी मजा मिल जाता तो तेरी मम्मी का क्या जाता।
विभा : पता नहीं यार। वैसे मामा ने कहा है की वो राजी करने की कोशिश करेंगे दिन में। देखते है क्या होता है।
रीता : तेरे मामा होशियार है कोई न कोई चक्कर जरूर चला लेंगे। आज तुझे जरूर लंड मिलेगा सहेली। तेरी बाते सुनकर मेरी चुत भी अब लौड़ा मांग रही है। हाय चल क्लास में।
फिर दोनों क्लास में वापस लौट आते है।
संजू और रीता
स्कूल से छुट्टी के समय संजू और रीता मिलते है।
रीता : और भाई कैसे हो, बहुत ज्यादा देर से इंतजार तो नहीं करना पड़ा”?
संजू :“नहीं दीदी ऐसा नहीं है” और उसको देखते हुए मुस्कुराया। रीता के गाल गुलाबी थे और चेहरे पर शर्म की लाली और आंखों में वासना के डोरे तैर रहे थे। संजू अपनी प्यारी बहन के गुलाबी गाल वासना से भरी आँखों को देख सोचने लगा की दीदी गरम लग रही है। स्कर्ट और टाइट शर्ट में रीता की चूचियाँ भाले के नोक की तरह खड़ी थी। संजू अपने दोस्त मोहित के साथ बात करके ऐसे ही गर्म हो चूका था अपनी बहन को देखते ही उसके अंदर और उत्तेजना आ गई। जब वो संजू के बगल में चल रही थी तो उसके बदन से निकली सुगंध को संजू एक गहरी सांस लेकर अपनी नाक में भरने लगा।
रीता उसकी उत्तेजना को देख कर मुस्कुराते हुए बोली "क्यों संजू तेरा चेहरा इस तरह से लाल क्यों हो रहा है क्या बात है"। संजू ने मुस्कुराते हुए रीता की ओर देखा और कहा “देखो दीदी तुम तो मेरे दोस्त मोहित को जानती हो, आज लंच टाइम में मैं और मोहित मिले थे उसने मुझे एक बहुत ही गर्म किताब दी।
रीता: अच्छा तो किताब ने गर्म कर दिया मेरे भाई को। वो किताब कहाँ है फिर?
संजू: नहीं दीदी किताब ने नहीं उसको बातो ने गर्म कर दिया।
रीता: कैसी बाते की उसने तेरे साथ। क्या उसने भी चुदाई का मजा ले लिया क्या?
संजू: रुको अभी बताता हूँ। वैसे वो किताब भी मैंने उस से ले ली है।घर चल कर देखेंगे। दोनों साथ साथ चलने लगे। फिर एक ऑटो वाले को हाथ दे कर रीता ने रोका और दोनों भाई बहन उसमे बैठ गए संजू धीरे से फुसफुसाते हुए रीता के कान से अपना मुंह सटा उसके बदन की खुसबू को अपनी सांसो में भरता हुआ बोला दीदी तुम्हारा चेहरा भी तो लाल और गुलाबी हो रहा है।
रीता : ऐसे ही धुप में लाल हो गया होगा, थोड़ा दूर हट कर बैठ।