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Adultery छुटकी - होली दीदी की ससुराल में

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babasandy

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kahani shru se padhiye na
Nhi meri pyari didi....jiju ke sath nhi...mai to chahta hu ki koi awara Gunda apko utha ke kisi khet me le jay aur apki gand mare apne 10 inch ke musal se...apki chudiyan tod de ...apki lahnga choli phad de....khet me mitti ke dhele apki apki gand ka gufa bana de vo Gunda....apko kaisa lagega meri didi ... reply jarur dena...


htllqiw81a571
 
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Rajizexy

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( भाग ६ -पिछले पृष्ठ से शुरू )



चुस्सम चुस्सवल

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और मेरी और मेरी बहन की परफेक्ट समझ थी बस आँखों के ईशारे

हम दोनों फर्श पर और ये सीट पर बैठे , ... जैसे दो सहेलियां मिल बाँट के लॉलीपॉप चूसें ,

शुरआत मैंने की , होंठों के सहारे से इनके सुपाड़े का चमड़ा बहुत धीमे धीमे हटाया , छुटकी बगल में बैठे देख रही थी , सीख रही थी , .... फिर ढेर सारा थूक मैंने अपने इकट्ठा किया और सब इनके सुपाड़े पर ,

मोटा भी कितना था , एकदम लाल , बड़े पहाड़ी आलू सा , फिर सिर्फ थोड़ी देर जीभ की टिप से उनके पेशाब के छेद में सुरसुरी की , और

गप्प ,

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अब मुझे आदत हो गयी थी , एक बार में पूरा सुपाड़ा गपक कर लेने की , थोड़ी देर चुसला चुभला के मैंने उसे अपनी ललचाती , नदीदी लार टपकाती अपनी छोटी बहन को दे दिया
और फिर एक बार अपने मुंह में ढेर सारा थूक इकठा किया , और अबकी सब थूक मेरी हथेली में

छुटकी ने बड़ी कोशिश कर के अपने जीजू का आधा से ज्यादा सुपाड़ा अपने किशोर मुंह में घोंट लिया था और हलके हलके चूस रही थी , ....


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मैंने सब थूक अब उनके चर्म दंड पर लगाया और उसी थूक लगी मुट्ठी से मालिश करने लगी ,... पूरा लंड चमक रहा था ,

फिर हम दोनों बहनों ने इन्हे बाँट लिया , सुपाड़ा छोटी के मुंह में और बाकी का मेरे हिस्से में , मैं जीभ से बॉल्स से लेकर सुपाड़े तक तेजी से सपड़ सपड़ चाट रही थी ,

अब इनकी हालत खराब हो रही थी , लेकिन हम दोनों बहने यही चाहती भी थीं , लेकिन तब तक ट्रेन धीमी होने लगी , ... रात भी अब ख़तम होने के कगार पर थी ,

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कोई बड़ा स्टेशन आ रहा था , ... और मैंने रुक के एक पल इनकी ओर देखा इन्होने छुटकी का सर पकड़ा

कोई भोसड़े में क्या लंड पेलेगा , जिस तरह इन्होने अपनी साली के मुंह में लंड ठेल दिया , अब पूरा ढाई इंच का सुपाड़ा उस छोटी साली के मुंह में धंसा घुसा और वो कस के उसके सर को दोनों हाथों से जकड रखा था ,

बचपन में मेरी भोंसड़ी वाली सास ने अच्छी ट्रेनिंग दी है अपने मुन्ने को , रुक के मैंने थोड़ा उन्हें चिढ़ाया

ट्रेन रुक चुकी थी , बाहर से चाय चाय की आवाज स्टेशन की हलचल सब कुछ सुनाई पड़ रहा था , खिड़की खुली हुयी थी ,

लेकिन न इन्हे फर्क पड़ रहा था न हम दोनों बहनों को ,

पूरे पांच मिनट तक ट्रेन खड़ी रही , और हम दोनों , हाँ ट्रेन चलने के पहले मैंने अपनी छोटी बहन को उसके जीजू का पूरा मोटा गन्ना दे दिया ,


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उसके जीजू कस कस के उसका मुंह चोद रहे थे सुपाडा उन्होंने उस कली के हलक में उतार दिया था , वो गों गों कर रही थी , लेकिन उनकी पकड़

और मैंने अब दोनों रसगुल्लों की ओर रुख किया आखिर सारा माल पानी बनता भी तो वहीँ है , बस मैं जोर जोर से चूसने लगी एक एक बॉल्स को लेकर बारी बारी से , ...

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एक तकिया लेकर मैंने उनके चूतड़ों को थोड़ा उचकाया और अब मेरी जीभ बॉल्स से लेकर पिछवाड़े के छेद तक
ट्रेन चल दी थी और हम दोनों बहनों ने आँखों ही आँखों में
और हम दोनों ने मिल के उन्हें बर्थ पर ही , पीठ के बल धक्का देकर ,... छुटकी एक बार साइड से उन्हें चूस रही थी और दूसरी साइड से मैं

कभी हम दोनों मिल के सुपाड़ा उनका चाटती चुसतीं , कभी लंड उसके हिस्से में सुपाड़ा मेरे हिस्से में ,


फिर मैंने एक और तकिया उनके चूतड़ के नीचे लगाया ,

छुटकी चूसना छोड़ के देख रही थी मैं क्या कर रही हूँ ,



मैंने इनके दोनों नितम्ब फैला के छुटकी को इनके पिछवाड़े का छेद दिखाया , और उससे कहा इसे फैलाये रहे ,

बस अब मेरी जीभ ने शरारत शुरू कर दी , पहले जीभ गोलकुंडा का चक्कर काटती रही , फिर जीभ की टिप सीधे गोल छेद के अंदर , मैं रीमिंग कर रही थी , चपड़ चपड़ चाट रही थी ,
इनकी रीमिंग करवाने में हालत खराब हो जाती थी , और यही तो मैं चाहती थी ,...

ffm-chhutki-26592657.webp


और अब छुटकी भी अपने काम में लग गयी , पिछवाड़े का छेद बड़ी बहन के हिस्से में , और मोटा तन्नाया लंड छोटी बहन के हिस्से में ,...
दो चार मिनट में ही इनकी हालत खराब हो गयी , ...

तभी मैं चौंकी ,... जो स्टेशन गुजरा था ,... कोई उसका नाम ले रहा था ,... वो हमारे गाँव के पहले का आखिरी बड़ा स्टेशन था यहाँ से एक घंटे पूरा लगता था यानी एक घंटे में हमें उतरना होगा , और तब तक ,... शाम से इनका मन कर रहा था ,...
Chhutki ke sath milkar kya dhamaka kiya hai dear lovely Komal sis, adbhut update 👌👌👌 abhi to aur dhamal hoga ek ghanta baki hai abhi.Sis tum to holi ki specialist ho, holi par tum se achha koi nahi likh sakta.👌
Tv Land Thats Nice GIF by YoungerTV
 
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komaalrani

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Chhutki ke sath milkar kya dhamaka kiya hai dear lovely Komal sis, adbhut update 👌👌👌 abhi to aur dhamal hoga ek ghanta baki hai abhi.Sis tum to holi ki specialist ho, holi par tum se achha koi nahi likh sakta.👌
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Thanks sooooooooooooo much, luv u , ....one little thing, page 27 pe meri nayi story, Maje Banaras ke ki kuch jhalkaiyan hain ,... i am just thinking about this story,... please do go to page 27 and read the trailer and share your opinion, there are three posts, posts 266, 267 and 268,...i will be waiting for your valuable comments ,

 
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Rajizexy

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काम -काम्या, रम्या, प्रमदा

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काम का चरम रूप, स्त्री -पुरुष, देह मन मस्तिष्क तीनो का संगम और रस की पराकाष्ठा,...

मैं कुछ सायास सोच नहीं रहा था, गंगा की लहरें देखते हुए अपने आप मन में विचारों की, भावों की लहरे बह रही थीं,...


रस अन्त:करण की वह शक्ति है, जिसके कारण इन्द्रियाँ अपना कार्य करती हैं, मन कल्पना करता है, स्वप्न की स्मृति रहती है। रस आनंद रूप है । यही आनंद अन्य सभी अनुभवों का अतिक्रमण भी है।


कमनीया का एक कटाक्ष, सभी दृष्टि के सुखों से ऊपर होता है, बिना कहे सुख की कितनी पिचकारियां, उस कटाक्ष के साथ लजाने से छूट पड़ती हैं,... छेड़छाड़ की बातें, कभी आधी कही बातें. सब वाग सुखों का निचोड़ हो जाता है, और मिलन में तो सब रस एक साथ,... दृश्य का,वाग का, स्पर्श का, गंध का,...


पुजारी जी जैसे जैसे प्रसाद का पान करा रहे थे, ... सब कुछ भूल कर,...

जैसे शैवाल से भरा ताल भले ऊपर से जैसा लगे पर उसके नीचे प्यास बुझाने वाला निर्मल जल ,... नीति -अनीति, नाते रिश्ते भौतिक सम्बन्ध जैसे कटते जा रहे थे , जैसे काई हटती जा रही हो और अंदर का सुंदर स्वादिष्ट जल प्यास बुझाने के लिए ,...

कामना, उसको पूरा करने के लिए शक्ति और सबसे बढ़कर रस, छक कर रस पान,...

रमणी,... जिसके साथ रमण किया जाये, रम्या,... कामिनी, काम्या,... जिसकी कामना की जाये,... और स्त्री में ही पुरुष की पूर्ण आहुति होती है, वहीँ पुरुष स्थान पाता है ,

धात्री धरती बीज को धारण करती है और शष्य श्यामला धान्य से भर जाती है,

स्त्री यज्ञ की समिधा की तरह है , जिसमे पुरुष घृत की तरह,...

दोनों एक दूसरे के पूरक हैं, और सृष्टि का निर्माण भले ही हो गया है , लेकिन यह काम की भावना ही चाहे पेड़ पौधे हों, अलग योनियों के जीव जंतु हो,उनकी वृद्धि के लिए जिम्मेदार है , और काम की पूर्ती के साथ जो स्त्री पुरुष दोनों को आनंद मिलता है, वह शब्दातीत है, लेकिन उस आनंद को देना और लेना दोनों ही, कर्म है,...

तभी तो उन्होंने कहा था,... ये तो कर्म है,...

और एक पल के लिए वो छवि उभरी,... वो कमनीया किशोरी मेरे ऊपर, और छलकता बिखरता मधु उसके ऊपर से ,... मेरे प्यासे होंठों को तृप्त करती,... काम्या के देह से निकला,बहा, छलका सब कुछ कमनीय है,... सब कुछ,... उन क्षणों की अनभूति ,जब सिर्फ रस बरस रहा हो, रस के सागर में डुबकी, देह तो बस सीढ़ी है उस आनंद के कूप में उतरने के लिए, सुख के पहाड़ों पर चढ़ने के लिए,

और शक्ति, ऊर्जा, सुख का स्रोत वही है , जो सृष्टि का स्त्रोत है, काम्या, रम्या, प्रमदा

जैसे गंगा की लहरों की तरह मेरे मन में विचार हिलोरे ले रहे थे थिर हुयी लहरों की तरह धीरे धीरे रुक गए. अबतक चाँद आसमान में अच्छी तरह से निकल आया था,, होली के अगले दिन का चाँद, कभी मैं छिटकी चांदनी को देखता कभी गंगा में चाँद की परछाईं को,



लेकिन फिर एक बात मन में उठी, अपनी कोई बात मैंने नहीं कही थी, लेकिन मेरे बिना कहे उन्होंने सुन भी लिया, समझ भी लिया और और मुझे आशीष भी, और उनके भी होंठ नहीं हिल रहे थे, लेकिन मैं साफ़ साफ़ सुन रहा था, जैसे आवाजों को देख रहा होऊं,...







मेरी अगली कहानी,

मज़े बनारस के,.... कुछ अंश
Dear Komal sis, tumhari to har rachna shresth hi hogi💯👌👌👌.Sister tumhare kuchh words to me samjh nahi pai,lekin jitna bhi me samjh saki,mujhe tumari story best lagi.Sister mujhe maf karna tumhari Punjaban friend ki hindi tumhare jaisi achhi nahi hai.Best of luck sis for new story.
 
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komaalrani

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I love likes, but comments help men more,.... its a new story, first time i am planning incest so do help me by giving your comments and opinions in this story, please,... please,...
 
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Dear Komal sis, tumhari to har rachna shresth hi hogi💯👌👌👌.Sister tumhare kuchh words to me samjh nahi pai,lekin jitna bhi me samjh saki,mujhe tumari story best lagi.Sister mujhe maf karna tumhari Punjaban friend ki hindi tumhare jaisi achhi nahi hai.Best of luck sis for new story.
sis aap dil ki jubaan smajhati ho, jiske liye kisi bhasha ki jaroort nahi hai ,... thanks so much for reading and appreciating kuch parts hi thodi poetic HIndi men baaki to ekdm gaanvvaali bhasha men
 
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Rajizexy

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sis aap dil ki jubaan smajhati ho, jiske liye kisi bhasha ki jaroort nahi hai ,... thanks so much for reading and appreciating kuch parts hi thodi poetic HIndi men baaki to ekdm gaanvvaali bhasha men
Komal sis tumhare ashirwad se meri story ne 2 lakh views complete kar liye hai ,in less than one month.Congrats sis, meri story ke pillar to tum hi ho.🙏🙏🙏❤️❤️❤️💋💋💋
 
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इस कहानी मै छूटकी को आगे जा विलेन भी बनना । ताकि छूटकी अपने बेटे से सारे मर्दों की बेटियों को जोते। उन्हीं के सामने।
 
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