कोई कमी नहीं है , लाज़वाब ट्विस्ट आया है , जैसा तुम्हारा मन करे वैसा लिखते रहो। थोड़ा संवाद बात चित भी होता रहे तो मज़ेदार होगा। रेगुलर अपडेट देते रहो।क्या कमी है बताओ
Bhai.....point 1.....pahle jo maa bete me pyar tha wo gayab ho gaya.......क्या कमी है बताओ
Hot updateकाफी देर से मै चुदाई देख रहा होता हूं और थोड़े ही देर में दोनों नंगे बाथरूम से निकलते हैं अब मुझे भी काफी नींद आ रही होती है और इस तरीके से खड़े होकर के अंदर से देखते-देखते मेरे पैर में भी दर्द होने लगते हैं और नींद भी जोरों की आने लग जाती है तो मैं वापस वहां से जहां से मैं देख रहा होता हूं बिस्तर पर आकर के रजाई के अंदर चले जाता हूं और कब मेरी आंखें लग जाती है मालूम ही नहीं चलती है।
मैं गहरी नींद में सोया हुआ होता हूं। और एक दो बार करवट बदलता हूं क्योंकि मुझे कुछ सोने में डिस्टर्ब हो रही होती है लेकिन धीरे-धीरे मेरी नींद और खराब होने लगती है आंखों पर ऐसा लगता है की रोशनी आ रही होती है और मुझे थपथपा की आवाज सुनाई पड़ रही होती है लेकिन जैसे ही मैं होश में आता हूं मुझे थपथपा की आवाज अच्छे से सुनाई देने लग जाती है। तभी मेरी आंखें खुल जाती है और मेरी आंखों के सामने ही जो कुछ होता है एक पल के लिए मैं भी हिल जाता हूं मेरे ही बिस्तर के नीचे में ठीक मेरे आंखों के सामने में कुछ ही तकरीबन 12 से 15 इंच की दूरी के ऊपर मम्मी एकदम घोड़ी बनी हुई होती है और अशोक मामा उनको चोदे जा रहे होते हैं। थप थपकी पूरी आवाज हो रही होती है उन दोनों का चेहरा क्योंकि मेरे तरफ नहीं होता है तो वह लोग मुझे देखा नहीं सकते हैं लेकिन अब मैं बहुत नजदीक से देख रहा होता हूं यहां तक की मम्मी के जांघों की हिलती हुई चर्बी तक को देख रहा होता हूं जो कि अशोक मामा के हर झटका के ऊपर हिलते हैं। पहली बार इतनी नजदीक से मैं देख रहा होता हूं मम्मी की पूरी बुर में लौड़ा जा रहा होता है। मेरी आंखें खुली हुई होती है और मेरा सर भी उसी तरफ होता है मैं तकिए के ऊपर होता हूं और मैं देख रहा होता हूं कैसे लौड़ा बाहर निकलता है और एक ही बार में पूरा अंदर तक जाता है। बार-बार यही सिलसिला चल रहा होता है मेरा दिल कर रहा होता है मम्मी की बुर को छू लेने का क्योंकि मेरे हाथों के बहुत ही नजदीक में हो सकती है इतनी कम दूरी पर होती है मेरे हाथ बहुत आसानी से वहां तक जा सकते हैं। मेरा तो दिल जोरो से धड़क रहा होता है मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि मेरी आंखों के सामने में इतना कुछ चल रहा है मेरे हाथ ललचा रहे होते हैं अपनी ही मम्मी की बुर को छूने के लिए जिसे कोई गैर मर्द अच्छे से चोद रहा होता है। अशोक मामा लपेट लपेट के मम्मी को पूरा घोड़ी बनाकरचोद रहे होते हैं। तभी अशोक मामा पूरी उनकी गांड को एकदम फैला करके गप गप मारना शुरू करते हैं थप थप की आवाज होने लग जाती है और अगले ही पल वह अपना लौड़ा निकाल करके मम्मी के गांड के ऊपर मलाई गिराना शुरू कर देते हैं। कुछ देर में वह पूरी मलाई गिरने के बाद उठ जाते हैं और मम्मी के चेहरे के सामने जाकर के उनको लौड़ा चुसवाना शुरू कर देते हैं मम्मी बहुत ही अच्छे तरीके से चैट चैट के उनका पूरा लौड़ा साफ कर देती है मम्मी के पूरे चेहरे पर संतुष्टि दिखाई पड़ रही होती है। अशोक मामा अब बोलते हैं रात काफी हो गई है ठीक है ना अब सोना चाहिए तभी मैं देखता हूं कि मम्मी उठ करके जो दरवाजा होती है जो कि अशोक मामा के कमरे की तरफ निकलती है हमारे दीवार के बीच में जो होती है मम्मी के कमरे में मम्मी उसे दरवाजा को खोलती है तो मुझे एक और झटका लगता है मैं समझ जाता हूं कि यह लोग इस दरवाजे का भी इस्तेमाल करते होंगे पहले और अशोक मामा उसे दरवाजे से अपने कमरे के अंदर चले जाते हैं मम्मी उसे दरवाजे को फिर पूरा लगा लेती है पहले जैसे फिर वहां से उठ करके मम्मी बाथरूम की तरफ चल जाती है अब मैं आंख बंद कर चुका होता हूं ताकि उनको यह नहीं मालूम चले कि मैं सब कुछ देख लिया हूं। अब वह बाथरूम में गई होती है तभी मेरे मन में आइडिया आता है मैं उनके मेक्सि को हटा करके रख देता हूं और गोदरेज के चाबी को भी हटा देता हूं थोड़ी देर के बाद मम्मी जब कमरे में आती है तो मैं ऐसे ही अपना चेहरा रजाई के अंदर छुपा लेता हूं लेकिन मैं देख रहा होता हूं वह अपने मेक्सिको खोजती है नहीं मिलता है फिर वह गोदरेज की तरफ बढ़ती है तो उसकी चाबी भी नहीं मिलती है और फाइनली जो मैंने सोचा था वही होता है मम्मी ऐसे ही नंगे कंबल में आ रही होती है उनको लग रहा होता है कि मैं सुबह से पहले उठने वाला हूं नहीं क्योंकि उन्होंने मुझे जो दवाई दी है। मैं बिस्तर पर साइड में होता हूं और अब वह कोने की तरफ आकर के लेट जाती है और लाइट बंद कर लेती है जो कि हमारे बेड के पास में ही होता है।
Wo uska saga nhi muh bola mama h or ek hafte se jada hue h aaye hue aap kahani sahi se padho beta khud maa ko gap diya kyou ki kafi suspense hai abhi beta koi ehsan me nhi duba haiBhai.....point 1.....pahle jo maa bete me pyar tha wo gayab ho gaya.......
Point 2 kya maa bete ka yahi pyar hota hai ki kisi dusre ke aate hi maa ne bete ko chit karna start kar diya
Point 3 Jo ladka ek bike lete samay kisi se itna nafrat karne laga.....aur wo aaj apni maa ko kisi ke saath sex karta dekhkar chup baitha hai.....
Point 4 abhi story me aapne mention Kiya ki mama ko aaye 1 hapte hi hua aur aate hi mama ne tumhe police se bhi bacha liya
Is tarah kayi aur Kami mejhe najar aayi.....
Fir story mast hai.....lekin bete ko itna ehsaan tale daba rahe ho ki ye usse kabhi Nazar utha kar baat bhi nahi kar sakta.....kya galat hai kya sahi hai....
Fir bhi aap writer ho aap jo likhoge hum enjoy karenge....bus kewal yahi kahunga story maa bete aur mama ko mainten karke chale to aur bhi achcha hai....
Best of luck bro....