Raja maurya
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Mast update Bhaiकक्षा १२ के परिणाम में मम्मी का योगदान (पार्ट २)
पापा कुछ दाव खेल कर चले गए. पापा ने मम्मी को कुछ और बताया और मम्मी के सवाल कुछ और थे मेरे लिए
मम्मी: क्या बोल रहे हो? तुम तो मुझसे प्यार करते ही हो. पर पापा ने कुछ और बताया मुझे
मैं: आपको पापा ने क्या बताया?
मम्मी: यही बताया के तुम्हे किसी से प्यार है और इसीलिए मार्क्स कम आये
भैंस की आँख ये कब हुआ? पापा ने मेरी लंका लगा दी
मम्मी: तो मुझे बताना चाहिए था
पापा ने मेरी कोई हेल्प नहीं की, पापा मुझे उल्टा फसा कर चले गए.
मैं: मम्मी मैं आपसे बाद में बात करता हूँ
मम्मी: रुको... हेय समीर
मैं रुका ही नहीं मैं सीधा पापा को फ़ोन लगाया।
मैं: पापा ये क्या मजाक है?
पापा: हेय क्या हुआ?
मैं: मम्मी से मेरी बात हुई मेरी वाट लगते लगते बची है
पापा: अच्छा तो हो गई बात
मैं: हां हो गई पापा आप मुझे मरवा देते
पापा: अरे थोड़ी मजाक कर रहा था
मैं: क्या पापा आप भी अभी मैं कुछ बोल देता प्रोब्लेम्स हो जाती
पापा: नाउ लिसन मि केरफ़ुली ओके? तू मेरा बेटा है मैं चाहता हु के तू तेरी माँ को पटा. जो जोश तेरे में है उससे तेरी माँ को पटा कर दिखा
मैं: स्योर?
पापा: १००% स्योर
मैं: आपको फिर कोई बुरा नहीं लगेगा न?
पापा: नहीं लगेगा। पटा बिंदास। पर याद रहे तेरे पास १५ दिन ही है
तभी मेरे कमरे में मम्मी आ गई मैंने जल्दी फोन काट दिया. हां एग्जाम के अब १५ दिन ही बचे थे तो अब उससे पहले मुझे इन सब को ख़तम करना होगा तो मैं अपने पे थोड़ा पढाई पर ध्यान दे पाउ. लेटस डू इट
मम्मी: समीर तुम मुझसे बात कर सकते हो क्या हुआ?
मैं: हां मम्मी कुछ नहीं आओ बैठो
पापा ने मुझे चेलेंज दी थी अब वो तो ख़तम करनी ही है. पापा तेरी बीवी को तो पटा कर ही रहूँगा
मम्मी: बैठो बोलो कौन है वो?
मुझे भी दाव खेलना आता है
मैं: मम्मी आपको पापा ने बताया नहीं के वो आप ही है?
माँ: मतलब?
मैं: पापा ने बताया होगा मैंने तो पापा को यही बताया है के मुझे आपसे प्यार हो गया है
माँ: हम्म?
मैं: हां पापा ने आपको ये नहीं बताया के वो लड़की कौन है? वो आप ही हो मम्मी
माँ: क्या बोल रहा है तू
मैं: सच माँ. मुझे ये तो पता है समीर नाम से आप बहुत ही प्यार करते है
माँ: हां क्योंकि वो तेरा नाम है
मैं: मम्मी लेट में ऑनेस्ट विथ यू
माँ: हां बोल मुझे गोल गोल मत घुमा
मैं: माँ जब से मैंने डीवीडी देखि है मैं आपके प्यार में पागल हो चूका हु
माँ: तो तेरे पापा सच थे के तूने ही वो डीवीडी देख ली है
मैं: हां और मैं यह भी जनता हु के आपकी नानाजी के साथ की सेवा क्रूज़ पर कैसी रही
माँ: क्या बकवास कर रहे हो?
मैं: मम्मी मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है, ये आपकी निजी जिंदगी है बस मुझे आपसे प्यार गया है
माँ: तुम पागल हो चुके हो (मम्मी की आवाज में थोड़ा गुस्सा आता जा रहा था)
मैं: मम्मी गुस्से होने के बजाये आप मुझे सेक्स एड्युकेशन के अंतर्गत थोड़ा ज्ञान क्यों नहीं देते। आप गुस्सा ना हो मुझे कोई आपत्ति नहीं है बस मेरे सामने ऐसे मत देखो. मैं दूध पिता बच्चा नहीं हु और आपकी भावना आपकी इच्छा का मान सम्मान करता हु. मैं बस उठते जागते सोते पेपर लिखते आप के ही सपने देखता हु. मुझे हर जगह सिर्फ आप दीखते है. मैं आपके हुस्न का शिकार हो चूका हु. मैं नहीं पाता आपके बगैर। बस आप दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत में से एक हो.
फिर मैंने माँ को सारी की सारी बात की पूरी शुरू से अंत तक सब कुछ. जो मम्मी मेरे सामने ऐसे देख रही थी के वो शर्म से पानी पानी हो चुकी थी. मम्मी सारी बात सुन कर स्वस्थ हो कर फिर इतना ही बोल पाई
माँ: मतलब तू सब कुछ अब जानता ही है
मैं: हां और माँ मुझे कोई आपत्ति नहीं आप अगर वापस भी जाओ अपनी जिंदगी खुल कर जिओ. बस मुझे इसमें आपके साथ शामिल कर लो
मैं पापा के दिए हुए क्लू के मम्मी को पटाना हो तो थोड़ा हक़ जमाना पड़ता है वो इस्तेमाल कर रहा था
माँ: मतलब?
मैं: आपकी ये जिंदगी का भी मुझे हिस्सा बनना है
माँ: (हसंते हुए) तुम पागल हो पता भी चल रहा है क्या बोल रहे हो?
मैं: हां माँ उसमे क्या प्रॉब्लम है?
माँ: तू मेरा बेटा है
मैं: तो बेटे के साथ क्या बुराई है? मैं भी तो मर्द हु. क्या मैं आपको हेंडसम नहीं लगता?
माँ: क्या बकवास कर रहा है?
मैं: तो फिर समीर अंकल जो थे वहा उसका नाम आप इतना बार बार क्यों ले रहे थे
माँ शर्म से पानी पानी हो चुकी थी पहले से ही
माँ: मैं जाती हु
मैं: नहीं मम्मी कही मत जाओ खुल कर बात कर रहा हु तो आप भागी जा रही हो बात करो मुझसे
माँ: बेटा समझ नहीं रहा मैं माँ हु तुम्हारी
मैं: आपको बाहर किसी को थोड़ी बोलना है आपको तो मुझे घर में ही हिस्सा देना है. पापा को कोई तकलीफ नहीं
माँ: तेरे पापा से बात करती हु
मैं: रुको मैं आपको रेकॉर्डिंग सुनाता हूँ
मैंने लास्ट कॉल पापा के साथ रेकॉर्डिंग कर ली थी, मैं अपने इरादे पर मक्कम था तो मुझे ये सब करना ही था
माँ: हम्म्म
मैं: माँ अगर आपको मुझसे प्यार न होता तो मैं ये सब कभी न करता। आपको मुझसे प्यार है वो पापा को भी पता है. मुझे पता है. और मुझे भी आपसे प्यार है. आपके पति को इससे कोई आपत्ति नहीं है तो आपको डर किस बात का है?
इतना बोल कर मैं मम्मी के पास खिसका। मम्मी के हाथ के ऊपर हाथ रखा तो मम्मी ने हाथ सरका लिया
मैं: माँ आपको मुझसे अगर प्यार ही नहीं है तो आप अभी खड़े हो कर बाहर चले जाओ
माँ: बेटा ये जिद गलत है
मैं: तो चले जाओ और ख़तम करो इस सब बात का
माँ: समीर प्लीज.
मैं: माँ अगर मुझसे प्यार है तो अगले १० गिनने तक आप इधर बैठे नहीं रहोगे बहार चले जाओगे वरना मुझे किस करोगे
माँ: तू पागल हो गया है
मैं: एक दो तीन.... मैं आँखे बंद कर के ही बोलता हूँ. आपका जाना मुझसे बर्दास्त नहीं होगा
माँ: समीर प्लीज
मैं: चार पांच छह सात
और माँ का मेरे गाल पर एक किस आया। होठ पर नहीं गाल पर
मैं: मैंने होठ पर कहा था
माँ: मुझे शर्म आती है
मैं: आठ.....
माँ: ऑफ़ ओह तुम समीर
मैं: नौ
और माँ का तुरंत मेरे होठ पर किस आ गया वो पूरी १ सेकंड भी नहीं था क्योंकि माँ शर्मा रही थी और माँ ने एकदम ड्राई वाला किस किया कब होठ मिले कब होठ अलग हो गए ये भी पुरे ढंग से पता नहीं चल रहा था. खैर किस किया मतलब अब रास्ता साफ़ है.
मैं: आई लव यू
मम्मी: देख ये सब में तेरी पढाई को कुछ नहीं होना चाहिए ऐसा न हो के सब कुछ बर्बाद हो जाये
मैं: मम्मी मेरे पेपर नहीं देखे आपने? मैंने कुछ लिखा ही नहीं है. जितना लिखा उसमे एक जवाब गलत हो तो बताओ
मम्मी ने मेरे पेपर हाथ में ले कर देखा तो सच में यही था. मैंने जितना मार्क्स का जो कुछ लिखा था वो एकदम सही था
मम्मी: बात तो तेरी सही है. तो प्रॉब्लम क्या हुई?
मैं: मैं आपके खयालो में खो जाता था. हर बार ऐसा हो रहा था के मैं भी वो सब कुछ करू जो हर कोई आपके साथ कर रहा है
मम्मी: अच्छा
मैं: हां मम्मी मुझे आप बहुत पसंद हो
मम्मी: मैं या मेरा बदन?
मैं: मम्मी आपका बदन तो किसी भी पोर्न स्टार से कम नहीं
मम्मी: हम्म्म
अब मैंने मम्मी के हाथ पर वापस हाथ रखे थे तो मम्मी ने सिर्फ आँखे बंद की. और मैं धीरे धीरे माँ के करीब जाने लगा तो माँ हल्का सा पीछे की और कोशिश तो कर रही थी पर वो साफ़ दिखाई दे रहा थे ऐसे ही थोड़ा तो विरोध करना चाहिए उस लाहिजे में जा रही थी. मैं मम्मी के एकदम करीब जा कर मम्मी के होठो पर मेरे होठ रख दिए. मैं मस्त हो कर मम्मी के होठो का रसपान करने लगा. माँ मुझे पूरा का पूरा साथ दे रही थी. मैंने अपनी जुबान को मम्मी के होठ पर दस्तक दी और मैंने माँ के मुँह के अंदर मेरी जुबान घुसा दी. मेरी जुबान और माँ की जुबान दोनों आपस में प्यार करने लगे. मैंने अपना एक हाथ माँ के गाल पर रखा और उसे और सेक्सी अंदाज में किस करने लगा. माँ के होठ बहुत ही मुलायम थे. मैं कोई जल्दबाजी नहीं करना छह रहा था. तो मैं सिर्फ किस ही कर रहा था. करीब १० मिनिट के बाद मैंने माँ से किस करना बंद किया. माँ की आँखे बंद थी वो खुल गई और मेरी और इस तरह देखा के मैंने किस बंद क्यों की?
मैं: घर में नौकर है
माँ थोड़े हकीकत में आई और एकदम से खड़ी हो गई. वो अपने रूम में चली गई. मैं बहार गया और दोनों नौकर को २ दिन के लिए छुट्टी दे दी. वैसे तो घर ही रहते थे पर छुट्टी मिलने पर गांव चले जाते थे. तो दोनों गांव चले गए. करीब १ घंटा ऐसे ही चला गया और मैं मम्मी के रूम को बहार से खटखटाता हूँ
मैं: मम्मी?
माँ: तुम जाओ यहाँ से प्लीज
मैं: घर में अब नौकर भी दो दिन नहीं है.
मम्मी की आवाज ही नहीं आ रही थी. मैं ही बोले जा रहा था
मैं: मम्मी प्लीज दरवाजा खोलो. देखो इसमें आपका भी फायदा है और मेरा भी. मेरा भी एग्जाम अच्छा जायेगा. मम्मी प्लीज दरवाजा तो खोलो. आप ठीक तो हो. माँ प्यार होने के बावजूद कैसी दूरिया. मुझे भी वो सब करना है जो आपके साथ पापा करते है. खालिद अंकल करते है. जो लोग आपको जानते नहीं उसके भी साथ आप मजे करते हो, तो मम्मी मैं तो घर का आदमी हु. आपके मम्मो पर तो पापा के बाद मैं ही था जिसका अधिकार था. प्लीज दरवाजा खोलो मुझे अंदर आने दो या फिर आप बाहर आ जाओ. मैंने नौकर को २ दिन छुट्टी दे दी प्लीज मम्मी ऐसे ना तड़पाओ
और कमरे का दरवाजा खुला. मम्मी साड़ी में और भी अब खूबसूरत लग रही थी. ट्रांसपेरेंट साडी में ऊपर का ब्लाउज खुल चूका था वो दिख रहा था. पहले नहीं था. लगता है माँ ने आहे जो भरी उसमे ऊपर का बटन खुल गया जो मम्मी को भी पता नहीं चला था. मैं अंदर रूम में मम्मी के एकदम सामने आ कर उसे पीछे की और धक्का दे रहा था. मेरे हाथ मम्मी के हाथ को पकड़े थे. माँ थोड़ा थोड़ा पीछे जा रही थी. मैं उसे और भी पीछे धकेले जा रहा था. पीछे दिवार आ गई और माँ उधर रुक गई. माँ की साँसे तेजी से चल रही थी तो साथ साथ मम्मी भी ऊपर निचे हो रहे थे
मैं: ये मम्मे देखो आपके ऊपर निचे ऊपर निचे हो रहे है. मेरा नहीं इन मम्मो को मेरी जरुरत है. ये मम्मे ऊपर निचे मानो अपना सर हिला कर बोल रहे है के हां मुझे समीर के पास जाना है
माँ: धत्त (माँ शर्मा रही थी एकदम मैं बोल ही ऐसा रहा था)
मैं: ये मम्मो ने तो ब्लाउज का बटन भी ऊपर का खोल दिया है. पूरी की पूरी खाई निमत्रित कर रही है मुझे।
माँ बहुत ही शर्मा रही थी और लाल लाल हो चुकी थी शर्म के मारे. पर मैं रुकने का नाम नहीं ले रहा था
मैं: माँ मुझे पता है के तुम्हारा मेरे साथ पहली बार है इसीलिए शर्मा रही हो वरना तुम्हे ये सब नहीं पसंद. तुम वो औरत हो जिसे मर्दो को खुश करने के अलावा कुछ नहीं सूझता
माँ को मैं और भी तड़पा रहा था बोल बोल कर के वो कितनी बड़ी स्लट है. और माँ को मजा भी आ रहा था. पापा को पता नहीं था के मैं भी उसका बेटा ही हु के मैं एक दिन में, बस एक दिन में, आप घर पर तो आप उससे पहले तो मैं इसे मेरे लंड की दीवानी बना दूंगा। मुझे पता था अब के मम्मी की कमजोरी क्या है और ये पता था के मम्मी को क्या पसंद है. मम्मी को वश में करना कोई बड़ी बात नहीं थी. वो समीर अंकल के कारन ही मेरी निकल पड़ी. कभी मिलूंगा तो उसका शुक्रिया जरूर अदा करूँगा।
मैं: मम्मी मुझे आपको ढेर सारा प्यार करना है. आपको मम्मो को वापस चूसना है जो बचपन में किया करता था. आपके बदन को और भी खूबसूरत बनाना है. सभी लोग आप पर इतनी महंत कर रहे है तो मैं तो आपका बेटा हु मुझे तो आपको बोलना चाहिए के बेटा तू भी कुछ मदद कर दे
माँ इतनी गरम हो चुकी के वो बस इतना ही बोल पाई "बोलता ही रहेगा क्या?" और मुझसे कुछ भी ना सुनकर मेरे होठ ओर अपने होठ रख दिए. वो मुझे पागलो की तरह किस करने लगी. माँ दिवार पर थी और मुझे वो क्रूज़ वाला सिन याद आया और मैं माँ को दबाने लगा मेरे पुरे बदन से. मैं जोर लगाने लगा था माँ के बदन को
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