• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery क्या करे? माँ ऐसी ही है! (एडल्ट्री फिर इन्सेस्ट) (completed)

Do you like this story?


  • Total voters
    143

Raja maurya

Well-Known Member
5,115
10,897
188
कक्षा १२ के परिणाम में मम्मी का योगदान (पार्ट २)

पापा कुछ दाव खेल कर चले गए. पापा ने मम्मी को कुछ और बताया और मम्मी के सवाल कुछ और थे मेरे लिए

मम्मी: क्या बोल रहे हो? तुम तो मुझसे प्यार करते ही हो. पर पापा ने कुछ और बताया मुझे
मैं: आपको पापा ने क्या बताया?
मम्मी: यही बताया के तुम्हे किसी से प्यार है और इसीलिए मार्क्स कम आये

भैंस की आँख ये कब हुआ? पापा ने मेरी लंका लगा दी

मम्मी: तो मुझे बताना चाहिए था

पापा ने मेरी कोई हेल्प नहीं की, पापा मुझे उल्टा फसा कर चले गए.

मैं: मम्मी मैं आपसे बाद में बात करता हूँ
मम्मी: रुको... हेय समीर

मैं रुका ही नहीं मैं सीधा पापा को फ़ोन लगाया।

मैं: पापा ये क्या मजाक है?
पापा: हेय क्या हुआ?
मैं: मम्मी से मेरी बात हुई मेरी वाट लगते लगते बची है
पापा: अच्छा तो हो गई बात
मैं: हां हो गई पापा आप मुझे मरवा देते
पापा: अरे थोड़ी मजाक कर रहा था
मैं: क्या पापा आप भी अभी मैं कुछ बोल देता प्रोब्लेम्स हो जाती
पापा: नाउ लिसन मि केरफ़ुली ओके? तू मेरा बेटा है मैं चाहता हु के तू तेरी माँ को पटा. जो जोश तेरे में है उससे तेरी माँ को पटा कर दिखा
मैं: स्योर?
पापा: १००% स्योर
मैं: आपको फिर कोई बुरा नहीं लगेगा न?
पापा: नहीं लगेगा। पटा बिंदास। पर याद रहे तेरे पास १५ दिन ही है

तभी मेरे कमरे में मम्मी आ गई मैंने जल्दी फोन काट दिया. हां एग्जाम के अब १५ दिन ही बचे थे तो अब उससे पहले मुझे इन सब को ख़तम करना होगा तो मैं अपने पे थोड़ा पढाई पर ध्यान दे पाउ. लेटस डू इट

मम्मी: समीर तुम मुझसे बात कर सकते हो क्या हुआ?
मैं: हां मम्मी कुछ नहीं आओ बैठो


images-4

पापा ने मुझे चेलेंज दी थी अब वो तो ख़तम करनी ही है. पापा तेरी बीवी को तो पटा कर ही रहूँगा

मम्मी: बैठो बोलो कौन है वो?

मुझे भी दाव खेलना आता है

मैं: मम्मी आपको पापा ने बताया नहीं के वो आप ही है?
माँ: मतलब?
मैं: पापा ने बताया होगा मैंने तो पापा को यही बताया है के मुझे आपसे प्यार हो गया है
माँ: हम्म?
मैं: हां पापा ने आपको ये नहीं बताया के वो लड़की कौन है? वो आप ही हो मम्मी
माँ: क्या बोल रहा है तू
मैं: सच माँ. मुझे ये तो पता है समीर नाम से आप बहुत ही प्यार करते है
माँ: हां क्योंकि वो तेरा नाम है
मैं: मम्मी लेट में ऑनेस्ट विथ यू
माँ: हां बोल मुझे गोल गोल मत घुमा
मैं: माँ जब से मैंने डीवीडी देखि है मैं आपके प्यार में पागल हो चूका हु
माँ: तो तेरे पापा सच थे के तूने ही वो डीवीडी देख ली है
मैं: हां और मैं यह भी जनता हु के आपकी नानाजी के साथ की सेवा क्रूज़ पर कैसी रही
माँ: क्या बकवास कर रहे हो?
मैं: मम्मी मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है, ये आपकी निजी जिंदगी है बस मुझे आपसे प्यार गया है
माँ: तुम पागल हो चुके हो (मम्मी की आवाज में थोड़ा गुस्सा आता जा रहा था)
मैं: मम्मी गुस्से होने के बजाये आप मुझे सेक्स एड्युकेशन के अंतर्गत थोड़ा ज्ञान क्यों नहीं देते। आप गुस्सा ना हो मुझे कोई आपत्ति नहीं है बस मेरे सामने ऐसे मत देखो. मैं दूध पिता बच्चा नहीं हु और आपकी भावना आपकी इच्छा का मान सम्मान करता हु. मैं बस उठते जागते सोते पेपर लिखते आप के ही सपने देखता हु. मुझे हर जगह सिर्फ आप दीखते है. मैं आपके हुस्न का शिकार हो चूका हु. मैं नहीं पाता आपके बगैर। बस आप दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत में से एक हो.

फिर मैंने माँ को सारी की सारी बात की पूरी शुरू से अंत तक सब कुछ. जो मम्मी मेरे सामने ऐसे देख रही थी के वो शर्म से पानी पानी हो चुकी थी. मम्मी सारी बात सुन कर स्वस्थ हो कर फिर इतना ही बोल पाई

माँ: मतलब तू सब कुछ अब जानता ही है
मैं: हां और माँ मुझे कोई आपत्ति नहीं आप अगर वापस भी जाओ अपनी जिंदगी खुल कर जिओ. बस मुझे इसमें आपके साथ शामिल कर लो

मैं पापा के दिए हुए क्लू के मम्मी को पटाना हो तो थोड़ा हक़ जमाना पड़ता है वो इस्तेमाल कर रहा था


IMG-20210917-072207

माँ: मतलब?
मैं: आपकी ये जिंदगी का भी मुझे हिस्सा बनना है
माँ: (हसंते हुए) तुम पागल हो पता भी चल रहा है क्या बोल रहे हो?
मैं: हां माँ उसमे क्या प्रॉब्लम है?
माँ: तू मेरा बेटा है
मैं: तो बेटे के साथ क्या बुराई है? मैं भी तो मर्द हु. क्या मैं आपको हेंडसम नहीं लगता?
माँ: क्या बकवास कर रहा है?
मैं: तो फिर समीर अंकल जो थे वहा उसका नाम आप इतना बार बार क्यों ले रहे थे

माँ शर्म से पानी पानी हो चुकी थी पहले से ही


IMG-20210917-073307

माँ: मैं जाती हु
मैं: नहीं मम्मी कही मत जाओ खुल कर बात कर रहा हु तो आप भागी जा रही हो बात करो मुझसे
माँ: बेटा समझ नहीं रहा मैं माँ हु तुम्हारी
मैं: आपको बाहर किसी को थोड़ी बोलना है आपको तो मुझे घर में ही हिस्सा देना है. पापा को कोई तकलीफ नहीं
माँ: तेरे पापा से बात करती हु
मैं: रुको मैं आपको रेकॉर्डिंग सुनाता हूँ

मैंने लास्ट कॉल पापा के साथ रेकॉर्डिंग कर ली थी, मैं अपने इरादे पर मक्कम था तो मुझे ये सब करना ही था

माँ: हम्म्म
मैं: माँ अगर आपको मुझसे प्यार न होता तो मैं ये सब कभी न करता। आपको मुझसे प्यार है वो पापा को भी पता है. मुझे पता है. और मुझे भी आपसे प्यार है. आपके पति को इससे कोई आपत्ति नहीं है तो आपको डर किस बात का है?

इतना बोल कर मैं मम्मी के पास खिसका। मम्मी के हाथ के ऊपर हाथ रखा तो मम्मी ने हाथ सरका लिया

मैं: माँ आपको मुझसे अगर प्यार ही नहीं है तो आप अभी खड़े हो कर बाहर चले जाओ
माँ: बेटा ये जिद गलत है
मैं: तो चले जाओ और ख़तम करो इस सब बात का
माँ: समीर प्लीज.
मैं: माँ अगर मुझसे प्यार है तो अगले १० गिनने तक आप इधर बैठे नहीं रहोगे बहार चले जाओगे वरना मुझे किस करोगे
माँ: तू पागल हो गया है
मैं: एक दो तीन.... मैं आँखे बंद कर के ही बोलता हूँ. आपका जाना मुझसे बर्दास्त नहीं होगा
माँ: समीर प्लीज
मैं: चार पांच छह सात

और माँ का मेरे गाल पर एक किस आया। होठ पर नहीं गाल पर
मैं: मैंने होठ पर कहा था
माँ: मुझे शर्म आती है
मैं: आठ.....
माँ: ऑफ़ ओह तुम समीर
मैं: नौ

और माँ का तुरंत मेरे होठ पर किस आ गया वो पूरी १ सेकंड भी नहीं था क्योंकि माँ शर्मा रही थी और माँ ने एकदम ड्राई वाला किस किया कब होठ मिले कब होठ अलग हो गए ये भी पुरे ढंग से पता नहीं चल रहा था. खैर किस किया मतलब अब रास्ता साफ़ है.


images-20
मैं: आई लव यू
मम्मी: देख ये सब में तेरी पढाई को कुछ नहीं होना चाहिए ऐसा न हो के सब कुछ बर्बाद हो जाये
मैं: मम्मी मेरे पेपर नहीं देखे आपने? मैंने कुछ लिखा ही नहीं है. जितना लिखा उसमे एक जवाब गलत हो तो बताओ

मम्मी ने मेरे पेपर हाथ में ले कर देखा तो सच में यही था. मैंने जितना मार्क्स का जो कुछ लिखा था वो एकदम सही था

मम्मी: बात तो तेरी सही है. तो प्रॉब्लम क्या हुई?
मैं: मैं आपके खयालो में खो जाता था. हर बार ऐसा हो रहा था के मैं भी वो सब कुछ करू जो हर कोई आपके साथ कर रहा है
मम्मी: अच्छा
मैं: हां मम्मी मुझे आप बहुत पसंद हो
मम्मी: मैं या मेरा बदन?
मैं: मम्मी आपका बदन तो किसी भी पोर्न स्टार से कम नहीं
मम्मी: हम्म्म

अब मैंने मम्मी के हाथ पर वापस हाथ रखे थे तो मम्मी ने सिर्फ आँखे बंद की. और मैं धीरे धीरे माँ के करीब जाने लगा तो माँ हल्का सा पीछे की और कोशिश तो कर रही थी पर वो साफ़ दिखाई दे रहा थे ऐसे ही थोड़ा तो विरोध करना चाहिए उस लाहिजे में जा रही थी. मैं मम्मी के एकदम करीब जा कर मम्मी के होठो पर मेरे होठ रख दिए. मैं मस्त हो कर मम्मी के होठो का रसपान करने लगा. माँ मुझे पूरा का पूरा साथ दे रही थी. मैंने अपनी जुबान को मम्मी के होठ पर दस्तक दी और मैंने माँ के मुँह के अंदर मेरी जुबान घुसा दी. मेरी जुबान और माँ की जुबान दोनों आपस में प्यार करने लगे. मैंने अपना एक हाथ माँ के गाल पर रखा और उसे और सेक्सी अंदाज में किस करने लगा. माँ के होठ बहुत ही मुलायम थे. मैं कोई जल्दबाजी नहीं करना छह रहा था. तो मैं सिर्फ किस ही कर रहा था. करीब १० मिनिट के बाद मैंने माँ से किस करना बंद किया. माँ की आँखे बंद थी वो खुल गई और मेरी और इस तरह देखा के मैंने किस बंद क्यों की?


indian-aunty

मैं: घर में नौकर है

माँ थोड़े हकीकत में आई और एकदम से खड़ी हो गई. वो अपने रूम में चली गई. मैं बहार गया और दोनों नौकर को २ दिन के लिए छुट्टी दे दी. वैसे तो घर ही रहते थे पर छुट्टी मिलने पर गांव चले जाते थे. तो दोनों गांव चले गए. करीब १ घंटा ऐसे ही चला गया और मैं मम्मी के रूम को बहार से खटखटाता हूँ

मैं: मम्मी?
माँ: तुम जाओ यहाँ से प्लीज
मैं: घर में अब नौकर भी दो दिन नहीं है.

मम्मी की आवाज ही नहीं आ रही थी. मैं ही बोले जा रहा था

मैं: मम्मी प्लीज दरवाजा खोलो. देखो इसमें आपका भी फायदा है और मेरा भी. मेरा भी एग्जाम अच्छा जायेगा. मम्मी प्लीज दरवाजा तो खोलो. आप ठीक तो हो. माँ प्यार होने के बावजूद कैसी दूरिया. मुझे भी वो सब करना है जो आपके साथ पापा करते है. खालिद अंकल करते है. जो लोग आपको जानते नहीं उसके भी साथ आप मजे करते हो, तो मम्मी मैं तो घर का आदमी हु. आपके मम्मो पर तो पापा के बाद मैं ही था जिसका अधिकार था. प्लीज दरवाजा खोलो मुझे अंदर आने दो या फिर आप बाहर आ जाओ. मैंने नौकर को २ दिन छुट्टी दे दी प्लीज मम्मी ऐसे ना तड़पाओ

और कमरे का दरवाजा खुला. मम्मी साड़ी में और भी अब खूबसूरत लग रही थी. ट्रांसपेरेंट साडी में ऊपर का ब्लाउज खुल चूका था वो दिख रहा था. पहले नहीं था. लगता है माँ ने आहे जो भरी उसमे ऊपर का बटन खुल गया जो मम्मी को भी पता नहीं चला था. मैं अंदर रूम में मम्मी के एकदम सामने आ कर उसे पीछे की और धक्का दे रहा था. मेरे हाथ मम्मी के हाथ को पकड़े थे. माँ थोड़ा थोड़ा पीछे जा रही थी. मैं उसे और भी पीछे धकेले जा रहा था. पीछे दिवार आ गई और माँ उधर रुक गई. माँ की साँसे तेजी से चल रही थी तो साथ साथ मम्मी भी ऊपर निचे हो रहे थे


81709431

मैं: ये मम्मे देखो आपके ऊपर निचे ऊपर निचे हो रहे है. मेरा नहीं इन मम्मो को मेरी जरुरत है. ये मम्मे ऊपर निचे मानो अपना सर हिला कर बोल रहे है के हां मुझे समीर के पास जाना है
माँ: धत्त (माँ शर्मा रही थी एकदम मैं बोल ही ऐसा रहा था)
मैं: ये मम्मो ने तो ब्लाउज का बटन भी ऊपर का खोल दिया है. पूरी की पूरी खाई निमत्रित कर रही है मुझे।

माँ बहुत ही शर्मा रही थी और लाल लाल हो चुकी थी शर्म के मारे. पर मैं रुकने का नाम नहीं ले रहा था

मैं: माँ मुझे पता है के तुम्हारा मेरे साथ पहली बार है इसीलिए शर्मा रही हो वरना तुम्हे ये सब नहीं पसंद. तुम वो औरत हो जिसे मर्दो को खुश करने के अलावा कुछ नहीं सूझता

माँ को मैं और भी तड़पा रहा था बोल बोल कर के वो कितनी बड़ी स्लट है. और माँ को मजा भी आ रहा था. पापा को पता नहीं था के मैं भी उसका बेटा ही हु के मैं एक दिन में, बस एक दिन में, आप घर पर तो आप उससे पहले तो मैं इसे मेरे लंड की दीवानी बना दूंगा। मुझे पता था अब के मम्मी की कमजोरी क्या है और ये पता था के मम्मी को क्या पसंद है. मम्मी को वश में करना कोई बड़ी बात नहीं थी. वो समीर अंकल के कारन ही मेरी निकल पड़ी. कभी मिलूंगा तो उसका शुक्रिया जरूर अदा करूँगा।

मैं: मम्मी मुझे आपको ढेर सारा प्यार करना है. आपको मम्मो को वापस चूसना है जो बचपन में किया करता था. आपके बदन को और भी खूबसूरत बनाना है. सभी लोग आप पर इतनी महंत कर रहे है तो मैं तो आपका बेटा हु मुझे तो आपको बोलना चाहिए के बेटा तू भी कुछ मदद कर दे

माँ इतनी गरम हो चुकी के वो बस इतना ही बोल पाई "बोलता ही रहेगा क्या?" और मुझसे कुछ भी ना सुनकर मेरे होठ ओर अपने होठ रख दिए. वो मुझे पागलो की तरह किस करने लगी. माँ दिवार पर थी और मुझे वो क्रूज़ वाला सिन याद आया और मैं माँ को दबाने लगा मेरे पुरे बदन से. मैं जोर लगाने लगा था माँ के बदन को




tumblr-mtwhwe-Ivja1sntsyno1-500
Mast update Bhai
 

Danish Mukharji

Active Member
1,309
1,943
159

Danish Mukharji

Active Member
1,309
1,943
159

Tiger 786

Well-Known Member
6,311
22,893
188
कक्षा १२ के परिणाम में मम्मी का योगदान (पार्ट १)

मेरा भी २-३ बार उस रात हुआ. पापा भी अँधेरे में मुझसे छुपा कर २-३ बार मुठिया लिए. दूसरे दिन तो ये लोग आने वाले थे पर हम नहीं रुके क्योंकि किसी का भी ध्यान पड़े उससे पहले हम लोगो को वहा से भी निकल जाना था और घर भी पहुँच जाना था. तो बाद का तो पता नहीं। मैं और पापा दोनों निकल गए अपने घर जाने के लिए

मैं: हम आज के दिन को मिस करेंगे
पापा: आज तो कल वाला ही होगा. केक काटते हुए देख लिया बहुत है
मैं: हम्म्म
पापा: तेरा जुगाड़ भी कर दूंगा टेंशन मत ले
मैं: हम्म्म

इधर उधर की बातो के साथ अब हम अपने घर पहुँच चुके थे. बस अब मम्मी के आने का वेट करना था. पापा ने मेरे साथ एक प्लान बनाया था जो मैं आप सब को धीरे धीरे बताऊंगा। मम्मी अपने नियत समय को घर पर आ गई थी. मम्मी के चेहरे पर मुस्कान शांति दर्द चरम सुख सब कुछ दिख रहा था. माँ ने पता नहीं क्यों पर आई तो अपने आपको एकदम निर्दोष बताने के चक्कर में साडी पहनी थी. ये बता ने के वो नाना के घर से आ रही है. पर ब्लाउज के उभार जो माँ के देखते रहने की मेरी आदत हो गई थी वो सब कुछ बता रहे थे. माँ के मम्मो पर लाल निशान दिख रहे थे. गले पर भी दिख रहे थे. मम्मी की ब्लाउज की पीठ जो उसने बैकलेस दिखने वाला जो ब्लाउज पहना था उसमे दिखाई दिया के नाख़ून के निशान भी थे. कमर के पीछे के हिस्से पर ही.


images-18

पापा: आ गई?
मम्मी: हां सब की तबियत ठीक है. सब ऑलराइट मैं थक चुकी हु मैं जा रही हु गरम पानी से नहाने

मम्मी नहाने चली गई और पापा ने मुझे बोलै के झूठ बोलने में वो रानी है

मैं: पर पापा आप जाओ बाथरूम में. मम्मी की पीठ पर निशान देखे नाख़ून के?
पापा: वो तो मेरे भी हो सकते है मैं भी देता हूँ
मैं: पर पापा मम्मी की थकान भी दूर हो जाएगी गरम पानी में अच्छा सा चुदाई भरा मसाज
पापा: है वो सही रहेगा. अभी जाता हु

और पापा चले गए अंदर बाथरूम में. दरवाजा खुला रखा और जोर से बोलते गए.

पापा: समीर दरवाजा खुला है

मेरे लिए न्योता था. मैं भी पीछे पीछे गया अंदर पापा चले गए बाथरूम में और मैं की हॉल से देखने लगा. सुनने की कोशिश कर रहा था.

पापा: जाने मन कितना ठुक कर आई हो
मम्मी: (पापा के गले में अपना हाथ डाल कर) इतना के मजा ही आ जाये. खुले आसमान के निचे एकदम और पता है? एक मस्त हुआ मेरे साथ
पापा: जानू बहुत सारा दर्द मिला लग रहा है तुजे
मम्मी: ६ लोग थे जानू ६ लंड ओह माई गॉड क्या बताऊ
पापा: अच्छा ६ ६ ? और तू अकेली?
मम्मी: अब आपकी शिकायत भी दूर अब आप जोर जोर से मेरी गांड में धक्के मार सकते है

पापा मम्मी को नहला रहे थे साथ साथ

पापा: अच्छा ऐसा क्या हुआ?
मम्मी: मेरे चुत में भी ३ ३ लंड साथ गए है और गांड में भी!
पापा: क्या बात कर रहे हो?

ये दोनों हमने मिस कर दिया क्योंकि ये हमारे जाने के बाद हुआ होगा

पापा: सही है मतलब अब तू क्लब में भी डिमांड में रहेगी
मम्मी: जी हां और अब पूरी फ़ौज संभाल सकती हु. और पता है क्या?

मम्मी ने पापा को किस करते हुए

couple-making-out-in-the-shower

पापा: क्या?
मम्मी: अब आपको मेरे से शिकायत का मौका नहीं रहेगा. मैं सिख कर आई हु. आप मेरे बदन को जैसा मर्जी चाहे मसल सकते हो. जानू आई मिस्ड यू अ लोट. आज मैं आपको जो करना है करने दूंगी। इतना चोद दो के बस....


hgh4-kissing

पापा: वो भी?
मम्मी: हां वो भी
पापा: वो तू कर सकती है अब?
मम्मी: अब गांड का छेड़ बड़ा हो गया है तो ये पोजीशन आसानी से कर सकते हो

ये क्या होगा जो पापा ने मम्मी के साथ नहीं किया जो वहा कर के आई और मम्मी पापा को गिफ्ट दे रही है? पापा सही कह रहे सब के बाद मम्मी और पापा और भी एक दूसरे को प्यार कर रहे है. मम्मी को इतने लोगो से चुदाई के बाद पापा को वो सुख देने का याद रहा और देने का मन है जो नहीं दे पाई थी तक

मम्मी पहले तो बाथरूम में उलटी सो गई. तो मुझे तो कुछ नहीं दिखाई दिया. पापा दिखाई दे रहे थे पर पापा को देख कर क्या करू? सच बताऊ? ये भी मैं नहीं देख पाया. मैंने कोशिश तो बहुत की पर देख ही नहीं पाया और फिर मैं जा कर अपने रूम में चला गया. मैंने अपनी यादो के सहारे मुठिया लिया और हलका हो गया. रात को मम्मी ने हलके कपडे पहने थे काफी. शायद अब कपडे मम्मी को रास भी नहीं आ रहे थे. शर्ट का ऊपर का बटन भी खुला था जो अक्सर रखती थी. पर मुझे निशान देखना था मम्मी का के कहा कहा पर दिए है वो सब ने

२-३ दिन और निकल गए ऐसे ही, मेरा पढाई से बिलकुल ही ध्यान हट गया था. मुझे अब मम्मी ही दिखाई दे रही थी हर बार. मम्मी की गांड मम्मी के मम्मे मम्मी का बदन मम्मी के नखरे मम्मी जो अब मेरे लिए मम्मी न रह कर मेरे लिए एक माल बन गई थी. मैं और पापा बहुत मजाक करने लगे थे और वो भी मम्मी के सामने। एक दिन सुबह नास्ता के टाइम मम्मी को थोड़ा दर्द से चलते हुए देखा तो...

मैं: क्या हुआ मम्मी आपको?
पापा: इसका जिम्मेदार मैं हूँ

मम्मी ने ६-६ के लिए तो भी कुछ नहीं हुआ और पापा ने ऐसा क्या कर लिया?

मम्मी: बस भी करो
पापा: उसमे क्या बच्चा बड़ा हो गया है और उसे पता चले तो क्या प्रॉब्लम है?
मम्मी: है तो बोल दो
पापा: कुछ नहीं बेटा कल रात को मम्मी से कुछ ज्यादा ही प्यार हो गया तो वो प्यार मम्मी के चलने पर दिख रहा है

मैं तो कुछ बोला नहीं पर खैर मुझे तो बस अब जो पापा ने बोला था उस दिन के मम्मी को मेरे लिए रेडी करेंगे उसके बाद कोई जिक्र नहीं हुआ तो फिर अब मैं सच में वही इंतज़ार कर रहा था. और फिर पापा को याद भी कैसे दिलाए के. ऐसा थोड़ी बोल सकते के पापा फिर माँ के साथ मेरे जुगाड़ का क्या हुआ?
पर इन सब के बिच एक बहुत ही ख़राब बात हो गई. एग्जाम के जैसे बताया अब १५ दिन बाकि रह गए थे. और मैं आखरी प्रिलिम एग्जाम में, जो स्कुल की रहती है उसमे ४ पेपर में फ़ैल हो गया. मैं खुद भी एग्जाम देने के बाद जानता ही था के इस बार तो मेरे लोडे लग जायेंगे. पर ख़राब बात ये हो गई के जो ८५+ मार्क्स लाने वाला लड़का मैं आज ४ पेपर के टोटल भी ४० नहीं ला पाया था, टीचर ने कंप्लेंट कर दी घर पर. मैंने टीचर को बहुत बोला के कुछ भी हो जाए पर न बताये. फाइनल एग्जाम में नहीं होगा कुछ भी. ये मेरे हाथ में दर्द था वो था ये था करके बहाने तो मारे पर टीचर ने मेरी एक नहीं सुनी.

सुबह सुबह मेरी क्लास लग गई घर में आग बबूला हो गया था माहौल. पापा सब समझ रहे थे पर पापा कुछ कर नहीं रहे थे। शायद पापा को भी बाद में गिल्ट हो गई हो और उसे सेक्स के लिए मन न हुआ हो. और सही भी तो है अब वो उन लोगो की जिंदगी है. मेरे पास जवाब नहीं था. और ना ही मुझे कुछ बोलने का मन था.

मम्मी: समीर १५ दिन रह गए है अब. खाली १५ दिन. समझ रहे हो? १५ दिन पहले तुम ४ पेपर में फ़ैल हो गए हो
मैं: हम्म मम्मी हो गया जाने दो मुझे तब ठीक नहीं था ऐसा नहीं होगा. आप मेरी एग्जाम आज भी ले लोगे तो भी आराम से ६० ले आऊंगा
मम्मी: ६०? बेटे तुम आसानी से ८५+ लाते थे. मैथ्स में तो ९८ ९९ से कम नहीं आये कभी! और आज १० मार्क्स? १०? शर्म भी है तुजे?
मैं: मम्मी उस दिन मूड ही नहीं था तो
मम्मी: वाह मेरे बच्चे १५ दिन बाकि है और मूड ही नहीं था लाड साहब को

मम्मी बहुत गुस्से में थे और मैंने पापा को हलके से इशारा किया के पापा प्लीज बचा लो आगे से नहीं होगा। पर मम्मी ने देख लिया

मम्मी: मेरे से बात करो. पापा से क्या बात कर रहे हो और आप? आप ने ही इसे बिगाड़ के रखा हुआ है. आप क्यों नहीं बोल रहे? क्या है ये बायोलॉजी में ८ मार्क्स? ८? बोलते क्यों नहीं?
पापा: देखो राधा मुझे लगता है के हमें अकेले में बात करनी चाहिए
मम्मी: इसे डाटने के बजाये आप मुझसे क्यों बात कर रहे हो? इससे बात करो न?
पापा: मेरी बात सुनो प्लीज़ आओ एक बार रूम में... प्लीज आओ
मम्मी: (मेरी और देखते हुए) तुम्हे तो मैं बाद में देखती हु (एकदम गुस्से से)

पापा मम्मी को ले कर अपने रूम में चले गए और पता नहीं आधे घंटे तक क्या बात की पर फिर बहार आये तो सिर्फ अकेले पापा

पापा: देख मैंने तुझे वादा किया था तो मुझे निभाना था. देरी हो गई क्योंकि मैं तेरी माँ को ऐसे तो कैसे बोल सकता था?
मैं: पापा जाने दो
पापा: नहीं बेटा खुल कर बात हुई है हमारी इस बात पर. पर तेरी मम्मी चाहती है के तू थोड़ा ओपन हो कर उससे बात करे. वो तो कैसे तेरे साथ ऐसी बात करे? औरत है न? वो भी आज्ञाकारी तूने तो देखा है
मैं: हम्म्म पर पापा मैं भी कैसे बात कर पाउँगा?
पापा: देख मर्द को ही पहला स्टेप लेना पड़ता है तेरी माँ जैसी औरत के साथ तो ख़ास
मैं: मुझे कुछ तो टिप्स दो के मैं क्या बात करू?
पापा: तू उसके साथ हमारी सेक्स एजुकेशन के आधार पर कुछ भी खुल कर बात कर. किसी भी तरह से. पूछ क्रूज़ पर मजा आया? ६ लोगो को हैंडल कर लिया था उसकी तारीफ कर. कोई भी कुछ भी बात कर.
मैं: मतलब आप बोल रहे है के मैं अपनी माँ को पटाऊ?
पापा: हां. क्योंकि तेरी माँ को मन तो है पर ना नुकुर कर रही है तो फिर...
मैं: पर पापा मम्मी का मन नहीं है तो रहने दो कोई न
पापा: समीर नाम के वो आदमी के साथ तो एकदम खुल कर चुदवा रही थी तब तो शर्म नहीं आ रही थी. मैं जानता हूँ न तेरी माँ को. अभी मना कर रही है शर्मा रही है पर लपक के तेरे लंड को हर छेड़ में लेगी देख लेना

मैं और पापा दोनों हसने लगे. पापा तो इतना कह कर ऑफिस चले गए घर में मैं २ नौकर और पापा रह गए. मम्मी अपने रूम में ही थी बाहर नहीं आ रही थी तो बात कैसे करू? मैं अंदर रूम में जाऊ या न जाऊ? पर अब सब आधार मेरे ऊपर था. पापा बोले थे के मुझे ही आगे स्टेप लेने पड़ेंगे तो अब मुझे ही लेना है. मैं अंदर रूम में चला ही गया. माँ साडी में थी और सब ठीक कर रही थी


HELLO-i-M-PRIYA-INDEPENDENT-GIRL-STAYING-ALONE-AT-HOME-CALL-ME-1

मैं: मम्मी?
माँ: हम्म? तुम अंदर आते हो तो नोक तो कर दिया करो. वैसे क्या फायदा तुम तो अंदर हमारे पीठ पीछे भी घुस ही जाते हो
मैं: हम्म्म मम्मी सॉरी मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था. कभी कुछ चीजे नहीं देखि होती है तो मन हो जाता है के देखूं बाकि ऐसा नहीं होता

मुझे पापा की बात बार बार याद आ रही थी के मुझे ही शुरुआत करनी है तो किसी भी स्टेप पर मुझे बैकफुट नहीं ही जाना है. पापा पर अँधा विश्वास करने के अलावा मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं था

मैं: मम्मी भूल भी जाओ बच्चा हु
मम्मी: बच्चे तो तुम रहे नहीं
मैं: तो बड़ा होने का मौका भी कहा दे रहे हो?
मम्मी: तुम.... बहार जाओ
मैं: मम्मी बात तो करो. बिना बात किये तो कैसे सुलह होगी?
मम्मी: तुम सुलह करोगे? अब तो सुलह करने की जगह कहा बची है

नहीं सुलह होगी तो ही सेक्स होगा न?

मैं: नहीं मम्मी ऐसा कुछ नहीं है ऐसे नाराज बने घूमते रहोगे तो फिर कभी कोई प्रॉब्लम का हल ही नहीं मिलने वाला
माँ: तो हल तुजे चाहिए कहा?
मैं: चाहिए मुझे क्यों नहीं चाहिए?
माँ: तो तू मुझे बोलता तेरे डैडी को नहीं
मैं: मतलब?
माँ: तुजे तेरे पापा पर इतना प्यार है तूने उसे बताया सब कुछ तेरे मन की इच्छा पर मुझे नहीं बताया

क्या? क्या बात कर रही है. तो आग ये लगी थी? तब तो रास्ता काफी हद तक साफ़ है

मैं: मम्मी वो तो मैं आपको कैसे बता पाता?
मम्मी: तू मुझे प्यार करता ही नहीं है
मैं: मम्मी आप समझ नहीं रहे है
मम्मी: सब कुछ समझ रही हु
मैं: ठीक है तो अब बताता हु और सीधा सीधा बताता हूँ मुझे आपसे प्यार है और बहुत ही ज्यादा
मम्मी: क्या?

मम्मी का क्या तो मुझे समज नहीं आया के कैसे आया? ये सवाल नहीं था गुस्सा था. तो पापा ने क्या बोलै मुझे? और ये क्या का क्या मतलब?
Nice update
 

Tiger 786

Well-Known Member
6,311
22,893
188
कक्षा १२ के परिणाम में मम्मी का योगदान (पार्ट २)

पापा कुछ दाव खेल कर चले गए. पापा ने मम्मी को कुछ और बताया और मम्मी के सवाल कुछ और थे मेरे लिए

मम्मी: क्या बोल रहे हो? तुम तो मुझसे प्यार करते ही हो. पर पापा ने कुछ और बताया मुझे
मैं: आपको पापा ने क्या बताया?
मम्मी: यही बताया के तुम्हे किसी से प्यार है और इसीलिए मार्क्स कम आये

भैंस की आँख ये कब हुआ? पापा ने मेरी लंका लगा दी

मम्मी: तो मुझे बताना चाहिए था

पापा ने मेरी कोई हेल्प नहीं की, पापा मुझे उल्टा फसा कर चले गए.

मैं: मम्मी मैं आपसे बाद में बात करता हूँ
मम्मी: रुको... हेय समीर

मैं रुका ही नहीं मैं सीधा पापा को फ़ोन लगाया।

मैं: पापा ये क्या मजाक है?
पापा: हेय क्या हुआ?
मैं: मम्मी से मेरी बात हुई मेरी वाट लगते लगते बची है
पापा: अच्छा तो हो गई बात
मैं: हां हो गई पापा आप मुझे मरवा देते
पापा: अरे थोड़ी मजाक कर रहा था
मैं: क्या पापा आप भी अभी मैं कुछ बोल देता प्रोब्लेम्स हो जाती
पापा: नाउ लिसन मि केरफ़ुली ओके? तू मेरा बेटा है मैं चाहता हु के तू तेरी माँ को पटा. जो जोश तेरे में है उससे तेरी माँ को पटा कर दिखा
मैं: स्योर?
पापा: १००% स्योर
मैं: आपको फिर कोई बुरा नहीं लगेगा न?
पापा: नहीं लगेगा। पटा बिंदास। पर याद रहे तेरे पास १५ दिन ही है

तभी मेरे कमरे में मम्मी आ गई मैंने जल्दी फोन काट दिया. हां एग्जाम के अब १५ दिन ही बचे थे तो अब उससे पहले मुझे इन सब को ख़तम करना होगा तो मैं अपने पे थोड़ा पढाई पर ध्यान दे पाउ. लेटस डू इट

मम्मी: समीर तुम मुझसे बात कर सकते हो क्या हुआ?
मैं: हां मम्मी कुछ नहीं आओ बैठो


images-4

पापा ने मुझे चेलेंज दी थी अब वो तो ख़तम करनी ही है. पापा तेरी बीवी को तो पटा कर ही रहूँगा

मम्मी: बैठो बोलो कौन है वो?

मुझे भी दाव खेलना आता है

मैं: मम्मी आपको पापा ने बताया नहीं के वो आप ही है?
माँ: मतलब?
मैं: पापा ने बताया होगा मैंने तो पापा को यही बताया है के मुझे आपसे प्यार हो गया है
माँ: हम्म?
मैं: हां पापा ने आपको ये नहीं बताया के वो लड़की कौन है? वो आप ही हो मम्मी
माँ: क्या बोल रहा है तू
मैं: सच माँ. मुझे ये तो पता है समीर नाम से आप बहुत ही प्यार करते है
माँ: हां क्योंकि वो तेरा नाम है
मैं: मम्मी लेट में ऑनेस्ट विथ यू
माँ: हां बोल मुझे गोल गोल मत घुमा
मैं: माँ जब से मैंने डीवीडी देखि है मैं आपके प्यार में पागल हो चूका हु
माँ: तो तेरे पापा सच थे के तूने ही वो डीवीडी देख ली है
मैं: हां और मैं यह भी जनता हु के आपकी नानाजी के साथ की सेवा क्रूज़ पर कैसी रही
माँ: क्या बकवास कर रहे हो?
मैं: मम्मी मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है, ये आपकी निजी जिंदगी है बस मुझे आपसे प्यार गया है
माँ: तुम पागल हो चुके हो (मम्मी की आवाज में थोड़ा गुस्सा आता जा रहा था)
मैं: मम्मी गुस्से होने के बजाये आप मुझे सेक्स एड्युकेशन के अंतर्गत थोड़ा ज्ञान क्यों नहीं देते। आप गुस्सा ना हो मुझे कोई आपत्ति नहीं है बस मेरे सामने ऐसे मत देखो. मैं दूध पिता बच्चा नहीं हु और आपकी भावना आपकी इच्छा का मान सम्मान करता हु. मैं बस उठते जागते सोते पेपर लिखते आप के ही सपने देखता हु. मुझे हर जगह सिर्फ आप दीखते है. मैं आपके हुस्न का शिकार हो चूका हु. मैं नहीं पाता आपके बगैर। बस आप दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत में से एक हो.

फिर मैंने माँ को सारी की सारी बात की पूरी शुरू से अंत तक सब कुछ. जो मम्मी मेरे सामने ऐसे देख रही थी के वो शर्म से पानी पानी हो चुकी थी. मम्मी सारी बात सुन कर स्वस्थ हो कर फिर इतना ही बोल पाई

माँ: मतलब तू सब कुछ अब जानता ही है
मैं: हां और माँ मुझे कोई आपत्ति नहीं आप अगर वापस भी जाओ अपनी जिंदगी खुल कर जिओ. बस मुझे इसमें आपके साथ शामिल कर लो

मैं पापा के दिए हुए क्लू के मम्मी को पटाना हो तो थोड़ा हक़ जमाना पड़ता है वो इस्तेमाल कर रहा था


IMG-20210917-072207

माँ: मतलब?
मैं: आपकी ये जिंदगी का भी मुझे हिस्सा बनना है
माँ: (हसंते हुए) तुम पागल हो पता भी चल रहा है क्या बोल रहे हो?
मैं: हां माँ उसमे क्या प्रॉब्लम है?
माँ: तू मेरा बेटा है
मैं: तो बेटे के साथ क्या बुराई है? मैं भी तो मर्द हु. क्या मैं आपको हेंडसम नहीं लगता?
माँ: क्या बकवास कर रहा है?
मैं: तो फिर समीर अंकल जो थे वहा उसका नाम आप इतना बार बार क्यों ले रहे थे

माँ शर्म से पानी पानी हो चुकी थी पहले से ही


IMG-20210917-073307

माँ: मैं जाती हु
मैं: नहीं मम्मी कही मत जाओ खुल कर बात कर रहा हु तो आप भागी जा रही हो बात करो मुझसे
माँ: बेटा समझ नहीं रहा मैं माँ हु तुम्हारी
मैं: आपको बाहर किसी को थोड़ी बोलना है आपको तो मुझे घर में ही हिस्सा देना है. पापा को कोई तकलीफ नहीं
माँ: तेरे पापा से बात करती हु
मैं: रुको मैं आपको रेकॉर्डिंग सुनाता हूँ

मैंने लास्ट कॉल पापा के साथ रेकॉर्डिंग कर ली थी, मैं अपने इरादे पर मक्कम था तो मुझे ये सब करना ही था

माँ: हम्म्म
मैं: माँ अगर आपको मुझसे प्यार न होता तो मैं ये सब कभी न करता। आपको मुझसे प्यार है वो पापा को भी पता है. मुझे पता है. और मुझे भी आपसे प्यार है. आपके पति को इससे कोई आपत्ति नहीं है तो आपको डर किस बात का है?

इतना बोल कर मैं मम्मी के पास खिसका। मम्मी के हाथ के ऊपर हाथ रखा तो मम्मी ने हाथ सरका लिया

मैं: माँ आपको मुझसे अगर प्यार ही नहीं है तो आप अभी खड़े हो कर बाहर चले जाओ
माँ: बेटा ये जिद गलत है
मैं: तो चले जाओ और ख़तम करो इस सब बात का
माँ: समीर प्लीज.
मैं: माँ अगर मुझसे प्यार है तो अगले १० गिनने तक आप इधर बैठे नहीं रहोगे बहार चले जाओगे वरना मुझे किस करोगे
माँ: तू पागल हो गया है
मैं: एक दो तीन.... मैं आँखे बंद कर के ही बोलता हूँ. आपका जाना मुझसे बर्दास्त नहीं होगा
माँ: समीर प्लीज
मैं: चार पांच छह सात

और माँ का मेरे गाल पर एक किस आया। होठ पर नहीं गाल पर
मैं: मैंने होठ पर कहा था
माँ: मुझे शर्म आती है
मैं: आठ.....
माँ: ऑफ़ ओह तुम समीर
मैं: नौ

और माँ का तुरंत मेरे होठ पर किस आ गया वो पूरी १ सेकंड भी नहीं था क्योंकि माँ शर्मा रही थी और माँ ने एकदम ड्राई वाला किस किया कब होठ मिले कब होठ अलग हो गए ये भी पुरे ढंग से पता नहीं चल रहा था. खैर किस किया मतलब अब रास्ता साफ़ है.


images-20
मैं: आई लव यू
मम्मी: देख ये सब में तेरी पढाई को कुछ नहीं होना चाहिए ऐसा न हो के सब कुछ बर्बाद हो जाये
मैं: मम्मी मेरे पेपर नहीं देखे आपने? मैंने कुछ लिखा ही नहीं है. जितना लिखा उसमे एक जवाब गलत हो तो बताओ

मम्मी ने मेरे पेपर हाथ में ले कर देखा तो सच में यही था. मैंने जितना मार्क्स का जो कुछ लिखा था वो एकदम सही था

मम्मी: बात तो तेरी सही है. तो प्रॉब्लम क्या हुई?
मैं: मैं आपके खयालो में खो जाता था. हर बार ऐसा हो रहा था के मैं भी वो सब कुछ करू जो हर कोई आपके साथ कर रहा है
मम्मी: अच्छा
मैं: हां मम्मी मुझे आप बहुत पसंद हो
मम्मी: मैं या मेरा बदन?
मैं: मम्मी आपका बदन तो किसी भी पोर्न स्टार से कम नहीं
मम्मी: हम्म्म

अब मैंने मम्मी के हाथ पर वापस हाथ रखे थे तो मम्मी ने सिर्फ आँखे बंद की. और मैं धीरे धीरे माँ के करीब जाने लगा तो माँ हल्का सा पीछे की और कोशिश तो कर रही थी पर वो साफ़ दिखाई दे रहा थे ऐसे ही थोड़ा तो विरोध करना चाहिए उस लाहिजे में जा रही थी. मैं मम्मी के एकदम करीब जा कर मम्मी के होठो पर मेरे होठ रख दिए. मैं मस्त हो कर मम्मी के होठो का रसपान करने लगा. माँ मुझे पूरा का पूरा साथ दे रही थी. मैंने अपनी जुबान को मम्मी के होठ पर दस्तक दी और मैंने माँ के मुँह के अंदर मेरी जुबान घुसा दी. मेरी जुबान और माँ की जुबान दोनों आपस में प्यार करने लगे. मैंने अपना एक हाथ माँ के गाल पर रखा और उसे और सेक्सी अंदाज में किस करने लगा. माँ के होठ बहुत ही मुलायम थे. मैं कोई जल्दबाजी नहीं करना छह रहा था. तो मैं सिर्फ किस ही कर रहा था. करीब १० मिनिट के बाद मैंने माँ से किस करना बंद किया. माँ की आँखे बंद थी वो खुल गई और मेरी और इस तरह देखा के मैंने किस बंद क्यों की?


indian-aunty

मैं: घर में नौकर है

माँ थोड़े हकीकत में आई और एकदम से खड़ी हो गई. वो अपने रूम में चली गई. मैं बहार गया और दोनों नौकर को २ दिन के लिए छुट्टी दे दी. वैसे तो घर ही रहते थे पर छुट्टी मिलने पर गांव चले जाते थे. तो दोनों गांव चले गए. करीब १ घंटा ऐसे ही चला गया और मैं मम्मी के रूम को बहार से खटखटाता हूँ

मैं: मम्मी?
माँ: तुम जाओ यहाँ से प्लीज
मैं: घर में अब नौकर भी दो दिन नहीं है.

मम्मी की आवाज ही नहीं आ रही थी. मैं ही बोले जा रहा था

मैं: मम्मी प्लीज दरवाजा खोलो. देखो इसमें आपका भी फायदा है और मेरा भी. मेरा भी एग्जाम अच्छा जायेगा. मम्मी प्लीज दरवाजा तो खोलो. आप ठीक तो हो. माँ प्यार होने के बावजूद कैसी दूरिया. मुझे भी वो सब करना है जो आपके साथ पापा करते है. खालिद अंकल करते है. जो लोग आपको जानते नहीं उसके भी साथ आप मजे करते हो, तो मम्मी मैं तो घर का आदमी हु. आपके मम्मो पर तो पापा के बाद मैं ही था जिसका अधिकार था. प्लीज दरवाजा खोलो मुझे अंदर आने दो या फिर आप बाहर आ जाओ. मैंने नौकर को २ दिन छुट्टी दे दी प्लीज मम्मी ऐसे ना तड़पाओ

और कमरे का दरवाजा खुला. मम्मी साड़ी में और भी अब खूबसूरत लग रही थी. ट्रांसपेरेंट साडी में ऊपर का ब्लाउज खुल चूका था वो दिख रहा था. पहले नहीं था. लगता है माँ ने आहे जो भरी उसमे ऊपर का बटन खुल गया जो मम्मी को भी पता नहीं चला था. मैं अंदर रूम में मम्मी के एकदम सामने आ कर उसे पीछे की और धक्का दे रहा था. मेरे हाथ मम्मी के हाथ को पकड़े थे. माँ थोड़ा थोड़ा पीछे जा रही थी. मैं उसे और भी पीछे धकेले जा रहा था. पीछे दिवार आ गई और माँ उधर रुक गई. माँ की साँसे तेजी से चल रही थी तो साथ साथ मम्मी भी ऊपर निचे हो रहे थे


81709431

मैं: ये मम्मे देखो आपके ऊपर निचे ऊपर निचे हो रहे है. मेरा नहीं इन मम्मो को मेरी जरुरत है. ये मम्मे ऊपर निचे मानो अपना सर हिला कर बोल रहे है के हां मुझे समीर के पास जाना है
माँ: धत्त (माँ शर्मा रही थी एकदम मैं बोल ही ऐसा रहा था)
मैं: ये मम्मो ने तो ब्लाउज का बटन भी ऊपर का खोल दिया है. पूरी की पूरी खाई निमत्रित कर रही है मुझे।

माँ बहुत ही शर्मा रही थी और लाल लाल हो चुकी थी शर्म के मारे. पर मैं रुकने का नाम नहीं ले रहा था

मैं: माँ मुझे पता है के तुम्हारा मेरे साथ पहली बार है इसीलिए शर्मा रही हो वरना तुम्हे ये सब नहीं पसंद. तुम वो औरत हो जिसे मर्दो को खुश करने के अलावा कुछ नहीं सूझता

माँ को मैं और भी तड़पा रहा था बोल बोल कर के वो कितनी बड़ी स्लट है. और माँ को मजा भी आ रहा था. पापा को पता नहीं था के मैं भी उसका बेटा ही हु के मैं एक दिन में, बस एक दिन में, आप घर पर तो आप उससे पहले तो मैं इसे मेरे लंड की दीवानी बना दूंगा। मुझे पता था अब के मम्मी की कमजोरी क्या है और ये पता था के मम्मी को क्या पसंद है. मम्मी को वश में करना कोई बड़ी बात नहीं थी. वो समीर अंकल के कारन ही मेरी निकल पड़ी. कभी मिलूंगा तो उसका शुक्रिया जरूर अदा करूँगा।

मैं: मम्मी मुझे आपको ढेर सारा प्यार करना है. आपको मम्मो को वापस चूसना है जो बचपन में किया करता था. आपके बदन को और भी खूबसूरत बनाना है. सभी लोग आप पर इतनी महंत कर रहे है तो मैं तो आपका बेटा हु मुझे तो आपको बोलना चाहिए के बेटा तू भी कुछ मदद कर दे

माँ इतनी गरम हो चुकी के वो बस इतना ही बोल पाई "बोलता ही रहेगा क्या?" और मुझसे कुछ भी ना सुनकर मेरे होठ ओर अपने होठ रख दिए. वो मुझे पागलो की तरह किस करने लगी. माँ दिवार पर थी और मुझे वो क्रूज़ वाला सिन याद आया और मैं माँ को दबाने लगा मेरे पुरे बदन से. मैं जोर लगाने लगा था माँ के बदन को




tumblr-mtwhwe-Ivja1sntsyno1-500
Bohot hi mast nd hot update
 
Top