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Incest कभी सोचा नहीं था ऐसा होगा

Kailash yadv

कभी सोचा नहीं था ऐसा होगा
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इसके बाद उसी शाम हमारे हस्बैंड जब से घर वापस आ गए इसलिए मैं बहुत खुश थी क्योंकि कंपनी के काम से 4 दिन से बाहर में थे फिर शाम को मैं सबके लिए खाना बनाई और सभी लोगों ने खाना खाया और फिर सोने की तैयारी कर रहे थे तभी मैंने हस्बैंड से कहा आज मां जी हमको डॉक्टर के पास जाने के लिए कह रहे थे और साथ में आपको भी चलने के लिए बोल रही थी तभी हस्बैंड मेरे ऊपर गुस्सा होते हुए कहने कहने लगे की यार तुम फिर वही बात लेकर बैठ गई अभी मैं बाहर से थक कर आया हूं और बच्चा जब होने का होगा हो जाएगा इसमें इतनी जल्दी क्या है तो मैंने कहा कि मैं थोड़ी अपने मन से कह रही हूं ओ तो माझी कह रही थी इसलिए मैं आपको बोली तो फट से उन्होंने मुझसे कहा कि तुम मां को समझा नहीं सकती तो मैं भी कहा कि मैं नहीं समझ सकती आप ही समझाइए तो उन्होंने कहा ठीक है ठीक है मैं मां से बात कर लूंगा जब टाइम मिलेगा तो फिर उसके बाद वह सो गए और मेरी आंखों से नींद गायब थी क्योंकि मैंने जो सोचा था वैसा कुछ नहीं हुआ क्योंकि हर एक पत्नी चाहती है कि हर उसके पति के साथ प्यार मोहब्बत वाली बातें हो और खास करके तब जब उसका पति बाहर से बहुत दिनों के बाद आया हो और मैं भी ऐसा ही चाहती हूं लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा था हमारे बीच आज 15 दिन हो चुके थे हमारे बीच सेक्स हुए और सेक्स की बात करें तो हमारे बीच में हफ्ते में एक बार भी सेक्स हो जाए तो बहुत वह भी जब मैं अपनी तरफ से कोशिश करूं तो वरना वह भी नहीं होता अब आप लोग भी सोच रहे होंगे कि जब हमारे बीच सेक्स ही नहीं होगा तो बच्चा कहां से होगा मैं तो अपनी तरफ से कोशिश कर रही हूं लेकिन अब मैं कर ही क्या सकती हूं और यही सब सोते हुए मैं भी सो गई और जब मैं सुबह 5:00 सो कर उठी तो देखा कि पापा मेरे ससुर जी उठ करजॉगिंग पर चले गए थे और सासू मां अभी भी सो रही थी और मैं घर की साफ सफाई करके नहाने के लिए चली गई और नहा के आने के बाद मैं पूजा की पूजा करने के बाद में पापा जी के लिए चाय बनाने चली गई क्योंकि पापा जब जॉगिंग पर से आते हैं तो पहले चाय पीते हैं तब तक सासू मां भी उठ चुकी थी और मेरे हस्बैंड अभी तक सो रहे थे क्योंकि वह 8:00 के बाद ही उठते हैं क्योंकि उनको 11:00 बजे ऑफिस जाना होता है और फिर पापा भी जॉगिंग पर से आगे फिर मैं उनको चाय देने गई वह बालकोनी में बैठे हुए थे मैं जाकर टेबल पर चाय रख फिर मैं उनके पैर छूने लगी तो उन्होंने मुझे सर पर हाथ रख कर आशीर्वाद दिया और फिर मेरी तारीफ करने लगी कहने लगे कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि तुम्हारी जैसी बहू मिली है तो मैं भी मुस्कुराते हुए उनको बोली कि मैंने क्या किया है तो उन्होंने कहा कि जो तुमने किया है वह कोई और दूसरी बहू नहीं कर सकती तो मैं उनसे बोली की आप मेरी ज्यादा तारीफ करेंगे तो मैं आपसे गुस्सा हो जाऊंगी तो उन्होंने कहा कि मेरी बहू मुझसे कभी गुस्सा नहीं हो सकती तो मैं कहीं की बहुत भरोसा है आपको अपनी बहू पर तो उन्होंने कहा कि बहुत ज्यादा भरोसा है मेरे अपने बहू पर आप तो ऐसे कह रहे हैं कि मेरे जैसी इस दुनिया में कोई और है ही नहीं मैं दुनिया की बात तो नहीं कर सकता लेकिन मैं अपनी बहू की बात कर सकता हूं क्योंकि मेरी बहू सर्वगुण संपन्न है तो मैं कहीं की ऐसा क्या है मुझ में तो वह कहने लगे वह सब है जो एक स्त्री में होनी चाहिए तो मैं कहीं की कोई एक खूबी तो बताइए मेरे अंदर क्या है तो उन्होंने कहा कि सर से पांव तक तक तुम खूबियों का खजाना हो तुम्हारे बाल नाक कान होता सभी खूबसूरत हैं और तुम्हारी बॉडी तुम्हारी कमर फिर मैं उनसे कहीं कुछ रह तो नहीं गया तारीफ करने के लिए तो वह मुझे देखने लगे तो मैं अपनी नज़रें झुका ली और मैं उनको तिरछी नजरों से देखने लगी तो मैंने देखा कि वह मेरे छाती को देख रहे थे और मुझे शर्म आने लगी और फिर उन्होंने कहा की तारीफ करने के लिए तो और बहुत है लेकिन अभी नहीं बाद में बताऊंगा और मैं वहां से जाने लगी तो उन्होंने मुझे आवाज दी और कहां अरे बेटा के कप तो लेती जा चाय तो मैंने पी ली है और मैं कप लेने के लिए मुड़ी तो वह मुझे कप और प्लेट उठा कर देने लगे तो जैसे ही मैं प्लेट पड़ी मेरे हाथ से छूटकर नीचे गिर गई और वह टूट गई और मैं डर गई और मैं उनको सॉरी बोलने लगी तो उन्होंने कहा कोई बात नहीं बेटा ऐसा होता है और मैं टुकड़ों को उठाने लगी और मुझे हंसी नहीं रहा कि मेरे साड़ी के पल्लू सर और कंधे से नीचे गिर गई थी जैसे ही मैंने ऊपर की ओर देखा तो पाया कि पापा मुझे ही देख रहे थे और मैंने झट से अपनी पल्लू सर पर रखी और उठकर जाने लगी और मुझे बहुत शर्म आ रही थी कि पापा मुझे इस तरह से देख रहे थे

इसके बाद उसी शाम हमारे हस्बैंड जब से घर वापस आ गए इसलिए मैं बहुत खुश थी क्योंकि कंपनी के काम से 4 दिन से बाहर में थे फिर शाम को मैं सबके लिए खाना बनाई और सभी लोगों ने खाना खाया और फिर सोने की तैयारी कर रहे थे तभी मैंने हस्बैंड से कहा आज मां जी हमको डॉक्टर के पास जाने के लिए कह रहे थे और साथ में आपको भी चलने के लिए बोल रही थी तभी हस्बैंड मेरे ऊपर गुस्सा होते हुए कहने कहने लगे की यार तुम फिर वही बात लेकर बैठ गई अभी मैं बाहर से थक कर आया हूं और बच्चा जब होने का होगा हो जाएगा इसमें इतनी जल्दी क्या है तो मैंने कहा कि मैं थोड़ी अपने मन से कह रही हूं ओ तो माझी कह रही थी इसलिए मैं आपको बोली तो फट से उन्होंने मुझसे कहा कि तुम मां को समझा नहीं सकती तो मैं भी कहा कि मैं नहीं समझ सकती आप ही समझाइए तो उन्होंने कहा ठीक है ठीक है मैं मां से बात कर लूंगा जब टाइम मिलेगा तो फिर उसके बाद वह सो गए और मेरी आंखों से नींद गायब थी क्योंकि मैंने जो सोचा था वैसा कुछ नहीं हुआ क्योंकि हर एक पत्नी चाहती है कि हर उसके पति के साथ प्यार मोहब्बत वाली बातें हो और खास करके तब जब उसका पति बाहर से बहुत दिनों के बाद आया हो और मैं भी ऐसा ही चाहती हूं लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा था हमारे बीच आज 15 दिन हो चुके थे हमारे बीच सेक्स हुए और सेक्स की बात करें तो हमारे बीच में हफ्ते में एक बार भी सेक्स हो जाए तो बहुत वह भी जब मैं अपनी तरफ से कोशिश करूं तो वरना वह भी नहीं होता अब आप लोग भी सोच रहे होंगे कि जब हमारे बीच सेक्स ही नहीं होगा तो बच्चा कहां से होगा मैं तो अपनी तरफ से कोशिश कर रही हूं लेकिन अब मैं कर ही क्या सकती हूं और यही सब सोते हुए मैं भी सो गई और जब मैं सुबह 5:00 सो कर उठी तो देखा कि पापा मेरे ससुर जी उठ करजॉगिंग पर चले गए थे और सासू मां अभी भी सो रही थी और मैं घर की साफ सफाई करके नहाने के लिए चली गई और नहा के आने के बाद मैं पूजा की पूजा करने के बाद में पापा जी के लिए चाय बनाने चली गई क्योंकि पापा जब जॉगिंग पर से आते हैं तो पहले चाय पीते हैं तब तक सासू मां भी उठ चुकी थी और मेरे हस्बैंड अभी तक सो रहे थे क्योंकि वह 8:00 के बाद ही उठते हैं क्योंकि उनको 11:00 बजे ऑफिस जाना होता है और फिर पापा भी जॉगिंग पर से आगे फिर मैं उनको चाय देने गई वह बालकोनी में बैठे हुए थे मैं जाकर टेबल पर चाय रख फिर मैं उनके पैर छूने लगी तो उन्होंने मुझे सर पर हाथ रख कर आशीर्वाद दिया और फिर मेरी तारीफ करने लगी कहने लगे कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि तुम्हारी जैसी बहू मिली है तो मैं भी मुस्कुराते हुए उनको बोली कि मैंने क्या किया है तो उन्होंने कहा कि जो तुमने किया है वह कोई और दूसरी बहू नहीं कर सकती तो मैं उनसे बोली की आप मेरी ज्यादा तारीफ करेंगे तो मैं आपसे गुस्सा हो जाऊंगी तो उन्होंने कहा कि मेरी बहू मुझसे कभी गुस्सा नहीं हो सकती तो मैं कहीं की बहुत भरोसा है आपको अपनी बहू पर तो उन्होंने कहा कि बहुत ज्यादा भरोसा है मेरे अपने बहू पर आप तो ऐसे कह रहे हैं कि मेरे जैसी इस दुनिया में कोई और है ही नहीं मैं दुनिया की बात तो नहीं कर सकता लेकिन मैं अपनी बहू की बात कर सकता हूं क्योंकि मेरी बहू सर्वगुण संपन्न है तो मैं कहीं की ऐसा क्या है मुझ में तो वह कहने लगे वह सब है जो एक स्त्री में होनी चाहिए तो मैं कहीं की कोई एक खूबी तो बताइए मेरे अंदर क्या है तो उन्होंने कहा कि सर से पांव तक तक तुम खूबियों का खजाना हो तुम्हारे बाल नाक कान होता सभी खूबसूरत हैं और तुम्हारी बॉडी तुम्हारी कमर फिर मैं उनसे कहीं कुछ रह तो नहीं गया तारीफ करने के लिए तो वह मुझे देखने लगे तो मैं अपनी नज़रें झुका ली और मैं उनको तिरछी नजरों से देखने लगी तो मैंने देखा कि वह मेरे छाती को देख रहे थे और मुझे शर्म आने लगी और फिर उन्होंने कहा की तारीफ करने के लिए तो और बहुत है लेकिन अभी नहीं बाद में बताऊंगा और मैं वहां से जाने लगी तो उन्होंने मुझे आवाज दी और कहां अरे बेटा के कप तो लेती जा चाय तो मैंने पी ली है और मैं कप लेने के लिए मुड़ी तो वह मुझे कप और प्लेट उठा कर देने लगे तो जैसे ही मैं प्लेट पड़ी मेरे हाथ से छूटकर नीचे गिर गई और वह टूट गई और मैं डर गई और मैं उनको सॉरी बोलने लगी तो उन्होंने कहा कोई बात नहीं बेटा ऐसा होता है और मैं टुकड़ों को उठाने लगी और मुझे हंसी नहीं रहा कि मेरे साड़ी के पल्लू सर और कंधे से नीचे गिर गई थी जैसे ही मैंने ऊपर की ओर देखा तो पाया कि पापा मुझे ही देख रहे थे और मैंने झट से अपनी पल्लू सर पर रखी और उठकर जाने लगी और मुझे बहुत शर्म आ रही थी कि पापा मुझे इस तरह से देख रहे थे

इसके बाद उसी शाम हमारे हस्बैंड जब से घर वापस आ गए इसलिए मैं बहुत खुश थी क्योंकि कंपनी के काम से 4 दिन से बाहर में थे फिर शाम को मैं सबके लिए खाना बनाई और सभी लोगों ने खाना खाया और फिर सोने की तैयारी कर रहे थे तभी मैंने हस्बैंड से कहा आज मां जी हमको डॉक्टर के पास जाने के लिए कह रहे थे और साथ में आपको भी चलने के लिए बोल रही थी तभी हस्बैंड मेरे ऊपर गुस्सा होते हुए कहने कहने लगे की यार तुम फिर वही बात लेकर बैठ गई अभी मैं बाहर से थक कर आया हूं और बच्चा जब होने का होगा हो जाएगा इसमें इतनी जल्दी क्या है तो मैंने कहा कि मैं थोड़ी अपने मन से कह रही हूं ओ तो माझी कह रही थी इसलिए मैं आपको बोली तो फट से उन्होंने मुझसे कहा कि तुम मां को समझा नहीं सकती तो मैं भी कहा कि मैं नहीं समझ सकती आप ही समझाइए तो उन्होंने कहा ठीक है ठीक है मैं मां से बात कर लूंगा जब टाइम मिलेगा तो फिर उसके बाद वह सो गए और मेरी आंखों से नींद गायब थी क्योंकि मैंने जो सोचा था वैसा कुछ नहीं हुआ क्योंकि हर एक पत्नी चाहती है कि हर उसके पति के साथ प्यार मोहब्बत वाली बातें हो और खास करके तब जब उसका पति बाहर से बहुत दिनों के बाद आया हो और मैं भी ऐसा ही चाहती हूं लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा था हमारे बीच आज 15 दिन हो चुके थे हमारे बीच सेक्स हुए और सेक्स की बात करें तो हमारे बीच में हफ्ते में एक बार भी सेक्स हो जाए तो बहुत वह भी जब मैं अपनी तरफ से कोशिश करूं तो वरना वह भी नहीं होता अब आप लोग भी सोच रहे होंगे कि जब हमारे बीच सेक्स ही नहीं होगा तो बच्चा कहां से होगा मैं तो अपनी तरफ से कोशिश कर रही हूं लेकिन अब मैं कर ही क्या सकती हूं और यही सब सोते हुए मैं भी सो गई और जब मैं सुबह 5:00 सो कर उठी तो देखा कि पापा मेरे ससुर जी उठ करजॉगिंग पर चले गए थे और सासू मां अभी भी सो रही थी और मैं घर की साफ सफाई करके नहाने के लिए चली गई और नहा के आने के बाद मैं पूजा की पूजा करने के बाद में पापा जी के लिए चाय बनाने चली गई क्योंकि पापा जब जॉगिंग पर से आते हैं तो पहले चाय पीते हैं तब तक सासू मां भी उठ चुकी थी और मेरे हस्बैंड अभी तक सो रहे थे क्योंकि वह 8:00 के बाद ही उठते हैं क्योंकि उनको 11:00 बजे ऑफिस जाना होता है और फिर पापा भी जॉगिंग पर से आगे फिर मैं उनको चाय देने गई वह बालकोनी में बैठे हुए थे मैं जाकर टेबल पर चाय रख फिर मैं उनके पैर छूने लगी तो उन्होंने मुझे सर पर हाथ रख कर आशीर्वाद दिया और फिर मेरी तारीफ करने लगी कहने लगे कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि तुम्हारी जैसी बहू मिली है तो मैं भी मुस्कुराते हुए उनको बोली कि मैंने क्या किया है तो उन्होंने कहा कि जो तुमने किया है वह कोई और दूसरी बहू नहीं कर सकती तो मैं उनसे बोली की आप मेरी ज्यादा तारीफ करेंगे तो मैं आपसे गुस्सा हो जाऊंगी तो उन्होंने कहा कि मेरी बहू मुझसे कभी गुस्सा नहीं हो सकती तो मैं कहीं की बहुत भरोसा है आपको अपनी बहू पर तो उन्होंने कहा कि बहुत ज्यादा भरोसा है मेरे अपने बहू पर आप तो ऐसे कह रहे हैं कि मेरे जैसी इस दुनिया में कोई और है ही नहीं मैं दुनिया की बात तो नहीं कर सकता लेकिन मैं अपनी बहू की बात कर सकता हूं क्योंकि मेरी बहू सर्वगुण संपन्न है तो मैं कहीं की ऐसा क्या है मुझ में तो वह कहने लगे वह सब है जो एक स्त्री में होनी चाहिए तो मैं कहीं की कोई एक खूबी तो बताइए मेरे अंदर क्या है तो उन्होंने कहा कि सर से पांव तक तक तुम खूबियों का खजाना हो तुम्हारे बाल नाक कान होता सभी खूबसूरत हैं और तुम्हारी बॉडी तुम्हारी कमर फिर मैं उनसे कहीं कुछ रह तो नहीं गया तारीफ करने के लिए तो वह मुझे देखने लगे तो मैं अपनी नज़रें झुका ली और मैं उनको तिरछी नजरों से देखने लगी तो मैंने देखा कि वह मेरे छाती को देख रहे थे और मुझे शर्म आने लगी और फिर उन्होंने कहा की तारीफ करने के लिए तो और बहुत है लेकिन अभी नहीं बाद में बताऊंगा और मैं वहां से जाने लगी तो उन्होंने मुझे आवाज दी और कहां अरे बेटा के कप तो लेती जा चाय तो मैंने पी ली है और मैं कप लेने के लिए मुड़ी तो वह मुझे कप और प्लेट उठा कर देने लगे तो जैसे ही मैं प्लेट पड़ी मेरे हाथ से छूटकर नीचे गिर गई और वह टूट गई और मैं डर गई और मैं उनको सॉरी बोलने लगी तो उन्होंने कहा कोई बात नहीं बेटा ऐसा होता है और मैं टुकड़ों को उठाने लगी और मुझे हंसी नहीं रहा कि मेरे साड़ी के पल्लू सर और कंधे से नीचे गिर गई थी जैसे ही मैंने ऊपर की ओर देखा तो पाया कि पापा मुझे ही देख रहे थे और मैंने झट से अपनी पल्लू सर पर रखी और उठकर जाने लगी और मुझे बहुत शर्म आ रही थी कि पापा मुझे इस तरह से देख रहे थे
कहानी कैसी लग रही है मुझे बताइए
 

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भाग 4.
फिर मैं सबके लिए खाना बनाई और सभी लोगों ने खाना खाया मेरे हस्बैंड रेडी होकर ऑफिस चले गए और मेरे ससुर जी अपने दुकान पर चले गए मेरे ससुर जी जनरल स्टोर का दुकान चलाते हैं मार्केट में रिटायरमेंट के बाद उनके पास कोई काम नहीं था तो उन्होंने एक दुकान खोली इसलिए वह दिन में बाहर ही रहते हैं घर में मेरा समय मोबाइल और टीवी देख कर ही बीतता है दोपहर को सासू मां हाल में बैठकर टीवी देख रही थी तो उन्होंने मुझे आवाज दी तो मैं उनके पास गई तो उन्होंने मुझसे पूछा कि बहू तुमने विजय से डॉक्टर के पास जाने के बारे में पूछा कि नहीं जी मां जी मैंने उनसे कही थी तो उन्होंने साफ-साफ मना कर दिया और कहा कि मेरे पास अभी टाइम नहीं है अब आप ही उनसे कहिए क्योंकि आप ही का बात मानेंगे तो उन्होंने कहा कि अच्छा ठीक है शाम को, मैं उससे बात करती हूं v फिर शाम को ससुर जी और मेरे हस्बैंड और सासू मां बैठकर खाना खा रहे थे तो सासु मां ने भी जैसे कहा कि बेटे तुम बहू को डॉ क्टर के पास लेकर क्यों नहीं जा रहे हैं तो विजय ने कहा कि मां डॉक्टर के पास जाने की क्या जरूरत है तो सासु मां ने कहा कि बेटा जरूरत है तुम्हारे शादी को इतने साल हो गए हैं इसलिए एक बार जाकर चेकअप करवा लो तो विजय ससुर जी से कहने लगे पापा आप मां को समझो ना तो ससुर जी ने कहा कि नहीं बेटा मैं तुम्हारी इस बारे में कोई मदद नहीं कर सकता जो तुम्हारी मां कह रही है बिल्कुल सही कह रही है तुमको जाकर चेकअप करवाना चाहिए एक बार और तुम अपने बारे में नहीं हमारे बारे में भी तो सोचो हमारा भी मन करता है कि घर में एक बच्चा होगा तो कितना अच्छा रहेगा और बहू को तो देखो उसका भी तो मन करता होगा मां बनने का, तो विजय ने कहा कि ठीक है जब टाइम मिलेगा तो चला जाऊंगा तो सासु मां ने कहा कि टाइम मिले या ना मिले कल तुम लेकर जाओ उसको तो विजय ने कहा कि मां जब छुट्टी मिलेगी तभी तो जाऊंगा ना तुम मान जी ने कहा ठीक है कल ऑफिस से छुट्टी लेकर आना, विजय ने कहा अच्छा ठीक है कल छुट्टी लेकर आऊंगा बस और खाना खाकर सोने चले गए सबके खाने के बाद मैं भी खाना खाई और बर्तन समेटकर मैं भी सोने जा रही थी कि तभी मुझे याद आया कि पापा जी को पानी भी देना रात में पीने के लिए पानी देने गई तो पापा जाग रहे थे तो पापा जी ने कहा बेटा अभी तक तुम्हारा काम खत्म नहीं हुआ तो मैंने कहा जी पापा जी खत्म हो गया बस मैं आपको पानी देने के लिए आई थी पापा जी ने कहा कि तुमने खाना खाया कि नहीं तो मैंने कहा जी पापा जी खा लिया ठीक है अब जाओ और सो जाओ और मैं सोने चली गई तो मैंने देखा कि मेरे हस्बैंड अब तक सो चुके थे और मेरे अरमान धरे के धरे रहेंगे मैंने उनको जगाने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि अब तुम मुझे परेशान मत करो और सो जाओ और इसी तरह मैं अपने अधूरे सपने लेकर सो गई और 2 दिन के बाद उनको ऑफिस से छुट्टी मिला और हम लोग डॉक्टर के पास गए चेकअप करवाने के लिए डॉक्टर ने हम लोगों से पूछा की शादी का कितने साल हो गए हम लोगों ने कहा कि 5 साल हो गए शादी के डॉक्टर ने कहा कभी बच्चा रुका है कि नहीं तो मैं कहीं की जी कभी नहीं रुका है वह एक लेडिस डॉक्टर थी उसने मुझसे पूछी की एमसी टाइम पर आता है कि नहीं तो मैं कहीं की जी my तो टाइम पर ही आता है फिर डॉक्टर ने पूछा कि कितने टाइम के बाद मिलते हो मेरा मतलब है आपस में सेक्स कितने टाइम के बाद करते हैं तुम मेरे हस्बैंड सेक्स का नाम सुनते ही शर्मा गए और मैं भी शर्मा गई डॉक्टर ने फिर से पूछा कि रोज मिलते हो कि छोड़ छोड़ के मिलते तो मैं कहीं की जी छोड़ छोड़ कर मिलते हैं क्या डॉक्टर ने पूछा कितने दिन के बाद मिलते हो तो मैं काहे की जी हफ्ते में एक बार तो डॉक्टर ने चौंकते हुए बोली की क्या हफ्ते में सिर्फ एक बार मिलते हो ज्यादा से ज्यादा एक दिन गैप होना चाहिए इससे ज्यादा नहीं अभी तुम लोग जवान हो कितने लोग तो 1 दिन में दो बार से तीन बार भी करते है डॉक्टर ने मेरे हस्बैंड से कहने लगी कि इतनी खूबसूरत बीवी को छोड़कर पैसा कमाने में लगे हुए फिर डॉक्टर ने कहा कि आप दोनों का चेकअप होगा आपकी पत्नी का पेशाब और खून का जांच होगा और आपका खून और सीमन का जांच होगा सीमन का मतलब होता है वीर्य डॉक्टर ने कहा कि सेंपल दे दीजिए और चार दिन के बाद आएगा रिपोर्ट लेने के लिए मैंने अपना खून और पेशाब का सेंपल दे दिया और हस्बैंड बाथरूम में गए सीमन निकालने के लिए गए तो निकल ही नहीं रहा था टेंशन से उनके हथियार खड़ा नहीं हो रहा था फिर मैं उनको लेकर एक रूम में गई और वहां उनके हथियार पड़कर हिलने लगी और बहुत कोशिश करने के बाद फिर खड़ा हुआ तो निकला थोड़ा सा फिर सैंपल देकर हम लोग घर आ गए फिर शाम को सब खाना खा रहे थे तो सासु मां ने पूछा कि डॉक्टर ने क्या बताया तो विजय ने कहा कि अभी कुछ नहीं बताया है चार दिन के बाद हम लोगों को फिर से बुलाया है रिपोर्ट लेने के लिए फिर खाना खाकर सब सोने चले गए और मैं भी अपना सारा काम खत्म करके फिर पापा जी को पानी देने गई तो पापा जी ने मुझे रोका और पूछने लगे और बोले बेटा डॉक्टर ने क्या कहा तो मैं बोली कि पापा अभी कुछ बताया नहीं है चार दिन के बाद रिपोर्ट लेने के लिए बुलाया तब पता चलेगा तो उन्होंने फिर से बोला कि सिर्फ तुम्हारा ही जांच हुआ कि उसका भी तो मैंने कहा जी दोनों का फिर उन्होंने कहा कि ठीक है बेटा अब जाओ सो जाओ बाकी अगले भाग में बताऊंगी
 
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भाग 5
4 दिन के बाद हम लोग अस्पताल गए रिपोर्ट लेने के लिए मैं अस्पताल जाने से पहले बहुत डर रही थी कि कहीं कुछ प्रॉब्लम ना हो नर्स ने हम लोगों को वेटिंग रूम में बैठने के लिए बोला वहां पर पहले से एक लेडिस और एक जेंट्स बैठे हुए थे उस लेडिस की उम्र ही 27 28 होगी उसके पेट में बच्चा था मैं भी उसके पास जाकर बैठ गई मैं उससे पूछने लगी कि आपने यहीं पर इलाज करवाया है तो उसने कहा कि जी मैंने उससे पूछे कि आपकी शादी को कितने साल हो गया उसने बताया कि हमारी शादी को 8 साल हो चुके हैं मैंने उसके हस्बैंड की तरफ देखते हुए मैंने उसे धीरे से पूछा कि आपके हस्बैंड की उम्र कुछ ज्यादा लग रही है तो उसने बताया कि यह मेरे हस्बैंड नहीं है यह मेरे ससुर जी हैं तो मैंने उसे फिर पूछा कि आपके हस्बैंड कहां है तो उसने कहा कि वह कहीं बाहर गए हुए हैं काम से तो मैंने उससे कहा कि यह मर्द लोग होते ही ऐसे हैं बस पैसा कमाने में लगे रहते हैं बीवी को प्रेग्नेंट कर दिया बस हो गया उनका काम और baap कहलाने में आगे रहते हैं रहते हैं औरत उसको 9 महीने अपने पेट में रखेगी उसके बाद दर्द पीड़ा सहकार पैदा करेगी पाल पुष्कर बड़ा करेगी उसके बाद जाकर मां कहलाएगी फिर उसऔरत ने अपनी नज़रें नीचे करके कुछ सोचने लगी कुछ सोचने के बाद उसने मुझसे कहा कि आप जैसा सोच रही है वैसा नहीं है फिर मैं उसकी तरफ देखते हुए कहां अगर आपको मेरी बात अच्छी ना लगी हो तो मुझे माफ कर दीजिए मेरी कह ने का मतलब आपका दिल दुखाने का नहीं था तो उसने मुझसे कहा कि नहीं आपकी बात का मुझे बिल्कुल भी बुरा नहीं लगा दरअसल बात यह है कि मेरे पेट में जो बच्चा है इसका baapमेरे हस्बैंड नहीं है कोई और है यह सुनते ही मैं एकदम से चौंक गई तो मैं चौंकते हुए उससे पूछी कि मैं आपकी बात को समझी नहीं मेरा मतलब आप सही कह रही हैं तो उसने कहा जी यही सच है तो मैंने उससे पूछा कि तो फिर इस बच्चे का बाप कौन है तो वह अपने ससुर की तरफ देखने लगी इतने में नर्स उनको बुलाने लगी और वह चली गई अंदर और मैं सोचने लगी की आखिर उसके बच्चे का बाप कौन है फिर 10 मिनट के बाद वह औरत और उसके ससुर बाहर आए मैं उससे कुछ पूछती इससे पहले नर्स ने हम लोगों को अंदर बुला लिया अंदर जाने के बाद डॉक्टर ने हम लोगों को बैठने के लिए कहा और हमारी रिपोर्ट उलट पलट कर देखने लगी तो मैं डॉक्टर से पूछे कि डॉक्टर साहिबा कोई प्रॉब्लम तो नहीं है ना कुछ सेकंड सोने के बाद बताने लगी देखिए मैं आप लोगों का अंधेरे में नहीं रखना चाहते इससे पहले मैं आपसे एक बात पूछना चाहती हूं मिस्टर विजय तुम मेरे हस्बैंड ने कहा जी कहिए क्या आपका कभी कोई एक्सीडेंट हुआ है शादी से पहले या शादी के बाद तो विजय ने कहा कि जी नहीं कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ है शादी के पहले ना शादी के बाद डॉक्टर ने फिर से कहा कि बहुत पहले हुआ हो शायद आपको याद ना हो तो विजय ने कहा कि यहां एक एक्सीडेंट तो हुआ था लेकिन वह बहुत पहले जब मैं 10 11 साल का था तब हुआ था उसका इससे क्या लेना देना डॉक्टर ने कहा कि लेना देना है तभी तो पूछ रही हूं और मैं भी आश्चर्य में पड़ गई आखिर उस एक्सीडेंट का-क्या लेने देना जो बचपन में बहुत पहले हुआ है फिर डॉक्टर ने कहा कि मैं आप दोनों का रिपोर्ट मैं क्या है बता दे रही हूं आपकी पत्नी की रिपोर्ट बिल्कुल सही है उसमें कोई प्रॉब्लम नहीं है और आपका रिपोर्ट भी सही है लेकिन एक प्रॉब्लम है सब विजय ने कहा कि क्या प्रॉब्लम है डॉक्टर आपके सीमन में स्पर्म नहीं बन पा रहा है जो सीमन के जरिए औरत के गर्भाशय के अंडे में पहुंचता है जिस कीटाणु से गर्भधारण होता है वही नहीं बन रहा है जब विजय ने पूछा किसका कारण क्या है तो डॉक्टर ने कहा कि इसका कारण इसमें में यही बता रहा है कि एक्सीडेंट की वजह से वहां का नस डैमेज हो चुका है और इस वजह से आप कभी पीता नहीं बन पाएंगे यह सुनते ही मेरे मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई और और मैं कहने लगी नहीं ऐसा नहीं हो सकत शायद आप लोगों की जांच में कुछ गड़बड़ी हुई हो तो डॉक्टर ने मुझसे कहा कि देखिए मैं समझ सकती हूं कि आपको कैसा लग रहा होगा लेकिन सच्चाई यही है और मेरे आंख से आंसू निकलने लगे और मैंने कभी ऐसे सोची नहीं थी कि मेरे साथ ऐसा होगा और मैं डॉक्टर से पूछने लगी कि इसका कोई तो इलाज होगा डॉक्टर मेरे पास इसका इलाज होता तो मैं कर देती लेकिन आई एम सॉरी मैं नहीं कर सकती और मेरे आंख से आंसू ही नहीं रुक रहे थे और मैं कुछ समझ ही नहीं पा रही थी कि मैं अब क्या करूं और मेरे हस्बैंड के आंखों में भी आंसू भर आए आखिर वह भी अब क्या कर सकते थे इसमें ना उनकी गलती थी ना मेरी मेरे हस्बैंड ने कहा डॉक्टर कोई तो इलाज होगा इसका शायद आपके पास में नहीं है किसी और के पास में हो सकता है तो डॉक्टर ने कहा कि मैं दूसरे का तो नहीं बता सकती एक इलाज है जिससे आप दोनों माता-पिता बन सकते हैं

 
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