- 20
- 18
- 4
इसके बाद उसी शाम हमारे हस्बैंड जब से घर वापस आ गए इसलिए मैं बहुत खुश थी क्योंकि कंपनी के काम से 4 दिन से बाहर में थे फिर शाम को मैं सबके लिए खाना बनाई और सभी लोगों ने खाना खाया और फिर सोने की तैयारी कर रहे थे तभी मैंने हस्बैंड से कहा आज मां जी हमको डॉक्टर के पास जाने के लिए कह रहे थे और साथ में आपको भी चलने के लिए बोल रही थी तभी हस्बैंड मेरे ऊपर गुस्सा होते हुए कहने कहने लगे की यार तुम फिर वही बात लेकर बैठ गई अभी मैं बाहर से थक कर आया हूं और बच्चा जब होने का होगा हो जाएगा इसमें इतनी जल्दी क्या है तो मैंने कहा कि मैं थोड़ी अपने मन से कह रही हूं ओ तो माझी कह रही थी इसलिए मैं आपको बोली तो फट से उन्होंने मुझसे कहा कि तुम मां को समझा नहीं सकती तो मैं भी कहा कि मैं नहीं समझ सकती आप ही समझाइए तो उन्होंने कहा ठीक है ठीक है मैं मां से बात कर लूंगा जब टाइम मिलेगा तो फिर उसके बाद वह सो गए और मेरी आंखों से नींद गायब थी क्योंकि मैंने जो सोचा था वैसा कुछ नहीं हुआ क्योंकि हर एक पत्नी चाहती है कि हर उसके पति के साथ प्यार मोहब्बत वाली बातें हो और खास करके तब जब उसका पति बाहर से बहुत दिनों के बाद आया हो और मैं भी ऐसा ही चाहती हूं लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा था हमारे बीच आज 15 दिन हो चुके थे हमारे बीच सेक्स हुए और सेक्स की बात करें तो हमारे बीच में हफ्ते में एक बार भी सेक्स हो जाए तो बहुत वह भी जब मैं अपनी तरफ से कोशिश करूं तो वरना वह भी नहीं होता अब आप लोग भी सोच रहे होंगे कि जब हमारे बीच सेक्स ही नहीं होगा तो बच्चा कहां से होगा मैं तो अपनी तरफ से कोशिश कर रही हूं लेकिन अब मैं कर ही क्या सकती हूं और यही सब सोते हुए मैं भी सो गई और जब मैं सुबह 5:00 सो कर उठी तो देखा कि पापा मेरे ससुर जी उठ करजॉगिंग पर चले गए थे और सासू मां अभी भी सो रही थी और मैं घर की साफ सफाई करके नहाने के लिए चली गई और नहा के आने के बाद मैं पूजा की पूजा करने के बाद में पापा जी के लिए चाय बनाने चली गई क्योंकि पापा जब जॉगिंग पर से आते हैं तो पहले चाय पीते हैं तब तक सासू मां भी उठ चुकी थी और मेरे हस्बैंड अभी तक सो रहे थे क्योंकि वह 8:00 के बाद ही उठते हैं क्योंकि उनको 11:00 बजे ऑफिस जाना होता है और फिर पापा भी जॉगिंग पर से आगे फिर मैं उनको चाय देने गई वह बालकोनी में बैठे हुए थे मैं जाकर टेबल पर चाय रख फिर मैं उनके पैर छूने लगी तो उन्होंने मुझे सर पर हाथ रख कर आशीर्वाद दिया और फिर मेरी तारीफ करने लगी कहने लगे कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि तुम्हारी जैसी बहू मिली है तो मैं भी मुस्कुराते हुए उनको बोली कि मैंने क्या किया है तो उन्होंने कहा कि जो तुमने किया है वह कोई और दूसरी बहू नहीं कर सकती तो मैं उनसे बोली की आप मेरी ज्यादा तारीफ करेंगे तो मैं आपसे गुस्सा हो जाऊंगी तो उन्होंने कहा कि मेरी बहू मुझसे कभी गुस्सा नहीं हो सकती तो मैं कहीं की बहुत भरोसा है आपको अपनी बहू पर तो उन्होंने कहा कि बहुत ज्यादा भरोसा है मेरे अपने बहू पर आप तो ऐसे कह रहे हैं कि मेरे जैसी इस दुनिया में कोई और है ही नहीं मैं दुनिया की बात तो नहीं कर सकता लेकिन मैं अपनी बहू की बात कर सकता हूं क्योंकि मेरी बहू सर्वगुण संपन्न है तो मैं कहीं की ऐसा क्या है मुझ में तो वह कहने लगे वह सब है जो एक स्त्री में होनी चाहिए तो मैं कहीं की कोई एक खूबी तो बताइए मेरे अंदर क्या है तो उन्होंने कहा कि सर से पांव तक तक तुम खूबियों का खजाना हो तुम्हारे बाल नाक कान होता सभी खूबसूरत हैं और तुम्हारी बॉडी तुम्हारी कमर फिर मैं उनसे कहीं कुछ रह तो नहीं गया तारीफ करने के लिए तो वह मुझे देखने लगे तो मैं अपनी नज़रें झुका ली और मैं उनको तिरछी नजरों से देखने लगी तो मैंने देखा कि वह मेरे छाती को देख रहे थे और मुझे शर्म आने लगी और फिर उन्होंने कहा की तारीफ करने के लिए तो और बहुत है लेकिन अभी नहीं बाद में बताऊंगा और मैं वहां से जाने लगी तो उन्होंने मुझे आवाज दी और कहां अरे बेटा के कप तो लेती जा चाय तो मैंने पी ली है और मैं कप लेने के लिए मुड़ी तो वह मुझे कप और प्लेट उठा कर देने लगे तो जैसे ही मैं प्लेट पड़ी मेरे हाथ से छूटकर नीचे गिर गई और वह टूट गई और मैं डर गई और मैं उनको सॉरी बोलने लगी तो उन्होंने कहा कोई बात नहीं बेटा ऐसा होता है और मैं टुकड़ों को उठाने लगी और मुझे हंसी नहीं रहा कि मेरे साड़ी के पल्लू सर और कंधे से नीचे गिर गई थी जैसे ही मैंने ऊपर की ओर देखा तो पाया कि पापा मुझे ही देख रहे थे और मैंने झट से अपनी पल्लू सर पर रखी और उठकर जाने लगी और मुझे बहुत शर्म आ रही थी कि पापा मुझे इस तरह से देख रहे थे
इसके बाद उसी शाम हमारे हस्बैंड जब से घर वापस आ गए इसलिए मैं बहुत खुश थी क्योंकि कंपनी के काम से 4 दिन से बाहर में थे फिर शाम को मैं सबके लिए खाना बनाई और सभी लोगों ने खाना खाया और फिर सोने की तैयारी कर रहे थे तभी मैंने हस्बैंड से कहा आज मां जी हमको डॉक्टर के पास जाने के लिए कह रहे थे और साथ में आपको भी चलने के लिए बोल रही थी तभी हस्बैंड मेरे ऊपर गुस्सा होते हुए कहने कहने लगे की यार तुम फिर वही बात लेकर बैठ गई अभी मैं बाहर से थक कर आया हूं और बच्चा जब होने का होगा हो जाएगा इसमें इतनी जल्दी क्या है तो मैंने कहा कि मैं थोड़ी अपने मन से कह रही हूं ओ तो माझी कह रही थी इसलिए मैं आपको बोली तो फट से उन्होंने मुझसे कहा कि तुम मां को समझा नहीं सकती तो मैं भी कहा कि मैं नहीं समझ सकती आप ही समझाइए तो उन्होंने कहा ठीक है ठीक है मैं मां से बात कर लूंगा जब टाइम मिलेगा तो फिर उसके बाद वह सो गए और मेरी आंखों से नींद गायब थी क्योंकि मैंने जो सोचा था वैसा कुछ नहीं हुआ क्योंकि हर एक पत्नी चाहती है कि हर उसके पति के साथ प्यार मोहब्बत वाली बातें हो और खास करके तब जब उसका पति बाहर से बहुत दिनों के बाद आया हो और मैं भी ऐसा ही चाहती हूं लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा था हमारे बीच आज 15 दिन हो चुके थे हमारे बीच सेक्स हुए और सेक्स की बात करें तो हमारे बीच में हफ्ते में एक बार भी सेक्स हो जाए तो बहुत वह भी जब मैं अपनी तरफ से कोशिश करूं तो वरना वह भी नहीं होता अब आप लोग भी सोच रहे होंगे कि जब हमारे बीच सेक्स ही नहीं होगा तो बच्चा कहां से होगा मैं तो अपनी तरफ से कोशिश कर रही हूं लेकिन अब मैं कर ही क्या सकती हूं और यही सब सोते हुए मैं भी सो गई और जब मैं सुबह 5:00 सो कर उठी तो देखा कि पापा मेरे ससुर जी उठ करजॉगिंग पर चले गए थे और सासू मां अभी भी सो रही थी और मैं घर की साफ सफाई करके नहाने के लिए चली गई और नहा के आने के बाद मैं पूजा की पूजा करने के बाद में पापा जी के लिए चाय बनाने चली गई क्योंकि पापा जब जॉगिंग पर से आते हैं तो पहले चाय पीते हैं तब तक सासू मां भी उठ चुकी थी और मेरे हस्बैंड अभी तक सो रहे थे क्योंकि वह 8:00 के बाद ही उठते हैं क्योंकि उनको 11:00 बजे ऑफिस जाना होता है और फिर पापा भी जॉगिंग पर से आगे फिर मैं उनको चाय देने गई वह बालकोनी में बैठे हुए थे मैं जाकर टेबल पर चाय रख फिर मैं उनके पैर छूने लगी तो उन्होंने मुझे सर पर हाथ रख कर आशीर्वाद दिया और फिर मेरी तारीफ करने लगी कहने लगे कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि तुम्हारी जैसी बहू मिली है तो मैं भी मुस्कुराते हुए उनको बोली कि मैंने क्या किया है तो उन्होंने कहा कि जो तुमने किया है वह कोई और दूसरी बहू नहीं कर सकती तो मैं उनसे बोली की आप मेरी ज्यादा तारीफ करेंगे तो मैं आपसे गुस्सा हो जाऊंगी तो उन्होंने कहा कि मेरी बहू मुझसे कभी गुस्सा नहीं हो सकती तो मैं कहीं की बहुत भरोसा है आपको अपनी बहू पर तो उन्होंने कहा कि बहुत ज्यादा भरोसा है मेरे अपने बहू पर आप तो ऐसे कह रहे हैं कि मेरे जैसी इस दुनिया में कोई और है ही नहीं मैं दुनिया की बात तो नहीं कर सकता लेकिन मैं अपनी बहू की बात कर सकता हूं क्योंकि मेरी बहू सर्वगुण संपन्न है तो मैं कहीं की ऐसा क्या है मुझ में तो वह कहने लगे वह सब है जो एक स्त्री में होनी चाहिए तो मैं कहीं की कोई एक खूबी तो बताइए मेरे अंदर क्या है तो उन्होंने कहा कि सर से पांव तक तक तुम खूबियों का खजाना हो तुम्हारे बाल नाक कान होता सभी खूबसूरत हैं और तुम्हारी बॉडी तुम्हारी कमर फिर मैं उनसे कहीं कुछ रह तो नहीं गया तारीफ करने के लिए तो वह मुझे देखने लगे तो मैं अपनी नज़रें झुका ली और मैं उनको तिरछी नजरों से देखने लगी तो मैंने देखा कि वह मेरे छाती को देख रहे थे और मुझे शर्म आने लगी और फिर उन्होंने कहा की तारीफ करने के लिए तो और बहुत है लेकिन अभी नहीं बाद में बताऊंगा और मैं वहां से जाने लगी तो उन्होंने मुझे आवाज दी और कहां अरे बेटा के कप तो लेती जा चाय तो मैंने पी ली है और मैं कप लेने के लिए मुड़ी तो वह मुझे कप और प्लेट उठा कर देने लगे तो जैसे ही मैं प्लेट पड़ी मेरे हाथ से छूटकर नीचे गिर गई और वह टूट गई और मैं डर गई और मैं उनको सॉरी बोलने लगी तो उन्होंने कहा कोई बात नहीं बेटा ऐसा होता है और मैं टुकड़ों को उठाने लगी और मुझे हंसी नहीं रहा कि मेरे साड़ी के पल्लू सर और कंधे से नीचे गिर गई थी जैसे ही मैंने ऊपर की ओर देखा तो पाया कि पापा मुझे ही देख रहे थे और मैंने झट से अपनी पल्लू सर पर रखी और उठकर जाने लगी और मुझे बहुत शर्म आ रही थी कि पापा मुझे इस तरह से देख रहे थे
कहानी कैसी लग रही है मुझे बताइएइसके बाद उसी शाम हमारे हस्बैंड जब से घर वापस आ गए इसलिए मैं बहुत खुश थी क्योंकि कंपनी के काम से 4 दिन से बाहर में थे फिर शाम को मैं सबके लिए खाना बनाई और सभी लोगों ने खाना खाया और फिर सोने की तैयारी कर रहे थे तभी मैंने हस्बैंड से कहा आज मां जी हमको डॉक्टर के पास जाने के लिए कह रहे थे और साथ में आपको भी चलने के लिए बोल रही थी तभी हस्बैंड मेरे ऊपर गुस्सा होते हुए कहने कहने लगे की यार तुम फिर वही बात लेकर बैठ गई अभी मैं बाहर से थक कर आया हूं और बच्चा जब होने का होगा हो जाएगा इसमें इतनी जल्दी क्या है तो मैंने कहा कि मैं थोड़ी अपने मन से कह रही हूं ओ तो माझी कह रही थी इसलिए मैं आपको बोली तो फट से उन्होंने मुझसे कहा कि तुम मां को समझा नहीं सकती तो मैं भी कहा कि मैं नहीं समझ सकती आप ही समझाइए तो उन्होंने कहा ठीक है ठीक है मैं मां से बात कर लूंगा जब टाइम मिलेगा तो फिर उसके बाद वह सो गए और मेरी आंखों से नींद गायब थी क्योंकि मैंने जो सोचा था वैसा कुछ नहीं हुआ क्योंकि हर एक पत्नी चाहती है कि हर उसके पति के साथ प्यार मोहब्बत वाली बातें हो और खास करके तब जब उसका पति बाहर से बहुत दिनों के बाद आया हो और मैं भी ऐसा ही चाहती हूं लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा था हमारे बीच आज 15 दिन हो चुके थे हमारे बीच सेक्स हुए और सेक्स की बात करें तो हमारे बीच में हफ्ते में एक बार भी सेक्स हो जाए तो बहुत वह भी जब मैं अपनी तरफ से कोशिश करूं तो वरना वह भी नहीं होता अब आप लोग भी सोच रहे होंगे कि जब हमारे बीच सेक्स ही नहीं होगा तो बच्चा कहां से होगा मैं तो अपनी तरफ से कोशिश कर रही हूं लेकिन अब मैं कर ही क्या सकती हूं और यही सब सोते हुए मैं भी सो गई और जब मैं सुबह 5:00 सो कर उठी तो देखा कि पापा मेरे ससुर जी उठ करजॉगिंग पर चले गए थे और सासू मां अभी भी सो रही थी और मैं घर की साफ सफाई करके नहाने के लिए चली गई और नहा के आने के बाद मैं पूजा की पूजा करने के बाद में पापा जी के लिए चाय बनाने चली गई क्योंकि पापा जब जॉगिंग पर से आते हैं तो पहले चाय पीते हैं तब तक सासू मां भी उठ चुकी थी और मेरे हस्बैंड अभी तक सो रहे थे क्योंकि वह 8:00 के बाद ही उठते हैं क्योंकि उनको 11:00 बजे ऑफिस जाना होता है और फिर पापा भी जॉगिंग पर से आगे फिर मैं उनको चाय देने गई वह बालकोनी में बैठे हुए थे मैं जाकर टेबल पर चाय रख फिर मैं उनके पैर छूने लगी तो उन्होंने मुझे सर पर हाथ रख कर आशीर्वाद दिया और फिर मेरी तारीफ करने लगी कहने लगे कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि तुम्हारी जैसी बहू मिली है तो मैं भी मुस्कुराते हुए उनको बोली कि मैंने क्या किया है तो उन्होंने कहा कि जो तुमने किया है वह कोई और दूसरी बहू नहीं कर सकती तो मैं उनसे बोली की आप मेरी ज्यादा तारीफ करेंगे तो मैं आपसे गुस्सा हो जाऊंगी तो उन्होंने कहा कि मेरी बहू मुझसे कभी गुस्सा नहीं हो सकती तो मैं कहीं की बहुत भरोसा है आपको अपनी बहू पर तो उन्होंने कहा कि बहुत ज्यादा भरोसा है मेरे अपने बहू पर आप तो ऐसे कह रहे हैं कि मेरे जैसी इस दुनिया में कोई और है ही नहीं मैं दुनिया की बात तो नहीं कर सकता लेकिन मैं अपनी बहू की बात कर सकता हूं क्योंकि मेरी बहू सर्वगुण संपन्न है तो मैं कहीं की ऐसा क्या है मुझ में तो वह कहने लगे वह सब है जो एक स्त्री में होनी चाहिए तो मैं कहीं की कोई एक खूबी तो बताइए मेरे अंदर क्या है तो उन्होंने कहा कि सर से पांव तक तक तुम खूबियों का खजाना हो तुम्हारे बाल नाक कान होता सभी खूबसूरत हैं और तुम्हारी बॉडी तुम्हारी कमर फिर मैं उनसे कहीं कुछ रह तो नहीं गया तारीफ करने के लिए तो वह मुझे देखने लगे तो मैं अपनी नज़रें झुका ली और मैं उनको तिरछी नजरों से देखने लगी तो मैंने देखा कि वह मेरे छाती को देख रहे थे और मुझे शर्म आने लगी और फिर उन्होंने कहा की तारीफ करने के लिए तो और बहुत है लेकिन अभी नहीं बाद में बताऊंगा और मैं वहां से जाने लगी तो उन्होंने मुझे आवाज दी और कहां अरे बेटा के कप तो लेती जा चाय तो मैंने पी ली है और मैं कप लेने के लिए मुड़ी तो वह मुझे कप और प्लेट उठा कर देने लगे तो जैसे ही मैं प्लेट पड़ी मेरे हाथ से छूटकर नीचे गिर गई और वह टूट गई और मैं डर गई और मैं उनको सॉरी बोलने लगी तो उन्होंने कहा कोई बात नहीं बेटा ऐसा होता है और मैं टुकड़ों को उठाने लगी और मुझे हंसी नहीं रहा कि मेरे साड़ी के पल्लू सर और कंधे से नीचे गिर गई थी जैसे ही मैंने ऊपर की ओर देखा तो पाया कि पापा मुझे ही देख रहे थे और मैंने झट से अपनी पल्लू सर पर रखी और उठकर जाने लगी और मुझे बहुत शर्म आ रही थी कि पापा मुझे इस तरह से देख रहे थे