प्रिय मानू (
Rockstar_Rocky ), नमस्कार। कुछ वर्षों पहले, xossip पर अचानक से मेरा आगमन हुआ। ज्वाइन नहीं किया पर कुछ कहानियां पढ़ता रहा।
avsji की कायाकल्प का नियमित पाठक था। आपकी इस कहानी (एक अनोखा बंधन) के XOSSIP वाले रूप को बीच में से पढ़ना शुरू ही किया था (जहां नेहा को आप डॉक्टर के पास से वापस लाते हैं, कि किस्मत खराब और XOSSIP बंद हो गई।
किस्मत का खेल, और गूगल बाबा का धन्यवाद, अचानक ही एक दिन XFORUM मिली और फिर कायाकल्प मिल गई। कायाकल्प को पढ़ते _ पढ़ते अचानक ही एक अनोखा बंधन मिल गई।
ईमानदारी से कहूं तो मैने इस कहानी को दुबारा मिलने और पढ़ने की आशा ही छोड़ दी थी। किंतु ऊपरवाले के खेल भी निराले हैं। इस बार मैंने पिछली बार की गलती नहीं दोहराई।
आपको या तो आश्चर्य होगा या हँसी आएगी और साथ ही एक लेखक के रूप में आपकी लेखनी की शक्ति को मैं इंगित करूं। 48 घंटे या शायद उससे भी कुछ ज्यादा की मैराथन पढ़ाई की और पहले भाग से लेकर आखरी अपडेट तक पढ़ता रहा।
अधिकांश पाठक यहां कहानियों में सेक्स पढ़ने आते हैं किंतु आपकी लेखनी से निकली इस रचना में जो प्यार, मिलना, बिछड़ना, सादगी, अपनापन मिला, यकीन मानिए, मैंने सेक्स सीन्स को scroll down किया और जो वास्तविक प्रेम कहानी है, केवल उसी पर ध्यान केंद्रित रहा।
यहां XFORUM भी केवल आपकी कहानी पर टिप्पणी देने के लिए join किया है।
अभी अगला अपडेट उपलब्ध नहीं है तो आपकी दूसरी कहानी (Xforum पर पहली) काला इश्क को पढ़ना शुरू किया है। हालांकि उसको धीमे धीमे पढ़ रहा हूं।
अगले अपडेट की प्रतीक्षा में आपका एक सुधी पाठक।
आशु