और जब आफिस पहुच के मोबाइल देखा तो मैसज थे।
"कहाँ है मेरी जान?"
"घर पे हु और कहां हो सकती हूं।"
"वो है या चली गयी ?"
"यही है शाम को जाएगी दर्द कम है अब"
"मैं आ रहा हु गेट खोल पीछे वाला"
"ठीक है"
फिर मैंने सोचा क्या हुआ होगा वहां ? होने दो रात को देख लूंगा।
रात को घर पहुच 7 बजे तो आएशा वही थी इरम अंदर थी तो उसको किस कर के पूछा कैसी तबियत है अभी?
"ह्म्म्म अब आराम है सोचा घर चली जाय अम्मी बुला रही थी"
"फिर जा रही हो मैं छोड़ दु चल के ?"
"नही आज फिर आपसे प्यार का मन है पीछे का रुक जाउ?"
मैं मुस्कुरा के गले लगा कि बोला बिल्कुल रुक जाओ।
फिर मैं अंदर गया तो देखा खाना बना हुआ है और इरम लेती हुई है।
"क्या हुआ बेबी?"
"कुछ नही थक गई इसलिए लेटी हु"
"दवा दु अगर तबियत ठीक न हो तो?"
"नही मैं ठीक हु बस थक गई हूं "
देखा गाँड़ के नीचे मोटा तकिया लगाए लेटी है ।
अब मैं सोच में पड़ गया कि गाँड़ के नीचे तकिया क्यों?
खैर मैं अंदर जा के चेंज किया और मेमोरी कार्ड ले के बाहर आ गया और लैपटॉप में लगा के कॉपी किया तब तक मैं आएशा के पास गया और पूछा क्या हुआ चुदाई में माल अंदर छोड़ दिया प्रेग्नेंट करने के लिए?
"ह्म्म्म तुम्हे कैसे पता?"
"मुझे पता है मेरी जान आज तेरी चुदाई नही हुई क्या?"
"नही मेरे दर्द था तो इरम को प्रेग्नेंट कर रहा है ताकि वो मां बन जाये ।"
"अच्छा"
"फिर रात को आता हूं चुदाई करने तेरी"
"गाँड़ मारना केवल चूत उससे ही मरवाऊंगी"
"ओके"
फिर आएशा गयी और नाश्ता चाय ले आयी मेरे लिए।
" क्या हुआ मेरी जान आज रात को रुकोगी न मेरे लिए?"
"हम्म्म्म भाईजान"
"बस फिर आज पिछवाड़े में धक्के लगा कि ही सोऊंगा"
"ओके"
खाना खा के मैं भी लेट गया और आएशा दूसरे रूम में लेटी थी।
इरम ने भी खाना खा लिया अब मेरे दिमाग मे चल रहा था कि इरम चुदी कैसे और क्यों लेटी थी तकिया लगा कि नीचे। तभी मुझे ध्यान आया अरे कालू बोला था कि आज प्रेग्नेंट करेगा इरम को यानी के इरम की कोख में कालू ने अपना माल भर दिया है । अब तो देखना पड़ेगा कैसे मगर अभी नही अभी तो आएशा को चोदना है गाँड़ मारनी है उसकी।
इरम खाना खा के सो गई और मैं धीरे से उठा और बाहर आएशा लेटी थी उंसके पास गया और बोला "सो गई क्या ?"
"नही भाईजान ""इंतज़ार कर रही थी आपका मेरी गाँड़ में बहुत खुजली हो रही थी।"
"अच्छा वैसे इरम को प्रेग्नेंट कर रहा है कालू है ना?"
"आपको कैसे पता ?"
"पता है मुझे बस "
फिर मैं आएशा के पास जा के उसको किस करने लगा और उसकी गाँड़ में उंगली भी करने लगा ।
और एक आधा घंटे का चुदाई का सेशन होने के बाद दोनों लोग संतुष्ट नज़र आ रहे थे।
आएशा मुझे किस करते हुए बोली "लव यू भाईजान"
"लव यू टू आएशा "
चुदाई के बाद मैं थक गया था तो सो गया आएशा के साथ ही मगर मेरी नींद 3 बजे खुली तो मैं जल्दी से उठ के कपड़े पहन के अपने रूम गया और सो गया।
सुबह इरम ने मुझे जगाया ।मैं उठ के जल्दी से तैयार हुआ और नाश्ता करने पहुच गया देखा आएशा बड़े प्यार से नाश्ता खिला रही है और खाना पैक कर चुकी है।मुझे लगा जैसे मेरी बीवी है वो।उफ़्फ़फ़फ़ वैसे भी हमारे में बहन जैसी कोई चीज़ नही होती किसी से भी निकाह हो सकता है 4 निकाह कर सकते है।