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Bahot badhiya shaandar updateUPDATE 14
एक गाड़ी तेजी से शहर की तरफ जा रही थी उसमें बैठा आदमी...
लाला – (अपने मुनीम से) मुनीम ये रनवीर का बेटा तो बिल्कुल अपने बाप पर गया है हूँ बहु उसकी तरह दिखता है और वैसी ही अकड़ है उसमें भी...
मुनीम – हा मालिक उसे देख के मुझे रनवीर की याद आ गई आज....
लाला – (अपने बेटे विजय से) विजय जरा ध्यान रखना धीरेन्द्र की बेटी की शादी है कुछ भी उल्टा सीधा ना होने पाय क्योंकि वहां रनवीर भी मौजूद होगा बस शांत रहना सब और आनंद को भी समझा देना...
विजय – पिता जी शादी में तो राधिका और सिम्मी भी जाएगी ना हम तो नहीं जाएंगे...
लाला – नहीं विजय हमें भी जाना होगा धीरेन्द्र ने न्योता दिया है खुद हमारी हवेली में आके भूलो मत गांव में हमसे ज्यादा उसकी चलती है पूरे गांव वालो का वो मसीहा है...
विजय – ठीक है पिता जी लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा आप शांत रहने को क्यों बोल रहे है हमें आप जानते हो ना क्या किया था रनवीर ने उस रात को...
लाला – (गुस्से में) कुछ नहीं भूला हूँ मै विजय सब याद है मुझे और किसने कहा हम शांत रहेंगे बल्कि हम कुछ भी नहीं करेंगे बल्कि करवाएंगे दूसरों से और इस बार जो मेरे पिता और मेरे भाई नहीं कर पाए वो हम करेंगे लेकिन तरीका अलग होगा हमारा इस बार जिससे गांव वालो की नजर में ना आए हम...
विजय – (मुस्कुरा के) ठीक है पिता जी जैसा आप कहे....
इस तरफ साहिल जब कमरे में आया तब अपने सामने सुमन को देखा जिसके साथ सुनैना और उसकी दोनों बेटी खुशी और अवनी थी अपने सामने साहिल को देख चारों बेड से उठ गए तभी...
साहिल – (कमरे में चारों तरफ नजर दौड़ा के उसे समझ आ गया कि वो गलत कमरे में आ गया है तब) sorry मै गलती से गलत कमरे में आ गया...
बोल के साहिल वापस निकल गया कमरे से जबकि सुमन कुछ बोलने को हुईं थी लेकिन कुछ बोल ना पाई सुमन तब...
सुनैना – शायद गलती से इस कमरे में आ गया होगा साहिल एक जैसे है सारे कमरे यहां पर...
अवनी – (सुनैना से) मा क्या साहिल भाई माफ करेगा हमें...
सुनैना – (अवनी और खुशी से) याद है तुम दोनों को जब तुम दोनों मिल के साहिल को परेशान करती थी और तुम दोनों की वजह से साहिल एक बार कितनी मार खाया था तब मैने तुम दोनों को डाटा था और बोला भी था ना जो तुम दोनों कर रहे हो उसकी माफी नहीं मिलेगी कभी लेकिन तुम दोनों मेरी बात नहीं मानी अब नतीजा तुम दोनों के सामने है उसके बाद भी इस उम्मीद में हो की साहिल तुम्हे माफ करेगा...
खुशी – लेकिन मा उस वक्त बड़ी मां बोलती थी सबको की साहिल गन्दा है उसकी वजह से दादा जी मर गए और उसकी वजह से ही बड़ी मां (सुमन) के घर वाले भी मारे गए थे इसीलिए सब घर वाले नफरत करते है साहिल से...
सुमन –(खुशी की बात सुन के सुनैना से) मा(सरला देवी) सही कह रही थी उस दिन बड़ों ने नफरत की आग में जलते हुए अपने बच्चों को भी झोंक दिया उस आग में जलने के लिए और जिसके बारे में मू खोलते वक्त कोई सोचता नहीं था आज उसी के सामने बोलने से भी डर लग रहा है हर किसी को...
सुनैना – जाने कैसे मना पाएंगे साहिल को हम सब मुझे तो आज की हुई बात से डर लग रहा था जब मा ने साहिल को घर आने के लिए बोल रही थी मुझे लगा कही साहिल मना ना कर दे लेकिन शुक्र है इस बात का की साहिल मा की हर बात मानता है इसीलिए हा कर दिया घर आने के लिए...
ये सब यहां आपस में बाते कर रहे थे वहीं बाथरूम के दरवाजे पर खड़ी कविता बस चुप चाप सबकी बाते सुन रही थी जाने उसके दिमाग में क्या चल रहा था जबकि इस तरफ साहिल अपने कमरे में आते ही उसे सामने सेमेंथा दिखी तब….
साहिल – तो तुम यहां हो रस्ते से कहा चली गई थी....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) बताया तो था मैने और वैसे भी मै कहा जाऊंगी भला तुम्हारे सिवा...
साहिल – हम्ममम बड़ी चालक हो तुम तो....
सेमेंथा – इसमें चालाकी कैसी अब मै तो साथ हूँ तुम्हारे और तुम ही ने तो कहा था कि मै तुम्हारे साथ रह सकती हूँ...
साहिल – हा कहा तो था लेकिन अब मै नहाने जा रहा हूँ (आंख मार के) इसमें साथ दोगी मेरा....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) जैसे निधि साथ थी वैसे क्या...
साहिल – (चौक के) तुम्हे कैसे पता उसके बारे में...
सेमेंथा – देखा नहीं बाते सुनी मैने सारी तुम्हारी...
साहिल – (मुस्कुरा के) वो तो बस होगया था हमारे बीच में लेकिन तुम्हारे साथ मजाक कर रहा था मै...
सेमेंथा – कोई बात नहीं मै तो तुम्हारे साथ हूँ हर कदम पर मुझे कोई एतराज नहीं इसमें भी...
साहिल – (सेमेंथा के करीब आके) सच में इतना भरोसा है मुझपे...
सेमेंथा – (साहिल के और करीब होके) खुद से भी ज्यादा साहिल चाहो तो आजमा लो तुम....
साहिल – कही इस भरोसे का मैने फायदा उठा के तुम्हे छोड़ दिया तो....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) अपने प्यार पर यकीन है मुझे पूरा....
साहिल – 2 दिन में प्यार हो गया तुम्हे मुझसे....
सेमेंथा – प्यार तो सालों पहले हो गया था तुमसे आज मौका मिला कहने का....
साहिल – (थोड़ी मायूसी से) और कही तुम मुझे छोड़ के चली गई तो....
सेमेंथा – ऐसा कभी नहीं होगा साहिल सपने में भी नहीं में हमेशा साथ रहूंगी तुम्हारे....
साहिल – (हल्का मुस्कुरा के) प्यार किसी से हुआ नहीं कभी लेकिन डर लगता है फिर से कोई अपना दूर ना हो जाएं मुझसे...
सेमेंथा – (साहिल के गले लग के) क्या अभी भी डर लगता है तुम्हे...
साहिल – (मुस्कुरा के गले लगे हुए सेमेंथा से) नहीं लगता अब डर किसी का भी , I LOVE YOU सेमेंथा...
सेमेंथा – ME TO...
एक तरफ साहिल और सेमेंथा प्यार का इजहार कर रहे है दूसरी तरफ कमल हवेली में काम करने में लगा हुआ था शादी का जो धीरेन्द्र ने उसे दिया था जिस वजह से कमल के कई बार नैन मटका हो रहे थे अवनी से जिसमें अवनी को भी बहुत मजा आ रहा था कमल के साथ ये दोनों हवेली के बाहर थे जहां पंडाल की तैयारी हो रही थी वही कमल लगा था तैयार करने में पंडाल को जबकि अवनी पंडाल की सजावट को देख रही थी तभी मौका पाके...
कमल – (अवनी से) हाय कैसी हो तुम...
अवनी – अच्छी हूँ और तुम...
कमल – मै भी अच्छा हूँ...
अवनी – तुम साहिल भाई के साथ कब से हो...
कमल – 8 सालों से हूँ साहिल के साथ...
अवनी – क्या वो ऐसे ही सबसे बात करते है गुस्से में...
कमल – अरे नहीं साहिल ऐसा बिल्कुल नहीं है वो बहुत अच्छा लड़का है हस के बाते करता है सबसे...
अवनी – हम्ममम लेकिन हमसे गुस्से में...
कमल – हम्ममम जनता हूँ मै इसके पीछे की वजह भी....
अवनी – तुम जानते हो फिर भी मुझसे बाते कर रहे हो...
कमल – (मुस्कुरा के) तुम जब से यहां आई हो तब से मैं देख रहा हूँ तुम्हे लेकिन कल के बाद से तुम्हारा नजरिया बदल गया साहिल के लिए जान सकता हूँ क्यों और किस लिए हुआ ऐसा अचानक से वो भी इतने सालों बाद....
अवनी – पहले तो हम सब सुनी हुई बात मानते आ रहे थे लेकिन कल जो देखा उसके बाद मुझे भाई का दर्द समझ आ गया कैसे वो इतने सालों तक अकेले ही दादा जी की मौत के दर्द को झेलते आ रहे है बिना परिवार के कैसे रह रहे थे इसका अंदाजा शायद ही लगा पाए हम कमल मै उनसे माफी मांगना चाहती हूँ लेकिन हिम्मत नहीं हो रही उनके सामने तक जाने की आखिर किस मू से माफी मांगू उनसे...
कमल – अवनी उसे वक्त दो थोड़ा और अब तो वो तुम सब के साथ घर जा रहा है हमेशा के लिए तब तुम्हे कई मौके मिलेगे साहिल के साथ लेकिन ध्यान रखना साहिल से ऐसी कोई बात मत करना जिससे उसे अटैक आए उसके बाद बहुत मुश्किल से संभालता है वो...
अवनी – तुम भी तो रहोगे ना साथ में...
कमल – हा रहूंगा लेकिन मुझे जाना पड़ेगा अपने स्कूल में कुछ सर्टिफिकेट का इश्यू हुआ है उसके लिए जाना पड़ेगा मुझे कुछ दिन में आ जाऊंगा वापस वैसे अब तो तुम भी कॉलेज ज्वाइन करने वाली हो साहिल के साथ और कौन कौन आ रहा है घर से तुम्हारे...
अवनी – मै , खुशी , कविता , साहिल भाई और तुम...
कमल – एक बात पूछूं तुमसे बुरा तो नहीं मानोगी...
अवनी – क्यों ऐसी क्या बात है....
कमल – वो असल में क्या तुम्हारा BF है क्या...
अवनी – (हल्का मुस्कुरा के) क्यों क्या कम है तुम्हे उससे...
कमल – मतलब सच में तुम्हारा बॉयफ्रेंड है....
अवनी – अरे तभी तो बोली तुम्हे उससे क्या काम है....
कमल – (उदास होके) नहीं कुछ नहीं बस ऐसे ही पूछ लिया मैने अच्छा ठीक है मै चलता हूँ और भी काम है मुझे...
बोल के कमल जाने लगा तब...
अवनि – कमल का उदास चेहरा देख मुस्कराते हुए मन में – बुद्धू है ये एक नंबर का....
अवनी – (कमल को बुला के) अच्छा सुनो जरा...
कमल – हा बोलो....
अवनी – BF के लिए क्यों पूछ रहे थे सच बताना...
कमल – ऐसे ही वैसे तुम बहुत खूबसूरत हो...
अवनी – फ्लर्ट कर रहे हो...
कमल – नहीं कसम से तुम सच में बहुत सुंदर हो...
अवनी – (मुस्कुरा के) शुक्रिया और तुम भी बहुत स्मार्ट लुकिंग हो....
कमल – (धीरे से) क्या फायदा इस बात का अब...
अवनी – (मुस्कुरा के कमल की बात सुन कर अंजान बन के) कुछ कहा तुमने....
कमल – नहीं तो कुछ सुना तुमने...
अवनी – नहीं तो वैसे मेरा कोई BF नहीं है....
कमल – अच्छा क्यों कोई पसंद नहीं आया तुम्हे कभी...
अवनी – घर और पढ़ाई के इलावा कभी सोचा नहीं इस बारे में....
कमल – (हाथ आगे बढ़ा के) तो दोस्ती करोगी मुझसे...
अवनी – (हाथ मिला के) ठीक है लेकिन दोस्ती की तो निभानी पड़ेगी...
कमल – मंजूर है...
बोल के दोनों मुस्कुराने लगे तब...
कमल – चलो अच्छा पहले काम को निपटा लेते है शाम को हलवाई वाले आने वाले है साथ में बाकी के मेहमान भी आज तो हवेली भी भरने वाली है मेहमानों से...
बोल के दोनों एक साथ बातो के साथ काम करने लगे...
तो इस तरह से साहिल के साथ कमल को भी GF मिल गई अपनी जबकि इस तरफ जब से कल रात को सभी लड़कियों ने जो कुछ हुआ उसके साथ साहिल की हालत देखी थी तब से उनका भी मन में साहिल को लेके एक अलग ही जगह बन गई थी सुबह के बाद जब साहिल बाहर से दिन में काम निपटा के वापिस आया था तब अमृता की दोनों बेटी और सुनीता की दोनों बेटी कमरे की खिड़की में बैठी साहिल को आता देख हवेली में बाते कर रही थी आपस में...
शिवानी – (सुरभि , पायल और शबनम से) इतने साल से ना जाने हम लोग क्या समझते आ रहे थे साहिल के बारे में लेकिन सच तो ये है कि वो कितना अच्छा है ये कभी सोचा नहीं हमने...
पायल – शायद मां जानती थी इसलिए इतने सालों में मां कभी मिलने नहीं गई नानी के घर पर...
सुरभि – तू सही बोल रही है पायल जब भी हम साहिल के लिए कुछ भी गलत बोलते थे तभी मां डाटती हमें लेकिन यार हम भी क्या करते हमने जो सुना और बताया गया बस उसे सच मान के ऐसा किया था सच का तो पता नहीं था यार.....
शबनम – ये सब बड़ी मामी का किया धारा है उन्होंने ही कई बार बोला साहिल के लिए हम सब से कि साहिल ने नाना को मारा था...
शिवानी – लेकिन यार एक बात समझ नहीं आई अगर साहिल ने नहीं मारा नाना जी को तो किसने मारा था और वो कौन है जो नाना जी को मारने के बाद साहिल को मारने वाला था....
सुरभि – हा यार जब साहिल होश में आया तब कितना डरा हुआ था वो मुझे तो लगता है जरूर नानी जानती होगी इस बारे में वर्ना इतने सालों तक पूरा परिवार साहिल का साथ नहीं दे रहा था सिर्फ नानी थी साहिल के साथ तो वो क्यों साथ देती अगर साहिल ने ऐसा कुछ किया होता तो...
पायल – लेकिन नानी से भी पूछने की हिम्मत कौन करेगा यार कल आते ही कितनी बुराई कर रहे थे हम सब साहिल के लिए सारी बाते सुन ली नानी ने हमारी...
शिवानी – एक काम करते है क्यों ना हम मयंक भईया को बताए सारी बात शायद वो मा से बात का पता कर सके....
तभी उनके कमरे में रचना आती है...
रचना – क्या पता करने की बात कर रहे हो तुम सब...
शिवानी – साहिल के बारे में बात कर रहे है हम मौसी...
साहिल के बारे में सुन रचना के चेहरे की हसी गायब हो गई तब...
रचना – लेकिन कौन सी बात का पता करना है अब...
सुरभि – यही की आखिर नाना जी को किसने मारा होगा...
रचना – मेरे ख्याल से इस वक्त सबसे पहले सभी को साहिल से माफी मांगने के बारे में सोचना होगा कैसे माफी मांगे साहिल से हम लोग...
शिवानी – क्या वो माफ कर पाएंगे हमें...
पायल – कोशिश तो करनी पड़ेगी हमें आखिर वो हमारा भाई है....
रचना – सच बोलूं तो कल के बाद मेरी हिम्मत नहीं हो रही साहिल के सामने जाने की मैने जो गाली दी...
बोल के रचना चुप हो गई...
सुरभि – (रचना से) मौसी गलती तो हमसे भी हुई है जो इतने सालों से साहिल को बुरा भला बोले जा रहे थे लेकिन इतना कुछ उनके साथ होने के बाद भी उन्होंने फिर भी राघव मामा और राजेश मामा को अपने फैसले के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया सच में रचना मौसी साहिल बहुत अच्छा भाई है हमारा उनके साथ जो हुआ उसके बाद भी उन्होंने राघव मामा की बेटी और राजेश मामा के बच्चों के बारे में पहले सोचा ताकि जो साहिल ने सहा वो उन्हें ना सहना पड़े...
रचना – हा सुरभि सच में साहिल ने ये करके साबित कर दिया वो कितना अच्छा और हम कितने गलत है शायद इसीलिए निधि भी साहिल का साथ दे रही थी उस वक्त जब सब साहिल पर गुस्सा थे जो बड़ी मामी बॉथरूम में जाने पर हुआ...
शिवानी – लेकिन साहिल भी सही बोल रहा था आखिर बड़ी मामी किस लिए गई थी साहिल के कमरे में वो भी दरवाजा खुला छोड़ के इसका मतलब साफ था बड़ी मामी ने सब जान बुझ के किया ताकि साहिल को यहां से जलील करके निकाला जा सके...
रचना – छोड़ ना सुरभि उस बारे में बात करके अब क्या फायदा अभी सिर्फ ये सोचना चाहिए साहिल से माफी कैसे मांगे हम...
शबनम – मै क्या बोलती हूँ क्यों ना हम लोग साहिल भाई के दोस्त है ना कमल उससे बात करे वो हमारी मदद कर सकते है इसमें उनको पता है साहिल भाई के बारे में सब कुछ...
रचना – हा ये सही रहेगा कल रात में कैसे साहिल के पिता (रनवीर) के सामने आके बिना डरे बोल रहा था वो पक्का वो हमारी मदद जरूर करेगा लेकिन उससे बात कौन करेगा...
शिवानी – (शबनम और पायल से) क्यों न तुम दोनों बात करो कमल से इस बारे में कुछ भी करके उसे मना लो तुम दोनों प्लीज....
शबनम और पायल एक साथ – हा हम तैयार है...
ये दोनों अभी तक इस बात से अंजान है के जिससे ये मदद लेने जाने वाले है वो असल में इनका ही भाई है और ये बात इन दोनों को नहीं पता है क्योंकि इनकी मां सुनीता अपनी दोनों बेटियों को सरप्राइस देना चाहती है भाई के रूप में कमल को...
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जारी रहेगा![]()
Nice update and awesome storyUPDATE 14
एक गाड़ी तेजी से शहर की तरफ जा रही थी उसमें बैठा आदमी...
लाला – (अपने मुनीम से) मुनीम ये रनवीर का बेटा तो बिल्कुल अपने बाप पर गया है हूँ बहु उसकी तरह दिखता है और वैसी ही अकड़ है उसमें भी...
मुनीम – हा मालिक उसे देख के मुझे रनवीर की याद आ गई आज....
लाला – (अपने बेटे विजय से) विजय जरा ध्यान रखना धीरेन्द्र की बेटी की शादी है कुछ भी उल्टा सीधा ना होने पाय क्योंकि वहां रनवीर भी मौजूद होगा बस शांत रहना सब और आनंद को भी समझा देना...
विजय – पिता जी शादी में तो राधिका और सिम्मी भी जाएगी ना हम तो नहीं जाएंगे...
लाला – नहीं विजय हमें भी जाना होगा धीरेन्द्र ने न्योता दिया है खुद हमारी हवेली में आके भूलो मत गांव में हमसे ज्यादा उसकी चलती है पूरे गांव वालो का वो मसीहा है...
विजय – ठीक है पिता जी लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा आप शांत रहने को क्यों बोल रहे है हमें आप जानते हो ना क्या किया था रनवीर ने उस रात को...
लाला – (गुस्से में) कुछ नहीं भूला हूँ मै विजय सब याद है मुझे और किसने कहा हम शांत रहेंगे बल्कि हम कुछ भी नहीं करेंगे बल्कि करवाएंगे दूसरों से और इस बार जो मेरे पिता और मेरे भाई नहीं कर पाए वो हम करेंगे लेकिन तरीका अलग होगा हमारा इस बार जिससे गांव वालो की नजर में ना आए हम...
विजय – (मुस्कुरा के) ठीक है पिता जी जैसा आप कहे....
इस तरफ साहिल जब कमरे में आया तब अपने सामने सुमन को देखा जिसके साथ सुनैना और उसकी दोनों बेटी खुशी और अवनी थी अपने सामने साहिल को देख चारों बेड से उठ गए तभी...
साहिल – (कमरे में चारों तरफ नजर दौड़ा के उसे समझ आ गया कि वो गलत कमरे में आ गया है तब) sorry मै गलती से गलत कमरे में आ गया...
बोल के साहिल वापस निकल गया कमरे से जबकि सुमन कुछ बोलने को हुईं थी लेकिन कुछ बोल ना पाई सुमन तब...
सुनैना – शायद गलती से इस कमरे में आ गया होगा साहिल एक जैसे है सारे कमरे यहां पर...
अवनी – (सुनैना से) मा क्या साहिल भाई माफ करेगा हमें...
सुनैना – (अवनी और खुशी से) याद है तुम दोनों को जब तुम दोनों मिल के साहिल को परेशान करती थी और तुम दोनों की वजह से साहिल एक बार कितनी मार खाया था तब मैने तुम दोनों को डाटा था और बोला भी था ना जो तुम दोनों कर रहे हो उसकी माफी नहीं मिलेगी कभी लेकिन तुम दोनों मेरी बात नहीं मानी अब नतीजा तुम दोनों के सामने है उसके बाद भी इस उम्मीद में हो की साहिल तुम्हे माफ करेगा...
खुशी – लेकिन मा उस वक्त बड़ी मां बोलती थी सबको की साहिल गन्दा है उसकी वजह से दादा जी मर गए और उसकी वजह से ही बड़ी मां (सुमन) के घर वाले भी मारे गए थे इसीलिए सब घर वाले नफरत करते है साहिल से...
सुमन –(खुशी की बात सुन के सुनैना से) मा(सरला देवी) सही कह रही थी उस दिन बड़ों ने नफरत की आग में जलते हुए अपने बच्चों को भी झोंक दिया उस आग में जलने के लिए और जिसके बारे में मू खोलते वक्त कोई सोचता नहीं था आज उसी के सामने बोलने से भी डर लग रहा है हर किसी को...
सुनैना – जाने कैसे मना पाएंगे साहिल को हम सब मुझे तो आज की हुई बात से डर लग रहा था जब मा ने साहिल को घर आने के लिए बोल रही थी मुझे लगा कही साहिल मना ना कर दे लेकिन शुक्र है इस बात का की साहिल मा की हर बात मानता है इसीलिए हा कर दिया घर आने के लिए...
ये सब यहां आपस में बाते कर रहे थे वहीं बाथरूम के दरवाजे पर खड़ी कविता बस चुप चाप सबकी बाते सुन रही थी जाने उसके दिमाग में क्या चल रहा था जबकि इस तरफ साहिल अपने कमरे में आते ही उसे सामने सेमेंथा दिखी तब….
साहिल – तो तुम यहां हो रस्ते से कहा चली गई थी....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) बताया तो था मैने और वैसे भी मै कहा जाऊंगी भला तुम्हारे सिवा...
साहिल – हम्ममम बड़ी चालक हो तुम तो....
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साहिल – हा कहा तो था लेकिन अब मै नहाने जा रहा हूँ (आंख मार के) इसमें साथ दोगी मेरा....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) जैसे निधि साथ थी वैसे क्या...
साहिल – (चौक के) तुम्हे कैसे पता उसके बारे में...
सेमेंथा – देखा नहीं बाते सुनी मैने सारी तुम्हारी...
साहिल – (मुस्कुरा के) वो तो बस होगया था हमारे बीच में लेकिन तुम्हारे साथ मजाक कर रहा था मै...
सेमेंथा – कोई बात नहीं मै तो तुम्हारे साथ हूँ हर कदम पर मुझे कोई एतराज नहीं इसमें भी...
साहिल – (सेमेंथा के करीब आके) सच में इतना भरोसा है मुझपे...
सेमेंथा – (साहिल के और करीब होके) खुद से भी ज्यादा साहिल चाहो तो आजमा लो तुम....
साहिल – कही इस भरोसे का मैने फायदा उठा के तुम्हे छोड़ दिया तो....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) अपने प्यार पर यकीन है मुझे पूरा....
साहिल – 2 दिन में प्यार हो गया तुम्हे मुझसे....
सेमेंथा – प्यार तो सालों पहले हो गया था तुमसे आज मौका मिला कहने का....
साहिल – (थोड़ी मायूसी से) और कही तुम मुझे छोड़ के चली गई तो....
सेमेंथा – ऐसा कभी नहीं होगा साहिल सपने में भी नहीं में हमेशा साथ रहूंगी तुम्हारे....
साहिल – (हल्का मुस्कुरा के) प्यार किसी से हुआ नहीं कभी लेकिन डर लगता है फिर से कोई अपना दूर ना हो जाएं मुझसे...
सेमेंथा – (साहिल के गले लग के) क्या अभी भी डर लगता है तुम्हे...
साहिल – (मुस्कुरा के गले लगे हुए सेमेंथा से) नहीं लगता अब डर किसी का भी , I LOVE YOU सेमेंथा...
सेमेंथा – ME TO...
एक तरफ साहिल और सेमेंथा प्यार का इजहार कर रहे है दूसरी तरफ कमल हवेली में काम करने में लगा हुआ था शादी का जो धीरेन्द्र ने उसे दिया था जिस वजह से कमल के कई बार नैन मटका हो रहे थे अवनी से जिसमें अवनी को भी बहुत मजा आ रहा था कमल के साथ ये दोनों हवेली के बाहर थे जहां पंडाल की तैयारी हो रही थी वही कमल लगा था तैयार करने में पंडाल को जबकि अवनी पंडाल की सजावट को देख रही थी तभी मौका पाके...
कमल – (अवनी से) हाय कैसी हो तुम...
अवनी – अच्छी हूँ और तुम...
कमल – मै भी अच्छा हूँ...
अवनी – तुम साहिल भाई के साथ कब से हो...
कमल – 8 सालों से हूँ साहिल के साथ...
अवनी – क्या वो ऐसे ही सबसे बात करते है गुस्से में...
कमल – अरे नहीं साहिल ऐसा बिल्कुल नहीं है वो बहुत अच्छा लड़का है हस के बाते करता है सबसे...
अवनी – हम्ममम लेकिन हमसे गुस्से में...
कमल – हम्ममम जनता हूँ मै इसके पीछे की वजह भी....
अवनी – तुम जानते हो फिर भी मुझसे बाते कर रहे हो...
कमल – (मुस्कुरा के) तुम जब से यहां आई हो तब से मैं देख रहा हूँ तुम्हे लेकिन कल के बाद से तुम्हारा नजरिया बदल गया साहिल के लिए जान सकता हूँ क्यों और किस लिए हुआ ऐसा अचानक से वो भी इतने सालों बाद....
अवनी – पहले तो हम सब सुनी हुई बात मानते आ रहे थे लेकिन कल जो देखा उसके बाद मुझे भाई का दर्द समझ आ गया कैसे वो इतने सालों तक अकेले ही दादा जी की मौत के दर्द को झेलते आ रहे है बिना परिवार के कैसे रह रहे थे इसका अंदाजा शायद ही लगा पाए हम कमल मै उनसे माफी मांगना चाहती हूँ लेकिन हिम्मत नहीं हो रही उनके सामने तक जाने की आखिर किस मू से माफी मांगू उनसे...
कमल – अवनी उसे वक्त दो थोड़ा और अब तो वो तुम सब के साथ घर जा रहा है हमेशा के लिए तब तुम्हे कई मौके मिलेगे साहिल के साथ लेकिन ध्यान रखना साहिल से ऐसी कोई बात मत करना जिससे उसे अटैक आए उसके बाद बहुत मुश्किल से संभालता है वो...
अवनी – तुम भी तो रहोगे ना साथ में...
कमल – हा रहूंगा लेकिन मुझे जाना पड़ेगा अपने स्कूल में कुछ सर्टिफिकेट का इश्यू हुआ है उसके लिए जाना पड़ेगा मुझे कुछ दिन में आ जाऊंगा वापस वैसे अब तो तुम भी कॉलेज ज्वाइन करने वाली हो साहिल के साथ और कौन कौन आ रहा है घर से तुम्हारे...
अवनी – मै , खुशी , कविता , साहिल भाई और तुम...
कमल – एक बात पूछूं तुमसे बुरा तो नहीं मानोगी...
अवनी – क्यों ऐसी क्या बात है....
कमल – वो असल में क्या तुम्हारा BF है क्या...
अवनी – (हल्का मुस्कुरा के) क्यों क्या कम है तुम्हे उससे...
कमल – मतलब सच में तुम्हारा बॉयफ्रेंड है....
अवनी – अरे तभी तो बोली तुम्हे उससे क्या काम है....
कमल – (उदास होके) नहीं कुछ नहीं बस ऐसे ही पूछ लिया मैने अच्छा ठीक है मै चलता हूँ और भी काम है मुझे...
बोल के कमल जाने लगा तब...
अवनि – कमल का उदास चेहरा देख मुस्कराते हुए मन में – बुद्धू है ये एक नंबर का....
अवनी – (कमल को बुला के) अच्छा सुनो जरा...
कमल – हा बोलो....
अवनी – BF के लिए क्यों पूछ रहे थे सच बताना...
कमल – ऐसे ही वैसे तुम बहुत खूबसूरत हो...
अवनी – फ्लर्ट कर रहे हो...
कमल – नहीं कसम से तुम सच में बहुत सुंदर हो...
अवनी – (मुस्कुरा के) शुक्रिया और तुम भी बहुत स्मार्ट लुकिंग हो....
कमल – (धीरे से) क्या फायदा इस बात का अब...
अवनी – (मुस्कुरा के कमल की बात सुन कर अंजान बन के) कुछ कहा तुमने....
कमल – नहीं तो कुछ सुना तुमने...
अवनी – नहीं तो वैसे मेरा कोई BF नहीं है....
कमल – अच्छा क्यों कोई पसंद नहीं आया तुम्हे कभी...
अवनी – घर और पढ़ाई के इलावा कभी सोचा नहीं इस बारे में....
कमल – (हाथ आगे बढ़ा के) तो दोस्ती करोगी मुझसे...
अवनी – (हाथ मिला के) ठीक है लेकिन दोस्ती की तो निभानी पड़ेगी...
कमल – मंजूर है...
बोल के दोनों मुस्कुराने लगे तब...
कमल – चलो अच्छा पहले काम को निपटा लेते है शाम को हलवाई वाले आने वाले है साथ में बाकी के मेहमान भी आज तो हवेली भी भरने वाली है मेहमानों से...
बोल के दोनों एक साथ बातो के साथ काम करने लगे...
तो इस तरह से साहिल के साथ कमल को भी GF मिल गई अपनी जबकि इस तरफ जब से कल रात को सभी लड़कियों ने जो कुछ हुआ उसके साथ साहिल की हालत देखी थी तब से उनका भी मन में साहिल को लेके एक अलग ही जगह बन गई थी सुबह के बाद जब साहिल बाहर से दिन में काम निपटा के वापिस आया था तब अमृता की दोनों बेटी और सुनीता की दोनों बेटी कमरे की खिड़की में बैठी साहिल को आता देख हवेली में बाते कर रही थी आपस में...
शिवानी – (सुरभि , पायल और शबनम से) इतने साल से ना जाने हम लोग क्या समझते आ रहे थे साहिल के बारे में लेकिन सच तो ये है कि वो कितना अच्छा है ये कभी सोचा नहीं हमने...
पायल – शायद मां जानती थी इसलिए इतने सालों में मां कभी मिलने नहीं गई नानी के घर पर...
सुरभि – तू सही बोल रही है पायल जब भी हम साहिल के लिए कुछ भी गलत बोलते थे तभी मां डाटती हमें लेकिन यार हम भी क्या करते हमने जो सुना और बताया गया बस उसे सच मान के ऐसा किया था सच का तो पता नहीं था यार.....
शबनम – ये सब बड़ी मामी का किया धारा है उन्होंने ही कई बार बोला साहिल के लिए हम सब से कि साहिल ने नाना को मारा था...
शिवानी – लेकिन यार एक बात समझ नहीं आई अगर साहिल ने नहीं मारा नाना जी को तो किसने मारा था और वो कौन है जो नाना जी को मारने के बाद साहिल को मारने वाला था....
सुरभि – हा यार जब साहिल होश में आया तब कितना डरा हुआ था वो मुझे तो लगता है जरूर नानी जानती होगी इस बारे में वर्ना इतने सालों तक पूरा परिवार साहिल का साथ नहीं दे रहा था सिर्फ नानी थी साहिल के साथ तो वो क्यों साथ देती अगर साहिल ने ऐसा कुछ किया होता तो...
पायल – लेकिन नानी से भी पूछने की हिम्मत कौन करेगा यार कल आते ही कितनी बुराई कर रहे थे हम सब साहिल के लिए सारी बाते सुन ली नानी ने हमारी...
शिवानी – एक काम करते है क्यों ना हम मयंक भईया को बताए सारी बात शायद वो मा से बात का पता कर सके....
तभी उनके कमरे में रचना आती है...
रचना – क्या पता करने की बात कर रहे हो तुम सब...
शिवानी – साहिल के बारे में बात कर रहे है हम मौसी...
साहिल के बारे में सुन रचना के चेहरे की हसी गायब हो गई तब...
रचना – लेकिन कौन सी बात का पता करना है अब...
सुरभि – यही की आखिर नाना जी को किसने मारा होगा...
रचना – मेरे ख्याल से इस वक्त सबसे पहले सभी को साहिल से माफी मांगने के बारे में सोचना होगा कैसे माफी मांगे साहिल से हम लोग...
शिवानी – क्या वो माफ कर पाएंगे हमें...
पायल – कोशिश तो करनी पड़ेगी हमें आखिर वो हमारा भाई है....
रचना – सच बोलूं तो कल के बाद मेरी हिम्मत नहीं हो रही साहिल के सामने जाने की मैने जो गाली दी...
बोल के रचना चुप हो गई...
सुरभि – (रचना से) मौसी गलती तो हमसे भी हुई है जो इतने सालों से साहिल को बुरा भला बोले जा रहे थे लेकिन इतना कुछ उनके साथ होने के बाद भी उन्होंने फिर भी राघव मामा और राजेश मामा को अपने फैसले के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया सच में रचना मौसी साहिल बहुत अच्छा भाई है हमारा उनके साथ जो हुआ उसके बाद भी उन्होंने राघव मामा की बेटी और राजेश मामा के बच्चों के बारे में पहले सोचा ताकि जो साहिल ने सहा वो उन्हें ना सहना पड़े...
रचना – हा सुरभि सच में साहिल ने ये करके साबित कर दिया वो कितना अच्छा और हम कितने गलत है शायद इसीलिए निधि भी साहिल का साथ दे रही थी उस वक्त जब सब साहिल पर गुस्सा थे जो बड़ी मामी बॉथरूम में जाने पर हुआ...
शिवानी – लेकिन साहिल भी सही बोल रहा था आखिर बड़ी मामी किस लिए गई थी साहिल के कमरे में वो भी दरवाजा खुला छोड़ के इसका मतलब साफ था बड़ी मामी ने सब जान बुझ के किया ताकि साहिल को यहां से जलील करके निकाला जा सके...
रचना – छोड़ ना सुरभि उस बारे में बात करके अब क्या फायदा अभी सिर्फ ये सोचना चाहिए साहिल से माफी कैसे मांगे हम...
शबनम – मै क्या बोलती हूँ क्यों ना हम लोग साहिल भाई के दोस्त है ना कमल उससे बात करे वो हमारी मदद कर सकते है इसमें उनको पता है साहिल भाई के बारे में सब कुछ...
रचना – हा ये सही रहेगा कल रात में कैसे साहिल के पिता (रनवीर) के सामने आके बिना डरे बोल रहा था वो पक्का वो हमारी मदद जरूर करेगा लेकिन उससे बात कौन करेगा...
शिवानी – (शबनम और पायल से) क्यों न तुम दोनों बात करो कमल से इस बारे में कुछ भी करके उसे मना लो तुम दोनों प्लीज....
शबनम और पायल एक साथ – हा हम तैयार है...
ये दोनों अभी तक इस बात से अंजान है के जिससे ये मदद लेने जाने वाले है वो असल में इनका ही भाई है और ये बात इन दोनों को नहीं पता है क्योंकि इनकी मां सुनीता अपनी दोनों बेटियों को सरप्राइस देना चाहती है भाई के रूप में कमल को...
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जारी रहेगा![]()
Super dhamakedar update BhaiUPDATE 14
एक गाड़ी तेजी से शहर की तरफ जा रही थी उसमें बैठा आदमी...
लाला – (अपने मुनीम से) मुनीम ये रनवीर का बेटा तो बिल्कुल अपने बाप पर गया है हूँ बहु उसकी तरह दिखता है और वैसी ही अकड़ है उसमें भी...
मुनीम – हा मालिक उसे देख के मुझे रनवीर की याद आ गई आज....
लाला – (अपने बेटे विजय से) विजय जरा ध्यान रखना धीरेन्द्र की बेटी की शादी है कुछ भी उल्टा सीधा ना होने पाय क्योंकि वहां रनवीर भी मौजूद होगा बस शांत रहना सब और आनंद को भी समझा देना...
विजय – पिता जी शादी में तो राधिका और सिम्मी भी जाएगी ना हम तो नहीं जाएंगे...
लाला – नहीं विजय हमें भी जाना होगा धीरेन्द्र ने न्योता दिया है खुद हमारी हवेली में आके भूलो मत गांव में हमसे ज्यादा उसकी चलती है पूरे गांव वालो का वो मसीहा है...
विजय – ठीक है पिता जी लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा आप शांत रहने को क्यों बोल रहे है हमें आप जानते हो ना क्या किया था रनवीर ने उस रात को...
लाला – (गुस्से में) कुछ नहीं भूला हूँ मै विजय सब याद है मुझे और किसने कहा हम शांत रहेंगे बल्कि हम कुछ भी नहीं करेंगे बल्कि करवाएंगे दूसरों से और इस बार जो मेरे पिता और मेरे भाई नहीं कर पाए वो हम करेंगे लेकिन तरीका अलग होगा हमारा इस बार जिससे गांव वालो की नजर में ना आए हम...
विजय – (मुस्कुरा के) ठीक है पिता जी जैसा आप कहे....
इस तरफ साहिल जब कमरे में आया तब अपने सामने सुमन को देखा जिसके साथ सुनैना और उसकी दोनों बेटी खुशी और अवनी थी अपने सामने साहिल को देख चारों बेड से उठ गए तभी...
साहिल – (कमरे में चारों तरफ नजर दौड़ा के उसे समझ आ गया कि वो गलत कमरे में आ गया है तब) sorry मै गलती से गलत कमरे में आ गया...
बोल के साहिल वापस निकल गया कमरे से जबकि सुमन कुछ बोलने को हुईं थी लेकिन कुछ बोल ना पाई सुमन तब...
सुनैना – शायद गलती से इस कमरे में आ गया होगा साहिल एक जैसे है सारे कमरे यहां पर...
अवनी – (सुनैना से) मा क्या साहिल भाई माफ करेगा हमें...
सुनैना – (अवनी और खुशी से) याद है तुम दोनों को जब तुम दोनों मिल के साहिल को परेशान करती थी और तुम दोनों की वजह से साहिल एक बार कितनी मार खाया था तब मैने तुम दोनों को डाटा था और बोला भी था ना जो तुम दोनों कर रहे हो उसकी माफी नहीं मिलेगी कभी लेकिन तुम दोनों मेरी बात नहीं मानी अब नतीजा तुम दोनों के सामने है उसके बाद भी इस उम्मीद में हो की साहिल तुम्हे माफ करेगा...
खुशी – लेकिन मा उस वक्त बड़ी मां बोलती थी सबको की साहिल गन्दा है उसकी वजह से दादा जी मर गए और उसकी वजह से ही बड़ी मां (सुमन) के घर वाले भी मारे गए थे इसीलिए सब घर वाले नफरत करते है साहिल से...
सुमन –(खुशी की बात सुन के सुनैना से) मा(सरला देवी) सही कह रही थी उस दिन बड़ों ने नफरत की आग में जलते हुए अपने बच्चों को भी झोंक दिया उस आग में जलने के लिए और जिसके बारे में मू खोलते वक्त कोई सोचता नहीं था आज उसी के सामने बोलने से भी डर लग रहा है हर किसी को...
सुनैना – जाने कैसे मना पाएंगे साहिल को हम सब मुझे तो आज की हुई बात से डर लग रहा था जब मा ने साहिल को घर आने के लिए बोल रही थी मुझे लगा कही साहिल मना ना कर दे लेकिन शुक्र है इस बात का की साहिल मा की हर बात मानता है इसीलिए हा कर दिया घर आने के लिए...
ये सब यहां आपस में बाते कर रहे थे वहीं बाथरूम के दरवाजे पर खड़ी कविता बस चुप चाप सबकी बाते सुन रही थी जाने उसके दिमाग में क्या चल रहा था जबकि इस तरफ साहिल अपने कमरे में आते ही उसे सामने सेमेंथा दिखी तब….
साहिल – तो तुम यहां हो रस्ते से कहा चली गई थी....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) बताया तो था मैने और वैसे भी मै कहा जाऊंगी भला तुम्हारे सिवा...
साहिल – हम्ममम बड़ी चालक हो तुम तो....
सेमेंथा – इसमें चालाकी कैसी अब मै तो साथ हूँ तुम्हारे और तुम ही ने तो कहा था कि मै तुम्हारे साथ रह सकती हूँ...
साहिल – हा कहा तो था लेकिन अब मै नहाने जा रहा हूँ (आंख मार के) इसमें साथ दोगी मेरा....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) जैसे निधि साथ थी वैसे क्या...
साहिल – (चौक के) तुम्हे कैसे पता उसके बारे में...
सेमेंथा – देखा नहीं बाते सुनी मैने सारी तुम्हारी...
साहिल – (मुस्कुरा के) वो तो बस होगया था हमारे बीच में लेकिन तुम्हारे साथ मजाक कर रहा था मै...
सेमेंथा – कोई बात नहीं मै तो तुम्हारे साथ हूँ हर कदम पर मुझे कोई एतराज नहीं इसमें भी...
साहिल – (सेमेंथा के करीब आके) सच में इतना भरोसा है मुझपे...
सेमेंथा – (साहिल के और करीब होके) खुद से भी ज्यादा साहिल चाहो तो आजमा लो तुम....
साहिल – कही इस भरोसे का मैने फायदा उठा के तुम्हे छोड़ दिया तो....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) अपने प्यार पर यकीन है मुझे पूरा....
साहिल – 2 दिन में प्यार हो गया तुम्हे मुझसे....
सेमेंथा – प्यार तो सालों पहले हो गया था तुमसे आज मौका मिला कहने का....
साहिल – (थोड़ी मायूसी से) और कही तुम मुझे छोड़ के चली गई तो....
सेमेंथा – ऐसा कभी नहीं होगा साहिल सपने में भी नहीं में हमेशा साथ रहूंगी तुम्हारे....
साहिल – (हल्का मुस्कुरा के) प्यार किसी से हुआ नहीं कभी लेकिन डर लगता है फिर से कोई अपना दूर ना हो जाएं मुझसे...
सेमेंथा – (साहिल के गले लग के) क्या अभी भी डर लगता है तुम्हे...
साहिल – (मुस्कुरा के गले लगे हुए सेमेंथा से) नहीं लगता अब डर किसी का भी , I LOVE YOU सेमेंथा...
सेमेंथा – ME TO...
एक तरफ साहिल और सेमेंथा प्यार का इजहार कर रहे है दूसरी तरफ कमल हवेली में काम करने में लगा हुआ था शादी का जो धीरेन्द्र ने उसे दिया था जिस वजह से कमल के कई बार नैन मटका हो रहे थे अवनी से जिसमें अवनी को भी बहुत मजा आ रहा था कमल के साथ ये दोनों हवेली के बाहर थे जहां पंडाल की तैयारी हो रही थी वही कमल लगा था तैयार करने में पंडाल को जबकि अवनी पंडाल की सजावट को देख रही थी तभी मौका पाके...
कमल – (अवनी से) हाय कैसी हो तुम...
अवनी – अच्छी हूँ और तुम...
कमल – मै भी अच्छा हूँ...
अवनी – तुम साहिल भाई के साथ कब से हो...
कमल – 8 सालों से हूँ साहिल के साथ...
अवनी – क्या वो ऐसे ही सबसे बात करते है गुस्से में...
कमल – अरे नहीं साहिल ऐसा बिल्कुल नहीं है वो बहुत अच्छा लड़का है हस के बाते करता है सबसे...
अवनी – हम्ममम लेकिन हमसे गुस्से में...
कमल – हम्ममम जनता हूँ मै इसके पीछे की वजह भी....
अवनी – तुम जानते हो फिर भी मुझसे बाते कर रहे हो...
कमल – (मुस्कुरा के) तुम जब से यहां आई हो तब से मैं देख रहा हूँ तुम्हे लेकिन कल के बाद से तुम्हारा नजरिया बदल गया साहिल के लिए जान सकता हूँ क्यों और किस लिए हुआ ऐसा अचानक से वो भी इतने सालों बाद....
अवनी – पहले तो हम सब सुनी हुई बात मानते आ रहे थे लेकिन कल जो देखा उसके बाद मुझे भाई का दर्द समझ आ गया कैसे वो इतने सालों तक अकेले ही दादा जी की मौत के दर्द को झेलते आ रहे है बिना परिवार के कैसे रह रहे थे इसका अंदाजा शायद ही लगा पाए हम कमल मै उनसे माफी मांगना चाहती हूँ लेकिन हिम्मत नहीं हो रही उनके सामने तक जाने की आखिर किस मू से माफी मांगू उनसे...
कमल – अवनी उसे वक्त दो थोड़ा और अब तो वो तुम सब के साथ घर जा रहा है हमेशा के लिए तब तुम्हे कई मौके मिलेगे साहिल के साथ लेकिन ध्यान रखना साहिल से ऐसी कोई बात मत करना जिससे उसे अटैक आए उसके बाद बहुत मुश्किल से संभालता है वो...
अवनी – तुम भी तो रहोगे ना साथ में...
कमल – हा रहूंगा लेकिन मुझे जाना पड़ेगा अपने स्कूल में कुछ सर्टिफिकेट का इश्यू हुआ है उसके लिए जाना पड़ेगा मुझे कुछ दिन में आ जाऊंगा वापस वैसे अब तो तुम भी कॉलेज ज्वाइन करने वाली हो साहिल के साथ और कौन कौन आ रहा है घर से तुम्हारे...
अवनी – मै , खुशी , कविता , साहिल भाई और तुम...
कमल – एक बात पूछूं तुमसे बुरा तो नहीं मानोगी...
अवनी – क्यों ऐसी क्या बात है....
कमल – वो असल में क्या तुम्हारा BF है क्या...
अवनी – (हल्का मुस्कुरा के) क्यों क्या कम है तुम्हे उससे...
कमल – मतलब सच में तुम्हारा बॉयफ्रेंड है....
अवनी – अरे तभी तो बोली तुम्हे उससे क्या काम है....
कमल – (उदास होके) नहीं कुछ नहीं बस ऐसे ही पूछ लिया मैने अच्छा ठीक है मै चलता हूँ और भी काम है मुझे...
बोल के कमल जाने लगा तब...
अवनि – कमल का उदास चेहरा देख मुस्कराते हुए मन में – बुद्धू है ये एक नंबर का....
अवनी – (कमल को बुला के) अच्छा सुनो जरा...
कमल – हा बोलो....
अवनी – BF के लिए क्यों पूछ रहे थे सच बताना...
कमल – ऐसे ही वैसे तुम बहुत खूबसूरत हो...
अवनी – फ्लर्ट कर रहे हो...
कमल – नहीं कसम से तुम सच में बहुत सुंदर हो...
अवनी – (मुस्कुरा के) शुक्रिया और तुम भी बहुत स्मार्ट लुकिंग हो....
कमल – (धीरे से) क्या फायदा इस बात का अब...
अवनी – (मुस्कुरा के कमल की बात सुन कर अंजान बन के) कुछ कहा तुमने....
कमल – नहीं तो कुछ सुना तुमने...
अवनी – नहीं तो वैसे मेरा कोई BF नहीं है....
कमल – अच्छा क्यों कोई पसंद नहीं आया तुम्हे कभी...
अवनी – घर और पढ़ाई के इलावा कभी सोचा नहीं इस बारे में....
कमल – (हाथ आगे बढ़ा के) तो दोस्ती करोगी मुझसे...
अवनी – (हाथ मिला के) ठीक है लेकिन दोस्ती की तो निभानी पड़ेगी...
कमल – मंजूर है...
बोल के दोनों मुस्कुराने लगे तब...
कमल – चलो अच्छा पहले काम को निपटा लेते है शाम को हलवाई वाले आने वाले है साथ में बाकी के मेहमान भी आज तो हवेली भी भरने वाली है मेहमानों से...
बोल के दोनों एक साथ बातो के साथ काम करने लगे...
तो इस तरह से साहिल के साथ कमल को भी GF मिल गई अपनी जबकि इस तरफ जब से कल रात को सभी लड़कियों ने जो कुछ हुआ उसके साथ साहिल की हालत देखी थी तब से उनका भी मन में साहिल को लेके एक अलग ही जगह बन गई थी सुबह के बाद जब साहिल बाहर से दिन में काम निपटा के वापिस आया था तब अमृता की दोनों बेटी और सुनीता की दोनों बेटी कमरे की खिड़की में बैठी साहिल को आता देख हवेली में बाते कर रही थी आपस में...
शिवानी – (सुरभि , पायल और शबनम से) इतने साल से ना जाने हम लोग क्या समझते आ रहे थे साहिल के बारे में लेकिन सच तो ये है कि वो कितना अच्छा है ये कभी सोचा नहीं हमने...
पायल – शायद मां जानती थी इसलिए इतने सालों में मां कभी मिलने नहीं गई नानी के घर पर...
सुरभि – तू सही बोल रही है पायल जब भी हम साहिल के लिए कुछ भी गलत बोलते थे तभी मां डाटती हमें लेकिन यार हम भी क्या करते हमने जो सुना और बताया गया बस उसे सच मान के ऐसा किया था सच का तो पता नहीं था यार.....
शबनम – ये सब बड़ी मामी का किया धारा है उन्होंने ही कई बार बोला साहिल के लिए हम सब से कि साहिल ने नाना को मारा था...
शिवानी – लेकिन यार एक बात समझ नहीं आई अगर साहिल ने नहीं मारा नाना जी को तो किसने मारा था और वो कौन है जो नाना जी को मारने के बाद साहिल को मारने वाला था....
सुरभि – हा यार जब साहिल होश में आया तब कितना डरा हुआ था वो मुझे तो लगता है जरूर नानी जानती होगी इस बारे में वर्ना इतने सालों तक पूरा परिवार साहिल का साथ नहीं दे रहा था सिर्फ नानी थी साहिल के साथ तो वो क्यों साथ देती अगर साहिल ने ऐसा कुछ किया होता तो...
पायल – लेकिन नानी से भी पूछने की हिम्मत कौन करेगा यार कल आते ही कितनी बुराई कर रहे थे हम सब साहिल के लिए सारी बाते सुन ली नानी ने हमारी...
शिवानी – एक काम करते है क्यों ना हम मयंक भईया को बताए सारी बात शायद वो मा से बात का पता कर सके....
तभी उनके कमरे में रचना आती है...
रचना – क्या पता करने की बात कर रहे हो तुम सब...
शिवानी – साहिल के बारे में बात कर रहे है हम मौसी...
साहिल के बारे में सुन रचना के चेहरे की हसी गायब हो गई तब...
रचना – लेकिन कौन सी बात का पता करना है अब...
सुरभि – यही की आखिर नाना जी को किसने मारा होगा...
रचना – मेरे ख्याल से इस वक्त सबसे पहले सभी को साहिल से माफी मांगने के बारे में सोचना होगा कैसे माफी मांगे साहिल से हम लोग...
शिवानी – क्या वो माफ कर पाएंगे हमें...
पायल – कोशिश तो करनी पड़ेगी हमें आखिर वो हमारा भाई है....
रचना – सच बोलूं तो कल के बाद मेरी हिम्मत नहीं हो रही साहिल के सामने जाने की मैने जो गाली दी...
बोल के रचना चुप हो गई...
सुरभि – (रचना से) मौसी गलती तो हमसे भी हुई है जो इतने सालों से साहिल को बुरा भला बोले जा रहे थे लेकिन इतना कुछ उनके साथ होने के बाद भी उन्होंने फिर भी राघव मामा और राजेश मामा को अपने फैसले के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया सच में रचना मौसी साहिल बहुत अच्छा भाई है हमारा उनके साथ जो हुआ उसके बाद भी उन्होंने राघव मामा की बेटी और राजेश मामा के बच्चों के बारे में पहले सोचा ताकि जो साहिल ने सहा वो उन्हें ना सहना पड़े...
रचना – हा सुरभि सच में साहिल ने ये करके साबित कर दिया वो कितना अच्छा और हम कितने गलत है शायद इसीलिए निधि भी साहिल का साथ दे रही थी उस वक्त जब सब साहिल पर गुस्सा थे जो बड़ी मामी बॉथरूम में जाने पर हुआ...
शिवानी – लेकिन साहिल भी सही बोल रहा था आखिर बड़ी मामी किस लिए गई थी साहिल के कमरे में वो भी दरवाजा खुला छोड़ के इसका मतलब साफ था बड़ी मामी ने सब जान बुझ के किया ताकि साहिल को यहां से जलील करके निकाला जा सके...
रचना – छोड़ ना सुरभि उस बारे में बात करके अब क्या फायदा अभी सिर्फ ये सोचना चाहिए साहिल से माफी कैसे मांगे हम...
शबनम – मै क्या बोलती हूँ क्यों ना हम लोग साहिल भाई के दोस्त है ना कमल उससे बात करे वो हमारी मदद कर सकते है इसमें उनको पता है साहिल भाई के बारे में सब कुछ...
रचना – हा ये सही रहेगा कल रात में कैसे साहिल के पिता (रनवीर) के सामने आके बिना डरे बोल रहा था वो पक्का वो हमारी मदद जरूर करेगा लेकिन उससे बात कौन करेगा...
शिवानी – (शबनम और पायल से) क्यों न तुम दोनों बात करो कमल से इस बारे में कुछ भी करके उसे मना लो तुम दोनों प्लीज....
शबनम और पायल एक साथ – हा हम तैयार है...
ये दोनों अभी तक इस बात से अंजान है के जिससे ये मदद लेने जाने वाले है वो असल में इनका ही भाई है और ये बात इन दोनों को नहीं पता है क्योंकि इनकी मां सुनीता अपनी दोनों बेटियों को सरप्राइस देना चाहती है भाई के रूप में कमल को...
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Superb fantastic fabulous updateUPDATE 14
एक गाड़ी तेजी से शहर की तरफ जा रही थी उसमें बैठा आदमी...
लाला – (अपने मुनीम से) मुनीम ये रनवीर का बेटा तो बिल्कुल अपने बाप पर गया है हूँ बहु उसकी तरह दिखता है और वैसी ही अकड़ है उसमें भी...
मुनीम – हा मालिक उसे देख के मुझे रनवीर की याद आ गई आज....
लाला – (अपने बेटे विजय से) विजय जरा ध्यान रखना धीरेन्द्र की बेटी की शादी है कुछ भी उल्टा सीधा ना होने पाय क्योंकि वहां रनवीर भी मौजूद होगा बस शांत रहना सब और आनंद को भी समझा देना...
विजय – पिता जी शादी में तो राधिका और सिम्मी भी जाएगी ना हम तो नहीं जाएंगे...
लाला – नहीं विजय हमें भी जाना होगा धीरेन्द्र ने न्योता दिया है खुद हमारी हवेली में आके भूलो मत गांव में हमसे ज्यादा उसकी चलती है पूरे गांव वालो का वो मसीहा है...
विजय – ठीक है पिता जी लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा आप शांत रहने को क्यों बोल रहे है हमें आप जानते हो ना क्या किया था रनवीर ने उस रात को...
लाला – (गुस्से में) कुछ नहीं भूला हूँ मै विजय सब याद है मुझे और किसने कहा हम शांत रहेंगे बल्कि हम कुछ भी नहीं करेंगे बल्कि करवाएंगे दूसरों से और इस बार जो मेरे पिता और मेरे भाई नहीं कर पाए वो हम करेंगे लेकिन तरीका अलग होगा हमारा इस बार जिससे गांव वालो की नजर में ना आए हम...
विजय – (मुस्कुरा के) ठीक है पिता जी जैसा आप कहे....
इस तरफ साहिल जब कमरे में आया तब अपने सामने सुमन को देखा जिसके साथ सुनैना और उसकी दोनों बेटी खुशी और अवनी थी अपने सामने साहिल को देख चारों बेड से उठ गए तभी...
साहिल – (कमरे में चारों तरफ नजर दौड़ा के उसे समझ आ गया कि वो गलत कमरे में आ गया है तब) sorry मै गलती से गलत कमरे में आ गया...
बोल के साहिल वापस निकल गया कमरे से जबकि सुमन कुछ बोलने को हुईं थी लेकिन कुछ बोल ना पाई सुमन तब...
सुनैना – शायद गलती से इस कमरे में आ गया होगा साहिल एक जैसे है सारे कमरे यहां पर...
अवनी – (सुनैना से) मा क्या साहिल भाई माफ करेगा हमें...
सुनैना – (अवनी और खुशी से) याद है तुम दोनों को जब तुम दोनों मिल के साहिल को परेशान करती थी और तुम दोनों की वजह से साहिल एक बार कितनी मार खाया था तब मैने तुम दोनों को डाटा था और बोला भी था ना जो तुम दोनों कर रहे हो उसकी माफी नहीं मिलेगी कभी लेकिन तुम दोनों मेरी बात नहीं मानी अब नतीजा तुम दोनों के सामने है उसके बाद भी इस उम्मीद में हो की साहिल तुम्हे माफ करेगा...
खुशी – लेकिन मा उस वक्त बड़ी मां बोलती थी सबको की साहिल गन्दा है उसकी वजह से दादा जी मर गए और उसकी वजह से ही बड़ी मां (सुमन) के घर वाले भी मारे गए थे इसीलिए सब घर वाले नफरत करते है साहिल से...
सुमन –(खुशी की बात सुन के सुनैना से) मा(सरला देवी) सही कह रही थी उस दिन बड़ों ने नफरत की आग में जलते हुए अपने बच्चों को भी झोंक दिया उस आग में जलने के लिए और जिसके बारे में मू खोलते वक्त कोई सोचता नहीं था आज उसी के सामने बोलने से भी डर लग रहा है हर किसी को...
सुनैना – जाने कैसे मना पाएंगे साहिल को हम सब मुझे तो आज की हुई बात से डर लग रहा था जब मा ने साहिल को घर आने के लिए बोल रही थी मुझे लगा कही साहिल मना ना कर दे लेकिन शुक्र है इस बात का की साहिल मा की हर बात मानता है इसीलिए हा कर दिया घर आने के लिए...
ये सब यहां आपस में बाते कर रहे थे वहीं बाथरूम के दरवाजे पर खड़ी कविता बस चुप चाप सबकी बाते सुन रही थी जाने उसके दिमाग में क्या चल रहा था जबकि इस तरफ साहिल अपने कमरे में आते ही उसे सामने सेमेंथा दिखी तब….
साहिल – तो तुम यहां हो रस्ते से कहा चली गई थी....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) बताया तो था मैने और वैसे भी मै कहा जाऊंगी भला तुम्हारे सिवा...
साहिल – हम्ममम बड़ी चालक हो तुम तो....
सेमेंथा – इसमें चालाकी कैसी अब मै तो साथ हूँ तुम्हारे और तुम ही ने तो कहा था कि मै तुम्हारे साथ रह सकती हूँ...
साहिल – हा कहा तो था लेकिन अब मै नहाने जा रहा हूँ (आंख मार के) इसमें साथ दोगी मेरा....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) जैसे निधि साथ थी वैसे क्या...
साहिल – (चौक के) तुम्हे कैसे पता उसके बारे में...
सेमेंथा – देखा नहीं बाते सुनी मैने सारी तुम्हारी...
साहिल – (मुस्कुरा के) वो तो बस होगया था हमारे बीच में लेकिन तुम्हारे साथ मजाक कर रहा था मै...
सेमेंथा – कोई बात नहीं मै तो तुम्हारे साथ हूँ हर कदम पर मुझे कोई एतराज नहीं इसमें भी...
साहिल – (सेमेंथा के करीब आके) सच में इतना भरोसा है मुझपे...
सेमेंथा – (साहिल के और करीब होके) खुद से भी ज्यादा साहिल चाहो तो आजमा लो तुम....
साहिल – कही इस भरोसे का मैने फायदा उठा के तुम्हे छोड़ दिया तो....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) अपने प्यार पर यकीन है मुझे पूरा....
साहिल – 2 दिन में प्यार हो गया तुम्हे मुझसे....
सेमेंथा – प्यार तो सालों पहले हो गया था तुमसे आज मौका मिला कहने का....
साहिल – (थोड़ी मायूसी से) और कही तुम मुझे छोड़ के चली गई तो....
सेमेंथा – ऐसा कभी नहीं होगा साहिल सपने में भी नहीं में हमेशा साथ रहूंगी तुम्हारे....
साहिल – (हल्का मुस्कुरा के) प्यार किसी से हुआ नहीं कभी लेकिन डर लगता है फिर से कोई अपना दूर ना हो जाएं मुझसे...
सेमेंथा – (साहिल के गले लग के) क्या अभी भी डर लगता है तुम्हे...
साहिल – (मुस्कुरा के गले लगे हुए सेमेंथा से) नहीं लगता अब डर किसी का भी , I LOVE YOU सेमेंथा...
सेमेंथा – ME TO...
एक तरफ साहिल और सेमेंथा प्यार का इजहार कर रहे है दूसरी तरफ कमल हवेली में काम करने में लगा हुआ था शादी का जो धीरेन्द्र ने उसे दिया था जिस वजह से कमल के कई बार नैन मटका हो रहे थे अवनी से जिसमें अवनी को भी बहुत मजा आ रहा था कमल के साथ ये दोनों हवेली के बाहर थे जहां पंडाल की तैयारी हो रही थी वही कमल लगा था तैयार करने में पंडाल को जबकि अवनी पंडाल की सजावट को देख रही थी तभी मौका पाके...
कमल – (अवनी से) हाय कैसी हो तुम...
अवनी – अच्छी हूँ और तुम...
कमल – मै भी अच्छा हूँ...
अवनी – तुम साहिल भाई के साथ कब से हो...
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कमल – अरे नहीं साहिल ऐसा बिल्कुल नहीं है वो बहुत अच्छा लड़का है हस के बाते करता है सबसे...
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कमल – हम्ममम जनता हूँ मै इसके पीछे की वजह भी....
अवनी – तुम जानते हो फिर भी मुझसे बाते कर रहे हो...
कमल – (मुस्कुरा के) तुम जब से यहां आई हो तब से मैं देख रहा हूँ तुम्हे लेकिन कल के बाद से तुम्हारा नजरिया बदल गया साहिल के लिए जान सकता हूँ क्यों और किस लिए हुआ ऐसा अचानक से वो भी इतने सालों बाद....
अवनी – पहले तो हम सब सुनी हुई बात मानते आ रहे थे लेकिन कल जो देखा उसके बाद मुझे भाई का दर्द समझ आ गया कैसे वो इतने सालों तक अकेले ही दादा जी की मौत के दर्द को झेलते आ रहे है बिना परिवार के कैसे रह रहे थे इसका अंदाजा शायद ही लगा पाए हम कमल मै उनसे माफी मांगना चाहती हूँ लेकिन हिम्मत नहीं हो रही उनके सामने तक जाने की आखिर किस मू से माफी मांगू उनसे...
कमल – अवनी उसे वक्त दो थोड़ा और अब तो वो तुम सब के साथ घर जा रहा है हमेशा के लिए तब तुम्हे कई मौके मिलेगे साहिल के साथ लेकिन ध्यान रखना साहिल से ऐसी कोई बात मत करना जिससे उसे अटैक आए उसके बाद बहुत मुश्किल से संभालता है वो...
अवनी – तुम भी तो रहोगे ना साथ में...
कमल – हा रहूंगा लेकिन मुझे जाना पड़ेगा अपने स्कूल में कुछ सर्टिफिकेट का इश्यू हुआ है उसके लिए जाना पड़ेगा मुझे कुछ दिन में आ जाऊंगा वापस वैसे अब तो तुम भी कॉलेज ज्वाइन करने वाली हो साहिल के साथ और कौन कौन आ रहा है घर से तुम्हारे...
अवनी – मै , खुशी , कविता , साहिल भाई और तुम...
कमल – एक बात पूछूं तुमसे बुरा तो नहीं मानोगी...
अवनी – क्यों ऐसी क्या बात है....
कमल – वो असल में क्या तुम्हारा BF है क्या...
अवनी – (हल्का मुस्कुरा के) क्यों क्या कम है तुम्हे उससे...
कमल – मतलब सच में तुम्हारा बॉयफ्रेंड है....
अवनी – अरे तभी तो बोली तुम्हे उससे क्या काम है....
कमल – (उदास होके) नहीं कुछ नहीं बस ऐसे ही पूछ लिया मैने अच्छा ठीक है मै चलता हूँ और भी काम है मुझे...
बोल के कमल जाने लगा तब...
अवनि – कमल का उदास चेहरा देख मुस्कराते हुए मन में – बुद्धू है ये एक नंबर का....
अवनी – (कमल को बुला के) अच्छा सुनो जरा...
कमल – हा बोलो....
अवनी – BF के लिए क्यों पूछ रहे थे सच बताना...
कमल – ऐसे ही वैसे तुम बहुत खूबसूरत हो...
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कमल – नहीं कसम से तुम सच में बहुत सुंदर हो...
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कमल – (धीरे से) क्या फायदा इस बात का अब...
अवनी – (मुस्कुरा के कमल की बात सुन कर अंजान बन के) कुछ कहा तुमने....
कमल – नहीं तो कुछ सुना तुमने...
अवनी – नहीं तो वैसे मेरा कोई BF नहीं है....
कमल – अच्छा क्यों कोई पसंद नहीं आया तुम्हे कभी...
अवनी – घर और पढ़ाई के इलावा कभी सोचा नहीं इस बारे में....
कमल – (हाथ आगे बढ़ा के) तो दोस्ती करोगी मुझसे...
अवनी – (हाथ मिला के) ठीक है लेकिन दोस्ती की तो निभानी पड़ेगी...
कमल – मंजूर है...
बोल के दोनों मुस्कुराने लगे तब...
कमल – चलो अच्छा पहले काम को निपटा लेते है शाम को हलवाई वाले आने वाले है साथ में बाकी के मेहमान भी आज तो हवेली भी भरने वाली है मेहमानों से...
बोल के दोनों एक साथ बातो के साथ काम करने लगे...
तो इस तरह से साहिल के साथ कमल को भी GF मिल गई अपनी जबकि इस तरफ जब से कल रात को सभी लड़कियों ने जो कुछ हुआ उसके साथ साहिल की हालत देखी थी तब से उनका भी मन में साहिल को लेके एक अलग ही जगह बन गई थी सुबह के बाद जब साहिल बाहर से दिन में काम निपटा के वापिस आया था तब अमृता की दोनों बेटी और सुनीता की दोनों बेटी कमरे की खिड़की में बैठी साहिल को आता देख हवेली में बाते कर रही थी आपस में...
शिवानी – (सुरभि , पायल और शबनम से) इतने साल से ना जाने हम लोग क्या समझते आ रहे थे साहिल के बारे में लेकिन सच तो ये है कि वो कितना अच्छा है ये कभी सोचा नहीं हमने...
पायल – शायद मां जानती थी इसलिए इतने सालों में मां कभी मिलने नहीं गई नानी के घर पर...
सुरभि – तू सही बोल रही है पायल जब भी हम साहिल के लिए कुछ भी गलत बोलते थे तभी मां डाटती हमें लेकिन यार हम भी क्या करते हमने जो सुना और बताया गया बस उसे सच मान के ऐसा किया था सच का तो पता नहीं था यार.....
शबनम – ये सब बड़ी मामी का किया धारा है उन्होंने ही कई बार बोला साहिल के लिए हम सब से कि साहिल ने नाना को मारा था...
शिवानी – लेकिन यार एक बात समझ नहीं आई अगर साहिल ने नहीं मारा नाना जी को तो किसने मारा था और वो कौन है जो नाना जी को मारने के बाद साहिल को मारने वाला था....
सुरभि – हा यार जब साहिल होश में आया तब कितना डरा हुआ था वो मुझे तो लगता है जरूर नानी जानती होगी इस बारे में वर्ना इतने सालों तक पूरा परिवार साहिल का साथ नहीं दे रहा था सिर्फ नानी थी साहिल के साथ तो वो क्यों साथ देती अगर साहिल ने ऐसा कुछ किया होता तो...
पायल – लेकिन नानी से भी पूछने की हिम्मत कौन करेगा यार कल आते ही कितनी बुराई कर रहे थे हम सब साहिल के लिए सारी बाते सुन ली नानी ने हमारी...
शिवानी – एक काम करते है क्यों ना हम मयंक भईया को बताए सारी बात शायद वो मा से बात का पता कर सके....
तभी उनके कमरे में रचना आती है...
रचना – क्या पता करने की बात कर रहे हो तुम सब...
शिवानी – साहिल के बारे में बात कर रहे है हम मौसी...
साहिल के बारे में सुन रचना के चेहरे की हसी गायब हो गई तब...
रचना – लेकिन कौन सी बात का पता करना है अब...
सुरभि – यही की आखिर नाना जी को किसने मारा होगा...
रचना – मेरे ख्याल से इस वक्त सबसे पहले सभी को साहिल से माफी मांगने के बारे में सोचना होगा कैसे माफी मांगे साहिल से हम लोग...
शिवानी – क्या वो माफ कर पाएंगे हमें...
पायल – कोशिश तो करनी पड़ेगी हमें आखिर वो हमारा भाई है....
रचना – सच बोलूं तो कल के बाद मेरी हिम्मत नहीं हो रही साहिल के सामने जाने की मैने जो गाली दी...
बोल के रचना चुप हो गई...
सुरभि – (रचना से) मौसी गलती तो हमसे भी हुई है जो इतने सालों से साहिल को बुरा भला बोले जा रहे थे लेकिन इतना कुछ उनके साथ होने के बाद भी उन्होंने फिर भी राघव मामा और राजेश मामा को अपने फैसले के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया सच में रचना मौसी साहिल बहुत अच्छा भाई है हमारा उनके साथ जो हुआ उसके बाद भी उन्होंने राघव मामा की बेटी और राजेश मामा के बच्चों के बारे में पहले सोचा ताकि जो साहिल ने सहा वो उन्हें ना सहना पड़े...
रचना – हा सुरभि सच में साहिल ने ये करके साबित कर दिया वो कितना अच्छा और हम कितने गलत है शायद इसीलिए निधि भी साहिल का साथ दे रही थी उस वक्त जब सब साहिल पर गुस्सा थे जो बड़ी मामी बॉथरूम में जाने पर हुआ...
शिवानी – लेकिन साहिल भी सही बोल रहा था आखिर बड़ी मामी किस लिए गई थी साहिल के कमरे में वो भी दरवाजा खुला छोड़ के इसका मतलब साफ था बड़ी मामी ने सब जान बुझ के किया ताकि साहिल को यहां से जलील करके निकाला जा सके...
रचना – छोड़ ना सुरभि उस बारे में बात करके अब क्या फायदा अभी सिर्फ ये सोचना चाहिए साहिल से माफी कैसे मांगे हम...
शबनम – मै क्या बोलती हूँ क्यों ना हम लोग साहिल भाई के दोस्त है ना कमल उससे बात करे वो हमारी मदद कर सकते है इसमें उनको पता है साहिल भाई के बारे में सब कुछ...
रचना – हा ये सही रहेगा कल रात में कैसे साहिल के पिता (रनवीर) के सामने आके बिना डरे बोल रहा था वो पक्का वो हमारी मदद जरूर करेगा लेकिन उससे बात कौन करेगा...
शिवानी – (शबनम और पायल से) क्यों न तुम दोनों बात करो कमल से इस बारे में कुछ भी करके उसे मना लो तुम दोनों प्लीज....
शबनम और पायल एक साथ – हा हम तैयार है...
ये दोनों अभी तक इस बात से अंजान है के जिससे ये मदद लेने जाने वाले है वो असल में इनका ही भाई है और ये बात इन दोनों को नहीं पता है क्योंकि इनकी मां सुनीता अपनी दोनों बेटियों को सरप्राइस देना चाहती है भाई के रूप में कमल को...
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जारी रहेगा![]()
Very beautiful updateUPDATE 14
एक गाड़ी तेजी से शहर की तरफ जा रही थी उसमें बैठा आदमी...
लाला – (अपने मुनीम से) मुनीम ये रनवीर का बेटा तो बिल्कुल अपने बाप पर गया है हूँ बहु उसकी तरह दिखता है और वैसी ही अकड़ है उसमें भी...
मुनीम – हा मालिक उसे देख के मुझे रनवीर की याद आ गई आज....
लाला – (अपने बेटे विजय से) विजय जरा ध्यान रखना धीरेन्द्र की बेटी की शादी है कुछ भी उल्टा सीधा ना होने पाय क्योंकि वहां रनवीर भी मौजूद होगा बस शांत रहना सब और आनंद को भी समझा देना...
विजय – पिता जी शादी में तो राधिका और सिम्मी भी जाएगी ना हम तो नहीं जाएंगे...
लाला – नहीं विजय हमें भी जाना होगा धीरेन्द्र ने न्योता दिया है खुद हमारी हवेली में आके भूलो मत गांव में हमसे ज्यादा उसकी चलती है पूरे गांव वालो का वो मसीहा है...
विजय – ठीक है पिता जी लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा आप शांत रहने को क्यों बोल रहे है हमें आप जानते हो ना क्या किया था रनवीर ने उस रात को...
लाला – (गुस्से में) कुछ नहीं भूला हूँ मै विजय सब याद है मुझे और किसने कहा हम शांत रहेंगे बल्कि हम कुछ भी नहीं करेंगे बल्कि करवाएंगे दूसरों से और इस बार जो मेरे पिता और मेरे भाई नहीं कर पाए वो हम करेंगे लेकिन तरीका अलग होगा हमारा इस बार जिससे गांव वालो की नजर में ना आए हम...
विजय – (मुस्कुरा के) ठीक है पिता जी जैसा आप कहे....
इस तरफ साहिल जब कमरे में आया तब अपने सामने सुमन को देखा जिसके साथ सुनैना और उसकी दोनों बेटी खुशी और अवनी थी अपने सामने साहिल को देख चारों बेड से उठ गए तभी...
साहिल – (कमरे में चारों तरफ नजर दौड़ा के उसे समझ आ गया कि वो गलत कमरे में आ गया है तब) sorry मै गलती से गलत कमरे में आ गया...
बोल के साहिल वापस निकल गया कमरे से जबकि सुमन कुछ बोलने को हुईं थी लेकिन कुछ बोल ना पाई सुमन तब...
सुनैना – शायद गलती से इस कमरे में आ गया होगा साहिल एक जैसे है सारे कमरे यहां पर...
अवनी – (सुनैना से) मा क्या साहिल भाई माफ करेगा हमें...
सुनैना – (अवनी और खुशी से) याद है तुम दोनों को जब तुम दोनों मिल के साहिल को परेशान करती थी और तुम दोनों की वजह से साहिल एक बार कितनी मार खाया था तब मैने तुम दोनों को डाटा था और बोला भी था ना जो तुम दोनों कर रहे हो उसकी माफी नहीं मिलेगी कभी लेकिन तुम दोनों मेरी बात नहीं मानी अब नतीजा तुम दोनों के सामने है उसके बाद भी इस उम्मीद में हो की साहिल तुम्हे माफ करेगा...
खुशी – लेकिन मा उस वक्त बड़ी मां बोलती थी सबको की साहिल गन्दा है उसकी वजह से दादा जी मर गए और उसकी वजह से ही बड़ी मां (सुमन) के घर वाले भी मारे गए थे इसीलिए सब घर वाले नफरत करते है साहिल से...
सुमन –(खुशी की बात सुन के सुनैना से) मा(सरला देवी) सही कह रही थी उस दिन बड़ों ने नफरत की आग में जलते हुए अपने बच्चों को भी झोंक दिया उस आग में जलने के लिए और जिसके बारे में मू खोलते वक्त कोई सोचता नहीं था आज उसी के सामने बोलने से भी डर लग रहा है हर किसी को...
सुनैना – जाने कैसे मना पाएंगे साहिल को हम सब मुझे तो आज की हुई बात से डर लग रहा था जब मा ने साहिल को घर आने के लिए बोल रही थी मुझे लगा कही साहिल मना ना कर दे लेकिन शुक्र है इस बात का की साहिल मा की हर बात मानता है इसीलिए हा कर दिया घर आने के लिए...
ये सब यहां आपस में बाते कर रहे थे वहीं बाथरूम के दरवाजे पर खड़ी कविता बस चुप चाप सबकी बाते सुन रही थी जाने उसके दिमाग में क्या चल रहा था जबकि इस तरफ साहिल अपने कमरे में आते ही उसे सामने सेमेंथा दिखी तब….
साहिल – तो तुम यहां हो रस्ते से कहा चली गई थी....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) बताया तो था मैने और वैसे भी मै कहा जाऊंगी भला तुम्हारे सिवा...
साहिल – हम्ममम बड़ी चालक हो तुम तो....
सेमेंथा – इसमें चालाकी कैसी अब मै तो साथ हूँ तुम्हारे और तुम ही ने तो कहा था कि मै तुम्हारे साथ रह सकती हूँ...
साहिल – हा कहा तो था लेकिन अब मै नहाने जा रहा हूँ (आंख मार के) इसमें साथ दोगी मेरा....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) जैसे निधि साथ थी वैसे क्या...
साहिल – (चौक के) तुम्हे कैसे पता उसके बारे में...
सेमेंथा – देखा नहीं बाते सुनी मैने सारी तुम्हारी...
साहिल – (मुस्कुरा के) वो तो बस होगया था हमारे बीच में लेकिन तुम्हारे साथ मजाक कर रहा था मै...
सेमेंथा – कोई बात नहीं मै तो तुम्हारे साथ हूँ हर कदम पर मुझे कोई एतराज नहीं इसमें भी...
साहिल – (सेमेंथा के करीब आके) सच में इतना भरोसा है मुझपे...
सेमेंथा – (साहिल के और करीब होके) खुद से भी ज्यादा साहिल चाहो तो आजमा लो तुम....
साहिल – कही इस भरोसे का मैने फायदा उठा के तुम्हे छोड़ दिया तो....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) अपने प्यार पर यकीन है मुझे पूरा....
साहिल – 2 दिन में प्यार हो गया तुम्हे मुझसे....
सेमेंथा – प्यार तो सालों पहले हो गया था तुमसे आज मौका मिला कहने का....
साहिल – (थोड़ी मायूसी से) और कही तुम मुझे छोड़ के चली गई तो....
सेमेंथा – ऐसा कभी नहीं होगा साहिल सपने में भी नहीं में हमेशा साथ रहूंगी तुम्हारे....
साहिल – (हल्का मुस्कुरा के) प्यार किसी से हुआ नहीं कभी लेकिन डर लगता है फिर से कोई अपना दूर ना हो जाएं मुझसे...
सेमेंथा – (साहिल के गले लग के) क्या अभी भी डर लगता है तुम्हे...
साहिल – (मुस्कुरा के गले लगे हुए सेमेंथा से) नहीं लगता अब डर किसी का भी , I LOVE YOU सेमेंथा...
सेमेंथा – ME TO...
एक तरफ साहिल और सेमेंथा प्यार का इजहार कर रहे है दूसरी तरफ कमल हवेली में काम करने में लगा हुआ था शादी का जो धीरेन्द्र ने उसे दिया था जिस वजह से कमल के कई बार नैन मटका हो रहे थे अवनी से जिसमें अवनी को भी बहुत मजा आ रहा था कमल के साथ ये दोनों हवेली के बाहर थे जहां पंडाल की तैयारी हो रही थी वही कमल लगा था तैयार करने में पंडाल को जबकि अवनी पंडाल की सजावट को देख रही थी तभी मौका पाके...
कमल – (अवनी से) हाय कैसी हो तुम...
अवनी – अच्छी हूँ और तुम...
कमल – मै भी अच्छा हूँ...
अवनी – तुम साहिल भाई के साथ कब से हो...
कमल – 8 सालों से हूँ साहिल के साथ...
अवनी – क्या वो ऐसे ही सबसे बात करते है गुस्से में...
कमल – अरे नहीं साहिल ऐसा बिल्कुल नहीं है वो बहुत अच्छा लड़का है हस के बाते करता है सबसे...
अवनी – हम्ममम लेकिन हमसे गुस्से में...
कमल – हम्ममम जनता हूँ मै इसके पीछे की वजह भी....
अवनी – तुम जानते हो फिर भी मुझसे बाते कर रहे हो...
कमल – (मुस्कुरा के) तुम जब से यहां आई हो तब से मैं देख रहा हूँ तुम्हे लेकिन कल के बाद से तुम्हारा नजरिया बदल गया साहिल के लिए जान सकता हूँ क्यों और किस लिए हुआ ऐसा अचानक से वो भी इतने सालों बाद....
अवनी – पहले तो हम सब सुनी हुई बात मानते आ रहे थे लेकिन कल जो देखा उसके बाद मुझे भाई का दर्द समझ आ गया कैसे वो इतने सालों तक अकेले ही दादा जी की मौत के दर्द को झेलते आ रहे है बिना परिवार के कैसे रह रहे थे इसका अंदाजा शायद ही लगा पाए हम कमल मै उनसे माफी मांगना चाहती हूँ लेकिन हिम्मत नहीं हो रही उनके सामने तक जाने की आखिर किस मू से माफी मांगू उनसे...
कमल – अवनी उसे वक्त दो थोड़ा और अब तो वो तुम सब के साथ घर जा रहा है हमेशा के लिए तब तुम्हे कई मौके मिलेगे साहिल के साथ लेकिन ध्यान रखना साहिल से ऐसी कोई बात मत करना जिससे उसे अटैक आए उसके बाद बहुत मुश्किल से संभालता है वो...
अवनी – तुम भी तो रहोगे ना साथ में...
कमल – हा रहूंगा लेकिन मुझे जाना पड़ेगा अपने स्कूल में कुछ सर्टिफिकेट का इश्यू हुआ है उसके लिए जाना पड़ेगा मुझे कुछ दिन में आ जाऊंगा वापस वैसे अब तो तुम भी कॉलेज ज्वाइन करने वाली हो साहिल के साथ और कौन कौन आ रहा है घर से तुम्हारे...
अवनी – मै , खुशी , कविता , साहिल भाई और तुम...
कमल – एक बात पूछूं तुमसे बुरा तो नहीं मानोगी...
अवनी – क्यों ऐसी क्या बात है....
कमल – वो असल में क्या तुम्हारा BF है क्या...
अवनी – (हल्का मुस्कुरा के) क्यों क्या कम है तुम्हे उससे...
कमल – मतलब सच में तुम्हारा बॉयफ्रेंड है....
अवनी – अरे तभी तो बोली तुम्हे उससे क्या काम है....
कमल – (उदास होके) नहीं कुछ नहीं बस ऐसे ही पूछ लिया मैने अच्छा ठीक है मै चलता हूँ और भी काम है मुझे...
बोल के कमल जाने लगा तब...
अवनि – कमल का उदास चेहरा देख मुस्कराते हुए मन में – बुद्धू है ये एक नंबर का....
अवनी – (कमल को बुला के) अच्छा सुनो जरा...
कमल – हा बोलो....
अवनी – BF के लिए क्यों पूछ रहे थे सच बताना...
कमल – ऐसे ही वैसे तुम बहुत खूबसूरत हो...
अवनी – फ्लर्ट कर रहे हो...
कमल – नहीं कसम से तुम सच में बहुत सुंदर हो...
अवनी – (मुस्कुरा के) शुक्रिया और तुम भी बहुत स्मार्ट लुकिंग हो....
कमल – (धीरे से) क्या फायदा इस बात का अब...
अवनी – (मुस्कुरा के कमल की बात सुन कर अंजान बन के) कुछ कहा तुमने....
कमल – नहीं तो कुछ सुना तुमने...
अवनी – नहीं तो वैसे मेरा कोई BF नहीं है....
कमल – अच्छा क्यों कोई पसंद नहीं आया तुम्हे कभी...
अवनी – घर और पढ़ाई के इलावा कभी सोचा नहीं इस बारे में....
कमल – (हाथ आगे बढ़ा के) तो दोस्ती करोगी मुझसे...
अवनी – (हाथ मिला के) ठीक है लेकिन दोस्ती की तो निभानी पड़ेगी...
कमल – मंजूर है...
बोल के दोनों मुस्कुराने लगे तब...
कमल – चलो अच्छा पहले काम को निपटा लेते है शाम को हलवाई वाले आने वाले है साथ में बाकी के मेहमान भी आज तो हवेली भी भरने वाली है मेहमानों से...
बोल के दोनों एक साथ बातो के साथ काम करने लगे...
तो इस तरह से साहिल के साथ कमल को भी GF मिल गई अपनी जबकि इस तरफ जब से कल रात को सभी लड़कियों ने जो कुछ हुआ उसके साथ साहिल की हालत देखी थी तब से उनका भी मन में साहिल को लेके एक अलग ही जगह बन गई थी सुबह के बाद जब साहिल बाहर से दिन में काम निपटा के वापिस आया था तब अमृता की दोनों बेटी और सुनीता की दोनों बेटी कमरे की खिड़की में बैठी साहिल को आता देख हवेली में बाते कर रही थी आपस में...
शिवानी – (सुरभि , पायल और शबनम से) इतने साल से ना जाने हम लोग क्या समझते आ रहे थे साहिल के बारे में लेकिन सच तो ये है कि वो कितना अच्छा है ये कभी सोचा नहीं हमने...
पायल – शायद मां जानती थी इसलिए इतने सालों में मां कभी मिलने नहीं गई नानी के घर पर...
सुरभि – तू सही बोल रही है पायल जब भी हम साहिल के लिए कुछ भी गलत बोलते थे तभी मां डाटती हमें लेकिन यार हम भी क्या करते हमने जो सुना और बताया गया बस उसे सच मान के ऐसा किया था सच का तो पता नहीं था यार.....
शबनम – ये सब बड़ी मामी का किया धारा है उन्होंने ही कई बार बोला साहिल के लिए हम सब से कि साहिल ने नाना को मारा था...
शिवानी – लेकिन यार एक बात समझ नहीं आई अगर साहिल ने नहीं मारा नाना जी को तो किसने मारा था और वो कौन है जो नाना जी को मारने के बाद साहिल को मारने वाला था....
सुरभि – हा यार जब साहिल होश में आया तब कितना डरा हुआ था वो मुझे तो लगता है जरूर नानी जानती होगी इस बारे में वर्ना इतने सालों तक पूरा परिवार साहिल का साथ नहीं दे रहा था सिर्फ नानी थी साहिल के साथ तो वो क्यों साथ देती अगर साहिल ने ऐसा कुछ किया होता तो...
पायल – लेकिन नानी से भी पूछने की हिम्मत कौन करेगा यार कल आते ही कितनी बुराई कर रहे थे हम सब साहिल के लिए सारी बाते सुन ली नानी ने हमारी...
शिवानी – एक काम करते है क्यों ना हम मयंक भईया को बताए सारी बात शायद वो मा से बात का पता कर सके....
तभी उनके कमरे में रचना आती है...
रचना – क्या पता करने की बात कर रहे हो तुम सब...
शिवानी – साहिल के बारे में बात कर रहे है हम मौसी...
साहिल के बारे में सुन रचना के चेहरे की हसी गायब हो गई तब...
रचना – लेकिन कौन सी बात का पता करना है अब...
सुरभि – यही की आखिर नाना जी को किसने मारा होगा...
रचना – मेरे ख्याल से इस वक्त सबसे पहले सभी को साहिल से माफी मांगने के बारे में सोचना होगा कैसे माफी मांगे साहिल से हम लोग...
शिवानी – क्या वो माफ कर पाएंगे हमें...
पायल – कोशिश तो करनी पड़ेगी हमें आखिर वो हमारा भाई है....
रचना – सच बोलूं तो कल के बाद मेरी हिम्मत नहीं हो रही साहिल के सामने जाने की मैने जो गाली दी...
बोल के रचना चुप हो गई...
सुरभि – (रचना से) मौसी गलती तो हमसे भी हुई है जो इतने सालों से साहिल को बुरा भला बोले जा रहे थे लेकिन इतना कुछ उनके साथ होने के बाद भी उन्होंने फिर भी राघव मामा और राजेश मामा को अपने फैसले के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया सच में रचना मौसी साहिल बहुत अच्छा भाई है हमारा उनके साथ जो हुआ उसके बाद भी उन्होंने राघव मामा की बेटी और राजेश मामा के बच्चों के बारे में पहले सोचा ताकि जो साहिल ने सहा वो उन्हें ना सहना पड़े...
रचना – हा सुरभि सच में साहिल ने ये करके साबित कर दिया वो कितना अच्छा और हम कितने गलत है शायद इसीलिए निधि भी साहिल का साथ दे रही थी उस वक्त जब सब साहिल पर गुस्सा थे जो बड़ी मामी बॉथरूम में जाने पर हुआ...
शिवानी – लेकिन साहिल भी सही बोल रहा था आखिर बड़ी मामी किस लिए गई थी साहिल के कमरे में वो भी दरवाजा खुला छोड़ के इसका मतलब साफ था बड़ी मामी ने सब जान बुझ के किया ताकि साहिल को यहां से जलील करके निकाला जा सके...
रचना – छोड़ ना सुरभि उस बारे में बात करके अब क्या फायदा अभी सिर्फ ये सोचना चाहिए साहिल से माफी कैसे मांगे हम...
शबनम – मै क्या बोलती हूँ क्यों ना हम लोग साहिल भाई के दोस्त है ना कमल उससे बात करे वो हमारी मदद कर सकते है इसमें उनको पता है साहिल भाई के बारे में सब कुछ...
रचना – हा ये सही रहेगा कल रात में कैसे साहिल के पिता (रनवीर) के सामने आके बिना डरे बोल रहा था वो पक्का वो हमारी मदद जरूर करेगा लेकिन उससे बात कौन करेगा...
शिवानी – (शबनम और पायल से) क्यों न तुम दोनों बात करो कमल से इस बारे में कुछ भी करके उसे मना लो तुम दोनों प्लीज....
शबनम और पायल एक साथ – हा हम तैयार है...
ये दोनों अभी तक इस बात से अंजान है के जिससे ये मदद लेने जाने वाले है वो असल में इनका ही भाई है और ये बात इन दोनों को नहीं पता है क्योंकि इनकी मां सुनीता अपनी दोनों बेटियों को सरप्राइस देना चाहती है भाई के रूप में कमल को...
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