Bhai main is kahani ko padh toh raha hoon lekin sapna ya hakikat jaisa interest nahi aa raha sach bataun toh mujhe aisa lagta hai ki is kahani me adultery ki kami hai jisko likhne me tumhara koi jawab nahi ho sake toh isme adultery dikhao hero ki ammi ke saath ek baat aur ki kahani bilkul normal si lag rahi hai I mean title hai ammi aur meri fantasy lekin fantasy jaisa kuch lag nahi raha jabki sex fantasy me bahut cheejein aa sakti hain threesome , group sex , gangbang , cuckold , etc main toh chahta hoon ki hero ki ammi ke saath interfaith sex dikhao hero ke kisi kareebi dost ke saath iske liye raj ki entry karwa do hero ka dost banakar maza aa jayega
छोटी सी कहानी है मित्र
पढ़ते पढ़ते ही पता नहीं लगेगा खत्म हो जाएगी
जल्द ही सारे दबे हुए रहस्य अब खुल कर सामने आएंगे
बड़े दिनों बाद आए और कहानी के बारे अपनी राय साझा किए उसके लिए धन्यवाद मित्र ।
रही बात कहानी के शीर्षक और कहानी के प्लॉट में मतभेद की
तो फेंटेसी के सबके अपने अपने मायने है , शायद मै जिस रूप में फैंटेसी को देखता हु वो ऐसा ही कुछ होता है । फैंटेसी को जहां तक मैने समझा है उसका सटीक और तय मानक नहीं रखा जा सकता । सबके अपने अपने मायने अपने अपने विचार और धारणाएं है और उन्हीं से उनकी वासना रूपी फैंटेसी दुनिया बनती है ।
बाकी थ्रीड होती ही इसीलिए है कि लेखक के साथ साथ पाठक भी अपनी बातें साझा करें
कहानी के प्रति अपना नजरिया भी बताए कि वो किस तरह से कहानी को देख पा रहे है । ऐसे ही समीक्षाओं की तलाश में मै होता हु । आप जैसे लेखक से मुझे यही उम्मीद है ।
( एक प्राइवेट बात कहनी है सुनो

टाइम मिले तो dm देख लेना

)