भाग 4
आरती ने कहा कि आप फिकर मत कीजिए मैं यहां से कहीं नहीं जा रही हूं।
राजनाथ ने बोला क्यों तू अपने ससुराल नहीं जाएगी।
तो आरती ने जवाब दिया नहीं।
तो राजनाथ ने पूछा क्यों क्या हुआ क्यों नहीं जाएगी।
तो आरती ने जवाब दिया किस लिए जाऊंगी उन लोगों ने मेरे लिए क्या किया है जो मैं उनकी शक्ल देखने के लिए जाऊंगी।
तो राजनाथ ने कहा कि अरे उन लोगों ने कुछ नहीं किया तो क्या हुआ लेकिन दामाद जी के पास तो जाएगी ना।
तो आरती ने जवाब दिया कि आपके दामाद ने भी कौन सा बड़ा काम कर दिया है जो मैं उसके पास जाऊंगी और सब तो छोड़िए एक पति का फर्ज होता है वह भी ओ सही से नहीं नाभि सका ।
तो फिर राजनाथ ने कहा कि बेटा इतना गुस्सा नहीं करते मैं दामाद जी से बात करूंगा और उनको समझाऊंगा की ओ तुम्हारा ख्याल रखें और तुम्हारी जरूरत को पूरा करें।
तो आरती ने कहा कि आपके कहने और पूछने से कुछ होने वाला नहीं मुझे पता है कि वह क्या करेगा और क्या नहीं करेगा और क्या कर सकता है।
और अगर आपको मेरे यहां रहने से दिक्कत है
तो मैं चली जाऊं फिर कभी नहीं आऊंगी आपके घर।
राजनाथ उसकी बात सुनकर समझ गया कि यह अभी गुस्से में है तो वह बात को संभालते हुए उसने कहां की अरे बेटा तू तो गुस्सा हो गई मैं तो बस तुमको समझा रहा था फिर भी अगर तुमको वहां नहीं जाना है तो मत जा। और फिर यह कभी मत कहना कि मैं यहां नहीं रहूंगी या कभी नहीं आऊंगी तुम जानती हो कि मेरा तुम्हारे सिवा कोई नहीं है और अब मैं तुमसे कभी नहीं कहूंगा कि तुम यहां से जाओ जब तक तुम्हारी मर्जी नहीं होगी तब तक तुम यहां से कहीं मत जाना।
फिर उसने कुछ जवाब नहीं दिया चुपचाप पैर दबाने लगी।
उसके बाद राजनाथ ने भी कुछ नहीं बोला और वह चुपचाप उसको देख रहा था तभी उसकी नजर आरती की कमर पर गई जहां उसकी नाभि और पेट नजर आ रहा था ओ उसे देखते हुए मैं नहीं मन सोचने लगा कि इसकी कमर इतनी पतली है अगर इसके पेट में बच्चा रह गया तो यह उसको पैदा कैसे करेगी इसकी कमर इतनी पतली है तो इसकी ओ वाला रास्ता तो और भी पतला होगा मैंने तो सोचा था की शादी के बाद मोटी हो जाएगी लेकिन शादी के इतने साल भी इसकी बॉडी में कोई बदलाव नहीं आया सिर्फ इसकी खूबसूरती पहले से ज्यादा बढ़ गई और वैसे भी पतली दुबली लड़कियां ही खूबसूरत और सुंदर लगती है और मेरी बेटी भी इस मामले में किसी से कम नहीं है फिर कुछ देर के बाद उसने आरती से कहा बेटा अब हो गया और कितनी देर दबाएगी तू जा जाकर सो जा तुमको सुबह जल्दी उठना भी है इसलिए तो जा जाकर सो जा।
फिर आरती ने कुछ नहीं कहा और वह चुपचाप चली गई सोने के लिए जब वह सोने जा रही थी तो उसके मन में चल रहा था कि मुझे बाबूजी से ऐसी बात नहीं करनी चाहिए थी और वह सो गई फिर सुबह हुई तो उठकर अपने काम में लग गई ।
फिर कुछ देर के बाद राजनाथ भी उठ गया और वह कहीं बाहर जा रहा था घूमने के लिए तो उसने आरती से बोला बेटा में कुछ देर में आऊंगा तब तक तुम अपना काम खत्म करके रेडी होकर रहना उसके बाद हम लोग डॉक्टर के पास चलेंगे।
तो आरती ने जवाब दिया ठीक है आप भी जल्दी आइएगा तो राजनाथ में जवाब दिया हां हां मै टाइम पर आ जाऊंगा और वह चला गया।
फिर 10:00 दोनों बाप बेटी रेडी होकर अपने स्कूटर पर बैठकर डॉक्टर के पास जाने के लिए निकले फिर आधा घंटे के बाद दोनों डॉक्टर के पास पहुंच गए फिर पहुंचने के बाद हाल में बैठकर डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे।
तभी राजनाथ में आरती से बोल तुमको जो कुछ भी डॉक्टर पूछेगा साफ-साफ अच्छे से बताना।
तो आरती ने राजनाथ से पूछा कि आप अंदर नहीं जाएगा।
मैं अंदर जाकर क्या करूंगा वो तुमसे सवाल पूछेगा वह मुझे थोड़ी पूछेगा अगर दामाद जी यहां होते तो वह तुम्हारे साथ में जाते और वहां जाकर कुछ बताते भी मैं वहां जाऊंगा तो क्या बताऊंगा तभी अंदर से नर्स आई और उसने पूछा की आरती किसका नाम है आप अंदर आईए आपको मैडम बुला रही है फिर वह डरते डरते अंदर गई तो वहां एक लेडिस डॉक्टर बैठी थी उसने आरती को देखा और बोली लिए यहां बैठिए सामने दो कुर्सी लगी हुई थी उसी एक कुर्सी पर आरती बैठ गई फिर डॉक्टर ने पूछा किस लिए आई हैं बच्चे के लिए तो आरती ने जवाब दिया जी हां तो डॉक्टर ने पूछा अकेली आई हो क्या तो आरती ने जवाब दिया कि मैं अकेली नहीं हूं क्या डॉक्टर ने कहा अकेली नहीं है तो उनको यहां बुलाए।
फिर आरती वहां से उठकर बाहर गई है और उसने राजनाथ से कहा कि आपको भी अंदर बुला रहे।
तो राजनाथ ने पूछा कि हमको क्यों बुला रही।
तो आरती ने जवाब दिया हमको नहीं पता कि क्यों बुला रही हैं चलिए ना जल्दी।
फिर दोनों साथ में अंदर गया और जाकर दोनों सामने कुर्सी पर बैठ गए।
फिर डॉक्टर ने पूछा की शादी को कितने साल हो गए तो राजनाथ ने आरती की तरफ देखा तो कुछ बोल नहीं रही थी तो उसने जवाब दिया की जी 6 साल हो रहे हैं।
फिर से डॉक्टर ने पूछा कि 6 साल में कभी भी बच्चा नहीं रुक।
तो राजनाथ आरती की तरफ देखने लगा इशारा करने लगा कि बताओ तो आरती फिर भी कुछ नहीं बोल रही थी सभी राजनाथ कुछ बोलने जा रहा था कि डॉक्टर ने उसे रोक दिया और बोला कि आप मत बोलिए इनको बोलने दीजिए फिर डॉक्टर ने आरती से बोला कि मैं जो पूछ रही हूं उसका जवाब भी क्या बच्चा कभी रुका है कि नहीं रुक है।
तो आरती ने शर्माते हुए जवाब की जी नहीं रुक है।
फिर डॉक्टर ने पूछा कि आपका महीना टाइम पर आता है आगे पीछे होता है।
फिर आरती में जवाब दिया की जी टाइम पर आता है।
फिर डॉक्टर ने पूछा क्या आप दोनों कितने टाइम के बाद मिलते हैं मेरा मतलब है कितने देर के बाद सेक्स करते हैं यह सब बात सुनकर आरती को बहुत शर्म आ रही थी और वह कुछ बोल नहीं रही थी चुपचाप अपनी नज़रें नीचे करके बैठी हुई थी और वह सोच रही थी कि अपने बाप के सामने यह सब कैसे बताएं।
आगे की कहानी अगले भाग में।