रात को देखा गया सपना दिन में भी सुनैना के होश उड़ा रहा था सुनैना को तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि रात को जो कुछ भी हुआ था वह सपना था उसे सब कुछ हकीकत सा ही लग रहा था,,, क्योंकि आज तो कुछ नहीं इस तरह का सपना कभी देखी भी नहीं थी और जो सामान्य सपने होते थे वह तो पूरी तरह से याद भी नहीं होते थे लेकिन...