◆ 【3】
धूर्तता, चालाकी, और धैर्यपूर्णता के साथ एकता, पहचान भेड़िये की होती है।
शेर कितना ही बब्बर हो, इनके सामने पावँ डगमगा ही जातें है।
ललकार जंगल मे इनकी प्रभूत्वा को दर्शाती है, किस्मत खुद से लिखने की ये यलगार होती है।
मन पिशाच, नज़रे बांज़, रणनीति बाघ, और लक्ष्य शार्क जैसी होती है।
झुंढ़...